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एक भारत उत्कृष्ट भारत

मानव श्रंखला बनाकर मतदान की ली शपथ बरगी बांध पर हुआ कार्यक्रम बरगी नगर

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डिजिटल भारत l जिला प्रशासन के निर्देश पर मतदाता जागरूकता कार्यक्रम बरगी बांध में हुआ जिसमें मानव श्रखला बनाकर व शपथ ग्रहण कर कार्यक्रम बरगी बांध में ज़िला पंचायत जबलपुर की सीईओ जयति सिंह के नेतृत्व में संपन्न हुआ। जिसमें मतदाता जागरूकता अभियान के नारे के साथ सभी को मतदान के लिए प्रेरित किया गया व मतदान की शपथ दिलाई गई। जनता मे उत्साह सुबह से लगा तांता
संकुल समन्वयक विपिन विश्वकर्मा ने बताया कि, पूर्व से ही कार्यक्रम होने की सूचना ग्रामीणों को दे दी गई थी जिसके चलते लोगों में उत्साह देखते ही बन रहा था, सुबह से परिक्षेत्र की जनता कार्यक्रम स्थल पर हजारों की तादाद पर आ गई लोगों ने स्कूली बच्चों के साथ तिरंगे के बैनर को पकड़कर बांध के ऊपर 2 किलोमीटर लंबी मानव श्रृंखला बनाकर खडे हुए वही से मतदाता जागरुकता के नारे लगाकर सभी ने मतदान करने की भी शपथ भी ली। प्रशासन की ओर से सभी स्कूल के बच्चों को स्थल पर मौजूद समस्त ग्रामीणों को , शिक्षक स्टाफ को , समस्त कर्मचारियों को प्रशासन की ओर से टी शर्ट, पानी की बोतल, फ्रूटी का वितरण भी किया गया। कार्यक्रम में उपस्थिति
शपथ ग्रहण के इस कार्यक्रम पर मुख्य रूप से जिला पंचायत से मनोज सिंह टीम के साथ शिक्षा विभाग से डीपीसी योगेश शर्मा, संकुल प्राचार्य श्रीकृष्ण रायखेडे, संकुल समन्वयक विपिन विश्वकर्मा , बीआरसी विनोद विश्वकर्मा, अमृता कोरी, रत्नेश मिश्रा, संतोष मिश्रा नरेश कुशवाहा , अंजली कोचर , श्रद्धा दीक्षित, एग्नाशी मरकाम , संजय चौबे संकुल के सभी शिक्षक , महिला बाल विकास बरगी परियोजना अधिकारी गौरीशंकर लोहवांसी , कार्यकरता रजनी विश्वकर्मा , समस्त सेक्टर सुपरवाइजर, आगनवाड़ी कार्यकर्ता , साहियका , आशा कार्यकर्ता जनपद पंचायत जबलपुर सीईओ विनोद पांडे , सहायक यंत्री वीरेंद्र सिंह,आशा सरफरे, रामदीन पटेल ,मनीष तिवारी , दीपक सराते परिक्षेत्र के पंचायत के समस्त सचिव, समस्त जीआरएस, स्वास्थ्य विभाग बरगी का अमला, बांध प्रशासन से ई ई अजय सूरे बांध के समस्त कर्मचारी, विभिन्न एनजीओ संस्था सहित हजारों की तादात में ग्रामीणों की उपस्थित रही।

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आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य सांसद संजय सिंह के घर पहुंची ED की टीम

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डिजिटल भारत l आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह के आवास पर बुधवार सुबह प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम पहुंची और उनके घर की तलाशी ले रही है. हालांकि अभी तक या पुष्टि नहीं हो पाई है कि यह छापेमारी क्यों की जा रही है. इससे पहले भी प्रवर्तन निदेशालय दिल्ली शराब घोटाले के मामले में संजय सिंह से पूछताछ कर चुकी है. इस पर आम आदमी पार्टी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी थी l

संजय सिंह के घर ED का तलाशी अभियान

प्रवर्तन निदेशालय के अफसर सुबह-सुबह आम आदमी पार्टी (AAP) सांसद के आवास पहुंच गए। ईडी की छापेमारी दिल्‍ली आबकारी नीति से जुड़े मामले में हो रही है। ईडी 2020 दिल्‍ली एक्साइज पॉलिसी में कथित मनी लॉन्ड्रिंग की जांच कर रहा है। आम आदमी पार्टी ने ईडी की कार्रवाई पर कहा कि ‘पार्टी इससे डरने वाली नहीं है।’ पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता रीना गुप्ता ने कहा, ‘यह सिर्फ PM (नरेंद्र) मोदी का डर है क्योंकि संजय सिंह लगातार उनके और अडानी के मुद्दे पर सवाल उठाते रहे हैं। इसी साल फरवरी में आबकारी घोटाले के आरोप में सीबीआई ने तत्कालीन उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार कर लिया था। ईडी ने भी उनपर केस कर रखा है। उसी मामले में जमानत याचिका पर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी है।

ईडी के एक्शन के बीच आम आदमी पार्टी ने संजय सिंह की ईमानदारी की पुष्टि करते हुए एक वीडियो शेयर करते हुए कहा, “संजय सिंह – ईमानदारी का दूसरा नाम,”

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चुनावों में शत-प्रतिशत मतदान का कीर्तिमान बनाएं राज्यपाल पटेल ने प्रदेश के मतदाताओं से किया आहवान “सबसे पहले मतदान, उसके बाद कोई दूसरा काम”

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डिजिटल भारत l राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने प्रदेश के समस्त मतदाताओं से आहवान किया है कि आगामी चुनावों में शत-प्रतिशत मतदान का कीर्तिमान बनाएं। राष्ट्र निर्माण में सक्रिय सहभागिता का आदर्श प्रस्तुत करें। मंगुभाई पटेल ने युवाओं से कहा है कि लोकतंत्र के उत्सव को जिद, जोश और जुनून के साथ मनाने के वरिष्ठ नागरिकों के भाव और भावनाओं से प्रेरणा लेकर आगामी निर्वाचन में मतदान के कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता दें। सबसे पहले करें मतदान उसके बाद कोई दूसरा काम। राज्यपाल मंगुभाई पटेल भारत निर्वाचन आयोग द्वारा आयोजित अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस पर वरिष्ठ मतदाताओं के सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित वरिष्ठ मतदाताओं पांचो बाई पाल और चन्द्र भूषण श्रीवास्तव का उनके पास जाकर सम्मान किया। आर.सी.व्ही.पी.नरोन्हा प्रशासन एवं प्रबंधकीय अकादमी के सभागार में हुए कार्यक्रम में पूर्व मुख्य निर्वाचन आयुक्त, भारत निर्वाचन आयोग, ओ.पी. रावत, मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी मध्यप्रदेश अनुपम राजन और राज्यपाल के प्रमुख सचिव डी.पी. आहूजा एवं निर्वाचन कार्य से जुड़े अधिकारी और भोपाल जिले के 80 वर्ष से अधिक आयु के मतदाता उपस्थित थे। राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था की मज़बूती और जीवंतता का आधार निर्वाचन प्रक्रिया में मतदाता की सक्रिय सहभागिता है। लोकतांत्रिक संस्थाओं की मज़बूती के लिए जितना जरूरी स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव है, उतना ही महत्वपूर्ण मतदान में मतदाताओं की अधिकतम सक्रिय भागीदारी भी है। उन्होंने समाज के वंचित समुदाय के मतदाताओं में मतदान को पवित्र कार्य मानने के प्रसंग का उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि गुजरात के नगरीय चुनावों के दौरान मतदान से पूर्व रात्रि में एक परिवार के सदस्य की आकस्मिक मृत्यु हो गई थी। परिवार ने मतदान को जरूरी जिम्मेदारी मानते हुए पार्थिव देह का अंतिम संस्कार प्रातः साढ़े सात बजे से पहले संपन्न कर दिया जिससे समुदाय के सभी व्यक्ति मतदान कर सकें। समाज के प्रत्येक व्यक्ति को चाहे अमीर-गरीब हो, शिक्षित-अशिक्षित हो, इसी समर्पण के साथ मतदान करना चाहिए। प्रत्येक नागरिक को यह समझना जरूरी है कि लोकतंत्र में सबसे पवित्र और मूल्यवान कार्य मतदान है।
राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा कि वरिष्ठ मतदाताओं के कर्तव्य पालन का ही प्रतिफल है कि दुनिया के सबसे बड़े
लोकतंत्र के गौरव के साथ सबल, समर्थ, समृद्ध और आत्मनिर्भर भारत निर्माण के पथ पर हम आज तेज गति से आगे बढ़ रहे
है। उन्होंने कहा कि यह आयोजन समाज के निर्माण और उसके विकास में वरिष्ठ नागरिकों की सेवाओं के प्रति आभार और
सम्मान प्रदर्शन की सराहनीय पहल है। उन्होंने सम्मानित सभी 80 वर्ष से अधिक उम्र के मतदाताओं का संवैधानिक मूल्यों के
प्रति समर्पण और निष्ठा की सराहना करते हुए, स्वस्थ, सुखी जीवन की कामना की। उन्होंने निर्वाचन आयोग के सभी
अधिकारियों, कर्मचारियों को साधुवाद देते हुए सराहना की। पूर्व मुख्य निर्वाचन आयुक्त भारत निर्वाचन आयोग, ओ.पी. रावत ने
कहा कि लोकतंत्र में मतदाता देश का भाग्य विधाता है, जिसके द्वारा चुनी गई सरकार देश का निर्माण करती है। उन्होंने कहा कि यह लोकतंत्र में ही संभव है कि भोपाल का सामान्य व्यक्ति, देश का राष्ट्रपति बन सकता है। इस व्यवस्था का संरक्षण और
संरक्षा प्रत्येक नागरिक की जिम्मेदारी है। उन्होंने फेक न्यूज़ के बढ़ते संकट को लोकतंत्र के लिए खतरा बताते हुए वरिष्ठ
मतदाताओं से युवाओं का मार्गदर्शन करने का अनुरोध किया। रावत ने बताया कि निर्वाचन प्रक्रिया को स्वतंत्र और निष्पक्ष
रूप से संपन्न कराने में नागरिकों की महत्वपूर्ण भूमिका है। कार्यक्रम में निर्वाचन आयोग के ऐप सी-विजिल की जानकारी देते
हुएबताया कि ऐप पर निर्वाचन कार्य में गड़बड़ी और गलती के फोटो अथवा विडियो डालकर शिकायत दर्ज कराई जा सकती है।
आयोग द्वारा यह प्रावधान किया गया है कि प्रथम क्षेत्राधिकारी द्वारा सौ मिनटों के भीतर शिकायत की जाँच की जाएगी।
अग्रिम कार्रवाई की सूचना भी शिकायतकर्ता को मिलेगी। उन्होंने बताया कि ऐप की व्यवस्था से पूर्व जहाँ प्राप्त शिकायतों में से
99.99 प्रतिशत गलत निकलती थीं, वहीँ ऐप पर प्राप्त करीब 90 प्रतिशत शिकायतें सही पायी गई हैं। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी
मध्यप्रदेश, अनुपम राजन ने अपने स्वागत उद्बोधन में निर्वाचन आयोग द्वारा वरिष्ठ नागरिकों, दिव्यांगजन के लिए उपलब्ध
कराई गईं सुविधाओं की जानकारी दीं। उन्होंने बताया कि 80 वर्ष से अधिक उम्र के मतदाताओं की शारीरिक क्षमताओं और
आवागमन के दृष्टिगत जिला स्तर पर उनके घर पर सम्मान की व्यवस्था की गई है। कार्यक्रम में भोपाल जिले के मतदाताओं
को प्रतिनिधि स्वरूप कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया है। राज्यपाल मंगुभाई पटेल का कार्यक्रम के प्रारम्भ में पुष्प-गुच्छ भेंट कर स्वागत किया गया। निर्वाचन आयोग द्वारा निर्मित ‘मैं भारत हूँ’ गीत और वरिष्ठजन मतदाताओं पर केन्द्रित लघु फिल्म का भी
प्रदर्शन किया गया।

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Asian Games 2023: विथ्या रामराज ने की पीटी उषा के नेशनल रिकॉर्ड की बराबरी,39 साल बाद दोहराया इतिहास

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डिजिटल भारत l एशियाई खेल 2023 में भारतीय महिला एथलीट विथ्या रामराज ने इतिहास रच दिया है। विथ्या, जिन्होंने अपने शुरुआती करियर के दौरान एक बार एथलेटिक्स छोड़ने पर विचार किया था क्योंकि चीजें उनके लिए अच्छी नहीं चल रही थीं, लेकिन अब उनके करियर को एक शानदार मंच मिल गया है जहां उन्हें बड़ी सफलता मिलती नजर आ रही है।एशिया खेलो में विथ्या रामराज ने महिला 400 मीटर हर्डल के फाइनल में जगह बना ली है। इस दौरान विथ्या ने दिग्गज पीटी उषा के नेशनल रिकॉर्ड (55.42 सेकेंड) की बराबरी कर ली।उनके इस दमदार प्रदर्शन के बाद महिलाओं की इस 400 मीटर हर्डल रेस इवेंट में एक गोल्ड पक्का माना जा रहा है.

विथ्या, पीटी उषा को आदर्श मानकर बड़ी हुई हैं.
बचपन से उनकी तरह तेज धावक बनाना उसका सपना था. विथ्या ने आईजीपी में अपनी दौड़ के बाद कहा, “मैडम उषा बहुत प्रतिभाशाली हैं और यही कारण है कि उनका रिकॉर्ड इतने लंबे समय तक कायम रहा. मैं रिकॉर्ड तोड़ना चाहती थी, यह आज दौड़ से पहले मेरे दिमाग में था. मैं नई मैम (उषा) बनना चाहती थी.”

विथ्या की बहन भी एशियन गेम्स में दे रही हैं चुनौती
विथ्या कोयम्बटोर की रहने वाली है. कोरोना के बाद उन्होंने चेन्नई में शिफ्ट किया है. उनके पिता एक ऑटोरिक्शा चालक रहे हैं. विथ्या की एक बहन भी है, जो इस एशियन गेम्स में हिस्सा ले रही हैं. उनकी बहन का नाम निथ्या है. विथ्या और निथ्या जुड़वा बहनें हैं और दोनों ही एथलेटिक्स में भारत का प्रतिनिधित्व कर रही हैं. इस एशियन गेम्स में विथ्या जहां 400 मीटर हर्डल रेस इवेंट में पार्टिसिपेट कर रही है, वहीं निथ्या 100 मीटर हर्डल रेस में दम दिखा रही हैं. यह पहली बार है जब दो जुड़वा बहनें एक साथ एशियन गेम्स में भारत का प्रतिनिधित्व कर रही हैं.

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महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री की जयंती आज:PM ने राजघाट-विजयघाट जाकर श्रद्धांजलि दी

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डिजिटल भारत l देश 2 अक्टूबर को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 154वीं और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की 119वीं जयंती मना रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने राजघाट में श्रद्धांजलि दी। गांधी परिवार सहित अन्य नेता भी आज राजघाट पहुंचेंगे।

पूरा देश दोनों महापुरुषों को श्रद्धांजलि दे रहा है। दिल्‍ली में राजघाट और विजय घाट पर दोनों महापुरुषों को श्रद्धांजलि देने नामी हस्तियां पहुंच रही हैं l 2 अक्टूबर 1869 को गुजरात के पोरबंदर में मोहनदास करमचंद गांधी का जन्‍म हुआ था। दक्षिण अफ्रीका से 1915 में भारत लौटे गांधी ने स्वाधीनता संग्राम का नेतृत्व किया। गांधी के जन्मदिन को देश अब राष्‍ट्रीय पर्व के रूप में मनाता है। वहीं, सादगी और ईमानदारी की मिसाल कहे जाने वाले शास्त्री जी का जन्‍म 2 अक्टूबर 1904 को बिहार के मुगलसराय में हुआ। वह जवाहरलाल नेहरू के बाद भारत के दूसरे प्रधानमंत्री बने। गांधी-शास्त्री जयंती 2023 से जुड़ा हर अपडेट देखिए।

बापू के सपनों को पूरा करने की कोशिश करते रहेंगे- PM
प्रधानमंत्री मोदी ने बापू को याद करते हुए ट्विटर पर लिखा, ‘गांधी जयंती के अहम अवसर पर मैं महात्मा गांधी को नमन करता हूं. समय परे उनकी शिक्षाएं हमारे मार्ग को रोशनी से भरती रहेंगी. महात्मा गांधी का प्रभाव न केवल वैश्विक है, बल्कि पूरी मानव जाति को एकता और करुणा की ओर प्रेरित करने वाला है. हम हमेशा उनके सपनों को पूरा करने की दिशा में काम करते रहें. उनके विचार हर युवा में हमेशा एकता और सामंजस्य का संचार करते रहें.’

चुनौती भरे वक्त में पूर्व PM शास्त्री ने किया देश का नेतृत्व- PM
महात्मा गांधी के साथ ही देश के पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की भी जयंती है. प्रधानमंत्री मोदी ने विजय घाट में शास्त्री जी को श्रद्धांजलि दी. इस मौके पर दिल्ली के लेफ्टिनेंट गवर्नर विनय सक्सेना और दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी भी मौजूद रहीं. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने विजय घाट में देश के पूर्व प्रधानमंत्री शास्त्री जी को श्रद्धासमुन अर्पित किए.

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सिद्ध गणेश मंदिर में भगवान गणेश जी का पूजन अर्चन कर प्राप्त किया कृपा व आशीर्वाद

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डिजिटल भारत l सर्व मनोकामना पूर्ति स्थल श्री सिद्ध गणेश मंदिर गौरी घाट जबलपुर में गणपति जन महोत्सव के 11 दिवसीय आयोजन के दसवें दिन भगवान गणेश जी के गणाध्यक्ष स्वरुप पूजा नर्सिंग कर विविध प्रकार के मिष्ठानों से सहस्त्रचन किया गया और और मिष्ठानों को दिन भर आने वाले भक्तों को वितारिट किया गया भक्तों की कामनाओं को अर्जी के माध्यम से सुनने एवं पूर्ण करने वाले गणेश जी के जीवन चरित्र का वर्णन करने मे स्वयं सरस्वती भी सर्मथ नहीं है फिर मनुष्य की तो बात ही क्या। हिन्दू धर्म मे सगुण उपासना में मूर्ति पूजा का विधान है । जहाँ विधि विधान के साथ पूजन अर्चन होता है वह देव प्रतिमा जागृत होकर भक्त को अभीष्ट फल प्रदान करती है भगवान श्री गणेश गण अर्थात जन जन के देवता है गणपति के रुप में जन समुदाय के प्रधान प्रशासक भी हैं गणाध्यक्ष हैं जिनकी पूजा के विना कोई कार्य प्रारंभ हो नही सकता इनके एक हाथ में मोदक जो अमोद प्रमोद का द्योतक है लड्डू प्रसन्नता का पर्याय हैं जब कोई अच्छा प्रसन्नता का काम होता हैं तो लड्डू बांटने की परंपरा सर्वविदित है गणेश जी अपने भक्तों को निरंतर खुशहाली प्रदान कर रहे हैं तो एक हाथ में अंकुश एवं परसु भी धारण किए है जिससे समाज देश सृष्टि को नियंत्रित किया जा सके कहीं भी अव्यवस्था निरंकुशता नही आ सके । गणाध्यक्ष के रुप में देव समाज सहित संपूर्ण ब्रह्मांड का संचालन कर व्यवस्था बना रहे हैं । मिष्ठान्न देवों तथा मानव सहित सभी जीव जंतुओं को प्रिय है सभी का जीवन मधुरता से परिपूर्ण हो यही गणाध्यक्ष के पूजन सहस्त्रार्चन का परम उद्येश्य हैं। श्री सिद्ध गणेश जन्म महोत्सव के एकादश दिवश भगवान के भालचन्द्र एवं गजानन स्वरुप का श्रृंगार विभिन्न तरह के वस्त्रों से कर राजोपचार पूजन एवं अर्जी के रुप मे समर्पित मनोकामना के श्री फलों नारियलों की आहुति के साथ छप्पन भेग समर्पित कर महाआरती का आयोजन होगा।

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कुँआरी बहनो को भी मिलेगा लाडली बहना योजना लाभ

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डिजिटल भारत l मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज यहां बड़ा पत्थर रांझी में सभा को संबोधित करते हुए कहा कि मेरा औरआपका संबंध परिवार का है। बहनों, भांजे-भाजियों के साथ प्रदेश की जनता की चिंता करना मेरा कर्तव्य है। जब तक जनता की जिंदगी में बदलाव नहीं आएगा वे चैन से नहीं बैठेंगे। उन्होंने कहा कि मध्‍यप्रदेश की धरती पर जमीन के टुकड़े के बिना कोई नहीं रहेगा, रहने के लिए सबके पास भूखंड होगा और पक्का मकान भी होगा। उन्होंने शासन की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देते हुये कहा कि गरीबों को निशुल्क राशन दिया जा रहा है, बहनों की छोटी-मोटी जरूरतों को पूरा करने के लिए लाड़ली बहना योजना बनाई है। इस योजना का समाज में व्यापक प्रभाव पड़ा है, इससे बहनों की घर में इज्जत बढ़ी है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि लाडली बहना योजना में बहनों को हर माह एक हजार रूपये दिए जा रहे हैं। अब 1250 रुपए दिए जाएंगे और धीरे-धीरे इसे बढ़ाकर 3000 रूपये तक किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बहनों की आंखों में आंसू नहीं आने दूंगा। राखी के कच्चे धागे की कसम बहनों की जिंदगी बदले बिना चैन से नहीं बैठूंगा।
मुख्‍यमंत्री ने कहा कि कुछ बहनें ऐसी हैं जिन्‍होनें विवाह नहीं किया है उन्हें भी इस योजना में शामिल किया जाएगा।
उन्‍होनें कहा कि 12वीं में 75 प्रतिशत अंक लाने पर लैपटॉप देते थे अब 60 प्रतिशत अंक लाने पर लैपटॉप दिया जाएगा। साथ
ही अपने स्‍कूल में बारहवीं में सर्वाधिक अंक लाने वाले तीन बेटी व तीन बेटे को स्कूटी दी जायेगी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि यदि प्रधानमंत्री आवास योजना में किसी का नाम छूट गया है तो उन्हें भी पक्का मकान दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि बीमार होने पर इलाज की व्यवस्था भी उनकी सरकार ने की है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि नीट के माध्यम से मेडिकल में प्रवेश के लिए सरकारी स्कूल के बच्चों को पांच प्रतिशत रिजर्वेशन दिया जाएगा। मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई हिंदी में होगी, ताकि गरीबों के बच्चे भी पढ़ सकें। लाडली बहना और उज्ज्वला रसोई गैस की बहनों को 450 रुपए में रसोई गैस दी जायेगी, इसके फॉर्म भरवाये जा रहे हैं। उन्‍होनें कहा कि एक किलो वाट तक के बिजली बिलों को जीरो किया जाएगा। श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश मेरा मंदिर है इसकी जनता मेरी भगवान है और पुजारी शिवराज सिंह चौहान है। उन्होंने जोर देकर कहा कि जब तक सांस है जनता की सेवा करते रहेंगे।
इसके पहले मुख्यमंत्री श्री चौहान ने गुप्तेश्वर में सभा को संबोधित करते हुए कहा कि छोटी रेल फाटक के पास नेरोगेज
रेल ट्रैक पर शानदार सड़क बनाई जाएगी। रानी दुर्गावती ने अकबर की सेना के छक्के छुड़ा दिए थे, उनके वीरता को जीवंत बनाए रखने के लिए मदन महल की पहाड़ी पर 100 करोड़ की लागत से स्मारक बनाया जाएगा।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि महिलाओं की सशक्तिकरण के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने लोकसभा में 33 प्रतिशत सीट महिलाओं के लिए आरक्षित करने जा रहे हैं। मध्य प्रदेश में वह स्थानीय निकायों में महिलाओं को 50 प्रतिशत भागीदारी सुनिश्चित करने का काम किया है। पुलिस भर्ती में 30 प्रतिशत तथा शिक्षकों के भर्ती में 50 प्रतिशत रिजर्वेशन किया है। अब सभी भर्तियों में 35 प्रतिशत रिजर्वेशन किया जाएगा। महिलाओं की सशक्तिकरण के लिए आधी आबादी को पूरा न्याय देने का कार्य किया जा रहा है। यह सब लोगों की जिंदगी बदलने के लिए है कृषि हो या व्यापार हो मध्यप्रदेश के चहुमुखी विकास के लिए लगातार कई कल्याणकारी योजनाएं संचालित की जा रही हैं।

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क्यों पुरषो की गहरी अबाज करती है महिलाओ को आकर्षित

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डिजिटल भारत l महिलाओं को लेकर कहा जाता है कि उन्हें भारी आवाज के लड़के पसंद आते हैं. फोन पर बात करते हुए किसी की भारी और इमोशन आवाज सुनाई दे तो एकदम से ऐसा लगता है कि बस इस आवाज को सुनते जाए. अधिकतर केस में माना जाता है कि महिलाओं को भारी आवाज वाले लड़के पसंद आते हैं. क्या आप जानते हैं आखिर ऐसा क्यों होता है. आइए जानते हैं इसका कारण. आखिर भारी आवाज को महिलाओं क्यों करती हैं पसंद
ऐसा माना जाता है कि डीप और गहरी आवाज बेहद आकर्षक होती है. स्टडी के अनुसार महिलाओं को डीप वाइस वाले लड़के अधिक पसंद होते है. माना जाता है जब किसी लड़के की आवाज भारी और गहरी होती है तो वह अच्छा स्पीकर होता है. ऐसे में यह भी माना जाता है कि ऐसे इंसान में अग्रेशन थोड़ा कम होता है.
यूनिवर्सिटी ऑफ़ मोंटपेलियर में भाषा विज्ञान की शोधकर्ता मेलिसा बरकत डिफ्राड्स का कहना है कि आप अपनी आवाज़ के ज़रिये शब्दों को बोलते हैं और इसके ज़रिये जानकारियां भी साझा करते हैं, लेकिन इसके अलावा यह न केवल आपके बायोलॉजिकल स्टेटस के बारे में बताती है, बल्कि आपके सामाजिक रुतबे के बारे में भी बताती है.
“इससे यह भी पता चलता है कि आप क्या करते हैं और आप आर्थिक रूप से कहाँ खड़े हैं.” ‘इससे मानसिक स्वास्थ्य समेत आपके पूरे स्वास्थ्य के बारे में भी पता चलता है. यानी आपकी आवाज़ की गुणवत्ता आपके बारे में यह सारी जानकारी देती है.’ लोगों की आवाज़ों में बहुत ही मामूली सा अंतर होता है जो आप तुरंत एक सेकंड के 10वें हिस्से से भी कम समय में महसूस कर लेते हैं और आप उस व्यक्ति के बारे में धारणा बना लेते हैं. लेकिन आवाज़ की गुणवत्ता के बारे में वो कौन सी चीज़ है, जिसे हम ख़ास तौर से देखते हैं? या, उदाहरण के लिए किसी व्यक्ति की आवाज़ से हम उसे अपना नेता कैसे चुन लेते हैं?
आवाज़ बढ़ाती है लोकप्रियता
छोड़कर पॉडकास्ट आगे बढ़ें
छोटी उम्र बड़ी ज़िंदगी
छोटी उम्र बड़ी ज़िंदगी
उन चमकते सितारों की कहानी जिन्हें दुनिया अभी और देखना और सुनना चाहती थी. दिनभर: पूरा दिन,पूरी ख़बर
समाप्त
दिलचस्प बात यह है कि हमारे वातावरण के कारण भी हमारी आवाज़ और लहजे में बदलाव होता है. हम आमतौर पर एक दूसरे की मिमिक्री भी करते हैं और ऐसे दोस्त चुनते हैं, जिनकी आवाज़ और लहजा हमसे मिलता हो. यूनिवर्सिटी ऑफ़ ल्योन की बायो बायोकौस्टेशन कटारजीना पिसासिंकी का कहना है कि ‘आम बातचीत में हमारे लिए यह सामान्य बात है कि हम अपनी आवाज़ और लहजे को दूसरे व्यक्ति की बातचीत के अनुसार बदलते हैं. महिलाओं को आकर्षित करती है भारी आवाज़?
यही कारण है कि आजकल बायोलॉजिस्ट कहते हैं कि भारी या गहरी आवाज़ महिलाओं को आकर्षक लगती हैं. इस परिकल्पना के आधार पर, क्या हम यह सिद्ध कर सकते हैं कि वह क्या चीज़ है, जो महिलाओं की आवाज़ को आकर्षक बनाती है? जब दुनिया भर में अलग-अलग आवाज़ों की जांच की गई, तो पाया गया कि ऐसी महिलाएं जिनकी आवाज़ की पिच ज़्यादा होती है, उन्हें जल्दी पार्टनर मिलते हैं. यह भी सच है कि युवतियों की आवाज़ की पिच ज़्यादा होती है और इससे ज़ाहिर होता है कि इससे उनकी उम्र और उनकी ख़ूबसूरती के बारे में भी पता चलता है. इस संबंध में हुए शोध में यह बात भी सामने आई है कि महिलाएं डेट्स पर अपनी आवाज़ की पिच बढ़ाती थीं लेकिन पिछले कुछ सालों में कुछ शोधकर्ताओं का कहना है कि इसमें बदलाव आ रहा है. यानी महिलाएं किसी आकर्षक व्यक्ति के सामने अपनी आवाज़ हल्की कर लेती हैं.

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सामान्य आवाज़ें को भी सुनकर चिड़चिड़ाना जाने किस डिसऑर्डर की निसानी

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डिजिटल भारत l आप किसी के साथ खाना खा रहे हैं तो दूसरे की डकार लेने की आवाज, छींकने और खाने की आवाज़ क्या आपके मिजाज़ में चिड़चिड़ापन पैदा करती है? कुछ खास तरह की आवाज़ों से आप इरिटेट हो जाते हैं तो आपकी यह आदत नहीं बल्कि यह मिसोफोनिया का लक्षण है। मिसोफोनिया एक तरह का मेंटल डिसऑर्डर है। जिस इनसान को यह ब्रेन ऐब्नॉर्मेलिटी होती है, उसका ब्रेन इस तरह की आवाजों को तुरंत कैच कर लेता है और फिर उसका फोकस वहीं बना रहता है। आइए जानते हैं इस बीमारी के लक्षण कौन-कौन से हैं और उनका उपचार कैसे करें। ऐसे कई लोग होते हैं जिन्हें खाना चबाने, पेन टैप करने या अन्य छोटे-छोटे शोर के कारण परेशानी महसूस करते हैं। उनमें ऐसी ही स्थिति को मिसोफोनिया (Misophonia) कहा जाता है। हालांकि, इस तरह की आवाजें उनके लिए असहनीय हो सकते हैं। इसे ब्रेन ऐब्नॉर्मेलिटी कहा जाता है जो एक तरह का मेंटल डिसऑर्डर है।

ब्रेन ऐब्नॉर्मेलिटी के कारण ऐसे लोगों का ब्रेन इस तरह की आवाज को तुरंत कैच कर लेता है और फिर उनका सारा फोकस आवाज की तरफ रहता है। साल 2001 में पहली बार इस स्थिति की पहचान की गई। इसे सेलेक्टिव साउंड सेंसटिव सिंड्रोम (selective sound sensitivity syndrome) के रूप में भी जाना जाता है। यह मनोवैज्ञानिक और शारीरिक दोनों लक्षणों के साथ मस्तिष्क की असामान्यता होती है। हाल के एक अध्ययन में, एमआरआई स्कैन में उन लोगों के मस्तिष्क की संरचना में एक अंतर दिखाई दिया, जिनके पास इसके लक्षण थें। एक सेकेंड के हज़ारवें हिस्से से भी कम समय में ये आवाज़ें आपके दिमाग़ को ग़लत संकेत देती हैं. ये आवाज़ें एक ख़तरे के रूप में आपके दिमाग़ के अलार्म सिस्टम अमिग्डला (Amygdala) को जगा देती हैं. इसके साथ ही एड्रिनल ग्रंथि और कॉर्टिसोल हार्मोन प्रतिक्रिया देने के लिए तैयार हो जाते हैं. ये आवाज़ें एक आम व्यक्ति के लिए कहीं से भी ख़तरा नहीं होतीं. हमें ये नहीं पता कि मिसोफ़ोनिया के डिसऑर्डर से कितने बच्चे, युवा, बुज़ुर्ग प्रभावित हैं लेकिन ऑब्सेसिव कंपल्सिव डिसऑर्डर (ओसीडी), टिनिटस (कान में अजीब सी आवाज़ का अनुभव होना), हायपरएक्यूसिस (सामान्य आवाज़ भी बहुत तेज़ सुनाई देना), ऑटिज़्म ) और सेंसरी प्रॉसेसिंग डिसॉर्डर या एसपीडी से प्रभावित लोगों में इस समस्या का होना बहुत आम है. ये होता क्यों है, ये स्पष्ट आज भी नहीं है. लेकिन शोधकर्ताओं का कहना है कि ये मस्तिष्क या मनोविकार से जुड़ा हो सकता है. किंग कॉलेज लंदन और ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने नए अध्ययन में पाया कि ब्रिटेन में 18.4% आबादी में यह लक्षण देखने को मिला. यानी लगभग हर पांच में से एक व्यक्ति को किसी अन्य के आवाज़ कर के खाने, च्युइंगम चबाने और खर्राटे की आवाज़ें ट्रिगर करती हैं. लेखिका डॉ. सिलिया वीटोरतौ कहती हैं, “अक़्सर मिसोफ़ोनिया के रोगी ख़ुद को अकेला महसूस करते हैं पर हक़ीक़त में ऐसा नहीं है. यह एक ऐसी चीज़ है, जिसे हमें जानने के साथ ही तालमेल बैठाने की ज़रूरत है. कितना सामान्य है मिसोफोनिया?
हाल ही हुई एक स्टडी में रिसर्च टीम ने 42 लोगों को अपने शोध में शामिल किया था। जिनमें से 22 लोगों में मेसोफोनिया के लक्षण पाए गए। हालांकि, भारत में इसका आंकड़ा क्या है, अभी भी इसके बारे में उचित अध्ययनों और रिसर्च की जरूरत है। इसके बारे में अधिक जानकारी के लिए कृपया अपने डॉक्टर से बात करें। बच्चों में सबसे ज्यादा मिसोफोनिया की शिकायत पाई जाती है। बच्चा मिसोफोनिया में निम्न तरीके से रिएक्ट करता है : बच्चे कुछ विशेष आवाजों के लिए ज्यादा सेंसिटिव हो जाते हैं। इन आवाजों में होंठ की आवाज, चबाने की आवाज, नाक बंद होने पर सांस लेने की आवाज, सांस की आवाज, खर्राटों की आवाज, टाइप करने की आवाज और पेन को बार-बार डेस्क पर मारने की आवाज शामिल हैं।
बच्चा जब कुछ ऐसी आवाजें सुनता है, जिससे वो रिएक्ट करता है या वह उन आवाजों को सुनकर कोई फिजिकल रिस्पॉन्स करता है। बच्चों से होने वाला यह रिस्पॉन्स उसके कंट्रोल में नहीं होता। इसमें दर्द की भावना, प्रेशर और बेचैनी महसूस करना शामिल है। इस तरह के रिस्पॉन्स के साथ इमोशनल रिस्पॉन्स जैसे कि बेचैनी, गुस्सा और चिड़चिड़ापन भी हो सकता है।

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कृषि अधिकारियों की उपस्थिति में विधायक सुशील इंदु तिवारी ने किया डबल लॉक सिस्टम का शुभारंभ

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डिजिटल भारत l पनागर : – क्षेत्रीय किसानों को कृषि कार्य हेतु आवश्यक खाद जैसे यूरिया, जिंक, डीएपी सहित अन्य उर्वरक के लिए बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ता था पनागर विधायक सुशील तिवारी ने किसानों की इस समस्या को गंभीरता से लिया है और जिसके बाद विधायक सुशील इंदु तिवारी द्वारा कृषि अधिकारियों एवं सेंकडों किसानों की उपस्थिति में कृषि उपज मंडी प्रांगण में डबल लॉक सिस्टम शुभारंभ किया गया जिसके बाद से अब किसानों को डीएपी, जिंक, यूरिया सहित आदि अन्य उर्वरक आसानी से कृषि उपज मंडी प्रांगण में ही उपलब्ध हो जाएंगी, इसके लिए क्षेत्रीय किसानों ने विधायक को धन्यबाद प्रेषित किया कार्यक्रम में उपस्थित नगर मंडल अध्यक्ष अंकुर जैन,मंडल अनिल पटेल,मंडल अध्यक्ष मोनू खरे,जिला कार्यालय मंत्री आनंद साहू ,दीनदयाल पटेल,सर्वेश मिश्रा, रवि कुमार आम्रवंशी कृषि उपसंचालक , प्रतिभा गौर अनुविभागीया कृषि अधिकारी, कीर्ति वर्मा सहाइक संचालक कृषि,पंकज शर्मा वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी पनागर, आर के परोहा कृषि विकास अधिकारी,डी के नेमा, जे पी. मांजी, मोनिका झा, संगीता सिंह ग्रामीण कृषि विकास अधिकारी,महामंत्री शैलेंद्र साहू ,अनिल वंशकार,पार्षद मुकेश वंशकार,दीपांशु नामदेव,राजेश तिवारी,प्रकाश कुशवाहा,रामदीन साहू,पवन पटेल,सोनू खम्परिया,देवेंद्र कुशवाहा,अतुल सैनी,संतोष सैनी,गोरल खत्री,राजेश पटेल,अरविंद पटेल,मुकेश दुबे,विनय पटेल,संतोष साहू कार्यक्रम का संचालन के के पटेल ने किया ।

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