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एक भारत उत्कृष्ट भारत

फर्जी आरटीओ टीम का पुलिस ने किया पर्दाफाश

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डिजिटल भारत l जिंद ढाबा के पास फर्जी आरटीओ अधिकारी बनकर करते थे अवैध वसूली

नरसिंहपुर आशीष साहू समीपवर्ती मुंगवानी थाना अंतर्गत राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 44 पर कुछ लोगों द्वारा आने-जाने वाले ट्रकों को रोककर उनके ड्रायवरों को डरा धमकाकर अवैध वसूली की जा रही है। सूचना प्राप्त होते ही तस्दीक हेतु पुलिस अधीक्षक अभिजीत रंजन द्वारा नरसिंहपुर पुलिस की विशेष टीम का गठन कर अवैध गतिविधियों में लिप्त आरोपियों की गहनता से तस्दीक कर कार्यवाही करने हेतु निर्देश दिए गए थे।

फर्जी आरटीओ बनकर कर रहे थे अवैध वसूली, 02 आरोपी गिरफ्तार

फर्जी आरटीओ बनकर अवैध वसूली करने की सूचना पर पुलिस अधीक्षक अभिजीत रंजन के निर्देश पर नरसिंहपुर पुलिस एवं आरटीओ विभाग नरसिंहपुर की टीम द्वारा आरोपियों की धरपकड हेतु राष्ट्रीय राजमार्ग 44 पर घेराबंदी की गयी जिसके परिणाम स्वरूप थाना मुंगवानी अंतर्गत ग्राम डुडवारा, जिंद ढाबा के पास एक सफेद रंग की वोलेरो वाहन जिसका नम्बर MP04 TA 4608 खडी थी जिसमें एक व्यक्ति बैठा रसीद काट रहा था तथा तीन अन्य व्यक्ति ट्रकों को रोककर रेडियम लगाने के बहाने से वाहनों के ड्रायवरों को डरा धमकाकर अवैध वसूली कर रहे है।

मौके पर पुलिस विभाग एवं आरटीओ विभाग की संयुक्त टीम द्वारा आरोपियों से पूछताछ की गयी तो वोलेरो में बैठे व्यक्ति द्वारा अपना नाम विनोद पिता हल्केराम राठोर निवासी तानसेन नगर, ग्वालियर का होना बताया जिससे रसीद काटने के संबंध में पूछताछ की गयी तो वह व्यक्ति घबरा गया और सही जानकारी नही दे सका एवं उसके पास रसीद बुक देखने पर उसमे Ministry of Road Transport & Highways (MVI Section) लिखा था एवं उसमें National Highway CET EYE की शील लगी हुयी पाई गई। आरोपी विनोद राठोर से रसीद काटने के संबंध में अनुमति मांगी गई तो उसके द्वारा कोई अनुमति होना नही बताया गया है। आरोपी विनोद राठोर एवं उसके साथी मोहित झा को मौके से गिरफ्तार कर उनके कब्जे 04 फर्जी रसीद कट्टे, कुछ कटी हुई रसीदे, सफेद रंग का रेडियम का बंडल, कैची, एक रबर सील, स्टाम्प पैड एवं नगदी 5240/-रूपये सहित एक वोलेरों वाहन जप्त किया गया। पूछताछ के दौरान मौके का फयदा उठाकर गिरफ्तार आरोपियों के दो साथी दीपक दंडोतिया एवं मनोज साहू फरार हो गये जिन्हे जल्द ही गिरफ्त में लिया जावेगा। दोनों आरोपियों को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया ।

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पुलिस ने पशु क्रूरता निवारण अधिनियम के तहत अज्ञात लोगों पर किया मामला दर्ज, आरोपियों की तलाश जारी

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डिजिटल भारत l नरसिंहपुर आशीष साहू गोटेगांव स्थानीय थाना क्षेत्र के नया बाजार में बेजुबान जानवरों से एक क्रूरता का मामला सामने आया है यहां पर एक आवारा कुत्ते को बुरी तरह मारमारकर घायल कर दिया है यह पहला मामला नहीं है यहां पहले भी ऐसी घटनाएं घटित हो चुकी है इस मामले में पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है यह मामला तब सामने आया जब एक प्रार्थी ने गोटेगांव थाने में शिकायत दर्ज कराई नया बाजार में निवासरत नेमा परिवार की पालतू कुत्तियां को 6-7 लोग ने बेरहमी से मारपीट की जिसका इलाज जारी है और बेजुबान जानवर जिंदगी और मौत से लड़ रहा है ‌।

पुलिस ने धारा 429 के तहत दर्ज किया केस

शिकायतकर्ता के आधार पर एवं सीसीटीवी फुटेज में कुत्तों पर हमला करने वालों की कथित तस्वीरें भी दिखाई गईं इनमें से सभी युवक रात के वक्त अपने अपने हाथो में डंडा लेकर कुत्तों ढूंढ़ते नजर आ रहे हैं वहीं सीसीटीवी फुटेज में देखा गया की यह यह घटना मंगलवार-बुधवार दरम्यानी रात की है नया बाजार में अज्ञात व्यक्तियों के द्वारा मूक क्रूरता को डंडे से मारकर खत्म करने को लेकर समाचार प्रकाशित होने के बाद नरसिंहपुर पुलिस अधीक्षक अभिजीत रंजन के निर्देश पर गोटेगांव थाना प्रभारी हिमलेन्द्र सिंह पटेल शिकायत के आधार पर अज्ञात आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 429 पशु क्रूरता निवारण अधिनियम 1960 की धारा 11 के तहत मामला पंजीबद्ध कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।

क्या है पशु क्रूरता निवारण अधिनियम
भारत में पशुओं के खिलाफ क्रूरता को रोकने के लिए साल 1960 में पशु क्रूरता निवारण अधिनियम लाया गया था। साथ ही इस ऐक्ट की धारा-4 के तहत साल 1962 में भारतीय पशु कल्याण बोर्ड का गठन किया गया। इस अधिनियम का उद्देश्य पशुओं को अनावश्यक सजा या जानवरों के उत्पीड़न की प्रवृत्ति को रोकना है। मामले को लेकर कई तरह के प्रावधान इस ऐक्ट में शामिल हैं। जैसे, अगर कोई पशु मालिक अपने पालतू जानवर को आवारा छोड़ देता है, या उसका इलाज नहीं कराता, भूखा-प्यासा रखता है तब ऐसा व्यक्ति पशु क्रूरता का अपराधी होगा।

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कई रहस्य समेटे हुए हैं, समंदर के नीचे डूबी द्वारकापूरी

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डिजिटल भारत l भारत से सटे समंदर अपने आप में कई रहस्य समेटे हुए हैं। समंदर के नीचे आज भी ऐसी कई साइट्स दबी हुई हैं जिनके बारे में किसी को नहीं पता। कुछ वर्षों पहले एक ऐसी ही जगह की खोज हुई थी जिसके बारे में जानकार हर कोई हैरान था। हिंदू धर्म के चार धामों में से एक द्वारका धाम को भगवान श्रीकृष्ण की नगरी कहते हैं. द्वारका धाम गुजरात के काठियावाड क्षेत्र में अरब सागर के समीप स्थित है. श्रीकृष्ण की द्वारका नगरी के जल विलीन होने की कई पौराणिक कथाएं प्रचलित हैं. चलिए जानते हैं भगवान श्रीकृष्ण की द्वारका नगरी के डूबने के पीछे क्या वजह थी? पंडित इंद्रमणि घनस्याल बताते हैं कि श्रीकृष्ण की द्वारका नगरी के डूबने की मुख्य दो वजह मानी जाती है.
द्वारकाधीश मंदिर के गर्भगृह में चांदी के सिंहासन पर भगवान कृष्ण की श्यामवर्णी चतुर्भुज प्रतिमा विराजमान है। यहां उन्हें ‘रणछोड़जी’ भी कहा जाता है। भगवान हाथ में शंख, चक्र, गदा और कमल लिए हुए हैं। बहुमूल्य आभूषणों और सुंदर वेशभूषा से श्रृंगार की गई प्रतिमा सभी को आकर्षित करती है। मथुरा ने निकलकर भगवान श्रीकृष्ण ने द्वारका क्षेत्र में पहले से स्थापित खंडहर बने नगर में एक नया नगर बसाया। ऐसा कहा जा सकता है कि भगवान कृष्ण ने अपने पूर्वजों की भूमि को फिर से रहने लायक बनाया।

लेकिन, बाद में ऐसा क्या हुआ कि द्वारका नगरी समुद्र में समा गई। किसने किया द्वारका को नष्ट? क्या प्राकृतिक आपदा से नष्ट हुई द्वारका? इस सवालों का जवाब पाने की कोशिशें अब तक जारी हैं। समुद्र में हजारों फीट नीचे द्वारका नगरी के अवशेष मिले हैं।
पौराणिक कथा के अनुसार, जरासंध द्वारा प्रजा पर होने वाले अत्याचारों को रोकने के लिए भगवान श्री कृष्ण मथुरा को छोड़कर चले गए थे. श्रीकृष्ण ने समुद्र किनारे अपनी एक दिव्य नगरी बसायी. इस नगरी का नाम द्वारका रखा. माना जाता है कि महाभारत के 36 वर्ष बाद द्वारका नगरी समुद्र में डूब गई थी. महाभारत में पांडवों की विजय हुई और सभी कौरवों का नाश हो गया था. इसके बाद जब युधिष्ठिर का हस्तिनापुर में राजतिलक हो रहा था, उस समय श्रीकृष्ण भी वहां मौजूद थे.
सूचना मिलते ही कान्हा प्रभास क्षेत्र पहुंचे। अपने पुत्र और प्रियजनों को मृत देखकर श्रीकृष्ण ने क्रोध में वहां खड़ी एरका घास उखाड़ ली और हाथ में आते ही उस घास ने मूसल का रूप ले लिया। लड़ाई में जो लोग बचे रह गए थे, जिन्होंने अपने परिजनों को मारा था, श्रीकृष्ण ने एक-एक वार से उन सभी का वध कर दिया। अंत में सिर्फ श्रीकृष्ण, उनके सारथी दारुक और बलराम बचे। इस पर श्रीकृष्ण ने दारुक से कहा कि हस्तिनापुर जाकर अर्जुन को यहां ले आओ। फिर बलराम को वहीं रुकने को कहा और स्वयं अपने पिता को इस संहार के बारे में सूचित करने द्वारका चले गए। कान्हा ने वासुदेवजी को इस नरसंहार के बारे में बताया और कहा कि जल्द यहां अर्जुन आएंगे। आप नगर की स्त्रियों और बच्चों को लेकर अर्जुन के साथ हस्तिनापुर चले जाइएगा।
दो भाग में है द्वारकापुरी…

  • वर्तमान में गोमती द्वारका और बेट द्वारका एक ही द्वारकापुरी के दो भाग हैं। गोमती द्वारका में ही द्वारका का मुख्य मंदिर है, जो श्री रणछोड़राय मंदिर या द्वारकाधीश मंदिर के नाम से मशहूर है।
  • यह मंदिर लगभग 1500 वर्ष पुराना है। मंदिर सात मंजिला है। इस मंदिर के आस-पास बड़े हिस्से मे जल भरा है। इसे गोमती कहते हैं। इसके आस-पास के कई घाट हैं। जिनमें संगम घाट प्रमुख है।
  • इस मंदिर में भगवान की काले रंग की चार भुजाओं वाली मूर्ति है। इसके अलावा मंदिर के अलग-अलग भागों में अन्य देवी-देवताओं के मंदिर एवं मूर्तियां स्थित है। मंदिर के दक्षिण में आदि गुरु शंकराचार्य द्वारा स्थापित शारदा मठ भी है।
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अफगानिस्तान, पाकिस्तान में भूकंप से करीब 11 लोगों की मौत, वहीं 100 से ज्यादा लोग घायल

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डिजिटल भारत l पूरे उत्तर भारत, अफगानिस्तान, पाकिस्तान में मंगलवार रात को तेज भूकंप के झटके महसूस किए गए। पाकिस्तान में आए 6.5 तीव्रता के भूकंप के बाद पश्चिमोत्तर खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के स्वात घाटी क्षेत्र में तबाही मची है। इलाके में कुछ घर गिर गए। पाकिस्तान में अब तक भूकंप से करीब 11 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, 100 से ज्यादा लोग घायल हैं।
अफगानिस्तान के अलावा भूकंप के झटके पाकिस्तान और भारत में भी लगे। अफगानिस्तान और पाकिस्तान में भूकंप ने तबाही मचाई है। इन दोनों देशों में कई लोगों की मौत हो गई, जबकि 100 से ज्यादा घायल हो गए। हालांकि, भारत में जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है
अफगानिस्तान में था भूकंप का केंद्र
नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी ने बताया कि अफगानिस्तान में भूकंप की तीव्रता 6.6 मापी गई। भूकंप का केंद्र फैजाबाद से 133 किमी दूर दक्षिण पूर्व में हिंदू कुश क्षेत्र में था। भूकंप का केंद्र 156 किमी गहराई में था। भूकंप के झटके अफगानिस्तान, तुर्कमेनिस्तान, कजाकिस्तान, पाकिस्तान, ताजिकिस्तान, उज्बेकिस्तान, चीन और किर्गिस्तान में भी महसूस किए गए।
अफगानिस्तान के हिंदुकुश क्षेत्र (Hindukush) में मंगलवार (21 मार्च) रात 6.5 तीव्रता का भूकंप आया. भूकंप के झटके अफगानिस्तान के साथ-साथ पाकिस्तान और भारत तक महसूस किए गए. पाकिस्तान और अफगानिस्तान में भूकंप की वजह से भारी नुकसान भी हुआ है. अफगानिस्तान में भूकंप से अब तक कम से कम 10 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं पाकिस्तान में 2 औरतों समेत 11 लोग भूकंप की वजह से मार गए हैं. टोलो न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान में 160 लोग जख्मी भी हुए हैं
सतह से 187 किमी नीचे आया था भूकंप

यूएस जियोलॉजिकल सर्वे के अनुसार, मंगलवार रात का भूकंप सतह से 187 किमी नीचे उत्पन्न हुआ था. हिंदुकुश क्षेत्र में आमतौर पर गहरे भूकंप आते हैं, जो 100 किमी या उससे कम की गहराई पर उत्पन्न होते हैं. अगर गहरे भूकंप पर्याप्त रूप से मजबूत हों तो बड़े भौगोलिक क्षेत्रों में महसूस किए जाते हैं.
भारत में भी भूकंप के झटके

हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, जम्मू कश्मीर में भी झटके महसूस किए गए. एक अधिकारी ने कहा कि भूकंप के ठीक बाद जम्मू क्षेत्र के कुछ हिस्सों में मोबाइल सेवा बाधित हो गई. एनसीएस के अनुसार, भूकंप का केंद्र अक्षांश पर 36.09 डिग्री उत्तर और देशांतर पर 71.35 डिग्री पूर्व में 156 किमी की गहराई में था. उत्तरकाशी और चमोली ​सहित उत्तराखंड के कई स्थानों पर भी झटके महसूस किए गए.

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया, “दिल्ली-एनसीआर में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. उम्मीद है कि आप सभी सुरक्षित होंगे.” झटकों के बाद पूर्वी दिल्ली के शकरपुर में लोग घरों से बाहर निकल गए. कुछ लोगों ने दावा किया कि एक इमारत झुक गई,

पाकिस्तान में गिरी मकान की छत

‘द एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ अखबार ने बताया कि भूकंप के समय, रावलपिंडी के एक बाजार में भगदड़ की सूचना मिली. खबर में कहा गया है कि खैबर-पख्तूनख्वा प्रांत के स्वाबी में एक मकान की छत गिरने से एक ही परिवार के कम से कम पांच सदस्य घायल हो गए.
भारत में भी लगे भूकंप के तेज झटके
दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत के कई हिस्सों में भी मंगलवार रात भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। रात करीब 10:20 पर आए भूकंप से लोग दहशत में आ गए। दिल्ली-एनसीआर के अलावा हरियाणा, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, मध्यप्रदेश, उत्तराखंड में भी भूकंप के तेज झटके लगे

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सीएम शिवराज सिंह चौहान का डुमना आगमन भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ता रहे मौजूद

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डिजिटल भारत l सीएम शिवराज सिंह चौहान का आज डुमना विमानतल पर अल्प प्रवास हुआ इस दौरान भारतीय जनता पार्टी नवनियुक्त नगर अध्यक्ष प्रभात साहू, जय यादव नगर उपाध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी पिछड़ा वर्ग मोर्चा ने शिष्टाचार भेंट की इस दौरान राम पटेल उपाध्यक्ष पिछड़ा वर्ग महानगर, जीतू कटारे, संजय तिवारी विवेक अग्रवाल, उमेश पटेल, हरीश ठाकुर, कमल सोनी, मीना कुशवाहा, गौतम यश राज शर्मा, मोनू पटेल, रामकुमार अहिरवार, अतुल चौरसिया, राजुल दुबे, गुड्डू बर्मन एवं बड़ी संख्या में भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ता मौजूद रहे

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आधा घंटा की ओलावृष्टि से किसानों की फसलें हो चौपाट माथे पर खींची चिंता की लकीरें कुदरत का कहर

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डिजिटल भारत l आज शाम को जिले की पाटन तहसील के अंतर्गत कटंगी पौड़ी चरगवा पटना ककरहटा जटासी मिडकी सहित अन्य ग्राम में कुदरत का बड़ा कहर बरपा जहां किसानों की फसलों पर गरज चमक के साथ अति ओलावृष्टि हुई किसानों की माने तो इस ओलावृष्टि से गेहूं सहित अन्य फसलें जमीन पर विछ गई इससे किसानों को भारी क्षति हुई है किसानों का कहना है कि कुदरत ने एक बार फिर से मुंह का निवाला छीन लिया कटंगी के समीप पौड़ी ग्राम में जिस तरह से ओलावृष्टि हुई उसे जिसने भी देखा वह अवाक रह गया किसानों के अनुसार जमीन में 6 इंच तक की परत पड़ गई जिससे किसानों के माथे में एक बार फिर से चिंता की लकीरें खींच गई इस संबंध में किसान हाकम सिंह उर्फ गब्बू ठाकुर नेक नारायण सिंह दिलराज सिंह महेंद्र सिंह राघवेंद्र सिंह ने बताया कि इस ओलावृष्टि से किसानों की फसलों को अधिक छति हुई है/

100 ग्राम तक के ओले गिरे
पौड़ी ग्राम के लोगों ने बताया कि तेज हवा बारिश के साथ करीब 100 ग्राम तक के ओले गिरने से गेहूं की फसल चौपट हो गई है साथ ही बाली का दाना भी टूट कर जमीन पर बिछ गया है
वही कुछ किसानों ने बताया कि श्रमंडियों में बिकने जाने को तैयार खेतों में खड़ी और कटी फसलें बारिश और ओलावृष्टि से चौपट हो गईं। इस आसमानी आफत यानी बारिश और ओलावृष्टि से किसानों को सबसे ज्यादा आर्थिक नुकसान गेहूं, चना की फसल बर्बाद होने से हुआ है। आसमान से आफत के रूप में मूसलाधार बारिश हुई, जबरदस्त ओलावृष्टि हुई। 30 मिनट तक ओलावृष्टि के साथ हुई बारिश ने तबाही मचा के रख दी गांव के गलियारों में, सड़कों पर, घरों के आंगन और छप्पर पर, हर तरफ सफेद ओलों की चादर दिखाई दी किसानों ने बताया कि दिन रात मेहनत करने के बाद इस वर्ष काफी अच्छी फसल की उम्मीद जताई जा रही थी किंतु उस पर भी पानी फिर गया

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दिखने लगा है ग्लोबल वॉर्मिंग का असर, ग्लोबल वॉर्मिंग रिपोर्ट पर अब तक की रिपोर्ट

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डिजिटल भारत l ग्लोबल वार्मिंग ऐसी कोई चीज नहीं है, जो रातों-रात होकर दुनिया का वातावरण खराब कर रही है। ये पृथ्वी को वार्म करने की एक क्रमिक (Gradual) प्रक्रिया है। लेकिन पिछली शताब्दी से, पृथ्वी के तापमान में यह वृद्धि काफी बढ़ गई है, जिसकी वजह से ये हर देश के लिए चिंता का विषय बना हुआ है। जीवाश्म ईंधन को जलाने में वृद्धि से और वातावरण में ग्रीन हाउस गैसों की मात्रा बढ़ने से, ग्लोबल वार्मिंग का असर काफी देशों में अब दिखने लगा है।

स्विट्जरलैंड का इंटरलेकन शहर इन दिनों जलवायु परिवर्तन के संकट पर मंथन का अहम केंद्र बना हुआ है। वहां 195 देशों के प्रतिनिधि जलवायु परिवर्तन के संकट पर संयुक्त राष्ट्र से जुड़ी संस्था IPCC की सिंथेसिस रिपोर्ट को अंतिम रूप दे रहे हैं। रविवार तक चलने वाली इन बैठकों का नतीजा सोमवार को रिपोर्ट के रूप में सामने आएगा। इस रिपोर्ट का प्रभाव इसी साल दिसंबर में दुबई में होने वाले संयुक्त राष्ट्र के सम्मेलन COP28 पर भी दिखेगा। इंटरलेकन के तुरंत बाद डेनमार्क के कोपेनहेगन में मंत्रिस्तरीय बैठक होगी, जहां पिछले साल इजिप्ट के शर्म अल-शेख में हुए COP27 में लिए गए फैसलों को लागू करने के तरीकों पर चर्चा होगी। खासकर ग्लोबल वॉर्मिंग से जुड़ी आपदा से प्रभावित देशों को मदद के लिए फंड बनाने पर चर्चा होगी। यह बैठक साल के अंत में दुबई में होने वाले COP28 के लिए उत्साहजनक माहौल बनाएगी। फिर संयुक्त राष्ट्र में जल सम्मेलन होगा। उदयपुर और गांधीनगर में जलवायु परिवर्तन से जुड़ी G20 की बैठकें होंगी
संयुक्त राष्ट्र की इकाई है जो जलवायु परिवर्तन के प्रभाव और भविष्य में आने वाले इनके खतरों का आकलन करती है। साथ ही, इससे होने वाले नुकसान को कम करने और दुनिया के तापमान को स्थिर रखने के विकल्पों को भी सुझाती है। विश्व मौसम विज्ञान संगठन और संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम ने 1988 में इसे स्थापित किया था। यह संगठन जलवायु परिवर्तन पर कुछ-कुछ साल में रिपोर्ट जारी करता है।
क्या आज की रिपोर्ट चौंकाएगी?
सोमवार को जारी होने वाली रिपोर्ट बहुत चौंकाएगी इसके आसार कम हैं, क्योंकि जलवायु परिवर्तन के प्रभाव पहले से दिखने लगे हैं। धरती को इन परिवर्तनों से होने वाले खतरे के बारे में पहले ही काफी कुछ कहा जा चुका है। हालांकि सिंथेसिस रिपोर्ट बस पिछली बातों को सार रूप में ही कह देने से कुछ ज्यादा होगी। लेखकों को अपनी इस रिपोर्ट में सरकारों और समाज की चिंताओं को समाहित करना होगा। हर बार के ऐसे सम्मेलनों की तरह इस बार भी रिपोर्ट की भाषा पर तकरार होना और कुछ वाक्यांश पर जोर देना तय है।
ग्लोबल वॉर्मिंग का असर दिखने लगा?
ग्लोबल वॉर्मिंग आबादी पर असर डालने लगी है। भारत में इस साल का फरवरी अब तक का सबसे गर्म महीना रहा। देश के अन्य हिस्सों में भी असामान्य रूप से पहले गर्मी आ चुकी है। दुनिया के कई अन्य हिस्सों में ऐसी ही स्थिति है। चरम मौसमी घटनाएं अब आम बात हो चुकी हैं। तूफानी बारिश, बाढ़, कड़कड़ाती सर्दी और चिलचिलाती गर्मी जैसी ये चरम मौसमी घटनाएं अब 15 गुना ज्यादा जानें ले रही हैं। पिछला दशक 1.25 लाख साल में सबसे गर्म रहा था।
अध्ययनों से पता चलता है कि 2050 तक बांग्लादेश की राजधानी का एक बड़ा हिस्सा पानी के नीचे चला जाएगा। इतना ही नहीं, बढ़ते समुद्र के स्तर के कारण देश के 70% से अधिक हिस्से को विनाशकारी बाढ़ का सामना करना पड़ेगा। शहर पहले से ही जलभराव की एक बड़ी समस्या का सामना कर रहा है, जो लोगों की समस्याओं को और बढ़ा देगा

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ऊर्जा मंत्री की कर्मचारी नेताओं संग बातचीत रही वेअसर,, बिजली कर्मचारियों की 3 दिवसीय हड़ताल जारी

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डिजिटल भारत l यूपी सरकार की एस्मा और एनएसए की चेतावनी के बावजूद भी यूपी में बिजली कर्मचारियों (Electricity Workers) की 3 दिवसीय हड़ताल जारी है. वहीं बिजली कर्मियों की हड़ताल का जल निगम ने समर्थन किया है. जल निगम का कहना है कि, ‘कर्मचारियों और ऊर्जा मंत्री के साथ हुए समझौते का पालन शीर्ष प्रबंधन के नकारात्मक और हठवादी रवैये के चलते बिजली कर्मचारियों को हड़ताल पर जाने के लिए मजबूर होना पड़ा है. ऊर्जा मंत्री से अपील है कि कर्मचारियों के जायज मांगो को पूरा करते हुए हड़ताल को खत्म कराया जाए.
जलसंस्थान ने उत्तर प्रदेश सरकार को चेतावनी देते हुए लिखा है कि, ‘उत्तर प्रदेश जलसंस्थान कर्मचारी महासंघ के संज्ञान में आया है कि उत्तर प्रदेश के बिजली कर्मचारियों की 72 घंटे की हड़ताल चल रही है. कर्मचारियों और ऊर्जा मंत्री के साथ हुए समझौते का पालन शीर्ष प्रबंधन के नकारात्मक और हठवादी रवैये के चलते बिजली कर्मचारियों को हड़ताल पर जाने के लिए बाध्य होना पड़ा है. प्रदेश में इस हड़ताल का व्यापक असर पड़ रहा है.

उत्तर प्रदेश में बिजली कर्मियों की हड़ताल जारी है. ऊर्जा मंत्री एके शर्मा (AK Sharma) के साथ संघर्ष समिति की शनिवार रात को भी बातचीत हुई लेकिन कोई हल नहीं निकला है. इसके बाद रविवार को हड़ताल जारी रहेगी. हालांकि रविवार को एक बार फिर बातचीत होगी. वहीं हड़ताल को लेकर संघर्ष समिति के संयोजक शैलेंद्र दुबे समेत 22 पदाधिकारियों पर एफआईआर (FIR) हो गई है.
ऊर्जा मंत्री एके शर्मा के साथ शनिवार को विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति की बैठक एक बार फिर बेनतीजा रही. हालांकि रविवार को फिर से बैठक होगी. वहीं दूसरी ओर रविवार को तीसरे दिन भी हड़ताल जारी रहेगी. ऊर्जा मंत्री के साथ बातचीत की जानकारी देते हुए संघर्ष समिति के संयोजक शैलेंद्र दुबे ने कहा कि बातचीत अभी खत्म नहीं हुई है. इस बीच सांकेतिक हड़ताल जारी रहेगी.
जौनपुर में 117 संविदा कर्मियों की सेवा समाप्त
वहीं बिजली कर्मियों के हड़ताल से प्रदेश भर में बिजली संकट बढ़ गया है. ऐसे में बिजली हड़ताल पर जौनपुर में कार्रवाई की गई है. यहां बिजली हड़ताल में सहयोग कर रहे कार्यदायी संस्था मेसर्स वर्ल्ड क्लासिक सर्विसेस लिमिटेड के 117 संविदा कर्मियों की सेवा समाप्त कर दी गई है.

22 पदाधिकारियों के खिलाफ एफआइआर दर्ज होने के मामले में शैलेंद्र दुबे ने कहा कि मुझे पता है मेरे ऊपर एफआईआर हो गई है. हो सकता है गिरफ्तारी भी हो जाए लेकिन यह आंदोलन नहीं रुकेगा. हड़ताल जारी रहेगी. जबकि बातचीत पर जानकारी देते हुए ऊर्जा मंत्री ने कहा है कि कल फिर बातचीत हो सकती है. जल निगम का समर्थन
वहीं बिजली कर्मचारियों की हड़ताल को शनिवार को जल निगम का भी समर्थन मिल गया है. जलसंस्थान कर्मचारी महासंघ के ओर से पत्र जारी कर कहा गया है कि हम ऊर्जा मंत्री से अपील करते हैं कि कर्मचारियों की जायज मांगों को पूरा करते हुए हड़ताल को समाप्त करने का कष्ट करें. अन्यथा यूपी जलसंस्थान कर्मचारी महासंघ इस हड़ताल का समर्थन करेगा.

दूसरी ओर विपक्षी पार्टियों ने बिजली कर्मचारियों की हड़ताल को लेकर बीजेपी पर जुबानी हमला बोला है. सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने एक तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, “निजी हाथों में बिजली सौंपने के लिए दिल्ली-लखनऊ मिलकर यूपीवालों व बिजलीकर्मियों दोनों को उत्पीड़ित कर रहे हैं. भाजपाई संविदाकर्मियों का रोज़गार छीनना चाहते हैं? जो पुलिस क़ानून-व्यवस्था नहीं संभाल पाती, वो बिजली क्या सँभालेंगी? सपा के समय घाटे से उबरा कारपोरेशन अब घाटे में क्यों है?”

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थाना बेलबाग पुलिस द्वारा शातिर बदमाश बबलू उर्फ मुकेश सोनकर जिसके विरूद्ध 17 अपराध पंजीबद्ध

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डिजिटल भारत l थाना प्रभारी बेलबाग सुश्री प्रियंका केवट ने बताया कि बबलू उर्फ मुकेश सोनकर पिता माया राम सोनकर उम्र 34 वर्ष निवासी ,खटीक मोहल्ला दंगल मैदान के पास थाना बेलबाग का एक अपराधी प्रवृत्ति का व्यक्ति है जिसके विरूद्ध एनडपीएस एक्ट, नशीले इंजैक्शन बेचना, मारपीट, आबकारी, आर्म्स एक्ट आदि के 17 अपराध पंजीबद्ध है, जिसके विरूद्ध समय समय पर प्रतिबंधात्मक एवं जिला बदर की कार्यवाही की गयी, किंतु बबलू उर्फ मुकेश सोनकर आदतों मंे सुधार न लाकर लगातार अपराध घटित किये जा रहा था, जिसकेे स्वछंद विचरण करने से कभी भी किसी भी मानव के जीवन को खतरा उत्पन्न हो सकता है, को दृष्टिगत रखते हुये पुलिस अधीक्षक जबलपुर श्री सिद्धार्थ बहुगुणा (भा.पु.से.) द्वारा उपरोक्त आरोपी के विरूद्ध राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (एनएसए) 1980 की धारा 3, सहपठित धारा 2 के तहत प्रतिबंधात्मक कार्यवाही करने हेतु आदेशित किया गया।
आदेश के परिपालन में दिये गये निर्देशों के तहत अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर श्रीमति प्रियंका शुक्ला (भा.पु.से.) एवं नगर पुलिस अधीक्षक ओमती श्री आर.डी. भारद्वाज के मार्गदर्शन में शातिर बदमाश बबलू उर्फ मुकेश सोनकर के विरूद्ध एन.एस.ए. का प्रकरण तेैयार कर जिला दण्डाधिकारी जबलपुर के समक्ष प्रस्तुत किया गया था, जिला दण्डाधिकारी जबलपुर श्री सौरभ कुमार सुमन (भा.प्र.से.) के द्वारा आरोपी की आपराधिक गतिविधियो केा दृष्टिगत रखते हुये एन.एस.ए. के तहत गिरफ्तारी वारंट जारी करते हुये केन्द्रीय जेल जबलपुर में निरूद्ध कराये जाने हेतु आदेशित किये जाने पर शातिर बदमाश बबलू उर्फ मुकेश सोनकर उम्र 34 वर्ष को पकडा गया है जिसे जारी एन.एस.ए. के वारंट में विधिवत गिरफ्तार कर दिनॉक 16-3-2023 को केन्द्रीय जेल जबलपुर में निरूद्ध कराया जायेगा।

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मोटर सायकिल सवार तीनों लुटेरे गिरफ्तार, छीने/चुराये हुये 8 मोबाईल एवं घटना मे प्रयुक्त मोटर सायकिल जप्त

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डिजिटल भारत l थाना ओमती – अपराध 148/2023 धारा 392 भादवि तथा 41(1-4)जाफौ/379 भादवि

नाम पता गिरफ्तार आरोपी :–
1-सुहेल उर्फ गुलाम गौस उम्र 19 वर्ष निवासी गली न. 1 मोहरिया हनुमानताल
2-अमन अली उम्र 24 वर्ष निवासी टेढी नीम हनुमानताल,
3-फैजान अंसारी उर्फ तोता उम्र 19 वर्ष निवासी गली न. 1 मक्का नगर हनुमानताल

जप्ती – छीने/चुराये हुये 8 मोबाईल एवं घटना मे प्रयुक्त मोटर सायकिल जप्त

 थाना ओमती में  दिनांक 13-3-23 की रात लगभग 00-15 बजे मोहित खत्री उम्र 23 वर्ष निवासी स्नैह विहार नेपियर टाउन ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि वह  12-3-23 की रात लगभग 10 बजे अपने घर से पैदल शास्त्री ब्रिज तरफ अपनी मंगेतर से मोबाइल पर बात करते जा रहा था 5 मिनिट बाद जैसे ही वह स्नेह विहार के आगे निकला उसी समय अचानक एक मोटर सायकल में सवार तीन लड़के पीेछे से आये और बीच में बैठे लड़के   ने उसका रियलमी 7 प्रो कम्पनी का मोबाइल उसके हाथ से तथा पीेछे बैठे लड़के ने उसके गले से सोने की चैन वजनी लगभग 1 तोला की झपट्टा मारकर छीन लिये और शास्त्री ब्रिज की तरफ भाग गये। तीनों लड़के मटमेले रंग के कपड़े पहने थे एवं सावले थे तीनों की उम्र लगभग 22 से 30 वर्ष के बीच होगी। रिपोर्ट पर धारा 392 भादवि का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
         पुलिस अधीक्षक जबलपुर श्री सिद्धार्थ बहुगुणा (भा.पु.से.) द्वारा घटित हुई घटना को गम्भीरता से लेते हुये आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी हेतु आदेशित किये जाने पर अति. पुलिस अधीक्षक शहर श्रीमति प्रियंका शुक्ला (भा.पु.से.)  एवं अति. पुलिस अधीक्षक अपराध श्री समर वर्मा तथा  नगर पुलिस अधीक्षक ओमती श्री आर.डी. भारद्वाज के मार्गनिर्देशन में थाना  ओमती एवं क्राईम ब्रांच की  टीम गठित कर लगायी गयी।
          टीमों के द्वारा सीसीटीव्ही फुटेज खंगाले गये, मिले सीसीटीव्ही फुटेज एंव विश्वसनीय मुखबिर की सूचना पर   सुहेल उर्फ गुलाम गौस उम्र 19 वर्ष निवासी गली न. 1 मोहरिया हनुमानताल  एवं अमन अली उम्र 24 वर्ष निवासी टेढी नीम हनुमानताल, तथा फैजान अंसारी उर्फ तोता उम्र 19 वर्ष निवासी गली न. 1 मक्का नगर हनुमानताल को अभिरक्षा में लेते हुये सघन पूछताछ की गयी तो तीनों ने लूट करना स्वीकार करते हुये और भी मोबाईल चुराना एवं छीनना स्वीकार किये, आरोपियों की निशादेही पर छीना हुआ मोबाईल एवं घटना मे प्रयुक्त मोटर सायकिल क्रमंाक एमपी 20 एमपी 7353 तथा 7 अन्य मोबाईल 41(1-4)जाफौ/379 भादवि में जप्त करते हुये प्रकरण में विधिवत गिरफ्तार करते हुये  दिनॉक 16-3-23 को मान्नीय न्यायालय के समक्ष पेश करते हुये छीनी हुई सोने की चेन की बरामदगी हेतु पुलिस रिमाण्ड पर लिया जा रहा है।

उल्लेखनीय भूमिका- मोटर सायकिल सवार लुटेरों के सम्बंध में पतासाजी कर पकडने में थाना प्रभारी ओमती श्री व्ह.डी. द्विवेदी, सहायक उप निरीक्षक अशोक मिश्रा, प्रधान आरक्षक रूस्तम, आरक्षक विक्रम, राजेन्द्र, ओमनाथ , एवं क्राईम ब्रांच के सहायक उप निरीक्षक वीरेन्द्र प्रताप सिंह, प्रधान आरक्षक सादिक अली, नीरज तिवारी, अमित श्रीवास्तव, प्रभात परिहार एवं आरक्षक जय प्रकाश तिवारी की सराहनीय भूमिका रही।

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