हमारे रिपोर्टर्स ने डॉक्टर्स से बात की तो उन्होंने बताया कि अगर तीसरी लहर ने शहरों में दस्तक दी तो फिर मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर पर बड़ा भारी दबाव आ जाएगा।
पिछले एक हफ्ते में देश के मुख्य शहरों के बड़े बाजारों में दिवाली की खरीददारी के लिए जिस तरह से लोगों की भीड़ उमड़ी है उससे करोना महामारी की तीसरी लहर की आशंका बढ़ गई है।
40 से ज्यादा जिलों में वैक्सीनेशन की रफ्तार धीमी
ताज्जुब की बात ये है कि आज भी देश के कई हिस्सों में वैक्सीनेशन की रफ्तार काफी धीमी है. देश में 40 से ज्यादा जिले ऐसे हैं, जहां के 50 प्रतिशत लोगों ने कोरोना वैक्सीन की पहली डोज नहीं लगवाई है. वहीं इन जगहों पर कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज की रफ्तार भी काफी कम है. आज दोपहर 12 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन जिलों के डीएम के साथ वर्चुअल मीटिंग करेंगे. इस बैठक में संबंधित राज्यों के मुख्यमंत्री भी शामिल होंगे.
कम वैक्सीनेशन सरकार के लिए चिंता का विषय
जिस देश में 100 करोड़ वैक्सीनेशन का रिकॉर्ड बना और दुनिया ने इसकी तारीफ की, वहां पर कम वैक्सीनेशन सरकार के लिए चिंता का विषय बन गया है. क्योंकि देश में 11 करोड़ लोग ऐसे हैं, जिन्होंने अबतक वैक्सीन की दूसरी डोज ली ही नहीं है. सिर्फ वैक्सीनेशन को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अब तक 6 बार हाई लेवल बैठक कर चुके हैं. 19 फरवरी 2021 को देश में एक करोड़ वैक्सीनेशन डोज पूरी हुई, जबकि 2 नवंबर को 107 वैक्सीन की 107 करोड़ डोज लगाई जा चुकी है