डिजिटल भारत I हाल ही में बांग्लादेश में राजनीतिक उथल-पुथल की स्थिति उत्पन्न हो गई है, जिसके परिणामस्वरूप देश में एक अंतरिम सरकार बनने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इस सरकार का नेतृत्व मोहम्मद यूनुस करेंगे, जिन्हें बांग्लादेश में छात्रों की प्रमुख पसंद के रूप में देखा जा रहा है। यह स्थिति तब आई जब छात्रों के एक बड़े आंदोलन ने शेख़ हसीना को देश छोड़ने पर मजबूर कर दिया। इस आंदोलन ने बांग्लादेश की राजनीति को एक नया मोड़ दिया है और देश की वर्तमान स्थिति को बदल दिया है।
बांग्लादेश में छात्रों की राजनीतिक सक्रियता
बांग्लादेश में छात्रों की राजनीतिक सक्रियता एक महत्वपूर्ण विशेषता है, जो समय-समय पर राजनीतिक बदलावों की दिशा निर्धारित करती है। छात्र आंदोलन, जो समाज में बदलाव लाने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, बांग्लादेश में एक अभिन्न हिस्सा हैं। वर्तमान राजनीतिक संकट की जड़ें भी इसी छात्र आंदोलन से जुड़ी हुई हैं, जिसने न केवल सरकार को चुनौती दी है बल्कि पूरे देश की राजनीतिक परिदृश्य को बदल दिया है।
भारतीय छात्रों की बांग्लादेश में पढ़ाई
इस राजनीतिक उथल-पुथल के बावजूद, बांग्लादेश में पढ़ाई करने वाले भारतीय छात्रों की संख्या में वृद्धि हो रही है। जुलाई के अंत तक, क़रीब सात हजार भारतीय छात्र बांग्लादेश से वापस लौट चुके हैं। इन छात्रों में से कई ने बीबीसी से बातचीत करते हुए बांग्लादेश में पढ़ाई के विभिन्न लाभों की चर्चा की।
सुदीप्ता मैती, जो पश्चिम बंगाल के पूर्वी मिदनापुर ज़िले के निवासी हैं, ने बताया कि बांग्लादेश में पढ़ाई करने का एक प्रमुख लाभ यह है कि बांग्लादेश भारत के साथ अच्छी कनेक्टिविटी रखता है। सुदीप्ता के अनुसार, “बांग्लादेश अब इतने अच्छे ढंग से भारत से जुड़ा हुआ है कि कोई भी महज कुछ घंटों में कोलकाता पहुँच सकता है। शायद यही कारण है कि बांग्लादेश में प्राइवेट मेडिकल कॉलेज में भारतीय छात्रों की संख्या बढ़ रही है।”
भारतीय छात्रों के लिए बांग्लादेश के फायदे
भारत सरकार के आंकड़ों के मुताबिक, 2022 में 13 लाख से ज़्यादा भारतीय छात्र विदेश में पढ़ाई के लिए गए थे, जिनमें से 9,308 छात्र बांग्लादेश गए थे। बांग्लादेश का रुख़ करने के प्रमुख कारणों में बेहतर कनेक्टिविटी, कम दूरी, समान संस्कृति, और भारतीय शिक्षण संस्थानों में सीमित सीटें और उच्च खर्च शामिल हैं।
मेडिकल शिक्षा की लागत में अंतर
भारत में मेडिकल शिक्षा की उच्च लागत और सीटों की कमी के कारण, कई भारतीय छात्र बांग्लादेश की ओर रुख कर रहे हैं। कश्मीर की काज़ी, जो वर्तमान में पांचवें साल की एमबीबीएस की छात्रा हैं, ने बांग्लादेश में मेडिकल शिक्षा की लागत को भारतीय लागत से तुलना की। काज़ी ने कहा, “भारत में मेडिकल की पढ़ाई में एक करोड़ से ज़्यादा रुपए खर्च हो जाते हैं, जबकि बांग्लादेश में यह लागत 40 से 50 लाख रुपए के बीच रहती है।”
बांग्लादेश में चिकित्सा शिक्षा की स्थिति
काज़ी ने यह भी बताया कि जब उन्होंने 2019 में ढाका के अद-दीन मेडिकल कॉलेज में दाखिला लिया, तब कश्मीर में केवल दो मेडिकल कॉलेज थे और प्राइवेट मेडिकल कॉलेज का कोई विकल्प नहीं था। बांग्लादेश में मेडिकल कॉलेजों की संख्या अधिक होने के कारण, छात्रों को विभिन्न विकल्प प्राप्त होते हैं, जो उन्हें अपनी पढ़ाई के लिए एक अनुकूल वातावरण प्रदान करते हैं।
बांग्लादेश में शिक्षा के अवसर
बांग्लादेश में भारतीय छात्रों के लिए शिक्षा के अवसर व्यापक और विविध हैं। यहाँ पर विभिन्न प्रकार की शैक्षणिक संस्थान उपलब्ध हैं, जो भारतीय छात्रों को गुणवत्ता शिक्षा प्रदान करने में सक्षम हैं। इसके अतिरिक्त, बांग्लादेश की शिक्षा प्रणाली में समान भाषा और सांस्कृतिक संदर्भ भारतीय छात्रों के लिए एक अनुकूल वातावरण बनाते हैं।
राजनीतिक अस्थिरता और इसके प्रभाव
हालांकि बांग्लादेश में वर्तमान राजनीतिक अस्थिरता ने कुछ छात्रों को भारत लौटने पर मजबूर किया है, फिर भी बांग्लादेश की शिक्षा प्रणाली और यहाँ की सुविधाएँ भारतीय छात्रों को आकर्षित करती हैं। यह अस्थिरता शिक्षा के अवसरों पर प्रभाव डाल सकती है, लेकिन बांग्लादेश में अध्ययन करने के लाभ छात्रों को इस चुनौतीपूर्ण समय में भी यहाँ की ओर आकर्षित करते हैं।
समापन विचार
बांग्लादेश में छात्रों की भूमिका और भारतीय छात्रों के लिए बांग्लादेश में शिक्षा के लाभ एक महत्वपूर्ण मुद्दा है। राजनीतिक उथल-पुथल के बावजूद, बांग्लादेश की शिक्षा प्रणाली और इसके द्वारा प्रदान किए गए अवसर भारतीय छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण विकल्प बने हुए हैं। बांग्लादेश में पढ़ाई की लागत, कनेक्टिविटी, और समान संस्कृति इसे भारतीय छात्रों के लिए एक आकर्षक विकल्प बनाते हैं।
इस प्रकार, बांग्लादेश की शिक्षा प्रणाली और इसके अवसरों पर ध्यान देते हुए, हमें उम्मीद करनी चाहिए कि भविष्य में भी बांग्लादेश भारतीय छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण शिक्षा केंद्र बना रहेगा।