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एक भारत उत्कृष्ट भारत

देश के किसी भी राज्य में जाकर ऑर्गन प्राप्त करने के लिए पंजीकरण करा सकेगा मरीज : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी

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डिजिटल भारत l प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज यानी 26 मार्च को ‘मन की बात’ के 99वें एपिसोड को संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि “मेरे प्यारे देशवासियो, ‘मन की बात’ में आप सभी का एक बार फिर बहुत-बहुत स्वागत है | आज इस चर्चा को शुरू करते हुए मन-मस्तिष्क में कितने ही भाव उमड़ रहे हैं। हमारा और आपका ‘मन की बात’ का ये साथ, अपने निन्यानवें (99वें) पायदान पर आ पहुंचा है।
लोगों में 100वें एपिसोड को लेकर काफी उत्साह
प्रधानमंत्री ने कहा, ”जहां भारत के जन-जन के ‘मन की बात’ हो, वहां की प्रेरणा ही कुछ और होती है। मुझे इस बात की भी खुशी है कि मन की बात के सौवें एपिसोड को लेकर देश के लोगों में बहुत उत्साह है। मुझे बहुत सारे सन्देश मिल रहे हैं, फोन आ रहे हैं। आज जब हम आजादी का अमृतकाल मना रहे हैं, नए संकल्पों के साथ आगे बढ़ रहे हैं, तो सौवें ‘मन की बात’ को लेकर आपके सुझावों और विचारों को जानने के लिए मैं भी बहुत उत्सुक हूं। मुझे आपके ऐसे सुझावों का बेसब्री से इंतजार है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि संतोष की बात है कि आज देश में अंगदान के प्रति जागरूकता भी बढ़ रही है। 2013 में हमारे देश में अंगदान के मामले पांच हजार से भी कम थे पर 2022 में यह संख्या बढ़कर 15 हजार से अधिक हो गई है। पीएम ने कहा कि जब एक व्यक्ति मृत्यु के बाद अपना शरीर दान करता है तो उससे 8 से 9 लोगों को एक नया जीवन मिलने की संभावना बनती है। आज देश में ऑर्गन डोनेशन के प्रति जागरूकता भी बढ़ रही है।

प्रधानमंत्री ने कहा अंगदान के पीछे सबसे बड़ी भावना यही होती है कि जाते समय भी किसी की जान बचाई जाए। जो लोग अंगदान का इंतजार करते हैं, वे जानते हैं कि इंतजार का एक-एक पल काटना कितना मुश्किल होता है। पीएम मोदी ने कहा कि आज जब हम आजादी का अमृत काल मना रहे हैं, नए संकल्पों के साथ आगे बढ़ते हुए, मैं भी मन की बात के 100वें एपिसोड के बारे में आपके सुझाव और विचार जानने के लिए बहुत उत्सुक हूं।

‘मन की बात’ में पीएम मोदी ने कहा, “राज्यों के अधिवास की शर्त को भी हटाने का फैसला किया गया है, यानी अब मरीज देश के किसी भी राज्य में जाकर अंग प्राप्त करने के लिए पंजीकरण करा सकेगा। सरकार ने अंगदान के लिए 65 साल से कम उम्र की उम्र सीमा को भी खत्म करने का फैसला किया है। इन प्रयासों के बीच मैं देशवासियों से आग्रह करता हूं कि अधिक से अधिक संख्या में अंगदान करने के लिए आगे आएं”

पीएम ने कहा कि आज भारत की जो क्षमता एक नए दृष्टिकोण से उभर रही है, उसमें हमारी नारी शक्ति की बहुत बड़ी भूमिका है। हाल ही में ऐसे कई उदाहरण हमारे सामने आए हैं। एशिया की पहली महिला लोको पायलट सुरेखा यादव को तो आपने सोशल मीडिया पर देखा ही होगा। एक और रिकॉर्ड कायम करते हुए सुरेखा जी वंदे भारत एक्सप्रेस की भी पहली महिला लोको पायलट बन गई हैं। इसी महीने, निर्माता गुनीत मोंगा और निर्देशक कार्तिकी गोंजाल्विस ने अपनी फिल्म ‘द एलीफेंट व्हिस्परर्स’ के लिए ऑस्कर जीतकर देश का नाम रोशन किया।
मन की बात’ के 100वें एपिसोड के लिए खास तैयारी
बताते चलें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ की 100वां एपिसोड 30 अप्रैल को प्रसारित किया जाएगा। इससे पहले आकाशवाणी बुधवार को एक विशेष अभियान शुरू करने जा रहा है, जिसके तहत भारत में होने वाले बदलावों पर इस कार्यक्रम के प्रभाव को लेकर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।

हर महीने के आखिरी रविवार को प्रसारित होता है ‘मन की बात’
‘मन की बात’ कार्यक्रम हर महीने के आखिरी रविवार को सुबह 11 बजे प्रसारित होता है। इस कार्यक्रम के जरिए पीएम मोदी देशवासियों से संवाद करते हैं। ‘मन की बात’ कार्यक्रम की शुरुआत तीन अक्टूबर 2014 को विजयादशमी के दिन हुई थी। पिछली बार 26 फरवरी को कार्यक्रम के 98वें एपिसोड को पीएम मोदी ने संबोधित किया था। कार्यक्रम का प्रसारम ऑल इंडिया रेडिया पर किया जाता है।

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फर्जी आरटीओ टीम का पुलिस ने किया पर्दाफाश

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डिजिटल भारत l जिंद ढाबा के पास फर्जी आरटीओ अधिकारी बनकर करते थे अवैध वसूली

नरसिंहपुर आशीष साहू समीपवर्ती मुंगवानी थाना अंतर्गत राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 44 पर कुछ लोगों द्वारा आने-जाने वाले ट्रकों को रोककर उनके ड्रायवरों को डरा धमकाकर अवैध वसूली की जा रही है। सूचना प्राप्त होते ही तस्दीक हेतु पुलिस अधीक्षक अभिजीत रंजन द्वारा नरसिंहपुर पुलिस की विशेष टीम का गठन कर अवैध गतिविधियों में लिप्त आरोपियों की गहनता से तस्दीक कर कार्यवाही करने हेतु निर्देश दिए गए थे।

फर्जी आरटीओ बनकर कर रहे थे अवैध वसूली, 02 आरोपी गिरफ्तार

फर्जी आरटीओ बनकर अवैध वसूली करने की सूचना पर पुलिस अधीक्षक अभिजीत रंजन के निर्देश पर नरसिंहपुर पुलिस एवं आरटीओ विभाग नरसिंहपुर की टीम द्वारा आरोपियों की धरपकड हेतु राष्ट्रीय राजमार्ग 44 पर घेराबंदी की गयी जिसके परिणाम स्वरूप थाना मुंगवानी अंतर्गत ग्राम डुडवारा, जिंद ढाबा के पास एक सफेद रंग की वोलेरो वाहन जिसका नम्बर MP04 TA 4608 खडी थी जिसमें एक व्यक्ति बैठा रसीद काट रहा था तथा तीन अन्य व्यक्ति ट्रकों को रोककर रेडियम लगाने के बहाने से वाहनों के ड्रायवरों को डरा धमकाकर अवैध वसूली कर रहे है।

मौके पर पुलिस विभाग एवं आरटीओ विभाग की संयुक्त टीम द्वारा आरोपियों से पूछताछ की गयी तो वोलेरो में बैठे व्यक्ति द्वारा अपना नाम विनोद पिता हल्केराम राठोर निवासी तानसेन नगर, ग्वालियर का होना बताया जिससे रसीद काटने के संबंध में पूछताछ की गयी तो वह व्यक्ति घबरा गया और सही जानकारी नही दे सका एवं उसके पास रसीद बुक देखने पर उसमे Ministry of Road Transport & Highways (MVI Section) लिखा था एवं उसमें National Highway CET EYE की शील लगी हुयी पाई गई। आरोपी विनोद राठोर से रसीद काटने के संबंध में अनुमति मांगी गई तो उसके द्वारा कोई अनुमति होना नही बताया गया है। आरोपी विनोद राठोर एवं उसके साथी मोहित झा को मौके से गिरफ्तार कर उनके कब्जे 04 फर्जी रसीद कट्टे, कुछ कटी हुई रसीदे, सफेद रंग का रेडियम का बंडल, कैची, एक रबर सील, स्टाम्प पैड एवं नगदी 5240/-रूपये सहित एक वोलेरों वाहन जप्त किया गया। पूछताछ के दौरान मौके का फयदा उठाकर गिरफ्तार आरोपियों के दो साथी दीपक दंडोतिया एवं मनोज साहू फरार हो गये जिन्हे जल्द ही गिरफ्त में लिया जावेगा। दोनों आरोपियों को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया ।

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मोटर सायकिल सवार तीनों लुटेरे गिरफ्तार, छीने/चुराये हुये 8 मोबाईल एवं घटना मे प्रयुक्त मोटर सायकिल जप्त

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डिजिटल भारत l थाना ओमती – अपराध 148/2023 धारा 392 भादवि तथा 41(1-4)जाफौ/379 भादवि

नाम पता गिरफ्तार आरोपी :–
1-सुहेल उर्फ गुलाम गौस उम्र 19 वर्ष निवासी गली न. 1 मोहरिया हनुमानताल
2-अमन अली उम्र 24 वर्ष निवासी टेढी नीम हनुमानताल,
3-फैजान अंसारी उर्फ तोता उम्र 19 वर्ष निवासी गली न. 1 मक्का नगर हनुमानताल

जप्ती – छीने/चुराये हुये 8 मोबाईल एवं घटना मे प्रयुक्त मोटर सायकिल जप्त

 थाना ओमती में  दिनांक 13-3-23 की रात लगभग 00-15 बजे मोहित खत्री उम्र 23 वर्ष निवासी स्नैह विहार नेपियर टाउन ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि वह  12-3-23 की रात लगभग 10 बजे अपने घर से पैदल शास्त्री ब्रिज तरफ अपनी मंगेतर से मोबाइल पर बात करते जा रहा था 5 मिनिट बाद जैसे ही वह स्नेह विहार के आगे निकला उसी समय अचानक एक मोटर सायकल में सवार तीन लड़के पीेछे से आये और बीच में बैठे लड़के   ने उसका रियलमी 7 प्रो कम्पनी का मोबाइल उसके हाथ से तथा पीेछे बैठे लड़के ने उसके गले से सोने की चैन वजनी लगभग 1 तोला की झपट्टा मारकर छीन लिये और शास्त्री ब्रिज की तरफ भाग गये। तीनों लड़के मटमेले रंग के कपड़े पहने थे एवं सावले थे तीनों की उम्र लगभग 22 से 30 वर्ष के बीच होगी। रिपोर्ट पर धारा 392 भादवि का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
         पुलिस अधीक्षक जबलपुर श्री सिद्धार्थ बहुगुणा (भा.पु.से.) द्वारा घटित हुई घटना को गम्भीरता से लेते हुये आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी हेतु आदेशित किये जाने पर अति. पुलिस अधीक्षक शहर श्रीमति प्रियंका शुक्ला (भा.पु.से.)  एवं अति. पुलिस अधीक्षक अपराध श्री समर वर्मा तथा  नगर पुलिस अधीक्षक ओमती श्री आर.डी. भारद्वाज के मार्गनिर्देशन में थाना  ओमती एवं क्राईम ब्रांच की  टीम गठित कर लगायी गयी।
          टीमों के द्वारा सीसीटीव्ही फुटेज खंगाले गये, मिले सीसीटीव्ही फुटेज एंव विश्वसनीय मुखबिर की सूचना पर   सुहेल उर्फ गुलाम गौस उम्र 19 वर्ष निवासी गली न. 1 मोहरिया हनुमानताल  एवं अमन अली उम्र 24 वर्ष निवासी टेढी नीम हनुमानताल, तथा फैजान अंसारी उर्फ तोता उम्र 19 वर्ष निवासी गली न. 1 मक्का नगर हनुमानताल को अभिरक्षा में लेते हुये सघन पूछताछ की गयी तो तीनों ने लूट करना स्वीकार करते हुये और भी मोबाईल चुराना एवं छीनना स्वीकार किये, आरोपियों की निशादेही पर छीना हुआ मोबाईल एवं घटना मे प्रयुक्त मोटर सायकिल क्रमंाक एमपी 20 एमपी 7353 तथा 7 अन्य मोबाईल 41(1-4)जाफौ/379 भादवि में जप्त करते हुये प्रकरण में विधिवत गिरफ्तार करते हुये  दिनॉक 16-3-23 को मान्नीय न्यायालय के समक्ष पेश करते हुये छीनी हुई सोने की चेन की बरामदगी हेतु पुलिस रिमाण्ड पर लिया जा रहा है।

उल्लेखनीय भूमिका- मोटर सायकिल सवार लुटेरों के सम्बंध में पतासाजी कर पकडने में थाना प्रभारी ओमती श्री व्ह.डी. द्विवेदी, सहायक उप निरीक्षक अशोक मिश्रा, प्रधान आरक्षक रूस्तम, आरक्षक विक्रम, राजेन्द्र, ओमनाथ , एवं क्राईम ब्रांच के सहायक उप निरीक्षक वीरेन्द्र प्रताप सिंह, प्रधान आरक्षक सादिक अली, नीरज तिवारी, अमित श्रीवास्तव, प्रभात परिहार एवं आरक्षक जय प्रकाश तिवारी की सराहनीय भूमिका रही।

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बरेला पुलिस की मनमानी, महिला को सोधन कहकर पड़ोसी ने पीटा, जांच करने तक नहीं पहुंची पुलिस

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ग्राम पहाड़ी खेड़ा का मामला, पीडि़ता ने पुलिस अधीक्षक के पास की शिकायत

जबलपुर पुलिस का काम है पीडि़त लोगों की समस्याओं को सुनना, कोई तकलीफ होने पर उचित परामर्श देना और आरोपियों को सजा दिलाना। इसके लिए थाने खोले गए हैं इसके लिए भारी भरकम वेतन पर थाना प्रभारी से लेकर एसआई और पुलिस जवानों की नियुक्ति की गई है। लेकिन यहां जानकर हैरानी होगी बरेला थाने में पदस्थ अमला लोगों की पीड़ा सुनने की वजाय उन्हें दुत्कार भगा रहा है। हाल ही में ग्राम पहाड़ीखेड़ा में एक 45 साल की महिला को पड़ोसी ने सोधन कहकर इतना पीटा कि वह बेहोश हो गई। पीडि़ता थाने में रिपोर्ट लिखवाने पहुंची तो उसे कहकर भगा दिया गया लिखित में शिकायत दे दो कार्रवाई बाद में होगी। थाने में पुलिस कर्मियों के इस बर्ताव के बाद पीडि़ता ने पुलिस अधीक्षक को शिकायत सौंपी जिसके बाद बरेला पुलिस ने मारपीट करने वाले आरोपी पर धारा 155 की कार्रवाई की लेकिन जांच पड़ताल के लिए पुलिस आज तक गांव नहीं पहुंची।

ये मामला है
बीते कुछ दिन पहले पहाड़ीखेड़ा में एक महिला की मौत हो जाती है यह सुनकर पड़ोस में रहने वाली उसके घर जाती है जहां पर मृतक महिला के बेटे द्वारा पड़ोसी महिला के साथ लात-घूसों यह कहकर मारपीट की जाती है कि वह डायन और सोधन है। मारपीट से आहत हुई महिला इस संबंध में जब बरेला थाना प्रभारी के पास शिकायत लेकर पहुंचती है तो उसे यह कहा जाता है कि लिखित में शिकायत कर दो कार्रवाई बाद में करेंगे। लंबे अंतराल के बाद भी जब मारपीट करने वाले युवक पर पुलिस कार्रवाई नहीं करती है तो पीडि़ता इसकी शिकायत एसपी से करती है जिसके बाद बरेला पुलिस द्वारा आरोपी पर धारा 155 की कार्रवाई की जाती है।

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माढ़ोताल हत्या का खुलासा : बिरयानी के विवाद पर हुआ था युवक का कत्ल

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डिजिटल भारत । बिरयानी के विवाद पर हुआ था युवक का कत्ल, दोनों आरोपी गिरफ्तार
जबलपुर, थाना माढोताल अंतर्गत हुई युवक की हत्या की गुत्थी पुलिस ने सुलझाते हुए दो आरोपियों को दबोच लिया है। पकड़े गए आरोपियों ने बताया कि वह होली स्पेशल पार्टी में शामिल होने गए हुए थे, जहां बिरयानी को लेकर विवाद हुआ। जिसके बाद वह कार से वापस जाने लगे। तभी मृतक और उसके साथियों ने बीच रास्ते रोककर हमला कर। जिसके चलते हाथापाई के दौरान युवक को चाकू लग गया। पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ जारी है।

जानकारी अनुसार पुलिस ने बताया कि सचिन खटीक 32 वर्ष निवासी न्यू अम्बेडकर नगर चण्डालभाटा थाना गोहलपुर ने बताया कि वह प्राईवेट काम करता है। उसके बड़े पापा के बेटे जुगलकिशोर खटीक कठौंदा से दिनेश साहू की पार्टी से आये और उससे एवं नंदकिशोर खटीक से कहा कि मेरे मित्र दिनेश साहू ने राय साहब की साईड गणेश परिसर में पार्टी दी है । जिसके बाद वह परिसर कठौंदा प्लाट के पास पहुंचे । जहां, नंदकिशोर केा पार्टी में देखकर रज्जन दुबे एवं साथी भड़क गये और विवाद कर गाली गलौज करने लगे, पार्टी में सभी लोग नशे थे । जिसके बाद वह बाइक से अपने घर जाने लगे, तभी कठौंदा मृत पशु शव गृह के सामने रज्जन दुबे अपने साथी के साथ मिले और दोनों मारपीट करने लगे। नंदकिशोर खटीक की जांघ में रज्जन दुबे ने चाकू से हमलाकर चोट पहुंॅचा दी। जिसके बाद जख्मी हालत में नंदकिशोर खटीक केा पहले एक निजी अस्पताल और बाद में तबियत बिगडऩे पर मेडिकल ले गए। जहां, नंदकिशोर खटीक उम्र 28 वर्ष की मृत्यु हो गयी।

एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा द्वारा आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी हेतु आदेशित किये जाने पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर दक्षिण संजय कुमार अग्रवाल, उप पुलिस अधीक्षक मुख्यालय तुषार सिंह के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी माढेाताल श्रीमति रीना पाण्डे के नेतृत्व में टीम गठित कर लगायी गयी।

गठित टीम द्वारा आरोपियेां की सरगर्मी से तलाश की जा रही । इसी दौरान पुलिस को सूचना प्राप्त हुई कि फरार आरोपी रज्जन दुबे अपने एक साथी के साथ अपने घर पर आया हुआ है। सूचना पर रज्जन दुबे के घर शिवधाम कॉलोनी में दबिश दी, जहां से रज्जन दुबे एवं दीपक दुबे को दबोच लिया गया।

ये है पूरी सच्चाई
पुलिस ने दोनों को अभिरक्षा में लेकर थाने लाया गया एवं पूछताछ की गयी तो आरोपी रज्जन दुबे ने बताया कि होली के दिन दिनेश साहू ने कचरा प्लांट के पास राय साहब के प्लॉट पर पार्टी दी थी, जिसमें बिरयानी वगैरह बनी थी । पार्टीज़् में वह अपने साड़ू भाई दीपक के साथ गया हुआ था । उस पार्टी में उपस्थित लोगो ने जब उसका नाम पूछा तो उसने अपना नाम रज्जन दुबे बताया तो वहाँ उपस्थित लोगो ने विरोध कर गाली गलौज करने लगे। जिसके बाद वह अपनी सेलटोस कार से जाने लगे। आरोपी ने बताया कि वह जैसे ही मृत पशु शव गृह के सामने पहुँचे तो पार्टी में उपस्थित कुछ लोगों ने रोक लिया मारपीट करने लगे, इसी बीच उसके साढ़ू भाई दीपक दुबे ने अपने पास से चाकू निकाला और मार दिया। जिसके बाद वह अपनी कार से निकल गए। आरोपियेां को प्रकरण में विधिवत गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया जा रहा है ।

दोनों आरोपी गिरफ्तार, घटना में प्रयुक्त चाकू एवं कार जब्त
-गिरफ्तार आरोपी- 1-रज्जन दुबे पिता रामदास दुबे उम्र 34 वषज़् निवासी शिवधाम कॉलोनी आईटीआई माढ़ोताल

2-दीपक पिता स्व.कुंजीलाल दुबे उम्र 40 वषज़् निवासी जगदीश अखाड़ा के पास रानीताल

जप्ती – घटना में प्रयुक्त चाकू , सेल्टोस कार क्रमंाक एमपी 20 सीएम 4677

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भारत में ऐसा इकलौता त्यौहार, जिसका मूलमंत्र ही है कि -‘ बुरा न मानो ‘ क्योंकि होली है..

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‘मन की बात’ करने में आसानी होती है..


भारत में होली ऐसा इकलौता त्यौहार है ,जिसका मूलमंत्र ही है कि -‘ बुरा न मानो ‘ और यकीन मानिये कि हम हिंदुस्तानी अक्सर ही होली मनाते हैं और किसी बात का बुरा नहीं मानते .होली मेल-मिलाप और रंगों का त्यौहार है. हमारे देश में जमकर होली खेली जाती है. आम आदमी से लेकर ख़ास आदमी तक होली के रंगों में सराबोर होना चाहता है. होली पर हमें सबसे ज्यादा याद अपने लालू प्रसाद यादव की आती है, न कि माननीय प्रधानमंत्री मोदी की भारत में एक जमाना था जब होली खेलने वाले ख़ास आदमियों की लम्बी फेहरिस्त हुआ करती थी. धीरे-धीरे ये फेहरिस्त छोटी होती गयी और अब तो ये अदृश्य होती दिखाई दे रही है. लालू जी बीमार हैं, इसलिए शायद अब वे भी पहले की तरह होली न खेल पाएं .सुषमा स्वराज रहीं नहीं, अन्यथा वे होली पर नाचती-जाती नजर आतीं थी .होली पर राहुल गांधी विदेश में हैं और वहीं से हमारी लोकप्रिय सरकार पर कीचड़ उछाल रहे हैं. पूरी सरकारी पार्टी राहुल की इस हरकत से परेशान है, लेकिन चूंकि होली है इसलिए बुरा नहीं मान रही, होली पर अब पहले जैसा माहौल नहीं रहा, लेकिन रंग एकदम फीके भी नहीं हुए हैं, भले ही रसोईगैस के दाम फिर से बढ़ गए हैं. रसोई गैस के दाम बढ़ने से गुझिया,पपरिया ही तो नहीं बनेंगी ? भांग घोंटने से तो किसी ने मना नहीं किया. ठंडाई बनाइये,पीजिये,पिलाइये. अपनों को भी और गैरों को भी. होली पर अपना-पराया होतो ही कहाँ है ? होना भी नहीं चाहिए. होली आम आदमी का ही नहीं हमारी सरकारों का भी प्रिय शौक है . सरकार जब चाहे तब किसी के साथ भी होली खेल सकती है. सरकार का हर खेल ‘होली’ [पावन] होता है. इस बार सरकार ने दिल्ली से ही होली खेलने की शुरुवात की और दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को होली खेलने जेल भेज दिया. अब उनके साथ जांच एजेंसियां होली खेल रहीं हैं. सत्येंद्र जैन तो पहले से जेल की होली का आनंद ले रहे हैं. जेल की होली का अलग ही आनंद है. जिन्होंने जेल की होली खेली है वे ही इसे समझ सकते हैं .जेल की होली हर किसी के नसीब में नहीं होती. ये तो उसे ही नसीब होती है जिसके ऊपर सरकार की कृपा हो.

आज से पचास साल पहले तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने कल के जनसंघ के नेताओं समेत पूरे विपक्ष को जेल की होली खेलने का मौक़ा दिया था, लेकिन आज की भाजपा कभी भी इंदिरा गांधी से इस होली का बदला नहीं ले पायी . खमियाजा इंदिरा गाँधी के पौत्र राहुल गांधी को भुगतना पड़ रहा है. राहुल यानी भाजपा के लिए ‘पप्पू’ लगातार सरकार के निशाने पर हैं. गनीमत है कि अभी जेल नहीं भेजे गए.कायदे से उन्हें केम्ब्रिज में होली खेलने के बजाय बनारस हिन्दू विश्व विद्यालय में होली खेलना चाहिए थी. कोई बुरा नहीं मानता की उन्होंने वहां क्या कहा ? केम्ब्रिज में कहे का बुरा सभी मान रहे हैं .राहुल को समझना चाहिए औरों के मन की बात. होली पर अक्सर सरकारें फुहारें छोड़तीं हैं. हमारे सूबे में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने बहनों को होली गिफ्ट के तौर पर हजार रूपये महीने देने के लिए ‘लाड़ली बहना योजना’ बना डाली है .लाड़ली लक्ष्मी तो पहले से ही थी ही.देश भर में किसी ने बहनों को होली पर ऐसा उपहार दिया क्या ? ये भाजपा वाले ही कर सकते हैं. कांग्रेस वाले करें भी तो कैसे करें ,उनके पास तो ज्यादा सरकारें भी नहीं हैं .कांग्रेस की सरकारों में कांग्रेसी आपस में ही होली खेलते रहते हैं.जैसे राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सचिन पायलट से और छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल राजा साहब से हिमाचल में भी कमोवेश ये ही हालात हैं .वहां की जनता ने इस बार भाजपा के साथ होली खेली.
होली पर मै अक्सर अपने माननीय प्रधानमंत्री जी की रंग-बिरंगी होली वाली तस्वीरें खोजता हूँ,किन्तु वे मिलती नहीं. शायद उन्हें चाय बेचने से कभी फुरसत मिली ही नहीं होली खेलने के लिए. वे होली खेलते भी तो आखिर किसके साथ? जशोदा बहन से तो उन्होंने पहले ही दूरी बना ली थी. इस बार तो वैसे भी उनके यहां होली ‘अनरहे ‘ की है. हमारे बुंदेलखंड में ऐसी होली पर उत्साह का प्रदर्शन नहीं किया जाता. बल्कि दिवंगत के प्रति श्रृद्धांजलि अर्पित की जाती है. केवल रंग डालने की औपचारिकता की जाती है .
तमाम मुसीबतों के बावजूद जनता होली खेलने को आतुर रहती है. उसे फर्क नहीं पड़ता की देश में लोकतंत्र या स्वतंत्रता को खतरा है या नहीं ? जनता इन खतरों को पहचानती नहीं,ये खतरे तो केवल विपक्ष को नजर आते हैं ,इसीलिए विपक्षलागतार जनता को इन खतरों के प्रति आगाह करता रहता है. कांग्रेस ने तो होली से ठीक पहले रायपुर अधिवेशन में ‘ लोकतंत्र और आजादी’ के नवीनीकरण का नारा दिया है .कांग्रेस का ये नारा भी जनता की समझ में आएगा या नहीं, कहना कठिन है.

अखबार वाले हमेशा की तरह सूखी होली खेलने का राग अलापते हैं. अखबार वालों को गीली होली से पता नहीं क्या ‘अनुख’ [ एलर्जी ] है. अरे भाई होली भी अगर गीली नहीं होगी तो फिर क्या गीला होगा ? आम आदमी की जिंदगी में वैसे ही अब सब सूखा ही सूखा है. मै तो कहता हूँ कि हम हिन्दुस्तानियों को होली दोगुना ज्यादा उमंग के साथ मनाना चाहिए, क्योंकि हम लगातार ‘विश्व गुरु’ बनने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं. हम विश्व के गुरु बनें या न बनें लेकिन ‘गुरुघंटाल’ तो बन ही सकते हैं. हमारे पास क्षमता है, जनसंख्या बल है. अकेले 80 करोड़ लोग तो अकेले सरकार की कृपा पर पल रहे हैं हमारे यहां. दुनिया में कोई और सरकार है जो ये सब कर सके ?


होली भारत का राष्ट्रीय त्यौहार है इसलिए हमारे राष्ट्रीय नेताओं का ये नैतिक दायित्व बनता है कि वे लालू जी की तरह खुलकर जनता कि साथ होली खेलें. कंजूसी न करें. होली खेलने से ‘मन का मैल ‘ धुल जाता है. ‘ मन की बात ‘ करने में आसानी होती है. जिन्हें रेग्युलर ‘ मन की बात ‘ करना पड़ती है उनके लिए तो होली कि रंग रामबाण का काम करते हैं. होली पर मन को मारना नहीं चाहिए. मन का कहना भी नहीं टालना चाहिए. होली पर जिसका मन रंगों से खेलने का न होता हो तो समझ लीजिये कि वो दुनिया का सबसे ज्यादा नीरस आदमी है. बहरहाल आप सब खुलकर होली खेलिए. वास्तविक दुनिय में भी और आभासी दुनिया में भी. मेरी और से सभी को होली की ढेरों शुभकामनाएं और हार्दिक बधाइयां ।

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mahila divas

दुनिया में मौजूद हर एक महिला की ताकत का जश्न 

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International Women’s Day 2023

https://www.facebook.com/DIGITALBHARATNEWSJABALPUR

8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाएगा. यह दिन महिलाओं की उन्नति, उन्हें विकास के अवसर प्रदान करने और समाज में पुरुषों के समान खड़े होने में सक्षम बनाने के उद्देश्य से मनाते हैं । दुनिया के कई देशों की महिलाओं को लिंग भेद के कारण असमानता का सामना करना पड़ता है । पिछड़ी महिलाओं को समाज के प्रथम पायदान पर लाने और महिला अधिकारों के बारें में जागरूक करने के लिए अंतराष्ट्रीय महिला दिवस मनाते हैं । इस मौके पर कई तरह के कार्यक्रमों, जागरुकता अभियानों का आयोजन होता है, जिसमें देश-विदेश की कई ऐसी महिलाएं शामिल होती हैं, जिनका जीवन सभी के लिए प्रेरणा और आदर्श बन गया है। फोब्स 2022 में 100 सबसे दमदार महिलाओं की लिस्ट जारी की है । विश्व महिला दिवस पर विश्व की सबसे सशक्त महिलाओं के बारे में जानेंगे। ये रहीं दुनिया की पांच दमदार महिलाएं, जो हमेशा चर्चा में रहती हैं। 

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण

दुनिया की 100 सशक्त महिलाओं की सूची में भारत की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का नाम लगातार चौथी बार आया है । वह सूची में 36वें नंबर पर रहीं। सीतारमण देश की पहली पूर्णकालिक वित्त मंत्री हैं जो लगातार वित्त मामलों को संभाल रही हैं। वह इसके पहले देश के रक्षा मंत्रालय का कार्यभार भी संभाल चुकी हैं। 

किरण मजूमदारशॉ

किरण मजूमदार शाॅ भारत की सबसे बड़ी लिस्टेड बायोफार्मास्युटिकल कंपनी बायोकॉन की फाउंडर हैं। ये दवा उत्पादन के क्षेत्र की बड़ी कंपनी है। इस कंपनी की स्थापना 1978 में हुई थी। किरण मजूमदार भारत की सबसे अमीर महिलाओं में शामिल हैं । उन्हें पद्म भूषण और पद्म विभूषण पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है। 

फाल्गुनी नायर

नायका की संस्थापक फाल्गुनी नायर का जन्म महाराष्ट्र के मुंबई में 19 फरवरी 1963 को हुआ था। फाल्गुनी नायर एक बिजनेस विमेन हैं जिनकी कंपनी इन दिनों देश की सबसे बड़ी कंपनियों में शामिल हो गई है। खुद फाल्गुनी नायर देश की सबसे अमीर महिलाओं में शामिल हो चुकी हैं। 

कमला हैरिस

दुनिया की सबसे सशक्त महिलाओं की सूची में कमला हैरिस का नाम शामिल है। कमला हैरिस भारतीय मूल की अमेरिकी नागरिक हैं, जो वर्तमान में अमेरिका की उपराष्ट्रपति पद पर कार्यरत हैं। कमला हैरिस पहली एशियाई अमेरिकी महिला हैं, जो अमेरिका की उपराष्ट्रपति नियुक्त हुई हैं।

आजादी के बाद भी भारतीय राजनीति में महिलाओं का खूब दबदबा, सियासत में है इनकी चमक बरकरार

International Womens Day 2023: भारतीय राजनीति में महिलाओं का दबदबा पुराने समय से रहा है. आज भी हर पार्टी में महिलाओं की भागीदारी बढ़ी है. इन्‍होंने बड़ी-बड़ी जिम्‍मेदारियों को बखूबी निभाया भी है. आजादी के पहले से लेकर आज तक राजनीति में महिला नेत्रियों का डंका देशभर में बजता रहा है. सोनिया गांधी, स्‍वर्गीय शीला दीक्षित, प्रतिभा देवी पाटिल, मीरा कुमार जैसी दिग्‍गज महिला नेताओं ने समाज में यह भरोसा दिलाया है कि महिलाएं हर क्षेत्र में बेहतर कर सकती हैं. ‘अंतरराष्‍ट्रीय महिला दिवस’ के अवसर पर जानते हैं, देश की कुछ प्रचलित राजनीतिक महिला नेताओं के बारे में.

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Cholesterol को तुरंत कम देगी ये समर ड्रिंक

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छाछ सेवन से आप आसानी से शरीर में जमा गंदगी और खराब कोलेस्ट्रॉल को दूर कर सकते हैं.

इसके पीछे आज के समय की खराब जीवनशैली और खान-पान का बहुत बड़ा हाथ है. लेकिन गर्मियों के मुकाबले सर्दियों में आपका वजन तेजी से बढ़ने लगता है इसके कई कारण होते हैं ज्यादा ऑयली चीजों का सेवन और फिजीकली एक्टिव न होना आदि. अगर आप समय रहते ही शरीर में बढ़ते खराब कॉलेस्ट्रोल को कंट्रोल नहीं करते हैं तो इससे आपको दिल से जुड़ी बीमारियां जैसे- हाई ब्लड प्रेशर और हार्ट अटैक होने की संभावना बढ़ जाती है. ऐसे में आज हम आपको कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने के लिए छाछ के फायदे बताने जा रहे हैं जिसके सेवन से आप आसानी से शरीर में जमा गंदगी और खराब कोलेस्ट्रॉल को दूर कर सकते हैं, तो चलिए जानते हैं (Dairy product in cholesterol) खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने में छाछ कैसे होती है मददगार…..

छाछ कैसे करती है कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल (how to control cholesterol)

हाई कोलेस्ट्रॉल से होने वाली बीमारियां

मोटापा
हार्ट अटैक
कोरोनरी आर्टरी डिजीज 
ट्रिपल वेसल डिजीज

हाई बल्ड प्रेशर
डायबिटीज

https://www.facebook.com/photo/?fbid=655329473267395&set=a.499941365472874

छाछ कैसे करती है कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल (how to control cholesterol)

 छाछ में कार्बोहाइड्रेट, विटामिन्स, प्रोटीन, पोटैशियम, फॉस्फोरस, गुड बैक्टीरिया, लैक्टिक एसिड और कैल्शियम जैसे सेहतमंद गुण मौजूद होते हैं जोकि आपके शरीर में बढ़े हुए खराब कोलेस्ट्रॉल को बाहर निकालने में मददगार साबित होते हैं. ऐसे में आप कोलेस्ट्रॉल को मेंटेंन करने के लिए छाछ को डाइट में जरूर शामिल करें. 

अगर आप छाछ का बहुत ज्यादा सेवन करते हैं तो इससे आपकी सेहत को फायदे के बजाय नुकसान हो सकता है. छाछ में सोडियम की अधिक मात्रा मौजूद होती है, जो किडनी रोग से जूझ रहे लोगों के लिए हानिकारक साबित हो सकता है.

अगर आपको सर्दी जुकाम है तो भी छाछ का सेवन करना आपके लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है. अगर आपको एलर्जी की समस्या है तो भी छाछ पीने से परहेज करें. इसके अलावा एग्जिमा की समस्या में छाछ के सेवन से आपकी स्किन पर जलन और खुजली बढ़ सकती है.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें.

@newsdigitalbharat

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17 साल बाद लोटा मारा हुआ बेटा परिजन हैरान

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डिजिटल भारत I जिसका क्रियाकर्म किया, वो बेटा 17 साल बाद लौट आया:परिजन मान चुके थे मर गया; सामने देखकर रो पड़े सभी
बड़वानी का एक युवक 17 साल बाद घर लौटा। परिजन मरा हुआ मानकर उसका क्रियाकर्म कर चुके थे। युवक साल 2006 में बिना बताए घर से कहीं चला गया था। घरवालों और रिश्तेदारों ने उसे खूब ढूंढा, लेकिन जब नहीं मिला तो यह मान लिया कि वो मर चुका है। बेटा खोने के दुख में डूबी मां का साल 2014 में निधन हो गया। परिजन ने मां के साथ युवक का भी क्रियाकर्म कर दिया। अब जिंदा घर लौटा तो देखकर खुशी के मारे सभी रो पड़े।

यह कहानी है सेंधवा ब्लॉक मुख्यालय से 25 किलोमीटर दूर धनोरा के नवाड फलिया निवासी प्रेमसिंग (47) पिता लच्छिया की। वो बचपन से ही धार्मिक प्रवृत्ति का है। घरवालों के साथ खेती किसानी करता था। 2001 से मानसिक रूप से बीमार रहने लगा। 2006 तक उसकी मानसिक स्थिति बहुत खराब हो चुकी थी। इसी साल धनतेरस के दिन वो अचानक घर से कहीं चला गया था। मुंबई के एक NGO (गैर सरकारी संगठन) ने उसका इलाज किया और अब वापस गांव छोड़ दिया।

भाई के हाथ में टैटू देख पहचाना

प्रेमसिंग के छोटे भाई दिलीप ने बताया कि उसकी राह देखते-देखते 2014 में मां का भी निधन हो गया। ऐसे में हमने मां के साथ भाई की भी अंतिम क्रिया कर गमी कार्यक्रम कर दिया। इसके 9 साल बाद 24 फरवरी को एक फोन आया। फोन पर एक व्यक्ति कहता है कि आपका भाई प्रेमसिंग हमारे साथ है। हम उसे घर लेकर आ रहे हैं। हमें यकीन नहीं हुआ। फिर सरपंच और अन्य लोगों ने हमें सूचना दी। उसके बाद हम धनोरा बस स्टैंड पहुंचे। प्रेमसिंग के हाथ पर लिखा नाम और हनुमान जी का टैटू देखकर हमने उसे पहचान लिया। हमने अपने भाई को 17 साल बाद देखा। उसे देख हमारी आंखों से आंसू आ गए।
प्रेमसिंक की 2006 तक मानसिक स्थिति खराब हो चुकी थी। इसी साल धनतेरस के दिन वो अचानक घर से कहीं चला गया था।


2001 से मानसिक रूप से बीमार रहने लगा था- पिता

प्रेमसिंग के पिता लच्छिया ने बताया कि वो बचपन से धार्मिक प्रवृत्ति का है। उसे पूजा-पाठ करना बेहद पसंद है। वो ज्यादा किसी से बात नहीं करता था। बड़ा हुआ तो उसे शादी के लिए कहा, लेकिन उसने मना कर दिया। इसके बाद वो भीलट बाबा और दुर्गा माता की पूजा में लीन रहने लगा। पहले पूरा परिवार धनोरी पंचायत में रहता था। प्रेमसिंग नवाड फलिया में खेत में घर बनाकर रहने लगा। वो खेत में काम करता था। 2001 से मानसिक रूप से थोड़ा बीमार रहने लगा। वो पत्थरों की पूजा करता और बड़े-बड़े बाल व दाढ़ी रख साधु जैसा रहने लगा था। कभी कोई इसका नाम लेता तो पत्थर मार देता था। यहां-वहां भटकने के बाद घर के पास ही बनी एक झोपड़ी में शाम को वापस आ जाता था।

प्रेमसिंग के छोटे भाई दिलीप ने बताया कि उसके हाथ पर लिखा नाम और हनुमान जी का टैटू देख सभी लोगों ने पहचान लिया। हमने अपने भाई को 17 साल बाद देखा।
2006 में धनतेरस के दिन रात करीब 12 बजे प्रेमसिंग अचानक घर से कहीं चला गया। तब उसकी उम्र 30 साल थी। परिवार ने सोचा यहीं कहीं होगा और वापस आ जाएगा, लेकिन महीनों बाद भी लौटकर नहीं आया तो परिजन की चिंता बढ़ गई। इसके बाद उसे तलाशना शुरू किया, धार्मिक प्रवृत्ति होने से परिजन ने कई तीर्थ स्थानों पर जाकर उसकी तलाश की। गुजरात-महाराष्ट्र के कई बड़े तीर्थस्थल सहित मध्यप्रदेश के भी कई जिलों में उसे तलाशा। महाराष्ट्र मजदूरी करने गए परिचितों से भी पूछताछ की, लेकिन उसका कहीं पता नहीं चला। करीब 2 साल तक उसकी खोजबीन करने के बाद भी जब उसकी जानकारी नहीं मिली, तो उसे मृत मान लिया।

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बीबीसी न्यूज़ पर इनकम टैक्स की कार्यवाही को मीडिया पर हमला : कांग्रेसि

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डिजिटल भारत l आज देश भर में चर्चा का प्रमुख विषय बना हुआ है बीबीसी
अथार्त ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन
पर इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की कार्यवाही,

सबसे मजेदार प्रतिक्रिया कांग्रेसियों की तरफ से आ रही है, जो बीबीसी पर इनकम टैक्स की कार्यवाही को मीडिया पर हमला बता रहे हैं,

मीडिया की स्वतंत्रता को लेकर द्रवित हो रहे बुद्धिजीवी कांग्रेसियों को बता दे, कि उनकी वर्तमान माताजी की सास इंदिरा गांधी ने अपने कार्यकाल में बीबीसी के ऑफिस के सारे कर्मचारियों को मुर्गियों की तरह पकड़ गाड़ी में भरा था और कुछ ही घंटों में उन्हें एक विमान में जबरदस्ती ठूंसकर ब्रिटेन भेज दिया था, और बीबीसी के कार्यालय पर ताला जड़ दिया था,

जिन कांग्रेसियों को इंदिरा गांधी की प्रतिक्रिया पुरानी बात लग रही है, उन्हें याद दिलाना चाहूंगा कि महाराष्ट्र में कांग्रेस की सरकार ने किस प्रकार बदले की भावना के अंतर्गत पत्रकार अर्णब गोस्वामी को सुबह-सुबह उसके घर से उठाकर जबरदस्ती जेल में ठूंसा था, वह दृश्य आज भी लोगों के मन मस्तिष्क में जीवंत हैं,

अब जब मैं कांग्रेसियों के शासनकाल में उनके द्वारा मीडिया से किए जाने वाले व्यवहार पर प्रकाश डाल चुका हूं तो अब आते हैं ब्रिटेन के नेशनल ब्रॉडकास्टर बीबीसी की ओर,

बीबीसी की भारत के प्रति नकारात्मक कवरेज और भद्दा व् छिछला प्रोपेगेंडा हाल में आई उस झूठ का पुलिंदा डॉक्यूमेंट्री तक ही सीमित नहीं है,

नोटबंदी के समय बीबीसी ने लाइनों में लोगों के मरने की झूठी खबरें चलाई थी, शाहीन बाग और तथाकथित अन्नदाता आंदोलन के समय भी विश्व भर में भारत विरोधी प्रोपेगेंडा की झड़ी लगाई थी,
2014 के बाद से ही बीबीसी भारत में हिंदुओं और हिंदुत्व के प्रति विश्वभर में एक नकारात्मक जहरीला प्रोपेगेंडा चलाता आ रहा है जो विभिन्न अवसरों पर उजागर हुआ है,

किन्तु यहां विषय ब्रिटेन के स्टेट स्पॉन्सर्ड ब्रॉडकास्टर बीबीसी का झूठ और उसके द्वारा फैलाया जा रहा भारत विरोधी प्रोपेगेंडा नहीं है, विषय है बीबीसी के द्वारा भारत में कार्य करने के दौरान की गई टैक्स चोरी,

यह पहली बार नहीं है जब ब्रिटेन के स्टेट स्पॉन्सर्ड नेशनल ब्रॉडकास्टर पर टैक्स चोरी के आरोप लगे हैं
बीबीसी पर स्वयं उसके ही देश ब्रिटेन में टैक्स चोरी के गंभीर आरोप ना केवल लगे हैं अपितु सिद्ध भी हुए हैं
और ब्रिटेन के स्टेट स्पॉन्सर्ड नेशनल ब्रॉडकास्टर बीबीसी ने अपनी एनुअल रिपोर्ट में स्वयं लिखा है कि 12 मिलियन पाउंड की पेनल्टी चुका कर बीबीसी ने उस टैक्स चोरी के कुकर्म से अपना टेंटुआ बचाया था,

अब इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की बात करें तो उनका कहना है कि इस कार्यवाही से पूर्व वे बीबीसी को कई नोटिस भेज चुके हैं किंतु बीबीसी की ओर से कोई जवाब नहीं दिया गया,
संभवत बीबीसी वाले आज भी भारत और भारतीय कानून को अपना गुलाम समझ कर बैठे हुए हैं और उपनिवेशवादी मानसिकता से उबर नहीं पाए है, और सोच रहे हैं कि जिस प्रकार अंग्रेजों ने भारत को गुलाम बनाकर भारत से 45 ट्रिलियन डॉलर लुटे थे बीबीसी वाले भी भारत में अपने गोरखधंधे चलाकर भारतीय कानून को ठेंगा दिखाकर सरलता से बैठकर भारत में टैक्स चोरी करते रहेंगे, किंतु समय आ गया है कि बीबीसी को कायदे से समझाया जाए कि ब्रिटिश शासन का सूर्य कब का अस्त हो चुका है….

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