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एक भारत उत्कृष्ट भारत

कोरोना वायरस एक बार फिर डराने लगा है

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मीडिया की खबरों के अनुसार, भारतीय वैज्ञानिकों की टीम इन्साकॉग ने चेतावनी दी है कि वायरस में कोई नया म्यूटेशन नहीं हुआ है. हालांकि, जिस डेल्टा वेरिएंट की वजह से भारत को दूसरी लहर का सामना करना पड़ा था, वह कहीं गया नहीं है.

: देश में महामारी फैलाने वाला कोरोना वायरस एक बार फिर डराने लगा है. आलम यह कि त्योहारी सीजन के दौरान भारत में नौ महीने पुराने हालात फिर बनने शुरू हो गए हैं.. हालांकि, सोमवार को पिछले 24 घंटे के दौरान भारत में कोरोना के नए मामलों में गिरावट दर्ज की गई है. स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटे में देश में 14,306 नए मामले सामने आए हैं. हालांकि, इस दौरान 443 मरीजों की मौत भी हो गई.

. वैज्ञानिकों ने कहा है कि पहले की ही तरह त्योहारों के दौरान हर कोई किसी न किसी तरीके से भीड़ का हिस्सा बन रहा है, लेकिन बीते 55 दिन में ही डेल्टा वेरिएंट दोगुना हो चुका है

महाराष्ट्र में कोरोना के 1410 नए मामले

इस बीच, कोरोना की दूसरी लहर के दौरान कोरोना का हॉट स्पॉट बन चुके महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना के 1410 नए मामले सामने आए हैं और तकरीबन 1520 लोग ठीक होकर अपने घर लौट गए हैं.

इसके साथ ही, देश की औद्योगिक राजधानी मुंबई में पिछले 24 घंटे के दौरान कोरोना के 408 नए मामले सामने आए हैं. इस दौरान 531 लोग डिस्चार्ज किए गए और करीब 6 लोगों की मौत हो गई. यहां पर कोरोना के सक्रिय मामलों की कुल संख्या 4,227 तक पहुंच गई है.

देश की राजधानी दिल्ली में पिछले 24 घंटे के दौरान कोरोना के 37 नए मामले सामने आए हैं. इस दौरान 51 लोग डिस्चार्ज होकर अपने-अपने घरों को लौट गए हैं. इस दौरान कोरोना वायरस के संक्रमण से किसी के मौत की खबर नहीं है. यहां पर कोरोना के कुल 320 मामले अब भी सक्रिय हैं.

पूर्वोत्तर भारत के राज्य मिजोरम में कोरोना वायरस के 158 नए मामले सामने आए हैं और 1 व्यक्ति की मौत हो गई है. चौंकाने वाली बात यह है कि इस राज्य में कोरोना के कुल 1,17,419 मामले अब भी सक्रिय है. हालांकि, इस राज्य में अब तक करीब 8,080 लोग डिस्चार्ज होकर अपने-अपने घरों को लौट गए हैं.

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भारत में फिर से कुछ राज्यों में कोरोना का असर देखने को मिल रहा है

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भारत में कोरोना संक्रमण के मामले 15 हजार से कम नहीं हो रहे हैं। पिछले महीने सितंबर से कोरोना के दैनिक मामले 15 हजार आ रहे हैं।

कुछ राज्यों में फिर से संक्रमण के मामले बढ़ने लगे हैं। बंगाल के साथ ही देश के कम से कम तीन राज्यों ने पिछले सप्ताह दुर्गा पूजा, दशहरा के बाद कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ने लगे हैं। बंगाल, हिमाचल और असम में कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी हुई है। पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 15906 केस दर्ज किए गए हैं।  इससे पहले शनिवार को 15,918 नए मामले आए थे। हालांकि, एक्टिव मामलों में लगातार गिरावट जारी है। पिछले एक दिन में कोरोना के सक्रिय मामले कम हो रहे हैं ।

रूस और चीन में कोरोना की रफ्तार तेज चीन और रूस में कोरोना वायरस फिर से पैर पसारने लगा है। रूस में कोरोना महामारी कहर बनकर टूट रही है। शनिवार को आई रिपोर्ट में एक हजार से ज्यादा लोगों की मौत होने की खबर है।रूस में कोरोना वायरस की टास्क फोर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, देश में बीते 24 घंटे के दौरान संक्रमण के 37,678 नए मामले आए. सितंबर के अंत में दर्ज की गई दैनिक मृत्यु दर लगभग 33% अधिक है और पिछले महीने संक्रमण के मामलों में लगभग 70% की वृद्धि हुई है।वहीं, चीन में शनिवार को कोरोना वायरस तेजी से बढ़ रहे हैं।

भारत  में    रिकवरी दर 98.16 फीसदी पर पहुंची

स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि पिछले एक दिन में 13.24 लाख सैंपल की जांच हुई है जिनमें 1.19 फीसदी सैंपल कोरोना संक्रमित मिले हैं। वहीं कोरोना की साप्ताहिक संक्रमण दर 1.31 फीसदी मिली है। इनके अलावा कोरोना की रिकवरी दर 98.15 से बढ़कर 98.16 फीसदी तक पहुंच गई है भारत में कुछ ही राज्य  है जहाँ  कोरोना के केस देखने मिले है  बाकी जगह सब सामान्य है

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Maharashtra Unlock: बीएमसी ने सिनेमा हॉल, थिएटर और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित दिशानिर्देशों के साथ फिर से खोलने की अनुमति दे दी

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महाराष्ट्र में सिनेमाहॉल, मल्टीप्लेक्स खोल दिए जाएंगे. इसी तरह रात 10 बजे के बाद भी सभी होटल, रेस्टोरेंट, भोजनालय खुले रह सकते हैं. हालांकि, वेट राइड्स या वॉटर पार्क को फिर से खोलने का निर्णय अभी के लिए टाल दिया गया है.

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कुछ दिनों पहले इसकी घोषणा करते हुए कहा था कि राज्य में सिनेमाहॉल और ड्रामा थिएटरों को कोरोनो वायरस के प्रसार को रोकने के लिए आवश्यक सभी दिशा निर्देशों का पालन करने की शर्त पर 22 अक्टूबर से खोलने की अनुमति दी जाएगी.

बीएमसी ने सिनेमा हॉल, थिएटर और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करने के लिए सभागारों को 22 अक्टूबर से कोविड-19 दिशानिर्देशों के साथ फिर से खोलने की अनुमति दे दी. एक परिपत्र में नगर निकाय ने कहा कि इन प्रतिष्ठानों को फिर से खोलने से संबंधित एसओपी (मानक संचालन प्रक्रिया), जो महाराष्ट्र सरकार द्वारा तीन अलग-अलग आदेशों के माध्यम से जारी किए गए थे, बीएमसी के अधिकार क्षेत्र में आने वाले इलाकों में लागू होंगे. पिछले हफ्ते महाराष्ट्र सरकार ने राज्य भर में 50 फीसदी क्षमता के साथ सिनेमा हॉल, ड्रामा थिएटर और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए सभागारों को फिर से खोलने के संबंध में एसओपी जारी किए थे.

महाराष्ट्र में गुरुवार को कोविड के 1573 नए मामले सामने आए और महामारी से 39 लोगों की मौत हो गई. इसके साथ ही राज्य में उपचाराधीन मरीजों की संख्या 24,292 हो गई है. राज्य में सात जिलों और पांच नगर निगमों में संक्रमण का कोई नया मामला सामने नहीं आया. जिलों में मुंबई में सर्वाधिक 427 मामले सामने आए. महाराष्ट्र के प्रशासनिक क्षेत्रों में, मुंबई क्षेत्र में सर्वाधिक 708 नये मामले, पुणे क्षेत्र में 458, नासिक क्षेत्र में 244, कोल्हापुर में 88, लातूर में 40, औरंगाबाद में 18, नागपुर में 12 और अकोला क्षेत्र में पांच नये मामले सामने आए.

महाराष्ट्र में गुरुवार को महामारी से सर्वाधिक 18 मौतें पुणे क्षेत्र में हुई, जिसके बाद मुंबई (8) का स्थान है. सिर्फ औरंगाबाद क्षेत्र में कोविड के किसी मरीज की आज मौत नहीं हुई.

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भारत ने रचा इतिहास- पीएम ने स्वास्थ्य कर्मियों को दिया “Thumbs Up”

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कोरोना वैक्सीन की 100 करोड़ डोज़ लगाने वाला पहला देश बना, पीएम ने स्वास्थ्य कर्मियों को दिया Thumbs Up, स्वास्थ्य मंत्री ने देश को दी बधाई- इस बड़ी उपलब्धि पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने ट्वीट करके देश को बधाई दी है. उन्होंने लिखा है, ”बधाई हो भारत! दूरदर्शी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के समर्थ नेतृत्व का यह प्रतिफल है.” भारत दुनिया का पहला देश बन गया है जिसने इतनी तेजी से इतने बड़े आंकड़े को छुआ है.

कोविड-19 वैक्सीनेशन का आंकड़ा 100 करोड़ के पार होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल पहुंचे और वहां स्वास्थ्य कर्मियों से मुलाकात की. इस दौरान पीएम मोदी की एक तस्वीर वायरल हो गई, जिसमें वह स्वास्थ्य कर्मियों को Thumbs Up दे रहे हैं. इस दौरान पीएम मोदी ने आरएमएल अस्पताल में वैक्सीनेशन सेंटर पर स्वास्थ्य कर्मचारियों के साथ बातचीत की.

इस उपलब्धि को हासिल करने के मौके पर प्रधानमंत्री राम मनोहर लोहिया अस्पताल भी पहुंचे. उन्होंने वहां अस्पताल के अधिकारियों, कर्मियों और कुछ लाभार्थियों के साथ बातचीत की. इस दौरान केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया भी उनके साथ मौजूद थे.

दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) ने सार्वजनिक घोषणा के ज़रिए टीकाकरण के 100 करोड़ का आंकड़ा पार करने पर लोगों को सूचना दी. साथ ही इस महत्वपूर्ण उपलब्धि को दर्शाने के लिए ट्रेनों और स्टेशनों में अपने पैनलों पर संदेश प्रदर्शित किए.

इस मौके पर कई कार्यक्रम भी आयोजित किए गए. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने एक गीत और एक फिल्म जारी की, जिसमें दुनिया के सबसे बड़े कोविड टीकाकरण कार्यक्रम की शुरुआत करने के पीछे के प्रयासों को दर्शाया गया है. इस गीत को कैलाश खेर ने गाया है. दृश्य-श्रव्य फिल्म में दिखाया गया है कि टीकाकरण की पूरी प्रक्रिया कैसे शुरू हुई और कितनी मेहनत एवं प्रयासों के कारण दुनिया का सबसे बड़ा कोविड टीकाकरण कार्यक्रम शुरू हुआ. इस फिल्म के माध्यम से टीकाकरण कार्यक्रम को सफल बनाने में योगदान देने वाले चिकित्सकों, नर्सों और अन्य लोगों को धन्यवाद भी दिया गया है.

मनसुख मांडविया ने लाल किले पर गीत और फिल्म जारी की. लाल किले पर देश का सबसे बड़ा खादी तिरंगा प्रदर्शित किया गया है, जिसका वजन करीब 1,400 किलोग्राम है. इस तिरंगे की लंबाई 225 फुट और चौड़ाई 150 फुट है. यही तिरंगा दो अक्टूबर को गांधी जयंती पर लेह में फहराया गया था.

खास मौके को यादगार बनाने के लिए स्पाइसजेट ने भी कोई कसर नहीं छोड़ी. 100 करोड़ खुराक की उपलब्धि हासिल होने पर स्पाइसजेट ने दिल्ली हवाई अड्डे पर अपने विमान को विशेष तौर पर सजाया जिस पर प्रधानमंत्री

केंद्र सरकार के कई अस्पतालों पर बैनर लगाए गए और इस खास अवसर पर टीका लगवाने आए लोगों और अस्पताल कर्मियों को नाश्ता भी दिया गया. इस तरह  इस तरह ये खास मौका उन लोगों के लिए भी यादगार बन गया, जिन्होंने आज वैक्सीन की खुराक लगवाई.

देश में कोविड-19 रोधी टीकों की अब तक दी गई खुराक की संख्या 100 करोड़ के पार जाने के मौके पर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने (एएसआई) राष्ट्रीय ध्वज के रंगों से अपने 100 विरासत स्मारकों को रोशन किया. अधिकारियों ने बताया कि स्वास्थ्य कर्मियों अग्रिम मोर्चे पर तैनात कर्मियों, वैज्ञानिकों, टीका बनाने वालों और देश के नागरिकों को सम्मान देने के लिए ऐसा किया जा रहा है, जिन्होंने वैश्विक महामारी का हिम्मत से सामना किया.

100 करोड़ का आंकड़ा पार कर जाने पर विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के महानिदेशक तेद्रोस अधानोम गेब्रेयेसस ने ट्वीट किया, ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, वैज्ञानिकों, स्वास्थ्यकर्मियों और भारत के लोगों को कोविड-19 से संवेदनशील आबादी की रक्षा करने और टीकों के समतामूलक वितरण के लक्ष्यों को प्राप्त करने के प्रयासों के लिए बधाई.’’

संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनिसेफ) भारत ने भी यह उपलब्धि हासिल करने के लिए सरकार को बधाई दी और टीकाकरण की गति हालिया महीनों में तेज करने के भारत के प्रयासों का स्वागत किया. यूनिसेफ भारत ने कहा, ‘‘भारत जैसे विशाल और विविध देश में एक साल से कम समय में एक अरब खुराक देने में साजो-सामान संबंधी जटिलताओं के मद्देनजर यह उपलब्धि शानदार है. जब भारतीय परिवार कोविड-19 की हालिया विनाशकारी लहर से उबर रहे हैं, ऐसे में कई लोगों के लिए इस उपलब्धि का अर्थ उम्मीद है.’’

उसने कहा, ‘‘हमने पिछले कुछ महीनों में स्वास्थ्य कर्मियों को देश के हर हिस्से में टीकाकरण में तेजी लाने के लिए चौबीसों घंटे काम करते देखा है. कई कर्मियों ने लोगों को टीका लगाने के लिए सबसे दूरस्थ और दुर्गम इलाकों में यात्रा की. हम इन स्वास्थ्य कर्मियों की प्रतिबद्धता और कड़ी मेहनत को सलाम करते हैं. उनके और वैज्ञानिकों, चिकित्सकों.

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देश में टीकाकरण मुहिम शुरू होने के 85 दिन बाद तक 10 करोड़ खुराक लगाई जा चुकी थीं, इसके 45 और दिन बाद भारत ने 20 करोड़ का आंकड़ा छुआ और उसके 29 दिन बाद यह संख्या 30 करोड़ पहुंच गई. देश को 30 करोड़ से 40 करोड़ तक पहुंचने में 24 दिन लगे और इसके 20 और दिन बाद छह अगस्त को देश में टीकों की दी गई खुराकों की संख्या बढ़कर 50 करोड़ पहुंच गई. इसके बाद उसे 100 करोड़ के आंकड़े तक पहुंचने में 76 दिन लगे.

देश में 45 साल से अधिक आयु के सभी लोगों का टीकाकरण एक अप्रैल से आरंभ हुआ था और 18 साल से अधिक आयु के सभी लोगों का टीकाकरण एक मई से शुरू हुआ.

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कैसे मिलेगा आपको फायदा आयुष्मान भारत डिजिटल हेल्थ मिशन, हर नागरिक का बनेगा हेल्थ कार्ड

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कैसे मिलेगा आपको फायदा आयुष्मान भारत डिजिटल हेल्थ मिशन, हर नागरिक का बनेगा हेल्थ कार्ड

DIGITAL BHARAT,  प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज सुबह 11 बजे वीडियो कांफ्रेंसिग के जरिए नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन का शुभारंभ किया। प्रधानमंत्री डिजिटल हेल्थ मिशन (पीएम-डीएचएम) के तहत सभी नागरिकों को एक विशिष्ट डिजिटल हेल्थ आइडी मुहैया कराई जाएगी जिसमें उसकी सेहत से जुड़ी सभी सूचनाएं दर्ज होंगी। छह केंद्र शासित प्रदेशों में इसका पायलट प्रोजेक्ट चल रहा है।

आयुष्यमान भारत डिडिटल हेल्थ मिशन के तहत देश के सभी नागरिकों का एक हेल्थ आईडी बनेगा जो उनके हेल्थ खाते के रूप में भी काम करेगी। इससे व्यक्तिगत स्वास्थ रिकार्ड को मोबाइल एप की मदद से जोड़ा और देखा जा सकेगा। इसके तहत, हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स रजिस्ट्री और हेल्थकेयर फैसिलिटीज रजिस्ट्रियां , आधुनिक और पारंपरिक चिकित्सा प्रणालियों दोनों ही मामलों में सभी स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं के लिए एक कलेक्शन के रूप में कार्य करेंगी। यह चिकित्‍सकों, अस्पतालों स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं के लिए व्यवसाय में भी आसानी को सुनिश्चित करेगा।

यूनिक हेल्थ कार्ड बन जाने के बाद मरीज को डॉक्टर से दिखाने के लिए फाइल ले जाने से छुटकार मिलेगा। डॉक्टर या अस्पताल रोगी का यूनिक हेल्थ आईडी देखकर उसका पूरा डेटा निकालेंगे और सभी बातें जान सकेंगे। उसी आधार पर आगे का इलाज शुरू हो सकेगा। आपकी पूरी मेडिकल हिस्ट्री डिजिटल फार्मेट में अपडेट होगी। आप किसी दूसरे शहर, अस्पताल में भी यूनीक आईडी से डॉक्यूमेंट्स देख सकेंगे। इससे डॉक्टर्स को इलाज करने में आसानी होगी। यह कार्ड ये भी बताएगा कि उस व्यक्ति को किन-किन सरकारी योजनाओं का लाभ मिलता है। रोगी को आयुष्मान भारत के तहत इलाज की सुविधाओं का लाभ मिलता है या नहीं, इस यूनिक कार्ड के जरिये पता चल सकेगा।

कार्ड में मेडिकल रिकार्ड से जुड़ी सभी जानकारियां दर्ज होगी। यहां तक कि पिछली बार किस दवा का आप पर क्या असर हुआ था वह भी पता चल जाएगा। दवा बदली गई तो क्यों? इससे इलाज के दौरान डॉक्टर को केस समझने में मदद मिलेगी। हेल्थ आईडी के लिए सबसे पहले तो जिस व्यक्ति की आईडी बनेगी उससे मोबाइल नंबर और आधार नंबर लिया जाएगा। इन दो रिकॉर्ड की मदद से यूनिक हेल्थ कार्ड बनाया जाएगा। इसके लिए सरकार एक हेल्थ अथॉरिटी बनाएगी जो व्यक्ति का एक-एक डेटा जुटाएगी। जिस व्यक्ति की हेल्थ आईडी बननी है, उसके हेल्थ रिकॉर्ड जुटाने के लिए हेल्थ अथॉरिटी की तरफ से इजाजत दी जाएगी। इसी आधार पर आगे का काम बढ़ाया जाएगा।

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जाने कैसे घटा सकते है आप आसानी और हेअल्थी तरीके से वजन

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डिजिटल भारत Iआप यदि अपना वेट कम करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको सिर्फ अपनी लाइफस्टाइल और कुछ खाने-पीने की आदतों को सुधारना होगा, जिससे आप कुछ ही समय में अपना वेट आसानी से और नैचुरल तरीके से कम कर सकते हैं।

वजन कम करने के 10 आसन टिप्स 

1. साबुत अनाज खाएं (Eat Whole Grains)

आपको कोशिश करनी होगी कि आप रिफाइंड फूड की अपेक्षा होल ग्रेन अनाज (whole grains) जैसे- रोटियां, गेहूं की ब्रेड (Whole Wheat Breads), कुकीज़ और दलिया (Cookies And Oatmeal) से बना खाना ही खाएं तो ज्यादा बेहतर होगा।होल ग्रेन शरीर को मेटाबोलाइज्ड करने में अधिक हेल्प करते हैं और जल्दी पचते हैं। यह लंबे समय तक शरीर को एनर्जी देते हैं, जिससे सारे दिन आपकी बॉडी को एनर्जी मिलती है। यह भूख और चीनी (Sugar) की तलब को कम करता है।

2. मानसिक तैयारी (Psychological Preparedness)

आपको अपने बढ़े हुए वजन के लिए लोगों से शर्मिंदा होने की जरूरत नहीं है। इसके लिए आप अपने पैरेन्ट्स, फ्रेंड या आसपास के लोगों की भी हेल्प ले सकते हैं।आप उनसे कहें कि वे जब भी आपको बर्गर-पिज्जा-केक जैसी चीजें खाते हुए देखें तो आपको तुरंत ऐसा न करने के लिए कहें। इससे आप मोटिवेट हो सकते हैं और आपको वेट कम (weight loss in hindi) करने में हेल्प मिलेगी।

3. अपने खाने को जानें (Know Your Food)

आपको अपने लिए खाना सिलेक्ट करते समय और भी ज्यादा अलर्ट रहने की आवश्यकता होगी।आपको इस बात का खास ख्याल रखना होगा कि आपकी बॉडी के बेसिक फंक्शन के लिए अनसैचुरेटेड फैट (Unsaturated Fats) और एसेंशिअल फैटी एसिड्स (Essential Fatty Acids) की आवश्यकता है।कम फैट या कम शुगर लेबल वाले फूड प्रोडक्ट्स में आवश्यकता से ज्यादा कैलोरी होगी। इसके बदले में आप बिना चीनी वाले प्रोड्क्ट्स लें जिससे आपकी कैलोरी भी कम रहेगी और आपका वजन कम होगा।

4. पानी है वजन घटाने का मुख्य टूल (Use Water As A Weight Loss Tool)

हर बार जब आप भूखे हों या आप खाना खाने जा रहे हों, यानी लंच या डिनर से ठीक पहले पानी पीने की कोशिश करें।यह एक निश्चित सीमा तक आपकी भूख को तुरंत कम करने का एक सरल तरीका है। अधिक पानी भी मेटाबॉलिक रेट को बढ़ाता है और आपका पेट भरा हुआ लगता है।

5. कम खाना खाने के लिए खुद को मेनिपुलेट करें (Manipulate Yourself To

खाने की क्वांटिटी को धीरे-धीरे कम करने की कोशिश करें। इससे आपको कम खाने की आदत हो जाएगी और धीरे-धीरे खाना कम करने से आपको ज्यादा भूख भी नहीं लगेगी।आपको ये भी ध्यान रखना होगा कि आपके डाइनिंग टेबल पर आपकी कैलोरी की मात्रा बहुत सीमित रहे। इसलिए एक साथ एक बड़ी सर्विंग लेने की अपेक्षा कई छोटी-छोटी सर्विंग लेने से आपका दिमाग ये मान लेता है कि आपने काफी कुछ खा लिया है तो आप फिर ज्यादा नहीं खा पाएंगे।

6. फाइबर का उपयोग करें (Use Fiber To Your Advantage)

अपने खाने में अधिक फाइबर शामिल करने की कोशिश करें और इसमें सोल्युबल (Soluble Fiber) और इन-सोल्युबल फाइबर (Insoluble Fiber) होना चाहिए। इससे आपको पेट भरा-भरा लगता है और आपको ज्यादा भूख नहीं लगती है।

पत्तेदार सलाद में अघुलनशील फाइबर (Insoluble Fiber) पाया जाता है जो नैचुरल रूप से आपके फूड इंटेक को कम करता है।ऐसा इसलिए है क्योंकि कच्ची सलाद खाने का मतलब है कि आपको अधिक चबाने की जरूरत होगी। और इस एक्स्ट्रा चबाने के साथ-साथ लार निकलने से कुछ घंटों के लिए भूख कंट्रोल हो जाती है।

7. खुद को नमक से दूर रखें (Keep Away From Salt)\

नमक आपके शरीर में पानी को होल्ड करता है इसलिए इसका कम सेवन करना चाहिए। इसके अलावा नमक ब्लड प्रेशर को हाई रखता है, जिससे आपको पसीना आएगा।पसीना आएगा तो भूख और प्यास लगेगी और कुछ न कुछ खाने का आपका मन करेगा, जिसके लिए आप चाय या कोल्ड ड्रिंक्स पिएंगे, जिनमें शुगर होगी, जो आपके लिए सही नहीं है।

8. शुगर को बर्न करें (Burn Your Sugars)

यदि आप मीठा या शुगर से बनी हुई चीजों को खाने से अपने आपको नहीं रोक पाते हैं तो सुबह नाश्ते में आप उन्हें ले सकते हैं।इससे आपका शरीर पूरे दिन आपके द्वारा पिए गए मिल्कशेक से मिली कैलोरी का उपयोग करेगा। फिर भी कोशिश करें कि शुगर और उससे बनी हुई चीजों को कम ही खाएं।

9. एक्सरसाइज करें (Do Exercise)

आपको वजन कम करने के लिए शुरुआत में हैवी एक्सरसाइज की जरुरत नहीं है और न ही एक्सरसाइज प्लान की। उदाहरण के लिए, सीढ़ियों से ऊपर और नीचे चढ़ना एक सबसे आसान, सबसे सरल हार्ट की एक्सरसाइज है जो आपके हिप्स, पैर और जांघों को टोन करता है।बाजार में घूमना, अपने मोबाइल पर बात करते समय चलना और घरेलू काम करना भी बेस्ट एक्सरसाइज हैं।

10. वजन घटाने की सावधानियां आपको नजरअंदाज नहीं करनी चाहिए (Weight Loss Precautions You Shouldn’t Ignore)

वजन कम करने के समय अपने शरीर के फ्रेम को बनाए रखना महत्वपूर्ण है।वजन कम करने से अक्सर प्रोटीन की कमी होती है, इससे आपके मसल्स भी कम हो जाते हैं। इसलिए आपको अपनी बॉडी के लिए उपयुक्त प्रोटीन की आवश्यकता होगी जिसके लिए आप पनीर, एग व्हाइट्स भी ले सकते हैं। इसके आपके वजन में से फैट का वजन कम होगा न कि मसल्स लॉस होगा।

अब आप समझ ही गए होंगे कि नैचुरली वजन कम करने के लिए आपको क्या करना है और क्या नहीं।तो देर किस बात की, हो जाइए शुरू और देखिएगा इन बातों को फॉलो करके आप कुछ ही समय में अपना वेट कम कर पाएंगे।यदि आपको हमारे इस आर्टिकल से अपना वजन कम करने में कोई मदद मिली हो तो अपने अनुभव हमारे साथ शेयर करें। हम आपके दिए हुए चुनिंदा सुझावों को अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शेयर करेंगे।

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आयुर्वेद ने शराब को बताया दवा, रेड वाइन से मिल सकती है लंबी उम्र; ऐसे पिएंगे तो मिलेंगे कई फायदे

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डिजिटल भारत Iशराब सेहत के लिए हानिकारक होती है। लेकिन आयुर्वेद के अनुसार, अगर मॉडरेट वाइन का सेवन किया जाए तो सेहत को कई स्वस्थ्य लाभ मिल सकते हैं।

ड्रिंक और मेडिसिन दोनों के रूप में शराब हजारों वर्षों से प्रयोग में है। शराब की सप्लाई का कल्चर भले ही बदल गया हो, लेकिन इसकी लोकप्रियता काफी फलफूल रही है। नए सर्वे से पता पता चला है कि मौजूदा दौर की आबादी किसी भी पिछली अमेरिकी जनरेशन की तुलना में अधिक शराब पीती है। हालांकि, अच्छी बात ये है कि मॉडरेट वाइन हमारी हेल्थ के लिए कई तरह से लाभकारी बताई जाती है। लेकिन इसके अधिक सेवन से सेहत को हानि भी है। जब शरीर में शराब के इफेक्ट को लेकर चर्चा करते हैं तो दो कंपोनेंट्स यानी घटकों पर ध्यान की जरूरत है शराब (alcohol) और अंगूर (grapes) से प्राप्त पौधों के गुण (plant properties)। इस आर्टिकल में हम आपको आयुर्वेद नजरिए से शराब पीने के फायदे बताते हैं।

​शराब और ब्लड शुगर                                                                                                                  

भोजन के बाद शराब ग्लाइसेमिक प्रतिक्रिया को कम करती है। बताया जाता है कि एक हैवी मील के बाद ग्लाइसेमिक स्पाइक्स को 37 प्रतिशत तक कम कर देता है। बता दें कि भोजन के बाद ब्लड ग्लूकोज लेवल मधुमेह (diabetes), सूजन (inflammation) और हृदय रोग (heart disease) से जुड़ा है। एक शोध में 12 फीसदी अल्कोहल बनाम 6 प्रतिशत अल्कोहल के साथ रेड वाइन के प्रभावों की तुलना की गई थी, जिसमें हेल्थ के लिए अच्छे रिजल्ट लगभग समान ही पाए गए थे। हालांकि, रेड और वाइट वाइन की नॉन डेजर्ट वेरायटीज में लगभग समान मात्रा में कैलोरी और अल्कोहल होती है, लेकिन इनके एंटीऑक्सीडेंट एक्टीविटीज में कुछ अंतर होते हैं

रेड वाइन के गुण

रेड वाइन फरमेंटिड प्रोसेज के जरिए अंगूर के गूदे से लेकर उसके बाहरी हिस्से यानी स्किन वाला पार्ट से बनकर तैयार होती है। इसमें पॉलीफेनोल्स की मात्रा अधिक होती है जो कि एक प्रकार का एसिड है और मुख्य रूप से एंटीऑक्सिडेंट से जुड़ा होता है। अंगूर के पौधे बैक्टीरिया और कवक से लड़ने के लिए और पराबैंगनी (यूवी) विकिरण से बचाने के लिए रेस्वेराट्रोल, एक मजबूत एंटीऑक्सिडेंट का उत्पादन करते हैं। शोधकर्ता रेस्वेराट्रॉल के एंटी इन्फ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुणों का अध्ययन कर रहे हैं, लेकिन मनुष्यों के लिए इसके लाभों की जानकारी के लिए अभी अधिक शोध की आवश्यकता है।

रेड वाइन की मॉडरेट कंजप्शन के फायदे

लंबी उम्र

कुछ तरह के कैंसर का कम जोखिम

डिप्रेशन का शिकार होने से बच सकते हैं

जोड़ों के दर्द में कमी

दिल की बीमारि योंका खतरा नहीं रहता

रेड वाइन वाइट के विपरीत सिर्फ अंगूर के गूदे से बनाई जाती है। फर्मेंटेशन प्रोसेस के दौरान वाइट वाइन बनाने के लिए अंगूर की स्किन या कहें छिलके को अलग कर दिया जाता है। हालांकि पील अलग होने के बाद भी वाइ वाइन एंटीऑक्सिडेंट में समृद्ध होती है। लेकिन ग्रेप्स की स्किन अलग होने के बाद इसमें रेस्वेराट्रोल कम मात्रा में होती है जो कि रेड वाइन में इससे कहीं ज्यादा होता है। वाइट वाइन में रेड वाइन की तुलना में अधिक चीनी और सल्फाइट होते हैं। वाइट वाइन के सेवन के लाभों के लिए और अधिक शोध की आवश्यकता है।

आयुर्वेद और शराब                                                                        

आयुर्वेद शराब को एक दवा के रूप में देखता है और सलाह देता है कि इसका सेवन कम मात्रा में किया जाना चाहिए। आमतौर पर शराब की मूत्रवर्धक प्रकृति (diuretic nature) के कारण शरीर पर गर्म, सुखाने वाला प्रभाव पड़ता है। आयुर्वेद शराब का सेवन करने वालों को कुछ बातों को फॉलो करने की सलाह देता है जिनके बारे में यहां जिक्र किया गया है।

वात: डाइट में एयर क्वालिटी की एक्सेज जोड़ने के लिए नॉन-कार्बोनेटेड वाइन को चुनें और शैंपेन (champagne) व moscato से बचें। इसके बजाय मीठी, फ्लैट वाइन को चुनना चाहिए। आपको प्लम यानी बेर से बनी शराब या स्वीड रेड वाइन का चयन करना चाहिए।

पित्त: पहले से ही गर्म और शुष्क स्वभाव वाले व्यक्ति को शराब का सेवन सावधानी से करना चाहिए। अगर वाइन का सेवन कर रहे हैं, तो 2-4 ऑउंस का लक्ष्य तय करें। ऐसे लोगों को कड़वी या कसैली वाइन (astringent wines) चुनें।

कफ: रेड वाइन, सुस्त कफ पाचन तंत्र (sluggish Kapha digestive system) के लिए एक यूजफुल वेवरेज है। रेड वाइन की गर्माहट पाचन की आग (digestive fire) को हल्का करने में मदद कर सकती है और साथ ही शरीर में अतिरिक्त नमी को भी सुखा सकती है।

नोट- अगर आप वाइन का सेवन करते हैं तो आपका आयुर्वेद को बहुत थोड़ी मात्रा में पीने की सलाह देता है। वाइन का स्टैंडर्ड आयुर्वेदिक गिलास 2–4 oz. (0.07 से 0.11 लीटर) सर्विंग की सलाह देता है जो कि USDA डायट्री गाइडलाइन की 5 oz. सर्विंग से काफी कम है।

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वजन और मोटापा घटाने के असरदार तरीके, लटकते पेट के लिए रोजाना पीएं ये पानी, हफ्ते में नजर आएगा रिजल्ट

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सोचिए कैसा हो, आप कुछ भी अपनी पसंद का खाएं और आपका वजन न बढ़े! वैसे यह किसी सपने जैसा है, लेकिन खानपान में अगर थोड़ा बदलाव किया जाए, तो यह संभव भी हो सकता है। देखा जाए, तो मोटापा कम करने के उपाय लगभग हर किसी को चाहिए। खासकर इंटरनेट पर वजन घटाने के तरीके आपको बहुत दिख जाएंगे, लेकिन बिना किसी सटीक प्रमाण के इन्हें इस्तेमाल करना, जोखिम भरा हो सकता है।

इन दिनों बाजार में ऐसे कई फूड्स, डाइट प्लान और सप्लीमेंट्स उपलब्ध हैं जो बेली फैट को बर्न करने का दावा करते हैं। हालांकि ये जरूरी नहीं की वह आपके भी बेली फैट को कम करने में मदद करे। वजन कम के लिए हेल्दी डाइट और वर्कआउट जरूरी है। वजन कम करने के लिए विशेषज्ञ हमेशा फलों, सब्जियों और पानी को शामिल करने की सलाह देते हैं, जो वजन घटाने को बढ़ावा देते हैं। इनही में से एक है खीरे का पानी। माना जाता है कि ये पानी कैलोरी कम करने और पेट की चर्बी को कम करने में मदद करता है। जानते हैं कि कैसे खीरे का पानी वजन कम करने में आपकी मदद करता है।

वजन घटाने में कैसे करता है मदद

खीरे विटामिन सी और के, पोटेशियम, मैग्नीशियम, जिंक, फ्लेवोनोइड्स, एंटीऑक्सिडेंट और फास्फोरस जैसे आवश्यक पोषक तत्वों से भरे होते हैं। वजन घटाने के लिए डाइट में खीरे को शामिल करने से पाचन मजबूत हो सकता है और कब्ज जैसी समस्याओं को दूर रखा जा सकता है।

खीरा कैलोरी में भी कम और इसमें घुलनशील फाइबर की भरपूर मात्रा होती है जो इसे एक उत्कृष्ट भोजन बनाता है जो हाइड्रेशन और वजन घटाने को बढ़ावा देता है। ये आपके शरीर को डिटॉक्सीफाई करता है। कई फायदों से युक्त खीरे को आप अपनी सलाद में शामिल कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त, यह तृप्ति और परिपूर्णता को बढ़ावा देता है, जो बदले में आपको निर्जलीकरण के कारण अधिक खाने से रोकता है। अध्ययन के अनुसार, जब लोगों ने एक हफ्ते तक खीरे का पानी पिया, तो उन्होंने एक हफ्ते में लगभग 2-3 किलो वजन कम किया।

खीरे का पानी बनाने की सामग्री

1 खीरा

1 गिलास पानी

1 नींबू

काला नमक स्वादानुसार

खीरा पानी बनाने का तरीका

खीरे को नॉर्मल पानी से धो लें। इसे छीलकर पतले स्लाइस में काट लें। इन स्लाइस को किसी जार या पानी की कांच की बोतल में डालें। खीरे के पानी में नींबू के कुछ टुकड़े भी मिला सकते हैं। इस पानी को रात भर रेफ्रिजरेटर में रख दें। इसे एक सर्विंग गिलास में डालें और आपका खीरे का पानी पीने के लिए तैयार है।

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बिंदी सुंदरता ही नहीं, सेहत के लिए भी फायदेमंद हो सकती है, जानिए

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कोई भी भारतीय पोशाक माथे पर बिंदी लगाए बिना पूरी नहीं होती। महाराष्ट्र और साउथ इंडिया में लड़कियां रोजाना काले रंग की बिंदी लगाती है। ये निश्चित रूप से एक स्टाइल स्टेटमेंट के रूप में काम करती है और आपके लुक को निखारती है लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह आपके स्वास्थ्य के लिए भी अच्छा है। तो चलिए जानते हैं बिंदी के फायदे। 

बिंदी हिंदू संस्कृति का एक इंपोर्टेंट हिस्सा है। इन दिनों लड़कियां खूबसूरत दिखने के लिए सूट और साड़ी के साथ बिंदी लगाती हैं।

हमारे माथे पर एक विशिष्ट बिंदु होता है जहां बिंदी लगाई जानी चाहिए और एक्यूप्रेशर के अनुसार, यह बिंदु हमें तुरंत सिरदर्द से राहत देता है। क्योंकि इसमें नसों और रक्त वाहिकाओं का अभिसरण होता है। जब इस बिंदु पर मालिश की जाती है तो हमें सिर दर्द से तुरंत आराम मिलता है।

बिंदी ट्राइजेमिनल तंत्रिका की एक विशिष्ट शाखा को दबाती है जो हमारे चेहरे को आपूर्ति करती है, नाक और उसके आसपास के क्षेत्र उत्तेजित होते हैं। यह नाक के मार्ग, नाक की श्लेष्मा परत और साइनस में रक्त के प्रवाह को उत्तेजित करने और बढ़ाने में मदद करता है।

यह बंद नाक को राहत देने के साथ-साथ साइनस और नाक में सूजन को कम करने में मदद करता है। इसके साथ ही यह साइनसाइटिस से राहत दिलाने में भी मदद करता है।

 आईब्रो के बीच के बिंदु जहां हम बिंदी पहनते हैं, उसकी रोजाना मालिश करनी चाहिए क्योंकि यह इस क्षेत्र की मांसपेशियों और नसों को आराम देने में साथ ही इसका हमारे शरीर पर शांत प्रभाव पड़ता है। जब आप तनाव की स्थिति में होते हैं तो यह वह बिंदु भी होता है जिसे आप अवचेतन रूप से दबाते हैं। इस प्रकार, शांत रहने और अधिक एकाग्र चित्त रखने के लिए प्रतिदिन एक बिंदी पहनें।

सुप्राट्रोक्लियर तंत्रिका उस क्षेत्र से भी गुजरती है जहां बिंदी रखी जाती है जो ट्राइजेमिनल तंत्रिका के नेत्र विभाग की एक शाखा भी है। यह तंत्रिका आंखों से भी जुड़ी होती है और बिंदी लगाने से यह तंत्रिका उत्तेजित होती है।

  बिंदी यकीनन हमारी शैली में इजाफा करती है यह झुर्रियों को दूर रखता है और हमारे चेहरे को जवां बनाता है। चेहरे की मांसपेशियों को उत्तेजित करने वाला बिंदु भी शामिल सभी मांसपेशियों में रक्त के प्रवाह को बढ़ाने में मदद करता है।

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पी एम मोदी के जन्मदिन पर वैक्सीनेशन की तूफानी रफ्तार, एक करोड़ के पार

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देश में चौथी बार एक करोड़ वैक्सीनेशन का आंकड़ा एक करोड़ के पार

कब-कब लगी एक करोड़ से ज्यादा वैक्सीन ?

देश में चौथी बार एक करोड़ वैक्सीनेशन का आंकड़ा एक करोड़ के पार चला गया है. इससे पहले 27 अगस्त 1.03 करोड़ डोज लगाए गए. 31 अगस्त को 1.33 करोड़ वैक्सीन लगीं. 6 सितंबर को 1.13 करोड़ डोज लगाए गए. वहीं आज पीएम मोदी के जन्मदिन यानि 17 सितंबर को अब तक 1 करोड़ से ज्यादा वैक्सीन लगा दी गई हैं. आज दो करोड़ डोज का लक्ष्य है.

1 करोड़ वैक्सीनेशन का आंकड़ा पार

पहली बार दो करोड़ वैक्सीन का आंकड़ा होगा पार

पहली बार है कि जब देश में कोरोना वैक्सिनेशन का आंकड़ा दो करोड़ को पार करेगा, जबकि चौथी बार है वैक्सिनेशन का आंकड़ा एक करोड़ के पार हुआ है. देश में वैक्सीनेशन की रफ्तार लगातार बढ़ती जा रही है.

पीएम नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर और हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कमला नेहरू अस्पताल में मरीजों से मुलाकात कर उन्हें फल वितरित किए.

हिमाचल प्रदेश: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 71वें जन्मदिन के अवसर पर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर और हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कमला नेहरू अस्पताल में मरीजों से मुलाकात की और उन्हें फल बांटे।

पीएम मोदी के 71वें जन्मदिन के मौके पर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने बीजेपी मुख्यालय मेंसेवा और समर्पण अभियानका शुभारंभ किया.

दिल्ली: भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने भाजपा मुख्यालय मेंसेवा और समर्पण अभियानका शुभारंभ किया। p

उत्तर प्रदेश में बीजेपी चलाएगी 20 दिन तक सेवा अभियान

पीएम नरेंद्र मोदी के जन्मदिन के मौके पर उत्तर प्रदेश में बीजेपी 20 दिनों के कार्यक्रम का संचालन करेगी. पार्टी के कार्यकर्ता 17 सितंबर से सात अक्टूबर तक सेवा और समर्पण अभियान के बहाने लोगों से संपर्क करेंगे

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