रायपुर । छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी सरगर्मी तेज हो गई है। इससे पहले केंद्र ने राज्य के दो उप-समुदायों को एससी सूची में लाने को तैयार है। इस कदम से लंबे समय से चल रही विसंगति दूर होगी। इस वजह से आधे महार जाति को दलित के रूप में मान्यता नहीं दी गई थी। छत्तीसगढ़ के महरा और महारा को एक कानून के माध्यम से एससी सूची में शामिल किया जाएगा, जिसे केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय संसद के आगामी मानसून सत्र में लाने की तैयारी कर रही है।
यह जातियों का एक छोटा समूह प्रतीत होता है लेकिन माहरा, महरा का चुनाव महत्व है। कहा जाता है कि वे बस्तर क्षेत्र के लगभग हर विधानसभा क्षेत्र में कम संख्या में मौजूद हैं, जो कि पलड़ा झुकाने के लिए पर्याप्त हैं। विधेयक संसद से पारित होने के बाद अनुसूचित जाति के बीच महार समुदाय की आबादी लगभग दोगुनी हो जाएगी।