डिजिटल भारत I 17 अक्टूबर 2024 मुख्य बिंदु: BSNL ने D2D (Direct-to-Device) कॉलिंग टेक्नोलॉजी का सफल ट्रायल पूरा किया।
D2D टेक्नोलॉजी से यूजर्स बिना सिम कार्ड और मोबाइल नेटवर्क के ऑडियो और वीडियो कॉल कर सकेंगे।
BSNL ने इस सेवा के लिए Viasat, एक ग्लोबल सैटेलाइट कम्युनिकेशन फर्म, के साथ साझेदारी की है।
D2D टेक्नोलॉजी एंड्रॉयड, iOS और स्मार्टवॉच सहित अन्य स्मार्ट डिवाइसों के लिए उपलब्ध होगी।
D2D टेक्नोलॉजी का परिचय: D2D (Direct-to-Device) एक नई और क्रांतिकारी तकनीक है, जो मोबाइल फोन, स्मार्टवॉच, और यहां तक कि कारों को सीधे सैटेलाइट नेटवर्क से जोड़ने में सक्षम बनाती है। यह तकनीक उन क्षेत्रों में भी काम करेगी, जहां कोई पारंपरिक नेटवर्क मौजूद नहीं है। इसका मतलब है कि दूरदराज के इलाकों, जंगलों, पहाड़ों, या नेटवर्क की समस्या वाले क्षेत्रों में भी आप फोन कॉल और मैसेजिंग कर सकेंगे।
BSNL और Viasat की साझेदारी: BSNL ने D2D सेवा की शुरुआत के लिए Viasat के साथ मिलकर काम किया है। ट्रायल के दौरान, Non-Terrestrial Network (NTN) का उपयोग करते हुए एक एंड्रॉयड स्मार्टफोन से सैटेलाइट के माध्यम से टू-वे मैसेजिंग और SOS मैसेजिंग की सफल टेस्टिंग की गई। 36,000 किलोमीटर दूर स्थित सैटेलाइट के जरिए कॉल भी सफल रही। इस ट्रायल को दिल्ली में आयोजित 8वें इंडिया मोबाइल कांग्रेस (IMC 2024) के दौरान प्रदर्शित किया गया।
कैसे काम करती है D2D टेक्नोलॉजी?
D2D तकनीक सैटेलाइट नेटवर्क पर आधारित है, जिससे डिवाइस सीधे सैटेलाइट से कनेक्ट हो सकते हैं। यह स्मार्टफोन या अन्य स्मार्ट गैजेट्स को बिना मोबाइल टावर या वायर्ड कनेक्शन के इस्तेमाल करने में सक्षम बनाता है। पहले के सैटेलाइट फोन की तरह, अब यह तकनीक हर रोज़ इस्तेमाल किए जाने वाले डिवाइस जैसे स्मार्टफोन और स्मार्टवॉच पर भी काम करेगी।
D2D टेक्नोलॉजी के फायदे:
बिना सिम कार्ड: यूजर्स बिना सिम कार्ड के ऑडियो और वीडियो कॉलिंग कर सकेंगे।
कहीं भी कनेक्टिविटी: इस तकनीक का उपयोग उन क्षेत्रों में भी किया जा सकता है, जहां कोई मोबाइल नेटवर्क उपलब्ध नहीं है, जैसे ग्रामीण और दूरदराज के इलाकों में।
स्मार्ट डिवाइस समर्थन: यह तकनीक सिर्फ स्मार्टफोन तक ही सीमित नहीं है, बल्कि स्मार्टवॉच और अन्य स्मार्ट गैजेट्स पर भी काम करेगी।
ट्रायल की सफलता:
BSNL और Viasat ने IMC 2024 में इस ट्रायल को प्रदर्शित किया, जहां उन्होंने सैटेलाइट के माध्यम से सफलतापूर्वक कॉलिंग और मैसेजिंग की। इस ट्रायल ने दिखाया कि D2D कॉलिंग न केवल व्यावहारिक है, बल्कि निकट भविष्य में इसका बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किया जा सकेगा।
निष्कर्ष: D2D कॉलिंग की सफलता के बाद, यह उम्मीद की जा रही है कि आने वाले समय में यह तकनीक मोबाइल कम्युनिकेशन का चेहरा बदल सकती है। BSNL की इस नई पहल से दूरदराज और नेटवर्क रहित इलाकों में भी कनेक्टिविटी सुनिश्चित की जा सकेगी, जिससे दुनिया के हर कोने में संवाद करना आसान हो जाएगा।