जबलपुर । 80 वर्षीय बुजुर्ग जो वेंट्रिकुलार टेकिकार्डिया नामक जानलेवा बीमारी से ग्रस्त थे, उनका इलाज शैल्वी हॉस्पिटल जबलपुर के वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ.आशीष तिवारी ने सफलता पूर्वक किया। मरीज लंबे समय से आईसीएमपी (एस्केमिक कार्डियोमयोपथि) बीमारी जिसमें हार्ट की पंपिंग कम हो जाती है, ग्रसित था । इस तरह के अत्याधुनिक रिमोट सेंसिंग डिफिब्रीलेटर (डीसी शॉक देने वाली मशीन) के प्रत्यारोपण का जबलपुर एवं महाकौशल का पहला सफल ऑपरेशन है जिसमें मरीज के हृदय की धड़कन की अनियमितता का पता तुरंत ही डॉक्टर के मोबाइल पर नोटिफिकेशन के माध्यम से तुरंत आ जाता है और समय रहते इलाज शुरु कर दिया जाता है । डॉ.आशीष तिवारी द्वारा महीनें के हर दूसरे बुधवार को शैल्वी हॉस्पिटल जबलपुर में हार्ट फेलियर क्लिनिक का संचालन किया जाता है जिसमें १५० से ज्यादा रजिस्टर्ड मरीज हैं और अपना सफल इलाज करा रहे है। इस हार्ट फेलियर क्लिनिक के माध्यम से इस गंभीर बीमारी के मरीज अपना समुचित इलाज विश्वस्तरीय सुविधाओं के साथ करा रहे हैं। अत्याधुनिक डिवाइस थैरेपी जैसे हार्ट की पंपिंग बढ़ाने वाला पेसमेकर (सीआरटीडी), डेफिब्रिलेटर डिवाइस, लेफ्ट बंडल पेसिंग, विभिन्न डिवाइस क्लोजर, एवं अन्य सुविधाएं भी प्रदान की जाती हैं जो पहले केवल महानगरों में ही उपलब्ध थी । हृदय रोग विशेषक के अलावा इस स्पेशल क्लिनिक में हार्ट फेलियर काउंसलर, साइकोलॉजिस्ट, मेडिसिन स्पेशलिस्ट की सुविधाएं उपलब्ध है जिससे इस बीमारी का संपूर्ण निदान होता है । विगत कई वर्षो में समाज में हार्ट की बीमारी के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए इस तरह के सुपर स्पेशियलिटी क्लिनिक के माध्यम से डॉ.आशीष तिवारी द्वारा जबलपुर में ही अत्याधुनिक सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। डॉ.तिवारी ने देश के शीर्षस्थ संस्थानों जैसे केजीएमयू लखनऊ, पीजीआई चंडीगढ़ और नारायणा हृदुयालाय बेंगलुरु से कार्डियोलॉजी में प्रशिक्षण प्राप्त किया है और विगत कुछ वर्षों से शैल्वी हॉस्पिटल जबलपुर में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। अस्पताल में हृदय रोग संबंधी समस्त सुविधाएं (ईको, टीएमटी, होल्टर, स्ट्रेस ईको, अलग कार्डियक आईसीयू) एक ही छत के नीचे उचित शुल्क पर उपलब्ध है ।
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