रायपुर मिनी माता का पूरा नाम मीनाक्षा देवी था। मिनी माता का जन्म असम में हुआ था। मिनी माता पहली बार 1955 में सांसद बनीं थी। छत्तीसगढ़ की सियासत में मिनी माता का अहम रोल है। पहले पीएम पंडित जवाहर लाल नेहरू भी मिनी माता का सम्मान करते थे।
छत्तीसगढ़ में इसी साल विधानसभा के चुनाव होंगे। विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी-कांग्रेस का फोकस आदिवासी वोटर्स हैं। ऐसे में आपको मिनी माता की कहानी बता रहे हैं। मिनी माता की छत्तीसगढ़ की सियासत में खास रुतबा रहा है। मिनी माता को का जन्म 15 मार्च 1916 को हुआ था। मिनीमाता भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी की सीनियर लीडर थी। मिनी माता के बारे में कहा जाता है कि देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू भी मिनी माता का सम्मान करते थे। मिनी माता का वास्तविक नाम मीनाक्षी देवी था, लेकिन उनकी ख्याति मिनी माता के नाम से हुई।
राज्य का सतनामी समाज मिनी माता को पूजता है। मिनी माता के सहारे राजनीतिक दल अब सतनामी वोटर्स को भी साधने की कोशिश में हैं। सतनामी समाज का असर छत्तीसगढ़ के बस्तर और सरगुजा इलाके में है। यही कारण है कि सतनामी समाज के वोटर्स को साधने के लिए राजनीतिक दल गुरू घासीदास की जयंती मनाते हैं। मिनी माता का भी इस समाज में अच्छा खासा प्रभाव रहा है।