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एक भारत उत्कृष्ट भारत

नया बिजनेस शुरू करने जा रहे तो रखे इन चीजों का ख्याल :बिजनेस टिप्स

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डिजिटल भारत l जो एक बिजनेसमैन को ध्यान में रखने चाहिए.
कुछ ऐसी चीजें जो उसे करनी चाहिए और कुछ ऐसी चीजें जो उसे भूलकर भी नहीं करनी चाहिए.
बिजनेस में यदि व्यक्ति सफल हो जाए… तो उसकी जिंदगी हीं बदल जाती है. लेकिन अगर कोई व्यक्ति बिजनेस में असफल हो जाता है, तो मानो उसकी दुनिया हीं खत्म हो जाती है….. फिर उसके लिए सम्भल पाना काफी मुश्किल होता है.
उपयोगी बिजनेस टिप्स :
बिजनेस में कदम रखने से पहले यह सुनिश्चित कीजिए कि आप किसी और की देखादेखी बिजनेस
शुरू नहीं कर रहे हैं.
एक इमरजेंसी फण्ड रखिए, ताकि जब आपका बिजनेस घाटे या कम मुनाफे में चले….
तो आपके हाथ में कुछ पैसे बचे रहें. और इस इमरजेंसी फण्ड में हर दिन या हर महीने कुछ
पैसे जमा करते जाइए.
नए बिजनेस में यह जरूरी होता है, कि आप बेवजह के खर्चों से बचें.
बिजनेस शुरू करने के तुरंत बाद इससे मुनाफे की उम्मीद नहीं करनी चाहिए. किसी छोटे-मोटे बिजनेस
को भी जमने में कम-से-कम 2-4 साल का समय लगता है.
बिजनेस के शुरूआती दिनों में बहुत ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है, हो सकता है आपको शुरू में हर दिन
10-15 घंटे हर दिन काम करना पड़े.
दोस्तों बहुत से लोगो के मन में हमेशा यह विचार आता है कि उसने अपना बिज़नेस खड़ा तो कर लिया है लेकिन उनका बिज़नेस ज्यादा ग्रो नहीं कर रहा है वह उन तरीको को खोजता है जिनसे वो अपने Business को Grow कर सके ! आज इस लेख में हम आपको ऐसे तरीके बताएँगे जिनकी सहायता से आप अपने बिज़नेस को बहुत तेजी से ग्रो कर सकते हो ! तो आइये जानते है वे कोनसे तरीके है जिनकी सहायता से हम अपने बिज़नेस को बढ़ा सकते है
बोद्धिक सम्पति को सुरक्षित रखे
दोस्तों जब भी हम अपना कोई बिज़नेस शुरू करते है तो इसमें सबसे पहले हमें कुछ कागजी कार्यवाही पूरी करनी होती है ! जैसे अपने बिज़नेस का नाम क्या होगा , उसका लोगो कैसा होगा और उसको रजिस्टर करने की कार्यवाही आदि करनी होती है !

अपने महत्वपूर्ण कर्मचारियों का ध्यान रखे
एक बिज़नेस को ग्रो करने के लिए यह बेहद जरुरी है कि आप अपने Best Employees का ध्यान रखे ! उन्हें एहसास कराये कि वे आपकी कंपनी में एक कर्मचारी नहीं है बल्कि उनके पार्टनर है ! एक सफल बिज़नेसमेन भी वही होता है जो अपने Employees का हमेशा ध्यान रखता है और उनकी समस्याओ का समाधान करता है !

यदि आप अपने विश्वसनीय और प्रमुख कर्मचारियों का ध्यान नहीं रखेंगे तो और कोई कंपनी उन्हें अच्छा ऑफर देकर हायर कर लेगी जिससे आपको नुकसान उठाना पड़ सकता है और आपके बिज़नेस की ग्रोथ रुक भी जाएगी !

अपने ग्राहकों का ध्यान रखे
दोस्तों एक सफल बिज़नेस के लिए सबसे महत्वपूर्ण है कि वह अपने ग्राहकों को संतुष्ट रखे ! उनकी हर समस्या का समाधान करे ! एक संतुष्ट कस्टमर आपके प्रोडक्ट का अन्य लोगो से प्रचार करेगा और आपके बिज़नेस के साथ एक और ग्राहक भी जोड़ेगा !

आपको हमेशा इस बात पर फोकस करना चाहिए कि आपके कस्टमर्स को अच्छे प्रोडक्ट और अच्छी सर्विस प्रदान हो ! यदि आप क्वालिटी और सर्विस दोनों मेंटेन करके चलते है तो आपका बिज़नेस जल्दी ही ग्रो करेगा !

अपने ऊपर निवेश करना
एक बिसनेसमेन को समय पर खुद पर भी निवेश करना चाहिए ! खुद पर निवेश करने से मतलब है कि समय – समय पर आपको मोटिवेशनल सेमिनारो में भाग लेना , बुक्स पढना तथा बिज़नेस की बारीकियां सीखना आदि चीजो में आपको पैसे और समय दोनों निवेश करने चाहिए ! यदि आप ऐसा करते है तो यह निवेश आपको आने वाले समय में कई गुना रिटर्न देगा !

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‘एक देश, एक चुनाव’ के लिए हम तैयार, आख़िरी फ़ैसला सरकार के हाथ -मुख्य चुनाव आयोग, दिखाने होंगे देशहित के कार्यक्रम

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डिजिटल भारत l अंग्रेज़ी अख़बार टाइम्स ऑफ़ इंडिया के सवाल पर चुनाव आयुक्त ने ये प्रतिक्रिया दी.

मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा, “एक देश एक चुनाव व्यवस्था के तहत निश्चित रूप से एक बहुत बड़े तंत्र की ज़रूरत है लेकिन ये एक ऐसा मुद्दा है जिसपर संसद को फ़ैसला करना होगा. संसदीय और विधानसभा चुनाव एक साथ कराना चुनाव आयोग के क्षेत्राधिकार में नहीं आता. हालांकि, हमने सरकार को ये बता दिया है कि एक साथ चुनाव के प्रबंधन के लिए चुनाव आयोग पूरी तरह तैयार है.”

मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार बुधवार को पुणे में चुनाव आयोग के विषेश अभियान की शुरुआत करने के लिए पहुंचे थे.
इस दौरान उन्होंने कहा, “मेट्रो शहरों में चुनाव के लिए लोगों की उदासीनता सबसे बड़ी चुनौती है और इससे लोगों की भागीदारी बढ़ाकर ही निपटा जा सकता है.”

लोकसभा और विधानसभाओं के एक साथ चुनाव कराने की व्यवस्था लागू कराना आसान नहीं होगा.

इसके लिए संविधान में संशोधन करना होगा, दल-बदल क़ानून में संशोधन करना होगा. इसके अलावा जनप्रतिनिधि क़ानून और संसदीय प्रक्रिया से जुड़े अन्य क़ानूनों में भी बदलाव करने होंगे.

चुनाव आयुक्त ने ये भी बताया कि देश में 100 साल से अधिक उम्र वाले 2.49 लाख मतदाता हैं और करीब 1.8 करोड़ वोटर 80 साल से अधिक उम्र के हैं. चुनाव आयोग अब उन युवाओं पर ध्यान केंद्रित कर रहा है, जो 18 साल के होने जा रहे हैं.
नए दिशानिर्देशों के अनुसार, “चूंकि एयरवेव्स/फ़्रीक्वेंसी सार्वजनिक संपत्ति है और इसका इस्तेमाल समाज की बेहतरी के लिए होना चाहिए, इसलिए जिन कंपनियों के पास चैनल अपलिंक करने और भारत में इसे डाउनलिंक करने की मंज़ूरी है उन्हें एक दिन में कम से कम 30 मिनट के लिए राष्ट्री महत्व और समाज से जुड़े मुद्दे पर कार्यक्रम दिखाने होंगे.” “ये कार्यक्रम शिक्षा और साक्षरता का प्रसार, कृषि और ग्रामीण विकास, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, विज्ञान एवं तकनीकी, महिला कल्याण, समाज के कमज़ोर वर्गों के कल्याण, पर्यावरण और सांस्कृति धरोहरों के संरक्षण और राष्ट्रीय अखंडता से जुड़े होने चाहिए.”

अख़बार ने सूचना एवं प्रसारण सचिव अपूर्व चंद्र के हवाले से बताया है कि प्रसारकों और अन्य संबंधित इकाइयों से चर्चा के बाद जल्द ही इस कार्यक्रम के लिए टाइम स्लॉट और लागू करने की तारीख भी जारी कर दी जाएगी.

उन्होंने कहा मंत्रालय चैनल पर चलने वाले कंटेंट की निगरानी करेगा और अगर कोई नियमों की अनदेखी करता पाया गया तो उनसे स्पष्टीकरण मांगा जाएगा.

मंत्रालय ने कहा कि वाइल्डलाइफ़ और विदेशी चैनलों को नियमों से छूट मिल सकती है. वहीं, स्पोर्ट्स चैनल को लाइव टेलीकास्ट के दौरान नियमों से छूट मिलेगी.

नए दिशानिर्देशों में समाचार एजेंसियों के लिए पाँच साल की मंज़ूरी पाने का भी प्रावधान किया गया है, जबकि ये अभी एक साल के लिए मिलता है.
केंद्रीय कैबिनेट ने ‘भारत में टेलिविज़न चैनलों के लिए अपलिंकिंग और डाउनलिंकिंग के लिए नए दिशानिर्देशों’ को मंज़ूरी दे दी है. इसके तहत अब हर चैनल के लिए रोज़ाना राष्ट्र और समाज के हित में कार्यक्रम चलाना अनिवार्य हो जाएगा.

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प्यार में सिरफिरे आशिक ने ली बिलिंग के चौथी मंजिल से फेक कर जान , फिर शव लेकर फरार : नोएडा

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डिजिटल भारत l सिरफिरे आशिक ने एकतरफा प्यार के प्रस्ताव को ठुकराने पर हैवानियत की सारी हदें पार कर दीं. युवती को चौथी मंजिल से फेंक दिया और उसके शव को लेकर भाग गया. पुलिस ने आरोपी को मेरठ के पास से एंबुलेंस में शव के साथ गिरफ्तार कर लिया है.
युवती के परिजनों का कहना है कि यह सिरफिरा आशिक युवती को लगातार तंग कर रहा था. इसकी शिकायत पुलिस में भी की गई थी लेकिन कोई कार्यवाही नहीं होने से उसके हौसले बढ़ गए थे और उसने इस घटना को अंजाम दे दिया.
योगी की सरकार के लाख दावों के बाद भी प्रदेश महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं.

इसकी बानगी एक बार फिर नोएडा में देखने को मिली, जब एक सिरफिरे आशिक ने एकतरफा प्यार के प्रस्ताव को ठुकराने पर हैवानियत की सारी हदें पार करते हुए युवती को चौथी मंजिल से फेंक उसकी जान ले ली. फिर उसके शव को लेकर भाग गया. पुलिस ने आरोपी को मेरठ के पास से एंबुलेंस में शव के साथ गिरफ्तार किया है. युवती के परिजनों का कहना है कि यह सिरफिरा आशिक युवती को लगातार तंग कर रहा था. इसकी शिकायत पुलिस में भी की गई थी लेकिन कोई कार्यवाही नहीं होने से उसके हौसले बढ़ गए थे और उसने इस घटना को अंजाम दे दिया.

सिरफिरे आशिक का नाम गौरव है. गौरव विवाहित है और कोतवाली 49 क्षेत्र के होशियारपुर गांव में रहने वाली 22 वर्षीय युवती शीतल से एकतरफा प्यार करता था. शीतल के भाई कुणाल ने बताया कि शीतल और उसके परिजन गौरव की हरकतों से परेशान थे और इस बात को लेकर पहले थाने में और पुलिस चौकी पर शिकायत कर चुके थे, लेकिन पुलिस ने कोई सख्त कार्रवाई नहीं की बल्कि दबाव डालकर समझौता करा दिया और कहा कि गौरव अब कुछ नहीं करेगा.


कुणाल ने बताया कि उसकी बहन होशियारपुर स्थित शर्मा मार्केट में इंश्योरेंस कंपनी में नौकरी करती थी और जहां आज गौरव उसके पीछे पहुंच गया. शीतल ने जब उसके प्रेम प्रस्ताव को ठुकरा दिया, तो गौरव ने उसे चौथी मंजिल से नीचे फेंक दिया. फिर वह नीचे आया और खुद को शीतल का भाई बताते हुए अस्पताल ले जाने के नाम पर उसके शव को कार में लेकर भाग गया.

इस बीच युवती के चौथी मंजिल से गिरने की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच शुरू की तो परिजनों ने बताया कि गौरव युवती का भाई नहीं है बल्कि सिरफिरा आशिक है, जो लगातार उसे तंग कर रहा था.

जब युवती नोएडा के अस्पतालों में काफी तलाश करने के बाद नहीं मिली, तब पुलिस ने गौरव के मोबाइल को सर्विलांस पर लगाया और फिर मेरठ कंकरखेड़ा के पास एंबुलेंस में शव के साथ उसे पकड़ लिया. गौरव ने बताया कि उसकी शीतल के शव को बिजनौर ले जाकर जलाने की योजना थी. उसका कहना था कि उसने युवती से शादी की थी. अब वह उससे दूर जा रही थी, जिसके चलते उसने यह कदम उठाया.

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क़तर में गिरफ़्तार किया गया था पूर्व नौसैनिक भारत द्वारा अधिकारी भेज छुड़ाने की मांग

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डिजिटल भारत l भारत ने अपने एक वरिष्ठ अधिकारी को दोहा रवाना किया है ताकि वहाँ गिरफ़्तार किए गए अपने नौसेना के पूर्व अधिकारियों की रिहाई की कोशिशों को बल मिल सके.

मंगलवार को पूर्व नौसेना अधिकारियों को क़तर में गिरफ़्तार हुए 71 दिन पूरे हो गए. इस बीच सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री और कैबिनेट मंत्रियों से इन पूर्व अधिकारियों की रिहाई की अपील भी तेज़ी से बढ़ी है.

हिरासत में रखे गए अधिकारियों के परिवार के बीच भी ये चिंता बढ़ती जा रही है कि भारत अभी तक अपने पूर्व अफ़सरों की रिहाई सुनिश्चित नहीं कर सका है.
बीते 10 दिनों से भी अधिक समय से भारत सरकार क़तर के साथ बातचीत कर रही है लेकिन अभी तक कोई समाधान निकलता नहीं दिखा है.

अख़बार की रिपोर्ट के मुताबिक़ तालिबान के इस बयान को भारत के लिए अहम माना जा रहा है.

अख़बार लिखता है कि तालिबान के दोहा कार्यालय के उप प्रमुख शेर मोहम्मद अब्बास स्तानेकज़ई की ओर से पश्तो ज़ुबान में जारी किए गए इस वीडियो मैसेज को अपने संगठन के सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म्स पर शनिवार को शेयर किया गया. ये वीडियो अफ़ग़ानिस्तान के मिल्ली टेलीविज़न चैनल पर भी प्रसारित हुआ है.

तालिबान की ओर से ये संकेत इसलिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि पाकिस्तान का उस पर गहरा असर रहा है. पाकिस्तान ने भारत-अफ़ग़ानिस्तान संबंधों को अपने ख़िलाफ़ माना है.

अख़बार लिखता है कि बीते सप्ताह दूसरी बार भारतीय दूतावास के अधिकारी को पूर्व नौसैनिकों से मिलने की मंज़ूरी मिलने सहित कुछ ऐसे संकेत मिले थे, जिनसे लगा कि कुछ समय में ये अधिकारी रिहा कर दिए जाएंगे, लेकिन ये उम्मीद भी बेकार हो गई. पहली बार अधिकारियों और कॉन्सुलर की मुलाक़ात पिछले महीने हुई थी.

भारतीय नौसेना के ये पूर्व अधिकारी क़तर की एक कंपनी ‘अल-ज़ाहिरा अल-आलमी कन्सलटेन्सी एंड सर्विसेज़’ के लिए काम करते हैं. यह कंपनी क़तर की नौसेना को प्रशिक्षण और सामान मुहैया कराती है.
गिरफ़्तारी के दो सप्ताह बाद भारतीय दूतावास को मिली सूचना
दोहा में भारतीय दूतावास को इन आठ लोगों की गिरफ़्तारी की सूचना सितंबर महीने के मध्य में मिली थी. इससे दो सप्ताह पूर्व यानी 30 अगस्त को क़तर की ख़ुफ़िया एजेंसी स्टेट सिक्योरिटी ब्यूरो ने इन्हें गिरफ़्तार किया गया था.

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जीरो कोविड पॉलिसी से ‘हैंग’ हुआ चीन में Apple का प्लांट, कंपनी को यह इंतजार पहुंचा रहा चोट

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डिजिटल भारत l चीन में कोविड-19 पर काबू पाने के लिए शहरों में बार-बार लॉकडाउन लगाया गया है। लॉकडाउन की पाबंदियों से चीन के लोग इस कदर परेशान हैं कि वे इससे बचने के लिए अपनी जान भी जोखिम में डालने को तैयार हैं। ताजा मामला चीन में स्थित दुनिया की सबसे बड़ी एप्पल फैक्ट्री का है। मध्य चीनी शहर झेंग्झौ (Zhengzhou) में बनी iPhone फैक्ट्री में कोरोना लॉकडाउन और संक्रमण के डर से घबराए हुए श्रमिक पलायन कर रहे हैं। लॉकडाउन के चलते फैक्ट्री के अंदर न फंसे रह जाएं इस डर से लोग दीवारें फांद कर भाग रहे हैं। चीनी मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, आने वाले महीनों में Apple के प्रमुख डिवाइस का उत्पादन धीमा हो सकता है।

चीनी मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया की सबसे बड़ी एप्पल फैक्ट्री में 2 लाख से अधिक कर्मचारी काम करते हैं। यह चीन के सेंट्रल हेनान प्रांत के Zhengzhou City में स्थित है। अन्य रिपोर्टों में कहा गया है कि फैक्ट्री के अंदर कुछ समय से हालात बिगड़ते जा रहे थे जिसके बाद लोग वहां से भागने को मजबूर हुए हैं। शहर में कोरोना संक्रमण के मामले सामने आने के बाद फैक्ट्री पर लॉकडाउन का साया मंडरा रहा है। कोरोना ओमिक्रॉन के नए सब-वेरिएंट के बढ़ते खतरे को देखते हुए चीनी सरकार ने देश में फिर से जीरो कोविड पॉलिसी लागू कर रखी है. कई शहरों में लॉकडाउन लगा हुआ है. इस लॉकडाउन और जीरो कोविड पॉलिसी से लोगों के साथ-साथ कंपनियों को भी नुकसान पहुंच रहा है. इसी कड़ी में मोबाइल की दिग्गज कंपनी Apple का कहना है कि कोविड प्रतिबंधों की वजह से चीन स्थित उसके प्लांट में iPhone का उत्पादन कम हो गया है. इस वजह से उसके प्रोडक्ट की शिपमेंट प्रभावित हो रही है.
सबसे लेटेस्ट मॉडल की बिक्री पर ज्यादा असर

ऐपल ने ये भी कहा है कि उत्पादन प्रभावित होने से आईफोन 14 मॉडल भी कम बन पा रहा है. इससे मार्केट में उसकी उपलब्धता पर अशर पड़ रहा है. लोगों को इसकी बुकिंग के लिए इंतजार करना पड़ रहा है. कंपनी को यह इंतजार काफी चोट पहुंचा रहा है. दरअसल, Apple पहले ही बढ़ती मुद्रास्फीति और ब्याज दरों के कारण खर्च में कटौती से पस्त है.
कई कंपनियों ने चीन में बंद किया काम

बता दें कि चीन के मौजूदा हालात ठीक नहीं हैं. जीरो कोविड पॉलिसी की वजह से वहां सबकुछ ठप होता दिख रहा है. लोग सरकार के विरोध में आवाज उठाने लगे हैं, लेकिन शी जिपिंग ने इस पॉलिसी को हटाने से इनकार कर दिया है. इस बीच चीन में खराब हालात की वजह से एस्टर लॉडर कंपनी इंक और कनाडा गूज होल्डिंग्स इंक सहित कई वैश्विक फर्मों ने चीन में अपने स्टोर बंद करने और पूरे साल कटौती करने का फैसला किया है. कई और कंपनियां चीन से अपना कारोबार समेटने की तैयारी कर रही हैं.
Apple ने रविवार को दी जानकारी

चीन के मौजूदा संकट को लेकर ऐपल ने रविवार को एक बयान जारी करते हुए कहा, ‘उनके प्लांट में काफी कम क्षमता पर काम हो रहा है, इससे उनका उत्पादन काफी कम हो गया है. हालांकि कंपनी ने ये नहीं बताया कि उत्पादन कितना प्रभावित हुआ है.

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जाने मध्यप्रदेश जबलपुर के बारे में कुछ रोचक बातें व तथ्य

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डिजिटल भारत l मध्य प्रदेश की संस्कार राजधानी जबलपुर है,जाबालि ऋषि की तपोभूमि होने के कारण इस जिले का नाम जबलपुर पड़ा मध्य प्रदेश का रत्न परीक्षण केंद्र जबलपुर में है मध्य प्रदेश का पहला कृषि विश्वविद्यालय जबलपुर में है, पूर्व समय में जबलपुर में हैहय वंश का राज्य था ,तब इसे त्रिपुरी नाम से भी जाना जाता था जबलपुर में मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय [ हाई कोर्ट ] का मुख्यालय रानी दुर्गावती की समाधि बरेला गांव जबलपुर में है महाकौशल विकास प्राधिकरण जबलपु मध्यप्रदेश के जबलपुर में केंद्रीय जेल की स्थापना की जा रही है

NCC परीक्षण केंद्र[ महिला ] -जबलपुर

प्रथम पशु चिकित्सा विश्वविद्यालय यहीं पर स्थापित किया गया है,

मदन महल रेलवे स्टेशन इसको प्रदेश का पहला पिंकी स्टेशन कहा जाता है

यहां पर नर्मदा नदी मनोरम धुआंधार जलप्रपात बनाती है

यहां पर नर्मदा नदी पर संगमरमर की चट्टानों के बीच भेड़ाघाट जलप्रपात है

राज्यसभा सांसद व अभिनेत्री जया बच्चन की जन्मस्थली जबलपुर है

यह आम के लिए प्रसिद्ध है ,जबलपुर को आम जिला भी घोषित किया गया है,

जनसंख्या 25 लाख लगभग

जन घनत्व 473 प्रति वर्ग किलोमीटर,

साक्षरता 81.1%
जबलपुर शहर मध्य प्रदेश राज्य, मध्य भारत में स्थित है। यह नर्मदा नदी के उत्तर में निचली पहाड़ियों से घिरे चट्टानी बेसिन में झीलों और मंदिरों के बीच स्थित है। इस नगर में उच्च-न्यायालय भी स्थित है। जबलपुर में साक्षरता, संस्कृति, सामाजिक और राजनीतिक गतिविधियों की लंबी परंम्परा रही है। जबलपुर कई लेखकों, प्रकाशकों व मुद्रकों का आवास क्षेत्र रहा है।

पुराणों और किंवदंतियों के अनुसार जबलपुर का संबंध जाबालि ऋषि से है। जिनके बारे में कहा जाता है कि वह यहीं निवास करते थे।
1781 के बाद ही मराठों के मुख्यालय के रूप में चुने जाने पर इस नगर की सत्ता बढ़ी, बाद में यह सागर और नर्मदा क्षेत्रों के ब्रिटिश कमीशन का मुख्यालय बन गया। यहाँ 1864 में नगरपालिका का गठन हुआ था।
एक पहाड़ी पर मदन महल स्थित है, जो लगभग 1100 ई. में राजा मदन सिंह द्वारा बनवाया गया एक पुराना गोंड महल है। इसके ठीक पश्चिम में गढ़ है, जो 14वीं शताब्दी के चार स्वतंत्र गोंड राज्यों का प्रमुख नगर था।
भेड़ाघाट, ग्वारीघाट और जबलपुर से प्राप्त जीवाश्मों से संकेत मिलता है कि यह प्रागैतिहासिक काल के पुरापाषाण युग के मनुष्य का निवास स्थान था। मदन महल, नगर में स्थित कई ताल और गोंड राजाओं द्वारा बनवाए गए कई मंदिर इस स्थान की प्राचीन महिमा की जानकारी देते हैं। इस क्षेत्र में कई बौद्ध, हिन्दू और जैन भग्नावशेष भी हैं।

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शहर के व्यस्तम क्षेत्र गोरखपुर में अतिक्रमण हटाने की गई कार्रवाई : जबलपुर

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जबलपुर। शहर के प्रमुख बाजार क्षेत्र गोरखपुर में सड़क तक काबिज अतिक्रमणों को हटाने की कार्रवाई शनिवार को की गई। नगर निगम के अतिक्रमण निरोधक दस्ते ने गोरखपुर चौराहे पर खड़े सब्जी, फल के ठेले टपरों को हटाकर हाकर जोन में व्यस्थित कराया। इसी तरह टीन शेड बढ़ाकर सड़क तक दुकान बढ़ाने वालों के खिलाफ कार्रवाई कर टीन शेड भी हटाए गए। ठेले-टपरों को हटाते हुए ये चेतावनी भी दी गई कि दोबारा अतिक्रमण करते पाए जाने पर सामान जब्त कर लिया जाएगा।

  निगमायुक्त आशीष वशिष्ठ के निर्देशानुसार आज अतिक्रमण शाखा के द्वारा यातायात में बाधक अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही की गयी। सहायक आयुक्त शिवांगी महाजन एवं सहायक अतिक्रमण निरोधक अधिकारी सागर बोरकर, ने बताया कि आज व्यवस्तम क्षेत्र गोरखपुर बाजार एवं मुख्य मार्ग में सब्जी व्यवसाय करने वालों को व्यवस्थित किया गया तथा टीन शेड हटाये गए साथ ही साथ अन्य स्थानों के भी ठेलो टपरों को हटाने की कार्यवाही की गयी। कार्यवाही के समय अतिक्रमण दस्ता टीम उपस्थित रहीं।

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जबलपुर फ्लाईओवर प्रोजेक्ट

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जबलपुर संस्कारधानी में मदन महल से दमोहनाका के बीच बन रहे जबलपुरमें साउंड प्रूफ होने की खूबी को भी शामिल किया गया है। फ्लाईओवर पर दौड़ने वाले वाहनों की ध्वनि को नियंत्रित करने के लिए नाइस बैरियर लगाया जाएगा।मदन महल से दमोहनाका के बीच बन रहे फ्लाईओवर में साउंड प्रूफ होने की खूबी को भी शामिल किया गया है। फ्लाईओवर पर दौड़ने वाले वाहनों की ध्वनि को नियंत्रित करने के लिए नाइस बैरियर लगाया जाएगा। गत दिवस केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दी है। सांसद राकेश सिंह ने इस संबंध में मांग की थी।

सांसद ने बताया था कि मध्यप्रदेश के सबसे लंबे फ्लाई ओवर का निर्माण चल रहा है इस मार्ग पर प्रमुख भवन जैसे अस्पताल भवन, व्यवसायिक भवन, रहवासी भवन, धार्मिक स्थल एवं निजी कार्यालय आदि फ्लाईओवर के दोनों ओर समानांतर पर स्थित है इन भवनों के महत्वपूर्ण संवेदनशील एवं शांत क्षेत्र के भाग पर जैसे ओपीडी ,आईसीयू .आदि इन भवनों के ऊपरी तल पर स्थित है जो कि फ्लाईओवर निर्माण के बाद सीधे यातायात के प्रभाव में आ जाएंगे इस कारण नायस बैरियर लगाने का कार्य ध्वनि प्रदूषण को रोकने वाहन की लाइटिंग को रोकने हेतु निर्माणाधीन फ्लाईओवर में किया जाना अति आवश्यक है। इससे जहां ध्वनी प्रदूषण कम होगा वहीं लोगों को भी वाहनों की आवाजाही से परेशानी का सामना नहीं करना होगा।

दमोहनाका में 900 मीटर का निर्माण करवाने के लिए लोक निर्माण विभाग ने अलग टेंडर निकाला था। इस कार्य का शिलान्यास भी गडकरी के हाथों किया गया। मप्र का सबसे लंबा फ्लाईओवर बनाया जा रहा है जिसकी लंबाई लगभग सात किलोमीटर है। कुल लागत करीब एक हजार करोड़ रुपये है। मध्य प्रदेश के जबलपुर में इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट (Infrastructure Development) के दो मेगा प्रोजेक्ट आकार ले रहे है. यहां पर 7 किलोमीटर लंबा फ्लाईओवर बनने जा रहा है जो साल 2023 में बनकर तैयार हो जाएगा. वहीं 116 किलोमीटर की रिंग रोड़ का काम भी अगले दो महीनों में शुरू हो जाएगा. ये मध्यप्रदेश की सबसे बड़ी रिंग रोड होगी.

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मिली मूवी में एक स्ट्रांग गर्ल का रोल निभाती दिखी जान्हवी कपूर जाने फिल्म का रिव्यु

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डिजिटल भारत l चाहे कोई कुछ भी कहे, मगर बॉलिवुड वालों का साउथ फिल्मों के लिए किसी भी हाल में मोहभंग नहीं होता। बॉलिवुड के फिल्मकार लगातार साउथ फिल्मों का रीमेक बनाते जाते हैं। अतीत में कई साउथ फिल्मों के रीमेक ने बॉक्स ऑफिस को चमकाया है, मगर कई फिल्में ऐसी भी रहीं, जो बिजनेस नहीं कर पाईं, इसके बावजूद हिंदी फिल्मकार साउथ की फिल्म को एक सेफ ऑप्शन तो जरूर मानते ही हैं। यही वजह है कि हिंदी में MILI के रूप में 2019 में प्रदर्शित हुई मलयालम फिल्म ‘हेलेन’ की रीमेक देखने को मिल रही है।
सिनेमा में सितारों के बच्चों की जो मौजूदा पीढ़ी काम कर रही है, उसमें अगर अभिनेत्रियों में किसी ने अपने काम को वाकई गंभीरता से लिया है तो वह जान्हवी कपूर ही हैं। करियर की शुरुआत में ही एक के बाद एक स्त्री प्रधान फिल्मों में अभिनय करना और हर बार खुद को पिछली फिल्म से बेहतर करते रहना, आसान नहीं है। सिर्फ 25 साल की उम्र में अकेले अपने नाम पर पहले ‘गुंजन सक्सेना द कारगिल गर्ल’ फिर ‘गुडलक जेरी’ और अब ‘मिली’ को देखने के लिए दर्शकों को खींच लाना बड़ी बात है। अपनी पहली फिल्म ‘धड़क’ में भी जान्हवी के अभिनय ने लोगों को प्रभावित किया था। और, फिल्म ‘मिली’ में जान्हवी ने अपनी अदाकारी को एक पायदान और ऊपर करके अपने ही काम को बेहतर किया है। अगर ध्यान से जान्हवी की फिल्मों का डीएनए समझने की कोशिश करें तो वह खुद को एक ऐसी आत्मनिर्भर युवती के रूप में परदे पर पेश करती रही हैं, जो करोड़ों युवतियों में से किसी एक के लिए भी प्रेरणा बना, तो उनका कलाकार बनना सफल है।
फिल्म की हीरो जान्हवी कपूर
जान्हवी कपूर ही फिल्म ‘मिली’ की हीरो हैं। बाकी सब सहायक कलाकार हैं। जान्हवी ठीक ही कहती हैं कि श्रीदेवी की बेटी होने का फायदा जितना उनको मिलना था मिल चुका, अब बारी उनके हुनर के इम्तिहान की है। इस इम्तिहान में जान्हवी फिल्म ‘मिली’ में सम्मानसहित अंकों के साथ उत्तीर्ण हुई हैं। तारीफ इस बात की करनी होगी कि जान्हवी को जो किरदार मिलता है, वह उसके रंग में खुद को आसानी से सराबोर कर लेती हैं। फिल्म शुरू होने के कुछ ही देर बाद जान्हवी परदे पर जान्हवी दिखना बंद हो जाती हैं और यही उनके अभिनय की सबसे बड़ी जीत है।

मिली का किरदार आसान नहीं है। उसका संघर्ष वैसा ही है जैसा किसी बर्फीले पहाड़ के किसी पतली सी दरार में फंसे इंसान का होता है। विपरीत परिस्थितियों में अकेले फंसे इंसान का खुद को जिंदा रखने का संघर्ष सिनेमा का पसंदीदा विषय रहा है। ऐसी फिल्मों में अपनी छाप छोड़ जाने वाले कलाकारों में अब जान्हवी का नाम भी शामिल हो चुका है।

सहायक कलाकारों में कुछ खास देखने नहीं मिला
फिल्म ‘मिली’ की सबसे बड़ी कमजोरी है इसकी सपोर्टिंग कास्ट। सनी कौशल की जगह किसी नए चेहरे को लेने से फिल्म की ताजगी बढ़ सकती थी। सनी कौशल की फिल्म निर्माताओं तक अपने पिता स्टंट निर्देशक शाम कौशल के चलते सीधी पहुंच है और इसी वजह से उन्हें इस तरह के किरदार में ले लिया जाए, ये ठीक नहीं दिखता। इस किरदार की जो जरूरत है, उसे पूरा करने में सनी विफल रहे। यही हाल विक्रम कोचर, मनोज पाहवा और संजय सूरी के किरदारों का है। तीनों ने सिर्फ खानापूरी की है। हां, अनुराग अरोड़ा और हसलीन कौर का अभिनय प्रभावित करता है और ये दोनों ही फिल्मों को ठीक ठाक सहारा भी देते हैं।
ढलान पर ए आर रहमान का संगीत
तकनीकी टीम में सबसे कमाल का काम फिल्म के रूप सज्जा (मेकअप) विभाग का है। बर्फ में बदलती जा रही एक जीती जागती लड़की का पूरी फिल्म में बदलता रूप परदे पर इस तरह दिखाना कि लोगों को वाकई ऐसा होता दिखे, बहुत चुनौती का काम है। कला निर्देशन (आर्ट डायरेक्शन) भी उम्दा है। फिल्म देखकर लगता नहीं कि डीप फ्रीजर के भीतर की शूटिंग किसी सेट पर की जा रही है। सुनील कार्तिकेयन की सिनेमैटोग्राफी ने भी इस काम में काफी मदद की है। संगीत के मामले में फिल्म कमजोर है। ए आर रहमान एक बार फिर अपने नाम के हिसाब का संगीत बनाने में विफल रहे। जावेद अख्तर का नाम बतौर गीतकार देखकर भी फिल्म के गानों से उम्मीदें बंधी थी, लेकिन वह अपना सबसे बेहतर सृजनात्मक समय शायद जी चुके हैं।

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आज लगेगा साल का आखरी ग्रहण जाने कब और कहा दिखाई देगा

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8 नवंबर 2022 को साल का आखिरी व दूसरा चंद्र ग्रहण लगेगा। ये चंद्र ग्रहण भारत में नजर आएगा। हिंदू पंचांग के अनुसार, इस दिन कार्तिक मास की पूर्णिमा तिथि भी है। कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को देव दीपावली भी मनाई जाती है। लेकिन इस साल पूर्णिमा तिथि पर चंद्रग्रहण लगने के कारण देव दीपावली एक दिन पहले यानी सात नवंबर को मनाया जाएगा।भारत में साल का आखिरी व दूसरा चंद्र ग्रहण गुवाहाटी, रांची, पटना, सिलिगुड़ी और कोलकाता समेत देश की राजधानी दिल्ली में भी दिखाई पड़ेगा। चंद्र ग्रहण भारत में दिखने के कारण इस अवधि में विशेष सावधानी बरतनी होगी।

  1. इस दौरान किसी भी शुभ कार्य को नहीं करना चाहिए और न ही भगवान की मूर्तियों को स्पर्श करना चाहिए।
  2. ग्रहण के दौरान तुलसी के पौधे को नहीं छूना चाहिए और सूतक काल में तुलसी के पत्ते नहीं तोड़ने चाहिए।
  3. ग्रहण समाप्त होने के बाद ही भोजन करना चाहिए।
  4. गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के दौरान घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए और न ही सोना चाहिए।
  5. ग्रहण के दौरान तेल लगाना, कपड़े धोना और ताला खोलना आदि काम नहीं करने चाहिए

रांची : शाम 5:07 बजे से शाम 6:18 बजे तक
पटना : शाम 5:05 बजे से शाम 6:18 बजे तक
कोलकाता : शाम 4:56 बजे से शाम 6:18 बजे तक
भुवनेश्वर : शाम 5:10 बजे से शाम 6:18 बजे तक
रायपुर : शाम 5:25 बजे से शाम 6:18 बजे तक
नई दिल्ली : शाम 5:32 बजे से शाम 6:18 बजे तक
ईटानगर : शाम 4:28 बजे से शाम 6:18 बजे तक
गुवाहटी : शाम 4:37 बजे से शाम 6:18 बजे तक
विशाखापट्टनम : शाम 5:24 बजे से शाम 6:18 बजे तक
गंगटोक : शाम 4:48 बजे से शाम 6:18 बजे तक
प्रयागराज : शाम 5:18 बजे से शाम 6:18 बजे तक
जे तक
अहमदाबाद : शाम 6:00 बजे से शाम 6:18 बजे तक
चेन्नई : शाम 5:42 बजे से शाम 6:18 बजे तक
हैदराबाद : शाम 5:44 बजे से शाम 6:18 बजे तक
उज्जैन : शाम 5:47 बजे से शाम 6:18 बजे तक
जोधपुर : शाम 5:53 बजे से शाम 6:18 बजे तक
पुणे : शाम 6:01 बजे से शाम 6:18 बजे तक
सूरत : शाम 6:02 बजे से शाम 6:18 बजे तक
जामनगर : शाम 6:11 बजे से शाम 6:18 बजे तक
तिरुवनन्तपुरम : शाम 6:02 बजे से शाम 6:18 बजे तक
मुंबई : शाम 6:05 बजे से शाम 6:18 बजे तक
पणजी : शाम 6:06 बजे से शाम 6:18 बजे तक
श्रीनगर: श्रीनगर में ग्रहण का चंद्रमा लगभग 66 प्रतिशत अस्पष्टता के साथ शाम 05 बजकर 31 मिनट से क्षितिज से ऊपर उठेगा।

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