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एक भारत उत्कृष्ट भारत

मलेशिया ओपन 2023 के पहले ही राउंड में पीवी सिंधु का हुआ हार से सामना,

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स्टार भारतीय शटलर पीवी सिंधु स्पेन की कैरोलिना मारिन से हारकर मलेशिया ओपन 2023 से बाहर हो गई हैं।

डिजिटल भारत l दो बार की ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधु 2023 में जीत की शुरूआत नहीं कर सकीं, क्योंकि बुधवार को उन्हें यहां मलेशिया ओपन सुपर 1000 बैडमिंटन टूर्नामेंट के शुरूआती दौर में रियो 2016 की चैंपियन स्पेन की कैरोलिना मारिन से हार का सामना करना पड़ा। चोट के कारण पांच महीने तक बाहर रहने के बाद वापसी करने वाली सिंधु कॉमनवैल्थ खेलों 2022 में स्वर्ण पदक जीतने के बाद से अपने पहले मैच में 12-21, 21-10, 15-21 से हार गईं।

2021 में स्विस ओपन के फाइनल में मारिन द्वारा सिंधु को हराने के बाद से रियो 2016 के फाइनलिस्ट के बीच यह पहला मैच था। दूसरी ओर, एचएस प्रणय और विश्व चैंपियनशिप की कांस्य पदक विजेता पुरुष जोड़ी चिराग शेट्टी और सात्विकसाईराज रैंकीरेड्डी ने अंतिम-16 में प्रवेश किया।

पुरुष एकल में प्रणय ने पहले दौर में राष्ट्रमंडल खेलों के चैंपियन लक्ष्य सेन को तीन गेमों में 22-24, 21-12, 21-18 से हराया। पुरुष युगल जोड़ी सात्विक और चिराग ने दुनिया के नौंवें नंबर की कोरियाई जोड़ी चोई सोल ग्यू और किम वोन हो को 21-16, 21-13 से हराया।

भारत के टॉप बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु और लक्ष्य सेन की नए साल की शुरुआत अच्छी नहीं रही. दोनों ही मलेशिया ओपन सुपर 1000 टूर्नामेंट के पहले ही राउंड में बाहर हो गए. दो बार की ओलिंपिक मेडलिस्ट सिंधु को पूर्व ओलिंपिक चैंपियन कैरोलिना मारिन ने हराया. वहीं लक्ष्य सेन को एचएस प्रणॉय ने मात दी. हालांकि सात्विक साईंराज रंकी रेड्डी और चिराग शेट्टी की जोड़ी ने जीत से शुरुआत की है. टूर्नामेंट के पहले दिन सायना नेहवाल भी पहले ही दौर से बाहर हो गई थीं

सिंधु पांच महीने बाद वापसी कर रही थीं. पिछले साल हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में उन्हें चोट लगी थी जिसके कारण वो कोर्ट से दूर हो गई थीं. सिंधु को मारिन के 59 मिनट तक चले मुकाबले में 12-21,21-10,15-21 से हार मिली. दोनों खिलाड़ी 15वीं बार आमने-सामने थीं. मारिन ने इन 15 में से 10 मैच अपने नाम किए हैं. सात्विक साईंराज और चिराग शेट्टी का सामना कोरियाई जोड़ी से था. भारतीय जोड़ी यहां से शुरू से ही काफी हावी दिखाई दी. उन्होंने ये मैच 16-21, 13-21 से अपने नाम किया और अगले राउंड में जगह बनाई.

प्रणॉय ने लक्ष्य सेन को दी मात
फॉर्म में चल रहे एच एस प्रणॉय ने अपना शानदार फॉर्म बरकरार रखते हुए रोमांचक मुकाबले में हमवतन लक्ष्य सेन को हरा दिया. पिछले साल विश्व रैकिंग में आठवें स्थान पर पहुंचे प्रणॉय ने एक गेम से पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए 10वीं रैंकिंग वाले सेन को 22-24, 21-12, 21-18 से हराया. प्रणॉय और सेन की टक्कर पिछले साल पांच बार हुई जिसमें सेन 3-2 से आगे थे. इस मैच में दोनों ने तेज शुरुआत की और प्रणॉय ने दो अंक की बढत के साथ आगाज किया. सेन ने हालांकि जल्दी ही वापसी करके स्कोर 13-13 कर लिया. कुछ विवादित लाइन कॉल के बाद स्कोर 19-19 था. सेन ने एक अंक बनाया लेकिन तुरंत गंवा भी दिया. प्रणॉय भी बढ़त कायम नहीं रख सके और पहला गेम गंवा दिया

प्रणॉय ने तीसरे गेम में जाकर जीत मैच
दूसरे गेम में प्रणॉय 4-1 से आगे थे जब सेन ने कई सहज गलतियां की. उसने आक्रामकता दिखाई लेकिन प्रणॉय उससे काफी आगे थे. प्रणॉय ने नौ अंकों की बढ़त के साथ यह गेम जीत लिया. निर्णायक गेम में सेन ने 8-4 की बढ़त बनाई लेकिन प्रणॉय ने जल्दी ही 9-9 से वापसी की. इसके बाद से उन्होंने सेन को लौटने का मौका नहीं दिया. केरल के 30 वर्ष के प्रणॉय का सामना अब इंडोनेशिया के चिको ओरा द्वि वोर्डोयो या डेनमार्क के हैंस क्रिस्टियन सोलबर्ग विटिंगुस से होगा.

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सामूहिक सूर्य नमस्कार, मुख्य समारोह में शामिल होंगे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह

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चार हजार स्कूली छात्र-छात्राएं भी होगी शामिल।

डिजिटल भारत l स्वामी विवेकानंद के जन्मदिवस 12 जनवरी को युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है।इस दिन देशभर में सामूहिक सूर्य नमस्कार के कार्यक्रम आयोजित किए जाते है। इंदौर में भी सामूहिक सूर्य नमस्कार के कार्यक्रम आयोजित होंगे। इंदौर में सूर्य नमस्कार के कार्यक्रम में चार हजार से ज्याद विद्यार्थी शामिल होंगे।इसके अलावा विभिन्न संस्थानों और संंगठनों में सूर्य नमस्कार के आयोजन होंगे।सामूहिक सूर्य नमस्कार के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराह सिंह चौहान भी शामिल होंगे।

विभिन्न संगठनों और संस्थानों में भी सामूहिक सूर्य नमस्कार के कार्यक्रम करने की तैयारी शुरु कर दी है। प्रशासन ने सामूहिक सूर्य नमस्कार की तैयारी शुरु कर दी है। इस बार ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट के कारण मुख्यमंत्री शिवराह सिंह चौहान शहर में है। वह इंदौर में आरपीटीसी मैदान में होने वाले सामूहिक सूर्य नमस्कार कार्यक्रम में शामिल होंगे।

स्वामी विवेकानंद की जयंती के अवसर पर 12 जनवरी गुरुवार को सामूहिक सूर्यनमस्कार होगा। नर्मदापुरम जिले की सभी स्कूल, कॉलेज, पंचायत और आश्रम-शालाओं में सुबह 9 बजे से 10.30 बजे तक सामूहिक सूर्य नमस्कार कार्यक्रम होगा। राष्ट्र-गीत, मध्यप्रदेश गान का सामूहिक गायन कार्यक्रम में होगा। इसके बाद सूर्य नमस्कार एवं प्राणायाम होगा।रेडियो से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के रिकार्डेड संदेश का प्रसारण किया जाएगा।

सामूहिक सूर्य नमस्कार कार्यक्रम में किसी भी संस्था, छात्र एवं छात्रा का भाग लेना पूर्णत: स्वैच्छिक होगा। सूर्य नमस्कार में कक्षा 6वीं से 12वीं तक के एवं कॉलेज विद्यार्थी शामिल हो सकेंगे। प्राथमिक शाला में कक्षा एक से पांच तक के बच्चें सूर्य नमस्कार में दर्शक के रूप में शामिल होंगे।

सामूहिक सूर्य नमस्कार कार्य-योजना के तहत अशासकीय शिक्षण संस्थाओं, पालक शिक्षक संघ, विभिन्न योग संस्थाओं, स्थानीय खेल क्लब, सेवानिवृत्त सैनिक, मॉर्निंग क्लब, व्यायामशाला, हेल्थ क्लब, पंचायत, सहकारी संस्थाओं, राष्ट्रीय एवं राज्य स्तर पर विभिन्न क्षेत्रों में पुरस्कृत प्रतिभाओं, कार्यक्रम में मंत्री, सांसद, जिला एवं जनपद पंचायत, अध्यक्ष एवं सदस्य नगर पालिका एवं नगर पंचायत और अन्य जनप्रतिनिधियों से शामिल होंगे।

यहां भी होंगे आयोजन l
जिला पंचायत इंदौर की सीइओं वंदना शर्मा ने बताया कि सूर्य नमस्कार के कार्यक्रम में स्कूलों में आयोजित किए जाएंगे। इसके अलवा सहज योग केन्द्र, अरोग्य भारती, प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय, योग एसोसिएशन, योग संघ, स्काउट गाइड, भारत स्वाभिमान ट्रस्ट, पंतजलि योग समिति, आर्ट ऑफ लिविंग संस्था, अशासकीय शिक्षण संस्थाओं, संबंधित विभागों, संगठनों, पालक शिक्षक संघ, विभिन्न योग संस्थाएं आदि स्थानों पर भी आयोजित होंगे।

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चार वर्षों के बाद मूल स्वरूप में, पूरी भव्यता के साथ लौट रहा इंदौर: नरेंद्र मोदी

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डिजिट भारत I इंदौर के इतिहास से पता चलता है कि शहर के संस्थापकों के पूर्वज मालवा के वंशानुगत जमींदार और स्वदेशी भूस्वामी थे। इन जमींदारों के परिवारों ने शानदार जीवन व्यतीत किया। उन्होंने होल्कर के आगमन के बाद भी एक हाथी, निशान, डंका और गाडी सहित रॉयल्टी की अपनी संपत्ति को बनाए रखा। उन्होंने दशहरा (शमी पूजन) की पहली पूजा करने का अधिकार भी बरकरार रखा। मुगल शासन के दौरान, परिवारों को सम्राट औरंगज़ेब, आलमगीर और फ़ारुक्शायार ने अपने जागीर के अधिकारों की पुष्टि करते हुए, सनद दी। मध्य प्रदेश के पश्चिमी क्षेत्र पर स्थित इंदौर, राज्य के सबसे महत्वपूर्ण वाणिज्यिक केंद्रों में से एक है। इंदौर का समृद्ध कालानुक्रमिक इतिहास गौर करने लायक है। योर के दिनों में भी यह एक महत्वपूर्ण व्यापारिक केंद्र था। लेकिन आज कॉर्पोरेट फर्मों और संस्थानों के प्रवेश के साथ, इसने देश के वाणिज्यिक क्षेत्र में एक बड़ा नाम कमाया है। जैसे ही कहानी आगे बढ़ती है, होलकर कबीले के मल्हारो होल्कर ने 1733 में मालवा की विजय में अपनी लूट के हिस्से के रूप में इंदौर को प्राप्त किया। उनके वंशज, जिन्होंने मराठा संघ के मुख्य भाग का गठन किया, पेशवाओं और सिंधियों के साथ संघर्ष में आए और जारी रखा गोर की लड़ाई।
मोदी ने कहा कि बुजुर्गों को उनके लाइफ, स्ट्रगल, अचीवमेंट्स को डॉक्युमेंट करना चाहिए। बुजुर्गों के पास उस जमाने की मेमोरीज होंगी। यूनिवर्सिटियों के माध्यम से हमारे डायस्पोरा की हिस्ट्री पर डॉक्युमेंटेशन के प्रयास किए जाए। कोई भी राष्ट्र, उस पर निष्ठा रखने वाले के दिल में जीवित रहता है। जब कोई भारत का व्यक्ति विदेश जाता है और वहां कोई भारतीय मिल जाता है तो उसे लगता है कि पूरा भारत मिल गया। आप जहां रहते हैं, भारत को अपने साथ रखते हैं। बीते आठ वर्षों में देश ने अपने डायस्पोरा को ताकत देने के लिए हरसंभव प्रयास किए हैं।
पीएम मोदी ने क्या कहा?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा- चार वर्षों के बाद मूल स्वरूप में, पूरी भव्यता के साथ लौट रहा है। अपनों के आमने-सामने की मुलाकात का, आमने-सामने की बात का अलग ही आनंद होता है। अलग ही महत्व होता है। यहां काफी कुछ है, जो इस यात्रा को अविस्मरणीय बनाएगा। पास ही में महाकाल के महालोक का दिव्य और भव्य विस्तार हुआ है। आशा करता हूं कि आप सब वहां जाकर भगवान महाकाल का आशीर्वाद भी लेंगे। अद्भुत अनुभव का हिस्सा भी बनेंगे। वैसे हम सभी जिस शहर में है, वह भी अपने आपमें अद्भुत है। लोग कहते हैं कि इंदौर एक शहर है। मैं कहता हूं कि इंदौर एक दौर है। यह वह दौर है जो समय से आगे चलता है। फिर भी विरासत को समेटे रहता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि दुनिया की व्यवस्था में भारत का महत्व आपकी वजह से बढ़ा है। साथियों, हमारे यहां कहा जाता है कि स्वदेशों भुवनत्रयम। हमारे लिए पूरा संसार ही स्वदेश है। मनुष्य मात्र ही हमारा बंधु-बांधव है। इसी वैचारिक बुनियाद पर हमारे पूर्वजों ने भारत के सांस्कृतिक विस्तार को आकार दिया था। हम दुनिया के अलग-अलग कोनों में गए। हमने सभ्यता के समागम के महत्व को समझा। हमने सदियों पहले वैश्विक व्यापार की असाधारण परंपरा शुरू की थी। हम असीम लगने वाले समंदर के पार गए। व्यावसायिक संबंध कैसे साझी समृद्धि के रास्ते खोल सकते हैं, यह भारत ने और भारतीयों ने करके दिखाया। आज अपने करोड़ों प्रवासी भारतीयों को ग्लोबल मैप पर देखते हैं तो कई तस्वीरें एक साथ उभरती है। उसमें वसुधैव कुटुंबकम के साक्षात दर्शन होते हैं।
आज भारत के पास नॉलेज सेंटर बनने के साथ स्किल कैपिटल बनने का अवसर है। हमारे युवाओं के पास स्किल भी है, वैल्यूज भी है और काम करने के लिए जरूरी जज्बा और इमानदारी भी है। भारत की यह स्किल कैपिटल दुनिया के विकास का इंजिन बन सकती है। भारत में उपस्थित युवाओं के साथ-साथ प्रवासी युवा भी है। नई पीढ़ी के युवा, जो विदेश में जन्मे हैं, वहीं पले-बढ़े हैं, हम उन्हें भी भारत को जानने-समझने के अवसर दे रहे हैं। भारत को लेकर उनका उत्साह बढ़ रहा है। वे माता-पिता के देश को जानना चाहते हैं। जड़ों से जुड़ना चाहते हैं। हमयुवाओं को न केवल देश के बारे में बताए बल्कि भारत दिखाए भी। यह युवा फ्यूचर वर्ल्ड को भारत के बारे में ज्यादा प्रभावी ढंग से बता पाएंगे। जितनी युवाओं में जिज्ञासा बढ़ेगी, भारत में पर्यटन, रिसर्च और गौरव बढ़ेगा। यह युवा भारत के विभिन्न पर्वों के दौरान, प्रसिद्ध मेलों के दौरान आ सकते हैं।

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दिन व दिन पारे में गिरावट, खिलेगी धूप, छाएंगे बादल, होगी बारिश या फिर कोहरा करेगा परेशान?

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डिजिटल भारत l पिछले करीब चार दिनों से छाया कोहरा और धुंध गुरुवार को हट गया। मौसम साफ हुआ तो सूर्यदेव ने भी दर्शन दिए पर ठंड का असर बरकार रहा। वातावरण में घुली ठंडक के असर से धूप की चमक फीकी रही।

तीन से चार किमी की गति से दिन भर चली बर्फीली हवाएं लोगों को सिहराती रहीं। लोगाें ने गलाव वाली ठंड महसूस की। वहीं मौसम विभाग की माने तो मौसम साफ हो गया है अब दिन का तापमान स्थिर रहेगा पर रात में ठंड का असर बढ़ जाएगा। तापमान में भी तीन से चार डिग्री तक की गिरावट आ सकती है। दिन का बढ़ा रात का कम हुआ तापमान-मौसम साफ होते ही दिन का तापमान भी करीब चार डिग्री तक उछल गया।

कोहरा, धुंध और शीतलहर के कारण बुधवार को अधिकतम तापमान 16.7 डिग्री तक नीचे चला गया था जबकि गुरुवार को 20.5 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। तापमान बढ़ने के बावजूद वातावरण में गलाव वाली ठंड महसूस की गई। वही न्यूनतम तापमान में जरूर आंशिक गिरावट दर्ज की गई है। न्यूनतम तापमान एक डिग्री कम होकर 8.4 डिग्री सेलिसयस दर्ज किया गया।

हवाओं में घुली बर्फीली ठंडक- मौसम विभाग के अनुसार लद्दाख, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के पहाड़ों पर हुई बर्फबारी के असर से उत्तर पूर्वी हवाओं में बर्फीली ठंडक घुल गई है। जिससे वातावरण में गलाव वाली ठंड महसूस की जा रही है। अभी कुछ ऐसी ऐसी ही ठंडक महसूस की जाएगी।मौसम बाक्स- सूर्योदय- 6:53 बजेसूर्यास्त- 5:39 बजेतापमानअधिकतम 20.5न्यूनतम 8.4आर्द्रता – 85- 54

पूर्वानुमानमौसम साफ रहेगा, शीतलहर चलने की संभावना जताई जा रही है। पूर्वानुमान – अधिकतम – न्यूनतमजबलपुर06 जनवरी – 20.0 -11.007 जनवरी – 20.0 – 12.0कटनी06 जनवरी- 22.5- 7.507 जनवरी – 23.6 -8.5मंडला06 जनवरी – 18.0- 10.007 जनवरी -19.0 -11.0

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मौसम विभाग के मुताबिक, जनवरी महीने में सर्दी का खासा अनुभव होने की संभावना 1 जनवरी से ही की गई अनुभव तापमान में गिरावट

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डिजिटल भारत l नए साल की शुरुआत के साथ उत्तर पश्चिम भारत के बड़े हिस्से में शीतलहर की स्थिति एक बार फिर से लौट आई है. हालांकि, बीते तीन-चार दिनों से राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली समेत देश के कुछ हिस्सों में ठंड और कोहरा थोड़ा कम था, लेकिन 2023 की शुरुआत के साथ ही लोगों को कड़ाके की सर्दी झेलनी पड़ सकती है. प्रादेशिक मौसम विज्ञान केंद्र नई दिल्ली (Regional Meteorology Center New Delhi) के मुताबिक, अगले दो दिनों में रात के तापमान में और गिरावट आने की संभावना है. दिल्ली में सोमवार (2 जनवरी) को न्यूनतम तापमान 6 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने के आसार हैं. इसके साथ ही आसमान साफ रह सकता है. इससे पहले रविवार (1 जनवरी) को न्यूनतम तापमान 05.5 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 21.1 डिग्री सेल्सियस के आसपास था.

4 और 5 जनवरी को फिर से पड़ेगी कड़ाके की ठंड
मौसम विभाग के मुताबिक, जनवरी महीने में सर्दी का खासा अनुभव होने की संभावना है. प्रादेशिक मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार दिल्ली में 3 जनवरी को न्यूनतम तापमान 5 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा. वहीं, सुबह हल्का कोहरा रहेगा और दिन में धूप निकलने के आसार हैं. दिल्ली में 4 और 5 जनवरी को फिर से कड़ाके की ठंड पड़ेगी. इस दिन राज्य का न्यूनतम तापमान 4 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 18 डिग्री सेल्सियस के आसपास रह सकता है. इसके अलावा, बुधवार और गुरुवार को शीतलहर के साथ इलाकों में घना कोहरा छाए रहने की संभावना है.

जनवरी बीतने के बाद भी ठंड से कुछ राहत मिलने की उम्मीद है।

तापमान में गिरावट का दौर सोमवार को भी
पूर्व मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि तापमान में गिरावट का दौर सोमवार को भी जारी रहेगा और रात के तापमान में एक से तीन डिग्री की गिरावट आ सकती है, इसके चलते सोमवार को कई जिलों में शीतल दिन के साथ शीतलहर की स्थिति बन सकती और ऐसी ही सर्दी अगले तीन-चार दिनों तक सताती रहेगी।
हिमालय से आने वाली उत्तर-पश्चिमी हवाओं के कारण सर्दी
मौसम विज्ञानियों का कहना है कि, उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में हिमालय से आने वाली उत्तर-पश्चिमी हवाओं के कारण उत्तर-पश्चिम मध्यप्रदेश के कुछ हिस्सों में न्यूनतम तापमान में 2-4 डिग्री सेल्सियस की गिरावट हुई और अगले 24 घंटों में भी इतनी ही गिरावट की संभावना है।आगामी दो से तीन दिनों के दौरान पश्चिम मध्यप्रदेश में भी कहीं-कहीं के क्षेत्रों में घने कोहरे की संभावना है। जनवरी के पहले सप्ताह की बात करें तो आगामी आठ जनवरी तक उत्तर पश्चिम मध्यप्रदेश के कहीं-कहीं के इलाकों में में घना कोहरा और शीतलहर की स्थिति रहने की संभावना है।
विंड चिल फैक्टर ने सताया
इस सीजन में तापमान में गिरावट तो कई बार दर्ज हुई है, लेकिन जनवरी के पहले दिन में गिरावट के साथ गलन का एहसास भी हुआ। न केवल तापमान कम था बल्कि हवाएं भी सर्द थीं जोकि तीर की तरह चुभ रही थीं। वातावरण के तापमान के अतिरिक्त हवाओं का तापमान और कम होता है और जब ऐसी सर्द हवाएं शरीर से टकराती हैं तो सर्दी का एहसास ज्यादा होता है इसे ही विंड चिल फैक्टर कहा जाता।
ऐसे होता है कोल्ड डे
जब रात का तापमान 10 डिग्री या इससे कम हो और दिन का तापमान सामान्य से साढ़े चार डिग्री या इससे अधिक गिर जाए तब वह दिन कोल्ड डे कहलाता है।
रविवार को प्रदेश में सागर एवं सतना में कोल्ड डे रहा

सबसे कम तापमान वाले जिले
दतिया – 5.4
ग्वालियर – 6.8
उमरिया – 7.3
राजगढ़ – 7.6
सागर- 7.6
सतना- 7.8
दमोह- 8
रीवा- 8
गुना- 8.2

रायसेन- 8.5

सबसे बड़ी गिरावट वाले जिले
जिला- न्यूनतम तापमान – 24 घंटों में गिरावट
ग्वालियर – 6.8- 4.1
दतिया – 5.4- 4.4
राजगढ़- 7.6 – 3.8
दमोह- 8.0- 3.2
सागर- 7.8- 2.8
गुना- 8.2-2.8

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इलेक्ट्रिक और हाइड्रोजन जैसी क्लीन एनर्जी से चलने वाले वाहनों की खरीद के लिए सस्ता किया जाए कर्ज पर ब्याज, यात्रियों के किराए में 30% तक की जा सकती कमी

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डिजिटल भारत l अगर आप इलेक्ट्रिक व्हीकल खरीदने का मन बना रहे हैं तो आने वाले दिनों में आपको इन वाहनों पर बैंकों से सस्ती दर से लोन मिल सकता है. ऐसा इसलिए क्योंकि खुद केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने बैंकों से इसके लिए अपील की है.

उन्होंने शुक्रवार को बैंकों से कहा कि उन्हें फ्लेक्स ईंधन, बिजली और हाइड्रोजन जैसी स्वच्छ ऊर्जा से चलने वाले वाहनों की खरीद के लिए सस्ता कर्ज देना चाहिए.

केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने बैंकों से कहा कि उन्हें फ्लेक्स ईंधन, बिजली और हाइड्रोजन जैसी स्वच्छ ऊर्जा से चलने वाले वाहनों की खरीद के लिए सस्ता कर्ज देना चाहिए.

24 घंटे में मिलना चाहिए लोन
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने महाराष्ट्र में ठाणे जिले के कल्याण में एक सहकारी बैंक के स्वर्ण जयंती समारोह में कहा कि उनका सपना है कि डीजल और पेट्रोल से चलने वाले वाहन अगले चार-पांच वर्षों में चरणबद्ध तरीके से हटा दिए जाएं.

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने ठाणे (महाराष्ट्र) में एक कार्यक्रम में कहा है, “ठाणे और कल्याण जैसे शहरों में बसों को इलेक्ट्रिक वाहन में बदलने से यात्रियों के किराए में 30% तक की कमी की जा सकती है।” उन्होंने कहा, बैंकों को इलेक्ट्रिक और हाइड्रोजन जैसी क्लीन एनर्जी से चलने वाले वाहनों की खरीद के लिए सस्ता कर्ज़ देना चाहिए।

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कोरोना की दूसरी लहर थमने के बाद टीका लगवाने में आई थी कमी अब तक जबलपुर जिले में लगभग पांच लाख से भी कम लोगों को लगा तीसरा डोज

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डिजिटल भारत l कोरोना वायरस की एक बार फिर आहट मिलते ही जिले में सतर्कता बरते जाने की कवायद शुरू हो गई है। हालांकि, जिले में अब तक पांच लाख से भी कम लोगों को सतर्कता डोज या तीसरा डोज दिया जा सका है। पूर्व अनुभव को ध्यान में रखते हुए नागरिकों में अब एक बार फिर से कोरोना महामारी से बचने की चिंता नजर आ रही है। लोगों ने अस्पतालों में सतर्कता डोज (बूस्टर डोज) या तीसरा डोज लगाने के लिए चक्कर लगाने शुरू कर दिए हैं।

वहीं मास्क का चलन करीब तीन माह से लगभग खत्म सा ही हो गया है। स्वास्थ्य विभाग के पास कोरोना टीका के नाम पर कोवैक्सीन के 3700 डोज शेष बचे हैं। कोबैक्स व कोविशील्ड का स्टाक खत्म हो चुका है। विभाग ने राज्य सरकार के माध्यम से केंद्र सरकार से इन दोनों वैक्सीन के 10 हजार डोज की मांग की है। हैरानी की बात यह है कि कोरोना की तीन लहर बीत जाने के बावजूद जिले में अब तक पांच लाख लोगों को भी वैक्सीन का तीसरा डोज नहीं लग पाया है।

केंद्र सरकार द्वारा नागरिकों के लिए कोरोना टीका निश्शुल्क उपलब्ध कराया जा रहा है। कोरोना की दूसरी लहर थमने के बाद टीका लगवाने में लोगों की रुचि कम हो गई थी। यही हालात तीसरी लहर थमने के बाद बने। जबकि स्वास्थ्य विभाग द्वारा कई माह तक 100 से ज्यादा केंद्रों में निश्शुल्क टीकाकरण केंद्र बनाए गए थे।

जिला टीकाकरण अधिकारी डा. एसएस दाहिया ने बताया कि कोरोना के नए वैरिएंट की आशंका के चलते नागरिक टीके की सतर्कता डोज लगवाने के लिए संपर्क करने लगे हैं। इससे पूर्व तमाम हितग्राहियों को फोन पर सतर्कता डोज लगवाने की सूचना दी गई थी परंतु वे लापरवाह रवैया अपनाए रहे।

चिकित्सक बोले, घबराएं नहीं सतर्कता जरूरी-

क्षेत्रीय संचालक स्वास्थ्य सेवाएं व प्रभारी सीएमएचओ कहा कि फिलहाल कोरोना संक्रमण से भयभीत होने की आवश्यकता नहीं है। परंतु नागरिकों को मास्क व शारीरिक दूरी के निर्देशों का पालन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पतालोंं में निर्देश जारी कर दिए गए हैं कि मास्क व शारीरिक दूरी के निर्देशों का पालन किया जाए।

इसी तरह समय-समय पर साबुन पानी से हाथ धोने की आदत भी लोगों को नहीं भूलनी चाहिए।

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घंटों इंतजार के बाद भी नहीं मिल पा रही दवा, सी जी एच एस डिस्पेंसरी नंबर दो में रोजाना बिना दवा के लौट रहे मरीज

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डॉक्टर गए सर्दियों की छुट्टी पर, बुजुर्ग मरीज हो रहे परेशान

डिजिटल भारत I अरे डॉक्टर साब मेरा नंबर आने से पहले ही बंद कर दिए मैं दो दिन से लौट रहा हूं, देख लीजिए कुछ हो जाए। मैं अपनी मां की दवाई लेने पिछले एक हफ्ते से आ रहा हूं, लेकिन लंबी लाइन और एक एक घंटे इंतजार के बाद भी मेरा नंबर नहीं आ पाता और सर्वर बंद हो जाता है मुझे रेफर बनवाना है, दो घंटे से खड़ा हूं लेकिन लाइन आगे ही नहीं बढ़ पा रही है ये नजारा शुक्रवार सुबह यादव कॉलोनी स्थित सीजीएचएस डिस्पेंसरी नंबर दो में देखने मिला। जहां बुजुर्ग और चलने फिरने में असमर्थ मरीज घंटों तक अपनी बारी का इंतजार करते नजर आए। पिछले करीब 12 दिनों से यही हाल है। बुजुर्गों ने बताया डॉक्टरों की कमी और धीमी गति से काम होने के कारण ऐसे हालात बन रहे हैं। लेकिन जिम्मेदार अधिकारी न तो सुन रहे हैं और न इसका कोई समाधान ही उपलब्ध करा रहे हैं।

यादव कॉलोनी स्थित सीजीएचएस डिस्पेंसरी में रोजाना करीब 250 से 300 मरीज आ रहे हैं। उन्हें दवाएं लिखने, रेफर करने और सलाह देने के लिए महज दो या तीन डॉक्टर ही मौजूद रहते हैं। जिनमें एक डॉक्टर मैडम पेशेंट देखने के बजाए अपने फाइलों के काम ज्यादा निपटाती हैं। वहीं दो डॉक्टर दो एवं चार नंबर कमरे में बैठ रहे हैं जिनके भरोसे सभी मरीज होते हैं

डिस्पेंसरी के कर्मचारी से जब इस मामले में बात की गई तो उसने बताया कि कुछ डॉक्टर सर्दियों की छुट्टी मनाने के गए हैं। जिसके चलते केवल दो ही डॉक्टर मरीजों के लिए उपलब्ध हैं। वे कब आएंगे ये किसी को नहीं पता है। लंबी कतारें होने के चलते दोपहर 2 बजे तक भी कई लोगों का घंटों के इंतजार के बाद नंबर नहीं आ पाता है और सर्वर बंद होने से रोजाना बहुत से मरीज बिना परामर्श और दवाओं के ही लौट रहे हैं।

बुजुर्ग मरीजों की संख्या को देखते हुए डिस्पेंसरी परिसर में पर्याप्त बैठक व्यवस्था भी नहीं है। कई बुजुर्गों ने इस बावत् जब डॉक्टर्स से बात करनी चाही तो उन्होंने ये कहकर उन्हें टाल दिया कि ये काम हमारा नहीं है। मजबूरी में बुजुर्गों को लंबी कतारों में खड़े ही रहना पड़ रहा है।

कोरोना का अलर्ट होने के बाद से पिछले पांच दिनों से डिस्पेंसरी परिसर में मास्क पहनना जरूरी कर दिया गया है। बिना मास्क लगाए बुजुर्ग मरीजों को डॉक्टरों ने देखने से मना कर दिया है। हालांकि ये सभी की सुरक्षा की दृष्टि से लिया गया निर्णय है। लोग भी उनकी बात मानकर मास्क लगाकर ही पहुंचने लगे हैं।

पुणे और कानपुर से एक-एक डॉक्टर बाहर से ट्रांसफर किए हैं लेकिन वे ज्वाइन करने के बाद छुट्टी पर चले गए हैं। उन्हें हिदायत दी है, हो सकता है वे नए साल से आना शुरू हो जाएंगे। मरीजों को परेशानी हो रही है इस बात की जानकारी भी है। जल्द समस्या दूर होगी।

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जबलपुर में रात को रेलवे ट्रैक की निगरानी करेंगे पांच सौ निजी गार्ड

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डिजिटल भारत I जबलपुर में ट्रेनों को सुरक्षित पटरियों पर चलाने के लिए रेलवे द्वारा निजी गार्डों की मदद ली जाएगी। निजी गार्ड रेलवे पटरियों में होने वाले क्रेक के साथ ही इनमें होने वाले नुकसान पता समय पर लगाएंगे I

म.प्र भोपाल ट्रेनों को सुरक्षित पटरियों पर चलाने के लिए अब रेलवे द्वारा निजी गार्डों की मदद ली जाएगी। जबलपुर में ट्रेनों को सुरक्षित पटरियों पर चलाने के लिए निजी गार्डों की तैनाती होगी। ये गार्ड रेलवे पटरियों में होने वाले क्रेक के साथ ही इनमें होने वाले नुकसान पता समय पर लगाएंगे। जिसके लिए जबलपुर रेल मंडल द्वारा कवायद प्रारंभ कर दी गई है। यह निजी गार्ड रात को पटरियों की सुरक्षा करने के लिए गश्त भी करेंगे।


रेलवे कर्मियों के साथ निजी गार्ड करेंगे निगरानी
दरअसल, रेलवे, पटरियों की सुरक्षा के लिए ट्रैकमेन, पेट्रोलमेन तैनात करता है। इन्हें इस बार भी किया गया, लेकिन ठंड के दिनों में पटरियों में क्रेक आने, ट्रैक को नुकसान पहुंचने और कोहरे होने से दुर्घटनाओं की आशंका बढ़ जाती है। यही वजह है कि इस बार रेलवे इस काम में अपने कर्मचारियों के साथ निजी कर्मचारियों की भी मदद ले रहा है। बता दें कि पटरियों की सुरक्षा की जिम्मेदारी जबलपुर रेल मंडल के इंजीनियर विभाग की रहती है।

रेलवे सूत्रों की मानें तो ठण्ड के दिनों में कोहरे व खराब मौसम के कारण रेलवे पटरियों में क्रेक आने, ट्रैक को नुकसान पहुंचने और कोहरे से होने वाली दुर्घटनाओं की आशंका बढ़ जाती हैं। रेलवे विभाग द्वारा ट्रैक की देखरेख के लिए ट्रैकमैन व पेट्रोलमैन तैनात किया जाता है। इस बार इनके साथ ही निजी गार्ड की भी तैनाती की जाएगी। पटरियों की सुरक्षा की जिम्मेदारी जबलपुर रेल मंडल के इंजीनियर विभाग की रहती है। रेलवे द्वारा तैनात कर्मचारियों के माध्यम से ठण्ड के दिनों में रात के समय पटरियों की सुरक्षा करना मुश्किल हो जाता है। ऐसे में अब इस कार्य में निजी गार्ड को भी शामिल किया जाएगा। इन निजी कर्मचारियों को कलेक्ट्रेट गाइड लाइन के मुताबिक वेतन का भुगतान होगा।

जबलपुर मंडल के लगभग 800 किलोमीटर लंबे रेलवे ट्रैक की निगरानी इन निजी गार्ड द्वारा कि जाएगी। वर्तमान में एक ट्रैकमैन के जिम्मे आठ किलोमीटर लंबी पटरियों की निगरानी की जाती है। किंतु कर्मचारी कम होने के कारण ठण्ड के इन दिनों में एक कर्मचारी 12 किलोमीटर लंबी पटरियों की सुरक्षा के लिहाज से गश्त कर रहा है। डबल ट्रैक होने के कारण एक बार में दोनों ट्रैक देखने में मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में लगभग 500 निजी सुरक्षा कर्मचारियों को भी पटरियों की निगरानी में तैनात किया जाएगा। जिसके लिए रेलवे के इंजीनियरिंग विभाग द्वारा टेंडर भी जारी कर दिया गया है। बताया गया है कि जल्द ही यह प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।

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इंडिया अलर्ट- कोरोना बढ़ने लगी टेंसन पीएम मोदी आज करेंगे हाईलेवल मीटिंग, एक्शन में सीएम योगी-अरविंद केजरीवाल

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चीन के बाद जापान-अमेरिका में भी फूटा कोरोना बम, 24 घंटे में 5.37 लाख नए मरीज

Corona BF.7 Variant: भारत में कोरोना के नए वेरिएंट BF.7 की पुष्टि हो गई है. गुजरात और ओडिशा में नए मामले सामने आए हैं. हालांकि अच्छी खबर ये है कि ये तीनों मरीज पूरी तरह ठीक हो चुके हैं. घबराने की कोई ज़रूरत नहीं है. इन मामलों के बाद भारत सरकार अलर्ट मोड पर है और टेस्टिंग बढ़ाने पर जोर दे रही है. पीएम नरेंद्र मोदी आज कोविड की स्थिति की समीक्षा करेंगे.

दिल्ली और यूपी सरकार ने भी आज कोरोना के नए वेरिएंट पर चर्चा करने के लिए हाइलेवल मीटिंग बुलाई गई है. नए वेरिएंट से बचाव पर डॉ वीके पॉल ने मास्क के इस्तेमाल और बूस्टर डोज लगवाने की सलाह दी है. कोरोना को लेकर भारत के एयरपोर्ट पर भी रैंडिम चेकिंग की जा रही है.

भारत में 10 अलग वेरिएंट मौजूद

देश में फिलहाल कोरोना के 10 अलग-अलग वेरिएंट मौजूद हैं. इसमें सबसे ताजा वेरिएंट BF 7 है. देश में अभी भी सबसे ज्यादा तबाही मचाने वाले डेल्टा वेरिएंट के कुछ केस मिल जाते हैं. भारत में ज्यादातर लोगों को कोरोना वैक्सीन लग चुकी है और कोरोना के खिलाफ हर्ड इम्युनिटी भी बड़ी आबादी में मौजूद है. ऐसे में चीन की तरह डरने की ज़रूरत तो नहीं लेकिन सरकार सतर्क हो गई है. अभी कोविड गाइडलाइन में कोई बदलाव नहीं किया गया है.

स्वास्थ्य मंत्रालय ने दिए ये निर्देश

•             सर्दी और फ्लू की जांच करवाएं

•             बूस्टर डोज़ की खुराक लें

•             सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें

•             भीड़ में मास्क का इस्तेमाल करें

अब कोरोना पर हर हफ्ते स्वास्थ्य मंत्रालय की समीक्षा बैठक होगी. इसके अलावा देश में बाहर से आने वाले यात्रियों की भी रैंडम जांच शुरू की गई है. लोगों से सावधानी बरतने की अपील की जा रही है.

चीन में कोरोना के तेज रफ्तार से फैलने की वजह कोरोना का नया वेरिएंट BF.7 है. आपको बताते हैं ये कितना ख़तरनाक है.

•             वेरिएंट BF.7 ओमिक्रॉन वेरिएंट से निकला है और ये ओमिक्रॉन का सबसे ताकतवार वेरिएंट है

•             वेरिएंट BF.7 बहुत जल्दी एक इंसान से दूसरे इंसान में ट्रांसफर होता है

•             संक्रमित होने के बाद इसके लक्षण भी तुरंत सामने आते हैं 

•             वेरिएंट BF.7  में 1 मरीज़ से 16 लोगों को संक्रमित करने की क्षमता है

•             वेरिएंट BF.7 कमज़ोर इम्युनिटी वालों पर घातक साबित होता है…इसलिए चीन में बुजुर्ग सबसे ज्यादा इंफेक्टेड हैं

•             वेरिएंट BF.7 इतना ताकतवर है कि चीन में फुली वैक्सीनेटेड लोगों को भी ये संक्रमित कर रहा है

चीन के बाद जापान-अमेरिका में भी फूटा कोरोना बम, 24 घंटे में 5.37 लाख नए मरीज

चीन ही नहीं दुनियाभर में कोरोना के केस तेजी से बढ़ने लगे हैं. पिछले 24 घंटे में दुनियाभर में 5.37 लाख केस सामने आए हैं. वहीं 1396 लोगों की जान इस दौरान गई है. पिछले 24 घंटे में सबसे ज्यादा केस जापान में मिले हैं. इतना ही नहीं अमेरिका में भी 50 हजार से ज्यादा मामले सामने आए हैं. उधर, चीन में कोरोना से तबाही जारी है. यहां न सिर्फ तेजी से केस बढ़ रहे हैं, बल्कि महामारी से लोगों की जान भी जा रही है.

हालत ये हो गए हैं कि अस्पतालों में मरीजों के इलाज के लिए जगह नहीं बची है. यह बात वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) ने भी मानी है. WHO ने कहा कि कोरोना की मौजूदा लहर के चलते चीन में अस्पताल भर गए हैं. चीन के अलावा अमेरिका, जापान समेत दुनिया के तमाम देशों में भी कोरोना के केस तेजी से बढ़ रहे हैं. ऐसे में भारत सरकार के साथ साथ राज्य भी अलर्ट पर आ गए हैं. आईए जानते हैं कोरोना के 10 बड़े अपडेट्स-

1- 24 घंटे में दुनियाभर में कितने केस मिले?

कोरोना के आंकड़ों पर नजर रखने वाली संस्था worldometer के मुताबिक, दुनियाभर में पिछले 24 घंटे में 5.37 लाख केस सामने आए हैं. वहीं 1396 लोगों की मौत महामारी से हुई है. अब तक दुनियाभर में कोरोना के 659497698 केस मिल चुके हैं. वहीं 20 करोड़ एक्टिव केस हैं.

2- जापान में सबसे ज्यादा केस मिले

जापान में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 2.06 लाख केस मिले हैं. वहीं, 296 लोगों की मौत हुई है. अमेरिका में भी 50 हजार से ज्यादा केस मिले हैं. जबकि 323 लोगों ने अपनी जान गंवाई है. इसके अलावा दक्षिण कोरिया में 88,172, फ्रांस में 54,613 और ब्राजील में 44415 केस मिले हैं. जबकि ब्राजील में महामारी से 197 लोगों की मौत हुई है.

3- भारत में कितने केस मिले?

भारत में पिछले 24 घंटे में 145 केस मिले हैं. हालांकि, इस दौरान किसी की जान नहीं गई है. अब तक देश में 44,677,594 केस मिल चुके हैं. वहीं, 5.3 लाख लोग अब तक महामारी में अपनी जान गंवा चुके हैं. देश में एक्टिव केस सिर्फ 4672 हैं.

4- चीन में कितने केस मिले?

चीन के आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, देशभर में बुधवार को 3,030 केस मिले हैं. जबकि किसी की जान नहीं गई है. इससे पहले मंगलवार को कोरोना से चीन में 5 लोगों की मौत हुई है. हालांकि, चीन से जो वीडियो और तस्वीरें सामने आ रही हैं, वे कुछ और ही कहानी बयां कर रही हैं. इतना ही नहीं WHO ने भी माना है कि चीन में मौजूदा लहर के चलते अस्पताल भर गए हैं.

दुनिया भर में कोरोना से जुड़े अपडेट्स

कोरोना वर्ल्ड स्पीडोमीटर के आंकड़ों का मानें तो अमेरिका में बीते 24 घंटे में 326, फ्रांस में 127, ब्राजील में 197, साउथ कोरिया में 59, जापान में 296, रूस में 59 मौतें दर्ज की गई हैं. ये आंकड़ा आठ बजे तक का है।

अमेरिका, फ्रांस, ब्राजील, साउथ कोरिया और जापान में ज्यादा मौतें हो रही हैं. ऐसा लग रहा है कि चीन से बढ़कर वायरस यूरोप के कई देशों तक पहुंच गया है।

जर्मनी ने बुधवार को बर्लिन से बायोएनटेक कोविड वैक्सीन की पहली खेप चीन भेजी है। ये वैक्सनी पहले चीन में रह रहे 20 हजार जर्मन प्रवासियों को लगाई जाएगी।

अब जापान, दक्षिण कोरिया और फ्रांस में कोरोना का खतरा बढ़ रहा है। Worldometers.info के डेटा के मुताबिक, इन देशों में मरीजों की संख्या 10 लाख 65 हजार, 4 लाख 61 हजार और 3 लाख 58 हजार है।

एक हफ्ते में दुनिया में कोरोना के 34 लाख 84 हजार मामले सामने आए हैं। 9 हजार 928 लोगों की मौत हुई है। भारत में 7 दिन में 1,081 मामले सामने आए हैं।

एक हफ्ते में दुनिया में कोरोना के 34 लाख 84 हजार मामले सामने आए हैं। 9 हजार 928 लोगों की मौत हुई है। भारत में 7 दिन में 1,081 मामले सामने आए हैं।

कोरोना के अंत की घोषणा करना होगी जल्दबाजी

वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) का कहना है कि कोरोना के वैश्विक अंत की घोषणा करना फिलहाल जल्दबाजी होगी। यानी कोरोना अब भी ग्लोबल इमरजेंसी बना रहेगा। WHO ने ये बात चीन में लॉकडाउन हटने के बाद बढ़ते संक्रमण के मामलों को देखते हुए कही है।

चीन से कोविड डेटा भी मांगा

15 दिसंबर को WHO के चीफ टेड्रोस एडहानॉम ने कहा था कि 2023 में कोरोना ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी नहीं रहेगा। उन्होंने कहा था- हम उम्मीद करते हैं कि अगले साल हम ये कह सकें की कोरोना का खतरा कम हो गया है और ये हेल्थ इमरजेंसी नहीं है।

उन्होंने चीन से कोरोना वायरस को लेकर डेटा शेयर करने के लिए भी कहा था। WHO ने एक बयान में कहा- कोरोना को बेहतर ढंग से समझने के लिए और इसके ओरिजन से जुड़ी जानकारी के लिए चीन से डेटा मांगा गया है। चीन के वुहान में ही कोरोना का पहला मामला सामने आया था।

चीन में 7 दिन में 15 हजार 548 केस और 7 मौतें रिपोर्ट की गई हैं। हालांकि एक्सपर्ट्स को आशंका है कि सही आंकड़ा छुपाया जा रहा है। मरीजों की संख्या कई गुना ज्यादा हो सकती है।

चीन में 7 दिन में 15 हजार 548 केस और 7 मौतें रिपोर्ट की गई हैं। हालांकि एक्सपर्ट्स को आशंका है कि सही आंकड़ा छुपाया जा रहा है। मरीजों की संख्या कई गुना ज्यादा हो सकती है।

फ्रांस में हालात बिगड़े, एक दिन में 57 हजार मामले मिले

फ्रांस में कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं। 16 दिसंबर को यहां 57,849 मामले सामने आए थे। सरकार लोगों से मास्क लगाने की अपील कर रही है। लोगों को बूस्टर डोज लगवाने की सलाह दी जा रही है। इधर, साउथ कोरिया में 20 दिसंबर को 87,759 मामले सामने आए थे। 56 लोगों की मौत हुई थी।

अमेरिका में नया खतरा

अमेरिका में भी एक बार फिर कोविड केस बढ़ने लगे हैं। बुधवार को कुल संक्रमितों का आंकड़ा 10 करोड़ के पार हो गया। ‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ की एक स्पेशल रिपोर्ट के मुताबिक, बाइडेन एडमिनिस्ट्रेशन के लिए सबसे बड़ी फिक्र बुजुर्गों का वैक्सीनेशन है।

रिपोर्ट के मुताबिक- 65 साल या इससे ज्यादा उम्र के 94% सीनियर सिटिजन्स ने शुरुआती दो वैक्सीन डोज लिए हैं। चिंता की बात यह है कि 36% बुजुर्ग ऐसे हैं जिन्होंने बूस्टर शॉट नहीं लगवाए और नई लहर में इन्हें खतरा माना जा रहा है। मेडिकल एक्सपर्ट्स मानते हैं कि सरकार के पास इस दिक्कत से निपटने का कोई पुख्ता प्लान भी नहीं है। दिक्कत इसलिए भी है क्योंकि 70 साल या इससे ज्यादा उम्र के अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों का आंकड़ा कम उम्र के लोगों से चार गुना ज्यादा रहा है।

चीन अनलॉक पर उतारू, कामगारों से कह रहा- संक्रमित हो तो भी काम पर लौटो

चीन में कोरोना संक्रमण जिस तरह से तांडव मचा रहा है और हालात लगातार बिगड़ रहे हैं। इन हालातों में भी शी जिनपिंग चीन में लॉकडाउन लगाने को तैयार नहीं हैं। देश को अनलॉक करने के लिए चीन 3 साल पुरानी जीरो कोविड नीति को भी छोड़ चुका है। अलग-अलग माध्यमों से लोगों को यह समझा रहा है कि ओमिक्रॉन वैरिएंट खतरनाक नहीं है। यह मौसमी फ्लू जैसा ही है। देश के सबसे प्रभावशाली महामारी विज्ञानी झोंग नानशान ने तो हाल ही में यह तक कह दिया कि ओमिक्रॉन वायरस जुकाम से ज्यादा कुछ नहीं है।

अधिकारियों का मानना है कि वायरस भले ही फैले लेकिन अर्थव्यवस्था की गति बनी रहनी चाहिए। मैन्यूफैक्चरिंग और फैक्ट्रियों में उत्पादन नहीं थमना चाहिए। इसी नीति के तहत शहरों में कामगारों से कहा जा रहा है कि भले ही वे संक्रमित हों, उन्हें काम पर लौटना चाहिए। अधिकारियों ने पश्चिमी महानगर चोंगकिंग में सरकारी कर्मचारियों से कहा है कि अगर वे गैर लक्षणों वाले कोरोना से संक्रमित हैं, तो उन्हें काम पर आना होगा। उधर पूर्वी तट पर मैन्यूफैक्चरिंग हब जेझियांग में अधिकारी ने कहा कि संक्रमित होने के बावजूद लोगों को काम करना चाहिए।

चीन में ओमिक्रॉन के नए वेरिएंट ने बढ़ाया खतरा

चीन में ओमिक्रॉन का नया वैरिएंट BF.7 फैल रहा है। हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि ये ओमिक्रॉन का सबसे शक्तिशाली वैरिएंट है। BF.7 वैरिएंट कोरोना वायरस के स्पाइक प्रोटीन में एक खास म्यूटेशन से बना है जिसका नाम है R346T। एक्सपर्ट्स के मुताबिक इसी म्यूटेशन की वजह से इस वैरिएंट पर एंटीबॉडी का असर नहीं होता।

आसान शब्दों में कहें तो अगर किसी शख्स को पहले कोरोना हो चुका है या उसने वैक्सीन लगवाई है, तो उसके शरीर में एंटीबॉडी बन जाती है। BF.7 वैरिएंट इस एंटीबॉडी को भी चकमा देकर शरीर में घुसने में सक्षम है।

इन चीजों का भी जरूर रखें ध्यान- सरकार ने भी जारी की है एडवाइजरी
Coronavirus Alert: कोरोना से निपटने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग को जरूरी बताया गया है. इसके लिए दो गज की दूरी बनाने की बात कही गई थी. जिससे कोरोना को फैलने से रोका जा सके.
कोरोना मामले कम होने पर हटाई गई थी पाबंदियां
भारत में कोरोना ने पहली और दूसरी लहर में जमकर तबाही मचाई, सैकड़ों लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी और अस्पतालों की व्यवस्था भी चरमरा गई. हालांकि इसके बाद हालात सुधरते गए और लगातार मामलों में कमी देखी गई. मामले कम होने के साथ ही कोरोना पाबंदियों में भी ढील शुरू हो गई. आखिरकार 1 अप्रैल 2022 से तमाम तरह की पाबंदियां हटा दी गईं.

अगर आप किसी से मिलते हैं तो बिना फिजिकल टच यानी बिना हाथ मिलाए या गले मिले उसे ग्रीट कीजिए. इसके लिए आप हाथ जोड़कर नमस्कार कर सकते हैं.
कोरोना से निपटने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग को जरूरी बताया गया है. इसके लिए दो गज की दूरी बनाने की बात कही गई थी. जिससे कोरोना को फैलने से रोका जा सके.
सरकार की तरफ से लोगों को सलाह दी गई है कि हाथ से बने रीयूजेबल फेस मास्क का इस्तेमाल करें. खासतौर पर भीड़भाड़ वाली जगहों पर मास्क जरूर पहनें.
अगर आप बाहर हैं तो अपने हाथों से अपनी आंखों, नाक और मुंह को छूने से बचें. इसके लिए आप पहले हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल कर सकते हैं. हाथों को लगातार धोते रहें.
सरकार की तरफ से कोरोना से बचाव के लिए खुले में थूकने से बचने की भी सलाह दी गई है. इससे कोरोना फैलने का खतरा ज्यादा बना रहता है.
कोरोना से बचाव के लिए बहुत जरूरी होने पर ही ट्रैवल करने की सलाह दी गई है. साथ ही कहा गया है कि भीड़भाड़ वाली जगह का हिस्सा न बनें, यानी भीड़ से खुद को अलग रखें.
सोशल मीडिया पर कोई भी ऐसा पोस्ट न डालें जिससे नेगेटिव जानकारी या डर फैलने का खतरा हो. कोरोना को लेकर कोई भी जानकारी लेनी हो तो उसके लिए क्रेडिबल सोर्स का इस्तेमाल करें.

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