डिजिटल भारत l 14 जनवरी को मकर संक्रांति और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नगर आगमन के अवसर पर नगर निगम तैयारी पूरी करने में जुट गया है।
नर्मदा तट गौरीघाट (ग्वारीघाट) और तिलवारा घाट का एक बार फिर सौंदर्यीकरण कराया जाएगा। नर्मदा घाटों में टूटे व उखड़ चुके लाल पत्थरों को फिर से लगाया जाएगा वहीं प्लास्टर वर्क पेंट से घाटों में आकर्षक पेटिंग भी कराई जाएगी। विदित हो कि 14 जनवरी को मकर संक्रांति पर नर्मदा तटों में बड़ी संख्या में श्रद्धालु स्नान,ध्यान करने पहुंचते हैं।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी 25 और 26 जनवरी को नगर प्रवास के दौरान 26 जनवरी को गौरीघाट में होने वाली महाआरती में शामिल होंगे। साथ ही तिलवारा घाट में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भी शामिल होंगे। इस लिहाजा नगर निगम ने नर्मदा पहुंच मार्ग सहित नर्मदा तटों का सौंदर्यीकरण कराने में जुट गया है।
इसी कड़ी में निगमायुक्त आशीष वशिष्ठ ने गौरीघाट और तिलवाराघाट का निरीक्षण किया गया और घाटों में लाल पत्थर लगाने के साथ-साथ प्लास्टर वर्किंग, वाल पेंटिंग, फुटपाथ और क्रांक्रीट आदि का कार्य तेज गति से प्रारंभ कराने अधिकारियों को निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि गौरीघाट की तरह तिलवाराघाट को भी बहुत सुंदर और सुव्यवस्थित तरीके से बनाएं। जिससे कि यहां आने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो। उन्होंने यह भी अवगत कराया कि 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के पूर्व एवं गणतंत्र दिवस के दिन यहां सांस्कृतिक एवं धार्मिक आयोजन प्रस्तावित है।
इस अवसर पर सिविल कार्य के लिए अधीक्षण यंत्री अजय शर्मा, साफ सफाई एवं वाल पेंटिंग के लिए स्वास्थ्य अधिकारी भूपेंद्र सिंह, प्रकाश व्यवस्था के लिए संदीप जायसवाल, संभागीय अधिकारी केके रावत, उपयंत्री आशीष पाटकर आदि निर्देशित किया गया है।
तीन करोड़ खर्च कर बदली थी तिलवारा की तस्वीर, उखड़ गए लाल पत्थर
नगर निगम ने वर्ष 2014 में तीन करोड़ रुपये खर्च कर तिलवारा घाट की तस्वीर बदल दी थी।
नवनिर्माण के तहत घाटों में राजस्थानी धौलपुरी लाल पत्थर लगाए गए थे। लेकिन देखरेख के अभाव में नर्मदा तट बदहाली का शिकार हो गए। जगह-जगह से कीमती लाल पत्थर या तो टूट गए या उखड़ गए। यही पत्थर गौरीघाट में भी लगाए गए थे।