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रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय द्वारा कॉलेजों का संबद्धता शुल्क बढ़ाये जाने का NSUI ने किया विरोध

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डिजिटल भारत l जबलपुर/ रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय जबलपुर द्वारा नवीन शैक्षणिक सत्र 2023-24 से महाविद्यालयों का संबद्धता शुक्ल बढ़ाने के निर्णय के विरोध में NSUI के पूर्व जिला महासचिव शाहनवाज़ अंसारी के नेतृत्व में कुलसचिव श्री दीपेश मिश्रा को ज्ञापन सौंपा गया।

विज्ञप्ति के अनुसार शाहनवाज़ अंसारी ने कहा है कि बढ़ाया गया सम्बद्धता शुल्क अ-संवैधानिक एवं विश्वविद्यालय के स्वयं के पूर्व निर्णयों के विरुद्ध है। वर्ष 2017 में विश्वविद्यालय ने प्रत्येक 3 वर्षों में 10% शुल्क बढ़ाने का निर्णय लिया था, परंतु इसके विपरीत सत्र 2023-24 के लिए कई गुना शुल्क में वृद्धि कर दी गई है, महाविद्यालयों का संबद्धता शुल्क बढ़ने से इसका सीधा असर वहां अध्यनरत विद्यार्थियों पर पड़ेगा, क्योंकि छात्रों को भी बढ़ी हुई फीस भरनी पड़ेगी। इसलिए बढ़े हुए संबद्धता शुल्क को वापस लेकर पूर्व निर्णयानुसार केवल 10% की वृद्धि की जाए।

ज्ञापन के दौरान अभिषेक सेठी, शफी खान, अभिषेक रजक, मौसम शिवहरे, अजय साहू, जमाल नियाजी, अभिनव सिंह, प्रशांत,रत्नेश सिंह आदि उपस्थित थे

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जन साहस की मंडला टीम ने 16 वर्षीय बालिका को केरल से किया रेस्क्यु

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डिजिटल भारत l 10 नवंबर 2022 को सूचना मिली थी कि ,ग्राम बेला (मवई ब्लॉक) के एक लड़की जिसका नाम सरस्वती मरावी है, अपनी सहेलियों के साथ आज से 13 माह पहले अंडा फैक्ट्री में आंध्र प्रदेश काम करने चली गई थी। जब यह सभी वहां से काम करके वापस आने लगे तब, इनके पिताजी ने इन्हें कॉल करके इनके कुछ साथी केरल जा रहे थे, तब डरा धमका के केरल बुलवा लिया और लगभग 5 माह हो चुके थे, उसे घर आने नहीं दिया जा रहा था, वही काम करवाया जा रहा था और उसका मजदूरी का भुगतान भी उसे नहीं दिया जा रहा है।
मंडला टीम के फलोंअफ के दौरान लड़की सरस्वती की मां अनीता मरावी से जानकारी ली गई उसके पश्चात सरस्वती से फोन के माध्यम से बात की गई उनका कहना है कि, उनके पिताजी उन्हें पिछले 5 माह से अपने साथ केरल में रखे हुए हैं और वह स्थाई रूप से 7- 8 साल वहीं रहते हैं, उन्होंने डरा धमकाकर मुझे (सरस्वती को) अपने पास बुला लिया और अब मुझसे काम करवा रहा है, और घर आने नहीं दे रहा है सरस्वती और उसके मां के बार बार कहने पर भी उसको घर भेजने के लिए राजी नहीं हो रहा है।

सरस्वती और उसकी मां अनीता बाई ने बताया है कि उसकी शादी वही किसी लड़के से करने वाले हैं जिसका विरोध हम दोनों कर रहे हैं लड़की की मां ने बताया है कि किसी लड़के को वहां पर ₹100000 मांग कर लड़की को उसके साथ शादी करने की बात सुनने में आया है, और अभी लड़की सरस्वती की उम्र 16 साल है जो कि नाबालिक है और वह शादी करना नहीं चाहती और अपने घर आना चाह रही है। जन साहस की टीम के द्वारा केस की छानबीन के बाद उस गांव के एक दो लोगों से भी जानकारी ली गई उन्होंने बताया है कि, लड़की के पिता को लड़की की मां के लिए ग्राम बेला में घर जमाई बना कर रखा गया था लेकिन इसके नशाखोरी और 1-2 धोखाधड़ी और चोरी के कारण इसको गांव से 8 साल पहले गांव वालों के द्वारा भगा दिया गया था।

शिकायतकर्ता अनीता मरावी ने बताया है कि उनके घर में उनके समेत 4 सदस्य रहते हैं जिनमें मुखिया अनीता बाई और सरस्वती समेत एक लड़का और दो लड़की हैं जिनमें से दूसरे नंबर की लड़की सरस्वती है सरस्वती की मां ने बताया की लगभग 8- 10 साल से मैं इन बच्चों को अकेले ही अपने मायके घर में बनी मजदूरी करके भरण पोषण कर रही हूं पढ़ा लिखा रही हूं लेकिन मेरी बड़ी लड़की सरस्वती संगति में आकर कुछ लड़कियों के साथ चुपके से बाहर काम करने चली गई और उसके पिताजी के हाथ लग गए अब उसे आने नहीं दिया जा रहा हैं। जन साहस की टीम मंडला की अगुवाई में अनीता बाई का समर्थन लेते हुए मंडला टीम ने मंडला कार्यालय में एडीएम को उसे वापस लाने हेतु दिनांक 22 नवंबर 2022 को आवेदन दिया जिस पर मंडला एडीएम के द्वारा पल्ला झाड़ते हुए इसे पारिवारिक विवाद बताकर श्रम विभाग को केस ट्रांसफर कर दिया।

26 नवंबर 2022 को जन साहस की टीम के द्वारा पुनः केस की जानकारी ली गईं जिस पर श्रम विभाग मंडला के ए एल ओ श्री डीके जैन के द्वारा इस केस संबंधित थाना मोती नाला में ट्रांसफर कर दिया गया मोतीनाला थाना द्वारा इस केस को गंभीरता से लेते हुए केरल जाने का निर्णय लिया गया परंतु मोतीनाला थाना में पदस्थ ए.एस.आई. बोयर जी के द्वारा यह बताया गया कि एसडीओपी साहब ने इस केस में पुलिस बल भेजने से इंकार कर दिया है, इस कारण हम नहीं जा पाएंगे। जन साहस की टीम के द्वारा 2 दिसंबर 2022 को लड़की की मां अनीता बाई को लेकर मंडला चाइल्ड वेलफेयर कमिटी में पुनः आवेदन किया गया जिस पर मंडला सीडब्ल्यूसी ने केरल सीडब्ल्यूसी से बात करके लड़की सरस्वती मरावी को रेस्क्यू करवाकर केरल के चितिरापुरम लिटिल फ्लावर मेरिकी होम शेल्टरहोम सेंगूलम में भेज दिया । केरल सीडब्ल्यूसी द्वारा सरस्वती को रेस्क्यू किए 2 महीना बीत चुके थे लड़की सरस्वती की मां अनीता बाई परेशान थी , मंडला सीडब्ल्यूसी आग्रह करने पर मंडला से सीडब्ल्यूसी चाइल्ड हेल्पलाइन और एसजेयूपी और जन साहस की एक टीम बनाई गई और केरल जाने का निर्णय लिया गया लेकिन मंडला सीडब्ल्यूसी के द्वारा जन साहस ऑर्गनाइजेशन को किसी भी प्रकार का अधिकृत पत्र न दिए जाने के कारण संस्था ने अपना हाथ खींच लिया और जाने से मना कर दिया इस तरह महीने बीत गए लेकिन मंडला प्रशासन के द्वारा इस केस में आगे कोई प्रोग्रेस नहीं हुआ आनन-फानन में जन साहस ऑर्गेनाइजेशन ने मंडला सीडब्ल्यूसी को अधिकृत पत्र देने हेतु प्रार्थना पत्र लिखा उस आधार पर मंडला सीडब्ल्यूसी ने जन साहस संस्था को केवल कोऑर्डिनेट हेतु पत्र लिखा और पूरा का खर्चा संस्था के मध्य कर दिया गया। उसी आधार पर दिनांक 1 मार्च 2023 को मंडला से जन साहस की टीम से प्रदीप सिंह मार्को एसजेयूपी से पार्वती सैयाम और लड़की की मां अनीता बाई तीनों की टीम मंडला से केरल के लिए रवाना हुई और दिनांक 3 मार्च 2023 को केरल के इडुक्की जिला अंतर्गत थुडोपुजहा में सीडब्ल्यूसी जाकर के कागजी कार्रवाई कर शेल्टर होम से सरस्वती मरावी को 7 मार्च 2023 को सुरक्षित घर पहुंचाया गया।

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मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना में अब अन्य अनाथ बच्चों को भी मिलेगी पेंशन : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान

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डिजिटल भारत l 2100 कन्याओं का विवाह, सामाजिक समरसता का महायज्ञ मुख्यमंत्र शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कोविड सक्रमंण के दौरान माता-पिता की मृत्यु होने से अनाथ बच्चों के लिए लागू पेंशन योजना के दायरे में अब ऐसे अन्य अनाथ बच्चों को भी शामिल किया जायेगा, जिनके माता-पिता नहीं है।
मुख्यमंत्री चौहान ने मंत्री गोपाल भार्गव की पहल पर सागर जिले के गढ़ाकोटा में मुख्यमंत्री कन्या विवाह-निकाह
योजना में आज हुए 2100 गरीब कन्याओं के विवाह को सामाजिक समरसता का महायज्ञ बताया। मुख्यमंत्री सागर जिले के
गढ़ाकोटा स्थित रहस मेला मैदान में योजना के 20वें पुण्य विवाह समारोह में शामिल हुए। विवाह समारोह में पूर्व मुख्यमंत्री
सुश्री उमा भारती, नगरीय विकास मंत्री भूपेन्द्र सिंह और लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने भी
वर-वधु को आर्शीवाद दिया।

अभिभूत हैं दिव्यांग नव-दंपत्ति

समारोह में विवाह बंधन में बंधे ग्राम बाबूपुरा धौनाई के दिव्यांग भूरे अहिरवार अभिभूत हैं। उनका विवाह दिव्यांग
तुलसाबाई के साथ हुआ। दोनों दिव्यांग वर-वधु विवाह होने पर प्रसन्न हैं। वह भूरे अहिरवार ने कहा कि आँखों से नहीं दिखने
से जीवन में अब तक अंधेरा था, अब विवाह सूत्र में बंधने और गृहस्थी की सामग्री मिलने से जीवन में नया उजियारा आया
है। नव-दंपत्ति ने मुख्यमंत्री चौहान और मंत्री भार्गव के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि
मंत्री भार्गव केवल राजनेता ही नहीं समाज-सेवक और विकास पुरूष भी है। प्रदेश के विकास के लिए वे सदैव प्रयत्नशील
रहते है। उन्होंने 21 हजार कन्याओं का विवाह कराकर समाज-सेवा का जो इतिहास बनाया, वह अनुकरणीय है। उन पर हम
सभी को गर्व है। भार्गव ने यह सिद्ध किया कि राजनीति पेशा नहीं समाज-सेवा है। मुख्यमंत्री ने विवाह समारोह को
सामाजिक सेवा का महाकुंभ भी बताया, जिसमें एक लाख से अधिक लोग शामिल हुए।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि केन्द्र और राज्य सरकार का लक्ष्य है कि सभी बेटियाँ सुखी रहें। कोई भी माता-पिता
अपनी बेटी के विवाह को लेकर परेशान नहीं हो। प्रदेश सरकार ने बेटियों के जन्म से लेकर पढ़ाई और फिर बाद में विवाह के
लिए योजना लागू की है। अब महिलाओं के कल्याण की सबसे बड़ी योजना “लाड़ली बहना” शुरू की गई है, जिससे पात्र सभी
महिलाओं के बैंक खाते में एक हजार रूपये प्रतिमाह राशि डाली जायेगी। बेटियों, बहनों और महिलाओं के चेहरे पर मुस्कुराहट
लाना मध्यप्रदेश सरकार का प्रमुख लक्ष्य है। लाड़ली बहना योजना में शामिल होने के लिए महिलाओं को यहाँ-वहाँ भटकने की
जरूरत नहीं होगी, गाँव, शहर के वार्डों में शिविर लगाकर आवेदन लिए जायेंगें। मुख्यमंत्री चौहान ने विवाह समारोह में
शामिल सभी नव-दंपतियों को सुखी और सफल जीवन की शुभकामनाएँ देते हुए आशीर्वाद दिया। साथ ही यह भी कहा कि
किसी भी तकलीफ में अकेले गोपाल भार्गव ही नहीं, मामा शिवराज सिंह चौहान भी उनके साथ खड़ा रहेगा। मुख्यमंत्री तथा
अन्य अतिथियों ने नव-दंपतियों का पुष्प-वर्षा कर अभिवादन किया और प्रतीक स्वरूप कुछ दंपत्ति को उपहार सामग्री भेंट की।
मुख्यमंत्री चौहान ने सामूहिक विवाह महायज्ञ के लिए मंत्री भार्गव का भी स्वागत-अभिनंदन किया। मुख्यमंत्री
चौहान ने मंत्री गोपाल भार्गव की मांग पर शाहपुर में डिग्री कॉलेज स्वीकृत करने की घोषणा भी की।
मंत्री गोपाल भार्गव ने बताया कि बीस साल पहले मुख्यमंत्री चौहान और उन्होंने गरीब कन्याओं के विवाह संपन्न
कराने की शुरूआत थी। उन्होंने बताया कि 20 साल पहले मैंने छोटे रूप में इसकी शुरूआत की थी, जो अब विशाल स्वरूप ले
चुका है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की एक भी बेटी ऐसी नहीं होना चाहिए, जिसके हाथ आर्थिक तंगी के अभाव में पीले नहीं हो
पा रहे हैं। उन्होंने परिणय-सूत्र में बंधने वाली बेटियों से कहा कि जब तक गोपाल भार्गव जीवित है, धर्मपिता के रूप में वह
आपके काम आयेगा। अब मध्यप्रदेश का कोई भी गरीब चाहेगा तो उनकी बेटी का विवाह वे संपन्न करायेंगे। भार्गव ने
बताया कि उन्होंने अपने पुत्र अभिषेक भार्गव और पुत्री डा. अवंतिका भार्गव की शादी भी ऐसे ही सामूहिक विवाह समारोह में
की थी, बाद में किसी बड़े होटल या फाईव स्टार होटल में रिसेप्शन भी नहीं दिया। उन्होंने मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना को
लोक कल्याण और सामाजिक समरसता की योजना बताया।
सांसद वी.डी. शर्मा ने कन्यादान को भारतीय संस्कृति में सबसे बड़ा दान बताया। उन्होंने कहा कि मंत्री गोपाल
भार्गव ने 21 हजार गरीब कन्याओं का विवाह कराकर पुण्य और यश का कार्य किया है। उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की कि 20वें
विवाह समारोह में सभी धर्मों और समाजों के बेटे-बेटियों का विवाह हुआ। ऐसे आयोजन प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में होने
चाहिए। प्रारंभ में मंत्री श्री गोपाल भार्गव ने मुख्यमंत्री श्री चौहान को स्मृति-चिन्ह भेंट किया।

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एक हजार करोड़ से अधिक राशि के विकास कार्यों का हुआ लोकार्पण :- श्योपुर की धरती पर बरस रहा है विकास का रंग

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डिजिटल भारत l मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि श्योपुर बदल रहा है, यहाँ विकास की गंगा बह रही है। केंद्र और राज्य
सरकार द्वारा विकास और जन-कल्याण के लिए अनेक योजनाएँ संचालित हैं। सरकार, जन-प्रतिनिधि, प्रशासन और
श्योपुरवासी मिल कर संकल्प लें कि प्रगति और विकास की इस दौड़ में पूरी प्रतिबद्धता के साथ हर संभव सहयोग करेंगे।
साथ ही श्योपुर में शासकीय योजनाओं का शत-प्रतिशत क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाये। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि
हमारी सरकार गरीब-कल्याण और विकास को समर्पित है। रंगपंचमी पर श्योपुर की धरती पर विकास का रंग बरस रहा है।
चीतों के आगमन, राष्ट्रीय राजमार्ग, ब्रॉडगेज रेल के बाद श्योपुर में मेडिकल कॉलेज की सौगात विकास का नया इतिहास रच
रही है। श्योपुर जैसे पिछड़े जिलों की प्रगति के लिए राशि की कभी कमी नहीं आने दी जाएगी। मुख्यमंत्री चौहान आज
श्योपुर में 768 करोड़ रूपये के मेडिकल कॉलेज भवन, मूंझरी वृहद सिंचाई परियोजना, प्रेमसर-रिनीखेड़ा मुढला मार्ग और सीएम
राइज शासकीय मॉडल उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भवन के शिलान्यास और 245 करोड़ 41 लाख रूपये के विकास कार्यों के
लोकार्पण कार्यक्रम में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने 167 करोड़ 58 लाख रूपये की लागत वाली चंबल सूक्ष्म सिंचाई परियोजना
का लोकार्पण भी किया। इस दौरान प्रदेश में लाड़ली बहना योजना को लागू करने के लिये मुख्यमंत्री चौहान को श्योपुर की
बहनों ने 51 फीट लंबी राखी भेंट की। मुख्यमंत्री चौहान ने बड़ौदा में कॉलेज खोलने की घोषणा भी की।

प्रधानमंत्री श्री मोदी की दूरदृष्टिता से ही श्योपुर को मिले चीते

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी युग पुरूष हैं। देश को भाग्य से ही इस प्रकार की दूरदृष्टि
वाले व्यक्तित्व का नेतृत्व प्राप्त होता है। प्रधानमंत्री श्री मोदी की पहल पर श्योपुर में चीतों का आगमन हुआ है। इससे श्योपुर
में रोजगार के अवसरों की संभावना बढ़ी हैं। स्व-सहायता समूह की महिलाएँ भी अपने गाँव में होम-स्टे संचालित करने के लिए
प्रेरित हो रही हैं। केन्द्र और राज्य सरकार गरीब की जिंदगी बदलने के लिए प्रतिबद्ध है। इसी सोच के परिणामस्वरूप लाड़ली
बहना योजना लागू की गई है।

बहनों के जीवन को सुखद, सरल और आत्म-सम्मान से परिपूर्ण करेगी लाड़ली बहना योजना

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा है कि बहने सशक्त होंगी तो परिवार और समाज सशक्त होगा। बहनों के जीवन को सरल,
सुखद बनाना ही हमारा ध्येय है। बहने अपनी छोटी-मोटी जरूरतों और पैसों की आवश्यकता के लिए परेशान न हो, इसलिए हर
महीने बहनों को 1000 रूपए उपलब्ध कराने की व्यवस्था लाड़ली बहना योजना में की गई है। ऐसे परिवार जिनकी वार्षिक
आय ढाई लाख रूपए से कम है, जिनके पास 5 एकड़ से कम भूमि है, ऐसे परिवार की बहने योजना के लिए पात्र होंगी।
योजना में 25 मार्च से 30 अप्रैल तक आवेदन करना है। आवेदन करने के लिए आय प्रमाण-पत्र और मूल निवासी प्रमाण-पत्र
की आवश्यकता नहीं होगी। स्वयं घोषित आय को ही मान्य किया जाएगा। मई माह में आवेदनों की जाँच होगी और 10 जून
को पहली किस्त बहनों के बैंक खातों में जमा कर दी जाएगी। हर महीने बहनों के खाते में 1000 हजार रूपए डाले जाएंगे।
योजना में आवेदन करने के लिए बहनों को कहीं जाने की जरूरत नहीं है। हर गाँव और वार्ड में शिविर लगाए जाएंगे। आवेदन
भरने में मदद करने लिए शासकीय कर्मचारी और कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी दी जाएगी। बहने योजना का लाभ लेने के लिए
किसी भी बिचौलिए और दलाल के झाँसे में न आएँ। कोई भी कठिनाई होने पर फोन नम्बर 181 पर सूचना दी जाए। गड़बड़ी
और बेइमानी करने वालों को छोड़ा नहीं जाएगा। बहनों को यह राशि उपलब्ध कराने से बहनों के साथ पूरे परिवार का कल्याण
होगा। बहने इस राशि को परिवार के पोषण, शिक्षण और स्वास्थ्य पर खर्च करेंगी। बहनों के आत्म-सम्मान और स्वाभिमान के
लिए यह योजना शुरू की गई है।

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बरेला पुलिस की मनमानी, महिला को सोधन कहकर पड़ोसी ने पीटा, जांच करने तक नहीं पहुंची पुलिस

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ग्राम पहाड़ी खेड़ा का मामला, पीडि़ता ने पुलिस अधीक्षक के पास की शिकायत

जबलपुर पुलिस का काम है पीडि़त लोगों की समस्याओं को सुनना, कोई तकलीफ होने पर उचित परामर्श देना और आरोपियों को सजा दिलाना। इसके लिए थाने खोले गए हैं इसके लिए भारी भरकम वेतन पर थाना प्रभारी से लेकर एसआई और पुलिस जवानों की नियुक्ति की गई है। लेकिन यहां जानकर हैरानी होगी बरेला थाने में पदस्थ अमला लोगों की पीड़ा सुनने की वजाय उन्हें दुत्कार भगा रहा है। हाल ही में ग्राम पहाड़ीखेड़ा में एक 45 साल की महिला को पड़ोसी ने सोधन कहकर इतना पीटा कि वह बेहोश हो गई। पीडि़ता थाने में रिपोर्ट लिखवाने पहुंची तो उसे कहकर भगा दिया गया लिखित में शिकायत दे दो कार्रवाई बाद में होगी। थाने में पुलिस कर्मियों के इस बर्ताव के बाद पीडि़ता ने पुलिस अधीक्षक को शिकायत सौंपी जिसके बाद बरेला पुलिस ने मारपीट करने वाले आरोपी पर धारा 155 की कार्रवाई की लेकिन जांच पड़ताल के लिए पुलिस आज तक गांव नहीं पहुंची।

ये मामला है
बीते कुछ दिन पहले पहाड़ीखेड़ा में एक महिला की मौत हो जाती है यह सुनकर पड़ोस में रहने वाली उसके घर जाती है जहां पर मृतक महिला के बेटे द्वारा पड़ोसी महिला के साथ लात-घूसों यह कहकर मारपीट की जाती है कि वह डायन और सोधन है। मारपीट से आहत हुई महिला इस संबंध में जब बरेला थाना प्रभारी के पास शिकायत लेकर पहुंचती है तो उसे यह कहा जाता है कि लिखित में शिकायत कर दो कार्रवाई बाद में करेंगे। लंबे अंतराल के बाद भी जब मारपीट करने वाले युवक पर पुलिस कार्रवाई नहीं करती है तो पीडि़ता इसकी शिकायत एसपी से करती है जिसके बाद बरेला पुलिस द्वारा आरोपी पर धारा 155 की कार्रवाई की जाती है।

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किडनी के अस्वस्थ होने पर दिखाई देते हैं यह लक्षण रखें इन बातों का ख्याल

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डिजिटल भारत l जैसा कि हम सभी जानते हैं कि हर व्यक्ति के शरीर में दो गुर्दे होते हैं, जो मुख्य रूप से यूरिया, क्रिएटिनिन, एसिड, आदि जैसे नाइट्रोजनयुक्त अपशिष्ट पदार्थों को रक्त में से छानने के लिए जिम्मेदार होते हैं। (जो सभी शरीर में चयापचय के उत्पाद हैं) और इस तरह मूत्र का उत्पादन करते हैं।

लाखों लोग विभिन्न प्रकार के गुर्दे की बीमारियों के साथ रह रहे हैं और उनमें से अधिकांश को इसके बारे भनक तक नहीं है। यही कारण है कि गुर्दे की बीमारी को अक्सर एक ‘साइलेंट किलर’ के रूप में जाना जाता है क्योंकि अधिकांश लोगों को बीमारी का पता तब तक नहीं चलता जब तक यह उग्र रूप धारण नहीं कर लेता। जबकि लोग अपने रक्तचाप, ब्लड शुगर और कोलेस्ट्रॉल के स्तर की नियमित रूप से जांच करवाते रहते हैं, वे अपने गुर्दे की किसी भी समस्या का पता लगाने के लिए अपने रक्त में एक सरल क्रिएटिनिन परीक्षण भी नहीं करवाते। 2015 के ग्लोबल बर्डन डिजीज (GBD) के अध्ययन के अनुसार, क्रोनिक किडनी रोग (CKD) को भारत में मृत्यु दर के आठवें प्रमुख कारणों में से एक के रूप में स्थान दिया गया है।

किडनी विकार के चेतावनी के कई संकेत होते हैं, हालांकि, अधिकांश समय इन्हें अनदेखा किया जाता है या किसी और तरह की समस्या समझकर लोग भ्रमित हो जाया करते हैं। इसलिए, हर व्यक्ति को बहुत ही सतर्क रहना चाहिए और किडनी विकार का कोई भी लक्षण दिखने पर जल्द से जल्द पुष्टिकरण परीक्षण (रक्त, मूत्र और इमेजिंग सहित) करवाना चाहिए। ऐसे किसी व्यक्ति को किसी नेफ्रोलॉजिस्ट के पास जाना चाहिए और अपने संदेह को स्पष्ट करना चाहिए।

लेकिन अगर आपको उच्च रक्तचाप, मधुमेह, मोटापा, मेटाबॉलिक सिंड्रोम है, या कोरोनरी आर्टरी डिजीज, और / या किडनी फेल होने का पारिवारिक इतिहास है या आप 60 वर्ष से अधिक उम्र के हैं तो आज के युग में आपको नियमित रूप से गुर्दे की जांच करवाते रहना चाहिए।हमारे हृदय,मस्तिष्क और फेफड़ों की तरह,हमारी किडनी भी हमारी संपूर्ण हेल्थ और तंदुरूस्ती को बनाए रखने में अहम किरदार निभाती है। यूके नेशनल हेल्थ सर्विसेज के मुताबिक किडनी हमारी बॉडी का अहम अंग है जिसका काम बॉडी से टॉक्सिन को बाहर निकालना है और खून को साफ करना है। किडनी हमारे ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करती है और लाल रक्त कोशिकाओं को बनाती है। किडनी का काम शरीर में पीएच स्तर को नियंत्रित करना है।

किडनी हमारी बॉडी के कई जरूरी काम करती है अगर इसमें किसी तरह की कोई परेशानी हो जाए तो हमारी सेहत को कई जटिलताओं का सामना करना पड़ता है। किडनी में खराबी होने पर बॉडी में कुछ वॉर्निंग साइन दिखने लगते हैं। आइए जानते हैं कि किडनी में खराबी होने पर बॉडी में कौन-कौन से लक्षण दिखना शुरू हो जाते हैं।

आंखों के आसपास सूजन,चेहरे और पैरों में सूजन किडनी की परेशानी के संकेत:
किडनी का काम बॉडी से टॉक्सिन को निकालना है। जब किडनी ठीक से काम नहीं कर पाती तो शरीर के ऊतकों में अतिरिक्त पानी और नमक के संचय के साथ-साथ विषाक्त पदार्थों और अशुद्धियों का निर्माण होता है। बॉडी में जमा होने वाले इन टॉक्सिन की वजह से पैरों में सूजन और आंखों के आसपास सूजन हो सकती है
अत्यधिक थकान:
किडनी रेड ब्लड सेल्स का निर्माण करती है,जिसकी कमी से एनीमिया हो सकता है। यह शरीर में मस्तिष्क और मांसपेशियों को ऑक्सीजन और पोषक तत्वों की आपूर्ति को बाधित कर सकता है। किडनी में परेशानी होने पर आप बेहद थका हुआ महसूस कर सकते हैं।

पेशाब में बदलाव हो सकता है:
अस्वस्थ किडनी कुछ पैटर्न बदल सकती हैं या पेशाब में बदलाव कर सकती हैं। आमतौर पर किडनी ब्लड को फ़िल्टर करने में मदद करती हैं जिससे मूत्र का उत्पादन होता है। किडनी बॉडी से टॉक्सिन को बाहर निकालती है।जब किडनी ठीक से काम नहीं करती तो यह यूरीनरी ट्रेक में अनियमितता पैदा कर सकती है।

स्किन का ड्राई होना और उसमें खुजली होना:
स्किन का ड्राई होना, स्किन में खुजली होना,रूखी त्वचा किडनी की बीमारी का संकेत हो सकता है। यह रक्त में खनिजों और पोषक तत्वों के असंतुलन का संकेत है। यह परेशानी फास्फोरस का ब्लड में स्तर बढ़ने के कारण भी हो सकती है।


कमजोरी: गुर्दे की बीमारी का एक सामान्य लक्षण है शुरुआत में थकावट का होना। जैसे-जैसे गुर्दे की खराबी बढती जाती है यह लक्षण और अधिक स्पष्ट होता जाता है। सामान्य दिनों की तुलना में वह व्यक्ति अधिक थका हुआ महसूस कर सकता है और ज्यादा गतिविधियों को करने में असमर्थ होता है, तथा उसे बार-बार आराम की आवश्यकता होती है। ऐसा काफी हद तक रक्त में विषाक्त पदार्थों और अशुद्धियों के संचय के कारण होता है, जिसके परिणामस्वरूप गुर्दे खराब होते जाते हैं। गैर-विशिष्ट लक्षण होने के नाते इसे अक्सर अधिकांश लोगों द्वारा अनदेखा किया जाता है और इसकी पूरी तरह से जांच नहीं की जाती है।


भूख में कमी: यूरिया, क्रिएटिनिन, एसिड जैसे विषाक्त पदार्थों के जमा होने से व्यक्ति की भूख कम होने लगती है। इसके अलावा, जैसे-जैसे गुर्दे की बीमारी बढती जाती है, रोगी के स्वाद में बदलाव होता जाता है, जिसे अक्सर रोगियों द्वारा धातु के रूप में बताया जाता है। यदि किसी को दिन में बिना कुछ खाए भी पेट भरे का अहसास होता हो, तो दिमाग में खतरे की घंटी बजनी चाहिए और उसके गुर्दे की जांच करवानी चाहिए।


सुबह की मिचली और उल्टी: गुर्दे के खराब होने के शुरुआती लक्षणों में से एक और लक्षण है सुबह-सुबह मिचली और उल्टी का होना, और इसका पता तब चलता है जब रोगी सुबह बाथरूम में अपने दांतों को ब्रश करता है। इससे व्यक्ति की भूख भी कम होती जाती है। गुर्दे फेल होने के अंतिम चरण में, मरीज को बार-बार उल्टी आती है और भूख कम लगती है।

किडनी को हेल्दी कैसे रखें:
किडनी को हेल्दी रखने के लिए नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डायबिटीज एंड डाइजेस्टिव एंड किडनी डिजीज (NIDDKD) ने बताया है कि डाइट में कुछ बदलाव करके किडनी को हेल्दी रखा जा सकता है।


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माढ़ोताल हत्या का खुलासा : बिरयानी के विवाद पर हुआ था युवक का कत्ल

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डिजिटल भारत । बिरयानी के विवाद पर हुआ था युवक का कत्ल, दोनों आरोपी गिरफ्तार
जबलपुर, थाना माढोताल अंतर्गत हुई युवक की हत्या की गुत्थी पुलिस ने सुलझाते हुए दो आरोपियों को दबोच लिया है। पकड़े गए आरोपियों ने बताया कि वह होली स्पेशल पार्टी में शामिल होने गए हुए थे, जहां बिरयानी को लेकर विवाद हुआ। जिसके बाद वह कार से वापस जाने लगे। तभी मृतक और उसके साथियों ने बीच रास्ते रोककर हमला कर। जिसके चलते हाथापाई के दौरान युवक को चाकू लग गया। पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ जारी है।

जानकारी अनुसार पुलिस ने बताया कि सचिन खटीक 32 वर्ष निवासी न्यू अम्बेडकर नगर चण्डालभाटा थाना गोहलपुर ने बताया कि वह प्राईवेट काम करता है। उसके बड़े पापा के बेटे जुगलकिशोर खटीक कठौंदा से दिनेश साहू की पार्टी से आये और उससे एवं नंदकिशोर खटीक से कहा कि मेरे मित्र दिनेश साहू ने राय साहब की साईड गणेश परिसर में पार्टी दी है । जिसके बाद वह परिसर कठौंदा प्लाट के पास पहुंचे । जहां, नंदकिशोर केा पार्टी में देखकर रज्जन दुबे एवं साथी भड़क गये और विवाद कर गाली गलौज करने लगे, पार्टी में सभी लोग नशे थे । जिसके बाद वह बाइक से अपने घर जाने लगे, तभी कठौंदा मृत पशु शव गृह के सामने रज्जन दुबे अपने साथी के साथ मिले और दोनों मारपीट करने लगे। नंदकिशोर खटीक की जांघ में रज्जन दुबे ने चाकू से हमलाकर चोट पहुंॅचा दी। जिसके बाद जख्मी हालत में नंदकिशोर खटीक केा पहले एक निजी अस्पताल और बाद में तबियत बिगडऩे पर मेडिकल ले गए। जहां, नंदकिशोर खटीक उम्र 28 वर्ष की मृत्यु हो गयी।

एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा द्वारा आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी हेतु आदेशित किये जाने पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर दक्षिण संजय कुमार अग्रवाल, उप पुलिस अधीक्षक मुख्यालय तुषार सिंह के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी माढेाताल श्रीमति रीना पाण्डे के नेतृत्व में टीम गठित कर लगायी गयी।

गठित टीम द्वारा आरोपियेां की सरगर्मी से तलाश की जा रही । इसी दौरान पुलिस को सूचना प्राप्त हुई कि फरार आरोपी रज्जन दुबे अपने एक साथी के साथ अपने घर पर आया हुआ है। सूचना पर रज्जन दुबे के घर शिवधाम कॉलोनी में दबिश दी, जहां से रज्जन दुबे एवं दीपक दुबे को दबोच लिया गया।

ये है पूरी सच्चाई
पुलिस ने दोनों को अभिरक्षा में लेकर थाने लाया गया एवं पूछताछ की गयी तो आरोपी रज्जन दुबे ने बताया कि होली के दिन दिनेश साहू ने कचरा प्लांट के पास राय साहब के प्लॉट पर पार्टी दी थी, जिसमें बिरयानी वगैरह बनी थी । पार्टीज़् में वह अपने साड़ू भाई दीपक के साथ गया हुआ था । उस पार्टी में उपस्थित लोगो ने जब उसका नाम पूछा तो उसने अपना नाम रज्जन दुबे बताया तो वहाँ उपस्थित लोगो ने विरोध कर गाली गलौज करने लगे। जिसके बाद वह अपनी सेलटोस कार से जाने लगे। आरोपी ने बताया कि वह जैसे ही मृत पशु शव गृह के सामने पहुँचे तो पार्टी में उपस्थित कुछ लोगों ने रोक लिया मारपीट करने लगे, इसी बीच उसके साढ़ू भाई दीपक दुबे ने अपने पास से चाकू निकाला और मार दिया। जिसके बाद वह अपनी कार से निकल गए। आरोपियेां को प्रकरण में विधिवत गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया जा रहा है ।

दोनों आरोपी गिरफ्तार, घटना में प्रयुक्त चाकू एवं कार जब्त
-गिरफ्तार आरोपी- 1-रज्जन दुबे पिता रामदास दुबे उम्र 34 वषज़् निवासी शिवधाम कॉलोनी आईटीआई माढ़ोताल

2-दीपक पिता स्व.कुंजीलाल दुबे उम्र 40 वषज़् निवासी जगदीश अखाड़ा के पास रानीताल

जप्ती – घटना में प्रयुक्त चाकू , सेल्टोस कार क्रमंाक एमपी 20 सीएम 4677

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गोराबाजार में 65 साल के सुरक्षा गार्ड की हत्या

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डिजिटल भारत । स्पोट्स क्लब के पास मिला लहूलुहान शव
जबलपुर, होली महापर्व के चलते जबलपुर में तीसरी हत्या की वारदात सामने आई है। गोराबाजार थाना अंतर्गत स्पोर्ट्स क्लब के पास गार्ड की नौकरी करने वाले एक वृद्ध की टीन शेड के नीचे रक्तरंजिश लाश बरामद की गई है। आसपास के लोगों ने जैसे ही शव को देखा तो चौक पड़े। जिसकी सूचना तत्काल पुलिस को दी गई। जिसके बाद मौके पर थाना प्रभारी विजय परस्ते, एफएसएल टीम पहुंची है। जो मामले की बारीकी से पड़ताल कर रही है।

जानकारी अनुसार थाना प्रभारी विजय परस्ते ने पूरे मामले की जानकारी देते हुए बताया कि गुलाब नाथ 65 साल परसवाड़ा थाना बरेला के निवासी थी। संतोष पटैल के प्लाट में टीन शेड का टपरा बना हुआ था। वृद्ध वहीं रहकर गार्ड का काम करते है। उनके साथ में दंपत्ति भी रहते थे। कल शाम को मृतक ने रह रहे दंपत्ति से कहा कि आप लोग जाओ मेरे दोस्त आ रहे है। जिसके बाद दंपत्ति वहां से निकल गए। जब आज दंपत्ति सुबह सब्जी लेने निकले तो देखा कि वृद्ध का खून से सना हुआ शव पड़ा है। जिसके सिर में गंभीर चोट के निशान है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

माढोताल और बेलखेड़ा में हत्या
गौरतलब है कि उसके पहले थाना माढोताल अंतर्गत होली की पार्टी के दौरान एक युवक का कत्ल कर दिया गया, तो वहीं थाना बेलखेड़ा अंतर्गत शराब के लिए पैसे नहीं देने पर पति ने पत्नी को मौत के घाट उतार दिया। जिसके बाद पुलिस ने आरोपी को दबोच लिया है।

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अद्योसंरचना एवं विकास कार्यो को कराकर नागरिकों को दी जायेगी और बेहतर मूलभूत सुविधाएँ

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डिजिटल भारत l केन्ट विधानसभा शहरी क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले सभी 12 वार्डो में रहने वाले नागरिकों को और बेहतर मूलभूत सुविधाएँ मिले इसकी चिन्ता केन्ट विधानसभा क्षेत्र के विधायक अशोक ईश्वरदास रोहाणी ने की है। इसके लिए उन्होंने आज शासकीय अतिथिगृह क्रमांक 01 सिविल लाइन में जिला एवं नगर निगम प्रशासन के अधिकारियों के साथ मैराथन बैठक की। बैठक में बारी-बारी से वार्डवार सभी प्रचलित एवं प्रस्तावित विकास कार्यो पर विस्तारपूर्वक चर्चा कर अधिकारियों से जानकारी ली। विधायक श्री रोहाणी ने सीवर लाइन को व्यवस्थित कराए बिना अन्य किसी भी क्षेत्रों में खुदाई न करने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया वहीं आम नागरिकों की मूलभूत सुविधाओं में विस्तारीकरण के लिए कहा कि सड़कों के निर्माण, स्वच्छता के लिए अतिरिक्त लेबर, बेहतर प्रकाश व्यवस्था के साथ-साथ भरपूर एवं पर्याप्त मात्रा में पेयजल की आपूर्ति हो इस दिशा में अतिशीघ्र कार्रवाई की जाकर व्यवस्थाएँ सुनिश्चित कराएँ।
विधायक अशोक ईश्वरदास रोहाणी ने यह भी कहा कि सभी वार्डो में एक-एक सुन्दर और सर्वसुविधायुक्त उद्यानों का निर्माण कार्य कराया जाये, इसके लिए उन्होंने निगमायुक्त स्वप्निल वानखड़े से आग्रह किया। जिसपर आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिये गए। इसी प्रकार केन्ट विधानसभा क्षेत्र के वार्डो में जिन जगहों पर मुख्यमंत्री संजीवनी क्लिनिक का निर्माण प्रस्तावित है वहॉं पर भा अतिशीघ्र कार्य प्रारंभ कर भूमिपूजन कराने के निर्देश दिये गए।
विधायक श्री रोहाणी ने ग्रीष्म ऋतु को ध्यान में रखते हुए अधिकारियों को निर्देशित किया कि उनका क्षेत्र बड़ा है और दूर-दूर नागरिकों की बसाहट है, जहॉं पर पाइप लाइन का विस्तारीकरण नहीं हो पाया है, उन सभी स्थानों पर स्वच्छ पेयजल आपूर्ति के लिए पाइप लाइन का विस्तारीकरण के साथ-साथ टैंकरों के माध्यम से जलापूर्ति की व्यवस्था पूर्व से ही सुनिश्चित की जावे ताकि गर्मी के दिनों में आम नागरिकों को कोई पेरशानी न हो सके। इसके साथ-साथ विधायक श्री रोहाणी ने शासन की जनकल्याणकारी योजनाएॅं जिसमें लाड़ली लक्ष्मी योजना, मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना, एवं अन्य योजनाओं का लाभ देने संबंधी जानकारियॉं भी अधिक से अधिक लोगों तक पहुॅंचाने और लाभांवित करने के निर्देश प्रदान किये गए। बैठक में नगर निगम के अध्यक्ष रिंकू विज, अनुराग दाहिया, निशांत झारिया, श्रीमती संतोषी ठाकुर, दामोदर सोनी, श्रीमती सावित्री शाह गोड, शरद श्रीवास्तव, श्याम कुमार कनौजिया, कृष्णा दास चौधरी, श्रीमती रजनी सुरेन्द्र साहू, निगमायुक्त स्वप्निल वानखड़े, एस.डी.एम. ऋषभ जैन, के साथ अन्य अधिकारी कर्मचारीगण तथा सोनू बचवानी, श्रीमती तृष्णा चटर्जी आदि उपस्थित रहे l

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होलिका दहन से दूर होती है नकारात्मकता

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डिजिटल भारत I रंगों से खेलने से न सिर्फ हमें खुशी मिलती है, बल्कि इससे हमारे मानसिक स्वास्थ्य पर भी प्रभाव पड़ता है. वैसे भी खुशियां आपकी सारी नकारात्मकता को सकारात्कता में बदल देती हैं और आप शारीरिक-मानसिक रूप से बहुत अच्छा महसूस करते हैं

होली के रंग ही जीवन में क्या उत्साह
होली बोले रंग-गुलाल, पिचकारी, ढेर सारी मस्ती और पुआ-पुकवान. होली के रंग ही जीवन में उत्साह भरते हैं. यह वह त्योहार है, जब पूरा देश रंगों में सरोबोर होता है. रंगों के इस त्योहार में सभी अपने घर में अपने परिवार के साथ होते हैं. यह वहीं समय होता है, जब परिवार के साथ क्वालिटी समय बिताने, एक-दूसरे को समझने और एक-दूसरे पर प्यार उड़ेलना का समय होता है. इस दिन सभी अपने भाई-बहनों, दोस्तों, पड़ोसी के साथ ही नहीं दुश्मन के भी गले लगकर रंग लाकर बधाई देते हैं. रंगों से खेलने से न सिर्फ हमें खुशी मिलती है, बल्कि इससे हमारे मानसिक स्वास्थ्य पर भी प्रभाव पड़ता है. वैसे भी खुशियां आपकी सारी नकारात्मकता को सकारात्कता में बदल देती हैं और आप शारीरिक-मानसिक रूप से बहुत अच्छा महसूस करते हैं.
ग और उमंग का पर्व, होली Holi 2023 आने वाली है. इस साल 7 मार्च यानी फाल्गुन पूर्णिमा के दिन होलिका दहन Holika dahan होना है और उसके अगले दिन चैत्र माह की प्रतिपदा तिथि को होली मनाई जाएगी. होली के दिन से जुड़ी कई मान्यताएं भी हैं. एक ऐसा जीव है, जिसका होली के दिन दिखना बेहद शुभ माना जाता हैI

होलिका दहन 2023

हिंदू धर्म में होली के त्योहार का अत्यधिक महत्व है. यह 2 दिन का पर्व है जिसमें पहले दिन होलिका दहन होता है और दूसरे दिन रंग खेला जाता है. प्रतिवर्ष फाल्गुन मास में होली (Holi) पड़ती है. हालांकि, इस वर्ष होलिका दहन की तारीख को लेकर उलझन की स्थिति बनने लगी है. किसी का कहना है कि होलिका दहन 6 मार्च के दिन होगा, कोई कह रहा है कि 7 मार्च के दिन होलिका दहन शुभ माना जाएगा और कुछ ऐसे भी हैं जिनकी सहमति इन दोनों ही तिथियों के साथ नहीं है और उनका मानना है कि होलिका दहन 8 मार्च के दिन किया जाएगा. ऐसे में असल तिथि कौनसी है इसे लेकर असमंजस में पड़ना आम है. यहां जानिए किस दिन किया जाना चाहिए होलिका दहन और कब खेली जाएगी होली

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