जबलपुर । जबलपुर का आदिवासी विभाग हमेशा चर्चा का केंद्र रहा है। चाहे वो छात्रवृति घोटाला हो या फिर कर्मचारियों की अनियमिता का मामला हो। मंगलवार को कलेक्टर की जनसुनवाई में पूरन सिंह जाटव नामक व्यक्ति ने सर पर कफन बांधकर आदीवासी विभाग के कर्मचारी की शिकायत की है। उसने अपने पिता के जीवित रहते अनुकंपा नियुक्ति प्राप्त कर ली।
शिकायत में पूरन ने बताया कि गौतम सेगुप्ता नामक कर्मचारी आदिवासी विभाग में स्टोर इंचार्ज के पद पर पदस्थ है। 1988 में अपने जीवित पिता को मृत बताकर विभाग में नौकरी प्राप्त कर ली। जबकि गौतम के पिता आदिवासी विभाग में नौकरी भी नहीं करते थे। गौतम के पिता आयुध निर्माणी में कार्य करते थे। गौतम के पिता की आयुध निर्माणी में सेवा के दौरान 2010 में मृत्यु होती है।पिता की मृत्यु के बाद उनके दूसरे बेटे को नौकरी मिलती है। शिकायतकर्ता पूरन की शिकायत के बाद जिला कलेक्टर ने इसे गंभीरता से लिया है और जांच के आदेश दिए है। शिकायतकर्ता ने कहा कि 1988 से आरोपी वहां नौकरी कर रहा है। इतने दिनों से वह सरकार को चूना लगा रहा है। इस खुलासे के बाद अधिकारी भी हैरान हैं। आरोपी ने झूठ बोलकर अनुकंपा की नौकरी प्राप्त कर ली।