डिजिटल भारत l आदिवासी बाहुल्य जिले मंडला की अधिकतर ग्राम पंचायते भृष्टाचार का गढ़ बन चुकी है। पंचायतों में पदस्थ सचिव व सहायक सचिव भृष्टाचार के नये आयाम लिखते जारहें है और बेखोंप होकर मन माफिक तरीके से अपने परिवार व रिस्तेदारो के नाम से फर्जी बिल व हाजरी भरके बेधड़क होकर शासकीय राशि का आहरण कर शासन को चूना लगा रहे है। ऐसा ही एक मामला नारायणगंज विकासखंड क्षेत्र की ग्राम पंचायत ढालाखापा से सामने आया है जानकारी अनुसार बतादें ग्राम पंचायत ढालाखापा के ग्रामीणों ने बताया रोजगार सहायक संदीप साहू कभी ग्राम पंचायत नही आता और मनमाफिक तरीके से भृष्टाचार को बढ़ावा दे रहा है। साथ ही बताया रोजगार सहायक ने अपने परिवार व रिस्तेदारो के नाम से फर्जी बिल लगाकर शासकीय पैसे का आहरण कर भृष्टाचार कर रहा है। पंचायत एप पर आप देख सकते कि किस कदर रोजगार सहायक ने सचिव के प्रभार में रहते हुए अपने परिवार जनों के नाम से फर्जी बिल लगाकर पैसे का आहरण कर शासकीय राशि का दुरुपयोग कर रहा है। इस भृष्ट और कामचोर रोजगार सहायक की वजह से गांव वालों के हितग्राही मूलक कार्य नही हो पारहे है जिसके चलते ग्रामीणों ने उक्त रोजगार सहायक को पंचायत से हटाकर जांच करतें हुए उचित कार्यवाही करें।
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