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एक भारत उत्कृष्ट भारत

ऐसे सहेजे रिस्तो को……. जाने कुछ बेहतरीन ट्टिप्स

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डिजिटल भारत I जीवन की खुशियों के लिए पति पत्नी के रिश्ते को प्यार, विश्वास और समझदारी के धागों से मजबूत बनाना पड़ता है। छोटी छोटी बातों को इग्नोर करना होता है। मुश्किल के समय एक दूसरे का सहारा बनना पड़ता है। लेकिन जब आप किसी के साथ नए रिश्ते की शुरुआत करते हैं तब आपको उसके साथ वक्त बिताना अच्छा लगता है। आप सोचते हैं कि कितनी जल्दी हम उसके बारे में सारी बातों को जान लें। लेकिन जैसे जैसे वक्त बीतता है आपके रिश्तों के बीच वो प्यार औऱ आत्मीयता की कमी हो जाती है। इस दौरान अपने रिश्तों में रोमांस और प्यार बनाए रखना एक बड़ी चुनौती होती है। ऐसे में आज हम इस लेख में आपको बताएंगे कि आप अपने रिश्ते को कैसे मजबूत बना सकते हैं।

एक दूसरे से सारी बातों को करें शेयर

यदि आप चाहते हैं कि आपके पार्टनर के साथ आपका रिश्ता मजबूत हो और आपके बीच कभी दूरियां ना आएं तो इसके लिए आप अपने पार्टनर से सभी बातों को शेयर करें। फिर चाहे वह परिवार की हों या दोस्तों के साथ। आपको अपने पार्टनर के साथ बातचीत कभी बंद नहीं होने देना चाहिए। अगर एक बार आपकी बातचीत बंद हो गई तो समझ लीजिए रिश्तों के बीच गलतफहमी पैदा होना वहीं से शुरु हो जाती है। इसलिए अपने पार्टनर के साथ सभी बातों को शेयर करें और आप उनसे कितना भी नाराज क्यूं ना हों बातचीत जारी रखें। उसे अपने नाराजगी की वजह बताएं और समझाएं। इससे आपका रिश्ता और मजबूत होगा और रिश्तों के बीच कभी कोई दरार नहीं आएगी।
पार्टनर की बात को सुनना सीखें
रिश्तों को कभी भी पैसों के बल पर न तौलें
रिश्तों के बीच कभी भी पैसों को न लेकर आएं। हमेसा शो ऑफ करने से बचें। एक मजबूत रिश्ता आप पैसों के बल पर नहीं बल्कि सच्चे दिल से और अपने अच्छे व्यवहार से बना सकते हैं। चाहे आप रिलेशनशिप में क्यों न हों हमेसा अपने पैसों का घमंड यदि अपने पार्टनर को दिखाएंगे तो ऐसे में रिश्ता टूटने जैसी नौबत भी आ सकती है। इसलिए एक अच्छे इंसान बनने कि कोशिश करें।
विश्वास-
यदि आप अपना विश्वास किसी के ऊपर भी कायम कर लेते हैं तो इससे बेहतर कुछ नहीं हो सकता। विश्वास के बल पर ही रिश्ता मजबूत होता जाता है। यदि रिश्ते में विश्वास कि कमी होगी तो ऐसे में रिश्ता ज्यादा दिन तक नहीं चल सकता है। इसलिए रिश्ते को मजबूत बनाने के लिए विश्वास का होना जरूरी है।

बातचीत किसी भी रिश्ते का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसलिए रिश्तों को मजबूत बनाए रखने के लिए अपने पार्टनर की बात सुनना सीखें। उसकी बातों को सुन उस पर सही सलाह दें। कई बार क्या होता है कि आपका पार्टनर चाहता है कि आप उसकी बातों को सुनें। इसलिए आपको अपने पार्टनर की बातों को सुनना चाहिए। फिर चाहे वो बात फिजूल की ही क्यों ना हो। अपने पार्टनर को यह बिल्कुल भी महसूस ना होने दें कि आप उससे नजरअंदाज कर रहे हैं।

विश्वास करें

विश्वास रिश्तों की नींव होता है। रिश्ते को मजबूत बनाए रखने के लिए विश्वाश अहम होता है। यदि आपके रिश्ते में विश्वास है तो वह हमेशा अटूट बना रहेगा, लेकिन यदि अगर रिश्ते में बार बार संदेह या शक की स्थिति पैदा होती है तो रिश्तों को टूटने में ज्यादा समय नहीं लगता। ऐसे में रिश्तों में हमेशा विश्वास बनाए रखें।
रिश्तों के महत्व को जानना हमारे लिए बहुत जरूरी होता है। कभी न कभी आपको किसी न किसी कि जरूरत पड़ ही जाती है। ऐसे में यदि आपका व्यव्हार दूसरों के प्रति अच्छा नहीं होगा तो कोई आपका साथ नहीं देगा। व्यव्हारमें नम्रता,आदर, और प्यार का होना बहुत जरूरी है। यदि आप रिश्तों के महत्व को समझते हैं तो हमेसा बना कर ही चलेंगें। किसी भी रिश्ते का अनादर न करें क्योंकि वे टूट सकता है। और रिश्तों के टूटने के बाद ही उनकी अहमियत समझ आती है। इसलिए महत्व को समझें। हमेसा अपने से जुड़े लोगों का ख्याल रखें उनकी मदद करने से पीछे न हटें। यदि आप रिश्तों के महत्व को समझ लेते हैं तो एक बेहतर व्यक्ति के रूप में निकलकर सामने आते हैं।
सम्मान करना सीखें
किसी को सम्मान देकर ही आप उसका दिल जीत सकते हैं। हर एक रिश्ते में सम्मान का होना बहुत जरूरी होता है। इसलिए चाहे उम्र में लोग आपसे छोटे हो या बड़े हमेसा सबका सम्मान करना सीखें।
अकेले फैसला न लें
जब कोई भी बात दो व्यक्ति के बीच कि हो तो ऐसे में अकेले फैसला करने से बचना चाहिए। ऐसे में आप का रिश्ता खराब हो सकता है। सामने वाले कि बात भी सुनें। एक अंडरस्टैंडिंग बनाने की कोशिश करें। एक-दूसरे कि बात को सुनने और समझने से आपका रिश्ता मजबूत होता जाएगा।

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जाने कैंडल मकेंग बिज़नेस के बारे में हर जानकारी, काम लगत में करे स्टार्ट

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डिजिटल भारत I मोमबत्ती बनाने का business एक ऐसा business है. जिसको आप करके काफी अच्छा पैसा कामा सकते है और इसके लिए आपको ज्यादा investment करने कि भी जरुरत नहीं है.

आज के समय में मोमबत्ती का उपयोग रौशनी करने कि जगह सजावट में किया जाने लगा है आज के समय में लोग मोमबत्ती का उपयोग त्योहारों पर घर को सजाने के लिए करते है और लोग मोमबत्ती का उपयोग birthday cake में करते है.
आजकल अरोमाथेरेपी के लिए सुगंधित मोमबत्तियों (Fragrance Candles) का खासतौर से उपयोग होता है. इस तरह मोमबत्‍ती की मांग आज कई कामों और क्षेत्रों में है. इसी कारण यह मोमबत्‍ती निर्माण का बिजनेस (Candle Making Business) भी एक पैसा कमाने का एक बढ़िया माध्‍यम बन गया है. मोमबत्‍ती बनाने के व्‍यवसाय की सबसे अच्‍छी बात यह है कि यह ऐसा काम है जो बहुत कम पैसा लगाकर शुरू किया जा सकता है. यह एक ऐसा बिजनेस है, जिसमें आप अपने बजट के अनुसार कम या ज्यादा लागत लगाकर आसानी से घर से शुरू कर सकते हैं और मोटी कमाई कर सकते हैं.

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मोमबत्ती बनाने का बिजनेस शुरू करने के लिए आपको मोमबत्ती बनाने की मशीन और मोमबत्ती बनाने में इस्तेमाल होने वाली सामग्री खरीदनी होगी. इस काम को शुरू करने के लिए आपको 50,000 रुपए से लेकर 1 लाख रुपए तक पैसे खर्च करने होंगे. मोमबत्‍ती बनाने में धागे, रंग और ईथर के तेल के उपयोग किया जाता है. यह सामग्री आपको बाजार में आसानी से मिल जाती है या फिर आप इन्‍हें ऑनलाइन भी खरीद सकते हो.
मोमबत्‍ती बनाने का प्रशिक्षण (Candle Making Training) देशभर में सरकारी और निजी संस्‍थान देते हैं. आप भी अपने नजदीकी प्रशिक्षण संस्‍थान से अगर प्रशिक्षण लेकर यह काम करेंगे तो ज्‍यादा अच्‍छा होगा. मल्टी डिसिप्लिनरी ट्रेनिंग सेंटर, देहरादून, वुलन होजरी ट्रेनिंग सेंटर, लखनऊ, मल्टी डिसिप्लिनरी ट्रेनिंग सेंटर, राजघाट, नई दिल्ली, डॉ राजेन्द्र प्रसाद मल्टी डिसिप्लिनरी ट्रेनिंग सेंटर, पटना, खादी ग्रामोद्योग विद्यालय, बाराबंकी और खादी ग्रामोद्योग विद्यालय वीरापंडी मोमबत्‍ती निर्माण में प्रशिक्षण देने वाले कुछ प्रमुख संस्‍थान हैं.
आसानी से मिलती है सामग्री

मोमबत्ति बिजनेस का साथ अन्य व्यवसाय
आजकल के फैशन के दौर में मोमबत्तियां भी नए नए प्रकार की बनाई जाती है | जैसे डेकोरेशन वाली मोमबत्तिया, कैंडल स्टैंड (candle stand) मोमबत्तिया, जन्मदिन के लिए मोमबत्तिया (birthday candle), होटल में सजाने वाली मोमबत्तिया (candle light dinner), tealight candle आदि | इसीलिए आप इससे जुड़े अन्य व्यवसाय भी कर सकते हैं | जैसे केंडल स्टैंड (candle with stand), केंडल होल्डर (candle holder) आदि का काम भी कर सकते हैं |

मोमबत्ती बनाने का तरीका
सबसे पहले तो आपको धागा लेना है जिसको मोमबत्ती बनाने वाले सांचों में डाल देना है.
अब आपको कच्चे मोम को गरम करके पिघलाना है ताकि वो तरल बन जाये.
ध्यान रखे कि उतना ही मोम गरम करे जितना जरुरी हो.
मोम के गरम हो जाने के बाद आपको पिघले हुए मोम को सब्धानी से मोमबत्ती बनाने वाले सांचों में डालना है.
जब आप सभी सांचों में मोम को डाले तो ध्यान रखे कि सभी सांचों में मोम सही से भर जाये .
अब आप कुछ समय इतजार करे ताकि मोम सुख सके.
इस प्रिक्रिया में 10 से 20 minutes लग सकते है.
अब आपकी मोमबत्ती बन गई होंगी जिनके धागे को आप काट कर उन्हें अलग कर सकते है.
अगर आप रंगीन मोमबत्ती बनाना चाहते है तो उसके लिए आपको मोम में रंग मिलाना होगा
जिससे मोम रंगीन हो जाएगा और आप उससे रंगीन मोम बत्ती बना सकेंगे.

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होटल एवं रेस्टोरेंट में उपभोक्ताओं पर लगाये जाने वाले सर्विस चार्ज को लेकर निर्देश जारी …

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डिजिटल भारत : जबलपुर अपर कलेक्टर श्री शेर सिंह मीणा ने जानकारी दी है कि केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण के द्वारा होटल एवं रेस्टोरेंट में उपभोक्ताओं पर लगाये जाने वाले सर्विस चार्ज को लेकर निर्देश किए गए हैं। इनके तहत बग़ैर उपभोक्ता की सहमति के किसी भी प्रकार अतिरिक्त चार्ज बिल में नहीं लगाया जाएगा। यह निर्देश 4 जुलाई 2022 से प्रभावशाली हैं। उक्त दिशा-निर्देशों के तहत नियमों के पालन नहीं किए जाने पर उपभोक्ता अपने अधिकारों के संरक्षण के लिए अपने ज़िले के कलेक्टर को लिखित में या ईमेल के माध्यम से शिकायत कर सकते हैं। जिसे 15 दिवस में जाँचकर केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण को प्रतिवेदन दिया जाएगा, ताकि विधिवत कार्यवाही की जा सके।

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जाने हेल्थ इंसोरेंस से जुड़ी हर जानकारी और कुछ महत्वपूर्ण तथ्य

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डिजिटल भारत कोरोना महामारी के बाद से हेल्‍थ इंश्‍योरेंस लेना महत्‍वपूर्ण हो गया है। क्‍योंकि यह आपके परिवार और आपके लिए राहत सहायता प्रदान करता है। वहीं विशेषज्ञों का कहना है कि अब लोग अस्‍पताल में आने वाले खर्च से बचने के लिए हेल्‍थ इंश्‍योरेंस ले रहे हैं। इतना ही नहीं वह यह भी विचार कर रहे है कि कौन सा हेल्‍थ इंश्‍योरेंस उन्‍हें लेना चाहिए या नहीं?

मार्केट में कई तरह के हेल्थ इंश्योरेंस प्लान मौजूद हैं ऐसे में लोगों को कोई भी प्लान लेने में सावधानी बरतनी चाहिए और अपने लिए सही स्वास्थ्य बीमा कवर का चुनाव करना चाहिए। इससे आपके अस्‍पताल के खर्च की चिंता काफी हद तक कम हो जाती है। अगर आप हेल्‍थ इंश्‍योरेंस लेना चाहते हैं और यह जानना चाहते हैं कि यह आपके लिए क्‍यों जरुरी है तो यह खबर आपके लिए महत्‍वपूर्ण हो सकती है।

सर्वश्रेष्ठ स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी का चयन कैसे करें

आपके पास एक स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी नहीं हो सकती है जो आपकी सभी आवश्यकताओं को पूरा करती है। कई स्वास्थ्य बीमा पॉलिसियां उपलब्ध हैं और प्रत्येक पॉलिसी कुछ अद्वितीय कवरेज लाभ प्रदान करती है। आपको लाभों का पता लगाने और यह जानने की आवश्यकता है कि सभी को क्या कवर किया गया है और क्या बाहर रखा गया है, और फिर सर्वश्रेष्ठ स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी का चयन करें। आप कुछ ऑनलाइन शोध कर सकते हैं

महंगा इलाज से राहत

हेल्‍थ इंश्‍योरेंस आपके महंगे इलाज से राहत प्रदान करता है। क्‍योंकि आज के समय में डाक्‍टर की फीस, दवाओं का खर्च महंगा होता जा रहा है। ऐसे में आपको इलाज के लिए ज्‍यादा पैसा देना पड़ रहा है। जिस कारण से आपकी आर्थिक स्थिति कमजोर हो सकती है। आशंका से निपटने का सबसे बेहतर तरीका स्वास्थ्य बीमा खरीदना है। महंगाई के कारण प्रति व्यक्ति चिकित्सा लागत में बढ़ोतरी हुई है।

कम उम्र हेल्थ पॉलिसी खरीदने के क्या हैं फायदे

अक्सर लोगों को लगता है कि वे बिल्कुल स्वस्थ हैं और उन्हें फिलहाल हेल्थ पॉलिसी की जरूरत नहीं है, लेकिन यह एक बड़ी गलती है. जब आपकी उम्र 20 की हो, तो आप कम कीमत पर हेल्थ पॉलिसी खरीद सकते हैं. आमतौर पर, जब आप युवा होते हैं तो आपको किसी भी गंभीर बीमारी का खतरा कम होता है. जैसे-जैसे लोग बड़े होते जाते हैं, तबीयत बिगड़ने की संभावना बढ़ती जाती है. जब आप युवा होते हैं, तो आपको खुद को स्वस्थ साबित करने के लिए किसी मेडिकल टेस्ट की जरूरत नहीं होती है. इसके उलट, अगर आप उम्र बढ़ने के बाद बीमा पॉलिसी खरीदते हैं, तो बीमा कंपनी हेल्थ पॉलिसी जारी करने से पहले आपका कई तरह का मेडिकल टेस्ट करती है.

कम उम्र में ही हेल्थ पॉलिसी खरीदने का एक फायदा यह भी है कि इस उम्र में आमतौर पर आपके पास बचत नहीं होती है. ऐसे में, यानी तबीयत बिगड़ने की स्थिति में आपको पैसों को लेकर परेशान होने की जरूरत नहीं होगी. इसके और भी फायदे हैं. उदाहरण के लिए, मान लें कि आपने कम उम्र में ही हेल्थ पॉलिसी खरीदी है और पॉलिसी वर्ष के दौरान कोई क्लेम नहीं किया है. इस स्थिति में, बीमा कंपनी बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के सभी क्लेम-फ्री ईयर के लिए आपके कवर का साइज बढ़ाकर आपको नो क्लेम बोनस  देती है.

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विधायक दल का नया नेता चुनेगी कांग्रेस, सोनिया ने मुकुल वासनिक को भेजा, पांच विधायक ‘लापता’

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गोवा में विपक्षी दल कांग्रेस ने रविवार को बताया कि राज्य में उसके 11 में से पांच विधायकों से ‘‘संपर्क नहीं हो पा रहा है.
उसने अपने 2 MLA माइकल लोबो और पूर्व CM दिगंबर कामत पर BJP के साथ मिलकर पार्टी के खिलाफ ‘‘साजिश’’ का आरोप लगाया.

कांग्रेस को गोवा में बड़ा झटका लगा है। माइकल लोबो सहित उसके पांच विधायक लापता हैं। कयास हैं कि ये विधायक भाजपा में शामिल हो सकते हैं। इस घटनाक्रम के बीच कांग्रेस ने माइकल लोबो को गोवा विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष (एलओपी) के पद से हटा दिया। पार्टी ने उन पर और पूर्व मुख्यमंत्री दिगंबर कामत पर भाजपा के साथ मिलकर पार्टी के खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाया है। कांग्रेस के गोवा डेस्क प्रभारी दिनेश गुंडू राव ने कहा कि लोबो और कामत के अलावा पार्टी के तीन अन्य विधायकों से संपर्क नहीं हो पा रहा है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मुकुल वासनिक को गोवा जाने के निर्देश दिए हैं। कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने ट्वीट करके यह जानकारी दी।

गोवा में विपक्षी दल कांग्रेस ने रविवार को बताया कि राज्य में उसके 11 में से पांच विधायकों से ‘‘संपर्क नहीं हो पा रहा है और उसने अपने दो विधायकों माइकल लोबो और पूर्व मुख्यमंत्री दिगंबर कामत पर BJP के साथ मिलकर पार्टी के खिलाफ ‘‘साजिश’’ रचने का आरोप लगाया. यह घटनाक्रम इन अटकलों के बीच सामने आया है कि 40 सदस्यीय सदन में कांग्रेस के कुछ विधायक BJP में शामिल हो सकते हैं.

राज्य विधानसभा सत्र की पूर्व संध्या पर यह घोषणा करते हुए, कांग्रेस के गोवा डेस्क प्रभारी दिनेश गुंडू राव ने कहा कि लोबो और कामत के अलावा, पार्टी के तीन अन्य विधायकों से ‘‘संपर्क नहीं हो पा रहा है.’’ राव ने कहा कि पार्टी के पांच विधायक – लोबो, कामत, केदार नाइक, राजेश फलदेसाई और डेलियाला लोबो से संपर्क नहीं हो पा रहा है, जबकि पांच अन्य – एल्टन डी’कोस्टा, संकल्प अमोनकर, यूरी अलेमाओ, कार्लोस अल्वारेस फरेरा, रुडोल्फ फर्नांडीस संवाददाता सम्मेलन में मौजूद थे.

राव ने कहा, ‘‘एलओपी माइकल लोबो और पूर्व मुख्यमंत्री दिगंबर कामत गोवा में कांग्रेस में दलबदल सुनिश्चित करने के लिए भाजपा के साथ मिलकर साजिश रच रहे थे. पार्टी ने लोबो को नेता प्रतिपक्ष के पद से हटाने का फैसला किया है.’ उन्होंने कहा, ‘‘छठे विधायक एलेक्सो सिकेरा पार्टी नेताओं के संपर्क में है और कांग्रेस के साथ हैं.’’ सत्तारूढ़ भाजपा के पास वर्तमान में 20 विधायक हैं और उसे पांच अन्य का भी समर्थन प्राप्त है. इस साल फरवरी में हुए पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 11 सीट पर जीत हासिल की थी.

नेता प्रतिपक्ष से हटाया लोबो को

कांग्रेस ने लोबो को गोवा विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष (एलओपी) के पद से हटा दिया है. राज्य विधानसभा सत्र की पूर्व संध्या पर यह घोषणा करते हुए, कांग्रेस के गोवा डेस्क प्रभारी दिनेश गुंडू राव ने कहा कि लोबो और कामत के अलावा, पार्टी के तीन अन्य विधायकों से ‘‘संपर्क नहीं हो पा रहा है.’’ गौरतलब है कि गोवा में यह घटनाक्रम ऐसे समय में सामने आया है, जब हाल में पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में सत्तारूढ़ शिवसेना के कुछ विधायकों के बागी हो जाने के कारण महा विकास आघाड़ी सरकार गिर गई.
सत्ता का लुत्फ उठाने वाले लोग आज लालची हो गए
कांग्रेस गोवा प्रभारी दिनेश गुंडू राव ने कहा कि कांग्रेस पार्टी से सत्ता का लुत्फ उठाने वाले लोग आज लालची हो गए हैं। मैं माइकल लोबो और दिगंबर कामत से बहुत निराश हूं। राजनीति में आपको सिद्धांतों के लिए लड़ना होता है न कि सत्ता के लिए।

सत्ता आती है और जाती है।

राव ने कहा कि पार्टी के पांच विधायक लोबो, कामत, केदार नाइक, राजेश फलदेसाई और डेलियाला लोबो से संपर्क नहीं हो पा रहा है। पांच अन्य विधायक एल्टन डी कोस्टा, संकल्प अमोनकर, यूरी अलेमाओ, कार्लोस अल्वारेस फरेरा, रुडोल्फ फर्नांडीस हमारे साथ मौजूद हैं। छठे विधायक एलेक्सो सिकेरा पार्टी नेताओं के संपर्क में है और कांग्रेस के साथ हैं।

गुंडू राव बोले, भाजपा के साथ मिलकर हमारे कुछ नेताओं ने साजिश रची
दिनेश गुंडू राव ने बताया कि हमारे कुछ नेताओं ने भाजपा के साथ मिलकर यह साजिश रची थी कि गोवा में कांग्रेस पार्टी को कमजोर किया जाए और दलबदल का प्रयास किया जाए। इस साजिश का नेतृत्व हमारे ही दो नेताओं एलओपी माइकल लोबो और दिगंबर कामत ने किया था। ये दोनों लोग बीजेपी के साथ मिलकर काम कर रहे थे। दिगंबर कामत पर कई मामले दर्ज हैं, इसलिए उन्होंने खुद को बचाने के लिए ऐसा किया और माइकल लोबो ने सत्ता और स्थिति के लिए यह कदम उठाया। हम जल्द ही नए नेता का चुनाव करेंगे। इस प्रकार के दलबदल के खिलाफ कानून और पार्टी विरोधी काम के लिए जो भी उचित होगा कार्रवाई की जाएगी। देखते हैं कितने लोग रुकेंगे या चले जाएंगे।

दिनेश गुंडू राव ने कहा कि कांग्रेस पार्टी निराश या कमजोर नहीं होगी। हम इस मुद्दे को और आक्रामक तरीके से उठाएंगे। सत्ता और निजी फायदे के लिए दो लोगों द्वारा किए जा रहे इस विश्वासघात को हम लोगों तक पहुंचाएंगे।

भाजपा का धनतंत्रदिग्विजय बोले,
गोवा में कांग्रेस के कुछ विधायकों के सत्तारूढ़ भाजपा में शामिल होने की अटकलों के बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने रविवार को आरोप लगाया कि यह लोकतंत्र नहीं है, बल्कि भगवा पार्टी की धन शक्ति है। वह आषाढ़ी एकादशी के अवसर पर सोलापुर जिले के पंढरपुर में भगवान विट्ठल की पूजा करने के बाद पुणे में पत्रकारों से बात कर रहे थे। कांग्रेस के 11 विधायकों में से कुछ के भाजपा में शामिल होने की अटकलों के बारे में पूछे जाने पर दिग्विजय सिंह ने कहा कि इस बात की जांच करने की जरूरत है कि इनमें से कितने विधायक प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और आयकर विभाग द्वारा मामलों का सामना कर रहे हैं। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि यदि आप इसके बारे में जानते हैं, तो आपको पता चल जाएगा कि यह लोकतंत्र नहीं है, बल्कि यह भाजपा का धनतंत्र है।

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भारतीय दूतावास ने दी सफाई, सुब्रमण्‍यम स्‍वामी की भारतीय सेना भेजने की सलाह पर भड़के श्रीलंकाई

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डिजिटल भारत: भारतीय सेना भेजने की सुब्रमण्‍यम स्‍वामी की मांग पर श्रीलंका के लोग भड़क गए हैं। यही नहीं श्रीलंका में भारतीय दूतावास ने स्‍वामी के बयान से पल्‍ला झाड़ लिया है और कहा कि यह भारत सरकार की स्थिति के अनुरूप नहीं है। इससे पहले राजपक्षे परिवार के बेहद करीबी स्‍वामी ने कहा था कि गोटाबाया और महिंदा राजपक्षे स्‍वतंत्र चुनाव में शानदार बहुमत के साथ चुने गए हैं। उन्‍होंने सवाल किया कि कैसे भारत एक भीड़ को एक वैध सरकार को पलटने की अनुमति दे सकता है ?

स्‍वामी के इस बयान पर श्रीलंका के सोशल मीडिया पर अफवाहों का बाजार गरम हो गया। इन अफवाहों को खत्‍म करने के लिए श्रीलंका में भारतीय दूतावास ने बयान जारी करके स्‍वामी के बयान पर सफाई दी। भारतीय दूतावास ने साफ किया, ‘उच्‍चायोग मीडिया और सोशल मीडिया के एक धड़े में अटकलों के आधार पर चल रही रिपोर्ट को पूरी तरह से खारिज करता है कि भारत श्रीलंका में अपनी सेना भेजने जा रहा है। ये खबरें और इस तरह के विचार भारत सरकार की स्थिति के अनुसार नहीं हैं।’ राजपक्षे सैन्‍य मदद चाहते हैं तो भारत करे: स्‍वामी
भारतीय दूतावास ने कहा, ‘विदेश मंत्रालय के प्रवक्‍ता ने स्‍पष्‍ट रूप से जोर देकर कहा है कि भारत का रुख श्रीलंका के लोगों के साथ है जो समृद्धि के लिए अपनी आकांक्षाओं को वास्‍तविक रूप देना चाहते हैं और लोकतांत्रिक तरीके और मूल्‍यों के जरिए प्रगति चाहते हैं।’ इससे पहले श्रीलंका के हालात को देखते हुए स्‍वामी ने यह भी कहा था कि अगर ऐसा रहा तो पड़ोस में कोई भी लोकतांत्रिक देश सुरक्ष‍ित नहीं रहेगा। स्‍वामी ने कहा, ‘अगर राजपक्षे भारत की सैन्‍य मदद चाहते हैं तो हमें उन्‍हें निश्चित रूप से देना चाहिए।’
स्‍वामी ने यह भी दावा किया कि श्रीलंका में वर्तमान संकट को पैदा किया गया है। भारत को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि यह भीड़ भारत में शरणार्थी न बन जाए। भारतीय सेना को भेजने की सलाह पर स्‍वामी के खिलाफ श्रीलंका के लोग सोशल मीडिया पर जमकर ट्रोल करने लगे। इस पर स्‍वामी भड़क गए। उन्‍होंने कहा कि यह अच्‍छी बात है कि भारतीय ट्विटर पर आमतौर पर सभ्‍य भाषा का इस्‍तेमाल कर रहे हैं लेकिन श्रीलंकाई भीड़ बहुत क्रूर, अश्‍लील और असभ्‍य है। स्‍वामी और राजपक्षे परिवार के बीच बहुत ही करीबी संबंध रहे हैं। अक्‍सर राजपक्षे परिवार के निमंत्रण पर स्‍वामी श्रीलंका जाते रहते थे।

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धवन को मिली कप्तानी की कमान,भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने वेस्टइंडीज दौरे के लिए टीम इंडिया का किया ऐलान

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डिजिटल भारत : भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने वेस्टइंडीज के खिलाफ होने वाली वनडे सीरीज के लिए भारतीय क्रिकेट टीम का ऐलान कर दिया गया है भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने एक बार फिर अपने फैसले से सबको हैरान कर दिया है इस सीरीज में भारतीय क्रिकेट टीम को एक नया कप्तान मिल रहा है.शिखर धवन इससे पहले भी भारतीय टीम की कप्तानी कर चुके हैं मगर उस समय उन्हें कामयाबी हासिल नहीं हुई थी। इस दौरे के लिए टीम के प्रमुख सीनियर और मल्टी-फॉर्मेट खिलाड़ियों को आराम दिया गया है, जिसमें कप्तान रोहित शर्मा, विराट कोहली, ऋषभ पंत, जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी जैसे खिलाड़ियों को आराम दिया गया है.वहीं रवींद्र जडेजा को टीम का उप-कप्तान बनाया गया है रविंद्र जडेजा इससे पहले चेन्नई सुपर किंग की कप्तानी कर चुके है अब देखना ये है की शिखर धवन और रविंद्र जडेजा कप्तान और उपकप्तान की ये जोड़ी वेस्टइंडीज दौरे पर क्या कमाल दिखाती है।

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जानिए किस वार्ड में कितने प्रतिशत हुआ मतदान , नगरीय निकाय चुनाव में नगर निगम जबलपुर के निर्वाचन के लिये 6 जुलाई को हुये मतदान की वार्डवार स्थिति

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डिजिटल भारत : कल सुबह से ही मतदाताओं में मतदान को लेकर भारी उत्साह देखने मिला। मतदाता अपने घरों से निकलकर मतदान केन्द्र तक पहुंचे नगरीय निकाय चुनाव में नगर निगम जबलपुर के निर्वाचन के लिये 6 जुलाई को हुये मतदान की वार्डवार स्थिति ।

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नगरीय निकायों के निर्वाचन के पहले चरण में शामिल जिले के पांच नगरीय निकायों में सबंधित निकाय के मुख्यालय में मतदान दलों को मतदान सामग्री का वितरण

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डिजिटल भारत : नगरीय निकायों के निर्वाचन के पहले चरण में शामिल जिले के पांच नगरीय निकायों नगर निगम जबलपुर, नगर पालिका सिहोरा एवं पनागर तथा नगर परिषद बरेला और भेड़ाघाट में आज सुबह से सबंधित निकाय के मुख्यालय में मतदान दलों को मतदान सामग्री का वितरण किया गया ।

नगर निगम जबलपुर के चुनाव हेतु मतदान सामग्री का वितरण एमएलबी स्कूल से किया गया । सामग्री वितरण हेतु सुबह 6.30 बजे राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों की मौजूदगी में स्ट्रांगरूम खोला गया तथा ईव्हीएम मशीनें निकाली गई । सामग्री वितरण के लिये एमएलबी स्कूल में वाटर प्रूफ डोम एवं पण्डाल लगाये गये हैं तथा हर वार्ड के लिये एक और कुल 79 काउंटर बनाये गये हैं ।

सामग्री प्राप्त करने के बाद मतदान दल एमएलबी स्कूल से मतदान केंद्रों के लिये रवाना होंगे । मतदान दलों को मतदान केंद्रों तक पहुंचाने 260 बसों की व्यवस्था की गई है ।

नगरीय निकायों के निर्वाचन के कार्यक्रम के अनुसार नगर निगम जबलपुर सहित पहले चरण में शामिल जिले के पांचों नगरीय निकायों में मतदान कल 6 जुलाई की सुबह 7 बजे से शाम 5 बजे तक होगा ।

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स्पाइसजेट विमान के केबिन में धुआं देखते ही विमान की कराई इमरजेंसी लैंडिंग, बड़ा हादसा टला

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डिजिटल भारत : दिल्ली से जबलपुर आ रहे स्पाइसजेट के एक विमान का बड़ा हादसा टल गया है। 5000 फीट से गुजरते हुए केबिन में अचानक से धुआं ही धुआं फैल गया, जिसे देखते ही विमान की इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई। विमान मे अचानक धुआं फैलता देख दिल्ली हवाई अड्डे पर इसकी सुरक्षित लैंडिंग हुई | इस तरह यात्रियों की जान बाल – बाल बच गयी |

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