जयपुर । वसुंधरा सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाने के बाद भले ही सचिन पायलट की इस मुद्दे पर कम सक्रिय हो गए हो। लेकिन राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के प्रमुख हनुमान बेनीवाल और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल इस मुद्दे को पकड़ लिया है। आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए दोनों पार्टियों के नेता इस मुद्दे को जमकर भुनाने में लगी हैं। गहलोत और वसुंधरा की केमिस्ट्री को लेकर दोनों ही नेता लगातार जमकर हमला कर रहे हैं। हाल ही में केजरीवाल ने गहलोत और वसुंधरा का भाई-बहन का रिश्ता बताकर तंज कसा। वहीं हनुमान बेनीवाल ने भी गहलोत-वसुंधरा के गठजोड़ के साथ पेपर लीक प्रकरण में भी गहलोत सरकार को जमकर घेरा है। नवभारत टाइम्स की इस रिपोर्ट के जरिए विस्तार से समझिए कैसे भ्रष्टाचार के मुद्दे के जरिए अरविंद केजरीवाल और हनुमान बेनीवाल एक तीर से दो निशाने करने में लगे हैं।विधानसभा चुनाव को लेकर गत दिनों श्रीगंगानगर में आम आदमी पार्टी की रैली हुई। इस दौरान आप पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने चुनावी बिगुल फूंककर गहलोत-वसुंधरा के गठजोड़ को लेकर बड़ा हमला किया। उन्होंने कहा कि अब वसुंधरा गहलोत की बहन बन चुकी है। इसलिए वसुंधरा सरकार में हुए भ्रष्टाचार को लेकर अब कोई जांच नहीं होगी। उन्होंने सीएम गहलोत पर भी निशाना साधते हुए कहा कि वसुंधरा के शासन में गहलोत कहते थे कि वसुंधरा पैसे खा गई। लेकिन जैसे ही गहलोत की सरकार बनी। वे अपने वादों से मुकर गए और अब वसुंधरा के साथ अपने भाई बहन का रिश्ता निभा रहे हैं। उन्होंने वसुंधरा राजे पर भी बड़ा हमला करते हुए कहा कि उनके शासन में जमकर भ्रष्टाचार हुआ। लेकिन गहलोत उन मामलों की जांच नहीं करवा रहे हैं।
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