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एक भारत उत्कृष्ट भारत

स्वच्छता अभियान के कार्यो में किसी प्रकार का कोई समझौता नहीं – निगमायुक्त स्वप्लिन वानखड़े

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डिजिटल भारत l नगर निगम के द्वारा स्वच्छता अभियान 2023 में जबलपुर को पहले पायदान पर पहुॅंचाने के संबंध में नव पदस्थ निगमायुक्त स्वप्निल जी वानखड़े पदभार ग्रहण के दूसरे दिन ही अपने प्रयास तेज कर दिये हैं। उन्होंने आज शहर की सफाई व्यवस्था के निरीक्षण के साथ-साथ कठौंदा स्थित प्लांटों का भी तावड़तोड़ निरीक्षण किया और सभी प्लांटों को अभी से अपडेट रखने के निर्देश दिये। निगमायुक्त श्री वानखड़े ने अधिकारियों को कहा कि इस वर्ष स्वच्छता सर्वेक्षण अभियान के कार्यो में किसी प्रकार का कोई समझौता नहीं किया जायेगा। उन्होंने निर्देशित किया कि हर हाल में इस वर्ष की स्वच्छता प्रतियोगिता में जबलपुर की रैंकिंग में बड़े पैमाने पर सुधार लाया जायेगा। इसके लिए आप सभी लोग अभी से कमर कस लें। उन्होंने शहर के विभिन्न क्षेत्रों का निरीक्षण कर कठौंदा प्लांट पहुॅंचे जहॉं पर स्वच्छता टीम के सदस्यों के साथ सी एण्ड डी, कम्पोस्ट प्लांट, एम.आर.एफ. प्लांट, होम कम्पोस्ट प्लांट, बायोमेट्रिक डोमेस्टिक प्लांट का निरीक्षण किया और सभी प्लांटों को प्रभावी रूप से संचालित करने तथा अपडेट रखने के निर्देश दिये। निरीक्षण के समय सहायक आयुक्त संभव अयाची, स्वास्थ्य अधिकारी भूपेन्द्र सिंह आदि उपस्थित रहे।

नवनियुक्त निगमायुक्त स्वप्निल वानखड़े ने यह भी कहा कि शहर की साफ-सफाई व्यवस्था को सुदृढ करने, स्वच्छता की रैंकिंग सुधारने के अलावा शहर के नागरिकों को अन्य आवश्यक मूलभूत सुविधाएं प्रदान करना भी हमारी प्राथमिकता है।
उन्होंने कहा है कि नगर निगम का कार्य नागरिकों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराना है इसलिए वे इस दिशा में भी विशेष प्रयास करेंगे। उल्लेखनीय है कि राज्य शासन द्वारा रीवा में सी.ई.ओ. जिला पंचायत के पद पर पदस्थ रहे आई.ए.एस. अधिकारी स्वप्निल जी वानखड़े को नगर निगम जबलपुर में निगम आयुक्त के पद पर स्थानांतरित किया है। शासन के निर्देशों के अनुरूप उन्होंने गुरूवार को जबलपुर पहुंचकर नगर निगम आयुक्त का पदभार ग्रहण किया।

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बीबीसी न्यूज़ पर इनकम टैक्स की कार्यवाही को मीडिया पर हमला : कांग्रेसि

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डिजिटल भारत l आज देश भर में चर्चा का प्रमुख विषय बना हुआ है बीबीसी
अथार्त ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन
पर इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की कार्यवाही,

सबसे मजेदार प्रतिक्रिया कांग्रेसियों की तरफ से आ रही है, जो बीबीसी पर इनकम टैक्स की कार्यवाही को मीडिया पर हमला बता रहे हैं,

मीडिया की स्वतंत्रता को लेकर द्रवित हो रहे बुद्धिजीवी कांग्रेसियों को बता दे, कि उनकी वर्तमान माताजी की सास इंदिरा गांधी ने अपने कार्यकाल में बीबीसी के ऑफिस के सारे कर्मचारियों को मुर्गियों की तरह पकड़ गाड़ी में भरा था और कुछ ही घंटों में उन्हें एक विमान में जबरदस्ती ठूंसकर ब्रिटेन भेज दिया था, और बीबीसी के कार्यालय पर ताला जड़ दिया था,

जिन कांग्रेसियों को इंदिरा गांधी की प्रतिक्रिया पुरानी बात लग रही है, उन्हें याद दिलाना चाहूंगा कि महाराष्ट्र में कांग्रेस की सरकार ने किस प्रकार बदले की भावना के अंतर्गत पत्रकार अर्णब गोस्वामी को सुबह-सुबह उसके घर से उठाकर जबरदस्ती जेल में ठूंसा था, वह दृश्य आज भी लोगों के मन मस्तिष्क में जीवंत हैं,

अब जब मैं कांग्रेसियों के शासनकाल में उनके द्वारा मीडिया से किए जाने वाले व्यवहार पर प्रकाश डाल चुका हूं तो अब आते हैं ब्रिटेन के नेशनल ब्रॉडकास्टर बीबीसी की ओर,

बीबीसी की भारत के प्रति नकारात्मक कवरेज और भद्दा व् छिछला प्रोपेगेंडा हाल में आई उस झूठ का पुलिंदा डॉक्यूमेंट्री तक ही सीमित नहीं है,

नोटबंदी के समय बीबीसी ने लाइनों में लोगों के मरने की झूठी खबरें चलाई थी, शाहीन बाग और तथाकथित अन्नदाता आंदोलन के समय भी विश्व भर में भारत विरोधी प्रोपेगेंडा की झड़ी लगाई थी,
2014 के बाद से ही बीबीसी भारत में हिंदुओं और हिंदुत्व के प्रति विश्वभर में एक नकारात्मक जहरीला प्रोपेगेंडा चलाता आ रहा है जो विभिन्न अवसरों पर उजागर हुआ है,

किन्तु यहां विषय ब्रिटेन के स्टेट स्पॉन्सर्ड ब्रॉडकास्टर बीबीसी का झूठ और उसके द्वारा फैलाया जा रहा भारत विरोधी प्रोपेगेंडा नहीं है, विषय है बीबीसी के द्वारा भारत में कार्य करने के दौरान की गई टैक्स चोरी,

यह पहली बार नहीं है जब ब्रिटेन के स्टेट स्पॉन्सर्ड नेशनल ब्रॉडकास्टर पर टैक्स चोरी के आरोप लगे हैं
बीबीसी पर स्वयं उसके ही देश ब्रिटेन में टैक्स चोरी के गंभीर आरोप ना केवल लगे हैं अपितु सिद्ध भी हुए हैं
और ब्रिटेन के स्टेट स्पॉन्सर्ड नेशनल ब्रॉडकास्टर बीबीसी ने अपनी एनुअल रिपोर्ट में स्वयं लिखा है कि 12 मिलियन पाउंड की पेनल्टी चुका कर बीबीसी ने उस टैक्स चोरी के कुकर्म से अपना टेंटुआ बचाया था,

अब इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की बात करें तो उनका कहना है कि इस कार्यवाही से पूर्व वे बीबीसी को कई नोटिस भेज चुके हैं किंतु बीबीसी की ओर से कोई जवाब नहीं दिया गया,
संभवत बीबीसी वाले आज भी भारत और भारतीय कानून को अपना गुलाम समझ कर बैठे हुए हैं और उपनिवेशवादी मानसिकता से उबर नहीं पाए है, और सोच रहे हैं कि जिस प्रकार अंग्रेजों ने भारत को गुलाम बनाकर भारत से 45 ट्रिलियन डॉलर लुटे थे बीबीसी वाले भी भारत में अपने गोरखधंधे चलाकर भारतीय कानून को ठेंगा दिखाकर सरलता से बैठकर भारत में टैक्स चोरी करते रहेंगे, किंतु समय आ गया है कि बीबीसी को कायदे से समझाया जाए कि ब्रिटिश शासन का सूर्य कब का अस्त हो चुका है….

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शिवसेना विवाद पर चुनाव आयोग का फैसला, एकनाथ शिंदे गुट को सौंपा गया शिवसेना का प्रतीक तीर-कमान

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डिजिटल भारत l महाराष्ट्र की राजनीति में लंबे समय से उठापटक जारी है. शिवसेना के नाम और पार्टी के सिंबल पर हक को लेकर उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे के बीच पिछले कुछ समय से तनातनी चल रही थी. इसी बीच चुनाव आयोग ने बड़ा फैसला लिया है. चुनाव आयोग के इस फैसले के बाद शिवसेना का नाम और पार्टी का निशान उद्धव ठाकरे से छिन गया है. EC ने एकनाथ शिंदे गुट को पार्टी का नाम और शिवसेना का प्रतीक तीर कमान सौंप दिया है.

चुनाव आयोग के इस फैसले के बाद शिवसेना सांसद संजय राउत ने ट्वीट कर कहा कि इसकी स्क्रिप्ट पहले से ही तैयार थी. देश तानाशाही की ओर बढ़ रहा है. जबकि कहा गया था कि नतीजा हमारे पक्ष में होगा. लेकिन अब एक चमत्कार हो गया है. लड़ते रहो. संजय राउत ने कहा कि ऊपर से नीचे तक करोड़ों रुपए पानी की तरह बहाया है. हमें फिक्र करने की जरूरत नहीं है, क्योंकि जनता हमारे साथ है. लेकिन हम जनता के दरबार में नया चिह्न लेकर जाएंगे और फिर से शिवसेना खड़ी करके दिखाएंगे, ये लोकतंत्र की हत्या है.

उद्धव ठाकरे गुट के नेता आनंद दुबे ने कहा कि वहीं आदेश आया है, जिसका हमें अंदेशा था. उन्होंने कहा कि हम कहते रहे हैं कि हमें चुनाव आयोग पर भरोसा नहीं है. जब मामला सुप्रीम कोर्ट के विचाराधीन है और कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है, तो चुनाव आयोग द्वारा यह जल्दबाजी दिखाती है कि यह केंद्र सरकार के तहत भाजपा एजेंट के रूप में काम करता है. हम इसकी निंदा करते हैं.

दरअसल, पिछले साल जून में जब एकनाथ शिंदे ने तख्तापलट किया था तो पार्टी में दो गुट उभर आए थे. पार्टी उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे के समर्थकों के बीच बंट गई थी. शिंदे गुट की बगावत के बाद महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे को सीएम पद से इस्तीफा देना पड़ा था. बाद में एकनाथ शिंदे ने सीएम औऱ देवेंद्र फडणवीस ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली थी.

इसके बाद उद्धव गुट औऱ एकनाथ शिंदे गुट असली शिवसेना की पहचान के लिए आमने सामने आ गए थे. जहां एकनाथ शिंदे गुट का कहना था कि हम बालासाहेब ठाकरे की विचारधारा को आगे बढ़ा रहे हैं. वहीं उद्धव गुट शिवसेना पर अपना दावा ठोक रहा था.

महाराष्ट्र में सत्ता में बदलाव के बाद उद्धव गुट औऱ एकनाथ शिंदे गुट असली शिवसेना की पहचान के लिए आमने सामने आ गए थे. जहां एकनाथ शिंदे गुट का कहना था कि हम बालासाहेब ठाकरे की विचारधारा को आगे बढ़ा रहे हैं. वहीं उद्धव गुट शिवसेना पर अपना दावा ठोक रहा था.

इसके बाद उद्धव गुट और शिंद गुट ने शिवसेना के नाम और पार्टी के प्रतीक चिह्न तीर कमान को लेकर चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाया था. अक्टूबर 2022 में शिंदे गुट को पार्टी के प्रतीक के रूप में दो तलवार और ढाल के साथ बालासाहेबंची शिवसेना (बालासाहेब की शिवसेना) नाम दिया गया था. जबकि उद्धव गुट को शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नाम दिया गया था और प्रतीक चिह्न मशाल दिया गया था.

दरअसल, शिवसेना के धनुष और बाण चिन्ह के स्वामित्व पर अंतिम सुनवाई जनवरी में हुई थी. चुनाव आयोग का आखिरी फैसला शुक्रवार को आया. हालांकि इस फैसले से जहां शिंदे गुट में जश्न का माहौल है, तो वहीं, उद्धव गुट के लिए ये बड़ा झटका है. चुनाव आयोग के इस फैसले के बाद उद्धव गुट के नेताओं ने कहा कि हमें पहले ही इस आदेश का अंदेशा था

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स्तरीय पुरस्कार प्रतियोगिता : ग्राम भवरदा निवासी की हरियाणा नस्ल की गाय ने प्राप्त किया प्रथम पुरस्कार

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डिजिटल भारत l मुख्यमंत्री पशुपालन विकास योजना अंतर्गत भारतीय उन्नत नस्ल की दुधारू गाय हेतु जिला स्तरीय पुरस्कार प्रतियोगिता का 15 फरवरी को आयोजन किया गया । इस प्रतियोगिता में जिले के चयनित पशुपालकों द्वारा भाग लिया गया । 3 समय के दुग्ध उत्पादन का आंकलन एवं गणना उपरांत प्रथम द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले पशुपालकों को कार्यक्रम में पुरूस्कृत किया गया । प्रतियोगिता में हर्ष बाजपेयी पिता सतेन्द्र बाजपेयी ग्राम भवरदा विकासखंड मण्डला की हरियाणा नस्ल की गाय ने 12.082 लीटर प्रतिदिन दुग्ध उत्पादन देकर प्रथम स्थान 51 हजार रूपये का पुरस्कार प्राप्त किया । निलेश कुमार झारिया पिता डालचंद्र झारिया ग्राम देवरी विकासखंड नारायणगंज की गिर नस्ल की गाय ने 10.560 लीटर प्रतिदिन दुग्ध उत्पादन देकर द्वितीय स्थान 21 हजार रूपये का इनाम जीता एवं अमृतलाल धनगर पिता स्व चौबाराम धनगर ग्राम बम्हनी बंजर विकासखंड मण्डला की साहीवाल नस्ल की गाय ने 7.533 लीटर प्रतिदिन दुग्ध उत्पादन देकर तृतीय स्थान 11 हजार रूपये का इनाम जीता । कार्यक्रम में मुख्य अतिथि जिला पंचायत अध्यक्ष संजय कुशराम, नगरपालिका अध्यक्ष विनोद कछवाहा, उपाध्यक्ष अखिलेश कछवाहा, जिला गौपालन एवं गौसंवर्धन समिति उपाध्यक्ष दिलीप चंद्रौल द्वारा प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र देकर पुरूस्कृत किया गया ।

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देश के वन्य-जीव संरक्षण के इतिहास में जुडेगा नया अध्याय, कूनो राष्ट्रीय उद्यान लाए जाएंगे 12 चीते

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देश और मध्यप्रदेश के वन्य-जीव संरक्षण के इतिहास में 18 फरवरी को एक और नया अध्याय जुडने जा
रहा है। पालपुर कूनो राष्ट्रीय उदयान की शोभा बढ़ाने दक्षिण अफ्रीका से लाये जा रहे 12 चीतों का कुनबा शामिल
होने जा रहा है। इनमें 7 नर चीते और 5 मादा चीते हैं। इन 12 चीतों में से 2 चीते कोएलिशन हैं। अब कूनो में
17 चीतों का रहवास हो गया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने जन्म-दिन 17 सितम्बर को नामीबिया से
लाये 8 चीतों को कूनो में छोड़ा था। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 18 फरवरी को श्योपुर जिले में स्थित
कूनोपालपुर अभयारण्य में 12 चीतों को बाड़े में छोड़ेंगे। साथ ही पूर्व में बनाये गये चीता मित्रों से संवाद भी करेंगे।
चीतों की देखभाल के लिये व्यापक इंतजाम किये गये हैं। कोरेंटाइन बोमा में 12 चीतों को रखने के लिये
10 कोरेंटाइन बोमा तैयार किये गये हैं। इनमें 8 नये और 2 पुराने कोरेंटाइन बोमा को परिवर्तित किया गया है।
इसके अलावा दो आइसोलेशन वार्ड तैयार किये गये हैं। सभी कोरेंटाइन बोमा में छाया के लिये शेड बनाये गये हैं।
चीतों के लिये पानी की व्यवस्था की गई है। हेलीकाप्टर से 12 चीतों को उतारने के बाद उन्हें कोरेंटाइन बोमा में
लाया जायेगा। हेलीपेड से कोरेंटाइन बोमा की दूरी लगभग एक किमी है। उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश का पालपुर
कुनो राष्ट्रीय उदयान वन्य-जीव प्रेमियों के लिए सबसे अनूठा गंतव्य है। कूनों में करधई, खैर और सलाई की
बहुतायत वाले लुभावने जंगल हैं और विशाल घास के मैदानों में दर्जनों की संख्या में घास चरते हुए वन्यजीव हैं।
यह क्षेत्र लगभग 350 वर्ग किलोमीटर के अभयारण्य के रूप में शुरू हुआ था और एक पत्ती के आकार का था
जिसके बीचों – बीच में एक रीढ़ की हड्डी की तरह कुनो नदी बहती है। यह नदी न केवल जंगल में एक निरंतर
पानी की आपूर्ति रखने और जंगल की सिंचाई करने में मदद करती है, बल्कि इससे इस संरक्षित क्षेत्र का नाम भी
पड़ा है।

अनूठा कूनो

कूनो नेशनल पार्क / कूनो वन्य-जीव डिवीज़न और आसपास का क्षेत्र ऐतिहासिक रूप से वन्य-जीवों से
समृद्ध रहा है। यह क्षेत्र प्राचीन काल में भी घने जंगल के रूप में जाना जाता था। कूनो नदी के आसपास का क्षेत्र
प्राचीन काल से जैव विविधता से समृद्ध रहा है। राज्य सरकार ने इस स्थान के महत्व को महसूस करते हुए वर्ष
1981 में लगभग 3300 वर्ग किमी के बड़े वन क्षेत्र के अंतर्गत लगभग 345 वर्ग किमी के कूनो वन्य-जीव
अभयारण्य की स्थापना की। वन्य-जीव संरक्षण को और मजबूत करने और इस क्षेत्र के उचित प्रबंधन को सुनिश्चित
करने के लिए अतिरिक्त 891 वर्ग किमी क्षेत्र को बफर के रूप में जोड़ कर वर्ष 2002 में 1235 वर्ग किमी के
कूनो वन्य-जीव प्रभाग की स्थापना की गयी | शुष्क घास के मैदान और उष्णकटिबंधीय नदी वाले वन शामिल हैं।
यह पशुओं की विभिन्न प्रजातियों में समान रूप से समृद्ध है। यह क्षेत्र वन्य-जीव के लिए विभिन्न अनुकूल कारकों
का एक दुर्लभ रहवास स्थल है। इस क्षेत्र को चीतों के के पुनर्वास लिए सबसे उपयुक्त स्थान के रूप में पहचाना
गया।

क्या है कूनो में

कूनो नेशनल पार्क के वन क्षेत्र में मुख्य रूप से करधई, सलाई, खैर के पेड़ों का वर्चस्व है, जो ज्यादातर
मिश्रित जंगलों के बीच हैं। इससे वनस्पतियों और जीवों की विभिन्न प्रकार की प्रजातियाँ होने में भी मदद मिलती
है। कुल मिलाकर, 123 प्रजातियों के पेड़, झाड़ियों की71 प्रजातियाँ, बेलों और विदेशी वनस्पति की 32 प्रजातियाँ,
बाँस और घास की 34 प्रजातियाँ कूनो नेशनल पार्क में पाई जाती हैं वर्ष 1947 में भारत में सिर्फ 3 चीते बचे थे।
शिकार हो जाने से उनका अस्तित्व खत्म हो गया था और वर्ष 1952 में भारत में चीतों को विलुप्त घोषित कर
दिया गया। तब से अब तक देश में फिर से चीतों के पुनर्वास के कोई सार्थक प्रयास नहीं हुए थे। प्रधानमंत्री श्री
नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में चीता एक्शन प्लान को सार्थक बनाया गया। चीतों के पुनर्वास के लिये नामीबिया, साउथ
अफ्रीका सहित भारत के वैज्ञानिकों और विषय-विशेषज्ञों के शोध के बाद तैयार विस्तृत चीता एक्शन प्लान के सुखद
परिणाम से अब कूनो नेशनल पार्क का गौरव बढ़ा है।

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एटीएम कार्ड बदलकर खातों से रूपयों आहरण करने वाले अंतर्राज्यीय गिरोह

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डिजिटल भारत l आदेश के परिपालन मे अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संजय अग्रवाल एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अपराध समर वर्मा तथा नगर पुलिस अधीक्षक केंट शशांक एवं नगर पुलिस अधीक्षक गोहलपुर अखिलेश गौर के मार्गदर्शन मे सायबर सेल, क्राईम ब्रांच तथा थाना गोहलपुर एवं गोराबजार पुलिस की टीम गठित कर लगायी गयी।

       गठित टीम द्वारा बैंक फुटेज एवं तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर घटना में प्रयुक्त वाहन की पतासाजी करते हुए अंतर्राज्जीय गिरोह के 4 आरोपी क्रमशः 1-सचिन सिंह ठाकुर पिता जगपाल सिंह उम्र 28 वर्ष निवासी रुड़की हरिद्वार उत्तराखंड, 2-कल्याण सिंह कश्यप् पिता गसवीर सिंह कश्यप् उम्र 32 वर्ष निवासी ग्राम कुनियाखेड़ा जिला सहारनपुर उत्तरप्रदेश, 3-अर्जुन चौहान पिता राजकुमार चौहान उम्र 27 वर्ष सदरबजार जिला सहारनपुर उत्तरप्रदेश, 4-शिव ठाकुर उर्फ शिवा पिता राजेश ठाकुर उम्र 28 वर्ष निवासी पठारी जिला हरिद्वार उत्तराखंड को अभिरक्षा में लेकर  पूछताछ की गयी चारों आरोपियों द्वारा विभिन्न राज्यों में एटीएम कार्ड बदलकर धोखाधड़ी करना स्वीकार किया। आरोपियों की निशादेही पर विभिन्न बैंको के बैंको के 63 नग एटीएम कार्ड तथा घटना में प्रयुक्त वाहन क्रमांक यूपी 07 एपी 0719 सुजुकी रिट्ज कार जप्त करते हुये चारों  आरोपियें को विधिवत गिरफ्तार कर मान्नीय न्यायालय के समक्ष पेश करते हुये और भी प्रकरणों में पूछताछ हेतु पुलिस रिमाण्ड मे लिया जा रहा है।
            प्रारम्भिक पूछताछ पर मण्डला जिले में 2 घंटनायें कारित करना स्वीकार करते हुये बताये कि यूट्यूब में देखकर तरीका वारदात सीखा है।
  उल्लेखनीय है कि पकडे गये चारों आरोपियों के द्वारा देश के अन्य राज्यों में भी ए.टी.एम. कार्ड बदलकर धोखाधड़ी की कई घटनायें की गयी है।

तरीका वारदात :- एटीएम में पैसे निकालने व मदद करने के नाम पर बातों में लगाकर एटीएम पिन देख लेते थे व मौका पाकर एटीएम कार्ड बदलकर नजदीक के ही एटीएम मशीन से पैसे निकाल कर व शापिंग कर धोखाधड़ी करते थे।

उल्लेखनीय भूमिका- एटीएम कार्ड बदल कर लोगों के खाते से रूपये निकालकर धोखाधडी करने वाले शातिर आरोपियो को गिरफ्तार करते हुये घटना में प्रयुक्त वाहन जप्त करने में थाना प्रभारी गोहलपुर श्री विजय तिवारी, थाना प्रभारी गोराबाजार श्री विजय परस्ते, सायबर सेल निरीक्षक सुश्री शबाना परवेज थाना गोहलपुर के उप निरीक्षक शैलेन्द्र सिंह, उप निरीक्षक सरनाम सिह, सउनि विनोद सुरकेल, सायबर सेल के प्रधान आरक्षक नितिन जोशी, आरक्षक कृष्णचंद्र तिवारी, अरविंद सूर्यवंशी, अभिदीप भट्टाचार्य, जितेन्द्र राऊत, मनोज चौधरी, सौरभ शुक्ला, क्राईम ब्रांच के सहायक उप निरीक्षक धनंजय सिह, आरक्षक मुकुल गौतम , मोहित उपाध्याय थाना गोहलपुर के आरक्षक आलोक यादव, नीरज, नितेश, थाना गोराबाजार के आरक्षक धर्मेद्र सिह पुलिस लाईन के आरक्षक गौरव शर्मा की सराहनीय भूमिका रही।

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रुद्राक्ष महोत्सव सीहोर 2023! चर्चाओं में है कुबेरेश्‍वर धाम दूसरे दिन भी लगा श्रद्धालुओं का तांता, रुद्राक्ष वितरण काउंटर बंद

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डिजिटल भारत l एक और बात है जहां से उन्होंने कर्मकांड का कार्य शुरू किया उस क्षेत्र में अधिकतर लोग वैष्णव मत के ही हैं। आज भी वे मासिक राधा नाम कीर्तन करते हैं। साथ ही उन्होंने श्रीनाथ जी की हवेली से इसकी शुरुआत की थी, पर अब वे शैव मत के भगवान शिव की बात करते हैं।

कथा वाचन के साथ बताते हैं टोटके
वे शिव महापुराण का वाचन करते हैं और टोटके बताते हैं। उनके टोटके विवाह, नौकरी, संतान और परीक्षा में सफल होने संबंधी होते हैं। इसके साथ ही कर्ज से मुक्ति और धनवान बनने को लेकर वो टोटके बताते हैं।

कुबेरेश्‍वर धाम में अव्‍यवस्‍थाओं के बीच दूसरे दिन भी लगा श्रद्धालुओं का तांता, रुद्राक्ष वितरण काउंटर बंद
कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के आश्रम कुबेरेश्वर धाम में सात दिवसीय रुद्राक्ष महोत्सव के पहले दिन गुरुवार को ही अनुमान से कहीं अधिक लोगों के पहुंचने से हालात बिगड़ गए। शुक्रवार को दूसरे दिन भी कुबेरेश्‍वर धाम में श्रद्धालुओं का तांता लगा है। हालांकि कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा कह चुके हैं कि व्यवस्था सुधरने तक रुद्राक्ष वितरण नहीं होगा, लेकिन लोग कुबेरेश्वर धाम लौटने वाले से ज्यादा आने वाले नजर आ रहे हैं। इसी के चलते कुबेरेश्वर धाम में दूसरे दिन भी अव्यवस्थाएं नजर आ रही है। यहां पानी की पर्याप्त इंतजाम नहीं है। जबकि भोजन की तैयारी की जा रही है। बिठ्ठेलेश्वर समिति के लोग कुछ भी कहने से बचते नजर आ रहे है। खास बात यह है कि पूरा परिसर से लगे हुए रास्ते सहित खेत के आसपास गंदगी होने से लोगों को परेशानी हो रही है। उधर समिति की ओर से गुरुवार देर रात ही फिलहाल रुद्राक्ष वितरण बंद करने की घोषणा कर दी गई थी। शुक्रवार सुबह से रुद्राक्ष वितरण काउंटर खुले भी नहीं हैं, इसके बावजूद कई लोग रुद्राक्ष पाने की आस में अब भी काउंटरों के आगे जमा हैं। हालांकि बड़ी संख्‍या में लोगों के लौटने का सिलसिला भी शुरू हो गया है।
बताया जाता है कि कल मची अफरातफरी के बीच करीब 15 लोग लापता हो गए। लोग अपनोंं की तलाश में कोतवाली के चक्‍कर काट रहे हैं, लेकिन उन्‍हें ज्‍यादा मदद नहीं मिल पा रही है।


कुबेरेश्वर धाम में लोगों के आने का सिलसिला अब भी जारी है। भोपाल-इंदौर हाइवे पर फिलहाल गुरुवार जैसे भीषण जाम के हालात तो नहीं हैं, लेकिन श्रद्धालुओं के बसों में भरकर आने का सिलसिला यूं ही जारी रहा तो हालात फिर से बिगड़ भी सकते हैं। इधर कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा और आयोजन समिति की तरफ से अब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर अब भी हजारों लोग मौजूद हैं। उधर, गुरुवार को कुबेरेश्वर धाम से लापता कई लोगों को के फ़ोटो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो रहे हैं।

सुबह तक करते रहे ट्रेन का इंतजार
गुरुवार को पहले दिन कुबेरेश्वर धाम पहुंचे लोगों को जब परेशानी का सामना करने के बाद भी रुद्राक्ष नहीं मिले और वितरण नहीं करने की बात सामने आई तो 60 फीसदी लोग वापस लौटना शुरू हो गए। जिससे बढ़ी संख्या में लोग रेलवे स्टेशन पहुंच गए। सबसे अधिक लोग इंदौर रूट पर जाने वाले थे, जिससे पूरा भोपाल रेलवे स्टेशन लोगों से पट गया।
रात भर चली बसें, वसूला मनमाना किराया, यहां-वहां चादर बिछाकर सोए लोग
कुबेरेशवर धाम के दोनो तरफ लगे जाम के बाद बड़ी संख्या में लोग पैदल ही करीब दस किमी के जाम से जूझते हुए बस स्टैंड पहुंचे, लेकिन यहां इंदौर जाने वाली बसें नहीं मिलने से उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। हालांकि भोपाल के लिए वाहन मिल रहे थे, लेकिन किराया 100 से 200 रुपये तक लिया जा रहा था। हालत यह रही कि हजारों लोग बस स्टैंड के आसपास ही सो गए।

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एक बार फिर नहीं मिला खेलने का मौका ! टीम इंडिया में अनदेखी का शिकार हुआ ये घातक खिलाड़ी

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डिजिटल भारत l टीम इंडिया और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का दूसरा मैच दिल्ली में खेला जा रहा है. इस मैच में टीम इंडिया नई प्लेइंग 11 के साथ उतरी है. कप्तान रोहित शर्मा ने सूर्यकुमार यादव की जगह श्रेयस अय्यर को टीम में शामिल किया. लेकिन एक खिलाड़ी इस मैच में अपनी जगह नहीं बना सका है. ये खिलाड़ी पहले मैच में भी टीम का हिस्सा नहीं था.

इस खिलाड़ी को फिर नहीं मिली जगह

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा ने तीन स्पिनर्स को प्लेइंग 11 में शामिल किया है. लेकिन घातक चाइनामैन स्पिनर कुलदीप यादव इस मैच का हिस्सा नहीं बन सके हैं. वह पहले मैच में भी प्लेइंग 11 में चुने नहीं गए थे. कुलदीप यादव इस समय काफी शानदार फॉर्म में भी हैं, लेकिन उन्हें बेंच पर ही बैठना पड़ रहा है.

इस मैच में बतौर स्पिनर रविचंद्रन अश्विन रवींद्र जडेजा और अक्षर पटेल को टीम में शामिल किया गया है. पहले मैच में भी ये तीनों खिलाड़ी प्लेइंग 11 का हिस्सा बने थे. हालिया समय में इन खिलाड़ियों ने काफी शानदार प्रदर्शन किया है, ऐसे में कुलदीप यादव को आने वाले मैचों में भी बेंच पर बैठना पड़ सकता है.

अपने आखिरी मैच में किया शानदार प्रदर्शन

कुलदीप यादव ने टीम इंडिया के लिए अपना आखिरी टेस्ट मैच बांग्लादेश के दौरे पर खेला था. चटगांव में खेले गए अपने पिछले टेस्ट मैच में कुलदीप यादव व ने कहर मचाते हुए 40 रन बनाए थे और 8 विकेट भी झटके थे, जिसके लिए उन्हें ‘मैन ऑफ द मैच’ चुना गया था. लेकिन इस सीरीज के अगले ही मैच में उन्होंने प्लेइंग 11 से बाहर का रास्ता दिखाया गया था.

टीम इंडिया की प्लेइंग 11

रोहित शर्मा, केएल राहुल, चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली, श्रेयस अय्यर, रवींद्र जडेजा, श्रीकर भरत, अक्षर पटेल, रविचंद्रन अश्विन, मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज.

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अब महज 5 दिन में बन जाएगा Passport! पूरी तरह से ऑटोमेटिक होगा Verification

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डिजिटल भारत l क्या आप देश से बाहर कहीं घूमने की योजना बना रह हैं? लेकिन पासपोर्ट नहीं होने की वजह से आपके प्लान में बाधा आ रही है तो आपको निराश होने की जरूरत नहीं है. जो लोग पासपोर्ट बनवाना चाहते हैं उनके लिए बड़ी खुशखबरी है. दिल्ली में पासपोर्ट वेरिफिकेशन सुविधा पूरी तरह से ऑटोमेटिक होने जा रही है. अब पासपोर्ट पाने में भी कम दिन का इंतजार करना पड़ेगा. 15 दिन के बजाय अब 5 दिन में पासपोर्ट मिल जाएगा. इतने कम समय में पासपोर्ट बनवाकर देश से बाहर जहां भी जाना चाहें, जा सकते हैं. हालांकि, पासपोर्ट का सत्यापन फिलहाल दिल्ली में ही फुल ऑटोमटिक होने वाला है. आइए जानते हैं कि पासपोर्ट कैसे बनवाया जा सकता है.

पासपोर्ट कैसे बनवाएं?

अगर आप एक भारतीय नागरिक हैं और पासपोर्ट बनवाने की चाहत रखते हैं तो इसके लिए आप ऑनलाइन भी अप्लाई कर सकते हैं. पासपोर्ट बनवाने के लिए ऑनलाइन अप्लाई करने के खातिर आपको इन स्टेप्स को फॉलो करना होगा.

ये स्टेप्स करें फॉलो

  • सबसे पहले Passport Seva Online Portal पर रजिस्ट्रेशन करें.
  • इसके बाद Passport Seva Online Portal पर Login करें.
  • फिर अप्लाई फॉर बैकग्राउंड वेरिफिकेशन फॉर जीईपी लिंक पर क्लिक करें.
  • इसके बाद फॉर्म में जानकारियां भर दें और फिर सबमिट कर दें.
  • अब Pay And Schedule Appointment का लिंक दिख रहा होगा, उसपर क्लिक करें. फिर Appointment जिस जगह का बुक करना चाहते हैं उसको चुनें.
  • Appointment बुक करने के लिए ऑनलाइन पेमेंट करें.
  • इसके बाद Print Application Receipt के ऑप्शन पर क्लिक करें. अब प्रिंटर से आवेदन का प्रिंट निकल आएगा. आपके मोबाइल पर Appointment का मैसेज भी आएगा, उसको सेव कर लें.

अगर पासपोर्ट सत्यापन की सुविधा पूरी तरह से ऑनलाइन हो जाएगी तो पुलिस वेरिफिकेशन आदि को फिजिकल रूप से कराने का झंझट नहीं रहेगा.

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बेटियों ने लाड़ली लक्ष्मी योजना का लाभ मिलने से जताई खुशी

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डिजिटल भारत l

श्रीमती राजवती यादव की बेटी को लाड़ली लक्ष्मी योजना का लाभ मिलने से जताई खुशी

नरसिंहपुर जिले के ग्राम देवाकछार की राजवती यादव की बेटी को लाड़ली लक्ष्मी योजना का लाभ मिलना शुरू हो गया है। यादव कहती हैं कि इस योजना से उनकी बेटी को पढ़ाई में मदद मिलेगी। इससे भविष्य में कोई दिक्कत नहीं होगी।
यादव ने बताया कि मेरी बेटी को सरकार द्वारा कक्षा 6 वीं में 2 हजार रुपये, कक्षा 9 वीं में प्रवेश पर 4 हजार रूपये और कक्षा 11 वीं एवं 12 वीं में प्रवेश पर 6- 6 हजार रुपये मिलेंगे। इससे बड़ी बात और क्या हो सकती है। इसके लिए वे चौधरी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के प्रति धन्यवाद ज्ञापित करते हैं।

नि:शुल्क राशन मिलने से खुश हैं अजमेय सिंह लोधी

नरसिंहपुर राज्य शासन के निर्देशानुसार लक्षित सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अंतर्गत जिले में सभी उचित मूल्य दुकानों पर गरीब भाई-बहनों को प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना और मुख्यमंत्री अन्नपूर्णा योजना के तहत नि:शुल्क राशन प्रदाय किया जा रहा है। इसी क्रम में जिले के ग्राम उमरिया के अजमेय सिंह लोधी ने को हर महिने नि:शुल्क राशन प्राप्त हो रहा है। लोधी ने खुशी जताते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को धन्यवाद दिया।

राज्य शासन की वत्स पालन प्रोत्साहन योजना से सुधरी हीरालाल चौधरी की आर्थिक स्थिति

नरसिंहपुर राज्य शासन का उद्देश्य है कि प्रदेश में भारतीय देशी नस्ल के गौवंश को बढ़ावा देने के लिए पशुपालकों को प्रोत्साहित करना एवं उनके पास उपलब्ध उच्च आनुवाशिंक गुणों वाले वत्सों का संरक्षण एवं संर्वधन करना। इसी उद्देश्य से शासन ने प्रदेश में वत्स पालन प्रोत्साहन योजना शुरू की है। जिले के विकासखंड चांवरपाठा के ग्राम करहैया के हीरालाल चौधरी को वत्स पालन प्रोत्साहन योजना का लाभ मिला है। चौधरी कहते हैं कि इस राज्य शासन की बहुत अच्छी योजना है। इससे भारतीय देशी नस्ल के गौवंश पालन में मदद मिलती है। इस योजना से मेरी आर्थिक स्थिति में सुधार आया है। इसके लिए वे राज्य शासन की इस योजना की सराहना करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को धन्यवाद देते हैं। उल्लेखनीय है कि ऐसे पशुपालक जिनके पास भारतीय देशी उन्नत नस्ल के पशु (गाय) है तथा जिनका दुग्ध उत्पादन उस नस्ल के पशुओं के औसत दुग्ध उत्पादन से 30 प्रतिशत अधिक है एवं उसका वत्स उच्च आनुवाशिंक क्षमता वाले भारतीय नस्ल के सांड़ के वीर्य से कृत्रिम गर्भाधान अथवा प्राकृतिक गर्भाधान द्वारा पैदा हुआ है। ऐसी गायों के पशुपालकों को प्रोत्साहित करने के लिए राशि 5 हजार रुपये एवं उनके वत्सों के संरक्षण के लिए 500 रुपये की राशि प्रतिमाह पशु आहार/ औषधी के रूप में 0-4 माह की उम्र से दो वर्षो तक प्रदाय की जाती है। इस योजना में नर एवं मादा दोनो प्रकार के वत्स लाभान्वित हो सकेंगे।

जिले की परवीन बानो की बिटिया को मिला लाड़ली लक्ष्मी योजना का लाभ

नरसिंहपुर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को नरसिंहपुर विकासखंड की ग्राम पंचायत नकटुआ की परवीन बानो ने दिल से धन्यवाद दिया है। लाड़ली लक्ष्मी योजना में लाभान्वित रूकमणी ने कहा कि मामाजी इसी प्रकार हमारे बच्चों को आशीर्वाद देते रहें। रूकमणी धानक ने बताया कि उसकी बच्ची को लाड़ली लक्ष्मी योजना का लाभ आशीर्वाद स्वरूप मिल गया है। अब मेरी बेटी भी लखपति बन जायेगी। परवीन बानो बताती हैं कि बेटी के जन्म पर माँ- बाप को उसकी शिक्षा एवं विवाह की चिंता हो जाती थी। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा शुरू की गई लाड़ली लक्ष्मी योजना में बेटी का पंजीयन होने पर वह लखपति हो जाती है।

प्रधानमंत्री आवास योजना- ग्रामीण में मिला श्री अरविंद यादव को पक्का मकान

नरसिंहपुर प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी एवं ग्रामीण से पात्र हितग्राहियों का पक्का मकान का सपना साकार हो रहा है। जिले की ग्राम पंचायत मर्रावन के अरविंद यादव का पक्के मकान का सपना भी इस योजना ने पूरा किया है।
यादव बताते हैं कि उन्हें पीएम आवास योजना से स्वयं का पक्का मकान बनाने के लिए एक लाख 20 हजार रुपये की राशि प्राप्त हुई। इस राशि की मदद से उन्होंने अपना पक्का मकान बना लिया है। वे बताते हैं कि कच्चे मकान में खराब मौसम के कारण होने वाली असुविधा से बचने के लिए हर व्यक्ति का सपना होता है कि वो अपना पक्का मकान बनायें। शासन की प्रधानमंत्री आवास योजना में उनका पक्का मकान बन गया है। पक्का मकान बन जाने से वे और उनका परिवार बहुत खुश है। इसके लिए वे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के प्रति आभार प्रकट करते हैं।

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