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एक भारत उत्कृष्ट भारत

आखिरी टेस्ट से पहले इंग्लिश कप्तान रूट ने बुमराह के खिलाफ बनाया ये प्लान

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इंग्लैंड को भारत के खिलाफ ओवल टेस्ट में भले ही हार का सामना करना पड़ा हो लेकिन टीम के कप्तान जो रूट का कहना है कि वहां की पिच टेस्ट मैच के लिये शानदार थी और वह घरेलू सत्र और काउंटी सर्किट में इस तरह की और पिचें देखना चाहेंगे।इंग्लैंड को घरेलू सरजमीं पर इस सत्र में जून में न्यूजीलैंड से हार का सामना करना पड़ा और अब भारत के खिलाफ चल रही पांच मैचों की सीरीज में टीम 1-2 से पिछड़ रही है। ओवल का विकेट शुरू में तेज गेंदबाजों के लिये मददगार था जिसके बाद यह बल्लेबाजों को रन बटोरने में मदद करने लगा।पांचवें दिन भारतीय गेंदबाजों ने फिर भी इंग्लैंड के बल्लेबाजों को आउट कर टीम को शानदार जीत दिलायी। रूट ने यहां ऑनलाइन प्रेस कांफ्रेंस में कहा, “घरेलू पिच का फायदा हमेशा ही रहेगा। देश में मौसम के कारण, बारिश की वजह से पिच की तैयार करने में बाधा उत्पन्न हो सकती है। लेकिन मेरा मानना है कि मैं वास्तव में अच्छी टेस्ट पिच बनाने के लिये प्रोत्साहित करूंगा।”उन्होंने कहा, “अगर हमें दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टीम बनना है तो हमें अच्छे विकेट पर खेलना पड़ेगा जो कुछ समय के लिये सपाट हों। हमें साथ ही स्कोरबोर्ड के दबाव से निपटने का तरीका भी सीखना होगा। हमें टेस्ट मैच के अंत में स्पिन लेती पिच के दबाव से निपटना भी आना चाहिए।”भारत के बेहतरीन तेज गेंदबाजी आक्रमण के सामने घास वाली पिच तैयार करना भी इंग्लैंड के लिये प्रतिकूल होगा। रूट ने पांचवें टेस्ट के लिये तैयार की गयी पिच को नहीं देखा है लेकिन पिछले साल वह ओल्ड ट्रैफर्ड के हालात में तीन बार खेले थे जिससे उन्हें इसका अच्छा अंदाजा है।रूट ने शुक्रवार से शुरू होने वाले पांचवें टेस्ट से पहले कहा, “हमारे हिसाब से हम इंग्लैंड के अनुरूप परिस्थितियां चाहते हैं। और उम्मीद करते हैं कि हमें इस हफ्ते यही हालात मिलेंगे।” रूट ने कहा कि पिछले हफ्ते की पिच टेस्ट के लिये अच्छी पिच का सटीक उदाहरण थी और वह काउंटी किक्रेट में भी इसी तरह के विकेट का इस्तेमाल होते देखना चाहते हैं।उन्होंने कहा, “अंत में यह अच्छे विकेट पर खेलने की चुनौती होती है। यह चुनौती का हिस्सा होता है। यह मायने नहीं रखता कि आप साल के किस समय में खेलते हो। और अगर आप पिछले टेस्ट मैच को देखो तो यह इसका शानदार उदाहरण था। पहली पारी में आपको सीम और स्विंग मिली। फिर यह बीच में बल्लेबाजी के लिये मददगार हो गयी और फिर बाद में इस पर रिवर्स स्विंग होने लगी। मेरा मतलब है कि इस पर सभी के लिये सबकुछ था।”उन्होंने यह भी पुष्टि की कि जोस बटलर इस मैच में उपकप्तान के तौर पर वापसी करेंगे जो पिछले मैच में नहीं खेले थे। इससे अंतिम एकादश में ओली पोप और जॉनी बेयरस्टो में से एक को रखा जायेगा। यह पूछने पर कि क्या भारत इस सीरीज में दबाव से बेहतर तरीके से निपटा तो रूट इससे सहमत नहीं थे।उन्होंने कहा, “इस सीरीज में मैच के दौरान आधे घंटे के समय में हम भी और वो भी इससे नहीं निपट सके और इससे हमें काफी नुकसान हुआ। हम 1-2 से पिछड़ने के बजाय 3-0 से आगे हो सकते थे।”वह चाहते हैं कि उनके बल्लेबाजों को बड़े स्कोर बनाने की भूख हो और वे स्लिप में कैच करने में भी सुधार करें। ओवल में जसप्रीत बुमराह के मैच विजयी स्पैल के बारे में रूट ने कहा कि उनके खिलाड़ी भारतीय तेज गेंदबाज से भयभीत नहीं हैं क्योंकि वे लीड्स में उसके खिलाफ अच्छे खेले थे जिसमें इंग्लैंड जीता था।रूट ने कहा, “उसने शानदार स्पैल फेंका था। वह दुनिया के सर्वश्रेष्ठ तेज गेंदबाजों में से एक है। लेकिन हमने उसके खिलाफ पहले एक मैच में अच्छा खेल दिखाया था। और मुझे लगता है कि बतौर बल्लेबाजी ग्रुप यह वास्तव में अहम है कि हम याद रखें कि हमें उसके खिलाफ अच्छी सफलता मिली थी।”

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‘बाहुबली’ फेम राणा दग्गुबाती ED के सामने हुए पेश, जानिए क्या है पूरा मामला

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अभिनेता राणा दग्गुबाती शहर में 2017 में मादक पदार्थ गिरोह के भंडाफोड़ के संबंध में चल रही धनशोधन जांच के तहत समन जारी किए जाने के बाद बुधवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष पेश हुए। ‘बाहुबली’ फिल्म अभिनेता दग्गुबाती तेलुगू फिल्म उद्योग से जुड़े उन 10 अभिनेताओं और निर्देशकों में शामिल हैं जिन्हें ईडी द्वारा तलब किया गया है। पिछले साल 31 अगस्त से जाने-माने फिल्मकार पुरी जगन्नाथ, अभिनेत्री चार्मी कौर और रकुलप्रीत सिंह, अभिनेता नंदू केंद्रीय जांच एजेंसी के समक्ष पेश हो चुके हैं। तेलंगाना के निषेध और उत्पाद शुल्क विभाग ने दो जुलाई, 2017 को एलएसडी और एमडीएमए जैसे मादक पदार्थों की तस्करी के आरोप में संगीतकार केल्विन मैस्करेनहास सहित तीन लोगों को गिरफ्तार कर मादक पदार्थ गिरोह का भंडाफोड़ किया था। इसके बाद, मादक पदार्थों की तस्करी से संबंधित कई मामले दर्ज किए गए और 20 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया। अधिकारियों के अनुसार गिरोह के ग्राहकों में शहर के स्कूलों और कॉलेजों के छात्र, तेलुगू फिल्म उद्योग से जुड़े लोग, बहुराष्ट्रीय कंपनियों के वरिष्ठ अधिकारी तथा साइबराबाद में आईटी कंपनियों में काम करने वाले कर्मचारी सहित लगभग 1000 लोग शामिल थे। इस सिलसिले में गिरफ्तार किए गए लोगों से पूछताछ के दौरान तेलुगू फिल्म उद्योग की कुछ हस्तियों के नाम सामने आए। तेलंगाना के निषेध और उत्पाद शुल्क विभाग के एक विशेष जांच दल (एसआईटी) ने तेलुगू फिल्म उद्योग के साथ कथित डग्र लिंक की भी जांच की और टॉलीवुड से जुड़े 11 लोगों से पूछताछ की जिसमें अभिनेता और निर्देशक शामिल हैं। एक अभिनेता के ड्राइवर से भी पूछताछ की गई और बाल तथा नाखून के नमूने भी एकत्र किए गए थे। एसआईटी ने उनसे यह पता लगाने के लिए पूछताछ की कि क्या उनका गिरोह के साथ उपभोक्ता या आपूर्तिकर्ता के रूप में या गिरफ्तार लोगों के साथ कोई संबंध था। मामलों के संबंध में आरोपपत्र दाखिल किया गया है, लेकिन तेलुगू सिनेमा जगत की किसी भी हस्ती के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल नहीं किया गया है। ईडी ने तेलुगू सिनेमा की उन हस्तियों को तलब किया, जिनसे एसआईटी और कुछ अन्य एजेंसियों ने भी पूछताछ की थी । हालांकि, उस वक्त राणा से एसआईटी ने पूछताछ नहीं की थी। 

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अक्षय कुमार की मां का निधन, एक्टर ने भावुक पोस्ट के जरिए दी जानकारी

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बॉलीवुड एक्टर अक्षय कुमार की मां अरुणा भाटिया ने दुनिया को अलविदा कह दिया है। खुद अभिनेता ने सोशल मीडिया पर इमोशनल पोस्ट शेयर कर इस दुखद खबर की जानकारी दी। बता दें कि मां की तबीयत खराब होने की वजह से अक्षय यूके से भारत लौट आए थे। उन्होंने एक दिन पहले अपनी मां के स्वास्थ्य को लेकर ट्वीट साझा कर कहा था कि ये उनके परिवार के लिए ‘बहुत कठिन’ समय है। अक्षय कुमार ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट शेयर किया, जिसमें लिखा है- ‘वो मेरे जीवन का केंद्र थीं। आज मैं अपने अस्तित्व के मूल में एक असहनीय दर्द महसूस कर रहा हूं। मेरी मां श्रीमती अरुणा भाटिया आज सुबह शांतिपूर्वक इस दुनिया को छोड़कर दूसरी दुनिया में मेरे पिता के साथ फिर से मिल गईं। मैं आपकी प्रार्थनाओं का सम्मान करता हूं, क्योंकि मैं और मेरा परिवार इस दौर से गुजर रहे हैं। ओम शांति।’ अक्षय कुमार की मां के निधन पर जैकलीन फर्नांडिस और हितेन तेजवानी सहित कई सेलेब्स ने शोक व्यक्त किया है। अक्षय कुमार ने मां के स्वास्थ्य पर ट्वीट कर कहा ”मेरे और मेरे परिवार के लिए बहुत कठिन समय” अक्षय कुमार ने एक दिन पहले पोस्ट शेयर किया था, जिसमें लिखा था- “मेरी मां के स्वास्थ्य के लिए आपकी चिंता शब्दों से परे है। यह मेरे और मेरे परिवार के लिए बहुत कठिन समय है। आपकी हर एक प्रार्थना बहुत मदद करेगी।”  अक्षय कुमार की मां अरुणा भाटिया 77 साल की थीं। हाल ही में उनके घुटनों की सर्जरी हुई थी। उन्होंने कई फिल्मों का निर्माण किया है, जिनमें ‘हॉलिडे’, ‘नाम शबाना’ और ‘रुस्तम’ जैसी फिल्में शामिल हैं। अक्षय यूके में सिंड्रेला फिल्म की शूटिंग कर रहे थे और मां की बीमारी के बारे में सुनकर वो भारत लौट आए थे।

अक्षय कुमार अपनी मां के बेहद करीब थे। उन्होंने कई मौकों पर मां के प्रति अपने प्रेम को जाहिर किया है। उनके पिता आर्मी ऑफिसर थे और उन्होंने काफी समय पहले ही दुनिया को अलविदा कह दिया था। अक्षय की एक बहन भी हैं, जिनका नाम अलका है। अक्षय ने हिंदी सिनेमा के पहले सुपरस्टार कहे जाने वाले अभिनेता राजेश खन्ना और अभिनेत्री डिंपल कपाड़िया की बेटी ट्विंकल खन्ना से शादी की। दोनों के दो बच्चे हैं। बेटी का नाम नितारा है और बेटे का नाम आरव। अक्षय अपनी पर्सनल लाइफ के बारे में कम ही बात करते हैं। वो सोशल मीडिया पर भी अपने परिवार से जुड़ी तस्वीरें कम ही शेयर करते हैं।

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तालिबान ने अमेरिकी नागरिक और ग्रीन कार्ड धारक सहित सैकड़ों लोगों को अफगानिस्तान छोड़ने से रोका

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अफगानिस्तान में अमेरिकी संगठन के लिए काम करने वाली एक महिला अफगान कर्मी ने बताया कि तालिबान ने देश से बाहर निकालने के लिए परिचालित विशेष विमान में उन्हें और अन्य सैकड़ों लोगों को सवार होने से रोक दिया है। पहचान गुप्त रखते हुए महिला ने मंगलवार को एसोसिएटेड प्रेस को बताया कि अगर तालिबान उनकी पहचान करते हैं तो उन्हें अपनी सुरक्षा का डर है। अमेरिकी संगठन ‘असेंड’ सालों से अफगान महिलाओं और लड़कियों के लिए काम कर रहा है। एसोसिएटेड प्रेस को जानकारी देने वाली महिला उन सैकड़ों लोगों में शामिल हैं जिनके बारे में बताया जा रहा है कि उन्हें तालिबान ने रोक दिया है। इनमें अमेरिकी नागरिक और ग्रीन कार्ड धारक भी हैं। महिला ने बताया कि वे उत्तरी शहर मजार-ए-शरीफ से निकलने के लिए विशेष विमान में सवार होने का इंतजार कर रहे हैं और करीब एक सप्ताह से होटल और आवासीय हॉल में ठहरे हुए हैं। महिला ने बताया, ‘‘हमें लग रहा है कि हम किसी जेल में हैं।” उन्होंने बताया कि देश से निकलने वाले लोगों में शामिल अमेरिकी नागरिकों से मुलाकात की और उनकी उम्र 70 के करीब है और अधिक असुरक्षित हैं। वे अमेरिका में रह रहे अफगान-अमेरिकी के माता-पिता हैं। तालिबान के अधिकारियों ने कहा कि वे उचित पासपोर्ट और अन्य दस्तावेज धारक लोगों को देश छोड़ने की अनुमति देंगे। इस बीच, अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने मंगलवार को रिपब्लिकन सांसदों के उन दावों को खारिज किया जिसमें कहा गया था कि अमेरिका द्वारा सैनिकों और राजनयिकों को निकालने के बाद मजार-ए-शरीफ में बंधक जैसी स्थिति है। एसोसिएटेड प्रेस से बात करने वाली महिला ने बताया कि उनके समूह के पास उचित पासपोर्ट और वीजा है लेकिन तालिबान उन्हें हवाई अड्डे जाने नहीं दे रहा हैं। महिला ने बताया कि वह होटल के महिला वाले हिस्से से पिछले सप्ताह तब भाग गई थी जब उसने सुना कि तालिबान देश छोड़ने वाले संभावित लोगों की तलाश कर रहा है और कुछ को अपने साथ ले गया है।

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पाकिस्तानी सेना में फेरबदल, लेफ्टिनेंट जनरल अब्बास बने चीफ ऑफ जनरल स्टाफ

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पाकिस्तानी सेना में बड़े स्तर पर फेरबदल करते हुए लेफ्टिनेंट जनरल अजहर अब्बास को अगला ‘चीफ ऑफ जनरल स्टाफ’ बनाया गया है। यह पद सेना प्रमुख के बाद सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है। इससे पहले अब्बास भारत के साथ लगने वाली नियंत्रण रेखा (एलओसी) की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार थे। लेफ्टिनेंट जनरल अब्बास बलूच रेजिमेंट से हैं और वह लेफ्टिनेंट जनरल साहिर शमशाद मिर्जा का स्थान लेंगे, जिन्हें रावलपिंडी स्थित 10 कोर का प्रमुख बनाया गया है। मिर्जा से पहले अब्बास 10 कोर का नेतृत्व कर रहे थे। पाकिस्तानी सेना की मीडिया इकाई अंतर-सेवा जनसंपर्क (आईएसपीआर) ने मंगलवार को जारी एक बयान में यह जानकारी दी। रावलपिंडी स्थित 10 कोर नियंत्रण रेखा की सुरक्षा करती है। डॉन न्यूज की खबर के अनुसार, पाकिस्तानी सेना में सेना प्रमुख के बाद चीफ ऑफ जनरल स्टाफ (सीजीएस) का पद सबसे अहम माना जाता है। सीजीएस को ‘जनरल हेडक्वार्टर्स’ में खुफिया और ‘परिचालन संबंधी’ कामकाज देखना होता है और ‘मिलिट्री ऑपरेशन्स’ तथा ‘मिलिट्री इंटेलिजेंस’ निदेशालय उसके अधीन काम करते हैं। आईएसपीआर के बयान के अनुसार, लेफ्टिनेंट जनरल मुहम्मद चिराग हैदर को मुल्तान कोर का प्रमुख बनाया गया है, जोकि पाकिस्तान की मुख्य ‘स्ट्राइक कोर’ में से एक है।

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फारूक अब्दुल्ला ने कहा- जम्मू-कश्मीर में जब भी चुनाव होंगे, नेशनल कॉन्फ्रेंस मैदान में उतरेगी

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नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने बुधवार को कहा कि उनकी पार्टी जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा और विशेष दर्जा बहाल करने के लिए संघर्ष की खातिर प्रतिबद्ध है तथा केंद्र शासित प्रदेश में जब भी चुनाव होंगे, उनकी पार्टी मैदान में उतरेगी। अब्दुल्ला श्रीनगर में पार्टी के संस्थापक और अपने पिता शेख मोहम्मद अब्दुल्ला की 39वीं पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि देने के बाद संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे। केंद्र ने 5 अगस्त, 2019 को संविधान के अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों निरस्त कर दिया था और जम्मू-कश्मीर को 2 केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित कर दिया था।बता दें कि अनुच्छेद 370 के तहत तत्कालीन राज्य को विशेष दर्जा प्राप्त था। अब्दुल्ला ने कहा कि उनकी पार्टी जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा और विशेष दर्जा बहाल करने के लिए संघर्ष की खातिर प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा, ‘हमें नहीं मालूम कि चुनाव कब होंगे, लेकिन इस संबंध में हमारी राय स्पष्ट है। जम्मू-कश्मीर में जब कभी चुनाव होंगे, हम चुनाव लड़ेंगे।’ तालिबान द्वारा अफगानिस्तान पर नियंत्रण किए जाने के संबंध में जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि वे (तालिबान) मानवाधिकारों का सम्मान करेंगे और सभी देशों के साथ मित्रतापूर्ण संबंधों पर जोर देंगे।अब्दुल्ला ने कहा, ‘तालिबान ने नियंत्रण कर लिया है, और अब उन्हें देश की देखभाल करनी है। मुझे उम्मीद है कि वे सभी के साथ न्याय करेंगे उन्हें सभी देशों के साथ मित्रतापूर्ण संबंधों पर जोर देना चाहिए।’ इस बीच अफगानिस्तान में तालिबान की सरकार के गठन पर फारूक अब्दुल्ला ने कहा है कि उन्हें उम्मीद है कि तालिबान इस्लामिक उसूलों के आधार पर अच्छी तरह से सरकार चलाएगा। उन्होंने कहा, ‘तालिबान को मानवाधिकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए और इस्लामी सिद्धांतों का पालन करना चाहिए। इसके साथ ही बाकी दुनिया के साथ अच्छे संबंध बनाने चाहिए।’

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उत्तराखंड के निर्दलीय विधायक प्रीतम सिंह पवार ने धामा बीजेपी का दामन

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उत्तराखंड क्रांति दल के नेता और निर्दलीय विधायक प्रीतम सिंह पवार ने बुधवार को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का दामन थाम लिया। वह उत्तराखंड की यमुनोत्री विधानसभा क्षेत्र से 2 बार विधायक रह चुके हैं। वर्तमान में वह विधानसभा में धनोल्टी क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। बीजेपी मुख्यालय में आयोजित एक प्रेस वार्ता में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने राज्यसभा सदस्य अनिल बलूनी और उत्तराखंड बीजेपी के अध्यक्ष मदन कौशिक की मौजूदगी में पवार को पार्टी की सदस्यता दिलाई। ईरानी ने पवार का बीजेपी में स्वागत करते हुए कहा कि राष्ट्रहित में उनका भाजपा परिवार में शामिल होने का निर्णय सराहनीय है।वहीं, उत्तराखंड बीजेपी के चीफ कौशिक ने कहा कि पवार ने उत्तराखंड क्रांति दल के नेता के रूप में उत्तराखंड राज्य के लिए लड़ाई में बढ़-चढ़कर योगदान दिया। उन्होंने कहा कि पवार के बीजेपी में शामिल होने राज्य में पार्टी को मजबूती मिलेगी। वहीं, प्रीतम सिंह पवार ने कहा कि वह बीजेपी परिवार में शामिल होकर आज गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बेहद प्रभावित हैं क्योंकि वह उततराखंड के विकास के लिए लगातार प्रयासरत हैं। पवार ने कहा कि बहुत सोच समझकर उन्होंने बीजेपी में शामिल होने का निर्णय लिया है।

राज्यपाल ने दिया इस्तीफा

इसके बीच उत्तराखंड से बुधवार को ही एक और बड़ी खबर सामने आई है। उत्तराखंड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने बुधवार को पद से इस्तीफा दे दिया। राजभवन के एक अधिकारी ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि राज्यपाल ने अपना इस्तीफा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को भेज दिया है। उन्होंने बताया कि राज्यपाल ने व्यक्तिगत कारणों के चलते इस्तीफा दिया है। बता दें कि बेबी रानी मौर्य ने 26 अगस्त, 2018 को उत्तराखंड के राज्यपाल पद की शपथ ली थी। उन्होंने तत्कालीन राज्यपाल केके पॉल की जगह ली थी।

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राहुल गांधी बिना किसी ज्ञान के खुद को हर चीज का एक्सपर्ट समझते हैं: शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान

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NEET परीक्षा स्थगित करने की कांग्रेस नेता राहुल गांधी की मांग और उस मांग के दौरान सरकार पर लगाए आरोपों का केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने उत्तर दिया है। धर्मेंद्र प्रधान ने कहा है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी बिना किसी ज्ञान के खुद को हर विषय का एक्सपर्ट समझते हैं। शिक्षा मंत्री ने कहा है कि राहुल गांधी की अतिमहत्वकांक्षा NEET परीक्षा के शेड्यूल का जवाब नहीं हो सकता। शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने राहुल गांधी को जवाब देते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने भी NEET परीक्षा को पुनर्निर्धारित करने की याचिका पर विचार नहीं किया है, तो फिर राहुल गांधी किस आधार पर इस तरह के सवाल उठा रहे हैं। शिक्षा मंत्री ने तंज कसते हुए कहा, कि राहुल गांधी को इस तरह के विषयों में न पड़कर झूठ गढ़ने, आधे अधूरे सच बोलने और प्रगतिशील कामों में रुकावट डालने जैसे कामों लगे रहें।बता दें कि राहुल गांधी ने NEET को स्थगित करने की मांग करते हुए कहा था कि छात्रों को एक निष्पक्ष मौका मिलना चाहिए। उन्होंने ट्वीट किया था, “भारत सरकार को छात्रों की परेशानी नहीं दिख रही है। नीट परीक्षा को स्थगित करिये। छात्रों को निष्पक्ष मौका दीजिये।” कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने भी इस मुद्दे को लेकर सरकार पर निशाना साधा था और सवाल किया कि आखिर सरकार छात्रों को क्यों नहीं सुन रही है? उन्होंने कहा, ‘‘सरकार देश भर के छात्रों की वाजिब मांग के खिलाफ जा रही है। सत्ता में बैठे लोगों के लिए उन लोगों को सुनना और उनकी मदद करना मुश्किल क्यों है, जो हमारे देश का भविष्य हैं? क्या मानसिक स्वास्थ्य मायने नहीं रखता?’’ उल्लेखनीय है कि NEET (स्नातक) की परीक्षा 12 सितंबर को प्रस्तावित है।

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केरल में कोरोना वायरस के मामले फिर 30 हजार के पार, 181 लोगों की मौत

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केरल में कोरोना वायरस के मामले फिरे से एक बार 30 हजार का आंकड़ा पर कर लिया है। पिछले 24 घंटे में यहां कोविड-19 के 30,196 नये मामले सामने आए जिसके साथ ही कोरोना वायरस से संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 42,83,494 हो गयी जबकि 181 और मरीजों की मौत के बाद मृतकों की तादाद 22,001 पर पहुंच गयी। राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने एक विज्ञप्ति में यह जानकारी दी। राज्य में लगातार पांच दिनों तक दैनिक नये मामलों की संख्या 30 हजार से कम रहने के बाद आज एक बार फिर वह 30 हजार को पार कर गयी। केरल में बीते 24 घंटे के दौरान 1,71,295 नमूनों की कोविड-19 जांच होने के साथ संक्रमण की दर बढ़कर 17.63 प्रतिशत हो गयी है। 

विज्ञप्ति के अनुसार राज्य में संक्रमण दर घटकर 16 फीसद के नीचे चली गयी थी जो बुधवार को बढ़कर 17.63 प्रतिशत हो गयी। राज्य में अब तक 3,28,41,859 नमूनों की कोविड-19 जांच हो चुकी है। बीते 24 घंटे के दौरान राज्य में कोविड-19 के 27,579 मरीज संक्रमण मुक्त भी हुए, जिससे राज्य में इस जानलेवा वायरस के संक्रमण को मात देने वालों की संख्या बढ़कर 40,21,456 हो गयी। राज्य में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीज 2,39,480 हैं। 

विज्ञप्ति के मुताबिक, त्रिशूर जिले में कोविड-19 के सर्वाधिक 3,832 नये मरीज सामने आए। इसके बाद एर्णाकुलम में 3,611, कोझिकोड में 3,058, तिरुवनंतपुरम में 2,900, कोल्लम में 2,717, मलप्पुरम में 2,580, पलक्कड़ में 2,288, कोट्टयम में 2,214, अलाप्पुझा में 1,645, कन्नूर में 1,433, इदुक्की में 1,333 और पथनमथिट्टा में कोरोना वायरस संक्रमण के 1,181 नये मामले सामने आए। केरल के विभिन्न जिलों में इस समय 6,08,228 लोगों को निगरानी में रखा गया है, जिसमें से 32,817 लोग अस्पतालों में हैं। 

इससे पहले राज्य सरकार ने कोरोना मामलों के घटते मामलों को देखते हुए रात के कर्फ्यू और रविवार के लॉकडाउन जैसे प्रतिबंधों को हटाने का फैसला किया था। मुख्यमंत्री ने एक प्रेस वार्ता में कहा था कि रविवार के लॉकडाउन और रात के कर्फ्यू को वापस लेने का फैसला कोविड समीक्षा बैठक के दौरान किया गया था। ओणम त्योहार के बाद कोविड के दैनिक मामलों के 30,000 से अधिक हो जाने के बाद सरकार ने इस पर काबू के लिए सोमवार से शनिवार तक रात 10 बजे से सुबह छह बजे तक कर्फ्यू लगाया था।

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डॉ. गिरीश कुमार मिश्रा ने कलेक्टर बालाघाट का कार्यभार संभाला

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प्रशासनिक सेवा के वर्ष 2013 बैच के अधिकारी डॉ. गिरीश कुमार मिश्रा ने आज 08 सितम्बर को अपरान्ह 04 बजे कलेक्टर बालाघाट का कार्यभार ग्रहण कर लिया है। प्रभारी कलेक्टर एवं जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी  विवेक कुमार ने डॉ मिश्रा को कलेक्टर बालाघाट का कार्यभार सौंपा। डॉ मिश्रा इससे पहले अपर आयुक्त आबकारी विभाग, ग्वालियर में पदस्थ थे और राज्य शासन द्वारा उनका स्थानांतरण कलेक्टर बालाघाट के पद पर किया गया है।  कलेक्टर डॉ गिरीश कुमार मिश्रा ने अपना कार्यभार ग्रहण करने के साथ ही संक्षिप्त चर्चा के दौरान बताया कि शासन की योजनाओं का जिले में प्रभावी क्रियान्वयन किया जायेगा। स्वास्थ्य, शिक्षा एवं सामाजिक न्याय उनकी प्राथमिकता में रहेंगें और इन पर विशेष ध्यान दिया जायेगा।

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