डिजिटल भारत l हमारा जीवन तीन चीजों पर आधारित है। इनमें शरीर, दिमाग और आत्मा सम्मिलित हैं। जीवन के इन तीनों आधारों को संबल देते हैं, अच्छा भोजन, अच्छी नींद और सकारात्मक सोच। हमारा शरीर उस समय सबसे अच्छे तरीके से काम कर पाता है, जब वह पूरी तरह स्वस्थ हो। ऐसे ही हमारा मन तब बहुत अच्छा परिणाम दे पाता है, जब वह पूरी तरह तनावमुक्त हो। लेकिन आज के समय में हमारी जो जीवनशैली है, उसमें हर दिन स्वस्थ शरीर और तनावमुक्त दिमाग रख पाना लगभग असंभव है
सदिर्यों का मौसम है और लोगों को बाजारों में फल के बहुत सारे ऑप्शनस मिल जाते हैं. लाने को तो हम बाजार से सारे फल ले आते हैं पर क्या हमें सही तरीके से फल खाना आता है? क्या हम जानते है कि फल किस समय खाना चाहिए? क्या हमें फल नाश्ते के समय खाना चाहिए या फिर फलों के लिए शाम का समय ठीक है? क्या हम दो या तीन फलों को एक साथ खा सकते है या फिर फलों को एक साथ खाना हानिकारक है? आइए जानते है कि क्या है फल खाने का सही तरिका और सही समय.
कई लोगों को नाश्ते में फल खाना पसंद होता है. फल वैसे तो काफी पोषक तत्वों से भरे होते हैं जैसे की विटामिन, खनिज, फाइबर और कार्बोहाइड्रेटस. लेकिन फलों को सुबह खाली पेट नहीं खाना चाहिए, फल खाली पेट खाना नुकसानदायक हो सकता हैं. आयुर्वेद के अनुसार सुबह 6 से 10 के बीच का समय हमारे शरीर का कफ काल होता है. इस समय हमारा डाइजेस्टिव सिस्टम काफी धीरे काम करता है. फल मीठे, खट्टे और कसैले स्वाद के होते हैं. फल ठंडे भी होते हैं. फलों में कफ के समान गुण होते हैं और खाली पेट इनका सेवन करने से कई तरह की समस्याएं पैदा हो सकती हैं. इसके अलावा फलों में फाइबर और फ्रुक्टोज होता है, जिन्हें खाली पेट खाने से डाइजेस्टिव सिस्टम0 और भी ज्यादा धीरे काम करने लगता है.
क्या फल खाने के तुरंत बाद पानी पी सकते हैं?
कई लोग फल खाने के तुरंत बाद पानी पी लेते हैं. फल खाने के तुरंत बाद पानी पीने से डाइजेस्टिव सिस्टम का पीएच लेवल असंतुलित होने लगता है. ये खासकर के तब होता है जब हम ऐसे फलों का सेवन करते हैं जिसमें पानी की मात्रा बहुत ज्यादा होती है जैसे तरबूज, खरबूज, खीरा, संतरा आदि. ज्यादा पानी वाले फल पेट में एसिडिटी को कम कर देते हैं जिससे की पीएच लेवल में बदलाव आ जाता है जो की हानिकारक है.
फलों के छिलके में भी होते है कई पोषक तत्व
कई फल होते है जिनको बिना छिले भी खाया जा सकता है. लेकिन आजकल लोग हर फल को छिल कर ही खातें है. फल का सबसे फायदेमंद हिस्सा उसका छिलका ही होता है. छिलके में कई जरुरी विटामिन्स और एंटीऑक्सिडेंट्स पाए जाते हैं. फलों के छिलके नहीं खाने से कई लोगों को उसका फायदा नहीं मिल पाता हैं.
भूलकर भी न करें ये गलती
आजकल लोग खाने के साथ फलों का सलाद खाना पसंद करते हैं। आयुर्वेद डॉ. चैताली राठौड़ के अनुसार ऐसा करना न सिर्फ आपकी सेहत खराब कर सकता है, बल्कि इससे आपको फलों का कोई लाभ भी नहीं मिलता है। भोजन के साथ फल खाने से आपको कई स्किन प्रॉब्लम और अपच हो सकती है। साथ ही शरीर में सूजन भी आ सकती है।
आप जितना समझते हैं उतना फायदेमंद नहीं है जूस
ये बात सच है कि फलों का जूस पीना सेहत के लिए फायदेमंद है, लेकिन इससे भी ज्यादा फायदेमंद है फलों को चबाकर खाना। आयुर्वेद के अनुसार फलों को चबाने से इनमें मौजूद फाइबर भी शरीर में जाते हैं। साथ ही इसका स्वाद भी अधिक आता है। अगर आप बुजुर्ग हैं, फलों को चबा नहीं सकते तो ऐसी स्थिति में आप जूस का सेवन कर सकते हैं। नहीं तो फलों को चबाकर ही खाएं।
रात में फल खाने से बचें
डॉ. चैताली राठौड़ के अनुसार फल सेहत के लिए फायदेमंद हैं, लेकिन इसके लिए जरूरी है कि आप सही समय पर इनका सेवन करें। आयुर्वेद के अनुसार अगर आप देर शाम या रात के समय फल खाते हैं तो यह कफ का कारण बन सकता है। इसी के साथ इन्हें पचाने में भी परेशानी होती है और इनके पोषण पूरे नहीं मिल पाते हैं।
इनके साथ न खाएं फल
आयुर्वेद के अनुसार कुछ फलों का सेवन दूध के साथ कभी नहीं करना चाहिए। जैसे जामुन और दूध का सेवन कभी साथ नहीं करना चाहिए। इससे बॉडी में एसिड बनता है। आमतौर पर लोग के दूध के साथ केला खाना पसंद करते हैं, लेकिन आयुर्वेद के अनुसार यह कॉम्बिनेशन भी नुकसानदायक है। इससे आंत में भारीपन होता है। इसी के साथ आम और एवोकाडो को भी दूध के साथ नहीं खाना चाहिए।