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MP News: जबलपुर में एटीएस की बड़ी कार्रवाई; प्रदेश में जड़े जमा रहा 82 लाख का इनामी नक्सली पत्नी समेत गिरफ्तार

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मप्र एटीएस ने जबलपुर में घेराबंदी के बाद नक्सली को पत्नी के साथ दबोच लिया है। आरोपी को मध्य प्रदेश में नक्सली संगठन मजबूत करने का दायित्व सौंपा गया था। गिरफ्तार नक्सली का मुख्य कार्यक्षेत्र तेलंगाना और छत्तीसगढ़ रहा है।

प्रदेश के आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) ने तेलंगाना निवासी 82 लाख रुपये के इनामी नक्सलवादी को पत्नी के साथ जबलपुर से गिरफ्तार किया है। एटीएस ने आरोपी के पास से एक देशी पिस्टल, कारतूस व तीन लाख रुपये नकद बरामद किए हैं।गिरफ्तार नक्सली का मुख्य कार्यक्षेत्र तेलंगाना और छत्तीसगढ़ रहा है। आरोपी को मध्य प्रदेश में नक्सली संगठन मजबूत करने का दायित्व सौंपा गया था। एटीएस दोनों को गिरफ्तार कर भोपाल ले गयी है। 

हार्डकोर नक्सली के बीते कई दिनों से मंडला के मोतीनाला के पास होने की सूचना मुखबिर से पुलिस को मिली थी। वह मध्य प्रदेश में नक्सलवाद की जड़ें जमाने के लिए आया था। उक्त नक्सली के खिलाफ तेलंगाना, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में मिलाकर उस पर 82 लाख का इनाम था। नक्सली अशोक रेड्डी उर्फ बलवेद 63 वर्ष का है। उसके खिलाफ हत्या, लूट, अपहरण, आगजनी, विस्फोट जैसी गंभीर धाराओं में 60 से अधिक मामले अलग-अलग राज्यों में दर्ज हैं। एटीएस ने उसकी पत्नी को भी गिरफ्तार किया है। उसकी पत्नी बस्तर क्षेत्र में नक्सलियों के लिए पर्चे छपवाने, माओवादी साहित्य प्रकाशित कराने, पंपलेट बनवाने, प्रेस विज्ञप्ति और बैनर-पोस्टर बनाने का कार्य करती है।

अशोक दण्डकारण्य जोनल कमेटी का सदस्य है
एटीएस के अनुसार नक्सली अशोक रेड्डी की पत्नी भी नक्सली गतिविधियों में संलिप्त है। वह प्रेस से सबंधित कार्य करती है। अशोक रेड्डी की पत्नी रैती उर्फ कुमार पोटाई छत्तीसगढ़ के नारायणपुर की रहने वाली है। अशोक रेड्डी प्रतिबंधित संगठन सीपीआई (माओवादी) की दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी का सदस्य है। उसकी पत्नी रैमती माओवादी साहित्य, पर्चे, पम्पलेट, प्रेस विज्ञप्ति, बैनर, पोस्टर आदि को छपवाने का काम संभालती है।

तीन लाख नकद, पिस्टल व नक्सली साहित्य बरामद
एटीएस ने दोनों नक्सलियों के पास से एक पिस्टल, कारतूस, तीन लाख रुपये से अधिक नकदी। नक्सली साहित्य बरामद किया गया है। बताया जाता है कि रेड्डी मध्यप्रदेश में नक्सल कैडर और नेटवर्क को मजबूत करने के लिए आया था। 

बारिश के बढ़ जाती हैं गतिविधियां
पुलिस सूत्रों की मानें तो बारिश के मौसम में नक्सलियों की गतिविधियां बढ़ जाती हैं। बारिश की वजह से पहाड़ी नदियां, नाले बहुत जल्द दफान पर आ जाते हैं। छोटे-छोटे जंगली झाड़ों के उगने, ऊंची-ऊंची घास होने से पुलिस के गश्ती दल को बहुत दूरी तक दिखाई नहीं देता। कई बार पुलिस भी बाहर के मौसम में घने जंगलनों में जाने से हिचकती है।

ऐसे में बरसात में प्रति वर्ष नक्सली गतिविधियां बढ़ जाती हैं। नक्सली बारिश में ही अपने कार्यक्षेत्र को बढ़ाने, उसके लिए कई राज्यों के नक्सली एकत्रित होकर बैठकें करने, युवाओं को नक्सलवादी बनाने के लिए सक्रिय रहते हैं।

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बैंक ऑफ बड़ौदा सख़्ती के बाद क्यों पड़ा नरम, 55 करोड़ के कर्ज में दुबे है सनी देओल

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डिजिटल भारत l बॉलीवुड एक्टर सनी देओल इन दिनों अपनी फिल्म गदर 2 को लेकर चर्चा में हैं. गदर 2 बॉक्स ऑफिस पर धमाकेदार कमाई कर रही है. फिल्म ने अब तक टोटल 300 करोड़ का बिजनेस कर लिया है. फिल्म में एक्टर की परफॉर्मेंस को खूब सराहा जा रहा है. फिल्म की सफलता के बाद सनी देओल बॉर्डर 2 लाने की भी प्लानिंग कर रहे हैं. हालांकि निजी लाइफ में सनी देओल विवादों में घिरते नजर आ रहे हैं. एक तरफ सनी देओल की फिल्म करोड़ों कमा रही है दूसरी ओर उन पर कर्ज के चलते बैंक ने नोटिस जारी कर दिया है.

दरअसल, मुंबई के आलीशान जुहू इलाके में सनी देओल के बंगले को नीलाम होने की नौबत आ गई है. इसकी वजह है उस बंगले के बकाया पैसों का भुगतान नहीं किया गया है. ऐसे में बढ़ते कर्ज के चलते सनी देओल का ये शाही बंगला नीलाम होने के कगार पर पहुंच गया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सनी देओल को 55 करोड़ रुपये की बकाया राशि का भुगतान न करने के लिए बैंक ऑफ बड़ौदा द्वारा नोटिस भेजा गया है. एक्टर पर बैंक का करीब 55,99,80,766.33 का कर्ज है.

हालांकि दो दिन बैंक ऑफ बड़ौदा ने ‘तकनीकी कारणों’ का हवाला देते हुए यह नोटिस वापस ले लिया.
क्या है पूरा मामला
अभिनेता सनी देओल ने बैंक ऑफ बड़ौदा से मुंबई के जुहू स्थित ‘सनी विला’ बंगले पर एक लोन लिया था.

इस लोन में भाई बॉबी देओल और पिता धर्मेंद्र सिंह गारंटर बने थे, इसके अलावा ‘सनी साउंड प्राइवेट लिमिटेड’ को कॉर्पोरेट गारंटर बनाया गया था.

मनी कंट्रोल न्यूज वेबसाइट के मुताबिक उन्होंने यह लोन साल 2016 में एक फिल्म को फाइनेंस करने के लिए लिया था.

2019 लोकसभा चुनाव के समय चुनाव आयोग को दिए एफिडेविट में भी सनी देओल ने बताया था कि उन्होंने करीब 50 करोड़ रुपये का लोन लिया हुआ है.

लोन को समय से न चुकाने के चलते बैंक ने दिसंबर, 2022 के आख़िर में इसे नॉन परफॉर्मिंग एसेट (एनपीए) घोषित कर दिया.

बैंक ने क्या किया?
बैंक ऑफ बड़ौदा ने अपने रुपये रिकवर करने के लिए सनी देओल के उस बंगले को बेचने का फ़ैसला किया जो उन्होंने गिरवी रखा था.

बैंक ने 19 अगस्त, 2023 को कई अख़बारों में नोटिस जारी कर बताया कि सनी देओल पर करीब 56 करोड़ रुपये और दिसंबर 2022 के बाद से इस रक़म पर लगने वाला ब्याज बकाया है, जिसे रिकवर करने के लिए वह बंगले को नीलाम करने जा रहा है.

नीलामी के लिए बंगले का बेस प्राइस 51 करोड़ 43 लाख और तारीख, 25 सितंबर, 2023 रखी गई. बैंक ने इच्छुक ख़रीदारों से बेस प्राइस का दस प्रतिशत जमा कर ऑनलाइन होने वाली नीलामी में हिस्सा लेने को कहा.

नोटिस जारी करते हुए बैंक ने साफ़-साफ़ कहा कि फ़िलहाल उसके पास बैंक का ‘सिंबोलिक पजेशन’ है यानी बंगला अभी पूरी तरह उसके कब्जे में नहीं है. साथ ही यह भी कहा कि इच्छुक ख़रीदार 14 सितंबर को उसे देखने के लिए आ सकते हैं.

सनी देओल के काम की बात करें तो वह हाल ही में फिल्म ‘गदर 2’ में नजर आए थे। फिल्म ने 10 दिनों में बॉक्स ऑफिस पर करीब 377 करोड़ की कमाई की थी. अब अगर ये फिल्म 23 करोड़ ही कमाती है तो इसके फैंस को उम्मीद है कि ये फिल्म जल्द ही 400 करोड़ का आंकड़ा भी पार कर लेगी. इतना ही नहीं, ऐसी भी अफवाहें हैं कि फिल्म ‘गारद 3’ जल्द ही आने वाली

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CM Shivraj in Shahdol: शहडोल से आज राज्य स्तरीय स्कूटी वितरण का शुभारंभ करेंगे सीएम शिवराज

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CM Shivraj in Shahdol: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शहडोल दौरे पर रहेंगे। शहडोल के पालिटेक्निक मैदान से मुख्यमंत्री राज्य स्तरीय स्कूटी वितरण कार्यक्रम का शुभारंभ करेंगे और जनदर्शन कार्यक्रम में भी शामिल होंगे।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज 23 अगस्त को शहडोल दौरे पर रहेंगे। यहां वे राज्य स्तरीय स्कूटी वितरण कार्यक्रम का शुभारंभ करेंगे और जनदर्शन कार्यक्रम में भी शामिल होंगे। मुख्यमंत्री प्रदेश के 7 हजार 900 हायर सेकेंडरी स्कूलों के मेधावी छात्रों को स्कूटी की सौगात देंगे, जिसमे शहडोल जिले के 144 मेधावी विद्यार्थी शामिल है। सुबह 11.00 सीएम जमुई हेलीपैड में उतरेंगे। इसके बाद लल्लू सिंह चौराहे से गांधी चौक तक लाड़ली बहनों के द्वारा बाइक रैली से स्वागत किया जाएगा। इस रैली में शामिल होकर सीएम गांधी चौक से रोड शो शुरु करेंगे, जिसमें विभिन्न संगठनों व लोगों से मिलते हुए सभा स्थल पालिटेक्निक मैदान जाएंगे।

30 हजार से ज्यादा लोगों की बैठक व्यवस्था

गांधी चौक में 40 सदस्यीय भाजपा कार्यकर्ताओ का दल सीएम का स्वागत करेगा। सभा स्थल पर में बैठने के लिए मंच के अलावा तीन डोम टेंट लागये जा रहे है। जिसमे करीब 30 हजार से ज्यादा लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई है। अनुमान है कि 50 हजार लोग कार्यक्रम में शामिल होंगे। लगभग 2.00 तक सीएम शहडोल में रहेंगे। इसके बाद ग्राम सकरा जाएंगे और वहां स्नेह यात्रा में शामिल होकर वापस रवाना होंगे।

लोगों को भरोसा कि मिलेगी सौगात

मुख्यमंत्री का यह दौरा विधान सभा चुनाव की तैयारी को लेकर माना जा रहा है, जिसमें शहर व जिला वासियों को बड़ी अपेक्षाएं हैं। नगर पालिका शहडाेल को नगर निगम बनाना, कृषि महाविद्यालय खोलना, हवाई यात्रा शुरु करने हवाई पट्टी का निर्माण, पंडित शंभूनाथ विश्वविद्यालय से संभाग के अन्य कालेजों को जोड़ना, शहर में एक नया महाविद्यालय खोलने और मेडिकल कालेज में सुविधाओं का विस्तार करने जैसी जन अपेक्षाएं हैं। लोगों को भरोसा भी है कि मुख्यमंत्री शहडोल से लगाव रखते हैं और इस दौरे में भी कोई नई सौगात देकर ही जाएंगे।

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चंद्रयान -2 की लॉन्चिंग में यही 15 मिनट हुए थे अहम साबित, चंद्रयान -3 के लिए जाने क्यों है ये आखरी 15 मिनट कीमती

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डिजिटल भारत l 40 दिनों की लंबी यात्रा के बाद चंद्रयान-3 का लैंडर सतह पर उतरने की तैयारी करेगा. लेकिन इसकी सबसे अहम प्रक्रिया लैंडिंग की है, जो बहुत नाज़ुक और जटिल है.

इसमें सबसे अहम अंतिम 15 मिनट होते हैं. चंद्रयान -2 की लॉन्चिंग में यही 15 मिनट अहम साबित हुए थे और तब इसरो के अध्यक्ष रहे के. सिवन ने मिशन की नाकामी को 15 मिनट का आतंक बताया था.

2019 में चंद्रयान- 2 की लॉन्चिंग में लैंडर मॉड्यूल चंद्रमा की सतह पर 2.1 किमी की ऊंचाई तक पहुंच गया था, यहां तक तो सब कुछ ठीक रहा, लेकिन इसके बाद एक छोटी सी तकनीकी गड़बड़ी के कारण लैंडर मॉड्यूल क्रैश हो गया.
पृथ्वी पर उतरने जैसा नहीं है, चंद्रमा पर उतरना
आप किसी विमान या वस्तु को धरती पर उतरते हुए दृश्य को याद कीजिए. विमान ऊंचाई से धीरे-धीरे आगे और नीचे सरकता है और रनवे पर उतरता है. हवाई जहाज से कूदने वाले स्काई डाइवर्स पैराशूट की मदद से ज़मीन पर सुरक्षित उतरते हैं.

ये दोनों प्रक्रियाएं पृथ्वी पर संभव हैं लेकिन चंद्रमा पर संभव नहीं हैं. चूंकि चंद्रमा पर कोई वायुमंडल नहीं है इसलिए लैंडर को हवा में उड़कर नहीं बल्कि पैराशूट की मदद से उतारना संभव है.

इसके लिए चंद्रयान-3 के लैंडर में रॉकेट लगाए गए. उन्हें प्रज्वलित करने के बाद लैंडर की गति को नियंत्रित करके वैज्ञानिक से धीमी गति से सॉफ्ट लैंडिंग का प्रयास करते हैं.
जिस क्षण से चंद्रयान-3 ने उड़ान भरी है, तब से लेकर चंद्रमा की सतह पर उतरने तक इसकी दिशा और गति को बूस्टर जलाकर इसरो के वैज्ञानिक नियंत्रित करते रहे हैं.

हालांकि लैंडिंग के दौरान इसे इस तरह नियंत्रित नहीं किया जा सकता. इसीलिए इसे स्वचालित रूप से अपने आप उतरने के लिए प्रोग्राम किया गया है. चंद्रयान 2 में भी ऐसी ही व्यवस्था की गई थी.
चंद्रयान-3 का लैंडर एक लंबी गोलाकार कक्षा में चंद्रमा की परिक्रमा कर रहा है. चंद्रमा की सतह से सौ किलोमीटर ऊपर से गुजरने के बाद, इसे चंद्रमा के गुरुत्वाकर्षण खिंचाव में लाने के लिए अपने बूस्टर को प्रज्वलित करता है. इसके बाद यह चंद्रमा की सतह की ओर तेज़ी से गिरने लगता है.

जब यह गिरने लगता है, तब इसका वेग बहुत अधिक होता है. पृथ्वी से चंद्रमा तक एक रेडियो सिग्नल भेजने में लगभग 1.3 सेकंड का समय लगता है. उसी सिग्नल को दोबारा ज़मीन तक पहुँचने में 1.3 सेकंड का समय लगता है.

इस प्रकार, चंद्रयान लैंडर पृथ्वी पर एक सिग्नल भेजता है और प्रतिक्रिया में दूसरे सिग्नल को उस तक पहुँचने में 1.3 सेकंड का समय लगता है. इसका मतलब है कि इसे पूरा होने में लगभग ढाई सेकंड का समय लगता है. मतलब कई सौ किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चंद्रमा पर गिरने वाले लैंडर को नियंत्रित करने में ढाई सेकंड का समय लगता है. इस अतिरिक्त समय के कारण ही लैंडर को ऐसा बनाया जाता है कि लैंडर अपने निर्णय ख़ुद लेता है.

ऐसे प्रयासों में तकनीकी रूप से सब कुछ ठीक होना चाहिए नहीं तो एक छोटा सा अंतर भी मुश्किलों का कारण बन सकता है.

चंद्रयान-3 पहले अपने बूस्टर को फायर करके सौ किलोमीटर की ऊंचाई पर परिक्रमा करता है ताकि वह चंद्रमा की सतह की ओर गिर सके. वहां से यह तेज़ी से चंद्रमा की सतह पर गिरेगा.
साफ्ट लैंडिंग की प्रक्रिया तब शुरू होगी जब वह 100 किमी से 30 किमी की ऊंचाई से नीचे नहीं उतर जाता. तब तक लैंडर के पैर चंद्रमा की सतह के क्षैतिज स्थिति में होते हैं. फिर गति को और कम करने के लिए लैंडर में रॉकेट दागे जाएंगे.

जब लैंडर 30 किमी की ऊंचाई पर होता है तो उसकी गति बहुत अधिक होती है. उस गति को नियंत्रित करते हुए यह चंद्रमा की सतह से 7.4 किमी की ऊंचाई तक पहुंचता है. सौ किलोमीटर की ऊंचाई से यहां पहुंचने में दस मिनट लगते हैं. इसे पहला क़दम कहा जा सकता है.
दूसरे चरण से लेकर लैंडिंग तक
7.4 किमी की ऊंचाई से यह चरण दर चरण 6.8 किमी की ऊंचाई तक उतरता है. तब तक, लैंडर के पैर, जो क्षैतिज थे, चंद्रमा की सतह की ओर 50 डिग्री तक घूमेंगे.

फिर लैंडर पर लगे उपकरण इस बात की पुष्टि करेंगे कि यह उस स्थान पर जा रहा है, जहां इसे उतरना है या नहीं. तीसरे चरण में लैंडर को 6.8 किलोमीटर की ऊंचाई से 800 मीटर की ऊंचाई तक उतरना है.

इस स्तर पर, लैंडर 50 डिग्री के क्षैतिज कोण पर चंद्रमा की सतह पर लंबवत होगा. इसके अलावा रॉकेट की गति भी कम हो जाती है. वहां से चौथे चरण में यह 150 मीटर की ऊंचाई तक उतरती है.

इस ऊंचाई पर, लैंडर यह सुनिश्चित करेगा कि लैंडिंग साइट पूरी तरह से समतल हो. वहां से पांचवें चरण में यह 150 मीटर से 60 मीटर तक नीचे उतरती है. वहां से लैंडर की स्पीड और कम हो जाती है. छठे चरण में ऊंचाई 60 मीटर से बढ़कर 10 मीटर हो जाएगी.

इस बार इसरो ने लैंडर में लेजर डॉपलर वेलोसीमीटर नामक एक नया उपकरण जोड़ा, जो चंद्रमा की सतह पर लेजर पल्स भेजता है. यह वापस उस तक पहुंच जाएगा. तो यह पल-पल हिसाब लगाता है कि यह कितनी तेज़ी से नीचे जा रहा है.

लैंडर में एक कंप्यूटर आवश्यक गति से लैंडिंग का ध्यान रखता है. छठा चरण इसे 60 से 10 मीटर की ऊंचाई पर लाना है. अगला क़दम दस मीटर की ऊंचाई से चंद्रमा पर लैंडर की सॉफ्ट लैंडिंग कराना है.
यहां तक कि अगर कोई तकनीकी त्रुटि होती है और लैंडर 100 मीटर प्रति सेकंड की गति से गिरता है, तो भी उपकरण के पैरों को इतना मजबूत बनाया गया है कि वे काम करते रहें. लैंडर को 800 मीटर की ऊंचाई से 10 मीटर की ऊंचाई तक पहुंचने में साढ़े चार मिनट का समय लगता है.

इस समय चाहे कुछ भी हो जाये, कोई कुछ नहीं कर सकता. लैंडर के सुरक्षित रूप से उतरने के बाद रैंप खुलता है, रोवर प्रज्ञान बाहर आता है और चंद्रमा पर उतरता है, यह लैंडर की तस्वीरें लेता है और उन्हें वापस पृथ्वी पर भेजता है. यह आठवां चरण है. वहां से लैंडर विक्रम और रोवर प्रज्ञान 14 दिनों तक चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर शोध करेंगे.
चंद्रयान-2 लैंडिंग के दौरान नाकाम हो गया था, इसलिए ऐसी विफलताओं से बचने के लिए चंद्रयान-3 उन्नत तकनीक से लैस है. ये लैंडर को सुरक्षित लैंडिंग में मदद करते हैं. इनमें लैंडर मॉड्यूल में स्थापित सात मुख्य टेक्नॉलॉजी शामिल हैं.

इनमें सबसे पहले अल्टीमीटर हैं. ये चंद्रयान-3 के उतरने के दौरान उसकी ऊंचाई को नियंत्रित करेंगे. ये लेजर और रेडियो फ्रीक्वेंसी की मदद से काम करते हैं. दूसरा है वेलोसिटी मीटर. ये चंद्रयान-3 की गति को नियंत्रित करते हैं. इसमें लेजर डॉपलर वेलोसिटी मीटर और लैंडर हॉरिजॉन्टल वेलोसिटी कैमरा शामिल है. ये दोनों चंद्रमा की सतह की तस्वीरें लेते हैं और लगातार उनका निरीक्षण करते हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि लैंडर मॉड्यूल सुरक्षित रूप से उतर सके.

तीसरी टेक्नॉलॉजी यह लैंडर जड़त्व की गणना करने से संबंधित है, यह एक्सेलेरोमीटर के साथ-साथ लेजर जाइरोस्कोप पर आधारित टेक्नॉलॉजी है.

चौथा प्रणोदन प्रणाली है. इसमें अत्याधुनिक 800N थ्रॉटलेबल लिक्विड इंजन, 58N एटीट्यूड थ्रस्टर्स और थ्रॉटलेबल इंजन कंट्रोल इलेक्ट्रॉनिक्स की सुविधा है. ये किसी भी ऊंचाई पर लैंडर मॉड्यूल की गति को नियंत्रित करने के लिए बाक़ी सेंसर से जानकारी प्राप्त करके काम करते हैं.
समस्या उत्पन्न होने पर क्या होगा
चंद्रयान 2 में उत्पन्न हुई तकनीकी त्रुटियों का पूरी तरह से विश्लेषण करने के बाद लैंडर मॉड्यूल में ऐसी व्यवस्था की गई है कि यदि दोबारा ऐसी समस्या आए तो उसका हल निकल आए.

इसरो के अध्यक्ष सोमनाथ ने कहा कि जब चंद्रयान-3 उतरेगा, उस वक्त क्षैतिज स्थिति से 90 डिग्री ऊर्ध्वाधर स्थिति प्राप्त करना महत्वपूर्ण होगा और सॉफ्ट लैंडिंग तक उसी स्थिति को बनाए रखना होगा.

सोमनाथ ने कहा कि चंद्रयान-3 लैंडर के इंजन फेल होने या कुछ सेंसर काम नहीं करने की स्थिति में भी सुरक्षित सॉफ्ट लैंडिंग के लिए सभी आवश्यक इंतज़ाम किए गए हैं.

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बीजेपी नेत्री सना खांन मर्डर केस:अमित साहू ने अपने तीन साथियों के साथ मिलकर की थी हत्या, चार को बयान के लिए बुलाया

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भारतीय जनता पार्टी की नेत्री सना खान की भले ही अभी तक बॉडी ना मिली हो लेकिन मध्य प्रदेश पुलिस के साथ मिलकर महाराष्ट्र पुलिस लगातार हत्यारों की तलाश करते हुए, उन्हें गिरफ्तार करने की कोशिश में जुटी हुई है। महाराष्ट्र पुलिस ने भाजपा नेत्री के हत्या करने के आरोप में उसके पति अमित साहू के अलावा 2 लोगों को गिरफ्तार कर लिया था।

सोमवार को पुलिस ने चौथे आरोपी धर्मेंद्र यादव को भी गिरफ्तार किया है। पुलिस ने अभी तक सना खान दिया मामले में करीब 10 से अधिक लोगों को चिन्हित किया है। महाराष्ट्र पुलिस ने चार लोगों को नोटिस देकर नागपुर बुलाया है।

भाजपा नेत्री सना खान की हत्या के मामले में 2 राज्यों की पुलिस लगातार ना सिर्फ सना के शव की तलाश में जुटी हुई है. बल्कि इस पूरे केस जुड़े हुए लोगों की भी तलाश करने में जुटी हुई है। पुलिस ने जिस चौथे आरोपी धर्मेंद्र यादव को गिरफ्तार किया है,

उसने सना खान के 3 मोबाइल को ठिकाने लगाने का काम अमित साहू के कहने पर किया था। बताया जा रहा है कि सना खान के मोबाइल में बहुत से सफेदपोश लोगों के नंबर भी सेव थे। अगर पुलिस को सना खान के मोबाइल मिलते हैं तो निश्चित रूप से एक बड़ा खुलासा महाराष्ट्र पुलिस करेगी।

अभी तक की जांच में नागपुर पुलिस ने पाया है कि आरोपी अमित साहू भाजपा नेत्री सना खान को सेक्सटॉर्शन में धकेल कर ना सिर्फ उसके अश्लील वीडियो- फोटो बनाता था बल्कि उसे ब्लैकमेल भी किया करता था।

भाजपा नेत्री सना खान हत्याकांड मामले में महाराष्ट्र पुलिस ने अभी तक उसके पति अमित साहू के अलावा सहयोगी राजेश सिंह, ढाबे में काम करने वाले नौकर जितेंद्र को गिरफ्तार किया है। पुलिस तीनों ही आरोपियों को रिमांड में लेकर पूछताछ कर रही है। नागपुर पुलिस ने अब सना हत्याकांड मामले में सोमवार को चौथे आरोपी धर्मेंद्र यादव को गिरफ्तार किया है। जानकारी के मुताबिक महाराष्ट्र पुलिस ने 4 अन्य लोगों को भी नोटिस देकर नागपुर बुलाया है। अमित साहू का सहयोगी धर्मेंद्र यादव तिलवारा थाना अंतर्गत शास्त्री नगर में रहता है। पुलिस की जांच में यह सामने आया है कि धर्मेंद्र यादव ने अमित साहू के कहने पर मृतिका सना खान के तीन मोबाइल को ठिकाने लगाया था। पुलिस अब धर्मेंद्र यादव की निशानदेही पर सना खान के मोबाइलों की तलाश में जुटी हुई है।

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गदर 2-OMG 2 ने मिलकर सिर्फ 11 दिन में कमा डाले 500 करोड़

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सनी देओल की ‘गदर 2’ और अक्षय कुमार की ‘OMG 2’ थिएटर्स में लगातार जनता का दिल जीत रही हैं. दोनों फिल्मों का क्रेज ऐसा है कि दूसरे सोमवार को भी बॉक्स ऑफिस पर इनकी मौजूदगी दमदार बनी रही. जहां ‘गदर 2’ ने एक और बड़ा लैंडमार्क आंकड़ा पार किया है, वहीं ‘OMG 2’ भी सॉलिड कमाई कर रही है.

बॉलीवुड फैन्स के लिए थिएटर्स इन दिनों खूब गुलजार हैं. एकसाथ रिलीज हुईं ‘गदर 2’ और ‘OMG 2’ दर्शकों को भरपूर एंटरटेनमेंट दे रही हैं. एक तरफ सनी देओल का तारा सिंह अवतार जनता को तालियां-सीटियां बजाने के भरपूर मौके दे रहा है. वहीं दूसरी तरफ पंकज त्रिपाठी और अक्षय कुमार की जोड़ी लाइट कॉमेडी के साथ एक बहुत जरूरी मैसेज लोगों तक पहुंचा रही है.

‘गदर 2’ का तूफान जारी, अब 400 करोड़ की बारी
सनी देओल की ‘गदर 2’ ने रविवार की रिकॉर्डतोड़ कमाई के बाद सोमवार को एक बार फिर से जानदार कलेक्शन किया. ट्रेड रिपोर्ट्स बताती हैं कि 11वें दिन फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर 14 से 15 करोड़ रुपये का कलेक्शन किया है. दूसरे वीकेंड के बाद ‘गदर 2’ का नेट इंडिया कलेक्शन 375 करोड़ तक पहुंच गया था. अब 11 दिन में फिल्म की कमाई करीब 389 करोड़ रुपये हो चुकी है. 

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पंचायत राज संगठन के संयोजक विवेक अवस्थी ने लगाया भाजपा पर आरोप

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राजीव गांधी पंचायत राज संगठन ने भारतीय जनता पार्टी के शासन पर ग्राम पंचायतों को और पंचायत राज को कमजोर करने का आरोप लगाया है । राजीव गांधी पंचायत राज संगठन के संयोजक विवेक अवस्थी ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए, बताया कि पंचायत राज प्रणाली लोकतंत्र के चौथे चरण की सबसे मजबूत व्यवस्था है । पंचायत राज अधिनियम के माध्यम से कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के कार्यकाल के सबसे पहले पंचायत राज कायम करके पंचायत को व्यापक और वृहत अधिकार दिए गए । संयोजक विवेक अवस्थी में लगातार ग्रामीण क्षेत्रों में जनसंपर्क किया और पाया कि भाजपा शासन में तानाशाही पूर्ण रवैया अपनाया है ।

https://youtu.be/dvkY9_ERYPg

चुनी गई लोकतांत्रिक संस्था पंचायतों के अधिकार में कटौती की है देश में कंप्यूटर युग की शुरुआत करने वाले पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की अवधारणा और विचार के कारण पंचायत राज मध्यप्रदेश में लागू किया गया था । परंतु भाजपा शासनकाल में पंचायतों के साथ सौतेला और पक्षपात पूर्ण रवैया अपनाया जा रहा है।

अभी तक आदिवासी जिले मंडला के समीप नारायणगंज तहसील के अंतर्गत चुटका परमाणु बिजली घर की परियोजना को भारत सरकार के द्वारा रद्द कर देना था। चुटका परमाणु परियोजना का लगातार ग्रामीण जनों ने विरोध किया है। धरना प्रदर्शन हड़ताल एवं पोस्टकार्ड के अभियान के माध्यम से माननीय राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को पत्र भेजकर मां नर्मदा के चारों तरफ स्थित जैव विविधता की सुरक्षा और संरक्षण की मांग की है।

प्रेस वार्ता में पूर्व ग्रामीण कांग्रेस जिला पंचायत अध्यक्ष राधेश्याम चौबे मदन तिवारी कमला प्रसाद पटेल संदीप गुरु एवं जिला पंचायत उपाध्यक्ष विवेक पटेल उपस्थित रहे

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महाकौशल क्षेत्र में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्थापक सुभाष चंद्र बनर्जी जी की प्रतिमा का अनावरण समारोह

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महाकौशल क्षेत्र में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्थापक सुभाष चंद्र बनर्जी जी की प्रतिमा का अनावरण समारोह सिविल लाइन स्थित लोहिया पुल के पास किया गया । जिसमें मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा केंद्रीय मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल सांसद राकेश सिंह विशेष रूप से उपस्थित हुए । श्री चौहान ने बताया कि स्वर्गीय सुभाष चंद्र जी की प्रतिमा का अनावरण समारोह जबलपुर में आयोजित किया गया । राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक स्वः र्श्री सुभाष चंद्र जी बचपन से ही संघ के समर्पित स्वयं सेवक थे 10 साल उन्होंने प्रचारक के रूप में काम किया उनके मार्गदर्शन में ही महाकौशल में भारतीय जनसंघ की स्थापना हुई इसमें बैनर्जी जी का अतुलनीय योगदान रहा। महाकौशल के साथी जबलपुर संस्कारधानी के 10 सालों तक अध्यक्ष रहे। उन्होंने कहा कि आज उनकी प्रतिमा का अनावरण समारोह में उपस्थित होकर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित करता हूं, इस दौरान भारतीय जनता पार्टी के समस्त कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

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मध्यप्रदेश में सक्रिय हुआ मानसून, जिले के कई संभागों में बारिश का अलर्ट जारी

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भोपाल: Monsoon activated in MP मध्यप्रदेश में एक बार फिर सक्रिय हुआ मानसून। हफ्ते भर के ब्रेक के बाद बारिश ने फिर अपनी रफ्तार पकड़ी है। कई जगहों पर कम बारिश के चलते फसलें खराब हुई तो वहीं कुछ इलाकों में भारी बारिश से जलभराव की स्थिति बन गई। वहीं भोपाल, ग्वालियर सहित 15 जिलों में सामान्य से कम बारिश हुई है।

कम बारिश से फसले हुई खराब

बता दें कि जून महिने में कम बारिश के चलते सोयाबीन, धान, गन्ना की फसलों को नुकसान हुआ। जून से लेकर अब तक 588.7 मिमी बारिश हुई है जो कि सामान्य बारिश से 640.9 मिमी की तुलना में 8 प्रतिशत कम है। वहीं खंडवा, गुना, अशोकनगर, छतरपुर, सतना, खंडवा, गुना, अशोकनगर, छतरपुर, सतना, रीवा सामान्य से कम बारिश हुई है। प्रदेश में दो नए सिस्टम सक्रिए हुए जिसके चलते 9 जिलों में भारी बारिश अलर्ट जारी किया गया है।

Monsoon activated in MP

बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बना है। जिससे इस इलाके में बारिश नहीं हुई है। लेकिन वहीं सिंगरौली, सीधी,रीवा,अनूपपुर, उमरिया, शहडोल, डिंडोरी, बालाघाट, पन्ना, जबलपुर, रीवा, संभाग के कई जिलों भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।

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मप्र के और छत्तीसगढ़ के लिए भाजपा की पहली लिस्ट, 60 उम्मीदवार घोषित

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भाजपा ने मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनावों की तैयारी तेज कर दी है और उम्मीदवारों की पहली सूची का भी ऐलान कर दिया। इस लिस्ट के तहत मध्य प्रदेश में 39 उम्मीदवार घोषित किए गए हैं।

MP Chattisgarh Election 2023 BJP Candidate list:

भाजपा ने मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनावों की तैयारी तेज कर दी है । और उम्मीदवारों की पहली सूची का भी ऐलान कर दिया। इस लिस्ट के तहत मध्य प्रदेश में 39 उम्मीदवार घोषित किए गए हैं। इसके अलावा छत्तीसगढ़ के भी 21 उम्मीदवारों के नाम घोषित हो गए हैं। भाजपा ने मध्य प्रदेश में जिन 39 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया है, उनमें से तीन महिलाएं हैं। पहली लिस्ट में मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान का ही नाम शामिल नहीं है। वह बुधनी सीट से चुनाव लड़ते रहे हैं, जो सीहोर जिले का हिस्सा है।

भाजपा ने सतना जिले की चित्रकूट सीट से सुरेंद्र सिंह गहरवार का नाम घोषित किया गया है। इसके अलावा छतरपुर सीट से ललिता यादव को भाजपा ने उम्मीदवार बनाया है। सुमावली से अदल सिंह कंसाना और पिछोर से प्रीतम सिंह लोधी को मौका मिला है। प्रीतम सिंह लोधी को वरिष्ठ नेत्री उमा भारती का करीबी माना जाता है। गोहद सुरक्षित सीट से लाल सिंह आर्य चुनाव लड़ेंगे। वह भाजपा के अनुसूचित जाति मोर्चा के अध्यक्ष भी हैं। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव ओमप्रकाश धुर्वे को शाहपुरा से टिकट दिया गया है। चाचौड़ा से प्रियंका मीणा को उम्मीदवार घोषित किया है।

छत्तीसगढ़ में 21 में से 5 महिला उम्मीदवार, बस्तर से किसे मौका

 भाजपा ने मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनावों की तैयारी तेज कर दी है और उम्मीदवारों की पहली सूची का भी ऐलान कर दिया। इस लिस्ट के तहत मध्य प्रदेश में 39 उम्मीदवार घोषित किए गए हैं। इसके अलावा छत्तीसगढ़ के भी 21 उम्मीदवारों के नाम घोषित हो गए हैं। भाजपा ने मध्य प्रदेश में जिन 39 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया है, उनमें से तीन महिलाएं हैं। पहली लिस्ट में मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान का ही नाम शामिल नहीं है। वह बुधनी सीट से चुनाव लड़ते रहे हैं, जो सीहोर जिले का हिस्सा है।

क्यों इस बार भाजपा पहले ही कर रही उम्मीदवारों के नाम घोषित

दरअसल भाजपा ने बुधवार को ही मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ को लेकर चुनाव समिति की मीटिंग बुलाई थी। इसमें राज्यों के प्रभारी, होम मिनिस्टर अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और संगठन महामंत्री बीएल संतोष भी मौजूद थे। पीएम नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई इस मीटिंग में उम्मीदवारों के नामों पर विचार हुआ था। इसके अलावा मीटिंग में इस बात पर भी चर्चा हुई कि पहले से ही उम्मीदवार तय कर दिए जाएं ताकि उन्हें क्षेत्र में प्रचार और अपनी ताकत को आजमाने के लिए मौका मिल सके। आमतौर पर भाजपा गुटबाजी से बचने के लिए ऐन वक्त पर नामों का ऐलान करती थी। लेकिन इस बार उसने रणनीति बदलते हुए पहले ही उम्मीदवार घोषित करने का प्लान बनाया है ताकि पहले से ही चुनावी माहौल बनाया जा सके।

DIGITAL BHARAT

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