निगमायुक्त द्वारा योजना की समीक्षा बैठक में सिटी मिशन मैनेजर्स और सामुदायिक संगठकों को 2 दिसम्बर तक टारगेट पूरा करने दिये गए निर्देश
पी.एम. स्वनिधि योजना के अधिक से अधिक हितग्राहियों को लाभांवित करने निगम प्रशासन का संकल्प’
निगमायुक्त द्वारा योजना की समीक्षा बैठक में सिटी मिशन मैनेजर्स और सामुदायिक संगठकों को 2 दिसम्बर तक टारगेट पूरा करने दिये गए निर्देश
टारगेट पूरा न करने पर संबधितों के विरूद्ध की जायेगी कार्यवाही – निमायुक्त
सबसे अधिक टारगेट पूरा करने वाले को किया जायेगा पुरूस्कृत
जबलपुर। शासन द्वारा नए वित्तीय वर्ष में पी.एम. स्वनिधि योजना के अधिक से अधिक हितग्राहियों को लाभांवित करने के लिए नए सिरे से नगर निगमों को लक्ष्य दिये गए हैं। जिसमें नगर निगम जबलपुर को भी हितग्राहियों को व्यापार करने तथा स्वाबलंवी बनाने 10 हजार रूपये का ऋण स्वीकृत कराकर लाभांवित करने का लक्ष्या दिया गया है। इसी प्रकार 20 हजार रूपये का ऋण स्वीकृत कराकर हितग्राहियों को लाभ पहुॅंचाने के लिए भी लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जिसको गति प्रदान करने तथा लक्ष्य की प्राप्ति शीघ्र कर शासन द्वारा निर्धारित लक्ष्यों के अनुरूप हितग्राहियों को लाभांवित करने के संबंध में आज निगमायुक्त आशीष वशिष्ठ के द्वारा समीक्षा की गयी। समीक्षा बैठक में सहायक आयुक्त अंकिता जैन, सिटी मिशन मैनेजर्स, सामुदायिक संगठक तथा शासकीय योजना विभाग के कर्मचारीगण उपस्थित रहे।
बैठक में निगमायुक्त द्वारा संभाग स्तर पर व्यापक प्रचार-प्रसार करने और शिविर लगाकर अधिक से अधिक हितग्राहियों को योजना से संबंधित जानकारियॉं देने के निर्देश दिये। उन्होंने बैठक के दौरान सिटी मिशन मैनेजर्स, और सामुदायिक संगठकों को भी व्यक्तिगत रूप से रूचि लेने और अधिक से अधिक हितग्राहियों को लाभांवित कराने के निर्देश दिये। निगमायुक्त आशीष वशिष्ठ ने सिटी मिशन मैनेजर्स, और सामुदायिक संगठकों को 2 दिसम्बर तक लक्ष्य को पूरा करने के लिए निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि निर्धारित लक्ष्य को सिटी मिशन मैनेजर्स, और सामुदायिक संगठकों के द्वारा पूरा नहीं किया जाता है तो उनके विरूद्ध कार्यवाही की जायेगी तथा लक्ष्य के अनुरूप लक्ष्य से अधिक हितग्राहियों को लाभांवित किया जाता है तो उनको पुरूस्कृत किया जायेगा। उन्होंने कहा कि सिटी मिशन मैनेजर्स, और सामुदायिक संगठक अपने कार्य को पूर्ण ईमानदारी से करें जिससे पात्र हितग्राहियों को लाभांवित किया जा सके।