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एक भारत उत्कृष्ट भारत

‘हाइपरसोनिक टेस्ट’ हथियारों की नई रेस की शुरुआत है?

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चीन ने पिछले दिनों परमाणु ताक़त से लैस एक हाइपरसोनिक मिलाइल का परीक्षण किया है. कई लोग इसे एक बड़ी उपलब्धि और हथियारों के क्षेत्र का ‘गेम-चेंजर’ मान रहे हैं जिससे अमेरिकी अधिकारी भी परेशान हैं.

चीनी सेना ने पिछले कुछ समय में दो बार ऐसे रॉकेट लॉन्च किए हैं जिन्होंने पूरी धरती का चक्कर काटने के बाद अपने टार्गेट को निशाना बनाया. फ़ाइनेनशियल टाइम्स ने पहली बार इससे जुड़ी जानकारी दी, उन्होंने खुफ़िया विभाग के सूत्रों के हवाले से बताया कि पहली बार ये मिसाइल अपने टार्गेट से 40 किलोमीटर दूर रह गई थी.

कैलिफ़ोर्निया के मॉन्टेरी में मिडिलबरी इंस्टीट्यूट ऑफ़ इंटरनेशनल स्टडीज़ में ईस्ट एशिया नॉन-प्रोलिफ़रेशन प्रोग्राम के निदेशक जेफ़री लुइस कहते हैं कि चीन का मना करना “भ्रम पैदा करने वाला क़दम है

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कोरोना वायरस एक बार फिर डराने लगा है

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मीडिया की खबरों के अनुसार, भारतीय वैज्ञानिकों की टीम इन्साकॉग ने चेतावनी दी है कि वायरस में कोई नया म्यूटेशन नहीं हुआ है. हालांकि, जिस डेल्टा वेरिएंट की वजह से भारत को दूसरी लहर का सामना करना पड़ा था, वह कहीं गया नहीं है.

: देश में महामारी फैलाने वाला कोरोना वायरस एक बार फिर डराने लगा है. आलम यह कि त्योहारी सीजन के दौरान भारत में नौ महीने पुराने हालात फिर बनने शुरू हो गए हैं.. हालांकि, सोमवार को पिछले 24 घंटे के दौरान भारत में कोरोना के नए मामलों में गिरावट दर्ज की गई है. स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटे में देश में 14,306 नए मामले सामने आए हैं. हालांकि, इस दौरान 443 मरीजों की मौत भी हो गई.

. वैज्ञानिकों ने कहा है कि पहले की ही तरह त्योहारों के दौरान हर कोई किसी न किसी तरीके से भीड़ का हिस्सा बन रहा है, लेकिन बीते 55 दिन में ही डेल्टा वेरिएंट दोगुना हो चुका है

महाराष्ट्र में कोरोना के 1410 नए मामले

इस बीच, कोरोना की दूसरी लहर के दौरान कोरोना का हॉट स्पॉट बन चुके महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना के 1410 नए मामले सामने आए हैं और तकरीबन 1520 लोग ठीक होकर अपने घर लौट गए हैं.

इसके साथ ही, देश की औद्योगिक राजधानी मुंबई में पिछले 24 घंटे के दौरान कोरोना के 408 नए मामले सामने आए हैं. इस दौरान 531 लोग डिस्चार्ज किए गए और करीब 6 लोगों की मौत हो गई. यहां पर कोरोना के सक्रिय मामलों की कुल संख्या 4,227 तक पहुंच गई है.

देश की राजधानी दिल्ली में पिछले 24 घंटे के दौरान कोरोना के 37 नए मामले सामने आए हैं. इस दौरान 51 लोग डिस्चार्ज होकर अपने-अपने घरों को लौट गए हैं. इस दौरान कोरोना वायरस के संक्रमण से किसी के मौत की खबर नहीं है. यहां पर कोरोना के कुल 320 मामले अब भी सक्रिय हैं.

पूर्वोत्तर भारत के राज्य मिजोरम में कोरोना वायरस के 158 नए मामले सामने आए हैं और 1 व्यक्ति की मौत हो गई है. चौंकाने वाली बात यह है कि इस राज्य में कोरोना के कुल 1,17,419 मामले अब भी सक्रिय है. हालांकि, इस राज्य में अब तक करीब 8,080 लोग डिस्चार्ज होकर अपने-अपने घरों को लौट गए हैं.

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भोपाल में आश्रम 3 के सेट पर बजरंग दल ने की तोड़फोड़, प्रकाश झा पर फेंकी काली स्याही

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बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने रविवार शाम यहां वेब-सीरीज आश्रम-3 के सेट में पथराव कर तोड़फोड़ की और इसके निर्माता एवं निर्देशक प्रकाश झा पर हिंदुओं को गलत तरीके से चित्रित करने का आरोप लगाते हुए स्याही फेंकी। पथराव में इस वेब सीरीज दल की दो बसों सहित कुछ वाहन क्षतिग्रस्त हुए हैं।  मौके पर पहुंची पुलिस ने कार्यकर्ताओं को खदेड़ दिया। जिन्हें इलाज के लिए निकट के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बताया जाता है कि पुरानी जेल के रास्ते में गाड़ियों को रोक कर उनमें तोड़फोड़ की। इस दौरान एक न्यूज़ चैनल की यूनिट पर भी हमला किया। इस दौरान करीब एक घंटे तक जाम लगा रहा।

भोपाल के उप पुलिस महानिरीक्षक (डीआईजी) इरशाद वली ने पत्रकारों को बताया कि घटना में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा, ‘‘तीन-चार वाहन क्षतिग्रस्त हो गए और हम इस हंगामा में शामिल लोगों की पहचान करेंगे। ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।’’ 

प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने प्रकाश झा और बॉलीवुड अभिनेता बॉबी देओल के खिलाफ नारेबाजी भी की और उन पर हिंदू भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया। बॉबी देओल वेब-सीरीज आश्रम में मुख्य भूमिका निभा रहे हैं। 

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भारत में फिर से कुछ राज्यों में कोरोना का असर देखने को मिल रहा है

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भारत में कोरोना संक्रमण के मामले 15 हजार से कम नहीं हो रहे हैं। पिछले महीने सितंबर से कोरोना के दैनिक मामले 15 हजार आ रहे हैं।

कुछ राज्यों में फिर से संक्रमण के मामले बढ़ने लगे हैं। बंगाल के साथ ही देश के कम से कम तीन राज्यों ने पिछले सप्ताह दुर्गा पूजा, दशहरा के बाद कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ने लगे हैं। बंगाल, हिमाचल और असम में कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी हुई है। पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 15906 केस दर्ज किए गए हैं।  इससे पहले शनिवार को 15,918 नए मामले आए थे। हालांकि, एक्टिव मामलों में लगातार गिरावट जारी है। पिछले एक दिन में कोरोना के सक्रिय मामले कम हो रहे हैं ।

रूस और चीन में कोरोना की रफ्तार तेज चीन और रूस में कोरोना वायरस फिर से पैर पसारने लगा है। रूस में कोरोना महामारी कहर बनकर टूट रही है। शनिवार को आई रिपोर्ट में एक हजार से ज्यादा लोगों की मौत होने की खबर है।रूस में कोरोना वायरस की टास्क फोर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, देश में बीते 24 घंटे के दौरान संक्रमण के 37,678 नए मामले आए. सितंबर के अंत में दर्ज की गई दैनिक मृत्यु दर लगभग 33% अधिक है और पिछले महीने संक्रमण के मामलों में लगभग 70% की वृद्धि हुई है।वहीं, चीन में शनिवार को कोरोना वायरस तेजी से बढ़ रहे हैं।

भारत  में    रिकवरी दर 98.16 फीसदी पर पहुंची

स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि पिछले एक दिन में 13.24 लाख सैंपल की जांच हुई है जिनमें 1.19 फीसदी सैंपल कोरोना संक्रमित मिले हैं। वहीं कोरोना की साप्ताहिक संक्रमण दर 1.31 फीसदी मिली है। इनके अलावा कोरोना की रिकवरी दर 98.15 से बढ़कर 98.16 फीसदी तक पहुंच गई है भारत में कुछ ही राज्य  है जहाँ  कोरोना के केस देखने मिले है  बाकी जगह सब सामान्य है

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मध्य प्रदेश में प्रतिदिन 182 मीट्रिक टन की सामूहिक उत्पादन क्षमता वाले 163 ऑक्सीजन संयंत्र स्थापित किए

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डिजिटल भारत I मध्य प्रदेश में प्रतिदिन 182 मीट्रिक टन की सामूहिक उत्पादन क्षमता वाले 163 ऑक्सीजन संयंत्र स्थापित किए गए हैं। यह जानकारी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दी। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान प्रदेश में ऑक्सीजन की बेहद कमी हो गई थी।

मुख्यमंत्री चौहान ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि मार्च 2020 में प्रदेश के किसी भी सरकारी अस्पताल में ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्र उपलब्ध नहीं थे। अब 182 मीट्रिक टन प्रतिदिन की उत्पादन क्षमता वाले 163 ऑक्सीजन संयंत्र राज्य के विभिन्न जिलों में शुरू किए गए हैं। उन्होंने कहा कि जब प्रदेश में सभी 202 संयंत्र चालू हो जाएंगे तो रोजाना करीब 230 मीट्रिक टन चिकित्सकीय ऑक्सीजन का उत्पादन होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान जीवन रक्षक गैस की कमी का सामना करने के बाद इन संयंत्रों पर काम शुरू किया गया था। शेष 39 संयंत्र को भी इस माह के अंत तक शुरू किया जाएगा। वर्तमान में प्रदेश के सरकारी मेडिकल कॉलेजों में 360 मीट्रिक टन तरल ऑक्सीजन की सामूहिक भंडारण सुविधा उपलब्ध है।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा दिये गये सहयोग से मध्यप्रदेश ऑक्सीजन के क्षेत्र में आत्म-निर्भर बनाने की ओर अग्रसर है। कोरोना की दूसरी लहर में कोरोना मरीजों की जान बचाने के लिए अन्य राज्यों से ऑक्सीजन आयात की गई। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में ऑक्सीजन की स्थानीय व्यवस्था के लिए प्लांटस स्थापना के शासकीय चिकित्सालयों में अतिरिक्त रूप से 30 हजार 291 ऑक्सीजन सिलिन्डर की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। उन्होंने बताया कि मार्च 2020 की स्थिति में प्रदेश के किसी भी शासकीय चिकित्सालय में ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट उपलब्ध नहीं थे। आज की स्थिति में 163 ऑक्सीजन प्लांटस प्रदेश के विभिन्न जिलों में प्रांरभ हो चुके है। शेष प्लांटस भी शीघ्र स्थापित कर लिए जाएंगे। इन सभी 202 प्लांटस से प्रतिदिन लगभग 230 मीट्रिक टन मेडिकल ऑक्सीजन जनरेट हो सकेगी।

प्रदेश में पीएम केयर फंड से 88, मुख्यमंत्री राहत कोष से 13 एवं अन्य विभिन्न माध्यम जैसे स्वास्थ्य विभाग, CSR एवं स्थानीय प्रयासों से 101 ऑक्सीजन प्लांट्स स्थापित करने का काम गत मई माह से शुरू किया गया। आज मध्यप्रदेश 163 ऑक्सीजन प्लांटस स्थापित कर आत्म-निर्भरता की ओर अग्रसर हो रहा है।

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मुख्य मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान किसान कल्याण योजना के तहत किसानों को राहत राशि की द्वितीय किश्त का वितरण करेंगे

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मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना का जबलपुर में जिला स्तरीय कार्यक्रम कलेक्टर कार्यालय स्थित एनआईसी के व्हीसी रूम में सुबह 10 बजे से होगा। वे मौसम वर्षा के कारण हुये नुकसान से किसानो को राहत देने के लिये किसानो के कहते खाते में राशि का ट्रान्स्फर करेंगे

 जिला    कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने जिले में इस कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए सभी आवश्यक तैयारियां करने के निर्देश अधिकारियों को दिये हैं। श्री शर्मा ने जनपद स्तर एवं ग्राम पंचायत स्तर पर इस कार्यक्रम के आयोजन हेतु जिला पंचायत की सीईओ रिजु बाफना को नोडल अधिकारी नियुक्त किया है। इसी तरह जिला स्तर पर कार्यक्रम के आयोजन के लिए संयुक्त कलेक्टर एवं एसडीएम अधारताल नम: शिवाय अरजरिया को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है।                                                                                    मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान 23 अक्टूबर को सुबह 10 बजे मिन्टो हाल भोपाल से मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना के तहत पात्र किसानों को राहत राशि की दूसरी किश्त का वितरण करेंगे। कार्यक्रम का प्रदेश भर में जिला स्तर से लेकर पंचायत स्तर तक वेब लिंक के माध्यम से सीधा प्रसारण किया जायेगा।
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उत्तर भारत समेत केरल राज्य में भारी बारिश के कारण मरने वालों की संख्या बढ़ी

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डिजिटल भारत I उत्तर भारत समेत केरल राज्य में भारी बारिश के कारण मरने वालों की संख्या बढ़ रही है। उत्तराखंड व केरल में पिछले दिनों आइ बाढ़ और भूस्खलन की घटनाओं ने भारी क्षति पहुंचाई है। दोनों ही राज्यों में देखा जाए तो कुल अब तक 76 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।

 उत्तराखंड इन दिनों बारिश की मार झेल रहा है. जिला अल्मोड़ा में भारी बारिश कहर बनकर टूट रही है. बीते 36 घंटो से लगातार हो रही भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है.

इधर भिकियासैंण तहसील के रापड़ गाँव में दो बच्चों की मकान ढहने से मौत हो गई है. जबकि नगर के हीराढूंगरी मोहल्ला में एक 14 साल की लड़की की दबकर मौत हो गई है. दोनों ही जगह पर एक-एक अन्य व्यक्ति मलबे में दबे हैं दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत के कुछ इलाकों में मौसम अभी शांत बना हुआ है. दिल्ली के आसपास तो सूरज और बादलों में लुका-छिपी का सा खेल चल रहा है. लेकिन उत्तर भारत के पहाड़ी और दक्षिण भारत के इलाकों में बारिश लगातार कहर बरसा रही है. वर्तमान में बारिश से सबसे ज्यादा नुकसान केरल में देखने को मिल रहा है. यहां बारिश के कारण अब तक 20 लोगों की मौत हो चुकी है. हजारों लोग बेघर हो गए हैं. मौसम को देखते हुए अलप्पुज्हा में शनिवार को होने वाली सालाना नेहरू रेस स्थगित कर दी गई है.

नदियों में बढ़ते जलस्तर को देखते हुए राज्य सरकार ने इटुक्की बांध के एक फाटक को खोलने का फैसला किया है.

भूस्खलन और अचानक आई बाढ़ में कम से कम 41 लोगों की मौत हो गई और एक दर्जन से अधिक लापता हो गए। हिमालयी राज्य उत्तराखंड के अधिकारियों ने कहा कि एक दिन पहले इसी तरह की घटनाओं में छह लोगों की मौत के बाद मंगलवार को ताजा भूस्खलन में 35 लोगों की मौत हो गई।

सबसे बुरी तरह प्रभावित नैनीताल क्षेत्र में ही मंगलवार तड़के सात अलग-अलग घटनाओं में कम से कम 30 की मौत हो गई। बता दें कि वहां बादल फटने के बाद काफी तेज बारिश शुरू हो गई। इसके बाद भूस्खलन, जिससे भारी संकट पैदा हो गया।

इसके अलावा दक्षिणी भारतीय राज्य केरल में भारी बारिश के कारण आइ बाढ़ और भूस्खलन से कम से कम 35 लोग मारे गए हैं और अधिकारियों का मानना है कि मरने वालों की संख्या में वृद्धि हो सकती है। सेना और नौसेना के बचाव अभियान पिछले दिनों तक जारी रहे। बीते दिनों तक हजारों लोग तटीय क्षेत्र के कुछ हिस्सों में फंसे हुए बताए गए थे, जबकि कई लापता बताए गए थे।

बताया गया कि राज्य में मानसून के मौसम में हर साल बाढ़ आती है लेकिन पिछले 10 वर्षों में आवृत्ति में वृद्धि हुई है। बुधवार से और बारिश होने की संभावना को देखते हुए सड़कों की सफाई के लिए अभियान चलाया जा रहा है।बता दें कि 2018 में, केरल को विनाशकारी बाढ़ का सामना करना पड़ा था, जब मानसून के मौसम में भारी बारिश ने 400 से अधिक लोगों की जान ले ली और सैकड़ों हजारों लोगों को उनके घरों से बाहर निकला पड़ा।

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वन्यजीव प्रेमी अब रातापानी सेंचुरी में टाइगर सफारी कर सकते हैं। यहां पूरे 36 किमी में घूम सकेंगे

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डिजिटल भारत I वन्यजीव प्रेमी अब रातापानी सेंचुरी में टाइगर सफारी कर सकते हैं। यहां पूरे 36 किमी में घूम सकेंगे। यह देश की पहली ऐसी सेंचुरी बन गई है, जहां टाइगर रिजर्व जैसी सफारी की शुरुआत हुई है। सफारी का रूट झिरी से लेकर करमई तक होगा। यह सेंचुरी का बफर जोन है। पर्यटकों की संख्या बढ़ने पर यहां सफारी वाहन की संख्या बढ़ाई जाएगी।

सफारी किराया

झिरी से करमई तक प्रति व्यक्ति सफारी किराया 450 रुपए

झिरी से कैरी महादेव तक प्रति व्यक्ति किराया 400 रु.

अभी यहां प्राइवेट वाहनों को ‘पहले आओ- पहले पाओ  की तर्ज पर झिरी और करमई गेट से प्रवेश की अनुमति दी गई है। सफारी वाहन की संख्या बढ़ने पर प्राइवेट वाहनों का सेंचुरी के अंदर प्रवेश बंद कर दिया जाएगा। शनिवार को रातापानी सेंचुरी के डीएफओ विजय कुमार ने दो सफारी वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

पेंच टाईगर रिजर्व के वन क्षेत्रों का गौरवशाली इतिहास रहा है। इसके प्राकृतिक सौंदर्य एवं समृद्धि का वर्णन आईने-अकबरी एवं अन्य कई प्राकृतिक इतिहास की पुस्तकें जैसे आर.ए. स्ट्रेन्डल की ‘‘सिवनी, कैम्प लाईफ इन दा सतपुड़ा” फोर्सेथ की ‘‘हाई लैण्डस आफ सेन्ट्रल इंडिया”  डनबर ब्रेन्डर की ‘‘वाईल्ड एनीमल्स आफ सेन्ट्रल इंडिया में है। स्टेन्डल की आत्मकथा जैसी किताब ‘‘सिवनी रूदियार्ड किपलिंग की ‘‘दा जंगल बुक” लिखने में मुख्य प्रेरणा स्त्रोत थी।

“दा जंगल बुक “ का क्षेत्र”

पेंच टाईगर रिजर्व एवं इसके आसपास का क्षेत्र रूडियार्ड किपलिंग के प्रसिद्ध ‘‘दा जंगल बुक” का वास्तविक कथा क्षेत्र है। रूडियार्ड किपलिंग ने आर.ए. स्ट्रेन्डल की पुस्तक ‘‘सिवन”, ‘‘मैमेलिया आफ इंडिया एण्ड सीलो “और ‘‘डेनीजेन्स आफ दा जंगल” को भौगौलिक संरचनाओं तथा वन्य प्राणियों के व्यवहार के लिए आधार बनाया था। मोंगली की कल्पना सर विलियम हेनरी स्लीमेन के पैम्पलेट ‘‘एन एकाउन्ट आफ वूल्फ्स नरचरिंग चिल्ड्रेन इन देयर डेनस” से की गयी है। जिसमें वर्ष 1831 में सिवनी के पास सन्तबावड़ी नामक ग्राम में भेड़ियो के साथ पले-बढ़े एक बालक के पकड़े जाने की रिपोर्ट है। ‘‘दा जंगल बुक” में वर्णित स्थान, वैनगंगा नदी, उसकी घाटी जहां शेर खान मारा गया था, ग्राम कान्हीवाड़ा और सिवनी की पर्वत मालायें आदि सिवनी जिले में वास्तविक स्थान है।

वर्ष 1977 में 449.39 वर्ग कि.मी. वन क्षेत्र को पेंच अभ्यारण्य क्षेत्र घोषित किया गया था। वर्ष 1983 में इसमें से 292.850 वर्ग कि.मी. क्षेत्र को पेंच राष्ट्रीय उद्यान बनाया गया था, एवं 118.47 वर्ग कि.मी. क्षेत्र पेंच अभ्यारण्य के रूप में रखा गया। वर्ष 1992 में भारत सरकार द्वारा पेंच राष्ट्रीय उद्यान, पेंच अभ्यारण्य एवं कुछ अन्य वन क्षेत्रों को सम्मिलित कर 757.850 वर्ग कि.मी. क्षेत्र को देश का 19 वां प्रोजेक्ट टाईगर रिजर्व बनाया गया। वर्ष 2002 में पेंच राष्ट्रीय उद्यान एवं पेंच अभ्यारण्य का नाम क्रमशः इंदिरा प्रियदर्शनी पेंच राष्ट्रीय उद्यान एवं पेंच मोगली अभ्यारण्य रखा गया। पेंच जल विद्युत परियोजना के अंतर्गत वर्ष 1973 से 1988 के मध्य पेंच नदी पर तोतलाडोह जलाशय का निर्माण किया गया। जिससे 72 वर्ग कि.मी. क्षेत्र डूब में आया। इसमें से 54 वर्ग कि.मी. डूब क्षेत्र मध्यप्रदेश एवं शेष महाराष्ट्र में है।

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नई शिक्षा नीति में मिले अवसर वंचित वर्ग तक पहुँचे : राज्यपाल श्री पटेल डॉ. बी.आर. अम्बेडकर सामाजिक विज्ञान विश्वविद्यालय शासी निकाय बैठक सम्पन्न

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राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा है कि नई शिक्षा नीति के तहत सकल नामांकन के लक्ष्य की प्राप्ति के लिए विश्वविद्यालय वर्षवार कार्य-योजना बनायें। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय समाज के वंचित वर्ग तक नीति के तहत दिए गए अवसरों को पहुँचाने के प्रभावी प्रयास करें।

श्री पटेल आज राजभवन में डॉ. बी.आर. अम्बेडकर सामाजिक विज्ञान विश्वविद्यालय महू की चतुर्थ शासी निकाय की बैठक को संबोधित कर रहे थे। बैठक में शासी निकाय के सदस्य विश्वविद्यालय के कुलपति मौजूद थे।

राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा कि प्रदेश के सर्वांगीण विकास के लिए सभी समाजों का विकास जरूरी है। उन्होंने कहा कि सर्वांगीण विकास का आधार शिक्षा है। शिक्षा जिनका दायित्व है, उनकी सोच में सकारात्मकता और दिल में संवेदनशीलता का होना जरूरी है। प्रदेश का बच्चा जब कोई उपलब्धि अर्जित करता है तो हम सब गर्व का अनुभव करते है। प्रतिभाओं को पहचान कर उनको प्रोत्साहित करने के प्रयास किए जाना जरूरी है। उन्होंने विश्वविद्यालय में अनुसंधानात्मक गतिविधियों को संरचनात्मक सुदृढ़ता प्रदान करने की जरूरत बताई। उन्होंने विश्वविद्यालय को उद्योगों के साथ समन्वय कर कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी के तहत, मेधावी छात्र प्रोत्साहन और शोध कार्यो में सहयोग प्राप्त करने की पहल के लिए कहा है।

राज्यपाल को बताया गया है कि विश्वविद्यालय में स्थापना के समय 5 स्कूल थे। आज उन्नयन कर 11 हो गए है। विश्वविद्यालय में वर्ष 2020-21 से महिला अध्ययन, शिक्षा, पुस्तकालय विज्ञान, प्रबंधन, वाणिज्य, समाज विज्ञान विषय में डी.लिट् पाठ्यक्रम प्रारम्भ हुआ है। वर्तमान में 8 अभ्यर्थी डी.लिट् में अध्ययनरत है। विश्वविद्यालय में 9 मानद पीठ संचालित है। साथ ही केन्द्र सरकार द्वारा पोषित बाबू जगजीवन राम और डॉ. अम्बेडकर दो और राज्य सरकार द्वारा जननायक टंट्या भील और वीरपुत्र महाराणा प्रताप दो कुल चार पीठें स्थापित है। आत्म-निर्भर भारत के तहत महू क्षेत्र के 5 गाँवों में गहन कार्य किया जा रहा है। बेटी बचाओं के तहत 12 गाँवों में विश्वविद्यालय सक्रिय है।

बैठक में राज्यपाल के प्रमुख सचिव श्री डी.पी. आहूजा, प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा श्री अनुपम राजन, प्रमुख सचिव अनुसूचित जाति कल्याण जनजातीय कार्य विभाग डॉ. पल्लवी जैन गोविल, वित्त सचिव श्री लोकेश कुमार जाटव, सचिव विधि विधायी कार्य विभाग श्री उमेश पांडव, सचिव अनुसूचित जाति कल्याण विभाग श्रीमती रेनू तिवारी, कुलपति श्रीमती आशा शुक्ला, कुलसचिव श्री अजय वर्मा शासी निकाय के सदस्य राजभवन के अधिकारी उपस्थित थे।

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हाईकोर्ट ने शर्तों के साथ ‘पुष्पांजलि’ और ‘सिंदूर खेला’ की दी अनुमति

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डिजिटल भारत: बंगाल: कलकत्ता हाईकोर्ट ने शर्तों के साथ ‘पुष्पांजलि’ और ‘सिंदूर खेला’ की दी अनुमति, बड़े पंडाल में अधिकतम 60 लोगों को प्रवेश कलकत्ता उच्च न्यायालय ने सशर्त दुर्गा पूजा पंडालों में ‘पुष्पांजलि’ की पेशकश करने और ‘सिंदूर खेला’ की अनुमति दे दी है। लेकिन इसके लिए संपूर्ण टीकाकरण जरूरी है देश के किसी राज्य में सबसे अधिक धूमधाम से नवरात्रि मनाई जाती है तो वह है पश्चिम बंगाल लेकिन इस बार कोरोना की वजह से राज्य सरकार ने कई प्रतिबंध भी लगा दिए हैं।

लोगों को माता के दर्शन के लिए कोरोना नियमों का पालन करना होगा। हालांकि इन प्रतिबंधों के बीच आज यहां के भक्तों के लिए एक अच्छी खबर आई है कि कलकत्ता उच्च न्यायालय ने सशर्त दुर्गा पूजा पंडालों में ‘पुष्पांजलि’ की पेशकश करने और ‘सिंदूर खेला’ की अनुमति दे दी है। लेकिन इसके लिए संपूर्ण टीकाकरण जरूरी है, यानी की आपको वैक्सीन की दोनों डोज लगवानी होगी। वहीं अदालत ने पंडालों में लोगों की संख्या सीमित कर दी है। बड़े पूजा पंडाल में 45 से लेकर 60 लोगों को तो छोटे पंडाल में 10 से15 लोगों को प्रवेश मिल सकेगा।

विजयादशी पर बंगाल में क्यों होती है सिंदूर खेला की रस्म? जानें क्या है 

धुनुची डांस का महत्व बंगाल के लोग दुनिया के किसी भी कोने में हों, वे नवरात्रि के त्यौहार को पूरी भव्यता के साथ मनाते हैं. बंगाल के लोग नवरात्रि में मां दुर्गा की पांरपरिक रीति-रिवाज से आराधना करते हैं. यहां दुर्गा बड़ी ही धूमधाम से मनाए जाने का रिवाज है

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