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ऑस्कर 2023: ‘नाटू-नाटू’ को सबसे अच्छी मौलिक प्रस्तुति का पुरस्कार, इस फिल्म ने पाए 9 पुरुस्कार

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डिजिटल भारत l ऑस्कर 2023 के विनर्स की लिस्ट सामने आ गई है। 95वें अकादमी अवॉर्ड की हर कैटेगरी को उसका विजेता मिल गया है। भारत ने भी ऑस्कर 2023 में अपना लोहा मनवाया है। वहीं ऑस्कर में इस साल किस फिल्म ने सबसे ज्यादा अवॉर्ड अपने नाम किए, आइए उसका नाम जान लेते हैं। साथ ही किस श्रेणी में उसे सफलता हासिल हुई है
बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर : के हुई क्वान (एवरीथिंग एवरीवेयर ऑल एट वंस)
बताते चलें कि ‘ऑस्कर 2023’ में सबसे ज्यादा अवॉर्ड ‘एवरीथिंग एवरीवेयर ऑल एट वंस’ ने हासिल किए हैं। 95वें अकादमी अवॉर्ड में के हुई क्वान ने सबसे पहले बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर का अवॉर्ड अपने नाम किया।
बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस : जेमी ली कर्टिस (एवरीथिंग एवरीवेयर ऑल एट वंस)
बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस के लिए भी ‘एवरीथिंग एवरीवेयर ऑल एट वंस’ की जेमी ली कर्टिस ने ऑस्कर 2023 अपने नाम किया है। इसके साथ उन्होंने एंजेला बैसेट (ब्लैक पैंथर: वकंडा फॉरएवर), हांग चाऊ (द व्हेल), केरी कोंडोन (द बंशीज ऑफ इनिशरिन) को पीछे छोड़ दिया।
बेस्ट राइटिंग (ओरिजनल स्क्रीनप्ले) – ‘एवरीथिंग एवरीवेयर ऑल एट वंस’
ओरिजनल स्क्रीनप्ले के लिए बेस्ट राइटिंग का अवॉर्ड डेनियल क्वान और डेनियल शेइनर्ट को मिला है। ये भी फिल्म ‘एवरीथिंग एवरीवेयर ऑल एट वंस’ से ही जुड़ा हुआ है।
समें दो राय नहीं कि भारतीय सिनेमा की दुनिया में जितनी फिल्में भी बनी हैं, उनमें से कई को देश-विदेश में अलग-अलग मानकों पर बेहतरीन रचना होने का गौरव मिला। जहां तक वैश्विक स्तर पर सिनेमा के सबसे ऊंचा माने जाने वाले आस्कर पुरस्कारों का सवाल है, बहुत कम भारतीय फिल्मों को उसमें कुछ महत्त्वपूर्ण हासिल करने का मौका मिला। लेकिन पंचानबेवें अकादमी पुरस्कारों यानी आस्कर में भारत में बनी दो मुख्य कृतियों को जो उपलब्धि मिली है, वह निश्चित रूप से यहां के सिनेमा प्रेमियों के लिए खुश होने वाली बात है।
द एलिफेंट विस्पर्स’ को सबसे अच्छे लघु वृत्तचित्र का तमगा मिला
गौरतलब है कि इस साल आस्कर के लिए भारत की ओर से तीन फिल्मों ने मजबूत दावा पेश किया था। लेकिन इनमें दक्षिण भारत में बनी फिल्म ‘आरआरआर’ के एक गीत ‘नाटु-नाटु’ ने चयनकर्ताओं के सामने ऐसी स्थिति बनाई कि उसे सबसे अच्छे मौलिक गीत की कसौटी पर इस श्रेणी के पुरस्कारों के लिए नामांकित बाकी सभी प्रविष्टियों पर भारी माना गया। स्वाभाविक ही पहले ही काफी मशहूर हो चुके गीत ‘नाटू-नाटू’ को सबसे अच्छी मौलिक प्रस्तुति का पुरस्कार दिया गया। इस बार भारत को दूसरी बड़ी कामयाबी के तहत ‘द एलिफेंट विस्पर्स’ को सबसे अच्छे लघु वृत्तचित्र का तमगा मिला।
द एलिफेंट विस्पर्स’ तमिलनाडु के मुदुमलाई बाघ अभयारण्य में हाथी की देखभाल करने वाले एक भारतीय दंपति बोम्मन और बेल्ली के जीवन पर आधारित है, जिसमें कट्टूनायकन समुदाय की जीवन शैली से जुड़े अलग-अलग पहलुओं को बेहतरीन तरीके से फिल्माया गया है। जाहिर है, इन दोनों कृतियों के असर को आस्कर के लिए पात्र मानने वाले चयनकर्ताओं ने भी महसूस किया हो और उसे इन श्रेणियों में दाखिल अन्य प्रविष्टियों में सबसे बेहतर माना होगा।

सच यह है कि आस्कर 2023 में भारत ने बेहतरीन सिनेमा के मामले में अपने स्तर पर एक अहम इतिहास दर्ज किया है। फिर भी यह अपने आप में एक सवाल है कि हर साल भारत में संख्या के लिहाज से करीब डेढ़ हजार फिल्में बनने के बावजूद उनमें से गिनती की कुछ फिल्मों को ही स्थायी महत्त्व की और वैश्विक स्तर पर प्रशंसा हासिल कर पाने वाली कृतियों के रूप में दर्ज किया जाता है।

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आज आमिर खान के जन्मदिन पर जाने पहली फिल्म के पोस्टर खुद चिपकने के साथ – साथ उनकी लाइफ के कुछ अनसुने किस्से

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डिजिटल भारत l आज बॉलीवुड के परफेक्शनिस्ट आमिर खान 58 साल के हो गए हैं। उनके फिल्मी करियर के 50 साल भी हो चुके हैं। 8 साल की उम्र में फिल्म यादों की बारात से शुरू हुआ उनका एक्टिंग करियर आज तक जारी है। ये बात अलग है कि आमिर के पिता नहीं चाहते थे कि वो फिल्मों में आएं। चाचा नासिर हुसैन ने उनके अंदर के एक्टर को पहचाना और अपनी फिल्म से ब्रेक दिया।

कयामत से कयामत तक से लेकर लाल सिंह चड्ढा तक आमिर 50 फिल्में कर चुके हैं। उनकी जिंदगी काफी दिलचस्प रही है। एक लड़की ने रिजेक्ट किया तो आमिर ने अपना सिर मुंडवा लिया था, वो भी तब जब उनकी पहली फिल्म का ऑडिशन था। फिल्म गुलाम के क्लाईमैक्स के लिए वो 12 दिन तक नहाए नहीं थे।
पहले उन्होंने ‘यादों की बारात’ निकाली, फिर ‘कयामत’ ने उनकी किस्मत ही पलट दी. वैसे तो वह कभी एक्टिंग करने के तलबगार नहीं थे, लेकिन दस्तूर आया तो पहली फिल्म के पोस्टर भी खुद ही चिपकाए. बात हो रही है बॉलीवुड के मिस्टर परफेक्शनिस्ट आमिर खान की
महज आठ साल की उम्र में शुरू की एक्टिंग

14 मार्च 1965 के दिन मुंबई में जन्मे आमिर के बारे में एक बात हर कोई जानता है, वह यह कि आमिर जो कुछ भी करते हैं पूरे ‘मन’ से करते हैं. वह कभी ‘इश्क’ में पड़े तो कभी ‘गुलाम’ भी बने, लेकिन वह अदाकारी में इस कदर ‘फना’ हुए कि ‘तारे जमीन पर’ ले आए. आमिर ने महज आठ साल की उम्र में अभिनय के सफर की शुरुआत कर दी थी. सबसे पहले वह 1973 के दौरान यादों की बारात में नजर आए थे


टेनिस प्लेयर बनना चाहते थे आमिर

एक्टर बनने से पहले आमिर ने सिर्फ एक ही सपना देखा था. दरअसल, वह टेनिस प्लेयर बनना चाहते थे. स्कूल के दिनों में वह इतनी अच्छी तरह टेनिस खेलते थे कि अपने स्कूल के लिए कई राज्यस्तरीय लॉन टेनिस चैंपियनशिप में दमखम दिखाया था. आमिर खान के पसंदीदा टेनिस प्लेयर रोजर फेडरर हैं.

असिस्टेंट डायरेक्टर रहकर अमरीश पुरी से खाई सेट पर डांट

नासिर हुसैन के निर्देशन में बनी 1985 की फिल्म जबरदस्त में अमरीश पुरी ने काम किया। इस फिल्म में डायरेक्टर नासिर हुसैन के भतीजे आमिर उन्हें असिस्ट कर रहे थे। आमिर सेट पर उस समय कंटीन्यूटी देखते थे। एक दिन अमरीश एक्शन सीन शूट करते हुए बार-बार जगह बदल रहे थे और आमिर उन्हें बार-बार टोक रहे थे।

अमरीश नहीं जानते थे आमिर, डायरेक्टर नासिर के बेटे हैं। जब आमिर पर ध्यान देने से अमरीश को बार-बार एक ही सीन शूट करना पड़ा तो वो गुस्से में चिढ़ गए और उन्होंने आमिर को खूब डांटा। सेट पर सन्नाटा छा गया था।


जब खुद चिपकाए अपनी ही फिल्म के पोस्टर

आमिर खान ने जब फिल्म ‘कयामत से कयामत तक’ से बॉलीवुड में कदम रखा तो उन्होंने अपने जुनून के दीदार भी करा दिए. दरअसल, इस फिल्म का बजट काफी कम था. ऐसे में आमिर खान खुद ही बसों और ऑटो के पीछे फिल्म के पोस्टर चिपकाते थे. साथ ही, लोगों को बताते थे कि इस फिल्म में वह हीरो बने हैं.

अवॉर्ड शो में जाना नहीं पसंद

आमिर खान को अवॉर्ड फंक्शन में शिरकत करना भी पसंद नहीं है. इसकी वजह साल 1990 के एक अवॉर्ड फंक्शन को बताया जाता है, जिसमें फिल्म ‘घायल’ के लिए सनी देओल को सर्वश्रेष्ठ अभिनेता चुना गया था. आमिर का मानना है कि ऑस्कर के अलावा कोई भी दूसरा अवॉर्ड शो विश्वास करने लायक नहीं है.

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चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग का सार्वजनिक बयान चीन की सेना को बनाएँगे ‘ग्रेट वॉल ऑफ स्टील’

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डिजिटल भारत l तीसरी बार चीन के राष्ट्रपति बनने के बाद शी जिनपिंग ने चीनी सेना को ‘ग्रेट वॉल ऑफ स्टील’ बनाने का सोमवार को संकल्प लिया. चीन ने हाल में सऊदी अरब और ईरान के बीच सुलह समझौता कराकर वैश्विक मामलों में और बड़ी भूमिका निभाने की मंशा का संकेत दिया है. ईरान और सऊदी अरब 7 साल के तनाव के बाद राजनयिक संबंध बहाल करने और दूतावासों को फिर से खोलने पर सहमत हो गए. पिछले सप्ताह बीजिंग में हुआ यह समझौता चीन के लिए एक बड़ी कूटनीतिक जीत के तौर पर देखा जा रहा है क्योंकि खाड़ी देशों का मानना है कि अमेरिका धीरे-धीरे मध्य पूर्व से पीछे हट रहा है.

चीन की संसद ने 10 मार्च को शी जिनपिंग को अभूतपूर्व रूप से पांच साल का तीसरा कार्यकाल देने का सर्वसम्मति से समर्थन किया, जिससे उनके ताउम्र सत्ता में बने रहने का रास्ता साफ हो गया. पिछले साल अक्टूबर में चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी (CPC) की कांग्रेस की बैठक में 69 वर्षीय जिनपिंग को फिर से सीपीसी का नेता चुना गया था. इसी के साथ वह सीपीसी के संस्थापक माओत्से तुंग के बाद पांच साल के तीसरे कार्यकाल के लिए पार्टी प्रमुख चुने वाले पहले चीनी नेता बन गए थे. चीन की संसद द्वारा राष्ट्रपति के रूप में तीसरा कार्यकाल देने का सर्वसम्मति से समर्थन किए जाने के बाद पहली बार दिए भाषण में जिनपिंग ने कई बड़ी घोषणाएं की

चीनी राष्ट्रपति के मुताबिक़ चीन अपनी संप्रभुता और दुनिया में विकास से जुड़े अपने हितों के लिए सेना को बेहद मजबूत बनाना चाहता है.

चीन की ओर से हाल में सऊदी अरब और ईरान में समझौता कराने के बाद दिए गए राष्ट्रपति शी जिनपिंग के इस बयान को काफी अहम माना जा रहा है. इस समझौते को चीन की ओर से किया गया बड़ा राजनयिक उलटफेर माना जा रहा है.

पिछले सप्ताह चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की नेशनल कांग्रेस ने शी के तीसरे कार्यकाल को मंजूरी दी थी. इसके बाद जिनपिंग ने पहली बार कोई सार्वजनिक बयान दिया है.

उनहत्तर साल के जिनपिंग ने चीन के संसद में कहा, ”मैं तीसरी बार इतने ऊंचे राष्ट्रपति दफ्तर का जिम्मा संभाल रहा हूं. मेरे लिए लोगों का विश्वास सबसे बड़ी प्रेरणा है. यही मुझे आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करती है. लेकिन इससे मेरे कंधे पर एक बड़ी जिम्मेदारी भी आ जाती है.”

जिनपिंग ने संविधान में बताए गए कर्तव्यों को पूरी ईमानदारी से निभाने की प्रतिबद्धता जताई. उन्होंने कहा कि चीन के लोगों ने उन पर जो भरोसा जताया है उसे कभी डिगने नहीं देंगे.

जिनपिंग ने कहा,” सुरक्षा ही विकास का आधार है, स्थिरता रहेगी तभी समृद्धि आएगी. उन्होंने चीनी सेना के आधुनिकीकरण के काम के आगे बढ़ाने की अपील करते हुए कहा इसे हमें ‘ग्रेट वॉल ऑफ स्टील’ बनाना है.

ये ऐसी सेना होगी को जो अपने देश की संप्रभुता, सुरक्षा और विकास से जुड़े हितों की पूरी मुस्तैदी से रक्षा करेगी.

जिनपिंग की ओर से चीनी सेना को ‘ग्रेट वॉल ऑफ स्टील’ बनाने वाले बयान से चीन की दीवार की चर्चा तेज हो गई है.

चीन के सम्राटों ने बाहरी आक्रमणकारियों से देश की सुरक्षा के लिए 20 हजार किलोमीटर से भी लंबी दीवार बनवाई थी. ये दीवार कई सदियों में बन कर तैयार हुई थी.

चीनी सेना को मजबूत करने से जुड़ा जिनपिंग का ये बयान ऐसे वक्त में आया है, जब अमेरिका और कुछ पड़ोसी देशों के साथ उसका तनाव बढ़ रहा है.

चीन में जिनपिंग पार्टी के सबसे प्रमुख नेता माने जाते हैं. ठीक उसी तरह जैसे एक जमाने में चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के संस्थापक माओत्सेतुंग माने जाते थे.

अमेरिका,ताइवान और दूसरे पड़ोसियों को रोकने की कोशिश
दरअसल चीन की संसद के इस सत्र का प्रमुख एजेंडा अमेरिका पर निर्भरता खत्म करने की रणनीति सुझाना था.

इस रणनीति के मुताबिक चीन की केंद्रीय सरकार ने 2023 में शोध और विकास कार्यों के लिए लिए दो फीसदी अधिक बजट खर्च करने का फैसला किया है. अब इस पर 328 अरब युआन यानी 47 अरब डॉलर खर्च किए जाएं.

पिछल 5 मार्च को चीन ने अपने रक्षा बजट में 7.2 फीसदी की बढ़ोतरी कर दी. लगातार आठवें साल चीन ने अपने रक्षा बजट में बढ़ोतरी की है. अब चीन का रक्षा बजट बढ़ कर 225 अरब डॉलर हो गया है.

ताइवान को लेकर भी चीन काफी आक्रामक है. चीन उसे अपना हिस्सा मानता है. उसका कहना है कि वह ताइवान से शांतिपूर्ण और बेहतर संबंध को बढ़ावा दे रहा है.

चीन ताइवान में किसी बाहरी हस्तक्षेप का विरोध करता है. वह ताइवानी आजादी के मुद्दे को अलगावादी गतिविधि मानता हैं. चीन ने ताइवान को मिलाने की दिशा में कोशिश तेज की है.

उसने हॉन्गकॉन्ग में एक देश दो सिस्टम को आगे भी जारी रखने का वादा किया है. हॉन्गकॉन्ग में आजादी समर्थक ताकतों के ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई के बाद उसने नरमी के संकेत नहीं दिए हैं.

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मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना में अब अन्य अनाथ बच्चों को भी मिलेगी पेंशन : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान

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डिजिटल भारत l 2100 कन्याओं का विवाह, सामाजिक समरसता का महायज्ञ मुख्यमंत्र शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कोविड सक्रमंण के दौरान माता-पिता की मृत्यु होने से अनाथ बच्चों के लिए लागू पेंशन योजना के दायरे में अब ऐसे अन्य अनाथ बच्चों को भी शामिल किया जायेगा, जिनके माता-पिता नहीं है।
मुख्यमंत्री चौहान ने मंत्री गोपाल भार्गव की पहल पर सागर जिले के गढ़ाकोटा में मुख्यमंत्री कन्या विवाह-निकाह
योजना में आज हुए 2100 गरीब कन्याओं के विवाह को सामाजिक समरसता का महायज्ञ बताया। मुख्यमंत्री सागर जिले के
गढ़ाकोटा स्थित रहस मेला मैदान में योजना के 20वें पुण्य विवाह समारोह में शामिल हुए। विवाह समारोह में पूर्व मुख्यमंत्री
सुश्री उमा भारती, नगरीय विकास मंत्री भूपेन्द्र सिंह और लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने भी
वर-वधु को आर्शीवाद दिया।

अभिभूत हैं दिव्यांग नव-दंपत्ति

समारोह में विवाह बंधन में बंधे ग्राम बाबूपुरा धौनाई के दिव्यांग भूरे अहिरवार अभिभूत हैं। उनका विवाह दिव्यांग
तुलसाबाई के साथ हुआ। दोनों दिव्यांग वर-वधु विवाह होने पर प्रसन्न हैं। वह भूरे अहिरवार ने कहा कि आँखों से नहीं दिखने
से जीवन में अब तक अंधेरा था, अब विवाह सूत्र में बंधने और गृहस्थी की सामग्री मिलने से जीवन में नया उजियारा आया
है। नव-दंपत्ति ने मुख्यमंत्री चौहान और मंत्री भार्गव के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि
मंत्री भार्गव केवल राजनेता ही नहीं समाज-सेवक और विकास पुरूष भी है। प्रदेश के विकास के लिए वे सदैव प्रयत्नशील
रहते है। उन्होंने 21 हजार कन्याओं का विवाह कराकर समाज-सेवा का जो इतिहास बनाया, वह अनुकरणीय है। उन पर हम
सभी को गर्व है। भार्गव ने यह सिद्ध किया कि राजनीति पेशा नहीं समाज-सेवा है। मुख्यमंत्री ने विवाह समारोह को
सामाजिक सेवा का महाकुंभ भी बताया, जिसमें एक लाख से अधिक लोग शामिल हुए।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि केन्द्र और राज्य सरकार का लक्ष्य है कि सभी बेटियाँ सुखी रहें। कोई भी माता-पिता
अपनी बेटी के विवाह को लेकर परेशान नहीं हो। प्रदेश सरकार ने बेटियों के जन्म से लेकर पढ़ाई और फिर बाद में विवाह के
लिए योजना लागू की है। अब महिलाओं के कल्याण की सबसे बड़ी योजना “लाड़ली बहना” शुरू की गई है, जिससे पात्र सभी
महिलाओं के बैंक खाते में एक हजार रूपये प्रतिमाह राशि डाली जायेगी। बेटियों, बहनों और महिलाओं के चेहरे पर मुस्कुराहट
लाना मध्यप्रदेश सरकार का प्रमुख लक्ष्य है। लाड़ली बहना योजना में शामिल होने के लिए महिलाओं को यहाँ-वहाँ भटकने की
जरूरत नहीं होगी, गाँव, शहर के वार्डों में शिविर लगाकर आवेदन लिए जायेंगें। मुख्यमंत्री चौहान ने विवाह समारोह में
शामिल सभी नव-दंपतियों को सुखी और सफल जीवन की शुभकामनाएँ देते हुए आशीर्वाद दिया। साथ ही यह भी कहा कि
किसी भी तकलीफ में अकेले गोपाल भार्गव ही नहीं, मामा शिवराज सिंह चौहान भी उनके साथ खड़ा रहेगा। मुख्यमंत्री तथा
अन्य अतिथियों ने नव-दंपतियों का पुष्प-वर्षा कर अभिवादन किया और प्रतीक स्वरूप कुछ दंपत्ति को उपहार सामग्री भेंट की।
मुख्यमंत्री चौहान ने सामूहिक विवाह महायज्ञ के लिए मंत्री भार्गव का भी स्वागत-अभिनंदन किया। मुख्यमंत्री
चौहान ने मंत्री गोपाल भार्गव की मांग पर शाहपुर में डिग्री कॉलेज स्वीकृत करने की घोषणा भी की।
मंत्री गोपाल भार्गव ने बताया कि बीस साल पहले मुख्यमंत्री चौहान और उन्होंने गरीब कन्याओं के विवाह संपन्न
कराने की शुरूआत थी। उन्होंने बताया कि 20 साल पहले मैंने छोटे रूप में इसकी शुरूआत की थी, जो अब विशाल स्वरूप ले
चुका है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की एक भी बेटी ऐसी नहीं होना चाहिए, जिसके हाथ आर्थिक तंगी के अभाव में पीले नहीं हो
पा रहे हैं। उन्होंने परिणय-सूत्र में बंधने वाली बेटियों से कहा कि जब तक गोपाल भार्गव जीवित है, धर्मपिता के रूप में वह
आपके काम आयेगा। अब मध्यप्रदेश का कोई भी गरीब चाहेगा तो उनकी बेटी का विवाह वे संपन्न करायेंगे। भार्गव ने
बताया कि उन्होंने अपने पुत्र अभिषेक भार्गव और पुत्री डा. अवंतिका भार्गव की शादी भी ऐसे ही सामूहिक विवाह समारोह में
की थी, बाद में किसी बड़े होटल या फाईव स्टार होटल में रिसेप्शन भी नहीं दिया। उन्होंने मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना को
लोक कल्याण और सामाजिक समरसता की योजना बताया।
सांसद वी.डी. शर्मा ने कन्यादान को भारतीय संस्कृति में सबसे बड़ा दान बताया। उन्होंने कहा कि मंत्री गोपाल
भार्गव ने 21 हजार गरीब कन्याओं का विवाह कराकर पुण्य और यश का कार्य किया है। उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की कि 20वें
विवाह समारोह में सभी धर्मों और समाजों के बेटे-बेटियों का विवाह हुआ। ऐसे आयोजन प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में होने
चाहिए। प्रारंभ में मंत्री श्री गोपाल भार्गव ने मुख्यमंत्री श्री चौहान को स्मृति-चिन्ह भेंट किया।

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एक हजार करोड़ से अधिक राशि के विकास कार्यों का हुआ लोकार्पण :- श्योपुर की धरती पर बरस रहा है विकास का रंग

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डिजिटल भारत l मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि श्योपुर बदल रहा है, यहाँ विकास की गंगा बह रही है। केंद्र और राज्य
सरकार द्वारा विकास और जन-कल्याण के लिए अनेक योजनाएँ संचालित हैं। सरकार, जन-प्रतिनिधि, प्रशासन और
श्योपुरवासी मिल कर संकल्प लें कि प्रगति और विकास की इस दौड़ में पूरी प्रतिबद्धता के साथ हर संभव सहयोग करेंगे।
साथ ही श्योपुर में शासकीय योजनाओं का शत-प्रतिशत क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाये। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि
हमारी सरकार गरीब-कल्याण और विकास को समर्पित है। रंगपंचमी पर श्योपुर की धरती पर विकास का रंग बरस रहा है।
चीतों के आगमन, राष्ट्रीय राजमार्ग, ब्रॉडगेज रेल के बाद श्योपुर में मेडिकल कॉलेज की सौगात विकास का नया इतिहास रच
रही है। श्योपुर जैसे पिछड़े जिलों की प्रगति के लिए राशि की कभी कमी नहीं आने दी जाएगी। मुख्यमंत्री चौहान आज
श्योपुर में 768 करोड़ रूपये के मेडिकल कॉलेज भवन, मूंझरी वृहद सिंचाई परियोजना, प्रेमसर-रिनीखेड़ा मुढला मार्ग और सीएम
राइज शासकीय मॉडल उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भवन के शिलान्यास और 245 करोड़ 41 लाख रूपये के विकास कार्यों के
लोकार्पण कार्यक्रम में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने 167 करोड़ 58 लाख रूपये की लागत वाली चंबल सूक्ष्म सिंचाई परियोजना
का लोकार्पण भी किया। इस दौरान प्रदेश में लाड़ली बहना योजना को लागू करने के लिये मुख्यमंत्री चौहान को श्योपुर की
बहनों ने 51 फीट लंबी राखी भेंट की। मुख्यमंत्री चौहान ने बड़ौदा में कॉलेज खोलने की घोषणा भी की।

प्रधानमंत्री श्री मोदी की दूरदृष्टिता से ही श्योपुर को मिले चीते

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी युग पुरूष हैं। देश को भाग्य से ही इस प्रकार की दूरदृष्टि
वाले व्यक्तित्व का नेतृत्व प्राप्त होता है। प्रधानमंत्री श्री मोदी की पहल पर श्योपुर में चीतों का आगमन हुआ है। इससे श्योपुर
में रोजगार के अवसरों की संभावना बढ़ी हैं। स्व-सहायता समूह की महिलाएँ भी अपने गाँव में होम-स्टे संचालित करने के लिए
प्रेरित हो रही हैं। केन्द्र और राज्य सरकार गरीब की जिंदगी बदलने के लिए प्रतिबद्ध है। इसी सोच के परिणामस्वरूप लाड़ली
बहना योजना लागू की गई है।

बहनों के जीवन को सुखद, सरल और आत्म-सम्मान से परिपूर्ण करेगी लाड़ली बहना योजना

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा है कि बहने सशक्त होंगी तो परिवार और समाज सशक्त होगा। बहनों के जीवन को सरल,
सुखद बनाना ही हमारा ध्येय है। बहने अपनी छोटी-मोटी जरूरतों और पैसों की आवश्यकता के लिए परेशान न हो, इसलिए हर
महीने बहनों को 1000 रूपए उपलब्ध कराने की व्यवस्था लाड़ली बहना योजना में की गई है। ऐसे परिवार जिनकी वार्षिक
आय ढाई लाख रूपए से कम है, जिनके पास 5 एकड़ से कम भूमि है, ऐसे परिवार की बहने योजना के लिए पात्र होंगी।
योजना में 25 मार्च से 30 अप्रैल तक आवेदन करना है। आवेदन करने के लिए आय प्रमाण-पत्र और मूल निवासी प्रमाण-पत्र
की आवश्यकता नहीं होगी। स्वयं घोषित आय को ही मान्य किया जाएगा। मई माह में आवेदनों की जाँच होगी और 10 जून
को पहली किस्त बहनों के बैंक खातों में जमा कर दी जाएगी। हर महीने बहनों के खाते में 1000 हजार रूपए डाले जाएंगे।
योजना में आवेदन करने के लिए बहनों को कहीं जाने की जरूरत नहीं है। हर गाँव और वार्ड में शिविर लगाए जाएंगे। आवेदन
भरने में मदद करने लिए शासकीय कर्मचारी और कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी दी जाएगी। बहने योजना का लाभ लेने के लिए
किसी भी बिचौलिए और दलाल के झाँसे में न आएँ। कोई भी कठिनाई होने पर फोन नम्बर 181 पर सूचना दी जाए। गड़बड़ी
और बेइमानी करने वालों को छोड़ा नहीं जाएगा। बहनों को यह राशि उपलब्ध कराने से बहनों के साथ पूरे परिवार का कल्याण
होगा। बहने इस राशि को परिवार के पोषण, शिक्षण और स्वास्थ्य पर खर्च करेंगी। बहनों के आत्म-सम्मान और स्वाभिमान के
लिए यह योजना शुरू की गई है।

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चौकीदार की हत्या करने वाला फरार आरोपी गिरफ्तार : थाना गोराबजार

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डिजिटल भारत । साथ में ही रह रहे मजदूर ने पत्नी पर गलत निगाह रखने के कारण डंडे से हमला कर की थी हत्या

थाना – गोराबाजार अपराध क्रमांक – 131/2023 धारा 302 भा.द.वि.

नाम पता गिरफ्तार आरोपी – वीरेन्द्र मरावी पिता जगन्नाथ मरावी उम्र 32 साल निवासी ग्राम कोन्ड्रा पोस्ट चिरई डोंगरी थाना टिकरिया जिला मण्डला

घटना का विवरण – थाना गोराबजार मे दिनंाक 10-3-23 की सुवह लगभग 9-30 बजे प्रीतमनाथ सपेरा उम्र 25 वर्ष निवासी निवासी परसवारा थाना बरेला ने सूचना दी कि उसके पिता गुलाबनाथ सपेरा उम्र 65 वर्ष के ओवन क्लासिक और दत्त टाउन सिप तिलहरी के बीच चौकीदार का काम करते थे जिनकी मृत्यु हो गयी सिर में चोट लगी है, सूचना पर थाना प्रभारी गोराबाजार श्री विजय परस्ते हमराह स्टाफ के पहुंचे जहॉ टीन की टपरिया के अंदर गुलाबनाथ निवासी परसवारा का निवार के पलंग पर मृत पड़ा था ।
घटित हुई घटना से वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया गया, सूचना पर पुलिस अधीक्षक जबलपुर श्री सिद्धार्थ बहुगुणा (भा.पु.से.) के निर्देश पर नगर पुलिस अधीक्षक कैंट श्री शशांक, (भा.पु.से.) एफएसएल डॉ. नीता जैन अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर दक्षिण श्री संजय कुमार अग्रवाल मौके पर पहुंचे।
प्रीतम नाथ सपेरा उम्र 25 वर्ष निवासी परसवारा ने बताया कि वह भैंसों के खाने के लिये बरसिंग चारा काटने का काम परसवारा मे अजय यादव के खेत में करता है उसके पिता गुलाबनाथ संतोष पटैल निवासी ग्राम परसवारा के खेत ओवन क्लासिक के बगल के खेत में चौकीदारी का काम करत थे । दिनांक 9-3-23 की रात लगभग 8 बजे वह तथा उसकी पत्नी सपना खाना खिलाने पिताजी को घर परसवारा से तिलहरी ओवन क्लासिक के बगल के खेत की टपरिया में आये थे । खाना खिलाकर रात लगभग 9 बजे वापस अपने घर चले गये थे । आज सुवह लगभग 7 बजे संतोष पटैल ने घर आकर उसे बताया कि तुम्हारे पिताजी नहीं उठ रहे हैं पलंग पर पड़े हैं उसने पहुंचकर जाकर देखा कि उसके पिता जी निवार के पलंग पर पड़े थे सिर नाक मेें खून बह रहा था, है। किसी ने उसके पिता जी की किसी चीज से मारकर हत्या कर दी है।
वरिष्ठ अधिकारियों एवं एफ.एस.एल. टीम की उपस्थति में पंचनामा कार्यवाही कर शव को पीएम हेतु भिजवाते हुये रिपोर्ट पर अज्ञात आरोपी के विरूद्ध अपराध क्रमाँक 131/2023 धारा 302 भादवि का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
पुलिस अधीक्षक जबलपुर श्री सिद्धार्थ बहुगुणा (भा.पु.से.) द्वारा आरोपी की पतासाजी कर शीघ्र गिरफ्तारी हेतु आदेशित किये जाने पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर दक्षिण श्री संजय कुमार अग्रवाल, एवं नगर पुलिस अधीक्षक कैंट श्री शशांक, (भा.पु.से.) के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी गोराबाजार श्री विजय परस्ते के नेतृत्व में टीम गठित कर लगायी गयी।
दौरान पतासाजी के मृतक के बेटे प्रीतमनाथ सपेरा एवं मृतक के साथ मे टीन के टपरा मे रह रहे मजदूर श्रीमती प्यारी बाई, श्रीमती सुनीता पट्टा से विस्तृत पूछताछ की गयी । जिस पर पाया गया कि दिनांक 09.03.2023 की रात्री मे मृतक गुलाबनाथ सपेरा व बेटे प्रीतमनाथ सपेरा के व्दारा जन्माष्टमी के पूर्व से साथ मे रह रहे मजदूर वीरेन्द्र मरावी के साथ वाद विवाद कर मारपीट की गयी थी, इसके साथ ही मृतक गुलाबनाथ , वीरेन्द्र मरावी की पत्नि पर गलत निगाह रखता था तथा दिनांक 09.03.2023 की रात्री मे श्रीमति सुनीता पट्टा से बातचीत कर अपशब्दो का प्रयोग किया था। स्वय के साथ हुई मारपीट एवं पत्नि पर गलत निगाह रखने के कारण वीरेन्द्र मरावी एवं गुलाबनाथ सपेरा में वाद विवाद हुआ, वीरेन्द्र द्वारा डंडे से मारपीट करने के कारण गुलाबनाथ के सिर मंे चोट आ जाने से गुलाबनाथ की मृत्यु हो गयी। वीरेन्द्र मरावी घटना कर फरार हो गया था जिसकी तलाश की जा रही थी।
दौरान तलाश के आज दिनाक 12-3-23 को विश्वसनीय मुखबिर से सूचना मिली कि वीरेन्द्र मरावी से मिलते जुलते हुलिये का व्यक्ति बरेला पेट्रोल पम्प के पास खड़ा है जो कही जाने के लिये वाहन का इंतजार कर रहा है सूचना पर बरेला पेट्रोल पम्प के पास दबिश दी जहॉ एक व्यक्ति सेन्डो बनयान एवं पेन्ट पहने खड़ा दिखा जो पुलिस का देखकर भाँगने लगा जिसे घेराबंदी कर पकडा गया जिसने पूछताछ पर अपना नाम वीरेन्द्र मरावी उम्र 32 साल निवासी ग्राम कोन्ड्रा पोस्ट चिरई डोंगरी थाना टिकरिया जिला मण्डला (म.प्र.) का रहने वाला बताया जिसे पुलिस अभिरक्षा में लेते हुये थाना लाया गया, जिसने घटना करना स्वीकार किया। आरोपी को प्रकरण मे विधिवत गिरफ्तार कर मान्नीय न्यायालय के समक्ष पेश कर न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया।

उल्लेखनीय भूमिका – चौकीदार की हत्या करने वाले फरार आरोपी को गिरफ्तार करने में थाना प्रभारी गोराबाजार श्री विजय सिंह परस्ते, सहायक उप निरीक्षक विश्वेश्वर वर्मा सहायक उप निरीक्षक श्याम लाल सिंह, प्रधान आरक्षक अखिलेश यादव, प्रधान आरक्षक उर्मिलेश ओझा, आरक्षक हरिराम जंघेला , ओमप्रकाश बघेल, धर्मेन्द्र, रजनीश, आशुतोष बघेल, रोहित सिंह, मिथुन यादव, मोहित दुबे, सुमित सिंह, विनय खुरसेल की सराहनीय भूमिका रही ।

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बरेला पुलिस की मनमानी, महिला को सोधन कहकर पड़ोसी ने पीटा, जांच करने तक नहीं पहुंची पुलिस

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ग्राम पहाड़ी खेड़ा का मामला, पीडि़ता ने पुलिस अधीक्षक के पास की शिकायत

जबलपुर पुलिस का काम है पीडि़त लोगों की समस्याओं को सुनना, कोई तकलीफ होने पर उचित परामर्श देना और आरोपियों को सजा दिलाना। इसके लिए थाने खोले गए हैं इसके लिए भारी भरकम वेतन पर थाना प्रभारी से लेकर एसआई और पुलिस जवानों की नियुक्ति की गई है। लेकिन यहां जानकर हैरानी होगी बरेला थाने में पदस्थ अमला लोगों की पीड़ा सुनने की वजाय उन्हें दुत्कार भगा रहा है। हाल ही में ग्राम पहाड़ीखेड़ा में एक 45 साल की महिला को पड़ोसी ने सोधन कहकर इतना पीटा कि वह बेहोश हो गई। पीडि़ता थाने में रिपोर्ट लिखवाने पहुंची तो उसे कहकर भगा दिया गया लिखित में शिकायत दे दो कार्रवाई बाद में होगी। थाने में पुलिस कर्मियों के इस बर्ताव के बाद पीडि़ता ने पुलिस अधीक्षक को शिकायत सौंपी जिसके बाद बरेला पुलिस ने मारपीट करने वाले आरोपी पर धारा 155 की कार्रवाई की लेकिन जांच पड़ताल के लिए पुलिस आज तक गांव नहीं पहुंची।

ये मामला है
बीते कुछ दिन पहले पहाड़ीखेड़ा में एक महिला की मौत हो जाती है यह सुनकर पड़ोस में रहने वाली उसके घर जाती है जहां पर मृतक महिला के बेटे द्वारा पड़ोसी महिला के साथ लात-घूसों यह कहकर मारपीट की जाती है कि वह डायन और सोधन है। मारपीट से आहत हुई महिला इस संबंध में जब बरेला थाना प्रभारी के पास शिकायत लेकर पहुंचती है तो उसे यह कहा जाता है कि लिखित में शिकायत कर दो कार्रवाई बाद में करेंगे। लंबे अंतराल के बाद भी जब मारपीट करने वाले युवक पर पुलिस कार्रवाई नहीं करती है तो पीडि़ता इसकी शिकायत एसपी से करती है जिसके बाद बरेला पुलिस द्वारा आरोपी पर धारा 155 की कार्रवाई की जाती है।

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होली के दूसरे दिन पनागर से अपहरण कर 35 लाख की फिरौती मांगने वाले 3 आरोपियों को पुलिसकिया गिरफ्तार

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डिजिटल भारत । पुलिस की सूझबूझ ओर सक्रियता से पीड़ित युवक को सकुशल पंहुचाया उसके घर

पनागर

मुद्दई लाख बुरा चाहे पर क्या होता है
वही होता है जो मंजूरे खुदा होता है
ऐसा ही एक मामला होली के दूसरे दिन 9 मार्च को रात्रि 10 बजे के आसपास पनागर पठानी मोहल्ला स्थित बालाजी सिटी में रहने वाले रोहित राज चौहान के साथ घटा, लेकिन जबलपुर एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा की सूझबूझ और पनागर पुलिस की सक्रियता से एक युवक को आरोपियों के चंगुल से सकुशल बचाया लिया गया तो वहीं घटना में शामिल 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया, उक्त साजिश इतनी सुनियोजित तरीके से रची गई थी पूरी घटना में पनागर से युवक को अपहृत कर रीवा ले गए पर रास्ते मे किसी भी टोल नाके में आरोपियों की कार नजर नही आई, टोल नाके में लगे सीसीटीवी कैमरे में घटना में उपयोग किया वाहन न आये इसके लिए आरोपियों ने शातिर प्लान बनाया था, पर हर घटना की तरह इस बुराई का भी वही अंजाम हुआ। पुलिस की सक्रियता से युवक सकुशल बचा लिया गया।
पनागर पठानी मोहल्ला में रहने राहुल राज चौहान उम्र लगभग 35 वर्ष का सुलभ सिंह ठाकुर से पैसों को लेकर हुआ विवाद इतना बढ़ा कि होली के दूसरे दिन मारुति सुजुकी (पांडा) चार पहिया वाहन में आये 2 अन्य बदमाशो ने रोहित को बेसबॉल के डंडे से हमला कर उसका अपहरण कर लिया और बदले में उसकी पत्नी से 35 लाख रुपये की डिमांड की, घटना के बाद जैसे ही पनागर पुलिस को घटना की जानकारी लगी, पुलिस ने तत्काल इसकी जानकारी उच्चाधिकारियों को दी, जिसके बाद एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा के निर्देशन पर एडिशनल एसपी प्रियंका मिश्रा, सीएसपी प्रियंका करचाम थाना प्रभारी अम्बुज पांडेय और स्टाफ गठित कर परिजनों और आरोपियों के बीच हुई बात के अनुसार साइबर सेल की मदद से आरोपियों को ट्रैक कर सतना पंहुचीं, कटनी के पास पंहुचते ही आरोपियों ने वीडियो कॉल करके रुपयों से भरा बैग दिखाने की बात की बेग दिखाने के बाद आरोपियों ने रुपये लेकर पहले दिल्ली बुलाया, लेकिन पुलिस ने सक्रियता बरतते हुए उसके गांव के लोगों से आरोपी की पतासाजी की जिसके आधार पर पुलिस साइबर सेल से मिली ट्रेस लोकेशन के बाद मनगवां पंहुचीं जहां थाना प्रभारी जय प्रकाश पटेल को साथ लेकर मनिकवार चौकी के पास ग्राम डुंडा स्थित घर पंहुचकर आरोपी सुलभ सिंह ठाकुर को दबोच लिया, घटना में शामिल सहयोगी धनंजय सिंह बघेल और विपिन सिंह पीड़ित युवक को बांधकर कार में छुपे थे, जिन्हें आरोपी के माध्यम से रुपये देने के बहाने बुलाया, जैसे ही आरोपी पंहुचे पुलिस ने घेराबंदी कर दोनों अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर पीड़ित राहुल राज को सकुशल बचा लिया।
पूरे मामले में पनागर थाना प्रभारी अम्बुज पांडेय, संतोष पांडेय
विनय, कुलदीप साहू, देशपाल सिंघ्, विवेक चौधरी ओर मनगवां थाना प्रभारी जयप्रकाश पटेल और मनिकवार चौकी प्रभारी रामनरेश तिवारी की सराहनीय भूमिका रही।

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किडनी के अस्वस्थ होने पर दिखाई देते हैं यह लक्षण रखें इन बातों का ख्याल

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डिजिटल भारत l जैसा कि हम सभी जानते हैं कि हर व्यक्ति के शरीर में दो गुर्दे होते हैं, जो मुख्य रूप से यूरिया, क्रिएटिनिन, एसिड, आदि जैसे नाइट्रोजनयुक्त अपशिष्ट पदार्थों को रक्त में से छानने के लिए जिम्मेदार होते हैं। (जो सभी शरीर में चयापचय के उत्पाद हैं) और इस तरह मूत्र का उत्पादन करते हैं।

लाखों लोग विभिन्न प्रकार के गुर्दे की बीमारियों के साथ रह रहे हैं और उनमें से अधिकांश को इसके बारे भनक तक नहीं है। यही कारण है कि गुर्दे की बीमारी को अक्सर एक ‘साइलेंट किलर’ के रूप में जाना जाता है क्योंकि अधिकांश लोगों को बीमारी का पता तब तक नहीं चलता जब तक यह उग्र रूप धारण नहीं कर लेता। जबकि लोग अपने रक्तचाप, ब्लड शुगर और कोलेस्ट्रॉल के स्तर की नियमित रूप से जांच करवाते रहते हैं, वे अपने गुर्दे की किसी भी समस्या का पता लगाने के लिए अपने रक्त में एक सरल क्रिएटिनिन परीक्षण भी नहीं करवाते। 2015 के ग्लोबल बर्डन डिजीज (GBD) के अध्ययन के अनुसार, क्रोनिक किडनी रोग (CKD) को भारत में मृत्यु दर के आठवें प्रमुख कारणों में से एक के रूप में स्थान दिया गया है।

किडनी विकार के चेतावनी के कई संकेत होते हैं, हालांकि, अधिकांश समय इन्हें अनदेखा किया जाता है या किसी और तरह की समस्या समझकर लोग भ्रमित हो जाया करते हैं। इसलिए, हर व्यक्ति को बहुत ही सतर्क रहना चाहिए और किडनी विकार का कोई भी लक्षण दिखने पर जल्द से जल्द पुष्टिकरण परीक्षण (रक्त, मूत्र और इमेजिंग सहित) करवाना चाहिए। ऐसे किसी व्यक्ति को किसी नेफ्रोलॉजिस्ट के पास जाना चाहिए और अपने संदेह को स्पष्ट करना चाहिए।

लेकिन अगर आपको उच्च रक्तचाप, मधुमेह, मोटापा, मेटाबॉलिक सिंड्रोम है, या कोरोनरी आर्टरी डिजीज, और / या किडनी फेल होने का पारिवारिक इतिहास है या आप 60 वर्ष से अधिक उम्र के हैं तो आज के युग में आपको नियमित रूप से गुर्दे की जांच करवाते रहना चाहिए।हमारे हृदय,मस्तिष्क और फेफड़ों की तरह,हमारी किडनी भी हमारी संपूर्ण हेल्थ और तंदुरूस्ती को बनाए रखने में अहम किरदार निभाती है। यूके नेशनल हेल्थ सर्विसेज के मुताबिक किडनी हमारी बॉडी का अहम अंग है जिसका काम बॉडी से टॉक्सिन को बाहर निकालना है और खून को साफ करना है। किडनी हमारे ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करती है और लाल रक्त कोशिकाओं को बनाती है। किडनी का काम शरीर में पीएच स्तर को नियंत्रित करना है।

किडनी हमारी बॉडी के कई जरूरी काम करती है अगर इसमें किसी तरह की कोई परेशानी हो जाए तो हमारी सेहत को कई जटिलताओं का सामना करना पड़ता है। किडनी में खराबी होने पर बॉडी में कुछ वॉर्निंग साइन दिखने लगते हैं। आइए जानते हैं कि किडनी में खराबी होने पर बॉडी में कौन-कौन से लक्षण दिखना शुरू हो जाते हैं।

आंखों के आसपास सूजन,चेहरे और पैरों में सूजन किडनी की परेशानी के संकेत:
किडनी का काम बॉडी से टॉक्सिन को निकालना है। जब किडनी ठीक से काम नहीं कर पाती तो शरीर के ऊतकों में अतिरिक्त पानी और नमक के संचय के साथ-साथ विषाक्त पदार्थों और अशुद्धियों का निर्माण होता है। बॉडी में जमा होने वाले इन टॉक्सिन की वजह से पैरों में सूजन और आंखों के आसपास सूजन हो सकती है
अत्यधिक थकान:
किडनी रेड ब्लड सेल्स का निर्माण करती है,जिसकी कमी से एनीमिया हो सकता है। यह शरीर में मस्तिष्क और मांसपेशियों को ऑक्सीजन और पोषक तत्वों की आपूर्ति को बाधित कर सकता है। किडनी में परेशानी होने पर आप बेहद थका हुआ महसूस कर सकते हैं।

पेशाब में बदलाव हो सकता है:
अस्वस्थ किडनी कुछ पैटर्न बदल सकती हैं या पेशाब में बदलाव कर सकती हैं। आमतौर पर किडनी ब्लड को फ़िल्टर करने में मदद करती हैं जिससे मूत्र का उत्पादन होता है। किडनी बॉडी से टॉक्सिन को बाहर निकालती है।जब किडनी ठीक से काम नहीं करती तो यह यूरीनरी ट्रेक में अनियमितता पैदा कर सकती है।

स्किन का ड्राई होना और उसमें खुजली होना:
स्किन का ड्राई होना, स्किन में खुजली होना,रूखी त्वचा किडनी की बीमारी का संकेत हो सकता है। यह रक्त में खनिजों और पोषक तत्वों के असंतुलन का संकेत है। यह परेशानी फास्फोरस का ब्लड में स्तर बढ़ने के कारण भी हो सकती है।


कमजोरी: गुर्दे की बीमारी का एक सामान्य लक्षण है शुरुआत में थकावट का होना। जैसे-जैसे गुर्दे की खराबी बढती जाती है यह लक्षण और अधिक स्पष्ट होता जाता है। सामान्य दिनों की तुलना में वह व्यक्ति अधिक थका हुआ महसूस कर सकता है और ज्यादा गतिविधियों को करने में असमर्थ होता है, तथा उसे बार-बार आराम की आवश्यकता होती है। ऐसा काफी हद तक रक्त में विषाक्त पदार्थों और अशुद्धियों के संचय के कारण होता है, जिसके परिणामस्वरूप गुर्दे खराब होते जाते हैं। गैर-विशिष्ट लक्षण होने के नाते इसे अक्सर अधिकांश लोगों द्वारा अनदेखा किया जाता है और इसकी पूरी तरह से जांच नहीं की जाती है।


भूख में कमी: यूरिया, क्रिएटिनिन, एसिड जैसे विषाक्त पदार्थों के जमा होने से व्यक्ति की भूख कम होने लगती है। इसके अलावा, जैसे-जैसे गुर्दे की बीमारी बढती जाती है, रोगी के स्वाद में बदलाव होता जाता है, जिसे अक्सर रोगियों द्वारा धातु के रूप में बताया जाता है। यदि किसी को दिन में बिना कुछ खाए भी पेट भरे का अहसास होता हो, तो दिमाग में खतरे की घंटी बजनी चाहिए और उसके गुर्दे की जांच करवानी चाहिए।


सुबह की मिचली और उल्टी: गुर्दे के खराब होने के शुरुआती लक्षणों में से एक और लक्षण है सुबह-सुबह मिचली और उल्टी का होना, और इसका पता तब चलता है जब रोगी सुबह बाथरूम में अपने दांतों को ब्रश करता है। इससे व्यक्ति की भूख भी कम होती जाती है। गुर्दे फेल होने के अंतिम चरण में, मरीज को बार-बार उल्टी आती है और भूख कम लगती है।

किडनी को हेल्दी कैसे रखें:
किडनी को हेल्दी रखने के लिए नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डायबिटीज एंड डाइजेस्टिव एंड किडनी डिजीज (NIDDKD) ने बताया है कि डाइट में कुछ बदलाव करके किडनी को हेल्दी रखा जा सकता है।


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दिन ही 500 से अधिक मुख्यमंत्री लाडली बहनो से भरवाए गये फार्म

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डिजिट भारत । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की घोषणा के बाद आज जबलपुर जिले का पहला केन्द्र विधानसभा क्षेत्र जहाँ आज राँझी दर्शन तिराहे के पास भव्यता के साथ केन्ट विधान सभा क्षेत्र के विधायक अशोक ईश्वर दास रोहाणी की विशेष उपस्थिति में मुख्यमंत्री लाडली बहता योजना के फार्म वितरण किये गए। कार्यक्रम के दौरान विधायक अशोक ईश्वर दास रोहाणी ने आज राँझी दर्शन तिराहा के पास पहले दिन ही 500 से अधिक केन्द्र विधानसभा क्षेत्र की
लाडली बहनों का योजना के फार्म भरवाये गए। विधायक अशोक ईश्वर दास रोधणी ने फार्म वितरण कार्यक्रम के दौरान अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि केन्द्र विधानसभा क्षेत्र के सभी नागरिकगण हमारे परिवार के सदस्य है। उन्होंने कहा कि एक भी परिवार के पात्र लाडली बहना योजना से वंचित नहीं रहेगा। उन्होंने अपने उद्‌बोधन में कहा कि केन्ट विधान सभा क्षेत्र के सभी पात्र लाडली बहना को मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना का लाभ दिलाएंगे। कार्यक्रम के दौरान नगर निगम के अध्यक्ष रिंकू विज, सभी वार्ड पार्षद अनुराग दाहिया, निशांत झारिया, श्रीमती संतोषी ठाकुर, दामोदर सोनी, श्रीमती सावित्री शाह गोड, शरद श्रीवास्तव, श्याम कुमार कनौजिया, कृष्णा दास चौधरी, श्रीमती रजनी सुरेन्द्र साहू के साथ अन्य अधिकारी कर्मचारीगण आदि उपस्थित रहे।

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