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गुलौआ ताल में वृद्ध सहित तीन पर चाकू-तलवार से वार छह गिरफ्तार

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गुलौआ ताल के मार्निंग वाक क्षेत्र में सशस्त्र बदमाशों ने जमकर कोहराम मचाया। महिला को घूरने को लेकर विवाद हुआ। इसके बाद चाकू-तलवार लेकर आए बदमाशों ने वृद्ध सहित तीन पर हमला कर लहुलुहान कर दिया। पुलिस ने छह आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। जबकि मुख्य आरोपित फरार है। जिसकी पतासाजी जारी है।दरअसल, महिला के साथ मौजूद लोगों ने घूरने का विरोध किया था। जिससे गुस्सा होकर एक बदमाश वहां से निकला और अपने छह साथियों के साथ लौटकर आया। वे सभी चाकू, तलवार और लाठियों से लैस थे। आरोपितों ने वहां मार्निंग वाक करने पहुंचे एक वृद्ध सहित तीन लोगों पर जानलेवा वार कर दिया। इससे मार्निंग वाक करने वाले में दहशत में आ गए। पुलिस को सूचना दी गई, पुलिस पहुंच पाती, इसके पूर्व आरोपित वहां से भाग निकले। आरोपितों के विरुद्ध हत्या के प्रयास का प्रकरण दर्ज कर पुलिस ने छह को गिरफ्तार कर लिया है। मुख्य आरोपित अब भी फरार है।

महिला को घूर रहा था मुख्य आरोपित

प्रतिदिन की भांति गुरुवार को भी गढ़ा निवासी मार्निंग वाक करने गुलौआ ताल पहुंचे थे। तभी वहां नयन डेहरिया पहुंचा। वह एक महिला को घूम रहा था। महिला के साथ मौजूद युवकों ने विरोध किया, तो नयन उनसे विवाद करने लगा। यह देख मार्निंग वाक करने पहुंचे अंजनी विहार निवासी अशोक सिंह (70) और उनके साथी राकेश चक्रवर्ती व वीरेन्द्र पटेल ने विवाद कर रहे नयन को समझाया और वहां से जाने के लिए कहा। देख लेने की धमकी देते हुए नयन वहां से चला गया।

चाकू और तलवार से लैस होकर पहुंचे

कुछ समय बाद नयन साथी केवट मोहल्ला शुक्ला नगर निवासी सुमित केवट, गौरव ठाकुर, संजीवनी नगर निवासी कपिल साहू, श्रीराम नगर निवासी अनुज केवट, शुक्ला नगर निवासी प्रियांशु केवट समेत 17 वर्षीय किशोर के साथ वहां पहुंचा। आरोपित चाकू, तलवार और लाठियों से लैस थे। हथियारों से लैस बदमाशों को देखकर वहां मार्निंग वाक कर रहे लोग दहशत में आ गए।

गले पर किया तलवार से वार

बदमाश सीधे अशोक सिंह के पास पहुंचे। अशोक कुछ समझ पाते, इसेक पूर्व आरोपितों ने अशोक की गर्दन पर तलवार से वार कर दिया। वहीं अन्य ने राकेश और वीरेन्द्र पर चाकू से वार किया। इससे गुलौआ ताल में अफरा-तफरी मच गई। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी वहां से भाग निकले। घटना में अशोक, राकेश और वीरेन्द्र को गंभीर चोटें आई। तीनों को तत्काल निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां अशोक को भर्ती कर लिया गया।

हंगामा किया, छह गिरफ्तार

मॉर्निंग वॉक करने पहुंचने वालों को दहशत में डाल दिया। सभी इकट्ठा हो गए। हंगामा शुरू कर दिया। पुलिस मौके पर पहुंची। आरोपितों की शीघ्र गिरफ्तारी का भरोसा दिलाया, जिसके बाद हंगामा समाप्त हुआ। मामले में सभी छह आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं मुख्य आरोपित नयन की पतासाजी जारी है।

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सीजीआइ चंद्रचूड़ ने जस्टिस प्रशांत मिश्रा और वरिष्ठ वकील केवी विश्वनाथन को शपथ दिलाई

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नई दिल्ली । शुक्रवार को सीजीआइ डीवाई चंद्रचूड़ ने 2 नए जजों को सुप्रीम कोर्ट के जज के रूप में शपथ दिलाई। इनमें आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस प्रशांत कुमार मिश्रा और एडवोकेट केवी विश्वनाथन शामिल थे। इसके साथ ही एक बार फिर सुप्रीम कोर्ट में 34 जजों का कोरम पूरा हो गया है।अगस्त 2030 में केवी विश्वनाथन ही चीफ जस्टिस ऑफ इंडियाबनेंगे। विश्वनाथन 24 मई 2031 तक, यानी 9 महीने से ज्यादा देश की टॉप कोर्ट का नेतृत्व करेंगे।

कॉलेजियम ने दोनों को SC का जज बनाने की सिफारिश की थी
सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने 16 मई को सुप्रीम कोर्ट के सीनियर एडवोकेट केवी विश्वनाथन और आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस प्रशांत कुमार मिश्रा को SC का जज बनाने के लिए केंद्र से सिफारिश की थी।फ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस संजय किशन कौल और जस्टिस केएम जोसेफ ने केंद्र को सिफारिश भेजी थी। उन्होंने कहा था- ‘सुप्रीम कोर्ट में 34 जज होने चाहिए, लेकिन अभी केवल 32 जज ही हैं। कुछ जजों के रिटायरमेंट के बाद जुलाई के दूसरे हफ्ते तक केवल 28 जज ही बचेंगे। इसी वजह से पहले इन दो जजों की नियुक्ति की जाए।’

केंद्र ने 48 घंटे में सिफारिश पर लगाई मुहर
केंद्र सरकार ने कॉलेजियम की सिफारिश पर 48 घंटे के भीतर ही मुहर लगा दी। इसके तुरंत बाद ही राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दोनों जजों की नियुक्ति का पत्र भी जारी कर दिया। इसकी जानकारी केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने ट्वीट करके दी है।

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पेसमेकर वाली भारतीय महिला पर्वतारोही की आधारशिविर में बीमार पड़ने के बाद मौत

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काठमांडू नेपाल में माउंट एवरेस्ट के आधारशिविर में बीमार पड़ने के बाद 59 वर्षीय एक भारतीय पर्वतारोही की गुरुवार को मृत्यु हो गई. वो दुनिया की इस सबसे ऊंची चोटी को फतह करने वाली एशिया की पेसमेकर वाली पहली महिला बनने का विश्व रिकार्ड बनाना चाहती थीं. नेपाल के पर्यटन विभाग के निदेशक युवराज खातिवादा ने बताया कि माउंट एवरेस्ट आधारशिविर में अनुकूलन अभ्यास के दौरान मुश्किलें होने पर सुजाने लियोपोल्डिना जीसस (59) को सोललुखुंबू जिले के लुकला इलाके के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी मौत हो गईखातिवादा ने बताया कि आधारशिविर में अनुकूलन अभ्यास के दौरान सामान्य रफ्तार नहीं बनाये रख पाने तथा चढ़ने में परेशानी होने पर सुजाने को माउंट एवरेस्ट फतह करने की कोशिश छोड़ देने को कहा गया था. सुजाने को पेसमेकर लगा था. निदेशक ने बताया कि सुजाने ने यह सलाह मानने से इनकार कर दिया और कहा कि वह 8,848.86 मीटर ऊंची चोटी पर चढ़ेगी ही, क्योंकि वह इस चोटी पर चढ़ने की अनुमति पाने के लिए पहले ही शुल्क दे चुकी हैं.

पर्वतारोहण आयोजक ग्लेशियर हिमालयन के अध्यक्ष डेंडी शेरपा ने कहा कि सुजाने को 5800 मीटर तक चढ़ाई करनी थी, लेकिन उन्हें बुधवार को जबरन हेलीकॉप्टर से लुकला शहर ले जाया गया और अस्पताल में भर्ती कराया गया. उन्होंने कहा, “हमने पांच दिन पहले ही उनसे यह पर्वतारोहण छोड़ देने को कहा था, लेकिन वह एवरेस्ट फतह करने पर अड़ी हुई थी. अनुकूलन के दौरान पाया गया कि सुजाने चढ़ने के लिए फिट नहीं है.”

शेरपा ने कहा , “वह पेसमेकर के साथ एवरेस्ट फतह करने वाली पहली एशियाई महिला बनने और ऐसा कर नया विश्व रिकार्ड बनाना चाहती थी. उनके गले में दिक्कत थी और वह आसानी से खाना भी नहीं निगल पा रही थी.”उन्होंने कहा कि सुजाने का शव गुरुवार दोपहर को काठमांडू और फिर पोस्टमार्टम के लिए महाराजगंज नगरपालिका में त्रिभुवन विश्वविद्यालय अध्यापन अस्तपाल ले जाया गया. शेरपा के अनुसार उनके परिवार के सदस्यों को सूचना दी गई है और शुक्रवार शाम तक उनके काठमांडू पहुंचने की संभावना है

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फाफ डु प्लेसिस के साथ 172 रनों की साझेदारी पर विराट कोहली ने किया बड़ा खुलासा

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हैदराबाद । हैदराबाद के खिलाफ आरसीबी की जीत में अहम भूमिका निभाने वाले दोनों ही ओपनिंग बल्लेबाज़ विराट कोहली और फाफ डु प्लेसिस का याराना आपने अक्सर मैदान पर देखा होगा, लेकिन प्लेऑफ के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण मुकाबले में इन दोनों बल्लेबाज़ों ने ताबड़तोड़ तरीके से रन बनाये और आईपीएल 2023 में किसी भी विकेट के लिए सबसे बड़ी साझेदारी कर डाली. मैच खत्म होने के बाद प्राइज प्रेजेंटेशन के दौरान जब विराट से पूछा गया की आपके और फाफ डु प्लेसिस के बीच के इस पार्टनरशिप के पीछे की क्या सीक्रेट है?जवाब में विराट ने मुस्कुराते हुए कहा- मुझे लगता है कि फाफ के साथ साझेदारी के पीछे का राज यह टैटू है. इस सीजन में हमारे लगभग 900 रन एक साथ हो गए हैं. बिल्कुल वैसा ही जैसा मैं एबी के साथ बल्लेबाजी करते हुए महसूस करता था. मैच कहां जा रहा है और क्या करने की जरूरत है, इसकी समझ और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कप्तानी करने वाले एक अनुभवी खिलाड़ी के साथ- शीर्ष पर आरसीबी के लिए एक साथ आना और प्रभाव डालना हमारे लिए एक सुंदर बदलाव रहा है।

यहां की भीड़ आज भी गजब थी, मैंने फाफ को भी बताया. ऐसा लगा जैसे यह हमारे लिए घर का खेल था. वे मेरा नाम लेते हुए हमारा हौसला अफजाई कर रहे थे. मुझे लगता है कि आप इसे नहीं बना सकते. मैंने किसी को अपना अनुसरण करने या मुझसे प्रेरित होने के लिए मजबूर नहीं किया है. मैं मैदान पर सिर्फ खुद मैं हूं. मैं मैदान पर सब कुछ बहुत ईमानदारी से करता हूं और मुझे लगता है कि यह लोगों को भाता है. यह एक अद्भुत स्थिति है कि आप इतने सारे लोगों को खुशी प्रदान कर सकते हैं. जब मैं परफॉर्म करता हूं तो उनके चेहरे पर मुस्कान देखकर मुझे अच्छा लगता है.

आरसीबी ने ऐसे जीता मुकाबला 

आरसीबी ने कोहली (63 गेंद में 100 रन, 12 चौके, चार छक्के) और डुप्लेसी (71 रन, 47 गेंद, सात चौके दो छक्के) के बीच पहले विकेट की 172 रन की साझेदारी से 187 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए चार गेंद शेष रहते दो विकेट पर 187 रन बनाकर जीत दर्ज की. कोहली और डुप्लेसी की यह साझेदारी मौजूदा सत्र की किसी भी विकेट की सबसे बड़ी साझेदारी है. इन दोनों ने दो अप्रैल को मुंबई इंडियन्स के खिलाफ 148 रन की साझेदारी के अपने ही रिकॉर्ड को तोड़ा. इस जीत से आरसीबी के 13 मैच में 14 अंक हो गए हैं और टीम चौथे स्थान पर पहुंच गई है. सनराइजर्स की टीम पहले ही प्ले ऑफ की दौड़ से बाहर हो चुकी है. हैदराबाद टीम के 13 मैच में सिर्फ आठ अंक है और वह अंतिम स्थान पर है.   

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1971 में भारत-पाक युद्ध में मैं अपने मोहल्ले का गार्ड होता था,सायरन बजते ही गड्ढे में छिपना पड़ता

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मुंबई । कलाकार अनुपम खेर अपने बचपन में एनसीसी कैडेट हुआ करते थे और फौज में जाने की तमन्ना भी रखते थे। हालांकि एक्टिंग की दुनिया में आने के चलते वह अपना सपना पूरा नहीं कर पाए। हमसे खास बातचीत में अनुपम ने यी भी बताया कि वह अपनी मां के साथ सोशल मीडिया पर विडियो क्यों पोस्ट करते हैं।1947 में देश आजाद हुआ था और 1955 में मेरा जन्म हुआ था। इस तरह मैं अपने देश से 8 साल छोटा हूं। सन 62 के चाइना युद्ध की भी कुछ यादें हैं मेरे पास। इसके अलावा सन 65 में पाकिस्तान के साथ हुए युद्ध की भी कुछ यादें हैं। मगर 1971 में तो मेरी उम्र 16 साल की थी और मैं एनसीसी में हुआ करता था। मैं अपने मोहल्ले का गार्ड हुआ करता था। हमारा काम था कि जब रात को सायरन बजता था, तो जो हमने गड्ढे खोदकर जगह बनाई थी छुपने की वहां छुप जाना, हमने जो रोशनदान पर अखबार लगाए थे, उसे चेक करना और सब तरफ दौरा करना। मैं उस समय खुद को बहुत जिम्मेदार नागरिक महसूस करता था। इसलिए जब भी देश के बारे में कोई बात होती है, तो मैं बढ़-चढ़ कर बोलता हूं, क्योंकि मैंने वो दौर देखा है। मैंने बतौर युवा वह समय देखा है। मेरे जहन में वह सब है।

शिमला में वेस्टर्न कमांड का हेड ऑफिस था, मैंने अपने फौजियों को देखा है। लोगों को जवानों के लिए खून देते देखा है। लेकिन मुझे आईबी 71 वाली घटना के बारे में नहीं पता, क्योंकि ये अनसंग हीरोज हैं, जिनके बारे में कोई नहीं जानता। हाल ही में किसी ने मुझे मेसेज भेजकर बताया कि इस मिशन का जो पायलट था, वह एक कश्मीरी पंडित था। 50 साल लग गए हमें इन 30 लोगों की कहानी सुनाने में। मेरे चाचा प्यारे लाल खेर जी मेरे पिता के सबसे छोटे भाई वह खुद इंटेलिजेंस ब्यूरो में असिस्टेंट डायरेक्टर पद से रिटायर हुए, लेकिन मुझे या मेरे पिता-मां व परिवार में से किसी को नहीं पता था कि वह क्या करते थे। वो 30 लोग जो पाकिस्तान चले गए, इस हाइजैक प्लेन में, जो खुद इंटेलिजेंस ब्यूरो ने ही कराया था, उनको फिल्म में देखने के बाद हमारे तो रोंगटे खड़े हो गए थे कि कैसे उन्होंने ये किया बिना किसी हथियार के। 30 के 30 लोग वापस भारत वापस आ गए थे। क्या दिमाग था उनका, उनके बारे में कोई जानता नहीं है। हमें अपनी सेनाओं पर गर्व है, साथ ही हमें इंटेलिजेंस ब्यूरो पर भी गर्व है।मैं सेना में जाना चाहता था, लेकिन मुझे ऐक्टिंग ज्यादा अच्छी लगती थी। हां लेकिन मैं जाना चाहता था। मैंने जवानों के लिए खून भी दिया। 1971 वॉर के दौरान हमारे कॉलेज में एक मेजर आए और उन्होंने एक स्पीच दी। उस समय मैं बहुत पतला हुआ करता था एक स्टिक की तरह। उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि आप देश के जवानों के लिए खून दें, वे आपके लिए लड़ रहे हैं। वहां एक बस आई थी, जो छात्रों और टीचर को ब्लड डोनेशन कैंप ले जाने वाली थी। मैं उस बस में चढ़ने लगा, तो मेजर बोले कि क्या आपको लगता है कि आप खून दे पाएंगे? मैंने कहा कि हां मैं खून देना चाहता हूं। जब मैं डॉक्टर के पास पहुंचा, तो उन्होंने भी यही पूछा कि क्या आप सच में खून देना चाहते हैं? तब भी मैंने कहा कि मैं देश के जवानों के लिए खून देना चाहता हूं। उन्होंने मेरा थोड़ा ही खून निकाला, तो मैं उठ ही नहीं पाया। फिर मुझे वापस खून चढ़ाया, तब जाकर मैं उठ पाया। कहने का मतलब यह है कि मैंने यह सब अनुभव किया है। आज की जेनरेशन को भी यह महसूस करना चाहिए और जानना चाहिए।

दरअसल, ये क्लासिफाइड चीजें हैं। मुझे नहीं लगता कि लोग इस बारे में बात करना चाहते हैं। लेकिन अब ये कहानी बन रही हैं, तो यह बड़ी बात है। मुझे खुशी है कि विद्युत जामवाल ने इस स्टोरी को प्रड्यूस किया है। ठीक है अब इसको बनाने में समय लग गया, तो कोई बात नहीं। हमें कश्मीर फाइल्स को बनाने में 32 साल लग गए, जबकि वो घटना सबके सामने थी।माता-पिता का आशीर्वाद सबसे अच्छा तोहफा होता है, जो बच्चों को मिल सकता है। यह बहुत अच्छा है कि इस उम्र में मुझे अपनी मां के साथ वक्त बिताने का मौका मिलता है। मां-बाप अकेले ऐसे दुनिया के अजूबे होते हैं, तो हर हालात में आपके साथ होते हैं, फिर चाहे बुरा हो या अच्छा। वो कभी आपसे कुछ उम्मीद नहीं करते हैं। वे सिर्फ आपके लिए अच्छा ही सोचते हैं। मेरी मां रोज सुबह 8:30 बजे मुझे फोन करती हैं। अगर मैं कहीं बाहर होता हूं, तो उन्हें फिक्र हो जाती है। मुझे अच्छा लगा कि मैं अपनी मां दुलारी जी के साथ जो विडियो बनाता हूं, वह दुनिया का एक प्रतिशत लोगों का भी मन बदल पाएं, तो मुझे अच्छा लगेगा और ऐसा हुआ भी है। मुझे ऐसे लोग अच्छे नहीं लगते, जो सिर्फ इसलिए अपने मां-बाप को कोने में बैठाकर रखते हैं, क्योंकि वे बुजुर्ग हो गए हैं। भगवान के बाद मां-बाप का दर्जा होता है। जैसे मंदिर होता है, वैसे ही अगला दर्जा उनका भी होना चाहिए।

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सहकारी समिति कर्मचारियों ने रैली निकालकर प्रशासन को मुख्यमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन

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सिवनी । मध्यप्रदेश सहकारी समिति कर्मचारी महासंघ अपनी 02 सूत्रीय न्यायोचित जायज माँगो को लेकर निरंतर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है बीते दिवस महासंघ के एजेंडा अनुसार सहकारी समिति कर्मचारियों ने हड़ताली स्थल अम्बेडकर चौक से कलेक्टर कार्यालय तक विशाल रैली निकालकर अपनी माँगो की तत्काल प्रतिपूर्ति हेतु प्रशासन को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नाम ज्ञापन सौंपा।

19 मई को 55000 कर्मचारी सौंप देंगे सामूहिक इस्तीफा :-प्रदेश सरकार की गलत नीतियों से खफा होकर पूरे प्रदेश में बंधुआ मजदूर से भी बत्तर स्थिति में जीवन यापन कर रहे 55000 सहकारी समिति कर्मचारियों द्वारा 19 मई को भोपाल पहुँचकर मुख्यमंत्री को सामूहिक इस्तीफा सौंप देंगे। मध्यप्रदेश सहकारी समिति महासंघ सिवनी के जिलाध्यक्ष वंशी ठाकुर द्वारा शासन की गलत नीति से निराश होकर कहा कि हमारे जिले के कई कर्मचारियों को विगत 02 वर्ष से वेतन नही मिला है वे अपने परिवार का भरण पोषण किस प्रकार कर रहे है वे ही इसकी पीड़ा का अहसास कर सकते है। बिना वेतन की नौकरी करने से अच्छा तो कही मजदूरी करना उचित है, जब हम शासन के कर्मचारी ही नही तो हम शासन का काम क्यों करें। मध्यप्रदेश सहकारिता समिति कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों ने बताया कि उनकी उचित मांगों को विगत दस वर्षों से अनसुना किया जा रहा है। जबकि अल्पवेतन प्राप्त करने वाला कर्मचारी 12-12 घण्टे काम कर रहा है। बढ़ती महंगाई के चलते अब परिवार का भरण पोषण करना भी मुश्किल हो रहा है। 6 मई से महासंघ भोपाल के आव्हान पर प्रदेश के समस्त कर्मचारी अनिश्चित कालीन आंदोलन पर है। उन्होंने अपनी दो सूत्रीय मांगों को प्राथमिकता देते हुये बताया कि वर्ष 2019 में जारी पैक्स सेवा नियम अनुसार वेतनमान लागू किया जावे, पैक्स सहकारी संस्थाओं समस्त कर्मचारियों को सम्मिलित किया जाये। दूसरी मांग प्राइवे उपभोक्ता भंडार, स्वसहायता समूह, वन समिति आदि को खाद्यान्न वितरण कमीशन 200 रुपये प्रति क्विंटल, सीजन 02 किलो प्रति क्विंटल किये जाने की मांग रखी।

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पहली बार पूरा दिखा टाइटैनिक 200 घंटे में ली गईं 7,00,000 डिजिटल तस्वीरें

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लंदन । एक सदी से भी ज़्यादा वक्त पहले अटलांटिक महासागर में डूबे टाइटैनिक के मलबे का पहला पूर्णाकार 3डी स्कैन बुधवार को प्रकाशित किया गया, जिससे इस जहाज़ के उस दुर्भाग्यशाली सफ़र के बारे में ज़्यादा जानकारी हासिल हो सकती है.BBC द्वारा प्रकाशित की गईं हाई-रिसॉल्यूशन तस्वीरों के ज़रिये समुद्र में लगभग 4,000 मीटर (13,100 फुट) की गहराई पर पड़े मलबे का बारीकी से अध्ययन किया जा सकता है, और इन्हें डीप-सी मैपिंग का इस्तेमाल कर तैयार किया गया है.यह लग्ज़री यात्री जहाज़ अप्रैल, 1912 में इंग्लैंड के साउथैम्प्टन से न्यूयॉर्क तक अपनी पहली यात्रा पर निकला था, और रास्ते में एक आइसबर्ग से टकराने के बाद डूब गया था, जिससे 1,500 से अधिक लोग मारे गए थे.

वर्ष 1985 में पहली बार कनाडा के तट से लगभग 650 किलोमीटर (400 मील) की दूरी पर खोजे जाने के बाद से जहाज़ के मलबे को बड़े पैमाने पर खंगाला गया है, लेकिन कैमरे कभी भी समूचे जहाज़ को लेंस की जद में लाने में कामयाब नहीं हो पाए

वर्ष 2022 में डीप-सी मैपिंग कंपनी मैगेलन लिमिटेड और अटलांटिक प्रोडक्शन्स द्वारा जहाज़ का पुनर्निर्माण किया गया, जो इसके बारे में एक डॉक्यूमेंटरी बना रहे हैं.एक स्पेशलिस्ट जहाज़ से रिमोट के ज़रिये नियंत्रित किए जाने वाले सबमर्सिबल अटलांटिक की तलहटी में भेजे गए, जिन्होंने 200 घंटे से भी अधिक नीचे बिताकर मलबे का सर्वेक्षण किया, और समूचा स्कैन तैयार करने के उद्देश्य से 7,00,000 से ज़्यादा तस्वीरें खींचीं.इस अभियान की योजना बनाने के काम का नेतृत्व करने वाले मैगेलन के गेरहार्ड सीफर्ट ने BBC को बताया कि उन्हें कुछ भी छूने की अनुमति नहीं थी, ‘ताकि मलबे को नुकसान न पहुंचे…’

सीफर्ट ने कहा, “दूसरी चुनौती यह रही कि आपको हर वर्ग सेंटीमीटर – यहां तक ​​कि अरुचिकर हिस्सों को भी मैप करना होगा, जैसे मलबे पर जमी मिट्टी का भी नक्शा बनाना होगा, लेकिन बाकी दिलचस्प चीज़ों के बीच में अंतर को भरने के लिए आपको उसकी भी ज़रूरत हैतस्वीरों में मलबे को इस तरह देखा जा सकता है – जहाज़ के स्टर्न और बो अलग-अलग पड़े थे, पूरी तरह मलबे से घिरे हुए – जैसे इसे पानी से ऊपर उठा लिया गया हो, और उन तस्वीरों में छोटा-छोटी डिटेल भी साफ नज़र आती है, जैसे एक प्रोपेलर पर पड़ा हुआ सीरियल नंबर.अब नए स्कैन इस बात पर अधिक रोशनी डाल सकते हैं कि वास्तव में जहाज़ के साथ क्या हुआ था, क्योंकि इतिहासकारों और विज्ञानियों के पास ज़्यादा समय नहीं है, क्योंकि जहाज़ खत्म हो रहा है.

कई सालों तक टाइटैनिक का अध्ययन करने वाले पार्क्स स्टीफेन्सन ने BBC को बताया, “अब हम आखिरकार इंसानी व्याख्या के बिना टाइटैनिक को सीधे देख पा रहे हैं, और जानकारी सीधे सबूतों और आंकड़ों से हासिल हो रही है…”स्टीफेन्सन ने कहा, मलबे से “अब भी बहुत कुछ सीखना बाकी है, जो दरअसल, इस हादसे का आखिरी जीवित चश्मदीद गवाह है, और उसके पास बताने के लिए बहुत-सी कहानियां हैं

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कर्नाटक में हार के बाद भाजपा में हाहाकार

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नई दिल्ली । कर्नाटक चुनाव में करारी के हार के बाद भारतीय जनता पार्टी आगामी राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा फूंक फूंक कर कदम रखेगी। वह इन राज्य चुनावों के अगले दौर के लिए अपनी रणनीति में बदलाव करेगी। इस साल के अंत तक चार अहम राज्यों- मध्य प्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना और छत्तीसगढ़ में चुनाव होंगे। इनमें से केवल मध्य प्रदेश में भाजपा का शासन है और पार्टी राजस्थान में सत्ता विरोधी लहर को अपने पक्ष में करने की उम्मीद कर रही है।

लीक से हटकर बात करते हुए, पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने कहा कि भाजपा ने सभी चार राज्यों में नेतृत्व के मुद्दे और उम्मीदवारों को तय करते समय जातिगत समीकरणों को ध्यान में रखने का फैसला किया है। यह कर्नाटक से एक कठिन सबक है, जहां बीएस येदियुरप्पा को शीर्ष पद से हटाने और जगदीश शेट्टार और लक्ष्मण सदावी को टिकट देने से इनकार करने के फैसले ने लिंगायतों को कांग्रेस की ओर धकेल दिया।

  • सामंजस्य की कमी से नुकसान 

जरूरत पड़ने पर पार्टी छोटे दलों के साथ चुनावी गठबंधन के लिए भी तैयार है। ऐसी अटकलें हैं कि कर्नाटक में एचडी कुमारस्वामी के साथ गठबंधन करने से बीजेपी को कुछ सीटों पर मदद मिली होगी। सबसे बड़ा बदलाव केंद्रीय नेताओं और राज्य के मुख्यमंत्रियों पर अत्यधिक निर्भरता के बजाय स्थानीय नेताओं पर ध्यान केंद्रित करना होगा। स्थानीय नेताओं को अभियान चलाने की अनुमति देना कांग्रेस के लिए अच्छा रहा।

दरअसल, कर्नाटक में इसे एक प्रमुख समस्या के रूप में देखा गया, जिसके कारण जगदीश शेट्टार जैसे नेताओं को टिकट नहीं मिला। यह रणनीति राजस्थान और मध्य प्रदेश में महत्वपूर्ण होगी, जहां सामंजस्य की कमी पार्टी के सामने सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक है।

  • मध्य प्रदेश में तालमेल बनाने में जोर 

मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पार्टी का चेहरा बने रहेंगे लेकिन उन्हें ज्योतिरादित्य सिंधिया, नरेंद्र सिंह तोमर और बीडी शर्मा जैसे अन्य नेताओं को अपने साथ लेने के लिए कहा जाएगा। वहीं राजस्थान में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, जिन्हें केंद्रीय नेतृत्व के साथ तालमेल से बाहर देखा जाता है – को वरीयता दी जाएगी। लेकिन किरोड़ी लाल मीणा, गजेंद्र सिंह शेखावत, सतीश पूनिया और अन्य जैसे विभिन्न जाति समूहों से संबंधित राज्य के नेताओं को भी महत्व दिया जाएगा।

  • छत्तीसगढ़ में नेताओं से दूर होंगे मतभेद 

छत्तीसगढ़ में पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह, वरिष्ठ नेता बृजमोहन अग्रवाल, अरुण साव को महत्व दिया जाएगा और तेलंगाना में बंदी सजय, ई राजेंद्रन, जी किशन रेड्डी पार्टी के प्रमुख चेहरे होंगे। सूत्रों ने कहा कि राज्य के नेताओं से उनके मतभेदों को दूर करने और पार्टी का एकजुट चेहरा पेश करने के लिए कहा जाएगा।

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कैटरीना-प्रियंका और आलिया की बढ़ी बेताबी रेकी के बाद भी शूटिंग में देरी

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मुंबई आलिया भट्ट, प्रियंका चोपड़ा और कैटरीना कैफ स्टारर फिल्म ‘जी ले जरा’ अगस्त 2021 से ही खबरों में बनी हुई है। फिल्म को लेकर कुछ न कुछ अपडेट जरूर सामने आते रहते हैं। लेकिन फिल्म की शूटिंग कब और कहां से शुरू होगी इस बारे में अभी तक कुछ निश्चित नहीं है।जोया अख्तर, फरहान अख्तर और रीमा कागती द्वारा लिखित इस वुमेन बेस्ड कहानी के लिए फैंस लंबे वक्त से इंतजार कर रहे हैं। इन्हीं सब के बीच स्क्रिप्ट राइटर रीमा कागती ने खुलासा किया है कि ‘जी ले जरा’ की टीम कब शूटिंग शुरू करेगी। फरहान अख्तर  के निर्देशन बनने जा रही इस फिल्म में पहली बार आलिया,आलिया और कैटरीना को एक साथ देखने को मिलेगा। फिल्म ये तीनों रोड ट्रिप को बखूबी दिखाया जाएगा। खास बात ये है कि यह एक ऐसी फिल्म है, जिसके जरिए प्रियंका चोपड़ा बॉलीवुड में वापसी करेगीं। इससे पहले प्रियंका को आखिरी बार द व्हाइट टाइगर फिल्म में देखा गया था।

यह फिल्म 2021 में रिलीज हुई थी। इसी बीच फिल्म को लेकर स्क्रिप्ट राइटर रीमा कागती ने जो अपडेट शेयर किया है वह फैंस का एक्साइटमेंट बढ़ाने के लिए काफी है।  रीमा कागती को फिल्म के बारे में अपडेट दिया। उन्होंने कहा, हम साल के अंत तक शूटिंग शुरू कर देंगे। हम इसकी प्रतीक्षा कर रहे हैं और वास्तव में उत्साहित हैं। बता दें कि इस साल मार्च में, निर्देशक फरहान अख्तर ने जी ले जरा की रेकी शुरू करते हुए इंस्टाग्राम पर एक तस्वीर साझा की थी। तस्वीर में वह राजस्थान के रेगिस्तान को एक्सप्लोर करते नजर आए थे। फरहान अख्तर ने तस्वीर में आलिया, प्रियंका और कैटरीना को टैग किया और लिखा, सोने की तलाश में #लोकेशनस्काउट #जीलेजारा #राजस्थान ।

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बंगाल टाइगर सौरव गांगुली की बढ़ाई गई सुरक्षा जेड-श्रेणी के घेरे में रहेंगे दादा

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नई दिल्ली । भारत के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। बंगाल की ममता बनर्जी सरकार ने उनकी सुरक्षा बढ़ाने का फैसला लिया है। दादा पहले ही वॉय स्तर की सुरक्षा के घेरे में रहते थे। अब इसे बढ़ाकर जेड स्तर की सुरक्षा दी जा रही है। नए सुरक्षा इंतजाम में पूर्व बीसीसीआई अध्यक्ष की सुरक्षा में आठ से 10 पुलिसकर्मी रहेंगे। मंगलवार को राज्य सचिवालय के प्रतिनिधि गांगुली के बेहला कार्यालय पहुंचे। उन्होंने कोलकाता पुलिस मुख्यालय लालबाजार और स्थानीय पुलिस स्टेशन के अधिकारियों के साथ बैठक की। अधिकारी ने कहा कि गांगुली फिलहाल अपनी टीम दिल्ली कैपिटल्स के साथ यात्रा कर रहे हैं और 21 मई को कोलकाता लौटेंगे। उसी दिन से उन्हें जेड श्रेणी की सुरक्षा मिलनी शुरू हो जाएगी। सौरव गांगुली इस वक्त आईपीएल में दिल्ली कैपिटल्स के साथ जुड़े हुए हैं। वो दिल्ली की टीम में डायरेक्टर ऑफ क्रिकेट की भूमिका निभा रहे हैं। दिल्ली की टीम आईपीएल के प्लेऑफ की रेस से बाहर हो चुकी है।

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