लखनऊ । उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारियां शुरू हो गई है। कांग्रेस की ओर से चुनाव के समीकरणों की तलाश शुरू की गई है, जिससे पार्टी को विशेष तौर पर तैयारियों को पूरा कराया जा रहा है। ऐसे में बेंगलुरु में हुई बैठक में विपक्षी गठबंधन को नया नाम, नई पहचान मिली है। इस विपक्षी एकता गठबंधन में समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव और राष्ट्रीय लोक दल प्रमुख जयंत चौधरी भी शामिल हुए थे। ऐसे में कयासों का दौर शुरू हो गया है। माना जा रहा है कि लोकसभा चुनाव 2024 में समाजवादी पार्टी, राष्ट्रीय लोक दल और कांग्रेस का गठबंधन यूपी में हो सकता है। हालांकि, गठबंधन को लेकर स्थानीय कांग्रेसी नेताओं के बीच उलझन साफ दिख रही है।
कांग्रेस के स्थानीय नेता पुरजोर तरीके से अकेले चुनाव लड़ने की वकालत करते दिख रहे हैं। पिछले एक पखवाड़े में स्थानीय कांग्रेस नेताओं की दो बैठकें हो चुकी हैं। इसमें अकेले चुनाव लड़ने पर चर्चा हुई। समाजवादी पार्टी से गठबंधन को लेकर तमाम सीनियर नेताओं के बीच एकमत नहीं दिख रहा है। हालांकि, इस मामले में कोई भी नेता खुलकर कुछ भी कहने से बच रहे हैं। उनका कहना है कि हाइकमान आखिरी निर्णय लेगा ऐसे में अखिलेश यादव के साथ 2024 के चुनाव में गठबंधन होगा या नहीं। यह फैसला अब राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मलिकार्जुन खरगे करेंगे।