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एक भारत उत्कृष्ट भारत

अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला में हुआ मध्यप्रदेश दिवस समारोह
वोकल फार लोकल और लोकल टू ग्लोबल थीम पर लगा मंडप

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डिजिटल भारत l प्रगति मैदान नई दिल्ली में चल रहे 41वें भारत अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला 2022 में आज मध्यप्रदेश दिवस
समारोह का सांस्कृतिक भव्यता के साथ आयोजन हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ अध्यक्ष लघु उद्योग निगम श्रीमती
इमरती देवी, सचिव सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम श्री पी. नरहरि, महाप्रबंधक लघु उद्योग निगम श्री रोहित सिंह
और आवासीय आयुक्त श्री पंकज राग द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। विशेष आयुक्त श्रीमती अनुग्रह पी.
सहित मध्यप्रदेश शासन के अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे।

श्रीमती इमरती देवी ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री
शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में लघु उद्योग निगम ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को आत्म-निर्भर बनाने में
हरसंभव सहायता दे रहा है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि भारत अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला जैसे मंच से मध्यप्रदेश की
गरीब महिलाओं को विदेशों में अपनी कला और कौशल का प्रचार-प्रसार करने के अच्छे अवसर मिलेंगे। सचिव श्री
नरहरि ने बताया कि आजादी की 75वीं वर्षगाँठ पर आयोजित इस व्यापार मेले में मध्यप्रदेश मण्डप का निर्माण
’’वोकल फार लोकल और लोकल टू ग्लोबल’’ थीम पर किया गया है। मण्डप इन्दौर में निकट भविष्य में होने वाली
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट और प्रवासी भारतीय दिवस में भाग लेने के लिए आगन्तुकों को निमंत्रित करता है। छतरपुर की माटी शिल्प और भोपाल की जरी-जरदोजी कला का
सजीव प्रदर्शन भी मण्डप में किया जा रहा है।
मध्यप्रदेश दिवस समारोह में प्रदेश की समृद्ध संगीत और नृत्य विरासत का प्रदर्शन किया गया।
सांस्कृतिक कार्यक्रम में श्री भेरू सिंह चौहान और समूह ने मालवा क्षेत्र के कबीर लोक गायन और श्री संजय महाजन
और समूह ने निमाड़ क्षेत्र के गणगौर लोक नृत्य की मनमोहक प्रस्तुति दी। समारोह में शासकीय और निजी क्षेत्र में
उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए पुरस्कार भी वितरित किये गये। मध्यप्रदेश माटी कला बोर्ड को पहला पुरस्कार और
मध्यप्रदेश ग्रामीण आजीविका मिशन को दूसरा पुरस्कार प्राप्त हुआ।

आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश थीम पर केंद्रित मंडप

आईआईटीएफ 2021 में ‘आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश’ की थीम पर प्रदेश का मंडप बनाया गया है। इसमें प्रदेश की सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम इकाइयों द्वारा स्व–सहायता समूहों, स्टार्ट–अप कारीगरों एवं शिल्पियों के उत्पादों को दर्शाया गया है। साथ ही प्रदेश के पर्यटन, उद्यानिकी एवं खाद्य प्र-संस्करण, लघु उद्योग निगम, मृगनयनी एंपोरियम, कृषि एवं किसान-कल्याण, सूचना प्रौद्योगिकी विभाग की योजनाओं और कार्यों को भी प्रदर्शित किया गया है। वहीं ‘वोकल फॉर लोकल’ के तहत मंडप में ‘एक जिला-एक उत्पाद’ के तैयार उत्पादों को प्रदर्शित किया गया है।

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410 क्विंटल गेंहू एवं चावल के राशन की हेरा फेरी : लगभग 2106 लोगो के घर नहीं पंहुचा 2 महीने का राशन

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डिजिटल भारत l भारत सरकार द्वारा Below Poverty Line के नीचे जीवन यापन करने वाले लोगों के लिए पहचान करना ही इस कार्ड का उद्देश्य होता है। तथा उनको भोजन, रहने की जगह और कपडे आदि जैसी बुनियादी सुविधा जैसे जरूरतों को पूरा करने के लिए यह सुबिधा है।
भारत में BPL Card Holder को बहुत सारे लाभ मिलते है। क्योंकि सरकार ने BPL Card Category में शामिल लोगों के लिए बहुत सारी योजनाओं का प्रावधान किया है, जो गरीबी रेखा के अधीन है। आज के समय में जिसके पास BPL Card है वह AAY Yojana के तहत भी लाभ ले सकता है।
जहाँ सरकार गरीबो के जीवन को बेहतर बनाने के लिए नयी – नयी योजनायें निकलती है और उसमे अमल करती है जिनका उद्देश्य आम जनता के जीवन को बेहतर बनना होता है

मुफ्त राशन की योजना

कोरोना के दूसरी लेहेर को देखते हुए सरकार ने नवंबर तक एक निश्चित मात्रा में मुफ्त राशन की योजना निकली थीं मुफ्त राशन तो दूर की बात यहाँ 2 महीनो से राशन नहीं दिया गया और सितम्बर के माह में सिर्फ एक पैसे बाला राशन दिए गया जिसमे राशन के नाम पर सिर्फ चावल दिया गया इस घटना को देखते हुए विक्रेता एवं सहविक्रेता के विरोध में आवाज उठाते हुए
आदेश पटेल, विनोद सोनी, विकास लड़िया एवं अन्य ग्रामीण वासियों ने मिलकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा जिसमें उन्होंने राशन को गवन करने वाली पांच पंचायतों का नाम दिया

पांच पंचायतों के नाम
बिल्हा ग्राम पंचायत
कुडन ग्राम पंचायत
विलखरवा ग्राम पंचायत
लामी ग्राम पंचायत
सिहोदा ग्राम पंचायत

खाद्य विभाग में आवेदन पत्र देते हुए ग्रामीण निवेदक


यहाँ के सभी ग्राम पंचायत में लगभग कार्ड धरियो की संख्या 2150 के लगभग है इन ग्राम पंचायत का एक माह का राशन वितरण नहीं किया गया है जिसमे लगभग 410 क्विंटल गेंहू एवं चावल शामिल है जिसका गवन किया गया है सभी की मूल राशि लगभग 7 से 8 लाख रुपया है
ग्रामीणों का कहना है की यह घोटाला गवन विक्रेता एवं सहविक्रेता द्वारा किया गया है ग्रामीण वासियो ने यह शिकायते लिख कर खाद्य विभाग व कलेक्टर ऑफिस में कलेक्टर सौरव सुमन के नाम ज्ञापन दिया पहुंचाया तथा उचित कार्यवाही की मांग करके गरीबो को उनका राशन वितरण करवाने के लिए आवेदन दिया l

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कलेक्टर ने किया कृषि उपज मंडी स्थित खाद वितरण केंद्र का निरीक्षण

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डिजिटल भारत l आदर्श केंद्र बनाने के दिये निर्देश

किसानों के बैठने के लिये छाँव की व्यवस्था और कुर्सियाँ लगाई जायें

कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन ने आज बुधवार को कृषि उपज मंडी जबलपुर स्थित डबल लॉक केंद्र का
निरीक्षण कर यहाँ खाद लेने आने वाले किसानों के लिये छाया और कुर्सियों का इंतजाम करने के निर्देश दिये हैं।
उन्होंने किसानों को उनकी आवश्यकतानुसार खाद की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश देते हुये अधिकारियों से
कहा कि ऐसे सभी वितरण केंद्रों पर जहाँ बड़ी संख्या में किसान खाद लेने पहुँच रहे हैं वहाँ छाँव और कुर्सियों की
व्यवस्था की जाये, ताकि उन्हें खाद लेने के लिये लाइन में खड़े न रहना पड़े।
श्री सुमन ने कहा कि खाद वितरण केंद्रों पर किसानों को किसी तरह की असुविधा नहीं होनी चाहिये।
सभी शासकीय और निजी वितरण केंद्रों पर यूरिया, डीएपी और एनपीके की विक्रय दर का स्पष्ट उल्लेख हो।
उन्होंने निजी विक्रय केंद्रों से खाद के वितरण पर भी नजर रखने के निर्देश देते हुये कहा कि निर्धारित दर से
अधिक कीमत वसूलने वाले विक्रेताओं पर कठोर कार्यवाही की जाये। कलेक्टर ने कहा कि वे खुद डबल लॉक केंद्रों
और निजी विक्रय केंद्रों का आकस्मिक निरीक्षण करेंगे और अनियमितता या गड़बड़ी पाये जाने पर सबंधित के
विरुद्ध कठोर कार्यवाही करेंगे।
कलेक्टर ने जबलपुर कृषि उपज मंडी स्थित डबल लॉक केंद्र के आसपास साफ-सफाई की बेहतर व्यवस्था
सुनिश्चित करने अधिकारियों को निर्देश देते हुये कहा कि जबलपुर कृषि उपज मंडी स्थित डबल लॉक सेंटर को
आदर्श केंद्र का स्वरूप दिया जाये। उन्होंने कहा कि यहाँ खाद लेने आ रहे किसानों को बैठने के लिये कुर्सी ऑफर
की जाये तथा शीतल जल के साथ शरबत का इंतजाम भी किया जाये।
निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने कृषि उपज मंडी स्थित डबल लॉक केंद्र में स्थापित सभी सात काउंटर से
किसानों को वितरित खाद के बारे में जानकारी ली। श्री सुमन ने मौके पर मौजूद किसानों से भी चर्चा की तथा उन्हें
आश्वस्त किया कि उनकी आवश्यकता के मुताबिक पर्याप्त मात्रा में यूरिया और डीएपी उपलब्ध कराया जायेगा।
कलेक्टर ने किसानों से कहा कि यदि कोई निजी विक्रेता उन्हें खाद के साथ अन्य कोई सामग्री लेने को बाध्य
करता है तो इसकी शिकायत करें। ऐसे निजी विक्रेताओं के विरूद्ध तत्काल एक्शन लिया जायेगा।
कलेक्टर ने अधिकारियों को भी निर्देश दिये कि खाद के साथ अन्य सामग्री लेने किसानों को बाध्य करने
वाले निजी विक्रेताओं के खिलाफ कार्यवाही करें। कलेक्टर निरीक्षण के दौरान निजी विक्रेताओं के यहां बॉल पेटिंग

का यूरिया, डीएपी, एनपीके और सुपर फास्फेट की शासन द्वारा निर्धारित विक्रय दरों का प्रदर्शन सुनिश्चित करने
की हिदायत भी दी।
कलेक्टर ने निरीक्षण के दौरान खाद वितरण में अनियमितता रोकने टॉप 20 खरीददारों की सूची प्राप्त कर
उनका भौतिक सत्यापन करने के निर्देश भी अधिकारियों को दिये। उन्होंने निजी खाद विक्रय केन्द्रों से भी शासकीय
दर पर ही किसानों को खाद का वितरण सुनिश्चित करने की हिदायत देते हुए कहा कि निजी दुकानों से खाद का
वितरण अधिकारियों-कर्मचारियों की निगरानी में ही हो।

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तेजी से बढ़ेगी मध्यप्रदेश की विकास यात्रा, स्वच्छता क्षेत्र की मध्यप्रदेश की उपलब्धियाँ अनुकरणीय: राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु

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डिजिटल भारत l राष्‍ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने कहा है कि मध्यप्रदेश ने विभिन्न क्षेत्रों में प्रगति के अनेक आयाम प्राप्त
किये हैं। मध्यप्रदेश की विकास यात्रा तेज गति से आगे बढ़ेगी और सभी वर्गों तक विकास पहुँचेगा। मध्यप्रदेश का
अनेक क्षेत्रों में अमूल्य योगदान है। खाद्यान उत्पादन में मध्यप्रदेश आगे है। कृषि क्षेत्र में उत्पादन सहित अन्य
कार्यों में चार वर्ष में मध्यप्रदेश ने महत्वपूर्ण वृद्धि और प्रगति प्राप्त की है। इसके लिए मध्यप्रदेश बधाई का पात्र
है। स्वच्छता के क्षेत्र में मध्यप्रदेश ने स्वच्छतम राज्य और इन्दौर नगर ने छठवीं बार स्वच्छतम शहर का पुरस्कार
प्राप्त किया है। यह सराहनीय है और इन उपलब्धियों के लिए मध्यप्रदेश के नागरिक प्रशंसा के पात्र हैं। देश के
अन्य प्रान्तों के लिए भी यह उपलब्धि अनुकरणीय है। राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु आज राजभवन भोपाल में अपने
नागरिक सम्मान और दो परियोजनाओं के शिलान्यास समारोह को सम्बोधित कर रही थी।

राष्ट्रपति मुर्मु ने कहा कि मध्यप्रदेश नर्मदा जल से सिंचित है। प्रदेश को प्रकृति का वरदान प्राप्त है। देश में सबसे बड़ा वन क्षेत्र है।
अनेक राष्ट्रीय उद्यान और अभयारण्य भी हैं। कूनो में नामीबिया से चीते लाए गए हैं, जो लुप्त हो गए थे। रानी
दुर्गावती, झलकारी बाई की गौरव गाथाएँ सुनी जाती हैं। अहिल्या बाई होल्कर ने काशी के मंदिर का उद्धार
करवाया। मध्यप्रदेश सरकार ने भोपाल में रानी कमलापति के सम्मान में कदम उठाए हैं। रेलवे स्टेशन का
नामकरण भी उनके योगदान को याद करने के लिए किया गया है। मध्यप्रदेश में डॉ. अम्बेडकर, डॉ. शंकरदयाल
शर्मा और श्री अटल जी जैसी विभूतियाँ जन्मीं और प्रदेश से आजीवन जुड़ी रहीं। प्रदेश में अनुपम प्राकृतिक सौन्दर्य
है। कालिदास, तानसेन, उस्ताद अलाउद्दीन खाँ के साथ ही अन्य अनेक व्यक्तित्व मध्यप्रदेश की पहचान हैं।
उज्जैन में सिंहस्थ होता है। ग्वालियर, मैहर, खजुराहो में उत्सव होते हैं। भेड़ाघाट, शिवपुरी और बेतवा के उत्सव,
अमरकंटक और चित्रकूट सहित तीन विश्व धरोहर स्थल यहाँ हैं। भीमबेठका, साँची और खजुराहो को यूनेस्को ने यह
दर्जा दिया है। राष्ट्रपति श्रीमति मुर्मु ने मध्यप्रदेश वासियों को उपलब्धियों के लिए बधाई देते हुए सभी प्रदेशवासियों
के विकास की कामना की।
फोरलेन परियोजना

यह परियोजना भारतमाला परियोजना में एनएच-46 (पुराना एनएच-69) औबेदुल्लागंज से बैतूल इंटर
कॉरिडोर मार्ग का एक हिस्सा ही है, जो भोपाल से नागपुर को कनेक्टिविटी देता है। इस मार्ग का 12.38 किमी. का
खण्ड रातापानी वन्य-जीव अभयारण्य में आता है एवं रातापानी खण्ड भोपाल-नागपुर कॉरिडोर का भाग है।
परियोजना में वन्य-जीव और पर्यावरण की सुरक्षा के लिये आवश्यक उपाय शामिल हैं। वन्य-जीव अभयारण्य क्षेत्र में
पशु अंडरपास के प्रावधानों से वन्य-प्रणियों को आवागमन में आसानी होगी। परियोजना की कुल लंबाई 12.38
किमी. है। इसके निर्माण पर 417 करोड़ 51 लाख रूपये की लागत आयेगी। परियोजना का निर्माण कार्य 18 माह
की अवधि में पूर्ण किया जायेगा। इस मार्ग को चौड़ा करने से वन्य-प्राणियों के आवागमन/आवास पर पड़ने वाले
प्रभाव को कम करने के लिए 5 बड़े पशु अंडरपास (100 मी., 420 मी., 1226 मी., 65 मी. एवं 65 मी.) एवं 2
छोटे पशु अंडर पास (10 मी. एवं 10 मी.) अधो-संरचनाएँ बनाई जायेंगी। परियोजना में एक माइनर ब्रिज एवं 2
व्हीकल अंडरपास का निर्माण भी किया जाना है।

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बच्चो के साथ खेल कूद व को शिक्षा की सामग्री बाटते हुए अविकसित बालगृह में भी मनाया गया बाल दिवस

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शहर के कई ने NGO भी बच्चो के साथ मनाया बाल दिवश

डिजिटल भारत l शासकीय मानसिक रूप से अविकसित बाल गृह जबलपुर में 14 नवम्बर को बाल दिवस का आयोजन
उत्सवी माहौल में किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में यशवेन्द्र ब्गेले अध्यक्ष बाल कल्याण समिति रहे। साथ ही संस्था के अधीक्षक ए.आर. सिंह परस्ते, विशेष शिक्षक प्रशासक, वार्डन समस्त कर्मचारी एवं मानसिक
दिव्यांग छात्र-छात्राओं सहित अभिभावक उपस्थित रहे।


मानसिक दिव्यांग छात्र-छात्राओं ने शानदार सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी। साथ ही इनके द्वारा बनाये हस्त
कौशल की एक प्रदर्शनी रखी गई थी एवं स्वरचित ग्रीटिंग कार्ड मुख्य अतिथि को भेंट किया। उन्होंने बच्चों में
चाकलेट एवं आर्शीवचन देते हुए एवं इनके उज्जवल भविष्य के प्रयासों में सहयोग का आश्वासन दिया। नौजवान एकता संगठन NGO जबलपुर द्वारा बाल दिवस के उपलक्ष में बच्चों को आंगनवाड़ी स्कूल एवं निशुल्क शिक्षा संस्थानों में जा जाकर शिक्षा से संबंधित जानकारी एवं प्रेरणा दी एवं सामग्री वितरित की जिसमें वाइटबोर्ड ग्रीन बोर्ड ,कंपास ,शीश पेंसिल ,कॉपी, पहाड़ा, पेन, एवं शिक्षा से संबंधित आदि सामग्रियां प्रदान की ।प्रदान किए गए स्थानों फुलर आंगनवाड़ी एवं स्कूल भीटा आंगनवाड़ी , एन ई एस एनजीओ शिक्षा केंद्र महंगवा,सिवनगर, आदि ।शिक्षा ही जीवन का आधार जिसे हमे बड़ाने हेतु बच्चो को प्रेरित करना चाहिए और लोगो को जागरूक करना आवश्यक है।

इसी के साथ और भी NGO जैसे जबलपुर में स्थित बरसाना बस्ती मदन महल में शिक्षा एक उज्ज्वल भविष्य की ओर ऑर्गनाइज़ेशन द्वारा सोमवार 14 नवंबर को बाल दिवस बड़े ही धूमधाम से मनाया गया, जिसमें आयोजित कार्यक्रमों में बच्चों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया , बच्चों ने कविता, विभिन्न खेल, नृत्य गान व इत्यादि के माध्यम से अपनी कला का प्रदर्शन किया, बच्चों का हुनर देखकर सभी गदगद हुए वहीं परिजन भी उत्साहित हो गए।

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किसानों की सुविधानुसार बनायें जायें खरीदी केन्द्र प्रमुख सचिव उमाकांत उमराव ने की जबलपुर संभाग के खरीफ उपार्जन तैयारी की समीक्षा

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डिजिटल भारत l प्रमुख सचिव उमाकांत उमराव ने की जबलपुर संभाग के खरीफ उपार्जन तैयारी की समीक्षा

खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के प्रमुख सचिव उमाकांत उमराव ने सोमवार को
कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में जबलपुर संभाग के सभी जिलों की खरीफ उपार्जन विपणन मौसम 2022-23 की तैयारी की
जिलावार समीक्षा की।
इस दौरान संभागायुक्त बी.चन्द्रशेखर, प्रबंध संचालक म.प्र. नागरिक आपूर्ति निगम तरूण पिथोड़े, संचालक
खाद्य एवं प्रबंध संचालक म.प्र. वेयर हाऊस कारपोरेशन दीपक सक्सेना, जबलपुर कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन,
मंडला कलेक्टर हर्षिका सिंह, कटनी कलेक्टर अवि प्रसाद, छिंदवाड़ा कलेक्टर शीतला पटले, सिवनी कलेक्टर डॉ.
राहुल हरिदास फटिंग, बालाघाट कलेक्टर गिरीश मिश्रा और डिंडौरी कलेक्टर मौजूद रहे।
प्रमुख सचिव श्री उमराव ने फसलों की खरीदी के संबंध में की जा रही व्यवस्थाओं की जानकारी ली और
धान एवं अन्य खरीफ फसलों की उपार्जन व्यवस्थाओं को लेकर आवश्यक निर्देश दिए।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि खरीदी कार्य में पूरी पारदर्शिता बरती जाये। खरीदी केन्द्र
किसानों की सुविधानुसार बनाये जायें। साथ ही उपार्जन के समय फसल की गुणवत्ता फेयर एवरेज क्वालिटी पर
विशेष ध्यान देने की हिदायत दी।
बैठक में प्रमुख सचिव ने कहा कि किसानों की सुविधा को देखते हुए सभी व्यवस्थाएं की जाए ,ताकि किसानों
से उपज खरीदी कार्य में किसी प्रकार की परेशानी ना हो। उपार्जन का कार्य पूरी सावधानी से किया जाए। इसके
अलावा भंण्डारण परिवहन तथा खरीदी केंद्रों पर आवश्यक सामग्री की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। किसानों के
लिए आवश्यक व्यवस्थाएं जैसे पेयजल ,छाया ,बैठने की व्यवस्था भी की जाए। इसके अलावा उपार्जन के दौरान
किसानों के अनाज की तुलाई सही ढंग से हो यह भी सुनिश्चित किया जाए।
बैठक में खरीफ उपार्जन हेतु किसान पंजीयन का सत्यापन ,बैंक खातों का सत्यापन, उपार्जित स्कंध की
परिवहन एवं भंडारण व्यवस्था, धान मिलिंग की प्रगति और लक्षित सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत उचित
मूल्य दुकानों पर भंडारण ,व्यवस्था ,दुकान विहीन पंचायतों में नवीन दुकान खोलना आदि की भी समीक्षा की।
मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान के दौरान प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना और पात्रता पर्ची के वितरण कार्यों के संबंध में
भी आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने लक्षित सार्वजनिक वितरण प्रणाली और खरीफ उपार्जन हेतु चयनित गोदामों के
निरीक्षण करने के निर्देश दिए। इसके अलावा किसानों के बैंक खाते शीघ्र अपडेट करने और राशन उपभोक्ताओं के
मोबाइल नम्बर सीडिंग दुकानवार करने के निर्देश दिए गये।

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जनजातीय गौरव दिवस आज भूतो न भविष्यति जनजातीय जननायक भगवान बिरसा मुण्डा

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डिजिटल भारत l भगवान बिरसा मुण्डा ने अपने 25 वर्ष के जीवन काल में ही जमींदारी प्रथा, राजस्व व्यवस्था इंडियन
फारेस्ट एक्ट-1882 और धर्मातरण के खिलाफ अंग्रेजों एवं ईसाई पादरियों से संघर्ष किया। भगवान बिरसा मुण्डा
जनजातियों की धार्मिक व्यवस्था, संस्कृति, परम्परा, अस्तित्व एवं अस्मिता रक्षक के प्रतीक हैं। वे संपूर्ण जनजातीय
समाज का गौरव है। भारत सरकार ने बिरसा मुण्डा जयंती – 15 नवम्बर को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में
मनाने का निर्णय लिया है। जनजातीय गौरव दिवस मनाना जनजातीय समाज का ही नहीं बल्कि सम्पूर्ण सनातन
समाज का एकात्म भाव है। भारत के विभिन्न प्रान्तों में बसी लगभग 705 जनजातियाँ जब अपने सपूतों की गौरव
गाथा को याद करने बैठती हैं तो एक स्वर्णिम नाम उभरता है बिरसा मुण्डा, जिसे जनजातीय बन्धु बड़े प्यार और
श्रद्धा के साथ बिरसा भगवान के रूप में नमन करते हैं। जनजातीय समाज ने एक नहीं अनेक रत्न दिए हैं।

मणिपुर के जादोनांग, नागा रानी गाईदिन्ल्यु, राजस्थान के पूंजा भील, आंध्रप्रदेश के अल्लूरी सीताराम राजू, बिहार
झारखण्ड के तिलका मांझी, सिद्धू-कान्हू वीर बुधु भगत, नीलाम्बर-पीताम्बर, जीतराम बेदिया, तेलंगा खड़िया, जतरा
भगत, केरल के पलसी राजा तलक्ल चंदू, महाराष्ट्र के वीर राघोजी भांगरे, असम में शम्भूधन फुन्गलोसा आदि पर
किसे गर्व नहीं होगा? बिरसा मुण्डा इन सबके प्रतीक हैं। छोटा नागपुर (झारखण्ड) के उलीहातू ग्राम में 15 नवम्बर
1875 के दिन इस वीर शहीद जनजातीय जननायक का जन्म हुआ था। पिता सुगना मुण्डा और माता करमी
अत्यन्त निर्धन थे और दूसरे गाँव जाकर मजदूरी का काम किया करते थे। उनके दो भाई एवं दो बहनें भी थीं।
बिरसा का बचपन एक सामान्य वनवासी बालक की तरह ही धूल में खेलते, जंगलों में विचरते, भेड़-बकरियाँ चराते
और बाँसुरी वादन करते बीता। बालक बिरसा को उनके पिता पढ़ा-लिखा कर बड़ा साहब बनाना चाहते थे। माता-
पिता ने उन्हें मामा के घर आयूबहातू भेज दिया। जहाँ बिरसा ने भेड़-बकरी चराने के साथ शिक्षक जयपाल नाग से
अक्षर ज्ञान और गणित की प्रारम्भिक शिक्षा पाई। बिरसा ने बुर्जू मिशन स्कूल में प्राथमिक शिक्षा पाई। आगे की
पढ़ाई के लिए वे चाईबासा के लूथरेन मिशन स्कूल में दाखिल हुए। बिरसा के जीवन में बड़ा बदलाव उनकी स्कूली
शिक्षा के दौरान ही आया। उन्हें इसी दौरान अहसास हुआ कि गरीब वनवासियों को शिक्षा के नाम पर ईसाई धर्म के
प्रभाव में लाया जा रहा है। उन्होंने इसे अपने और अपने वनवासी भाई-बंधुओं के धर्म पर संकट माना। यह वह
समय था जब वनवासियों के अधिकारों और धर्म की रक्षा के लिए ईसाई स्कूलों के विरोध में सरदार आन्दोलन शुरू
हुआ था। बिरसा उस आन्दोलन में शामिल हो गये। बिरसा ने बचपन से मुण्डा आदिवासियों के शोषण को करीब से

देखा था। आये दिन आदिवासियों पर अंग्रेजी राज के अनाचार से उनके मन में क्रांतिकारी ज्वाला प्रज्ज्वलित हो
गयी।
बिरसा

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आवारा पशुओं की धरपकड़ जारी – 25 आवारा पशुओं को पकड़कर पहुॅंचाया गया निगम गौशाला, इसी के साथ पशुओ को ऐसे छोड़ते हुए पकडे जाने पर लगेगा जुरमाना

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डिजिटल भारत l मध्य प्रदेश में लगातार देखा जा रहा है कि सड़क दुर्घटना में कोई मवेशी या तो मर जाता है या बुरी तरह जख्मी हो जाता है। कई बार आवारा पशुओं के हमले से इंसानों को नुकसान उठाना पड़ता है। ऐसी ही समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार ने बड़ा और सख्त कदम उठाया है। निगमायुक्त आशीष वशिष्ठ के निर्देशानुसार शहर के आवारा पशुओं को धरपकड़ अभियान लगातार जारी है। आज भी शहर के विभिन्न क्षेत्रों से 25 आवारा पशुओं को पकड़ने की कार्यवाई की गई। आज नगर निगम फायर ऑफिस के हॉंका गैंग टीम द्वारा 25 आवारा पशुओं को पकड़कर कैटल वाहन के माध्यम से कांजी हौस में पहुॅंचाया गया। इस संबंध में फायर अधीक्षक कुसाग्र ठाकुर, सहायक अधीक्षक राजेन्द्र पटैल, ने बताया कि शहर में नगर निगम के फायर ब्रिगेड के द्वारा सुबह एवं शाम की पालियों में विशेष गैंग एवं वाहनों को लगाकर आवारा मवेशियों को धरपकड़ करने की कार्रवाई लगातार की जा रही है। जिससे की लोगों को आवागमन में राहत मिल सके।

उन्होंने बताया कि दिनांक 01 सितम्बर 2022 से 09 नवम्बर 2022 तक हाका गैंग द्वारा 915 आवारा मवेशियों एवं 170 घायल, बीमार पशुओं को निगम गौशाला एवं कांजी हौस में बंद किया गया। यह कार्रवाई निगमायुक्त आशीष वशिष्ठ के निर्देशानुसार की जा रही है।
श्री पटैल ने बताया कि शहर की साफ सफाई, स्वच्छता और सुगम यातायात व्यवस्था को दृष्टिगत रखते हुए निगमायुक्त आशीष वशिष्ठ के निर्देशानुसार नगर निगम के फायर ब्रिगेड (अग्नि शमन विभाग) के द्वारा आवारा मवेशियों को पकड़ने का अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि बंद किये गए आवारा मवेशियों के मालिकों से आर्थिक दण्ड स्वरूप जुर्माने की कार्यवाही भी की जा रही है, विगत 2 माह में पशुपालक दिनेश कोरी, कृष्णा कुमार यादव, धर्मेन्द्र कुमार, शिव कुमार से 15 हजार 2 सौ 50 रूपये जुर्माना वसूल कर निगम कोष में जमा कराया गया।

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राज्य में महापुरूषों के नाम पूरे और हिंदी में लिखे जाने संबंधी आदेश होगा जारी है : मख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ग्वालियर में अ.भा. विद्यार्थी परिषद के अधिवेशन में विद्यार्थियों को किया संबोधित

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डिजिटल भारत l मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि महापुरूषों का सम्मान और गरिमा बनाए रखना हम
सबका नैतिक दायित्व है। इसी भाव के साथ मध्यप्रदेश में एक ऐसा आदेश जारी किया जायेगा, जिससे जिन
संस्थानों के नाम महापुरूषों के नाम पर हैं वे नाम पूरे और हिन्दी में लिखे जाएँ। मुख्यमंत्री श्री चौहान शुक्रवार को
ग्वालियर में शुरू हुए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (मध्य भारत) के तीन दिवसीय प्रांतीय अधिवेशन के
उद्घाटन-सत्र को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्कूली शिक्षा के पाठ्यक्रम में भी महान क्रांतिकारियों
एवं महापुरूषों के नाम प्रमुखता से जोड़े जा रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने विद्यार्थी परिषद की सराहना करते हुए
कहा कि यह संगठन देश और समाज के लिये जीने वाली पीढ़ी तैयार करने में जुटा है।

विद्यार्थी जीवन में मुझे इसी संगठन से जुड़ कर देश और समाज की सेवा करने की प्रेरणा मिली। मैं अपने सार्वजनिक जीवन में जो कुछभी अच्छा कर पाया हूँ, वह परिषद से जुड़ने का ही सुफल है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि हमारे देश का
इतिहास समृद्ध और वैभवशाली रहा है। हमारी संस्कृति ने न केवल दुनिया को ज्ञान का प्रकाश दिया अपितु विश्व
को “जियो और जीने दो” का पाठ भी पढ़ाया है। हमारी संस्कृति “वसुधैव कुटुम्बकम्” अर्थात पूरे विश्व को एक
परिवार सदृश्य मानती है। विश्व का कल्याण हमारी संस्कृति का ध्येय है।

नई शिक्षा नीति लागू करने में मध्यप्रदेश देश में अग्रणी

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू करने में मध्यप्रदेश देश में अग्रणी है।
स्कूली शिक्षा में तेजी से सुधार आ रहा है। स्कूली शिक्षा में मध्यप्रदेश अब पाँचवें नम्बर पर आ गया है। जल्द ही
इसमें और सुधार आयेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि अंग्रेजी एवं धन के अभाव में हम प्रतिभा को कुंठित नहीं होने देंगे।
मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य है जहाँ मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई हिन्दी में शुरू की गई है। मुख्यमंत्री श्री
चौहान ने कहा मेधावी छात्र योजना में आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के प्रतिभावान बच्चों को उच्च शिक्षा के
लिये सरकार आर्थिक मदद दे रही है। बारहवीं कक्षा में 75 प्रतिशत से अधिक अंक हासिल करने वाले बच्चों की
मेडिकल, इंजीनियरिंग, कानून एवं प्रबंधन इत्यादि के प्रतिष्ठित संस्थानों में पढ़ाई की फीस की पूर्ति राज्य सरकार
कर रही है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताए सेवा-भावी कार्यकर्ता के लक्षण

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अच्छे एवं सेवाभावी कार्यकर्ता के लक्षण भी बताए। उन्होंने गीता के श्लोक का
उल्लेख कर कहा कि राग-द्वेष से मुक्त होकर सबको समान समझना, अहंकार से मुक्त होना, धैर्यवान एवं उत्साही
होना, असफलता से निराश न होकर लगातार प्रयत्न करना इत्यादि अच्छे कार्यकर्ता के लक्षण हैं। राष्ट्रीय सह
संगठन मंत्री श्री प्रफुल्ल आकांत ने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद राष्ट्रीय एकात्मता के लिये समर्पित
छात्र संगठन है। उन्होंने अधिवेशन में मौजूद विद्यार्थियों का आह्वान किया कि हमारे कृत्य हमेशा ऐसे होना चाहिए
जिससे राष्ट्र का भला हो और सम्मान भी बढ़े। डॉ. पुरेन्द्र भसीन ने स्वागत उद्बोधन दिया। ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न
सिंह तोमर, पूर्व मंत्री श्री जयभान सिंह पवैया तथा सर्वश्री धमेन्द्र राजपूत, रविन्द्र चौहान और सत्यप्रकाश सिंह
तोमर सहित अन्य पदाधिकारी, नगर निगम सभापति श्री मनोज तोमर और भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष
श्री अभय चौधरी समेत अन्य जन-प्रतिनिधि मौजूद थे।
विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमि-पूजन

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने भोजपुर विधानसभा क्षेत्र में 7900 लाख रूपये की लागत के विकास कार्यों का
शिलान्यास एवं भूमि-पूजन किया1 उन्होंने 1500 लाख रूपये की लागत वाले विकास कार्यों का लोकार्पण किया।

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नया बिजनेस शुरू करने जा रहे तो रखे इन चीजों का ख्याल :बिजनेस टिप्स

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डिजिटल भारत l जो एक बिजनेसमैन को ध्यान में रखने चाहिए.
कुछ ऐसी चीजें जो उसे करनी चाहिए और कुछ ऐसी चीजें जो उसे भूलकर भी नहीं करनी चाहिए.
बिजनेस में यदि व्यक्ति सफल हो जाए… तो उसकी जिंदगी हीं बदल जाती है. लेकिन अगर कोई व्यक्ति बिजनेस में असफल हो जाता है, तो मानो उसकी दुनिया हीं खत्म हो जाती है….. फिर उसके लिए सम्भल पाना काफी मुश्किल होता है.
उपयोगी बिजनेस टिप्स :
बिजनेस में कदम रखने से पहले यह सुनिश्चित कीजिए कि आप किसी और की देखादेखी बिजनेस
शुरू नहीं कर रहे हैं.
एक इमरजेंसी फण्ड रखिए, ताकि जब आपका बिजनेस घाटे या कम मुनाफे में चले….
तो आपके हाथ में कुछ पैसे बचे रहें. और इस इमरजेंसी फण्ड में हर दिन या हर महीने कुछ
पैसे जमा करते जाइए.
नए बिजनेस में यह जरूरी होता है, कि आप बेवजह के खर्चों से बचें.
बिजनेस शुरू करने के तुरंत बाद इससे मुनाफे की उम्मीद नहीं करनी चाहिए. किसी छोटे-मोटे बिजनेस
को भी जमने में कम-से-कम 2-4 साल का समय लगता है.
बिजनेस के शुरूआती दिनों में बहुत ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है, हो सकता है आपको शुरू में हर दिन
10-15 घंटे हर दिन काम करना पड़े.
दोस्तों बहुत से लोगो के मन में हमेशा यह विचार आता है कि उसने अपना बिज़नेस खड़ा तो कर लिया है लेकिन उनका बिज़नेस ज्यादा ग्रो नहीं कर रहा है वह उन तरीको को खोजता है जिनसे वो अपने Business को Grow कर सके ! आज इस लेख में हम आपको ऐसे तरीके बताएँगे जिनकी सहायता से आप अपने बिज़नेस को बहुत तेजी से ग्रो कर सकते हो ! तो आइये जानते है वे कोनसे तरीके है जिनकी सहायता से हम अपने बिज़नेस को बढ़ा सकते है
बोद्धिक सम्पति को सुरक्षित रखे
दोस्तों जब भी हम अपना कोई बिज़नेस शुरू करते है तो इसमें सबसे पहले हमें कुछ कागजी कार्यवाही पूरी करनी होती है ! जैसे अपने बिज़नेस का नाम क्या होगा , उसका लोगो कैसा होगा और उसको रजिस्टर करने की कार्यवाही आदि करनी होती है !

अपने महत्वपूर्ण कर्मचारियों का ध्यान रखे
एक बिज़नेस को ग्रो करने के लिए यह बेहद जरुरी है कि आप अपने Best Employees का ध्यान रखे ! उन्हें एहसास कराये कि वे आपकी कंपनी में एक कर्मचारी नहीं है बल्कि उनके पार्टनर है ! एक सफल बिज़नेसमेन भी वही होता है जो अपने Employees का हमेशा ध्यान रखता है और उनकी समस्याओ का समाधान करता है !

यदि आप अपने विश्वसनीय और प्रमुख कर्मचारियों का ध्यान नहीं रखेंगे तो और कोई कंपनी उन्हें अच्छा ऑफर देकर हायर कर लेगी जिससे आपको नुकसान उठाना पड़ सकता है और आपके बिज़नेस की ग्रोथ रुक भी जाएगी !

अपने ग्राहकों का ध्यान रखे
दोस्तों एक सफल बिज़नेस के लिए सबसे महत्वपूर्ण है कि वह अपने ग्राहकों को संतुष्ट रखे ! उनकी हर समस्या का समाधान करे ! एक संतुष्ट कस्टमर आपके प्रोडक्ट का अन्य लोगो से प्रचार करेगा और आपके बिज़नेस के साथ एक और ग्राहक भी जोड़ेगा !

आपको हमेशा इस बात पर फोकस करना चाहिए कि आपके कस्टमर्स को अच्छे प्रोडक्ट और अच्छी सर्विस प्रदान हो ! यदि आप क्वालिटी और सर्विस दोनों मेंटेन करके चलते है तो आपका बिज़नेस जल्दी ही ग्रो करेगा !

अपने ऊपर निवेश करना
एक बिसनेसमेन को समय पर खुद पर भी निवेश करना चाहिए ! खुद पर निवेश करने से मतलब है कि समय – समय पर आपको मोटिवेशनल सेमिनारो में भाग लेना , बुक्स पढना तथा बिज़नेस की बारीकियां सीखना आदि चीजो में आपको पैसे और समय दोनों निवेश करने चाहिए ! यदि आप ऐसा करते है तो यह निवेश आपको आने वाले समय में कई गुना रिटर्न देगा !

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