DIGITAL BHARAT

एक भारत उत्कृष्ट भारत

नेशनल लोक अदालत का आयोजन

0 0
Read Time:4 Minute, 3 Second

राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, नई दिल्ली के निर्देशानुसार प्रदेश में 11 सितंबर को उच्च न्यायालय स्तर से लेकर जिला न्यायालयों, तालुका न्यायालयों, श्रम न्यायालयों, कुटुम्ब न्यायालयों में नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया जा रहा हैं। जिसमें न्यायालयीन लंबित दीवानी एवं आपराधिक शमनीय मामलों एवं बैंक, विद्युत, श्रम, जलकर, संपत्तिकर आदि प्री-लिटिगेशन प्रकरणों सहित सभी प्रकार के मामले निराकरण के रखे गये।नेशनल लोक अदालत में सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में लगभग 1382 खण्डपीठों का गठन किया गया था। लगभग 1 लाख 90 हजार से अधिक लंबित प्रकरणों तथा 2 लाख से अधिक प्री-लिटिगेशन प्रकरणों को लोक अदालत हेतु रैफर्ड किया गया है। नेशनल लोक अदालत का शुभारंभ शनिवार 11 सितम्बर को उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश एवं मुख्य संरक्षक, म.प्र. राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जस्टिस श्री मोहम्मद रफीक के कर कमलों से कार्यपालन अध्यक्ष म.प्र. राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण एवं न्यायमूर्ति श्री प्रकाश श्रीवास्तव, न्यायमूर्ति श्री अतुल श्रीधरन, अध्यक्ष उच्च न्यायालय विधिक सेवा समिति सहित अन्य न्यायमूर्तिगण उच्च न्यायालय तथा अन्य गणमान्य अतिथिगण की गरिमामय उपस्थिति में किया गया। इस अवसर पर मासिक न्यूज लेटर मैगजीन एवं वृक्षारोपण अभियान बुकलेट का विमोचन किया गया। नेशनल लोक अदालत में प्रकरणों के निराकरण पर कोर्ट फीस पक्षकार को वापसी योग्य होती है। लोक अदालत में दोनों पक्षकारों की जीत हुई , किसी भी पक्ष की हार नहीं हुई है। लोक अदालत में दोनों पक्षों की सहमति से मामला रखा गया। सौहार्द्रपूर्ण वातावरण में विवाद का निराकरण किया गये है, जिससे पक्षकारों के अमूल्य समय तथा व्यय होने वाले धन की बचत हुई ।और पक्षकारों में परस्पर स्नेह भी बना रहता है। लोक अदालत में मामला अंतिम रूप से निराकृत होता है, इसके आदेश की कोई अपील अथवा रिवीजन नहीं होती है। सदस्य सचिव मध्यप्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण धरमिंदर सिंह राठौड़ ने सभी से आह्वान किया गया था। ऐसे इच्छुक पक्षकारगण जो न्यायालय में लंबित एवं मुकदमेबाजी के पूर्व (प्रिलिटिगेशन प्रकरण) उल्लेखित प्रकार के चिन्हित किये गये प्रकरणों, विवादों का उचित समाधान कर आपसी सहमति से लोक अदालत में निराकरण कराना चाहते थे। वो संबंधित न्यायालय अथवा उच्च न्यायालय विधिक सेवा समिति, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण से सम्पर्क कर अपना मामला लोक अदालत में रखे जाने हेतु, अपनी सहमति व आवश्यक कार्यवाही 11 सितंबर के पूर्व पूर्ण करवा ली थी। ताकि मामला नेशनल लोक अदालत, 11 सितंबर को विचार में लेकर निराकृत किया जा सके।

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %

डेंगू बचाव समीक्षा बैठक जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा का शिकार

0 0
Read Time:5 Minute, 32 Second

जिले में डेंगू बीमारी के बढ़ते प्रकोप और उससे रोकथाम हेतु साँसद राकेश सिंह ने कलेक्ट्रेट सभागार में जनप्रतिनिधियों एवँ जिले के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की।साँसद ने बैठक में कहा कि कोविड जैसी महामारी से हम लड़ रहे है ।और बहुत हद तक इसका प्रभाव कम हुआ है किंतु जबलपुर जिले में डेंगू का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है और उससे बचने के लिए जिले के सभी जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों को मिलकर कार्य करना होगा साथ ही सबसे महत्वपूर्ण है कि डेंगू के बारे में लोगो को सही जानकारी उपलब्ध हो ताकि इससे बचा जा सके इस हेतु वृहत स्तर पर जनजागरण अभियान चलाना होगा और लोगो को बताना होगा कि किन कारणों से डेंगू होता है साथ ही इससे कैसे बचा जा सकता है। साँसद ने बताया कि अधिकारियों से चर्चा के उपरांत यह सामने आया कि डेंगू के विषय मे लोगो को पूर्ण जानकारी नही होती और जब मरीज के प्लेटेस्ट कम होते है तो उसकी वजह हर बार डेंगू नही होती बल्कि वायरल की वजह से भी प्लेटेस्ट कम होते है और जैसे ही प्लेटेस्ट कम होते है लोगो घबरा जाते जाते है साथ ही प्लेटेस्ट की जो सीमा है वह क्लीनिकली 40 हजार है जिसके बाद चिकित्सक मरीज को प्लेटेस्ट लगाने हेतु बताते है और यह संख्या जब 20 हजार हो जाती है तो उसके बाद ही प्लेटेस्ट लगाया जाना आवश्यक होता है ऐसे में कई बार देखने मे आता है कि जिनके प्लेटेस्ट 40 हजार से अधिक भी होते है तो मरीज और उनके परिजन प्लेटेस्ट लगाने का आग्रह करते है इसीलिए इसकी जागरूकता जरूरी है कि कब प्लेटेस्ट की आवश्यकता है और कब नही।श्री सिंह ने बताया कि डेंगू के परीक्षण हेतु बैठक में तय किया गया कि प्राइवेट पैथोलॉजी लैब वालो की बैठक बुलाई जाए और उनको बताया जाए कि डेंगू के लिए एलाइजा टेस्ट ही किये जायें क्योकि एलाइजा टेस्ट में ही डेंगू के सही लक्षण मिलते है। श्री सिंह ने बैठक में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से कहा कि डेंगू के परीक्षण में एलाइजा टेस्ट की किट की कोई कमी नही हों साथ ही जिन मरीजो को प्लेटेस्ट की आवश्यकता है उन्हें तत्काल उपलब्ध हो सके। साँसद श्री सिंह ने नगर निगम के अधिकारियों से भी चर्चा करते हुए कहा कि जिन स्थानों पर डेंगू फैला हुआ है वहाँ तो नियमित दवा का छिड़काव हो ही साथ ही ऐसे स्थान जहाँ इसकी संभावना है उनको भी चिन्हित करें और वहाँ भी सेनेटाइजेशन का कार्य नियमित कराया जाए।साँसद श्री सिंह ने बैठक में कहा कि डेंगू के इलाज और उसकी रोकथाम में किसी भी तरह की लापरवाही न बरती जाए यदि कोई अधिकारी लापरवाही करता है तो प्रदेश शासन द्वारा उस पर कार्यवाही की जाएगी। बैठक में स्वतंत्रता के 75वें वर्ष के उपलक्ष्य में अमृत महोत्सव के आलोक में 164 वर्षों बाद 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम में भारत के राज्यो में सर्वप्रथम जबलपुर के गोंडवाना राज्य के प्रथम बलिदानी राजा शंकरशाह एवँ कुँवर रघुनाथ शाह की बलिदान गाथा पर 14 सितम्बर से 18 सितंबर तक विविध कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं इस संबंध में भी दिशा निर्देश दिए गए डेंगू की रोकथाम के लिए प्रशासन और सांसद द्वारा समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया था लेकिन इस बैठक में जनप्रतिनिधियों के नाम पर सांसद राकेश सिंह विधायक अशोक रोहाणी और बरगी विधायक संजय यादव ही पहुंचे थे। जिला डेंगू की चपेट में जकड़ चुका है राजनीतिक पार्टियां और जनप्रतिनिधि आंदोलन तो कर रहे हैं लेकिन समीक्षा बैठक में उनकी अनुपस्थिति ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं वही इस बैठक में पहुंचे बरगी विधायक संजय यादव ने डेंगू संक्रमण जिस तरह पैर पसार रहा है उसे कोविड-19 से ज्यादा घातक करार दिया है उन्होंने कहा सरकार और जिला प्रशासन डेंगू की रोकथाम में पूरी तरह असफल हो गया है।

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %

दामाद ने सास एवं साले पर चलाई गोली इलाके में सनसनी भगदड़

0 0
Read Time:2 Minute, 16 Second

जबलपुर-रामपुर चौकी अंतर्गत इंद्रानगर में शुक्रवार की दोपहर उस समय भगदड़ मच गई जब ग्वालियर से आए एक परिवार हवाई फायर कर दिए। गोली की आवाज सुनकर आसपास के लोग घरों से बाहर निकल आए। और हवाई फायर करने वाले परिवार को खदेड़ दिया। घटना की जानकारी लगते ही ग्वारीघाट थाना पुलिस सहित रामपुर चौकी का बल मौके पर पहुंच गया। ग्वारीघाट पुलिस के अनुसार इंद्रानगर निवासी जानकी पासी के घर में ग्वालियर निवासी दामाद शिवकुमार गूजर अपने मां, बहन, भांजा के साथ कार में पहुंचे था। जानकी पासी की बेटी स्वाती का विवाह ग्वालियर निवासी शिवकुमार गूजर से हुआ था लेकिन शादी के बाद से ही दोनों पक्षों में विवाद चल रहा था। इसी के तहत दो दिन पहले जानकी पासी अपनी बेटी स्वाती और नातिन शिवन्या 5 साल को ग्वालियर से जबलपुर ले आई थी। इसकी जानकारी जब दामाद शिवकुमार गूजर को लगी तो वह शुक्रवार को एक कार से मां, बहन, भांजे के साथ रामपुर इंद्रानगर जबलपुर पहुंचा और अपनी बेटी शिवन्या को ले जाना लगा। इसका विरोध जानकी पासी और बेटी स्वाती ने किया तो दहशत फैलाने शिवकुमार ने हवाई फायर कर दिए। हवाई फायर सुनते ही क्षेत्रीय लोग एकत्रित हो गए और आरोपियों को पकड़ने की कोशिश करने लगे यह देखते हुए दोबारा शिवकुमार ने हवा में फायर किया और फरार हो गया। इस घटना में जानसी पासी और बेटी को मामूली चोट आई हैं। ग्वारीघाट पुलिस ने मामले को जांच में लेते हुए आरोपियों की तालाश शुरू कर दी है।

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %

आबकारी विभाग ने किया शराब दुकानों का औचक निरीक्षण

0 0
Read Time:1 Minute, 51 Second

जबलपुर में देशी विदेशी शराब दुकानों में शाशन के अदेसानुशार 1 सितंबर से शराब की खरीदी पर बिल देना अनिवार्य किया गया है,इस तात्पर्य में आबकारी विभाग के कन्ट्रोलर घंसुलाल मरावी द्वारा रसल चौक एवं गोरखपुर शराब दुकान का औचक निरीक्षण किया गया,,जहा आबकारी टीम द्वारा मौके पर मोनिटरिंग करते हुए देखा गया कि शराब खरीदने वाले ग्राहकों को दुकान संचालको द्वारा बिल दिया जा रहा है या नही,,,वही निरीक्षण के पहले आबकारी टीम द्वारा अपने कर्मचारियों को सिविल ड्रेस में शराब दुकानों में शराब की खरीदी करने भेजा गया,,जिससे यह पता चल सके कि शराब दुकान संचालक बिल दे रहे है या नही।
वही इस संभंध में आबकारी कन्ट्रोलर घँसुलाल मरावी ने बताया कि 1 सितंबर से शराब दुकानों में ग्राहकों को बिल देना शाशन द्वारा अनिवार्य किया गया है जिसके चलते आज गोरखपुर व रासलचौक शराब दुकान का निरीक्षण किया गया जिसमें दुकान संचालको द्वारा बाकायदा ग्राहकों को बिल दिया जा रहा है,,,वही अगर कोई शराब दुकान संचालक बिल नही देता है या ओवर रेटिंग कर शराब ग्राहकों को बेचता है तो उनके विरुद्ध केस बना कर कार्यवाही करते हुए उनके लाइसेंस निरिस्त किये जायेंगे।

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %

जबलपुर शहर के एक होटल में चल रही थी रेव पार्टी -वीडियो वायरल

0 0
Read Time:1 Minute, 36 Second

गौर स्थित पसरीचा होटल में देर रात संगीत कार्यक्रम का किया गया था।200 लोगो आयोजन हुआ था।जिसमे 20 – 20 हजार में टेबल बुक करवाये गये थे। इस पार्टी के कुछ वीडियो सामने आए हैं। जिसमें कोविड-19 प्रोटोकॉल की धज्जियां उड़ती नजर आ रही है । लोग डीजे की धुन पर शराब और ड्रग के नशे में झूम रहे हैं। यह डांस पार्टी थी या कुछ और क्योंकि जो वीडियो वायरल हुए हैं। उन वीडियो को देख कर लग रहा है।जबलपुर में भी अब रेव पार्टियां होने लगी है। वायरल वीडियो देखकर समझ में आ रहा है। जिले में होने वाली रेव पार्टियां आयोजित करने वाले लोगों से मोटी रकम वसूल रहे हैं। इन पार्टियों में लड़कियां भी बुलाई जाती हैं। और कौन सा नशा परोसा जाता है यह तो जांच का विषय है। सोचने का विषय यह भी है । वायरल वीडियो में नजर आ रहा है सभी लोग नशे में होते हैं और झूम रहे हैं। परिसिता होटल में इतनी बड़ी पार्टी कोविड-19 प्रोटोकॉल का उल्लंघन कर प्रशासन ने कैसे होने दी। उस पर भी सवाल खड़े किए जा रहे हैं

तथाकथित रेव पार्टी का वायरल वीडियो
Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %

गोंडवाना शहीदों के 18 सितंबर कार्यक्रम को लेकर राजनीति गरमाई

0 0
Read Time:2 Minute, 9 Second

गढ़ा गोंडवाना संरक्षण संघ का 1980 में पूर्व विधायक नन्हेलाल धुर्वे के द्वारा गठन किया गया था। उनका कहना है। उनका यह संगठन लगातार गोंडवाना शहीदों और गोंडवाना समाज के लिए संघर्ष करता चला आ रहा है। उनके संगठन का प्रयास था। जिसे देखते हुए, उस वक्त के तात्कालिक मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने गोंडवाना शहीद राजा रघुनाथ शाह शंकर शाह की प्रतिमा स्थापित करवाई थी। उसी समय से संगठन 18 सितंबर को राजा शंकर शाह रघुनाथ शाह का बलिदान दिवस मनाता चला आ रहा है। गोंडवाना संगठन और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाया है भाजपा गोंडवाना शहीदों के नाम पर राजनीति कर रही है ।और आदिवासी समाज को भ्रमित करने के लिए भाजपा सरकार द्वारा 18 सितंबर को कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में शामिल होने गृहमंत्री अमित शाह का जबलपुर आगमन हो रहा है ।गढ़ा गोंडवाना संरक्षण संघ द्वारा भी इस दिन कार्यक्रम आयोजन की घोषणा की गई है ।पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह आयोजित कार्यक्रम में आने का निमंत्रण दिया गया है। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह गढ़ा गोंडवाना संरक्षण संघ के द्वारा आयोजित होने वाले ,कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण करने ,राजा रघुनाथ शाह शंकर शाह के प्रतिमा स्थल पर पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने और गोंडवाना संगठन ने भाजपा पर गोंडवाना शहीदों पर राजनीति करने का आरोप लगाया है।

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %

शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती के जन्मदिन पर कमलनाथ ने लिया आशीर्वाद

0 0
Read Time:59 Second

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का डुमना विमानतल पर आगमन हुआ यहां पर कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ गोटेगांव परमहंसी आश्रम में जगतगुरु शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती के जन्मदिन के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए और महाराज का उन्होंने आशीर्वाद प्राप्त किया उन्होंने कहा भारत विज्ञान के साथ-साथ अध्यात्म की बड़ी शक्ति है और स्वरूपानंद सरस्वती महाराज का सभी को आशीर्वाद प्राप्त हो रहा है। वापस लौटते वक्त डुमना विमानतल पर कांग्रेस विधायकों नेताओं और कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया।

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %

मेडिकल में 2 साल के बच्चे का हुआ दूरबीन से पथरी का ऑपरेशन

0 0
Read Time:1 Minute, 42 Second

जबलपुर-नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज जबलपुर के सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के यूरोलॉजी विभाग में 2 साल के बच्चे की किडनी की पथरी का दूरबीन से जटिल ऑपरेशन किया गया । विदित हो बच्चों के पथरी के दूरबीन के ऑपरेशन काफी जटिल माने जाते हैं और इनको करने के लिए काफी विशेषज्ञता की जरूरत होती है ।
यूरोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ फणींद्र सोलंकी द्वारा बताया गया कि बच्चे को दाएं किडनी में दर्द तथा बार बार बुखार आने की समस्या थी ।जिसके लिए जांचों के बाद पूरी किडनी में पथरी होने का पता चला । इस पथरी में यह खासियत थी कि यह सामान्य एक्सरे में नहीं दिखाई दे रही थी जिसकी वजह से यह ऑपरेशन और भी जटिल हो गया था। परंतु मेडिकल कॉलेज के अनुभवी चिकित्सकों द्वारा बच्चे का सफल ऑपरेशन कर पथरी पूर्णता निकाल दी गई। ऑपरेशन में यूरोलॉजी विभाग के डॉ फणींद्र सोलंकी, डॉ अर्पण चौधरी, डॉ अविनाश ठाकुर, डॉ प्रशांत पटेल, डॉ अनुराग दुबे एवं एनेस्थीसिया विभाग के डॉ मीना सिंह, डॉ कमल राज एवं डॉ अनिवेश जैन का योगदान रहा।
इस सफलता के लिए कलेक्टर श्री कर्मवीर शर्मा ने चिकित्सकों को बधाई दी

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %

एमपी ट्रांसको एसएलडीसी बना सायबर सिक्योरिटी

0 0
Read Time:4 Minute, 6 Second

मध्यप्रदेश राज्य लोड डिस्पैच सेंटर जबलपुर पावर सेक्टर में सायबर क्राइसिस प्रबंधन योजना लागू करने वाला देश का पहला राज्य बन गया है। मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी के प्रबंध संचालक सुनील तिवारी ने जानकारी देते हुये बताया कि केन्द्र शासन के निर्देश पर ट्रांसको के स्टेट लोड डिस्पैच सेंटर के इंजीनियरों ने विशेषज्ञ सलाहकारों की मदद लिये बिना इनहाऊस यह सायबर क्राइसिस प्रबंधन योजना तैयार की है। इस योजना का अनुमोदन कम्प्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम (सीईआरटी इंडिया) भारत सरकार द्वारा करवाकर इसे लागू किया है। यह पावर सेक्टर में सायबर अटैक को रोकने अंतर्राष्ट्रीय स्तर की एक कारगर प्रणाली है तथा लोड डिस्पेच सेंटर में स्थापित सभी कम्प्यूटर प्रणालियों की सायबर सुरक्षा से संबंधित है। उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश देश का ऐसा पहला राज्य है, जिसके लोड डिस्पेच सेंटर को आईएसओ 27001 द्वारा प्रमाणित भी किया गया है। यह सर्ट‍िफिकेट सायबर सिक्योरिटी के अनुपालन के लिए प्रदाय किया जाता है। इस प्रणाली को लागू करने का लाभ यह है कि मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी का समूचा सिस्टम बाहरी सायबर अटैक से सुरक्षित रहेगा और कोई भी हैकिंग या वायरस के माध्यम से प्रदेश की बिजली प्रणाली में छेड़छाड़ नहीं कर पाएगा। मालूम हो कि गत वर्ष मुंबई की बिजली प्रणाली इस सायबर अटैक का शिकार हुई थी, जिसके कारण मुंबई में घंटों विद्युत व्यवधान रहा था। इस घटना के बाद ही समूचे देश के पावर सेक्टरों को इस तरह की सायबर सुरक्षा तैयार करने के निर्देश केन्द्र शासन द्वारा दिए गए थे। मध्यप्रदेश के लिये यह गौरव की बात है कि भारत में पावर सेक्टर को विभिन्न दिशा निर्देश देने वाली संस्था पोसोको (पावर सिस्ट्म ऑपरेशन कार्पोरेशन ल‍िमिटेड) और इनफार्मेशन सुरक्षा से संबंधित राष्ट्रीय नोडल एजेंसी एनसीआईआईपीसी(नेशनल क्रिटिकल इनफार्मेशन इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोटेक्शन सेंटर) ने मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी के द्वारा तैयार किए इस प्रबंधन योजना को पहले परीक्षण में ही अनुमोदन प्रदान कर इस प्रणाली के पावर सिस्टम संबंधित सभी प्रस्तावों को स्वीकार किया है। यह प्रणाली राज्य लोड डिस्पेच सेंटर जबलपुर के मुख्य अभियंता श्री के.के. प्रभाकर एवं अधीक्षण अभियंता श्री राजेश गुप्ता के प्रयास से ही संभव व तैयार हो पायी। इससे पूर्व मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी के लोड डिस्पेच सेंटर जबलपुर को एबीटी मीटरिंग प्रणाली (उपलब्धता आधारित शुल्क प्रणाली) एवं स्काडा सिस्टम लागू करने वाले देश के पहले पावर यूटिलिटी का दर्जा भी प्राप्त हो चुका है।

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %

गरीब बच्चों को शिक्षा से जोड़ने के लिए जस्टिस तंखा फाउंडेशन की पहल

0 0
Read Time:3 Minute, 8 Second

जबलपुर:-निर्धन परिवारों के बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए आईटीवी नेटवर्क और जस्टिस तंखा फाउंडेशन के द्वारा अनोखी पहल की जा रही है। सामाजिक सरोकारों को ध्यान में रखते हुए दोनों ही संस्थाओं ने विभिन्न सामाजिक संगठनों की मदद से देशभर के एक लाख होनहार बच्चों को ई लर्निंग कोर्स से लैस टेबलेटस देने का ऐलान किया है ल। विश्व साक्षरता दिवस के मौके पर जबलपुर में आयोजित एक गरिमा पूर्ण समारोह में राज्यसभा सांसद विवेक कृष्ण तंखा और आईटीवी ग्रुप ऑफ नेटवर्क के चेयरमैन कार्तिकेय शर्मा ने टेबलेट वितरण की इस योजना का शुभारंभ किया। दरअसल इस अभियान के पीछे मकसद यह है कि देश में लाखों-करोड़ों ऐसे बच्चे हैं जो होनहार तो है लेकिन उनकी तरक्की और शिक्षा में उनकी आर्थिक स्थिति रोड़ा बनती है लिहाजा आईटीवी ग्रुप ऑफ नेटवर्क, जस्टिस तंखा फाउंडेशन और रोटरी इंटरनेशनल के जरिए ऐसे बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने की कोशिश की जा रही है। पहले चरण में उन्हें ई लर्निंग टेबलेटस दिए जाएंगे। इसके बाद भी उन्हें शिक्षा के लिए जरूरत पड़ी तो विभिन्न संस्थाओं के जरिए उन्हें इसकी मदद भी मुहैया कराई जाएगी। पत्रकारों चर्चा करते हुए राज्यसभा सांसद विवेक कृष्ण तंखा ने कहा है कि इस अभियान के तहत ऐसे बच्चों को लाभ पहुंचाया जाएगा जिनके पिता ने सेना में रहकर देश की शान बढ़ाने के लिए अपनी जान कुर्बान कर दी है, साथ ही कोरोना काल मे अपने माता पिता को गंवाने वाले बच्चों को भी शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने और उन्हें बेहतर शिक्षा मुहैया कराने के लिए टेबलेट प्रदान किए जाएंगे। इस मौके पर सांसद विवेक तंखा ने ऐलान किया है कि रोटरी इंटरनेशनल के जरिए इस बार बड़े पैमाने पर राहत कैंप लगाए जाएंगे। उन्होंने कहा है कि देश के 38 रोटरी डिस्ट्रिक्ट के जरिए कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक राहत शिविरों के जरिए व्यापक तौर पर बीमारों और लाचारों की सेवा की जाएगी और उन्हें उनकी जरूरत के मुताबिक इलाज, :सर्जरी और दवाइयां उपलब्ध कराई जाएंगी।

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %