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केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में चूक के मामले में ‘जवाबदेही तय की जाएगी.’ ऐसी ‘लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जा सकती है.’

उन्होंने बताया है कि इस मामले में गृह मंत्रालय ने विस्तृत रिपोर्ट मांगी है.

इसके पहले, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में चूक हुई है. गृह मंत्रालय ने बताया कि सुरक्षा चूक के कारण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पंजाब के फ़िरोज़पुर की रैली में नहीं जा सके.

गृह मंत्री अमित शाह ने शाम को ट्वीट करके बताया, “पंजाब में आज सुरक्षा सेंध को लेकर गृह मंत्रालय ने विस्तृत रिपोर्ट मांगी है.

पंजाब के फिरोजपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में हुई चूक को लेकर कांग्रेस में दो फाड़ नजर आ रहा है। एक तरफ पार्टी प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला सहित कुछ नेताओं ने इस मु्द्दे पर पीएम मोदी को ही घेरने की कोशिश करते हुए इसे भाजपा का ड्रामा बताया। वहीं, कांग्रेस के एक धड़े ने पीएम मोदी की सुरक्षा में चूक को गंभीर मामला करार देते हुए कार्रवाई और जांच की मांग की है।

पंजाब कांग्रेस में भी मतभेद

वहीं, पीएम की सुरक्षा में चूक मामले में पंजाब कांग्रेस में भी मतभेद साफ दिखा। फिरोजपुर शहर से कांग्रेस विधायक परमिंदर सिंह पिंकी ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री के साथ ऐसी घटना शर्मनाक है। कानून व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेदारी पंजाब के डीजीपी सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय की है, देश के प्रधानमंत्री के साथ ऐसी घटना हुई है। डीजीपी के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।

मनीष तिवारी बोले, हाईकोर्ट के जज करें जांच

पंजाब से कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने साफ तौर पर इसे चूक करार दिया। तिवारी ने कहा कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा एक सक्रिय संसद द्वारा शासित होती है। प्रधानमंत्री और उनके परिवार को कैसे सुरक्षित किया जाना है, सुरक्षा में कोई चूक हुई है तो उसकी जांच हाईकोर्ट के मौजूदा जज से कराई जाए।

पिंकी ने कहा कि बठिंडा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वागत की जिम्मेदारी कैबिनेट मंत्री मनप्रीत सिंह बादल की थी और फिरोजपुर में प्रधानमंत्री के स्वागत की जिम्मेदारी उनकी और स्वास्थ्य मंत्री ओपी सोनी की थी। पिंकी ने कहा कि पुलिस मुलाजिम बारिश में अपनी ड्यूटी ठीक से कर रहे थे। जब पता था कि जिस रूट से प्रधानमंत्री आ रहे हैं, वहां पर प्रदर्शनकारी बैठे हैं तो डीजीपी की जिम्मेदारी बनती है कि उनका रूट बदला जाए। नियम के मुताबिक डीजीपी को खुद फिरोजपुर में होना चाहिए था, पर ऐसा हुआ नहीं। प्रधानमंत्री के साथ जो घटना हुई है इसकी जिम्मेदारी डीजीपी की है न की पंजाब सरकार की।

जाखड़ ने कहा था-ये स्वीकार्य नहीं

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा चूक पर पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने भी नाखुशी जताई थी। उन्होंने कहा था कि जो हुआ वह स्वीकार्य नहीं है। पंजाब के खिलाफ है। फिरोजपुर में भाजपा की राजनीतिक रैली को संबोधित करने के लिए प्रधानमंत्री के लिए एक सुरक्षित मार्ग सुनिश्चित किया जाना चाहिए था। 

पंजाब में बड़ा ऐक्शनन होगा?

राष्ट्रंपति कोविंद से पीएम मोदी की मुलाकात के बाद सोशल मीडिया पर चर्चा तेज हो गई है कि क्या  केंद्र सरकार कोई बड़ा ऐक्शटन लेने वाली है। पूर्व मुख्यीमंत्री कैप्ट न अमरिंदर सिंह ने पंजाब में राष्ट्र पति शासन लगाने की मांग की है। पंजाब के विपक्षी दलों ने भी एक सुर में पीएम में सुरक्षा में चूक की निंदा की है। हालांकि सीएम चन्नीं ने इन आरोपों का जिम्माि लेने से साफ इनकार कर दिया। पीएम मोदी को कोई खतरा नहीं था।

गृह मंत्रालय ने मांगी रिपोर्ट

गृह मंत्रालय ने इस गंभीर सुरक्षा चूक का संज्ञान लेते हुए पंजाब सरकार से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। मंत्रालय ने कहा कि प्रधानमंत्री के कार्यक्रम और यात्रा की योजना के बारे में पंजाब सरकार को पहले ही जानकारी दे दी गयी थी। पंजाब सरकार को सड़क मार्ग से किसी भी यात्रा को सुरक्षित रखने के लिए अतिरिक्त सुरक्षाकर्मी तैनात करने चाहिए थे।

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