डिजिटल भारत l आज शाम को जिले की पाटन तहसील के अंतर्गत कटंगी पौड़ी चरगवा पटना ककरहटा जटासी मिडकी सहित अन्य ग्राम में कुदरत का बड़ा कहर बरपा जहां किसानों की फसलों पर गरज चमक के साथ अति ओलावृष्टि हुई किसानों की माने तो इस ओलावृष्टि से गेहूं सहित अन्य फसलें जमीन पर विछ गई इससे किसानों को भारी क्षति हुई है किसानों का कहना है कि कुदरत ने एक बार फिर से मुंह का निवाला छीन लिया कटंगी के समीप पौड़ी ग्राम में जिस तरह से ओलावृष्टि हुई उसे जिसने भी देखा वह अवाक रह गया किसानों के अनुसार जमीन में 6 इंच तक की परत पड़ गई जिससे किसानों के माथे में एक बार फिर से चिंता की लकीरें खींच गई इस संबंध में किसान हाकम सिंह उर्फ गब्बू ठाकुर नेक नारायण सिंह दिलराज सिंह महेंद्र सिंह राघवेंद्र सिंह ने बताया कि इस ओलावृष्टि से किसानों की फसलों को अधिक छति हुई है/
100 ग्राम तक के ओले गिरे
पौड़ी ग्राम के लोगों ने बताया कि तेज हवा बारिश के साथ करीब 100 ग्राम तक के ओले गिरने से गेहूं की फसल चौपट हो गई है साथ ही बाली का दाना भी टूट कर जमीन पर बिछ गया है
वही कुछ किसानों ने बताया कि श्रमंडियों में बिकने जाने को तैयार खेतों में खड़ी और कटी फसलें बारिश और ओलावृष्टि से चौपट हो गईं। इस आसमानी आफत यानी बारिश और ओलावृष्टि से किसानों को सबसे ज्यादा आर्थिक नुकसान गेहूं, चना की फसल बर्बाद होने से हुआ है। आसमान से आफत के रूप में मूसलाधार बारिश हुई, जबरदस्त ओलावृष्टि हुई। 30 मिनट तक ओलावृष्टि के साथ हुई बारिश ने तबाही मचा के रख दी गांव के गलियारों में, सड़कों पर, घरों के आंगन और छप्पर पर, हर तरफ सफेद ओलों की चादर दिखाई दी किसानों ने बताया कि दिन रात मेहनत करने के बाद इस वर्ष काफी अच्छी फसल की उम्मीद जताई जा रही थी किंतु उस पर भी पानी फिर गया