DIGITAL BHARAT

एक भारत उत्कृष्ट भारत

फिल्म के प्रमोशन के लिए मेकर्स ने बनाया ये खास प्लान बुर्ज खलीफा पर दिखाया जाएगा ‘पठान’ का ट्रेलर

0 0
Read Time:2 Minute, 55 Second

डिजिटल भारत l शाहरुख खान की फिल्म पठान लंबे समय में भारत में रिलीज होने वाली सबसे प्रत्याशित फिल्मों में से एक बन गई है. फिल्म में किंग खान के साथ अभिनेत्री दीपिका पादुकोण और अभिनेता जॉन अब्राहम मुख्य भूमिका में हैं.

शाहरुख खान की फिल्म पठान लंबे समय में भारत में रिलीज होने वाली सबसे प्रत्याशित फिल्मों में से एक बन गई है. फिल्म में किंग खान के साथ अभिनेत्री दीपिका पादुकोण और अभिनेता जॉन अब्राहम मुख्य भूमिका में हैं. बीते दिनों फिल्म पठान का ट्रेलर रिलीज हुआ था,

जिसे दर्शकों और शाहरुख खान के फैंस का काफी प्यार मिल रहा है. इस बीच फिल्म पठान के ट्रेलर को दुनिया की सबसे लंबी बिल्डिंगों में से एक बुर्ज खलीफा पर भी दिखाया जाएगा.

इसके लेकर यश राज फिल्म्स के इंटरनेशनल डिस्ट्रीब्यूशन के वाइस प्रेसिडेंट नेल्सन डिसूजा ने कहा है कि पठान इस वक्त की सबसे बड़ी फिल्मों में से एक है और इस तरह की फिल्म को दर्शकों के सामने पेश करने के लिए सबसे भव्य तरीके से रखा जाना चाहिए

ऐसे में दुबई ने शाहरुख खान और पठान का जश्न मनाने का फैसला किया और फिल्म के ट्रेलर को बुर्ज खलीफा पर दिखा जाएगा. गौरतलब है कि इन दिनों शाहरुख खान इंटरनेशनल लीग टी20 के लिए संयुक्त अरब अमीरात में हैं.

ऐसे में फिल्म पठान के ट्रेलर को बुर्ज खलीफा पर शाहरुख की मौजूदगी में दिखाया जाएगा. आपको बता दें कि यश राज फिल्म्स की ओर से निर्माण पठान, 25 जनवरी, 2023 को हिंदी, तमिल और तेलुगु में रिलीज़ होने के लिए तैयार है.

इस फिल्म से शाहरुख खान 4 साल बाद बड़े पर्दे पर लौट रहे हैं. उन्हें आखिरी बार फिल्म जीरो में देखा गया था, जो साल 2018 में आई थी. इस फिल्म में शाहरुख खान के साथ अभिनेत्री अनुष्का शर्मा और कैटरीना कैफ थी. हालांकि फिल्म जीरो बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह से फ्लॉप साबित हुई थी.

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %

सोशल मीडिया स्टार बनने का सीक्रेट

0 0
Read Time:15 Minute, 17 Second

डिजिटलभारत l Instagram Reels हों या फिर YouTube Videos  इन्हें देखते हुए बहुत से लोगों के मन में एक सवाल आता है. ‘ऐसा तो मैंभी कर सकता हूं’. सोशल मीडिया ने कई अनजान चेहरों को बड़ा नाम दिया. शायद फिल्मों की दुनिया में ये चेहरे कहीं खोकर रहजाते हैं और कुछ वक्त से साथ खो भी गए. बड़ा नाम ही नहीं बल्कि बहुत से लोगों के लिए ये प्लेटफॉर्म्स कमाई का भी एकजरिया हैं. इन प्लेटफॉर्म्स से कमाई के कई किस्से हर रोज सुनने को मिलते हैं. कोई कहता है कि एक वीडियो से लाखों मेंआमदनी होती है, तो कोई बताता है करोड़ों में, लेकिन क्या इस ‘नई मायानगरी’ के जो किस्से हम सुन रहे हैं वो सही हैं.

इस इंडस्ट्री को नई मायानगरी इसलिए कहा जा सकता है क्योंकि बहुत से लोग अब यहां करियर तलाश रहे हैं. कोई पॉपुलर होनाचाहता है, तो कोई यहां से कमाई. किसने सोचा था कि शॉर्ट वीडियो हो या फिर किसी डॉयलॉग को अपनी फोटो पर चिपकाना, एक दिन इन तरीकों से भी कमाई हो सकेगी. मगर अब ऐसा हो रहा है. 
आपने भी कई बार इनकी शुरुआत करने का सोचा होगा, लेकिन कभी आपका काम, तो कभी झिझक इन सब के बीच आ गई होगी. बहुत से लोगों के मन में इन प्लेटफॉर्म्स से जुड़े कईसवाल होते हैं. इन सवालों का जवाब कौन देगा?

ऐसे ही कुछ सवालों को लेकर हम पॉपुलर यूट्यूबर्स और इंफ्लूएंसर्स के पास गए, जो शायद आपकी मदद कर सकते हैं. उससेपहले हम इस पूरे सफर को समझना होगा.

स्मार्टफोन और इंटरनेट की इस पीढ़ी में सोशल मीडिया इंफ्लूएंसर बनना एक बड़ी आबादी का सपना है. सस्ते डेटा प्राइस ने लोगोंके लिए इंटरनेट के इस्तेमाल को आसान बना दिया. 
वहीं YouTube, Instagram और दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स ने लोगोंके लिए नई राह खोल दी. एक दशक पीछे जाएं, तो किसने सोचा था कि एक रोज इंस्टाग्राम और यू्ट्यूब लोगों की कमाई काजरिया बन जाएंगे.

सिर्फ कमाई का जरिया ही नहीं बहुत से लोगों के लिए ये प्लेटफॉर्म्स नई उम्मीद हैं, लेकिन क्या यही हकीकत है? जिस तरह से हरचमकती चीज सोना नहीं होती है, उसी तरह से सोशल मीडिया पर नजर आने वाली जिंदगी भी है. 
आज कोई पॉपुलर है, तो उसकेपीछे ब्रांड्स हैं. यहां कल क्या होगा कोई नहीं जानता है. मगर एक बात साफ है, इस भागती दौड़ती जिंदगी में किसी से लिए एकसफल कंटेंट क्रिएटर बनना इतना आसान भी नहीं है.

1. जिस चीज को लेकर आपको पैशन हो, उस पर फोकस करें। आइडियाज निकालें, उसे लिख लें और यह सुनिश्चित कर लें कि वहकंटेंट इंटरेस्टिंग या इंस्पाइरिंग होना चाहिए। जो आप वाकई दिल से करना चाहते हैं, वही चुनें।

2. अगर आप आइडियाज के साथ स्ट्रगल कर रहे हैं तो देखें कि अभी क्या लोकप्रिय है और उस हिसाब से अपने काम को प्रेरित करें।ट्रेंड्स क्या है इसका ध्यान रखें।

3. जरूरी नहीं कि फेसबुक या ट्विटर के लिए बनाया वीडियो यूट्यूब के हिसाब से अलग हो सकता है। या यूं कहें कि एकप्लेटफाॅर्म पर जो काम कर गया हो, वह दूसरे पर भी करेंगा। इसलिए सही प्लेटफाॅर्म का चयन करें।

4. अगर आप अपना काम प्रमोट कर रहे हैं तो टैग करना न भूलें। ऐसे टैग यूज करें जो कि आपके लिए कारगर साबित हो।

5. जरूरी नहीं है कि आप जो कर रहे हों, उसे हर कोई पसंद करें, इसलिए निगेटिव फीडबैक पर फोकस न करें। हालांकि यूट्यूब औरइंस्टाग्राम जैसे प्लेटफाॅर्म आपको नकारात्मक शब्दों को ब्लाॅक करने की अनुमति देचा है। आप कुछ शब्द या कमेंट्स बैन कर सकतेहैं।

6. एक बार आपको फाॅलोअर्स मिलने लगते हैं तो उनके साथ जुड़कर आपका चैनल आगे बढ़ेगा। आपको आपके आॅडियंस के साथसंपर्क में रहना चाहिए।

7. कोई भी रातोंरात सोशल मीडिया स्टार नहीं बन जाता है। असफल होने से मत डरिए। चीजें मन मुताबिक न हों तो उस पर विचारकीजिए और उसमें सुधार करें।

8. यूट्यूब पर चैनल्स विज्ञापनों के जरिए पैसा कमाते हैं लेकिन ब्रांड और स्पांसरशिप डील्स बड़ा पैसा लाती है। इसके जरिएकाफी पैसा कमाया जा सकता है इसलिए आपका कंटेंट इंटरेस्टिंग होना चाहिए।

एक सोशल मीडिया इंफ्लूएंसर के लिए सफल होने का क्या मतलब होता है? इंस्टाग्राम और YouTube जैसे प्लेटफॉर्म्स परलाखों की तादाद में सब्सक्राइबर्स एक दिन में नहीं आते हैं. इसमें लंबा वक्त लगता है. वहीं बहुत से लोगों को लगता है कि इनप्लेटफॉर्म्स पर मौजूद हर शख्स लाखों में कमा रहा है. उसकी जिंदगी ऐशो आराम में गुजर रही है. क्या ये नई मायानगरी वास्तव मेंऐसी है, जैसा लोग सोचते हैं? इसका सबसे आसान तरीका है, उन लोगों से बात करना जो इस मुकाम तक पहुंचे हैं.

उन्होंने बताया, ‘मैंने अपने दोस्तों, परिवार और परिचितों के लिए टेक्नोलॉजी को आसानी से समझाने वाले YouTube Videos बनाने से शुरुआती की थी. इन वीडियोज को बनाते हुए मैंने हमेशा कंटेंट को बेहतर करना जारी रखा. मेरे चैनल टेक बर्नर कीसफलता मेरी टीम और ऑडियंस की वजह से है. मेरा मानना है कि निरंतरता, रिलेटेबिलिटी और ऑथेंटिसिटी की वजह से ही मेरेवीडियोज लोगों ने पसंद किए.’

अपने शुरुआती दिनों पर बात करते हुए श्लोक बताते हैं, ‘कॉलेज के दिनों में मैं अपने पिता का ऑफिस लैपटॉप वीडियोज बनानेके लिए यूज करता था. मैंने वक्त से साथ सीखा कि कैमरे के सामने कैसे बोले और फिर टेक्नोलॉजी से जुड़ी जानकारी को सिंपलऔर एंटरटेनमेंट वाले ढंग से पेश करना शुरू किया. शुरुआती 4 साल में मेरे फॉलोओवर्स की संख्या सिर्फ 5 हजार ही पहुंच पाईथी और आज 5 करोड़ तक व्यूज हर महीने आते हैं. इन सब में वक्त लगा. मगर शुरुआत से ही मैंने सीखना और वीडियोज बनानाजारी रखा.

अपने शुरुआती दिनों को याद करते हुए सलोनी गौर ने बताया, ‘मैं पहली बार अपने पैरेंट्स से दूर रह रही थी और ये मेरे लिएआसान नहीं था. कॉलेज में दोस्ती मेरे लिए थोड़ी मुश्किल रही और उसी दौरान मुझे सोशल मीडिया ऐप्स के बारे में पताचला.पहली बार स्मार्टफोन मिलने के बाद मैंने इन सब के बारे में जाना. कंटेंट क्रिएटर बनने की रहा मुझे मेरे भाई ने दिखाई. मैंनेफैसला किया कि मैं अपने जोक्स को सिर्फ दोस्तों से ही नहीं बल्कि इंस्टाग्राम पर वीडियो बनाकर भी शेयर करूंगी. मुजे याद हैकि हमारे हॉस्टल में सिर्फ एक टीवी होता था और बच्चों में अपने पसंद का चैनल देखने के लड़ाई तक होती थी. ऐसे में हमारे पासएंटरटेनमेंट का कोई दूसरा तरीका नहीं था.इसलिए मैंने सोचा कि कुछ अपना क्यों ना शुरू किया जाए.’

सलोनी बताती है कि शुरुआत में उनका इस सेक्टर में कोई प्लान नहीं था, वो बस अपना पैशन फॉलो कर रही थीं. उन्होंने हिम्मतदिखाते हुए अपने अकाउंट को पब्लिक किया और साल 2019 में उनका एक वीडियो वायरल हो गया. यहां से उनके पैशन सेकमाई की शुरुआत हुई. किसी भी प्लेटफॉर्म पर पैसे आना इतना आसान नहीं होता है. 

सलोनी ने इस बारे में बताया, ‘इंस्टाग्राम के लिए कंटेंट क्रिएट करने के बारे में मैंने बहुत ज्यादा प्लान नहीं किया था. बल्कि इधरभी करियर बन सकता है मुझे इस बारे में भी जानकारी नहीं थी. मैंने अपना पहला वीडियो साल 2017 में बनाया. तब तक मुझेलगता था कि सिर्फ YouTube Videos ही मॉनेटाइज होते हैं.’ उन्होंने बताया कि पहली कमाई इंस्टाग्राम एडवरटाइजमेंट से हुईथी. इसके बाद ब्रांड्स कोलैबोरेशन होने लगे और धीरे-धीरे इनकम बढ़ती गई. YouTube पर महेश केशवाला का अकाउंट भीकाफी चर्चित है. Thugesh के नाम से उनका YouTube चैनल है, जिस पर 4 मिलियन (40 लाख) से ज्यादा फॉलोअर हैं. 

अपने सफर के बारे में महेश बताते हैं, ‘साल 2015-16 में मैं भुवन बाम के वीडियोज देखा करता था.’ यहां से ही उन्हें अपने सफरको शुरू करने की प्रेरणा मिली और फिर उन्होंने अपना चैनल बनाया. मगर शुरुआत बहुत अच्छी नहीं रही. उन्होंने शुरुआत में बहुतकुछ ट्राई किया. मीम्स हो या फिर टॉप 10 प्लेस टू विजिट उन्होंने कई तरह के कंटेंट बनाए. घरवालों का बताना भी मुश्किल थाकि वो YouTube पर क्या कर रहे हैं, लेकिन उन्होंने वीडियो बनाना जारी रखा.

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %

इंडिया अलर्ट- कोरोना बढ़ने लगी टेंसन पीएम मोदी आज करेंगे हाईलेवल मीटिंग, एक्शन में सीएम योगी-अरविंद केजरीवाल

0 0
Read Time:19 Minute, 19 Second

चीन के बाद जापान-अमेरिका में भी फूटा कोरोना बम, 24 घंटे में 5.37 लाख नए मरीज

Corona BF.7 Variant: भारत में कोरोना के नए वेरिएंट BF.7 की पुष्टि हो गई है. गुजरात और ओडिशा में नए मामले सामने आए हैं. हालांकि अच्छी खबर ये है कि ये तीनों मरीज पूरी तरह ठीक हो चुके हैं. घबराने की कोई ज़रूरत नहीं है. इन मामलों के बाद भारत सरकार अलर्ट मोड पर है और टेस्टिंग बढ़ाने पर जोर दे रही है. पीएम नरेंद्र मोदी आज कोविड की स्थिति की समीक्षा करेंगे.

दिल्ली और यूपी सरकार ने भी आज कोरोना के नए वेरिएंट पर चर्चा करने के लिए हाइलेवल मीटिंग बुलाई गई है. नए वेरिएंट से बचाव पर डॉ वीके पॉल ने मास्क के इस्तेमाल और बूस्टर डोज लगवाने की सलाह दी है. कोरोना को लेकर भारत के एयरपोर्ट पर भी रैंडिम चेकिंग की जा रही है.

भारत में 10 अलग वेरिएंट मौजूद

देश में फिलहाल कोरोना के 10 अलग-अलग वेरिएंट मौजूद हैं. इसमें सबसे ताजा वेरिएंट BF 7 है. देश में अभी भी सबसे ज्यादा तबाही मचाने वाले डेल्टा वेरिएंट के कुछ केस मिल जाते हैं. भारत में ज्यादातर लोगों को कोरोना वैक्सीन लग चुकी है और कोरोना के खिलाफ हर्ड इम्युनिटी भी बड़ी आबादी में मौजूद है. ऐसे में चीन की तरह डरने की ज़रूरत तो नहीं लेकिन सरकार सतर्क हो गई है. अभी कोविड गाइडलाइन में कोई बदलाव नहीं किया गया है.

स्वास्थ्य मंत्रालय ने दिए ये निर्देश

•             सर्दी और फ्लू की जांच करवाएं

•             बूस्टर डोज़ की खुराक लें

•             सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें

•             भीड़ में मास्क का इस्तेमाल करें

अब कोरोना पर हर हफ्ते स्वास्थ्य मंत्रालय की समीक्षा बैठक होगी. इसके अलावा देश में बाहर से आने वाले यात्रियों की भी रैंडम जांच शुरू की गई है. लोगों से सावधानी बरतने की अपील की जा रही है.

चीन में कोरोना के तेज रफ्तार से फैलने की वजह कोरोना का नया वेरिएंट BF.7 है. आपको बताते हैं ये कितना ख़तरनाक है.

•             वेरिएंट BF.7 ओमिक्रॉन वेरिएंट से निकला है और ये ओमिक्रॉन का सबसे ताकतवार वेरिएंट है

•             वेरिएंट BF.7 बहुत जल्दी एक इंसान से दूसरे इंसान में ट्रांसफर होता है

•             संक्रमित होने के बाद इसके लक्षण भी तुरंत सामने आते हैं 

•             वेरिएंट BF.7  में 1 मरीज़ से 16 लोगों को संक्रमित करने की क्षमता है

•             वेरिएंट BF.7 कमज़ोर इम्युनिटी वालों पर घातक साबित होता है…इसलिए चीन में बुजुर्ग सबसे ज्यादा इंफेक्टेड हैं

•             वेरिएंट BF.7 इतना ताकतवर है कि चीन में फुली वैक्सीनेटेड लोगों को भी ये संक्रमित कर रहा है

चीन के बाद जापान-अमेरिका में भी फूटा कोरोना बम, 24 घंटे में 5.37 लाख नए मरीज

चीन ही नहीं दुनियाभर में कोरोना के केस तेजी से बढ़ने लगे हैं. पिछले 24 घंटे में दुनियाभर में 5.37 लाख केस सामने आए हैं. वहीं 1396 लोगों की जान इस दौरान गई है. पिछले 24 घंटे में सबसे ज्यादा केस जापान में मिले हैं. इतना ही नहीं अमेरिका में भी 50 हजार से ज्यादा मामले सामने आए हैं. उधर, चीन में कोरोना से तबाही जारी है. यहां न सिर्फ तेजी से केस बढ़ रहे हैं, बल्कि महामारी से लोगों की जान भी जा रही है.

हालत ये हो गए हैं कि अस्पतालों में मरीजों के इलाज के लिए जगह नहीं बची है. यह बात वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) ने भी मानी है. WHO ने कहा कि कोरोना की मौजूदा लहर के चलते चीन में अस्पताल भर गए हैं. चीन के अलावा अमेरिका, जापान समेत दुनिया के तमाम देशों में भी कोरोना के केस तेजी से बढ़ रहे हैं. ऐसे में भारत सरकार के साथ साथ राज्य भी अलर्ट पर आ गए हैं. आईए जानते हैं कोरोना के 10 बड़े अपडेट्स-

1- 24 घंटे में दुनियाभर में कितने केस मिले?

कोरोना के आंकड़ों पर नजर रखने वाली संस्था worldometer के मुताबिक, दुनियाभर में पिछले 24 घंटे में 5.37 लाख केस सामने आए हैं. वहीं 1396 लोगों की मौत महामारी से हुई है. अब तक दुनियाभर में कोरोना के 659497698 केस मिल चुके हैं. वहीं 20 करोड़ एक्टिव केस हैं.

2- जापान में सबसे ज्यादा केस मिले

जापान में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 2.06 लाख केस मिले हैं. वहीं, 296 लोगों की मौत हुई है. अमेरिका में भी 50 हजार से ज्यादा केस मिले हैं. जबकि 323 लोगों ने अपनी जान गंवाई है. इसके अलावा दक्षिण कोरिया में 88,172, फ्रांस में 54,613 और ब्राजील में 44415 केस मिले हैं. जबकि ब्राजील में महामारी से 197 लोगों की मौत हुई है.

3- भारत में कितने केस मिले?

भारत में पिछले 24 घंटे में 145 केस मिले हैं. हालांकि, इस दौरान किसी की जान नहीं गई है. अब तक देश में 44,677,594 केस मिल चुके हैं. वहीं, 5.3 लाख लोग अब तक महामारी में अपनी जान गंवा चुके हैं. देश में एक्टिव केस सिर्फ 4672 हैं.

4- चीन में कितने केस मिले?

चीन के आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, देशभर में बुधवार को 3,030 केस मिले हैं. जबकि किसी की जान नहीं गई है. इससे पहले मंगलवार को कोरोना से चीन में 5 लोगों की मौत हुई है. हालांकि, चीन से जो वीडियो और तस्वीरें सामने आ रही हैं, वे कुछ और ही कहानी बयां कर रही हैं. इतना ही नहीं WHO ने भी माना है कि चीन में मौजूदा लहर के चलते अस्पताल भर गए हैं.

दुनिया भर में कोरोना से जुड़े अपडेट्स

कोरोना वर्ल्ड स्पीडोमीटर के आंकड़ों का मानें तो अमेरिका में बीते 24 घंटे में 326, फ्रांस में 127, ब्राजील में 197, साउथ कोरिया में 59, जापान में 296, रूस में 59 मौतें दर्ज की गई हैं. ये आंकड़ा आठ बजे तक का है।

अमेरिका, फ्रांस, ब्राजील, साउथ कोरिया और जापान में ज्यादा मौतें हो रही हैं. ऐसा लग रहा है कि चीन से बढ़कर वायरस यूरोप के कई देशों तक पहुंच गया है।

जर्मनी ने बुधवार को बर्लिन से बायोएनटेक कोविड वैक्सीन की पहली खेप चीन भेजी है। ये वैक्सनी पहले चीन में रह रहे 20 हजार जर्मन प्रवासियों को लगाई जाएगी।

अब जापान, दक्षिण कोरिया और फ्रांस में कोरोना का खतरा बढ़ रहा है। Worldometers.info के डेटा के मुताबिक, इन देशों में मरीजों की संख्या 10 लाख 65 हजार, 4 लाख 61 हजार और 3 लाख 58 हजार है।

एक हफ्ते में दुनिया में कोरोना के 34 लाख 84 हजार मामले सामने आए हैं। 9 हजार 928 लोगों की मौत हुई है। भारत में 7 दिन में 1,081 मामले सामने आए हैं।

एक हफ्ते में दुनिया में कोरोना के 34 लाख 84 हजार मामले सामने आए हैं। 9 हजार 928 लोगों की मौत हुई है। भारत में 7 दिन में 1,081 मामले सामने आए हैं।

कोरोना के अंत की घोषणा करना होगी जल्दबाजी

वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) का कहना है कि कोरोना के वैश्विक अंत की घोषणा करना फिलहाल जल्दबाजी होगी। यानी कोरोना अब भी ग्लोबल इमरजेंसी बना रहेगा। WHO ने ये बात चीन में लॉकडाउन हटने के बाद बढ़ते संक्रमण के मामलों को देखते हुए कही है।

चीन से कोविड डेटा भी मांगा

15 दिसंबर को WHO के चीफ टेड्रोस एडहानॉम ने कहा था कि 2023 में कोरोना ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी नहीं रहेगा। उन्होंने कहा था- हम उम्मीद करते हैं कि अगले साल हम ये कह सकें की कोरोना का खतरा कम हो गया है और ये हेल्थ इमरजेंसी नहीं है।

उन्होंने चीन से कोरोना वायरस को लेकर डेटा शेयर करने के लिए भी कहा था। WHO ने एक बयान में कहा- कोरोना को बेहतर ढंग से समझने के लिए और इसके ओरिजन से जुड़ी जानकारी के लिए चीन से डेटा मांगा गया है। चीन के वुहान में ही कोरोना का पहला मामला सामने आया था।

चीन में 7 दिन में 15 हजार 548 केस और 7 मौतें रिपोर्ट की गई हैं। हालांकि एक्सपर्ट्स को आशंका है कि सही आंकड़ा छुपाया जा रहा है। मरीजों की संख्या कई गुना ज्यादा हो सकती है।

चीन में 7 दिन में 15 हजार 548 केस और 7 मौतें रिपोर्ट की गई हैं। हालांकि एक्सपर्ट्स को आशंका है कि सही आंकड़ा छुपाया जा रहा है। मरीजों की संख्या कई गुना ज्यादा हो सकती है।

फ्रांस में हालात बिगड़े, एक दिन में 57 हजार मामले मिले

फ्रांस में कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं। 16 दिसंबर को यहां 57,849 मामले सामने आए थे। सरकार लोगों से मास्क लगाने की अपील कर रही है। लोगों को बूस्टर डोज लगवाने की सलाह दी जा रही है। इधर, साउथ कोरिया में 20 दिसंबर को 87,759 मामले सामने आए थे। 56 लोगों की मौत हुई थी।

अमेरिका में नया खतरा

अमेरिका में भी एक बार फिर कोविड केस बढ़ने लगे हैं। बुधवार को कुल संक्रमितों का आंकड़ा 10 करोड़ के पार हो गया। ‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ की एक स्पेशल रिपोर्ट के मुताबिक, बाइडेन एडमिनिस्ट्रेशन के लिए सबसे बड़ी फिक्र बुजुर्गों का वैक्सीनेशन है।

रिपोर्ट के मुताबिक- 65 साल या इससे ज्यादा उम्र के 94% सीनियर सिटिजन्स ने शुरुआती दो वैक्सीन डोज लिए हैं। चिंता की बात यह है कि 36% बुजुर्ग ऐसे हैं जिन्होंने बूस्टर शॉट नहीं लगवाए और नई लहर में इन्हें खतरा माना जा रहा है। मेडिकल एक्सपर्ट्स मानते हैं कि सरकार के पास इस दिक्कत से निपटने का कोई पुख्ता प्लान भी नहीं है। दिक्कत इसलिए भी है क्योंकि 70 साल या इससे ज्यादा उम्र के अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों का आंकड़ा कम उम्र के लोगों से चार गुना ज्यादा रहा है।

चीन अनलॉक पर उतारू, कामगारों से कह रहा- संक्रमित हो तो भी काम पर लौटो

चीन में कोरोना संक्रमण जिस तरह से तांडव मचा रहा है और हालात लगातार बिगड़ रहे हैं। इन हालातों में भी शी जिनपिंग चीन में लॉकडाउन लगाने को तैयार नहीं हैं। देश को अनलॉक करने के लिए चीन 3 साल पुरानी जीरो कोविड नीति को भी छोड़ चुका है। अलग-अलग माध्यमों से लोगों को यह समझा रहा है कि ओमिक्रॉन वैरिएंट खतरनाक नहीं है। यह मौसमी फ्लू जैसा ही है। देश के सबसे प्रभावशाली महामारी विज्ञानी झोंग नानशान ने तो हाल ही में यह तक कह दिया कि ओमिक्रॉन वायरस जुकाम से ज्यादा कुछ नहीं है।

अधिकारियों का मानना है कि वायरस भले ही फैले लेकिन अर्थव्यवस्था की गति बनी रहनी चाहिए। मैन्यूफैक्चरिंग और फैक्ट्रियों में उत्पादन नहीं थमना चाहिए। इसी नीति के तहत शहरों में कामगारों से कहा जा रहा है कि भले ही वे संक्रमित हों, उन्हें काम पर लौटना चाहिए। अधिकारियों ने पश्चिमी महानगर चोंगकिंग में सरकारी कर्मचारियों से कहा है कि अगर वे गैर लक्षणों वाले कोरोना से संक्रमित हैं, तो उन्हें काम पर आना होगा। उधर पूर्वी तट पर मैन्यूफैक्चरिंग हब जेझियांग में अधिकारी ने कहा कि संक्रमित होने के बावजूद लोगों को काम करना चाहिए।

चीन में ओमिक्रॉन के नए वेरिएंट ने बढ़ाया खतरा

चीन में ओमिक्रॉन का नया वैरिएंट BF.7 फैल रहा है। हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि ये ओमिक्रॉन का सबसे शक्तिशाली वैरिएंट है। BF.7 वैरिएंट कोरोना वायरस के स्पाइक प्रोटीन में एक खास म्यूटेशन से बना है जिसका नाम है R346T। एक्सपर्ट्स के मुताबिक इसी म्यूटेशन की वजह से इस वैरिएंट पर एंटीबॉडी का असर नहीं होता।

आसान शब्दों में कहें तो अगर किसी शख्स को पहले कोरोना हो चुका है या उसने वैक्सीन लगवाई है, तो उसके शरीर में एंटीबॉडी बन जाती है। BF.7 वैरिएंट इस एंटीबॉडी को भी चकमा देकर शरीर में घुसने में सक्षम है।

इन चीजों का भी जरूर रखें ध्यान- सरकार ने भी जारी की है एडवाइजरी
Coronavirus Alert: कोरोना से निपटने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग को जरूरी बताया गया है. इसके लिए दो गज की दूरी बनाने की बात कही गई थी. जिससे कोरोना को फैलने से रोका जा सके.
कोरोना मामले कम होने पर हटाई गई थी पाबंदियां
भारत में कोरोना ने पहली और दूसरी लहर में जमकर तबाही मचाई, सैकड़ों लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी और अस्पतालों की व्यवस्था भी चरमरा गई. हालांकि इसके बाद हालात सुधरते गए और लगातार मामलों में कमी देखी गई. मामले कम होने के साथ ही कोरोना पाबंदियों में भी ढील शुरू हो गई. आखिरकार 1 अप्रैल 2022 से तमाम तरह की पाबंदियां हटा दी गईं.

अगर आप किसी से मिलते हैं तो बिना फिजिकल टच यानी बिना हाथ मिलाए या गले मिले उसे ग्रीट कीजिए. इसके लिए आप हाथ जोड़कर नमस्कार कर सकते हैं.
कोरोना से निपटने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग को जरूरी बताया गया है. इसके लिए दो गज की दूरी बनाने की बात कही गई थी. जिससे कोरोना को फैलने से रोका जा सके.
सरकार की तरफ से लोगों को सलाह दी गई है कि हाथ से बने रीयूजेबल फेस मास्क का इस्तेमाल करें. खासतौर पर भीड़भाड़ वाली जगहों पर मास्क जरूर पहनें.
अगर आप बाहर हैं तो अपने हाथों से अपनी आंखों, नाक और मुंह को छूने से बचें. इसके लिए आप पहले हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल कर सकते हैं. हाथों को लगातार धोते रहें.
सरकार की तरफ से कोरोना से बचाव के लिए खुले में थूकने से बचने की भी सलाह दी गई है. इससे कोरोना फैलने का खतरा ज्यादा बना रहता है.
कोरोना से बचाव के लिए बहुत जरूरी होने पर ही ट्रैवल करने की सलाह दी गई है. साथ ही कहा गया है कि भीड़भाड़ वाली जगह का हिस्सा न बनें, यानी भीड़ से खुद को अलग रखें.
सोशल मीडिया पर कोई भी ऐसा पोस्ट न डालें जिससे नेगेटिव जानकारी या डर फैलने का खतरा हो. कोरोना को लेकर कोई भी जानकारी लेनी हो तो उसके लिए क्रेडिबल सोर्स का इस्तेमाल करें.

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %

जाने क्या है social मीडिया मार्केटिंग और कैसे बड़े ब्रांड्स इनका उपयोग करते है

0 0
Read Time:2 Minute, 13 Second

डिजिटल भारत l आपने जरुर Social Media के बारे सुना होगा. क्यूंकि आप अपने रोजमर्रा के जिंदगी में Social Media जैसे की Facebook, Twitter, Instagram का इस्तमाल करते हैं. क्या आपने कभी ये सोचा है की इन सभी Social Media की मदद से भी marketing की जा सकती हैं.

इन सभी के इस्तमाल से भी अच्छी खासी marketing की का सकती है. Marketing का मतलब है की लोगों को अपने Brand के विषय में बताना और लोगों को ये चीज़ बताने के लिए ऐसे जगहों की जरुरत हैं जहाँ की लोगों का हमेशा से जाना आना रहता है और ऐसे में Social Media से ज्यादा सही जगह शायद ही Advertisers को कहीं और मिले.

आजकल Social Media Marketing एक बहुत ही Powerful तरीका बन गया है किसी भी business के लिए. क्यूंकि ये किसी भी business के लिए उपयुक्त है. अभी तो पहले से ही Customers अपने प्रिय Brands के साथ interact कर रहे हैं. इसलिए यदि आप अपने audience के साथ Social Platforms जैसे की Facebook, Twitter, Instagram और Pinterest में interact नहीं कर रहे हैं तब आप बहुत कुछ miss कर रहे हैं.

आज के ज़माने में मीम्स का इस्तमाल मार्केटिंग के क्षेत्र में नई तकनीक के रूप में हो रहा है और मीम्स के जरिये मार्केटिंग के इस नए तरीके को लोकल कम्पनी के साथ – साथ बड़े बॉन्ड्स भी इसी तकनीक का उपयोग कर रहे है आज जहा सारा सरे ब्रांड्स आज कल मीडिया मार्केटिंग में बाकी प्लेटफार्म ज्यादा फोकस करते है और इन प्लेटफॉर्म्स पर मीम्स सबसे ज्यादा ट्रैंड करती है ऐसे ही कुछ ब्रांड्स लगातार ट्रेंडिंग टॉपिक्स पर मीम्स शेयर करते रहते है

  1. ज़ूमेटो
2. नेस्ले
3. Netflix
इस तरह से ये ब्रांड्स ट्रैंड कर रहे टॉपिक से रिलेटेड मीम्स से अपने प्रोडक्ट की मार्केटिंग करते है
Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %

फायलेरिया की दवा खाने के लिये आमजन को दें : स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी

0 0
Read Time:4 Minute, 51 Second

डिजिटल भारत l प्रभावित जिलों में एमडीआर के लिये बनाएँ विशेष रणनीति
स्टेट टास्क फोर्स कमेटी ने दिए सुझाव

लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने कहा है कि फायलेरिया प्रभावित जिलों में
मास लेवल पर फायलेरिया निरोधी दवा की खुराक सभी लोग के लिए एक बार लेना जरूरी है। इसके लिये आमजन
को समझाइस दी जाए। फायलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम में ऐसे जिले जहाँ पर फायलेरिया के केस पूरी तरह से
समाप्त नहीं हुए है, उनमें मास लेवल पर फायलेरिया निरोधी दवा की खुराक दी जाना है। फायलेरिया निरोधी दवा
की खुराक सभी को लेना है। इससे फायलेरिया को समाप्त किया जा सकता है। यदि प्रभावित क्षेत्र अथवा जिले के
कुछ लोग दवा का सेवन नहीं करते है तो इससे पूरा क्षेत्र फायलेरिया बीमारी से पीड़ित बना रहता है। स्वास्थ्य मंत्री
डॉ. चौधरी सोमवार को मंत्रालय में राष्ट्रीय फायलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम की स्टेट टास्क फोर्स की बैठक को
संबोधित कर रहे थे। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने बताया कि आम लोगों को फायलेरिया बीमारी के उन्मूलन के लिये
दवा खाने की आवश्यकता का एहसास कराना होगा। आमजन को यह समझाइस देना होगी कि फायलेरिया से मुक्ति
तभी संभव जब प्रभावित जिले के सभी लोगों द्वारा दवा का एक बार सेवनअवश्य किया जाए। उन्होने कहा कि
आमजन को यह जानकारी दी जाए कि फायलेरिया की रोकथाम के लिये दवा खाने से फायलेरिया की बीमारी नहीं
होगी और दवा का दुष्प्रभाव नहीं है। फायलेरिया के उन्मूलन के लिये संबंधित जिलों के जनसमुदाय को दवा खाना
जरूरी है। इस संदेश को विभिन्न माध्यमों से प्रभावित जिलों में जन-जन तक पहुँचाया जाए। स्वास्थ्य मंत्री डॉ.
चौधरी ने कहा कि देश में 20 राज्य के 133 जिलों में फायलेरिया उन्मूलन प्रगति पर है। प्रदेश में 12 एंडेमिक
जिलें है। उन्होंने बताया कि फायलेरिया संक्रमित मच्छर क्यूलेक्स के द्वारा फैलने वाली बीमारी है।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि छतरपुर, दतिया, कटनी, पन्ना, उमरिया, रीवा, टीकमगढ़ और निवाड़ी
में एमडीए की गतिविधि की जा रही है। सागर, सतना, छिन्दवाड़ा और दमोह जिले को ट्रांसमिशन असिसमेन्ट सर्वे
के लिये शामिल किया गया है। उन्होंने कहा कि एमडीए की गतिविधि के सफलतापूर्वक संचालन के लिये संबंधित
जिलों के स्थानीय जनप्रतिनिधियों सहित नगरीय निकायों के पार्षद और ग्राम पंचायत के सरपंच से अभियान में
भागीदार बनाने के लिये पहल की जाएँ

। उन्होंने कहा कि शिक्षा, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, महिला-बाल विकास,
जल संसाधन, किसान कल्याण एवं कृषि विकास, नगरीय विकास एवं आवास, जनजातीय कार्य, सामाजिक न्याय
एवं नि:शक्तजन कल्याण विभाग के मैदानी अमले को फायलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम में जोड़ने की जरूरत है। बैठक
में एसीएस स्वास्थ्य श्री मोहम्मद सुलेमान, स्वास्थ्य आयुक्त डॉ. सुदाम खाड़े, सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास
श्री धनंजय सिंह, सचिव वन विभाग श्री एके मिश्रा, एमडीएनएचएम सुश्री प्रियंका दास, अतिरिक्त आयुक्त नगरीय
विकास डॉ. सत्येन्द्र सिंह, अतिरिक्त आयुक्त अनुसूचित जनजाति कल्याण श्री केजी तिवारी और टास्क फोर्स कमेटी
के सदस्य उपस्थित थे।

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %

राष्ट्रपति की उपस्थिति में जनजातीय गौरव दिवस से लागू होगा पेसा एक्ट : मुख्यमंत्री शिवराज चौहान

0 0
Read Time:2 Minute, 24 Second

डिजिटल भारत l मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि यह मध्यप्रदेश के लिये गौरव की बात है कि राष्ट्रपति
द्रोपदी मुर्मू के मुख्य आतिथ्य में शहडोल में 15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस का राज्य स्तरीय
कार्यक्रम होगा। इसी दिन मध्यप्रदेश में जनजातीय समुदाय के हित में पेसा एक्ट भी अधिकारिक रूप से लागू किया
जायेगा। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि सामाजिक समरसता के साथ प्रदेश का विकास सरकार की प्राथमिकता है।


मुख्यमंत्री चौहान आज शहडोल के लालपुर ग्राम में जनजातीय गौरव दिवस की तैयारियों की समीक्षा के बाद
उमरिया जिले के गुरूवाही में पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने यहाँ मौजूद बच्चों से चर्चा भी की। गुरूवाही
से बाँधवगढ़ जाते समय मुख्यमंत्री से कस्तूरबा गांधी छात्रावास की छात्राओं ने मुलाकात की और उनका आत्मीय
स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने अपनी भांजी छात्राओं को आशीर्वाद दिया और उनकी शिक्षा के संबंध में जानकारी ली।मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कि मध्य प्रदेश की धरती पर भी भीमा नायक, टंट्या मामा, रघुनाथ शाह-शंकर शाह जैसे जनजातीय नायकों की स्मृति में स्मारक बनाने का कार्य किया गया है। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम के कई शहीद ऐसे थे, जिनका बलिदान सामने नहीं आ पाया। मानगढ़ में गोविंद गुरू ने अपने धर्म और संस्कृति की रक्षा के लिए अंग्रेजों की चुनौती को स्वीकार किया और 1500 से अधिक वीरों ने बलिदान दिया। प्रधानमंत्री मोदी का बलिदान स्थल पर स्मारक बनाने का निर्णय अभिनंदनीय है

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शहडोल के लालपुर ग्राम में जन-प्रतिनिधियों और अधिकारियों के साथ की समीक्षा, राज्य स्तरीय जनजातीय गौरव दिवस की तैयारियों का लिया जायजा

0 0
Read Time:3 Minute, 11 Second

डिजिटल भारत l मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज शहडोल के लालपुर गाँव पहुँच कर राज्य-स्तरीय जनजातीय
गौरव दिवस की तैयारियों का जायजा लिया और अधिकारियों के साथ समीक्षा की। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि
यह हमारा सौभाग्य है कि जनजातीय गौरव दिवस पर राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू मध्यप्रदेश आ रही है। राष्ट्रपति
बनने के बाद उनकी यह पहली मध्यप्रदेश की यात्रा है। हम उनका शहडोल में भव्य स्वागत करें और कार्यक्रम को
ऐतिहासिक, अभूतपूर्व एवं गरिमामयी स्वरूप प्रदान करें। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि 15 नवम्बर भगवान
बिरसा मुंडा के जन्म-दिवस पर जनजातीय परंपराओं एवं संस्कृति पर आधारित लोक नृत्यों एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम
सुनिश्चित किये जायेंगे। राष्ट्रपति का जनजातीय परंपराओं के अनुसार भव्य और गरिमामय स्वागत की तैयारियाँ
भी सुनिश्चित की जाये। कमिश्नर शहडोल संभाग श्री राजीव शर्मा ने सभा स्थल की तैयारियों, बैठक, पार्किंग,
पेयजल, परिवहन एवं भोजन व्यवस्था की तैयारियों की जानकारी दी।

खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री श्री
बिसाहूलाल सिंह, जनजातीय कल्याण मंत्री सुश्री मीना सिंह, विधायक जयसिंह मरावी, मनीषा सिंह,
शरद कोल, अध्यक्ष नगरपालिका बुढार श्रीमती शालिनी सरावगी, एडीजी डीसी सागर, मुख्य वन संरक्षक
लाखन सिंह उइके, कलेक्टर वंदना वैद्य सहित जन-प्रतिनिधि एवं अधिकारी उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री
चैहान ने कहा कि यह हर्ष का विषय है कि 15 नवम्बर को भगवान बिरसा मुंडा के जन्म-दिवस पर राष्ट्रपति
श्रीमती द्रौपदी मुर्मू की उपस्थिति में मध्यप्रदेश में सामाजिक समरसता लाने के उददेश्य से पेसा एक्ट लागू होगा।
मुख्यमंत्री चौहान शहडोल जिले के लालपुर में राज्य स्तरीय जनजातीय गौरव उत्सव की तैयारियों पर पत्रकारों से
चर्चा कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सभी मिलकर सामाजिक समरसता का परिचय देते हुए महामहिम
राष्ट्रपति का ऐसा ऐतिहासिक और गौरवपूर्ण स्वागत करें, जो उन्हें हमेशा स्मरण रहें। मुख्यमंत्री ने मीडियाकर्मियों
से भी इस कार्यक्रम में सहर्ष सहभागिता की अपील की।

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %

ऐसे बनाये ऑफिस के मोहोल को खुशनुमा एंड रिलेक्सिंग , बढ़ाये अपनी प्रॉडक्टिवटी

0 0
Read Time:4 Minute, 33 Second

डिजिटल भारत l ऑफिस एक ऐसी जगह है, जहां पर हर व्यक्ति अपना बेस्ट देना चाहता है। ऑफिस में आपकी परफार्मेंस कहीं ना कहीं आपकी करियर ग्रोथ पर असर डालती है। शायद यही कारण है कि महत्वाकांक्षी लोग अपने काम को लेकर काफी सीरियस होते हैं और वह उसे बेहतर तरीके से करना चाहते हैं।कई बार ऑफिस की टेंशन लोगो की निज़ी ज़िंदगी में भी दुःख का कारण बन जाती है. आज हम बात करेगें कि कैसे ऑफ़िस में एक खुशियों भरा माहौल बनाया जा सकता है और अपने कामो को अच्छे से किया जा सकता है

टीम वर्क को महत्त्व दें : ऑफिस में टीम वर्क को महत्त्व दें. ऐसे में एक दूसरे के साथ अच्छी बॉन्डिंग होगी और ऑफिस में खुशनुमा माहौल बना रहेगा.

विचार भेद को दे महत्त्व: कई बार ऑफिस में बॉस और एम्प्लॉय के बीच किसी काम को लेकर विचारों में मतभेद हो जाता है. सामने वाले के विचारों को ध्यान से सुनें और उनमें सही प्रतिक्रिया दें ताकि ऑफिस में असंतोष न फैले.
क्षमता से अधिक काम न ले: कई बार हम अपने ऑफिस में अपने सीनियर को खुश करने के चक्क्र में उन कार्यों के बारे में भी हां कर देते है जिनके बारे में हम नही जानते। ऐसा कभी न करें इससे आप ही का नुकसान है । जो कार्य आन नही कर सकते या आपकी क्षमता के विपरीत है उसके लिए ना करना सीखें। वही काम करे जो आप कर सकते है।

मल्टीटास्किंग से बचें : यह एक ऐसी मिसटेक है, जिसे अधिकतर लोग करते है और उसी के कारण वह तनाव में रहते हैं। भले ही आपके पास काम अधिक है, तो भी आप मल्टीटास्किंग से बचें (घर पर न लाएं ऑफिस का काम)। जब आप मल्टीटास्किंग करती हैं तो इससे आपके काम की स्पीड कम हो जाती है और इस तरह आप किसी भी काम को तय समय पर पूरा नहीं कर पाती हैं।

हेल्पिंग नेचर बनाएं रखें : कुछ लोग अपनी तारीफ़ करवाने के चक्कर में दूसरों को नीचे गिराने लग जातें हैं. इससे ऑफिस का माहौल खराब होता है. ऑफिस में बॉस से लेकर सारे स्टॉफ तक हेल्पिंग नेचर बनाए रखना चाहिए. इस तरह ऑफिस में भी अपनेपन का भाव बना रहेगा.
फन टाइम भी रखें : ऑफिस में ज्यादा काम का प्रेशर और फिर टाइम पर फाइल देने की जल्दबाजी में कुछ लोग काम को ही अपना जीवन समर्पित कर देते हैं. ऑफिस में कम से कम सप्ताह में एक दिन मनोरंजन का माहौल बनाया जाना चाहिए. सप्ताह के अंतिम दिन में ऑफिस में किसी तरह की एक फन एक्टिविटी को ज़रूर शामिल करें.

ऐसे करे समय की बचत : ऑफिस कार्य के दौरान कुछ शॉर्टकट तरीके होते है जो हमारे समय की बचत करते है। जैसे यदि आपसे कोई कॉल कर रहा है तो उसे मैसेज के साथ रिप्लाई देकर अपने समय की बचत करें। साथ ही आपके काम से जुड़े कई ऐसे शॉर्टकट है जो आपके समय की बचत करते है। आप कम्प्यूटर पर कार्य कर रहे है तो उसकी शॉर्टकट की बारीकियों को जाने यह समय बचत में सबसे बड़े उपयोगी है।
अपने टास्क को पूरा करे : आपने जो भी कार्य हाथ में लिया है उसे तय समय पर पूरा करें । यदि आप उस काम के प्रति लापरवाही कर अगले दिन पर टाल देते है तो इस आदत से आपके ऊपर वर्क लोड काफी बढ़ जाता है इसलिए काम के दौरान आलस को बिलकुल न अपनाएं । 2 मिनट ज्यादा सही पर उस काम को पूरा करे जो आपने करने के लिए हाथ में लिया है।

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %

अप्रैल में ट्विटर की बोली लगाने के बाद से ही एलन मस्‍क के संपत्ति में 70 अरब डॉलर की गिरावट आई, एलन मस्क ने ट्विटर के होने दिवालिया जताई आशंका

0 0
Read Time:5 Minute, 2 Second

डिजिटल भारत l ट्विटर के नए मालिक एलन मस्क ने गुरुवार को आशंका जताई कि माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म दिवालिया हो सकता है।
लगातार कंपनी छोड़ रहे वरिष्ठ अधिकारियों के इस्तीफे के बीच उन्होंने कहा कि वो कंपनी के दिवालिया होने से इनकार नहीं कर सकते।
दूसरी तरफ फेडरल ट्रेड कमीशन ने कहा है कि वह ट्विटर को ‘गहन चिंता’ की नजर से देख रहा है। इन इस्तीफों के बाद ट्विटर की तरफ से नियामकीय आदेशों का उल्लंघन होने का खतरा बढ़ गया है।
ब्लूमबर्ग न्यूज ने बताया 44 बिलियन डॉलर में खरीदने के दो सप्ताह बाद क्रेडिट विशेषज्ञों का कहना है कि ट्विटर के फाइनेंस को एक अनिश्चित स्थिति में छोड़ दिया है।

ट्विटर के दो अधिकारियों योएल रोथ और रॉबिन व्हीलर, जिन्होंने बुधवार को एलन मस्क के साथ एक ट्विटर स्पेस चैट को मॉडरेट किया, उनमे से एक व्यक्ति ने इस्तीफा दे दिया। इस घटना से जुड़े एक करीबी व्यक्ति ने समाचार एजेंसी रायटर्स को बताया। हालांकि दोनों अधिकारियों ने इस मुद्दे पर कोई कमेंट नहीं किया।
इससे पहले गुरुवार को ट्विटर की मुख्य सुरक्षा अधिकारी ली किसनर ने ट्वीट किया कि उन्होंने इस्तीफा दे दिया है। मुख्य गोपनीयता अधिकारी डेमियन कीरन और मुख्य अनुपालन अधिकारी मैरिएन फोगार्टी ने भी इस्तीफा दे दिया है।
अमेरिकी संघीय व्यापार आयोग ने कहा कि वह इन तीन गोपनीयता और अनुपालन अधिकारियों के पद छोड़ने के बाद ट्विटर को “गहरी चिंता” के साथ देख रहा था। इन इस्तीफे ने संभावित रूप से ट्विटर को नियामक आदेशों के उल्लंघन के जोखिम में डाल दिया है।

गुरुवार दोपहर ट्विटर पर सभी कर्मचारियों के साथ अपनी पहली बैठक में एलन मस्क ने चेतावनी दी कि कंपनी को अगले साल अरबों डॉलर का नुकसान हो सकता है।
ये अधिकारी छोड़ चुके कंपनी
बुधवार को विज्ञापनदाताओं की चिंताओं को दूर करने के लिए मस्क ने एक स्पेस आयोजित किया था। इसे मॉडरेट करने वाले दो अधिकारी योइल रॉथ और रॉबिन व्हीलर में से एक ने इस्तीफा दे दिया है।
गुरुवार को ही ट्विटर की मुख्य सुरक्षा अधिकारी ली किसनर ने कंपनी छोड़ने का ऐलान किया था कंपनी की मुख्य निजता अधिकारी डेमियन कियेर्न और मुख्य अनुपालन अधिकारी मारियाने फॉगार्टी भी इस्तीफा दे चुकी हैं।
एलन मस्क ने ट्विटर टेकओवर करने के बाद कहा था कि कंपनी को एक दिन में 4 मिलियन डॉलर से अधिक का नुकसान हो रहा है। बता दें एलन मस्क के पदभार संभालने के बाद विज्ञापनदाताओं ने ट्विटर से हटना शुरू कर दिया।

एफटीसी के सार्वजनिक मामलों के निदेशक डगलस फरार ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स को बताया, “हम ट्विटर पर हालिया घटनाओं को गहरी चिंता के साथ ट्रैक कर रहे हैं। कोई भी सीईओ या कंपनी कानून से ऊपर नहीं है और कंपनियों को हमारी गाइडलाइन्स का पालन करना चाहिए। हमारा संशोधित आदेश हमें अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए नए उपकरण देता है और हम उनका उपयोग करने के लिए तैयार हैं।”

मस्क बोले- दूर भाग रहे विज्ञापनददाता
मस्क ने कहा कि कंपनी को रोजाना चार मिलियन डॉलर (लगभग 32 करोड़ रुपये) का नुकसान हो रहा है। इसकी बड़ी वजह यह है कि नया नेतृत्व आने के बाद से विज्ञापनदाता ट्विटर से दूर भाग रहे हैं।
बता दें कि ट्विटर 13 बिलियन डॉलर के कर्ज में हैं और उसे अगले 12 महीनों में 1.2 बिलियन डॉलर की राशि बतौर ब्याज चुकानी है, जबकि कंपनी की आमदनी इससे कम है।

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
100 %

‘एक देश, एक चुनाव’ के लिए हम तैयार, आख़िरी फ़ैसला सरकार के हाथ -मुख्य चुनाव आयोग, दिखाने होंगे देशहित के कार्यक्रम

0 0
Read Time:4 Minute, 45 Second

डिजिटल भारत l अंग्रेज़ी अख़बार टाइम्स ऑफ़ इंडिया के सवाल पर चुनाव आयुक्त ने ये प्रतिक्रिया दी.

मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा, “एक देश एक चुनाव व्यवस्था के तहत निश्चित रूप से एक बहुत बड़े तंत्र की ज़रूरत है लेकिन ये एक ऐसा मुद्दा है जिसपर संसद को फ़ैसला करना होगा. संसदीय और विधानसभा चुनाव एक साथ कराना चुनाव आयोग के क्षेत्राधिकार में नहीं आता. हालांकि, हमने सरकार को ये बता दिया है कि एक साथ चुनाव के प्रबंधन के लिए चुनाव आयोग पूरी तरह तैयार है.”

मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार बुधवार को पुणे में चुनाव आयोग के विषेश अभियान की शुरुआत करने के लिए पहुंचे थे.
इस दौरान उन्होंने कहा, “मेट्रो शहरों में चुनाव के लिए लोगों की उदासीनता सबसे बड़ी चुनौती है और इससे लोगों की भागीदारी बढ़ाकर ही निपटा जा सकता है.”

लोकसभा और विधानसभाओं के एक साथ चुनाव कराने की व्यवस्था लागू कराना आसान नहीं होगा.

इसके लिए संविधान में संशोधन करना होगा, दल-बदल क़ानून में संशोधन करना होगा. इसके अलावा जनप्रतिनिधि क़ानून और संसदीय प्रक्रिया से जुड़े अन्य क़ानूनों में भी बदलाव करने होंगे.

चुनाव आयुक्त ने ये भी बताया कि देश में 100 साल से अधिक उम्र वाले 2.49 लाख मतदाता हैं और करीब 1.8 करोड़ वोटर 80 साल से अधिक उम्र के हैं. चुनाव आयोग अब उन युवाओं पर ध्यान केंद्रित कर रहा है, जो 18 साल के होने जा रहे हैं.
नए दिशानिर्देशों के अनुसार, “चूंकि एयरवेव्स/फ़्रीक्वेंसी सार्वजनिक संपत्ति है और इसका इस्तेमाल समाज की बेहतरी के लिए होना चाहिए, इसलिए जिन कंपनियों के पास चैनल अपलिंक करने और भारत में इसे डाउनलिंक करने की मंज़ूरी है उन्हें एक दिन में कम से कम 30 मिनट के लिए राष्ट्री महत्व और समाज से जुड़े मुद्दे पर कार्यक्रम दिखाने होंगे.” “ये कार्यक्रम शिक्षा और साक्षरता का प्रसार, कृषि और ग्रामीण विकास, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, विज्ञान एवं तकनीकी, महिला कल्याण, समाज के कमज़ोर वर्गों के कल्याण, पर्यावरण और सांस्कृति धरोहरों के संरक्षण और राष्ट्रीय अखंडता से जुड़े होने चाहिए.”

अख़बार ने सूचना एवं प्रसारण सचिव अपूर्व चंद्र के हवाले से बताया है कि प्रसारकों और अन्य संबंधित इकाइयों से चर्चा के बाद जल्द ही इस कार्यक्रम के लिए टाइम स्लॉट और लागू करने की तारीख भी जारी कर दी जाएगी.

उन्होंने कहा मंत्रालय चैनल पर चलने वाले कंटेंट की निगरानी करेगा और अगर कोई नियमों की अनदेखी करता पाया गया तो उनसे स्पष्टीकरण मांगा जाएगा.

मंत्रालय ने कहा कि वाइल्डलाइफ़ और विदेशी चैनलों को नियमों से छूट मिल सकती है. वहीं, स्पोर्ट्स चैनल को लाइव टेलीकास्ट के दौरान नियमों से छूट मिलेगी.

नए दिशानिर्देशों में समाचार एजेंसियों के लिए पाँच साल की मंज़ूरी पाने का भी प्रावधान किया गया है, जबकि ये अभी एक साल के लिए मिलता है.
केंद्रीय कैबिनेट ने ‘भारत में टेलिविज़न चैनलों के लिए अपलिंकिंग और डाउनलिंकिंग के लिए नए दिशानिर्देशों’ को मंज़ूरी दे दी है. इसके तहत अब हर चैनल के लिए रोज़ाना राष्ट्र और समाज के हित में कार्यक्रम चलाना अनिवार्य हो जाएगा.

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %