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एक भारत उत्कृष्ट भारत

बैंक, पुलिस, शिक्षा और स्वास्थ्य विभाग में निकली हैं सरकारी नौकरी

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डिजिटल भारत l सरकारी नौकरी की तलाश करने वालों के लिए देशभर के अलग अलग विभागों में सरकारी नौकरियां निकली हुई हैं. अगर आप भी सरकारी नौकरी की तलाश में हैं तो हम आपको यहां ऐसी ही नौकरियों की जानकारी दे रहे हैं. इस बात का ध्यान रखना है कि आप केवल उसी नौकरी के लिए आवेदन करें जिसकी जरूरी शर्तों को पूरा करते हों. अगर जरूरी पात्रताएं पूरी नहीं करने पर आवेदन करेंगे तो आपके आवेदन को रद्द कर दिया जाएगा.

BOI Recruitment 2023
बैंक ऑफ इंडिया (BOI) ने प्रोबेशनरी ऑफिसर (PO) के पदों पर भर्ती के लिए इच्‍छुक उम्मीदवारों से आवेदन मांगे हैं. कैंडिडेट्स आधिकारिक वेबसाइट bankofindia.co.in से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं. अप्‍लाई करने की आखिरी तारीख 25 फरवरी है. इस भर्ती अभियान से 500 वैकेंसी भरी जानी हैं, जिनमें से 350 वैकेंसी जनरल बैंकिंग स्ट्रीम में क्रेडिट ऑफिसर के पद के लिए हैं, और 150 वैकेंसी स्पेशलिस्ट स्ट्रीम में आईटी ऑफिसर के पद के लिए हैं.


Navy Recruitment 2023
10वीं पास कैंडिडेट्स के लिए भारतीय नौसेना में शामिल होने का मौका है. नेवी ने सिविलियन पर्सनल के पदों पर भर्ती के लिए आवेदन मांगे हैं. कैंडिडेट भारतीय नौसेना की आधिकारिक वेबसाइट joinindiannavy.gov.in से आवेदन कर सकते हैं. इस भर्ती अभियान से कुल 248 पद भरे जाएंगे. आवेदन करने वाले उम्मीदवारों के पास किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से मैट्रिकुलेशन (कक्षा 10वीं पास) या समकक्ष होना चाहिए.

Teacher Recruitment 2023
शिक्षक भर्ती का इंतजार करने वालों के लिए एक्सीलेंस स्कूल एवं मॉडल स्कूलों में नौकरी पाने का मौका है. यह भर्तियां झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले के विद्यालय एवं मॉडल विद्यालयों में निकाली गई है. पूर्वी सिंहभूम, जमशेदपुर जिला प्रशासन के वेबसाइट jamshedpur.nic.in पर भर्ती का नोटिफिकेशन उपलब्ध कराया गया है. कुल 157 वैकेंसी निकाली गई है. जिनमें टीजीटी के 98 एवं पीजीटी के 59 पद शामिल हैं. हिंदी, इंग्लिश, संस्कृत, इतिहास, भूगोल, गणित, भौतिकी, जीव विज्ञान, केमिस्ट्री, कॉमर्स एवं इकोनॉमिक्स सब्जेक्ट के टीचर्स की भर्तियां की जानी हैं.

Police Recruitment 2023
स्टेट लेवल पुलिस रिक्रूटमेंट बोर्ड (SLPRB) कॉन्स्टेबल के अलग अलग पदों पर नियुक्तियां करने जा रहा है. कॉन्स्टेबल भर्ती के लिए आवेदन प्रक्रिया जारी है, जो 22 फरवरी तक चलेगी. कैंडिडेट रिक्रूटमेंट बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट slprbassam.in पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं. असम पुलिस कॉन्स्टेबल भर्ती 2023 के लिए आवेदन करने की आखिरी तारीख 22 फरवरी 2023 है.

Medical Jobs
मेडिकल क्षेत्र में नौकरी की तलाश करने वालों के लिए राजस्थान में मौका है. मेडिकल एजुकेशन सेक्टोरेल पोर्टल राजस्थान में भर्ती प्रक्रिया चल रही है. इसके लिए कैंडिडेट्स आधिकारिक वेबसाइट medicaleducation.rajasthan.gov.in पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं. कैंडिडेट्स इसके लिए 15 फरवरी 2023 तक आवेदन कर सकते हैं.

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नई टैक्स व्यवस्था में बदलाव का अर्थ क्या है, वित्तमंत्री ने टैक्स व्यवस्था को डीफ़ॉल्ट व्यवस्था घोषित किया

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डिजिटल भारत l आम बजट 2023-24 में वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा इनकम टैक्स से जुड़े नियमों में बदलाव की घोषणा करने के बाद से ही बहुत-से नौकरीपेशा लोग असमंजस में हैं. उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि पुरानी टैक्स व्यवस्था बरकरार है या नहीं, नई टैक्स व्यवस्था में बदलाव का अर्थ क्या है, और इन बदलावों का उनकी कर देयता पर क्या असर होगा, या आसान शब्दों में कहें, तो उन्हें इनकम टैक्स में किए गए नए बदलावों से कितना लाभ होगा. आज हम आपके लिए आपके सभी सवालों के जवाब तो लाए ही हैं, हम आपको यह भी बताएंगे कि नई दरों से कितनी कमाई करने वाले को कितनी बचत होगी.

सबसे पहले, यह समझना ज़रूरी है कि वित्तमंत्री ने नई टैक्स व्यवस्था को डीफ़ॉल्ट व्यवस्था घोषित किया है, लेकिन पुरानी व्यवस्था को खत्म नहीं किया गया है, और अब भी करदाताओं द्वारा चुनने के लिए पुरानी टैक्स व्यवस्था का विकल्प मौजूद रहेगा. सो, लाइफ इंश्योरेंस, पीपीएफ, बच्चों की स्कूल फ़ीस आदि के अलावा होम लोन पर ब्याज, नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) या मकान किराया भत्ता जैसी छूट हासिल करते रहने के इच्छुक लोग पुरानी टैक्स व्यवस्था में ही पुरानी दरों पर ही टैक्स जमा कराते रह सकेंगे.

हम आपको पुरानी टैक्स व्यवस्था, मौजूदा नई टैक्स व्यवस्था और बुधवार को प्रस्तावित नई टैक्स व्यवस्था में लागू होने वाले टैक्स का आकलन कर टेबल के ज़रिये आपको यह भी समझाएंगे कि किस प्रणाली में रहने पर आपको कितना टैक्स अदा करना होगा.
कुल 4 लाख रुपये की कटौतियों और छूट के बाद 10 लाख रुपये वार्षिक आय वाले दूसरे शख्स की करयोग्य आय 6,00,000 रुपये रह जाती है, जिस पर उसे 33,800 रुपये का इनकम टैक्स चुकाना होता है. इसी प्रकार, छूट और कटौतियों को समाहित करने वाली पुरानी व्यवस्था में 12 लाख रुपये और 15 लाख रुपये प्रति वर्ष कमाने वाले लोगों को भी क्रमशः 75,400 रुपये और 1,06,600 रुपये का इनकम टैक्स देना होगा.

दूसरी टेबल (मौजूदा नई टैक्स व्यवस्था) में भी इन्हीं चार लोगों के देय आयकर की गणना की गई है, लेकिन इस व्यवस्था में उन्हें किसी प्रकार की छूट या कटौती उपलब्ध नहीं है, सो इन चारों की देनदारी क्रमशः 33,800 रुपये, 78,000 रुपये, 1,19,600 रुपये और 1,95,000 रुपये हो जाती है.

तीसरी टेबल (प्रस्तावित नई टैक्स व्यवस्था) में फिर एक बार इन्हीं चार लोगों के इनकम टैक्स की कैलकुलेशन की गई है, लेकिन इस बार इन्हें मानक कटौती का लाभ मिलेगा, और इसके अलावा धारा 87ए की छूट सीमा बढ़ाए जाने व नई दकितनी कमाई पर कितना देना होता है टैक्स
नई कर व्यवस्था के तहत कुल 7 तरह के टैक्स स्लैब को बनाया गया है. 2.5 लाख रुपये तक के सालाना इनकम पर टैक्स से छूट दी गई है.
2.5 लाख से लेकर 5 लाख रुपये तक के इनकम पर 5 फीसदी टैक्स लागू है, जबकि प्रस्तावित स्लैब रेट भी 5 फीसदी है.
पांच लाख से 7.5 लाख पर स्लैब रेट 10 फीसदी और प्रस्तावित स्लैब भी 10 फीसदी है.
7.5 लाख रुपये से 10 लाख रुपये पर स्लैब रेट 15 प्रतिशत और प्रपोस्ड रेट भी 15 फीसदी है.
10 लाख से 12.5 लाख रुपये तक की सलाना इनकम पर स्लैब रेट 20 प्रतिशत है और प्रपोस्ड स्लैब रेट भी 20 फीसदी है.
12.5 लाख से 15 लाख रुपये पर टैक्स स्लैब 25 फीसदी है, जिसे 20 फीसदी करने की मांग है.
15 लाख से 20 लाख रुपये पर स्लैब रेट 30 फीसदी है, जिसे 20 फीसदी करने की मांग है.
20 लाख से ज्यादा की इनकम पर स्लैब रेट 30 फीसदी है, जिसे 25 फीसदी करने की मांग है.

रों की बदौलत 7 लाख रुपये वार्षिक आय वाले शख्स को एक बार फिर कोई कर नहीं देना होगा. 10 लाख रुपये वार्षिक आय वाले शख्स को 54,600 रुपये चुकाने होंगे.

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जा सकती है हज़ारो नौकरिया सुन्दर पिचाई के इस बयान से मचा हड़कंप

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डिजिटल भारत | दुन‍ियाभर की द‍िग्‍गज टेक और आईटी कंपन‍ियों में छंटनी का स‍िलस‍िला थमने का नमा नहीं ले रहा है. ट्व‍िटर से शुरू हुआ छंटनी का दौरअमेजन और गूगल समेत कई कंपन‍ियों में पहुंच गया है. हेज फंड के अरबपति और निवेशक सर क्रिस्टोफर हॉन ने अल्फाबेट और गूगलके सीईओ सुंदर पिचाई (Sundar Pichai) से कहा कि वे नौकरियों को कम कर कर्मचारियों की संख्या को डेढ़ लाख तक लेकर आएं. इसके ल‍िए 20 प्रतिशत ओवरपेड वाली नौकरियों को कम करना होगा.

अल्फाबेट ने 12 हजार कर्मचार‍ियों को न‍िकाला
गूगल की मूल कंपनी अल्फाबेट ने 12,000 यानी अपने 6 प्रतिशत कर्मचारियों को निकाल दिया है. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहेएक लेटर में हॉन ने पिचाई से कहा कि 12,000 नौकरियों में कटौती का निर्णय सही दिशा में उठाया गया कदम है. द चिल्ड्रन इनवेस्टमेंटफंड मैनेजमेंट (TCI) के संस्थापक हॉन ने लिखा, जिनकी अल्फाबेट में 6 अरब डॉलर की हिस्सेदारी है, मेरा मानना है कि प्रबंधन कोकर्मचारियों की संख्या को लगभग 150,000 तक कम करने का लक्ष्य रखना चाहिए, जो 2021 के अंत में अल्फाबेट के कर्मचारियों कीसंख्या के अनुरूप है. इसके लिए कुल कर्मचारियों की संख्या में 20 प्रतिशत की कमी की जरूरत होगी.

अल्फाबेट में औसत वेतन 3 लाख डॉलर
अरबपति ने आगे कहा कि प्रबंधन को अत्यधिक कर्मचारी मुआवजे को संबोधित करने का अवसर भी लेना चाहिए. उन्होंने तर्क दिया, 2021 में अल्फाबेट में औसत वेतन लगभग 300,000 डॉलर था और अब औसत वेतन बहुत अधिक है. प्रौद्योगिकी उद्योग में प्रतिभा केलिए प्रतिस्पर्धा काफी कम हो गई है, जिससे अल्फाबेट प्रति कर्मचारी भुगतान को भौतिक रूप से कम कर सकता है.

पिछले पांच साल में अल्फाबेट ने 100,000 से अधिक कर्मचारियों को जोड़ते हुए अपने कर्मचारियों की संख्या को दोगुना से अधिककर दिया, जिनमें से 30,000 से अधिक अकेले 2022 के पहले नौ महीनों में जोड़े गए थे. पिछले हफ्ते पिचाई ने कहा कि उन्हें कार्यबलमें लगभग 12,000 कर्मचारियों की छंटनी करने पर गहरा खेद है, लेकिन इस कदम के कारण हम यहां पहुंचे.

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जाने क्या है Joint entrance examination, कब भरा जा सकता है आवेदन फॉर्म

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डिजिटल भारत I अगर आप भी Engineer बनने का सपना देखते हैं तो यह जरुरी हैं कि आपको सही समय पर सही जानकारी मिले | आज की इस पोस्ट “जेईई मेन (JEE Main) क्या होता हैं पूरी जानकारी” के माध्यम से हमारा प्रयास रहेगा कि हम आपको आपके सपने को पूरा करने में मदद करें | हम यहाँ पर संयुक्त प्रवेश परीक्षा (Joint entrance examination) यानि JEE के बारे में बात करेंगे | तो ध्यान से पढ़ें इस पोस्ट को | हमें उम्मीद हैं कि आपको यह जानकारी जरूर पसंद आएगी |
अगर आप भी engineer बनना चाहते हैं तो आप इतना तो जानते ही होंगे कि इंजीनियर बनने के लिए BE (Bachelor of engineering) या फिर B.Tec (Bachelor of technology) करना होता हैं, पर क्या आप जानते हैं BE & B.Tec करने के लिए इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा (engineering entrance exam) देना होती हैं, तभी आपको किसी engineering college में admission मिलता हैं | आज का हमारा जो subject हैं JEE वह एक National level की entrance exam ही हैं |
जेईई मेन्स यानी ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन 2023 के लिए रजिस्ट्रेशन करने का अभी भी मौका है.
जिन छात्रों ने अब तक जेईई मेन्स सत्र 1 परीक्षा के लिए आवेदन फॉर्म नहीं भरा है, वे जेईई की आधिकारिक वेबसाइट jeemain.nta.nic.in पर जाएं और निर्देशानुसार आवेदन फॉर्म भर दें. दरअसल नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) 12 जनवरी को जेईई मेन्स 2023 सत्र 1 के लिए रजिस्ट्रेशन विंडो को बंद कर देगा. बता दें कि इस साल भी जेईई मेन्स दो सत्र में आयोजित किया जा रहा है. पहले सत्र की परीक्षा जनवरी में होनी है. जेईई मेन 2023 जनवरी सत्र की परीक्षा 24, 25, 27, 28, 29, 30 और 31 जनवरी 2023 को आयोजित होने वाली है.

JEE Mains करने से कहाँ admission मिलेगा ?
अगर आपने इस exam में काफी अच्छा score किया हैं तो आपको NIT, IIIT जैसे प्रतिष्ठित college में admission मिल सकता हैं| इसके आलावा कम score होने पर आपको दूसरे अच्छे engineering college में प्रवेश मिल जाएगा | मतलब साफ़ हैं आपका score जितना अच्छा होगा आपको उतना ही अच्छा college मिलेगा |

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प्रवासी भारतीय दिवस आज, जाने इसके पीछे का इतिहास

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डिजिटल भारत I प्रवासी भारतीय दिवस भारत सरकार द्वारा प्रतिवर्ष 9 जनवरी को मनाया जाता है। इसी दिन महात्मा गांधी दक्षिण अफ्रीका से स्वदेश वापस आये थे। इस दिवस को मनाने की शुरुवात सन २००३ से हुई थी। प्रवासी भारतीय दिवस मनाने की संकल्पना स्वर्गीय लक्ष्मीमल सिंघवी के दिमाग की उपज थी।

पहला प्रवासी भारतीय दिवस ८-९ जनवरी २००३ को नयी दिल्ली में आयोजित हुआ”
हालांकि प्रवासी भारतीय दिवस मनाने की घोषणा भारत की राजधानी नई दिल्ली के विज्ञान भवन में 8 जनवरी 2002 को की गई थी जिसके बाद साल 2003 में अटल बिहारी वाजपेई जी के नेतृत्व में इसे मनाने की शुरुआत हुई।

9 जनवरी 2003 को पहला भारतीय प्रवासी दिवस मनाया गया। इस मौके पर प्रवासी भारतीय सम्मेलन के आयोजन की शुरुआत हुई जिसमें दुनिया के कोने कोने से प्रवासी भारतीयों ने हिस्सा लिया।

साल २०१९ में यह सम्मलेन वाराणसी में आयोजित किया गया था इस सम्मेलन में कई बड़े-बड़े उद्योगपति और कई राज्यों के मुख्यमंत्री भी बुलाए जाते हैं। इस अवसर पर प्रायः तीन दिवसीय कार्यक्रम आयोजित किया जाता है। इसमें अपने क्षेत्र में विशेष उपलब्धि प्राप्त करने वाले भारतवंशियों का सम्मान किया जाता है तथा उन्हे प्रवासी भारतीय सम्मान प्रदान किया जाता है। यह आयोजन भारतवंशियों से सम्बन्धित विषयों और उनकी समस्यायों के चर्चा का मंच भी है।
मालवा की धरती पर प्रवासी भारतीयों के बीच देश की तरक्की पर मंथन का आज दूसरा दिन है। इंदौर में तीन दिनों तक चलने वाले प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन का रविवार को आगाज हुआ था और इस खास दिन को सेलिब्रेट करने के लिए आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इंदौर पहुंचेंगे।
देश के विकास में भारतवंशियों के योगदान पर गौरवान्वित होने के लिए हर साल 9 जनवरी को प्रवासी भारतीय दिवस मनाया जाता है। इस बार 17वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन का आयोजन 9 जनवरी को मध्य प्रदेश के इंदौर में हो रहा है। मालवा की धरती पर प्रवासी भारतीयों के बीच देश की तरक्की पर मंथन का आज दूसरा दिन है। इंदौर में तीन दिनों तक चलने वाले प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन का रविवार को आगाज हुआ था और इस खास दिन को सेलिब्रेट करने के लिए आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इंदौर पहुंचेंगे।
जानिए, 9 जनवरी को ही क्यों मनाया जाता है प्रवासी भारतीय दिवस

बता दें कि इस खास दिन का कनेक्शन राष्ट्रपिता महात्मा गांधी से रहा है। 9 जनवरी, 1915 को महात्मा गांधी दक्षिण अफ्रीका से स्वदेश वापस आए थे इसलिए 9 जनवरी की तारीख को प्रवासी भारतीय दिवस मनाने के लिए चुना गया। पहली बार प्रवासी भारतीय दिवस मनाने का फैसला एलएम सिंघवी की अध्यक्षता में भारत सरकार द्वारा स्थापित भारतीय डायस्पोरा पर उच्चस्तरीय समिति की सिफारिशों के अनुसार लिया गया था। 8 जनवरी 2002 को भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने 9 जनवरी को प्रवासी भारतीय दिवस को व्यापक स्तर पर मनाने की घोषणा की।
दुनिया भर में फैला है प्रवासी भारतीयों का नेटवर्क
प्रवासी भारतीयों का नेटवर्क दुनिया भर में फैला है। संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के मुताबिक, दुनियाभर में सबसे ज्यादा प्रवासी भारतीयों की संख्या है। 2019 में दुनियाभर में इनकी संख्या 1.8 करोड़ थी। प्रवासियों की संख्या में दूसरे पायदान पर मैक्सिको और तीसरे नम्बर पर चीन है। प्रवासी भारतीय दिवस के माध्यम से दुनिया भर में फैले प्रवासी भारतीयों का बड़ा नेटवर्क बनाने में भी मदद मिली है, जिससे भारतीय अर्थव्यवस्था को भी एक गति मिली है।

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जनसांख्यिकीय लाभांश की क्षमता का पूरा दोहन करने के लिये उठाए जाएँ सही दिशा में कदम

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डिजिटल भारत l World Population बीते पांच दशकों में दुनिया में हुआ जनसंख्या विस्फोट हर किसी को चौंका रहा है। इसी से यह सवाल पैदा हुआ है कि धरती पर मनुष्यों की बढ़ती संख्या को बोझ या अभिशाप की तरह देखा जाए या वरदान माना जाए। जिन देशों में बढ़ती जनसंख्या को एक समस्या माना जाता है, भारत उनमें से एक है। यही कारण है कि वर्ष 2019 में जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 15 अगस्त को लाल किले से राष्ट्र को संबोधित कर रहे थे, तो उन्होंने छोटे परिवार को देशभक्ति से जोड़ा था। भारत वर्तमान में एक युवा राष्ट्र है लेकिन इसकी वृद्ध आबादी की हिस्सेदारी बढ़ रही है और यह वर्ष 2050 तक 12% होने की उम्मीद है।
इसलिये वृद्ध लोगों के लिये एक सुदृढ़ सामाजिक, वित्तीय और स्वास्थ्य देखभाल सहायता प्रणाली के विकास में अग्रिम निवेश करना समय की मांग है।
कार्रवाई का मुख्य ध्यान मानव पूंजी में व्यापक निवेश, वृद्धों के लिये गरिमापूर्ण जीवन और स्वस्थ जनसंख्या आयु-वृद्धि पर होना चाहिये।
अनुमान यह भी है कि वर्ष 2050 के नजदीक पहुंच कर भारत-चीन की आबादी में स्थिरता और उकसे बाद कमी दर्ज की जा सकती है। हमारे जैसे युवा देशों की आबादी में गिरावट को दुनिया इस नजर से चिंताजनक मानती है कि इससे कामकाजी लोगों यानी वर्क फोर्स में कमी आ सकती है। शायद यही वजह है कि जिस आबादी को हम समस्या मान रहे हैं, उसे तमाम अर्थशास्त्री और विशेषज्ञ एक मूल्यवान संसाधन या संपत्ति के रूप में दर्ज करते हैं। यही नहीं, एलन मस्क जैसे कारोबारी (जिन्हें अपने दफ्तर और फैक्ट्रियां चलाने के लिए श्रमिक चाहिए) कहते हैं कि बहुत से लोग इस भ्रम में हैं कि पृथ्वी पर बहुत ज्यादा आबादी है।

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यह कहकर विवाद खड़ा कर दिया है कि बिहार में जनसंख्या नियंत्रण में नहीं आएगी क्योंकि पुरुष जिम्मेदारी नहीं लेते हैं जबकि महिलाएं अशिक्षित हैं. उनकी इस टिप्पणी पर विपक्षी भाजपा ने उन्हें “अभद्र भाषा और राज्य की छवि खराब करने” के लिए फटकार लगाई. मुख्यमंत्री वैशाली में अपनी “समाधान यात्रा” के बीच एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे और यह उस दिन आया जब उनकी सरकार ने जाति आधारित जनगणना के पहले चरण की शुरुआत की.
नीतीश कुमार ने कहा, “महिलायें पढ़ लेंगी तभी प्रजनन दर घटेगी… अभी भी वही है. … महिला पढ़ी रहती है तो उनको सब चीज का ज्ञान हो जाता है कि भाई कैसे हमको बचना है. अगर महिलाएं बेहतर शिक्षित होतीं या जागरूक होतीं तो उन्हें पता होता कि गर्भवती होने से खुद को कैसे बचाना है. पुरुष विचार करने के लिए तैयार नहीं हैं” उनके इस बयान से राज्य में सियासी बवाल मच गया है, बीजेपी नेता सम्राट चौधरी ने कहा है कि उन्होंने बिहार की छवि खराब की है.
अपनी स्वतंत्रता के बाद से भारत ने अपनी जनसांख्यिकीय संरचना में भारी परिवर्तन है। यह जनसंख्या विस्फोट से गुज़रा है (जनगणना, 1951) और कुल प्रजनन दर में गिरावट भी देखी है।

साकारात्मक पक्ष की ओर देखें तो मृत्यु दर संबंधी विभिन्न संकेतकों में सुधार आया है, लेकिन जीवन स्तर में सुधार, कौशल एवं प्रशिक्षण प्रदान करने और रोज़गार सृजन के मामले में जनसांख्यिकीय लाभांश के दोहन में कुछ बाधाएँ भी मौजूद हैं।
भारत की बड़ी आबादी विश्व के अन्य देशों की तुलना में भारत के लिये एक लाभ की स्थिति हो सकती है। आवश्यकता इस बात की है कि जनसांख्यिकीय लाभांश की क्षमता का पूरा दोहन करने के लिये सही दिशा में कदम उठाए जाएँ।

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सर्दी ने इस सीजन का रिकॉर्ड तोड़ दिया, गला देने वाली ठंड की होगी वापसी

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डिजिटल भारत l मौसम विभाग के अनुसार उत्तर पश्चिम भारत में एक नया पश्चिमी विक्षोभ दस्तक दे रहा है। इसका असर तीन से चार दिन बाद मैदानी इलाकों में पड़ेगा। इस कारण से एक बार फिर से गला देने वाली ठंड की वापसी होगी।
पश्चिमी विक्षोभ के असर से फिर गलन बढ़ेगी
मौसम विभाग के अनुसार उत्तर पश्चिम भारत में एक नया पश्चिमी विक्षोभ दस्तक दे रहा है। इसका असर तीन से चार दिन बाद मैदानी इलाकों में पड़ेगा। इस कारण से एक बार फिर से गला देने वाली ठंड की वापसी होगी।
सुबह के समय छाया रहा कोहरा
दिल्ली-एनसीआर में शीतलहर के साथ-साथ रविवार सुबह कोहरा छाया रहा। कोहरे की मोटी परत ने राष्ट्रीय राजधानी को ढक लिया जिससे दृश्यता कम हो गई।
ठंड से ठिठुरे दिल्ली वाले
शनिवार को सर्दी ने इस सीजन का रिकॉर्ड तोड़ दिया। न्यूनतम तापमान 2.2 डिग्री सेल्सियस रहा। रिज इलाका एक बार फिर ठिठुरा, यहां तापमान सामान्य से 5.6 डिग्री कम 1.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। लोदी रोड में 2.0, आयानगर में 3.4 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा। इससे पहले वर्ष 2021 में एक जनवरी को तापमान 1.1 डिग्री दर्ज हुआ था। जबकि बीते साल 2022 में सीजन के सबसे ठंडे दिन का रिकॉर्ड एक जनवरी को था जब तापमान 4.2 डिग्री सेल्सियस रहा था। वहीं 2020 में एक जनवरी को तापमान 2.4 डिग्री सेल्सियस था
ठंड का असर रेलवे स्टेशनों पर भी देखा जा सकता है
भीषण ठंड ने पूरे देश में कंपकंपी ला दी है। कई राज्यों में तापमान 3 डिग्री से नीचे गिर गया है। चारों तरफ घने कोहरे ने घेर रखा हैं। घने कोहरे के कारण कई ट्रेने अपने समय से लेट चल रही हैं।
हिमालय से आ रही बर्फीली हवाओं से पूरा भारत ठंड के आगोश में है। कई राज्यों में शीत लहर और घना कोहरा छाया हुआ है। घने कोहरे के चपेट में रेलवे की कई ट्रेनें भी आ गई हैं। रेलवे की करीब 42 ट्रेनें आज भी लेट से जल रही हैं। इस लेकर उत्तर रेलवे ने जानकारी दी है। लेट होने वाली ट्रेनों में कई एक्सप्रेस और सुपरफास्ट गाड़ियां शामिल हैं। बता दें कि इससे उत्तर प्रदेश, बिहार, पंजाब और प. बंगाल के रेल रूट ज्यादा प्रभावित हुए हैं। नई दिल्ली आने-जाने वाली लंबी दूरी की कई रेलगाड़ियों रविवार को लेट हो गईं है।

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दिसंबर 2022 में राजस्व संग्रह सालाना आधार पर 15 प्रतिशत अधिक, वस्तु एवं सेवा कर 1.49 लाख करोड़ से अधिक

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डिजिटल भारत l वस्तु एवं सेवा कर (GST) संग्रह दिसंबर 2022 में 15 प्रतिशत बढ़कर 1.49 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो गया. इससे बेहतर कर अनुपालन के अलावा विनिर्माण में सुधार एवं खपत में तेजी का संकेत मिलता है. राजस्व 1.40 लाख करोड़ रुपये से अधिक रहा है. नवंबर में कर संग्रह करीब 1.46 लाख करोड़ रुपये था. वित्त मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘दिसंबर 2022 के दौरान सकल जीएसटी राजस्व 1,49,507 करोड़ रुपये है. इसमें सीजीएसटी 26,711 करोड़ रुपये, एसजीएसटी 33,357 करोड़ रुपये, आईजीएसटी 78,434 करोड़ रुपये (माल के आयात पर एकत्र 40,263 करोड़ रुपये सहित) और उपकर 11,005 करोड़ रुपये (माल के आयात पर एकत्र 850 करोड़ रुपये सहित) है.’. दिसंबर 2022 में राजस्व संग्रह सालाना आधार पर 15 प्रतिशत अधिक है. पिछले साल इसी अवधि में जीएसटी संग्रह 1.30 लाख करोड़ रुपये रहा था. इससे बेहतर कर अनुपालन के अलावा विनिर्माण में सुधार एवं खपत में तेजी का संकेत मिलता है.
वित्त मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ”दिसंबर 2022 के दौरान सकल जीएसटी राजस्व 1,49,507 करोड़ रुपये है. इसमें सीजीएसटी 26,711 करोड़ रुपये, एसजीएसटी 33,357 करोड़ रुपये, आईजीएसटी 78,434 करोड़ रुपये (माल के आयात पर एकत्र 40,263 करोड़ रुपये सहित) और उपकर 11,005 करोड़ रुपये (माल के आयात पर एकत्र 850 करोड़ रुपये सहित) है.”
दिसंबर 2022 में माल के आयात से राजस्व आठ प्रतिशत बढ़ा, जबकि घरेलू लेनदेन से राजस्व (सेवाओं के आयात सहित) सालाना आधार पर 18 प्रतिशत बढ़ा है.

वित्त मंत्रालय ने कुछ महीने पहले कहा था कि जीएसटी काउंसिल के लिए फैसले का साफ असर दिखने लगा है। जीएसटी काउंसिल ने पिछले कुछ महीनों के दौरान बेहतर अनुपालन के लिए कई उपायों की पहल की। जीएसटी का कलेक्शन उस वक्त बढ़ रहा है, जब रिजर्व बैंक लगातार रेपो रेट में इजाफा कर रहा है।

GST एक ऐसा टैक्स है, जो भारत में प्रॅाडक्ट और सर्विस की सप्लाई पर लगता है। इसको 2017 में लागू किया गया था। भारत में GST की रजिस्ट्रेशन लिमिट पहले 20 लाख रुपये थी। अब इसको बढ़ाकर 40 लाख रुपये कर दिया गया है। अब 40 लाख रुपए से ज्यादा के कारोबार करने वाले सभी व्यवसायों को जीएसटी रजिस्ट्रेशन कराना जरुरी है।


इसके अलावा नवंबर 2022 में 7.9 करोड़ ई-वे बिल जारी किए गए, जो अक्टूबर 2022 के 7.6 करोड़ ई-वे बिल से काफी अधिक थे. डेलॉइट इंडिया के पार्टनर एम एस मणि ने कहा, ”घरेलू लेनदेन से जीएसटी राजस्व में 18 फीसदी की वृद्धि ई-वे बिल जारी करने में बढ़ोतरी और प्रमुख विनिर्माता एवं खपत वाले राज्यों के जीएसटी संग्रह में उल्लेखनीय वृद्धि को दर्शाती है.”
डेलॉइट इंडिया के पार्टनर एम एस मणि ने कहा, ‘घरेलू लेनदेन से जीएसटी राजस्व में 18 फीसदी की वृद्धि ई-वे बिल जारी करने में बढ़ोतरी और प्रमुख विनिर्माता एवं खपत वाले राज्यों के जीएसटी संग्रह में उल्लेखनीय वृद्धि को दर्शाती है.’ केपीएमजी के साझेदार (अप्रत्यक्ष कर) अभिषेक जैन ने कहा कि त्योहारी बिक्री खत्म होने के बाद भी 1.5 लाख करोड़ रुपये का मासिक संग्रह अब एक सामान्य स्थिति बनती हुई दिखाई देती है.
केपीएमजी के पार्टनर (अप्रत्यक्ष कर) अभिषेक जैन ने कहा कि त्योहारी बिक्री खत्म होने के बाद भी 1.5 लाख करोड़ रुपये का मासिक संग्रह अब एक सामान्य स्थिति बनती हुई दिखाई देती है.

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चाय – कॉफ़ी छोड़िये अपनाये केसर पानी जाने केसर पानी के फायदे

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डिजिटल भारत l स्किन संबंधी समस्याएं केसर का पानी स्किन के लिए काफी अच्छा माना जाता है. यह स्किन की समस्याओं को दूर करने में भी मदद कर सकता है. स्किन को हेल्दी रखने के साथ यह त्वचा को ताजगी से भर देता है. हर दिन एक गिलास केसर का पानी पीने से त्वचा पर नेचुरल ग्लो आ सकता है.
अलग-अलग लोगों की सुबह की शुरुआत अलग-अलग तरीके से होती है। कुछ लोग एक कप गर्म चाय या कॉफी के साथ अपने दिन की शुरुआत करते हैं, तो वहीं कुछ लोग लेमन वॉटर के साथ अपने दिन की शुरुआत करते हैं। लेकिन क्या आप इसका सही तरीका नहीं जानना चाहेंगे, जो आपकी हेल्थ और फिटनेस का ख्याल रखें और आपको पूरी तरह से फिट भी बनाएं। चलिए आयुर्वेद की बात करते है। आयुर्वेद में सुबह की शुरुआत एक ग्लास गर्म पानी से करने की सलाह दी जाती है।

सुबह की शुरूआत अगर अच्छी होती है तो आपका पूरा दिन अच्छा जाता है. इसलिए जरूरी है कि आप सुबह उठकर फ्रेश फील करें. कई लोग अपने दिन की शुरूआत चाय या कॉफी से करते हैं, वहीं कुछ लोग सुबह उठकर गर्म पानी पीते हैं. लेकिन आज हम आपको बताएंगे एक ऐसी मार्निंग ड्रिंक जिसका सेवन करने से आप फ्रेश तो महसूस करेंगे ही साथ ही इस ड्रिंक से होने वाले फायदे जानकर आप भी इसका सेवन जरूर करेंगे और वो है केसर पानी, जी हां केसर का इस्तेमाल खाने की कई चीजों में किया जाता है. केसर में प्रोटीन, कैल्शियम, फाइबर, पोटैशियम, मैंगनीज, विटामिन ए और विटामिन सी जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं. ये सभी आपके स्वास्थय के लिए काफी लाभदायी हैं. आर्युवेद में भी केसर को कई उपचारों में प्राथमिकता दी जाती है. केसर का पानी ना सिर्फ स्वास्थय लाभ देता है बल्कि यह आपकी स्किन के लिए भी काफी अच्छा होता है. केसर में एंटी इंफ्लामेंटरी गुण पाए जाते हैं जो आपकी इम्यूनिटी को बूस्ट भी करते हैं. तो आइए जानते हैं केसर पानी से होने वाले लाभ.
जो लोग दिन की शुरूआत कॉफी या चाय से करते हैं, वो केसर पानी से इनको रिप्लेस कर सकते हैं. चाय और कॉफी में कैफीन पाया जाता है. केसर पानी का सेवन करने से आप पूरे दिन एनर्जेटिक बने रह सकते हैं. कई बार मौसम बदलते ही लोगों को बाल झड़ने की समस्या होती है, ऐसे में आप केसर पानी का सेवन अगर हर दिन करते हैं तो इससे आपके बालों को मजबूती मिलेगी और बालों के झड़ने की समस्या से निजात भी मिल सकता है. अनियमित पीरियड्स, पेट में दर्द और ऐंठन में भी केसर के पानी का सेवन कर सकते हैं. केसर का पानी पीने से हार्मोन संतुलित हो सकते हैं,

बाल टूटने की समस्या करें दूर रोजाना केसर का पानी पीने से बालों के झड़ने की समस्या दूर हो सकती हैं. इसमें कई ऐसे गुण पाए जाते हैं जो हेयर फॉल को रोक सकते हैं. डिस्केलमर लेख में दी गई सलाह केवल सामान्य जानकारी है. ये एक्सपर्ट की राय नहीं है.

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साल 2030 तक भारत में हार्ट डिजीज के कारण होने वाली मौतों का आंकडा दुनियाभर में सबसे ज्यादा होगा

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डिजिटल भारत l दुनियाभर में दिल से जुड़ी बीमारियों के कारण होने वाली मौतों की संख्या लगातार बढ़ रही है। बीते 5 सालों में हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट की वजह से होने वाली मौतों में भी कई गुना इजाफा हुआ है। दिल से जुड़ी बीमारियों और इसकी वजह से होने वाली मौतों के आंकड़े बहुत चौंकाने वाले हैं। भारतीय लोगों के लिए यह बहुत चिंता की खबर है। दुनियाभर में दिल से जुड़ी बीमारियों से होने वाली मौतों के आंकड़े को देखें तो इसमें भारत का भी बहुत प्रमुख स्थान है। इसके अलावा हाल ही में कई डॉक्टर्स और वैज्ञानिकों ने लोगों को चेतवानी देते हुए कहा है कि साल 2030 तक भारत में हार्ट डिजीज के कारण होने वाली मौतों का आंकडा दुनियाभर में सबसे ज्यादा होगा। भारतीय लोगों में हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट का खतरा अन्य देशों की तुलना में बहुत ज्यादा बढ़ रहा है
दोस्तों हमारे दिल के अंदर विभिन्न प्रकार की बीमारियां (Heart Diseases) आ सकती है. जिसके कारण हमारा दिल काम करना बंद कर सकता है और हमें दिल का दौरा पड़ सकता है. Heart Attack किसी भी उम्र में आ सकता है. Heart Attack बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक और महिलाओं से लेकर पुरुषों तक सभी को आ सकता है. लेकिन 30 से 35 साल की उम्र से पहले इसका खतरा बहुत कम होता है. यदि आपके परिवार में किसी को दिल का दौरा पहले आया हुआ है तो आप सभी परिवार वालों को डॉक्टर से निरंतर चेक करवाना चाहिए, क्योंकि यह बीमारी विरासत में भी मिल सकती है.

इस बात का कोई पता नहीं है कि कब किस व्यक्ति को कहीं पर भी चलते चलते उसके दिल में problem आ सकती है.आज हम उन सभी कारणों के बारे में बात करेंगे और उन सभी बीमारियों के लक्षणों के बारे में भी बात करेंगे और उनके क्या उपाय हो सकते हैं इस बात पर भी चर्चा करेंगे. दोस्तों आइए जानते हैं सबसे पहले हमारा दिल किस प्रकार से काम करता है.
हमारे दिल में एक electric malfunction होता है जो कि हमारे दिल को धड़कने में मदद करता है अर्थात यह है कि हमारे दिल की हर धड़कन (Heartbeat) के लिए एक बहुत छोटे से करंट की आवश्यकता होती है जो कि दिल के कोने में एक electric node इस चीज का काम करती है electric node दिल की हर धड़कन के लिए दिल को हल्का सा करंट देती है जिससे हमारा दिल धड़कता है.

लक्षण

हमारा दिल पूरे शरीर में रक्त प्रवाह (blood flow) के लिए उत्तरदाई है. जानकारी के लिए आपको बता देते हमारा शरीर भी मशीन की तरह ही काम करता है जिसमें दिल का यह काम होता है कि वह हमारे शरीर में मौजूद हमारे खून को शरीर के सभी अंगो में पहुंचाने का कार्य करता है. दोस्तों दिल में खास तौर पर 3 सबसे बड़ी महत्वपूर्ण बीमारियां पाई जाती है जैसे कि Angina, Heart Attack और Cardiac arres
सीने में भारीपन महसूस होना (Chest Heaviness) – जब हमारे शरीर में किसी प्रकार का भारीपन जकड़न या कोई खिंचाव महसूस होता है तो हमें जल्द से जल्द किसी Cardiologist यानी कि दिल के डॉक्टर को दिखाना चाहिए यह एक मुख्य लक्षण हो सकता है.

2.बिना किसी बात के थकान होना (Restlessness) – दोस्तों यदि आप कोई भी काम नहीं करते हैं और बैठे–बैठे या बिलकुल ही 5 साल खत्म होने पर अपने आप को बहुत ज्यादा थकान हो जाती है यह भी दिल के दौरे का एक बहुत बड़ा लक्षण है आप जल्द से जल्द डॉक्टर को दिखाएं.

3.बहुत लंबे समय से खांसी और जुकाम का होना (Long Term Cough and Cold) – दोस्तों यदि आपने से किसी को बहुत ही लंबे समय से लगातार खांसी और जुकाम दोनों है और वह दवाई ले ली पर भी जल्दी से ठीक नहीं हो रही है. आपके परहेज रखने के बावजूद भी यह काबू में नहीं आ रहा है तो आप समझ जाइए कि यह भी दिल की बीमारी से जुड़ा एक कारण हो सकता है. इसका कारण यह है कि हमारे दिल को संपूर्ण मात्रा में ऑक्सीजन (Oxigyn) नहीं मिल पाती है और ऑक्सीजन न मिलने के कारण हमारा Immune System जो कि शरीर को खुद ब खुद ठीक करने के लिए काम करता है

  1. सांस लेने में कठिनाई (Difficulty in Breathing) – यदि आपको किसी प्रकार की सांस लेने में कठिनाई हो रही है तो आप बिल्कुल सतर्क हो जाइए क्योंकि जब आपके दिल में बहुत ज्यादा तनाव हो जाता है तो आप को सांस लेने में कुछ नहीं आनी शुरू हो जाती है आपको सांस लेने में कठिनाई हो या बहुत जल्दी फूल जाता हो या लंबी सांस ना ले सको तो आपको अपने दिल को लेकर सतर्क हो जाना चाहिए. जल्द से जल्द डॉक्टर को दिखाएं और उनके द्वारा बताए गए जरूरी टेस्ट करवाएं.

6. धड़कन का बिना किसी वजह के बढ़ना (Increasing Heatbeat) – यदि आप की धड़कन बिना किसी वजह के यानी कि बिना कोई मेहनत का काम किए बहुत ज्यादा बढ़ जाती है और बार–बार पड़ती रहती है तो यह भी Heart Attack आने का एक प्रारंभिक लक्षण (Early Symptom) है.

यदि किसी इंसान को किसी भीड़ वाली जगह पर Heart Attack आ जाता है तो आप उसे सबसे पहले खुली जगह पर लेकर जाएं या फिर वहां से भिड़ी को जल्द से जल्द हटाए, ताकि वहां पर खुली हवा मरीज को लग सके और ऑक्सीजन की पर्याप्त मात्रा मरीज को मिल सके. साथ ही साथ आपको मरीज को यह हौसला दिलाना होगा कि आपको कुछ भी नहीं हुआ है बिल्कुल साधारण दर्द है और यह है आराम से ठीक हो जाएगा मतलब यह है कि मरीज घबराना नहीं चाहिए. यदि मरीज बंद कमरे में है तो आप उसके सारे खिड़की दरवाजे खोल दें. अंत में सबसे जरूरी काम यह करें कि जल्द से जल्द किसी डॉक्टर का प्रबंध करें या मरीज को डॉक्टर के पास ले जाने का प्रबंध करें.

पुरुषों की तुलना में महिलाओं को ज्यादा खतरा
Journal Heart Rhythm में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक पुरुषों की तुलना में महिलाओं को हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट का खतरा ज्यादा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि रात में सोते समय महिलाओं में कार्डियक अरेस्ट के मामले ज्यादा देखे जा रहे हैं। इसके अलावा European Heart Journal में प्रकाशित एक रिपोर्ट में भी यह कहा गया है कि कोरोना वायरस संक्रमण के दौरान भी हार्ट अटैक की वजह से महिलाओं की मौत ज्यादा हुई है। ऐसे में यह कहा जा रहा है कि आने वाले समय भी कार्डियक अरेस्ट और हार्ट अटैक का खतरा पुरुषों की तुलना में महिलाओं में ज्यादा है।

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