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एक भारत उत्कृष्ट भारत

मलेशिया ओपन 2023 के पहले ही राउंड में पीवी सिंधु का हुआ हार से सामना,

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स्टार भारतीय शटलर पीवी सिंधु स्पेन की कैरोलिना मारिन से हारकर मलेशिया ओपन 2023 से बाहर हो गई हैं।

डिजिटल भारत l दो बार की ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधु 2023 में जीत की शुरूआत नहीं कर सकीं, क्योंकि बुधवार को उन्हें यहां मलेशिया ओपन सुपर 1000 बैडमिंटन टूर्नामेंट के शुरूआती दौर में रियो 2016 की चैंपियन स्पेन की कैरोलिना मारिन से हार का सामना करना पड़ा। चोट के कारण पांच महीने तक बाहर रहने के बाद वापसी करने वाली सिंधु कॉमनवैल्थ खेलों 2022 में स्वर्ण पदक जीतने के बाद से अपने पहले मैच में 12-21, 21-10, 15-21 से हार गईं।

2021 में स्विस ओपन के फाइनल में मारिन द्वारा सिंधु को हराने के बाद से रियो 2016 के फाइनलिस्ट के बीच यह पहला मैच था। दूसरी ओर, एचएस प्रणय और विश्व चैंपियनशिप की कांस्य पदक विजेता पुरुष जोड़ी चिराग शेट्टी और सात्विकसाईराज रैंकीरेड्डी ने अंतिम-16 में प्रवेश किया।

पुरुष एकल में प्रणय ने पहले दौर में राष्ट्रमंडल खेलों के चैंपियन लक्ष्य सेन को तीन गेमों में 22-24, 21-12, 21-18 से हराया। पुरुष युगल जोड़ी सात्विक और चिराग ने दुनिया के नौंवें नंबर की कोरियाई जोड़ी चोई सोल ग्यू और किम वोन हो को 21-16, 21-13 से हराया।

भारत के टॉप बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु और लक्ष्य सेन की नए साल की शुरुआत अच्छी नहीं रही. दोनों ही मलेशिया ओपन सुपर 1000 टूर्नामेंट के पहले ही राउंड में बाहर हो गए. दो बार की ओलिंपिक मेडलिस्ट सिंधु को पूर्व ओलिंपिक चैंपियन कैरोलिना मारिन ने हराया. वहीं लक्ष्य सेन को एचएस प्रणॉय ने मात दी. हालांकि सात्विक साईंराज रंकी रेड्डी और चिराग शेट्टी की जोड़ी ने जीत से शुरुआत की है. टूर्नामेंट के पहले दिन सायना नेहवाल भी पहले ही दौर से बाहर हो गई थीं

सिंधु पांच महीने बाद वापसी कर रही थीं. पिछले साल हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में उन्हें चोट लगी थी जिसके कारण वो कोर्ट से दूर हो गई थीं. सिंधु को मारिन के 59 मिनट तक चले मुकाबले में 12-21,21-10,15-21 से हार मिली. दोनों खिलाड़ी 15वीं बार आमने-सामने थीं. मारिन ने इन 15 में से 10 मैच अपने नाम किए हैं. सात्विक साईंराज और चिराग शेट्टी का सामना कोरियाई जोड़ी से था. भारतीय जोड़ी यहां से शुरू से ही काफी हावी दिखाई दी. उन्होंने ये मैच 16-21, 13-21 से अपने नाम किया और अगले राउंड में जगह बनाई.

प्रणॉय ने लक्ष्य सेन को दी मात
फॉर्म में चल रहे एच एस प्रणॉय ने अपना शानदार फॉर्म बरकरार रखते हुए रोमांचक मुकाबले में हमवतन लक्ष्य सेन को हरा दिया. पिछले साल विश्व रैकिंग में आठवें स्थान पर पहुंचे प्रणॉय ने एक गेम से पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए 10वीं रैंकिंग वाले सेन को 22-24, 21-12, 21-18 से हराया. प्रणॉय और सेन की टक्कर पिछले साल पांच बार हुई जिसमें सेन 3-2 से आगे थे. इस मैच में दोनों ने तेज शुरुआत की और प्रणॉय ने दो अंक की बढत के साथ आगाज किया. सेन ने हालांकि जल्दी ही वापसी करके स्कोर 13-13 कर लिया. कुछ विवादित लाइन कॉल के बाद स्कोर 19-19 था. सेन ने एक अंक बनाया लेकिन तुरंत गंवा भी दिया. प्रणॉय भी बढ़त कायम नहीं रख सके और पहला गेम गंवा दिया

प्रणॉय ने तीसरे गेम में जाकर जीत मैच
दूसरे गेम में प्रणॉय 4-1 से आगे थे जब सेन ने कई सहज गलतियां की. उसने आक्रामकता दिखाई लेकिन प्रणॉय उससे काफी आगे थे. प्रणॉय ने नौ अंकों की बढ़त के साथ यह गेम जीत लिया. निर्णायक गेम में सेन ने 8-4 की बढ़त बनाई लेकिन प्रणॉय ने जल्दी ही 9-9 से वापसी की. इसके बाद से उन्होंने सेन को लौटने का मौका नहीं दिया. केरल के 30 वर्ष के प्रणॉय का सामना अब इंडोनेशिया के चिको ओरा द्वि वोर्डोयो या डेनमार्क के हैंस क्रिस्टियन सोलबर्ग विटिंगुस से होगा.

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गौरीघाट- तिलवाराघाट का फिर होगा सौंदर्यीकरण, लाल पत्थर लगेंगे, रंग-रोगन भी होगा

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डिजिटल भारत l 14 जनवरी को मकर संक्रांति और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नगर आगमन के अवसर पर नगर निगम तैयारी पूरी करने में जुट गया है।

नर्मदा तट गौरीघाट (ग्वारीघाट) और तिलवारा घाट का एक बार फिर सौंदर्यीकरण कराया जाएगा। नर्मदा घाटों में टूटे व उखड़ चुके लाल पत्थरों को फिर से लगाया जाएगा वहीं प्लास्टर वर्क पेंट से घाटों में आकर्षक पेटिंग भी कराई जाएगी। विदित हो कि 14 जनवरी को मकर संक्रांति पर नर्मदा तटों में बड़ी संख्या में श्रद्धालु स्नान,ध्यान करने पहुंचते हैं।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी 25 और 26 जनवरी को नगर प्रवास के दौरान 26 जनवरी को गौरीघाट में होने वाली महाआरती में शामिल होंगे। साथ ही तिलवारा घाट में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भी शामिल होंगे। इस लिहाजा नगर निगम ने नर्मदा पहुंच मार्ग सहित नर्मदा तटों का सौंदर्यीकरण कराने में जुट गया है।

इसी कड़ी में निगमायुक्त आशीष वशिष्ठ ने गौरीघाट और तिलवाराघाट का निरीक्षण किया गया और घाटों में लाल पत्थर लगाने के साथ-साथ प्लास्टर वर्किंग, वाल पेंटिंग, फुटपाथ और क्रांक्रीट आदि का कार्य तेज गति से प्रारंभ कराने अधिकारियों को निर्देश दिए।

उन्होंने कहा कि गौरीघाट की तरह तिलवाराघाट को भी बहुत सुंदर और सुव्यवस्थित तरीके से बनाएं। जिससे कि यहां आने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो। उन्होंने यह भी अवगत कराया कि 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के पूर्व एवं गणतंत्र दिवस के दिन यहां सांस्कृतिक एवं धार्मिक आयोजन प्रस्तावित है।

इस अवसर पर सिविल कार्य के लिए अधीक्षण यंत्री अजय शर्मा, साफ सफाई एवं वाल पेंटिंग के लिए स्वास्थ्य अधिकारी भूपेंद्र सिंह, प्रकाश व्यवस्था के लिए संदीप जायसवाल, संभागीय अधिकारी केके रावत, उपयंत्री आशीष पाटकर आदि निर्देशित किया गया है।

तीन करोड़ खर्च कर बदली थी तिलवारा की तस्वीर, उखड़ गए लाल पत्थर

नगर निगम ने वर्ष 2014 में तीन करोड़ रुपये खर्च कर तिलवारा घाट की तस्वीर बदल दी थी।

नवनिर्माण के तहत घाटों में राजस्थानी धौलपुरी लाल पत्थर लगाए गए थे। लेकिन देखरेख के अभाव में नर्मदा तट बदहाली का शिकार हो गए। जगह-जगह से कीमती लाल पत्थर या तो टूट गए या उखड़ गए। यही पत्थर गौरीघाट में भी लगाए गए थे।

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सामूहिक सूर्य नमस्कार, मुख्य समारोह में शामिल होंगे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह

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चार हजार स्कूली छात्र-छात्राएं भी होगी शामिल।

डिजिटल भारत l स्वामी विवेकानंद के जन्मदिवस 12 जनवरी को युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है।इस दिन देशभर में सामूहिक सूर्य नमस्कार के कार्यक्रम आयोजित किए जाते है। इंदौर में भी सामूहिक सूर्य नमस्कार के कार्यक्रम आयोजित होंगे। इंदौर में सूर्य नमस्कार के कार्यक्रम में चार हजार से ज्याद विद्यार्थी शामिल होंगे।इसके अलावा विभिन्न संस्थानों और संंगठनों में सूर्य नमस्कार के आयोजन होंगे।सामूहिक सूर्य नमस्कार के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराह सिंह चौहान भी शामिल होंगे।

विभिन्न संगठनों और संस्थानों में भी सामूहिक सूर्य नमस्कार के कार्यक्रम करने की तैयारी शुरु कर दी है। प्रशासन ने सामूहिक सूर्य नमस्कार की तैयारी शुरु कर दी है। इस बार ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट के कारण मुख्यमंत्री शिवराह सिंह चौहान शहर में है। वह इंदौर में आरपीटीसी मैदान में होने वाले सामूहिक सूर्य नमस्कार कार्यक्रम में शामिल होंगे।

स्वामी विवेकानंद की जयंती के अवसर पर 12 जनवरी गुरुवार को सामूहिक सूर्यनमस्कार होगा। नर्मदापुरम जिले की सभी स्कूल, कॉलेज, पंचायत और आश्रम-शालाओं में सुबह 9 बजे से 10.30 बजे तक सामूहिक सूर्य नमस्कार कार्यक्रम होगा। राष्ट्र-गीत, मध्यप्रदेश गान का सामूहिक गायन कार्यक्रम में होगा। इसके बाद सूर्य नमस्कार एवं प्राणायाम होगा।रेडियो से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के रिकार्डेड संदेश का प्रसारण किया जाएगा।

सामूहिक सूर्य नमस्कार कार्यक्रम में किसी भी संस्था, छात्र एवं छात्रा का भाग लेना पूर्णत: स्वैच्छिक होगा। सूर्य नमस्कार में कक्षा 6वीं से 12वीं तक के एवं कॉलेज विद्यार्थी शामिल हो सकेंगे। प्राथमिक शाला में कक्षा एक से पांच तक के बच्चें सूर्य नमस्कार में दर्शक के रूप में शामिल होंगे।

सामूहिक सूर्य नमस्कार कार्य-योजना के तहत अशासकीय शिक्षण संस्थाओं, पालक शिक्षक संघ, विभिन्न योग संस्थाओं, स्थानीय खेल क्लब, सेवानिवृत्त सैनिक, मॉर्निंग क्लब, व्यायामशाला, हेल्थ क्लब, पंचायत, सहकारी संस्थाओं, राष्ट्रीय एवं राज्य स्तर पर विभिन्न क्षेत्रों में पुरस्कृत प्रतिभाओं, कार्यक्रम में मंत्री, सांसद, जिला एवं जनपद पंचायत, अध्यक्ष एवं सदस्य नगर पालिका एवं नगर पंचायत और अन्य जनप्रतिनिधियों से शामिल होंगे।

यहां भी होंगे आयोजन l
जिला पंचायत इंदौर की सीइओं वंदना शर्मा ने बताया कि सूर्य नमस्कार के कार्यक्रम में स्कूलों में आयोजित किए जाएंगे। इसके अलवा सहज योग केन्द्र, अरोग्य भारती, प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय, योग एसोसिएशन, योग संघ, स्काउट गाइड, भारत स्वाभिमान ट्रस्ट, पंतजलि योग समिति, आर्ट ऑफ लिविंग संस्था, अशासकीय शिक्षण संस्थाओं, संबंधित विभागों, संगठनों, पालक शिक्षक संघ, विभिन्न योग संस्थाएं आदि स्थानों पर भी आयोजित होंगे।

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प्रदेश में जीरो डिग्री पर पहुंचा तापमान

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डिजिटल भारत l मध्यप्रदेश में ठंड ने जोरदार असर दिखाया है, कई जिलों में रोज सुबह कोहरा छा रहा है। इसका असर जनजीवन पर बड़ा है। हवाई और रेल यातायात भी प्रभावित हो रहे हैं। आलम यह है कि मध्यप्रदेश के नौगांव में तापमान 0.2 डिग्री पर पहुंच गया है। जबकि ज्यादातर जिलों का तापमान 5 से 10 के बीच चल रहा है।

मध्यप्रदेश में पिछले चार दिनों से कड़ाके की ठंड पड़ रही है। उत्तर भारत के पहाड़ी इलाकों में हो रही बर्फबारी के कारण पूरे प्रदेश का तापमान गिर गया है। उत्तर भारत से लगे मध्यप्रदेश के जिलों में तापमान 5 डिग्री से कम है। मौसम विभाग ने आगे और भी ठंड बढ़ने का पूर्वानुमान लगाया है। मौसम विभाग का कहना है कि उत्तर भारत में एक-दो दिन में और बर्फ गिरेगी।

नौगांव में बरफ की बरत जमी l

छतरपुर, दतिया और गुना में शीतलहर चल रही है। प्रदेश में सबसे कम तापमान नौगांव में रिकार्ड किया गया। यहां शुक्रवार सुबह पेड़-पौधों पर ओंस की बूंदे जमी हुई थी। सागर पत्तों पर गिरने वाली ओस की बूंदे जमने लगी हैं। सागर जिले के गांव बड़कुआ निवासी रूपनारायण के खेत में पत्तों पर ओस की बूंदें जम गई थीं।

कई जिलों में कोहरा l

मध्यप्रदेश के उत्तर भारत से लगे जिलों से लेकर भोपाल तक कई जिलों में कहीं अधिक तो कहीं हल्का कोहरा छा रहा है। इस कारण प्रदेश में आने वाले फ्लाइट और रेल परिवहन पर असर पड़ रहा है। कई फ्लाइट डायवर्ट की जा रही है, या निरस्त की जा रही है। कुछ लेट भी हो रही हैं। ऐसी ही स्थिति रेलवे की भी है। कई ट्रेनें विलंब से चल रही है। भोपाल में तापमान 7.3 डिग्री पहुंच गया है।

ठंड में रखें अपना ध्यान l

मौसम विभाग ने शीतलहर के साथ ही कोहरे की भी चेतावनी जारी की है। इसके साथ ही मौसम विभाग ने ऐसे मौसम में बचाव के लिए भी अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने कहा है कि लंबे समय तक ठंड के संपर्क में रहने से फ्रास्टबाइट और विभिन्न बीमारियों की संभावना बढ़ जाती है, जैसे फ्लू, बहती नाक।

इसलिए अलर्ट रहें।

शरीर में गर्मी कम होने का पहला संकेत है कंपकपी। इसलिए अपने आपको ठंड से बचाएं।
शरीर की उंगलियां, नाक और कान की त्वचा, सख्त और सुन्न पड़ सकती है। इसलिए इन्हें भी ढककर रखें।
फेफड़ों की कार्यक्षमता कम हो जाती है, खांसी और सांस की तकलीफ बढ़ जाती है।
आंखों में जलन, लाल और सूजन हो सकती है।

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कई बीमारियों से बचाता है अदरक

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विशेषज्ञों के अनुसार अदरक, दालचीनी, अलसी, अर्जुन प्राकृतिक ब्लड थिनर हैं।

इनके नियमित सेवन से ब्लड पतला रहेगा और हाईपर टेंशन, ब्लॉकेज, हार्ट अटैक से बचा जा सकता है।

डिजिटल भारत l अस्पतालों में आ रहे मरीजों को चिकित्सक अदरक, लहसुन से लेकर मसाले के रूप में उपयोग होने वाली हल्दी के नियमित उपयोग की सलाह दे रहे हैं। उनका कहना है कि अदरक, दालचीनी, अलसी, अर्जुन प्राकृतिक ब्लड थिनर हैं। इनके नियमित सेवन से ब्लड पतला रहेगा और हाईपर टेंशन, ब्लॉकेज, हार्ट अटैक से बचा जा सकता है।

इसके साथ ही रोग प्रतिरोधक क्षमता बढऩे से मौसमी बीमारियां नहीं होंगी। वे शरीर में गर्मी बनाए रखने के लिए नियमित रूप से दो-तीन कली लहसुन के उपयोग की सलाह दे रहे हैं। डॉक्टरों का कहना है कि बीमारी से पीडि़त लोग एक बार चिकित्सक से जांच कराकर दवा की मात्रा का पुनर्निधारण करा लें।

अदरक, दालचीनी, अर्जुन प्राकृतिक रूप से ब्लड को पतला करते हैं। अलसी के सेवन से कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम होता है। ठंड के सीजन में चाय से लेकर सब्जी, लड्डू, हलवा में इन सामग्रियों का उपयोग करना फायदेमंद है। हृदय रोग से बचाव में ये सामग्री बहुत कारगर हैं।
डॉ जीएल टिटोनी, आयुर्वेद विशेषज्ञ

अदरक, लहसुन, दालचीनी, हल्दी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के साथ सर्दी-जुकाम व खांसी से बचाव में कारगर हैं। हल्दी एंटी बायोटिक का भी काम करती है। दैनिक रूप से इन सामग्रियों का चाय, दूध के साथ या भोजन में किसी न किसी रूप में अवश्यक उपयोग करें।
डॉ अमित मुखर्जी, आयुर्वेद चिकित्सक

कड़ाके की ठंड में सर्दी, जुकाम, खांसी और वायरल बुखार से लोग पीडि़त हो रहे हैं। ऐसे में आयुर्वेद के विशेषज्ञों का कहना है कि घर की रसोई में रखी सामग्री का उपयोग कर बीमारियों से बचा जा सकता है।

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कोविड-19 से बचाव जरुरी, रखे इन बातो का खयाल

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डिजिटल भारत I कोविड-19 वायरस ओमिक्रोन बीएफ-7 की रोकथाम व बचाव के लिए जिला प्रशासन ने एडवाइजरी जारी की है। कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन ने बताया कि एडवाइजरी में नागरिकों से कहा गया है कि वे भीड़-भाड़ वाली जगहों पर मास्क का उपयोग करें। साथ ही अनावश्यक रूप से भीड़-भाड़ में जाने से बचें।

शारीरिक दूरी का पालन करते हुए सेनिटाइजर का उपयोग करें। बार-बार साबुन पानी से हाथ धोएं। कोरोना से संबंधित लक्षण सामने आने पर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जांच कराएं।

कोरोना की रिपोर्ट पाजिटिव आने पर डाक्टर की सलाह के अनुसार होम अथवा संस्थागत आइसोलेशन में रहकर उपचार कराएं। उन्होंने कहा कि नागरिकों से अपेक्षा है कि एडवाइजरी का पालन कर कोरोना महामारी के प्रकोप से स्वयं बचें तथा दूसरों को भी बचाएं। आवश्यक होने पर धारा 144 के तहत कोविड गाइइ लाइन जारी की जाएगी।

अमेरिका से आई कोरोना संक्रमित महिला की सेहत में सुधार हो रहा है। महिला को होम आइसोलेशन में रखा गया है। महिला की बेटी, पति व परिवार के अन्य सदस्यों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई। इधर, कोरोना संक्रमित महिला का सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए ग्वालियर भेजा गया है।

जिसकी रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। इधर, सोमवार को 27 कोरोना संदिग्धों के सैंपल की जांच की गई। जिनकी रिपोर्ट निगेटिव रही। वहीं 53 संदिग्धों के सैंपल कोरोना परीक्षण के लिए वायरोलाजी लैब भेजे गए। जिले में कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या एक रह गई है।

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हवा का प्रदूषण बताने वाली एक करोड़ कि मशीन खा रही है धूल

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डिजिटल भारत I हवा में प्रदूषण के स्तर को मांपने वाली एयर क्वालिटी मानीटरिंग स्टेशन लगभग एक साल से बंद है। ये मशीन का संचालन करने वाला कर्मी भी नहीं है जिसके कारण ये मशीन पूरी तरह से अनुपयोगी बनी हुई है। साइंस कालेज में फिलहाल मशीन बंद पड़ी हुई है।

कालेज प्रबंधन का कहना है कि मशीन का संचालन करने के लिए जिस एजेंसी से सहयोग मिल रहा था वह बंद हो गया है। दरअसल वर्ष 2007-08 में एक करोड़ रुपये की लागत से इंडियन इंस्टीट्यूट आफ ट्रापिकल मेट्योलाजी पुणे द्वारा यह मशीन स्थापित की गई थी।

मशीन का संचालन करने के लिए आपरेटर भी दिया गया था। कंपनी इसका रखरखाव भी करवाती थी। जिसके लिए राशि दी जाती थी। पर्यावरण विभाग में यह मशीन स्थापित की गई। जहां से आसपास के पांच किलोमीटर के दायरे की हवा का स्तर जांचा जाता था।

विभाग के प्रमुख डा.आर के श्रीवास्तव ने बताया कि देश के अलग-अलग इलाकों में यह मशीन लगाई गई थी जिससे पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय हवा के स्तर को जांचकर रियल टाइम डेटा जुटाता था।

दिसंबर 2021 में संस्थान के साथ हुआ अनुबंध खत्म हो गया था। जिस वजह से मशीन का संचालन करने वाले आपरेटर का वेतन भी नहीं मिल पा रहा था ऐसे में वह वापस चला गया है। अब यदि फिर से अनुबंध को बढ़ाया जाएगा तो मशीन का संचालन दोबारा किया जा सकता है।प्रदूषण जांच में मददगार-पर्यावरण के लिहाज से एयर क्वालिटी मानीटरिंग स्टेशन सिविल लाइन क्षेत्र में उपयोगी था। इस क्षेत्र में प्रदूषण की स्थिति को मापने के लिए फिलहाल कहीं भी कोई व्यवस्था नहीं है। साइंस कालेज में लगी मशीन से सिविल लाइन से लगे पांच किलोमीटर के दायरे की हवा का स्तर जांचा जा सकता था।

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दिन व दिन पारे में गिरावट, खिलेगी धूप, छाएंगे बादल, होगी बारिश या फिर कोहरा करेगा परेशान?

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डिजिटल भारत l पिछले करीब चार दिनों से छाया कोहरा और धुंध गुरुवार को हट गया। मौसम साफ हुआ तो सूर्यदेव ने भी दर्शन दिए पर ठंड का असर बरकार रहा। वातावरण में घुली ठंडक के असर से धूप की चमक फीकी रही।

तीन से चार किमी की गति से दिन भर चली बर्फीली हवाएं लोगों को सिहराती रहीं। लोगाें ने गलाव वाली ठंड महसूस की। वहीं मौसम विभाग की माने तो मौसम साफ हो गया है अब दिन का तापमान स्थिर रहेगा पर रात में ठंड का असर बढ़ जाएगा। तापमान में भी तीन से चार डिग्री तक की गिरावट आ सकती है। दिन का बढ़ा रात का कम हुआ तापमान-मौसम साफ होते ही दिन का तापमान भी करीब चार डिग्री तक उछल गया।

कोहरा, धुंध और शीतलहर के कारण बुधवार को अधिकतम तापमान 16.7 डिग्री तक नीचे चला गया था जबकि गुरुवार को 20.5 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। तापमान बढ़ने के बावजूद वातावरण में गलाव वाली ठंड महसूस की गई। वही न्यूनतम तापमान में जरूर आंशिक गिरावट दर्ज की गई है। न्यूनतम तापमान एक डिग्री कम होकर 8.4 डिग्री सेलिसयस दर्ज किया गया।

हवाओं में घुली बर्फीली ठंडक- मौसम विभाग के अनुसार लद्दाख, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के पहाड़ों पर हुई बर्फबारी के असर से उत्तर पूर्वी हवाओं में बर्फीली ठंडक घुल गई है। जिससे वातावरण में गलाव वाली ठंड महसूस की जा रही है। अभी कुछ ऐसी ऐसी ही ठंडक महसूस की जाएगी।मौसम बाक्स- सूर्योदय- 6:53 बजेसूर्यास्त- 5:39 बजेतापमानअधिकतम 20.5न्यूनतम 8.4आर्द्रता – 85- 54

पूर्वानुमानमौसम साफ रहेगा, शीतलहर चलने की संभावना जताई जा रही है। पूर्वानुमान – अधिकतम – न्यूनतमजबलपुर06 जनवरी – 20.0 -11.007 जनवरी – 20.0 – 12.0कटनी06 जनवरी- 22.5- 7.507 जनवरी – 23.6 -8.5मंडला06 जनवरी – 18.0- 10.007 जनवरी -19.0 -11.0

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कोरोना की दूसरी लहर थमने के बाद टीका लगवाने में आई थी कमी अब तक जबलपुर जिले में लगभग पांच लाख से भी कम लोगों को लगा तीसरा डोज

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डिजिटल भारत l कोरोना वायरस की एक बार फिर आहट मिलते ही जिले में सतर्कता बरते जाने की कवायद शुरू हो गई है। हालांकि, जिले में अब तक पांच लाख से भी कम लोगों को सतर्कता डोज या तीसरा डोज दिया जा सका है। पूर्व अनुभव को ध्यान में रखते हुए नागरिकों में अब एक बार फिर से कोरोना महामारी से बचने की चिंता नजर आ रही है। लोगों ने अस्पतालों में सतर्कता डोज (बूस्टर डोज) या तीसरा डोज लगाने के लिए चक्कर लगाने शुरू कर दिए हैं।

वहीं मास्क का चलन करीब तीन माह से लगभग खत्म सा ही हो गया है। स्वास्थ्य विभाग के पास कोरोना टीका के नाम पर कोवैक्सीन के 3700 डोज शेष बचे हैं। कोबैक्स व कोविशील्ड का स्टाक खत्म हो चुका है। विभाग ने राज्य सरकार के माध्यम से केंद्र सरकार से इन दोनों वैक्सीन के 10 हजार डोज की मांग की है। हैरानी की बात यह है कि कोरोना की तीन लहर बीत जाने के बावजूद जिले में अब तक पांच लाख लोगों को भी वैक्सीन का तीसरा डोज नहीं लग पाया है।

केंद्र सरकार द्वारा नागरिकों के लिए कोरोना टीका निश्शुल्क उपलब्ध कराया जा रहा है। कोरोना की दूसरी लहर थमने के बाद टीका लगवाने में लोगों की रुचि कम हो गई थी। यही हालात तीसरी लहर थमने के बाद बने। जबकि स्वास्थ्य विभाग द्वारा कई माह तक 100 से ज्यादा केंद्रों में निश्शुल्क टीकाकरण केंद्र बनाए गए थे।

जिला टीकाकरण अधिकारी डा. एसएस दाहिया ने बताया कि कोरोना के नए वैरिएंट की आशंका के चलते नागरिक टीके की सतर्कता डोज लगवाने के लिए संपर्क करने लगे हैं। इससे पूर्व तमाम हितग्राहियों को फोन पर सतर्कता डोज लगवाने की सूचना दी गई थी परंतु वे लापरवाह रवैया अपनाए रहे।

चिकित्सक बोले, घबराएं नहीं सतर्कता जरूरी-

क्षेत्रीय संचालक स्वास्थ्य सेवाएं व प्रभारी सीएमएचओ कहा कि फिलहाल कोरोना संक्रमण से भयभीत होने की आवश्यकता नहीं है। परंतु नागरिकों को मास्क व शारीरिक दूरी के निर्देशों का पालन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पतालोंं में निर्देश जारी कर दिए गए हैं कि मास्क व शारीरिक दूरी के निर्देशों का पालन किया जाए।

इसी तरह समय-समय पर साबुन पानी से हाथ धोने की आदत भी लोगों को नहीं भूलनी चाहिए।

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म.प्र. पर्यटन विभाग ने किये विशेष इंतजाम पर्यटन स्थल देखी जा रही अच्छी खासी भीड़

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डिजिटल भारत l स्कूलों में ग्रीष्मकालीन अवकाश प्रारंभ हो गया है जिसके साथ ही लोग इन दिनों सैर सपाटे पर निकल गए है। पसंदीदा स्पाट जंगली क्षेत्र है जहां सबसे ज्यादा पर्यटकों का रूझान है। अगले दो सप्ताह में एक लाख से ज्यादा पर्यटक जबलपुर के आसपास के पर्यटन स्थलों में घूमने आएंगे। मप्र पर्यटन विभाग ने भी त्योहार और पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए विशेष इंतजाम किए हैं। बरगी में पर्यटन विभाग ने वाटर स्पोटर्स के अन्य खेल के साथ बनाना राइड शुरू की है। 25 दिसंबर को इसकी शुरुआत होगी।

मप्र राज्य पर्यटन विकास निगम द्वारा बरगी के मैकल रिसोर्ट में बनाना राइड प्रारंभ की है। 25 दिसंबर से पर्यटकों के लिए यह सुविधा प्रारंभ हो जाएगी। इस संबंध में राज्य पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष विनोद गोटियां ने कहा कि पर्यटन विस्तार एवं पर्यटन को नित नए तरह की सुविधाओं में वृद्धि करने के लिए प्रयास किये जाते रहे है इसी श्रंखला में साहसिक पर्यटन को बढ़ाते हुए एमपीटी मैकल रिसोर्ट बरगी में बनाना राइड की सुविधा पर्यटकों हेतु शुरू कर दी जाएगी। अध्यक्ष गोंटिया द्वारा ने बताया की कुछ दिवस पूर्व बरगी में स्थानीय मछुआरों की नौका दौड़ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। जिसमें उनके द्वारा बरगी में बनाना राइड की सुविधा जल्द ही देने के लिए बोला गया था। मध्यप्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक केएल पटेल ने जानकारी देते हुए बताया की नए वर्ष के पूर्व निगम की समस्त इकाइयों की बुकिंग लगभग पूर्ण हो चुकी जिसमें काफी संख्या में बाहरी पर्यटक आ रहे है। पर्यटन निगम के सभी इकाइयों में पर्यटकों के मनोरंजन हेतु नव वर्ष की पूर्व संध्या पर आयोजन किये जा रहे है जिसमें पर्यटकों को तरह तरह व्यंजन परोसे जाएंगे और मनोरंजन की भी पूर्ण व्यवस्था की गई है। पर्यटकों के आकर्षण के लिए आदिवासी नृत्य, फोक डांस एवं संगीत, बोन फायर, कलचुरी रेसीडेंसी जबलपुर में आर्केस्ट्रा का आयोजन होगा।

मप्र पर्यटन निगम के क्षेत्रीय अधिकारी ने बताया कि पर्यटन विभाग के सारे होटल और रिसोर्ट में पहले ही बुकिंग फुल हो गई है। बरगी के मेकल रिसोर्ट या भेड़ाघाट के होटल इसके अलावा कान्हा,पेंच और बांधवगढ़,अमरकंटक हर होटल में जनवरी के पहले हफ्ते तक बुकिंग हो चुकी है।

पर्यटकों ने काफी पहले ही छुटि्टयों को देखते हुए अपनी योजना बना ली थी। सबसे अधिक रूझान जंगली क्षेत्रों में जाने का है। यहां हालात ये है कि अधिकांश जंगली क्षेत्र में पार्क के अंदर जाने की बुकिंग भी नहीं मिल रही है। पर्यटकों को पर्यटन करने का सबसे अनुकूल समय यहीं माना जाता है। इस दौरान होटल भी पर्यटकों के लिए आकर्षक आयोजन करते हैं। इसमें बोन फायर, गीत-संगीत के आयोजन होते हैं। बरगी में जहा पर्यटकों के लिए वाटर स्पोर्टस की गतिविधियां संचालित होगी वहीं सर्द रातों में यहां वक्त गुजारने कई पर्यटक आते हैं होटल में सीमित कमरे होने की वजह से यहां बुकिंग मिलना मुश्किल होता है। पर्यटन विभाग को अनुमान है कि बरगी में नववर्ष तक दस हजार पर्यटक घूमने आएंगे। इसी तरह भेड़ाघाट में भी 15 हजार से ज्यादा पर्यटकों के आने की उम्मीद जाहिर की जा रही है।

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