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एक भारत उत्कृष्ट भारत

जीरो कोविड पॉलिसी से ‘हैंग’ हुआ चीन में Apple का प्लांट, कंपनी को यह इंतजार पहुंचा रहा चोट

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डिजिटल भारत l चीन में कोविड-19 पर काबू पाने के लिए शहरों में बार-बार लॉकडाउन लगाया गया है। लॉकडाउन की पाबंदियों से चीन के लोग इस कदर परेशान हैं कि वे इससे बचने के लिए अपनी जान भी जोखिम में डालने को तैयार हैं। ताजा मामला चीन में स्थित दुनिया की सबसे बड़ी एप्पल फैक्ट्री का है। मध्य चीनी शहर झेंग्झौ (Zhengzhou) में बनी iPhone फैक्ट्री में कोरोना लॉकडाउन और संक्रमण के डर से घबराए हुए श्रमिक पलायन कर रहे हैं। लॉकडाउन के चलते फैक्ट्री के अंदर न फंसे रह जाएं इस डर से लोग दीवारें फांद कर भाग रहे हैं। चीनी मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, आने वाले महीनों में Apple के प्रमुख डिवाइस का उत्पादन धीमा हो सकता है।

चीनी मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया की सबसे बड़ी एप्पल फैक्ट्री में 2 लाख से अधिक कर्मचारी काम करते हैं। यह चीन के सेंट्रल हेनान प्रांत के Zhengzhou City में स्थित है। अन्य रिपोर्टों में कहा गया है कि फैक्ट्री के अंदर कुछ समय से हालात बिगड़ते जा रहे थे जिसके बाद लोग वहां से भागने को मजबूर हुए हैं। शहर में कोरोना संक्रमण के मामले सामने आने के बाद फैक्ट्री पर लॉकडाउन का साया मंडरा रहा है। कोरोना ओमिक्रॉन के नए सब-वेरिएंट के बढ़ते खतरे को देखते हुए चीनी सरकार ने देश में फिर से जीरो कोविड पॉलिसी लागू कर रखी है. कई शहरों में लॉकडाउन लगा हुआ है. इस लॉकडाउन और जीरो कोविड पॉलिसी से लोगों के साथ-साथ कंपनियों को भी नुकसान पहुंच रहा है. इसी कड़ी में मोबाइल की दिग्गज कंपनी Apple का कहना है कि कोविड प्रतिबंधों की वजह से चीन स्थित उसके प्लांट में iPhone का उत्पादन कम हो गया है. इस वजह से उसके प्रोडक्ट की शिपमेंट प्रभावित हो रही है.
सबसे लेटेस्ट मॉडल की बिक्री पर ज्यादा असर

ऐपल ने ये भी कहा है कि उत्पादन प्रभावित होने से आईफोन 14 मॉडल भी कम बन पा रहा है. इससे मार्केट में उसकी उपलब्धता पर अशर पड़ रहा है. लोगों को इसकी बुकिंग के लिए इंतजार करना पड़ रहा है. कंपनी को यह इंतजार काफी चोट पहुंचा रहा है. दरअसल, Apple पहले ही बढ़ती मुद्रास्फीति और ब्याज दरों के कारण खर्च में कटौती से पस्त है.
कई कंपनियों ने चीन में बंद किया काम

बता दें कि चीन के मौजूदा हालात ठीक नहीं हैं. जीरो कोविड पॉलिसी की वजह से वहां सबकुछ ठप होता दिख रहा है. लोग सरकार के विरोध में आवाज उठाने लगे हैं, लेकिन शी जिपिंग ने इस पॉलिसी को हटाने से इनकार कर दिया है. इस बीच चीन में खराब हालात की वजह से एस्टर लॉडर कंपनी इंक और कनाडा गूज होल्डिंग्स इंक सहित कई वैश्विक फर्मों ने चीन में अपने स्टोर बंद करने और पूरे साल कटौती करने का फैसला किया है. कई और कंपनियां चीन से अपना कारोबार समेटने की तैयारी कर रही हैं.
Apple ने रविवार को दी जानकारी

चीन के मौजूदा संकट को लेकर ऐपल ने रविवार को एक बयान जारी करते हुए कहा, ‘उनके प्लांट में काफी कम क्षमता पर काम हो रहा है, इससे उनका उत्पादन काफी कम हो गया है. हालांकि कंपनी ने ये नहीं बताया कि उत्पादन कितना प्रभावित हुआ है.

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शहर के व्यस्तम क्षेत्र गोरखपुर में अतिक्रमण हटाने की गई कार्रवाई : जबलपुर

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जबलपुर। शहर के प्रमुख बाजार क्षेत्र गोरखपुर में सड़क तक काबिज अतिक्रमणों को हटाने की कार्रवाई शनिवार को की गई। नगर निगम के अतिक्रमण निरोधक दस्ते ने गोरखपुर चौराहे पर खड़े सब्जी, फल के ठेले टपरों को हटाकर हाकर जोन में व्यस्थित कराया। इसी तरह टीन शेड बढ़ाकर सड़क तक दुकान बढ़ाने वालों के खिलाफ कार्रवाई कर टीन शेड भी हटाए गए। ठेले-टपरों को हटाते हुए ये चेतावनी भी दी गई कि दोबारा अतिक्रमण करते पाए जाने पर सामान जब्त कर लिया जाएगा।

  निगमायुक्त आशीष वशिष्ठ के निर्देशानुसार आज अतिक्रमण शाखा के द्वारा यातायात में बाधक अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही की गयी। सहायक आयुक्त शिवांगी महाजन एवं सहायक अतिक्रमण निरोधक अधिकारी सागर बोरकर, ने बताया कि आज व्यवस्तम क्षेत्र गोरखपुर बाजार एवं मुख्य मार्ग में सब्जी व्यवसाय करने वालों को व्यवस्थित किया गया तथा टीन शेड हटाये गए साथ ही साथ अन्य स्थानों के भी ठेलो टपरों को हटाने की कार्यवाही की गयी। कार्यवाही के समय अतिक्रमण दस्ता टीम उपस्थित रहीं।

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आज लगेगा साल का आखरी ग्रहण जाने कब और कहा दिखाई देगा

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8 नवंबर 2022 को साल का आखिरी व दूसरा चंद्र ग्रहण लगेगा। ये चंद्र ग्रहण भारत में नजर आएगा। हिंदू पंचांग के अनुसार, इस दिन कार्तिक मास की पूर्णिमा तिथि भी है। कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को देव दीपावली भी मनाई जाती है। लेकिन इस साल पूर्णिमा तिथि पर चंद्रग्रहण लगने के कारण देव दीपावली एक दिन पहले यानी सात नवंबर को मनाया जाएगा।भारत में साल का आखिरी व दूसरा चंद्र ग्रहण गुवाहाटी, रांची, पटना, सिलिगुड़ी और कोलकाता समेत देश की राजधानी दिल्ली में भी दिखाई पड़ेगा। चंद्र ग्रहण भारत में दिखने के कारण इस अवधि में विशेष सावधानी बरतनी होगी।

  1. इस दौरान किसी भी शुभ कार्य को नहीं करना चाहिए और न ही भगवान की मूर्तियों को स्पर्श करना चाहिए।
  2. ग्रहण के दौरान तुलसी के पौधे को नहीं छूना चाहिए और सूतक काल में तुलसी के पत्ते नहीं तोड़ने चाहिए।
  3. ग्रहण समाप्त होने के बाद ही भोजन करना चाहिए।
  4. गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के दौरान घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए और न ही सोना चाहिए।
  5. ग्रहण के दौरान तेल लगाना, कपड़े धोना और ताला खोलना आदि काम नहीं करने चाहिए

रांची : शाम 5:07 बजे से शाम 6:18 बजे तक
पटना : शाम 5:05 बजे से शाम 6:18 बजे तक
कोलकाता : शाम 4:56 बजे से शाम 6:18 बजे तक
भुवनेश्वर : शाम 5:10 बजे से शाम 6:18 बजे तक
रायपुर : शाम 5:25 बजे से शाम 6:18 बजे तक
नई दिल्ली : शाम 5:32 बजे से शाम 6:18 बजे तक
ईटानगर : शाम 4:28 बजे से शाम 6:18 बजे तक
गुवाहटी : शाम 4:37 बजे से शाम 6:18 बजे तक
विशाखापट्टनम : शाम 5:24 बजे से शाम 6:18 बजे तक
गंगटोक : शाम 4:48 बजे से शाम 6:18 बजे तक
प्रयागराज : शाम 5:18 बजे से शाम 6:18 बजे तक
जे तक
अहमदाबाद : शाम 6:00 बजे से शाम 6:18 बजे तक
चेन्नई : शाम 5:42 बजे से शाम 6:18 बजे तक
हैदराबाद : शाम 5:44 बजे से शाम 6:18 बजे तक
उज्जैन : शाम 5:47 बजे से शाम 6:18 बजे तक
जोधपुर : शाम 5:53 बजे से शाम 6:18 बजे तक
पुणे : शाम 6:01 बजे से शाम 6:18 बजे तक
सूरत : शाम 6:02 बजे से शाम 6:18 बजे तक
जामनगर : शाम 6:11 बजे से शाम 6:18 बजे तक
तिरुवनन्तपुरम : शाम 6:02 बजे से शाम 6:18 बजे तक
मुंबई : शाम 6:05 बजे से शाम 6:18 बजे तक
पणजी : शाम 6:06 बजे से शाम 6:18 बजे तक
श्रीनगर: श्रीनगर में ग्रहण का चंद्रमा लगभग 66 प्रतिशत अस्पष्टता के साथ शाम 05 बजकर 31 मिनट से क्षितिज से ऊपर उठेगा।

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सर्दियों में अपनी डाइट में शामिल करे इस चीजों का सेवन – टिप्स फॉर विंटर

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डिजिटल भारत l सर्दियों के मौसम आते ही लोग अपने भोजन में बहुत तरह के बदलाव करना शुरू कर देते है। जैसे ठंडी चीजे की तरह गर्म खाना केवल पसंद करते है। सर्दियों में भारत में हरी सब्जियों की पैदावार अधिक होती है, जिसके कारण लोग अधिकतर हरी सब्जिया लेना सही समझते है। हरी सब्जिया में भरपूर मात्रा में विटामिन और खनिज होता है जो कई तरह के रोगो से बचाने का काम करती है। इसके अलावा हरी सब्जिया हड्डिया की कमजोरी व आयरन की कमी को दूर करने में मदद करता है। अक्सर लोग समझते है, भोजन में थोड़ा धनिया डालने से एंटीऑक्सीडेंट की पूर्ति कर सकते है। लेकिन यह संभव नहीं है, क्योंकि हरी पत्तेदार सब्जियों में अधिक मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट एव कैल्शियम, फाइबर होता है। इसलिए सर्दियों में मौसमी सब्जियों का आंनद लेना चाहिए। इस लेख में सर्दिया के मौसम में हरी सब्जियों के फायदे के बारे में विस्तार से बतायेंगे।


मेथी – मेथी के बीज घरेलु उपचार के लिए उपयोग किये जाते है, उसी तरह मेथी की पत्तिया सेहत के लिए फायदेमंद है। इसमें घुलनशील फाइबर, कैल्शियम, मैग्नीशियम, आयरन भरपूर मात्रा होता है। इसमें अच्छी मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है। मेथी की पत्तिया स्तनपान वाली महिलाओं के दूध उत्पादक उत्पन्न करता है। इसके अलावा मेथी पुरुषो में होने वाले टेस्टोटेरियन के स्तर को बढ़ाता है। डायबिटीज के मरीज के लिए मेथी जड़ी बूटी की तरह काम करता है।


सरसो का साग – सरसो के साग और मक्के की रोटी का नाम अपने कई पंजाबियो से सुना होगा। सर्दियों में सरसो के साग और मक्के की रोटी के साथ थोड़ा धी डालकर सेवन करना स्वाद को दुगना करता है। सरसो की पत्तिया में विटामिन ए, सी, ई, और के उपस्थित है। इसके अलावा कैल्शियम, मैग्नीशियम, मेगनीज, जिंक, घुलनशील फाइबर है। यह पाचन शक्ति को मजबूत कर कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में मदद करता है।


बथुआ – सर्दियों के मौसम में बथुआ की पैदावार अधिक होती है। बथुआ को उत्तर प्रदेश, बिहार, बंगाल व राजस्थान में बहुत चाव से खाया जाता है। बथुआ पत्तियों वाली सब्जी है, इसमें उच्च मात्रा में विटामिन ए, सी व बी काम्प्लेक्स है। इसके अलावा आयरन, कैल्शियम, पोटेशियम, फास्फोरस्क होता है। यह हड्डियों को मजबूत बनाने में एव लिवर के स्वास्थ्य को बेहतर करता है।


हल्दी – हल्दी में अनेको औषधीय गुणों का समावेश होता है जो कई तरह के रोगो की रोकथाम करने में मदद करता है। इसमें अच्छी मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट, एन्टीबैक्टिरीयल व एंटी बायोटिक गुण मौजूद होता है, यह शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करता है। हल्दी की पत्तिया अधिक लाभदायक होती है। यह


बदलता मौसम अपने साथ कई प्रकार की बीमारियों जैसे सर्दी, जुकाम, खांसी और बुखार आदि को भी साथ में लेकर आता है। इस सब से बचने के लिए आपको ठंड के मौसम में क्या खाना चाहिए इसकी जानकारी होना बहुत आवश्यक है।

सर्दी के मौसम में केवल गर्म कपड़े पहनकर ठंड से नहीं बचा जा सकता। ठंड से बचने के लिए शरीर की अंदरूनी गर्मी जरूरी होती है, जो हमें किसी स्वेटर, शॉल या जैकेट से नहीं, बल्कि स्वस्थ भोजन खाने से मिलती है।

शीतकालीन भोजन यानि विंटर फूड में आपको शहद का सेवन करना चाहिए। यह अनेक प्रकार के पोषक तत्वों से भरा हुआ है जो आपके शरीर को ऊर्जा देता है। शहद प्राकृतिक रूप से गर्म होता है। नियमित रूप से इसका सेवन करने से शरीर में गर्माहट आ जाती है और ठंड कम लगती है। इसी वजह से गर्मियों में कभी भी शहद खाने की सलाह नहीं दी जाती। यह आपको सर्दी, जुकाम और फ्लू से दूर रखता है। इसलिए सर्दियों में सुबह एक गिलास गर्म पानी में एक चम्मच शहद डालकर पीएं।

शुद्ध देसी घी कई प्रकार के पोषक तत्वों से भरा होता है जो हमारे शरीर के लिए बहुत आवश्यक होते है। ठंड में घी खाने से आपकी सेहत को बहुत फायदा पहुंचता है। हालांकि, कई लोगों को लगता है कि घी मोटापा बढ़ाता है, लेकिन ये भी सच है कि ठंड के दिनों में शरीर को गर्माहट देने के लिए यह बहुत अच्छा है। रोजाना 15 ग्राम घी का सेवन आप किसी भी रूप में कर सकते हैं। चाहे, रोटी पर लगाकर या सब्जी में इसका इस्तेमाल किया जा सकता है। शरीर को गर्माहट देने के साथ ही यह सर्दियों में स्किन को ड्राय होने से भी बचाता है।

सर्दियों ने बॉडी को गर्म रखने के लिए आप गुड़ का सेवन करें यह आपके लिए फायदेमंद होता है। आपने देखा होगा कि सर्दियों में गुड़ की मांग बढ़ जाती है। ऐसा यूं ही नहीं होता, बल्कि अपने कई गुणों के कारण सर्दियों में गुड़ बहुत फायदा करता है। ये न सिर्फ आपकी पाचन क्रिया को दुरूस्त रखता है, बल्कि मौसम सर्दी-जुकाम व खांसी से आपको बचाता है। इसमें मैग्नीशियम, पोटेशियम, आयरन होने के कारण यह माइग्रेन, अस्थमा के अलावा कफ की समस्या से भी निजात दिलाता है। सर्दियों में अगर कफ जम जाए, तो गुड़ को अदरक के साथ जरूर खाएं।

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पूर्व प्रधानमंत्री इमरान के प्रेस कॉन्फ्रेंस के प्रसारण पर लगी रोक : पाकिस्तान

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पाकिस्तान l इंडियन एक्सप्रेस ने पाकिस्तानी अख़बार डॉन के हवाले से लिखा है कि पाकिस्तान इलेक्ट्रॉनिक मीडिया एंड रेगुलेटरी अथॉरिटी (पीइएमआरए) ने न्यूज़ चैनलों को नोटिफ़िकेशन जारी करते हुए चेतावनी दी है कि आदेश के उल्लंघन के मामले में वह चैनल का प्रसारण लाइसेंस निलंबित कर देगा. ऐसा करने से पहले चैनल को कारण बताओ नोटिस भी जारी नहीं किया जाएगा.

नियामक ने इससे पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में इमरान ख़ान की ओर से की गई टिप्पणियों को “घृणित, निंदनीय और अपशब्द” बताया है.

नोटिफ़िकेशन में कहा गया है कि इमरान ख़ान ने “देश की संस्थानों के ख़िलाफ़ हत्या की साज़िश करने का आधारहीन आरोप लगाया हैं.”
बीते दिनों पीटीआई प्रमुख इमरान ख़ान पर गोली चलाई गई थी. फ़ायरिंग में उनके पैर में गोली लगी है. उन पर उस वक़्त गोली चलाई गई, जब वह वज़ीराबाद शहर में लॉन्ग मार्च की अगुआई कर रहे थे.

पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट ने इमरान खान के प्रदर्शन पर रोक लगाने से इनकार कर दिया है

इमरान ख़ान ने हमले के बाद शुक्रवार को अपनी पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस में पीएम शहबाज़ शरीफ़, गृहमंत्री राणा सनाउल्लाह ख़ान और पाकिस्तानी ख़ुफ़िया एजेंसी आईएसआई के एक वरिष्ठ अधिकारी मेजर जनरल फ़ैसल नसीर हत्या की साज़िश का आरोप लगाया है. इसके साथ ही उन्होंने मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है.

इसके साथ ही उन्होंने पाकिस्तान के मुख्य न्यायाधीश उमर अता बंदियाल से न्याय की अपील की है.

पाकिस्तान के उच्चतम न्यायालय ने बृहस्पतिवार को सरकार की उस याचिका को खारिज कर दिया, जिसमें पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान द्वारा नियोजित सरकार विरोधी प्रदर्शन के खिलाफ निर्देश जारी करने का आग्रह किया गया था।

बहरहाल, उच्चतम न्यायालय ने सरकार को कानून एवं व्यवस्था पर नियंत्रण करने के लिए ‘‘खुली छूट” दी और आगाह किया कि अगर किसी भी पक्ष ने अदालत के आदेशों का उल्लंघन किया तो वह हस्तक्षेप करेगा।

संघीय सरकार ने खान की पार्टी के ‘‘आजादी मार्च” के संबंध में अदालत के 25 मई के आदेश का उल्लंघन करने के लिए उनके खिलाफ अदालत की अवमानना की कार्यवाही शुरू करने के वास्ते गत सप्ताह उच्चतम न्यायालय का रुख किया था। सरकार ने इसी याचिका में खान को नियोजित प्रदर्शन मार्च के जरिए कानून एवं व्यवस्था की स्थिति बिगड़ने से रोकने का आदेश देने का अनुरोध किया।

उच्चतम न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश उमर अता बंदियाल की अगुवाई वाली पांच सदस्यीय पीठ ने याचिका पर सुनवाई की। न्यायालय ने नियोजित प्रदर्शन के संबंध में कोई आदेश देने से इनकार कर दिया है। हालांकि, यह प्रदर्शन अभी तक नहीं हुआ है।

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पूर्व पीएम इमरान खान ने सेना और सरकार पर लगाए आरोप बौखला गई पाकिस्तान की सेना :पाकिस्तान

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डिजिटल भारत l खुद पर हुए जानलेवा हमले के बाद पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान ने सेना और सरकार पर जो आरोप लगाए हैं, उससे पाकिस्तान की सेना बौखला गई है. पाकिस्तानी सेना ने सरकार से पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के प्रमुख इमरान खान के खिलाफ एक वरिष्ठ सैन्यकर्मी को बदनाम करने के लिए कानूनी कार्रवाई शुरू करने को कहा है. अपनी हत्या की कोशिश की साजिश में सेना के एक वरिष्ठ कर्मी के शामिल होने के इमरान खान के आरोपों का जवाब देते हुए खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (डीजी आईएसपीआर) के महानिदेशक ने कहा कि पीटीआई के अध्यक्ष द्वारा संस्था और विशेष रूप से एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी के खिलाफ लगाए गए आरोप निराधार और गैर-जिम्मेदाराना हैं.

इमरान खान को गुरुवार को पंजाब प्रांत में वजीराबाद में अपने लॉन्ग मार्च के दौरान चार गोलियां लगी थीं. उनके पैर में चोटें आई हैं और उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. खान का मानना है कि प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, देश के गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह और आईएसआई के मेजर जनरल फैसल के इशारे पर उन पर गोलियां चलाई गईं. इमरान खान के दावों का खंडन करते हुए डीजी आईएसपीआर ने एक कहा कि पाकिस्तानी सेना एक बेहद पेशेवर और अच्छी तरह से अनुशासित संगठन होने के लिए गर्व करती है. जिसमें एक मजबूत और अत्यधिक प्रभावी आंतरिक जवाबदेही प्रणाली है. जो गैर-कानूनी कामों पर रोकथाम के लिए पूरी सेना में लागू है.

पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान पर हमले के बाद, सड़कों पर भीड़ ने उतरकर प्रदर्शन किया. इसके बाद पुलिस ने आंसूगैस और बल का प्रयोग किया, और कई गिरफ्तारियां कीं. इमरान पर हुए हमले के बाद पाकिस्तान में विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गए हैं. पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के समर्थकों ने लाहौर में गवर्नर हाउस के बाहर टायर जलाए. सूत्रों ने कहा कि इस्लामाबाद में गोलियों की आवाज सुनी गई है.

प्रदर्शनकारी इमरान खान के समर्थन में नारेबाजी कर रहे हैं. सूत्रों ने बताया कि कई लोगों ने सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा पर भी निशाना साधा है और उन्हें ‘डॉग’ जैसे नाम दिए हैं. PTI कराची, इस्लामाबाद, लाहौर, मुल्तान, क्वेटा और पेशावर सहित पूरे पाकिस्तान के सभी प्रमुख शहरों में प्रदर्शन कर रही है. सूत्रों ने कहा कि पार्टी समर्थकों ने रावलपिंडी, पेशावर, लाहौर, मुल्तान, कराची और अन्य शहरों में मुख्य सड़कों को अवरुद्ध कर दिया. उन्होंने एक दिन पहले कथित हत्या के प्रयास के खिलाफ रावलपिंडी के फैजाबाद इंटरचेंज में विरोध प्रदर्शन किया.

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सुप्रीम कोर्ट ने रेप केस में टू फिंगर टेस्ट करने पर रोक, कोर्ट ने कहा कि ऐसा करने वालों को दोषी माना जाएगा

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दरअसल, इस टेस्ट प्रक्रिया के दौरान जो गतिविधियां की जाती हैं, वो पीड़िता के साथ दोबारा रेप करने जैसी होती है. इस वजह से सर्वोच्च अदालत को इसे बैन करना पड़ा है.

जैसा कि इसके नाम से ही जाहिर है, इस टेस्ट में कोई डॉक्टर किसी महिला के प्राइवेट पार्ट में उंगली डालकर यह बताने का दावा करता है कि वह महिला सेक्सुअली एक्टिव है या नहीं। यानी वह महिला नियमित यौन संबंध बनाती है या नहीं।

ये हाथों से जांच की एक पुरानी प्रक्रिया है। आमतौर पर यह माना जाता है कि किसी महिला का टू फिंगर टेस्ट पॉजिटिव आता है तो वह सेक्सुअली एक्टिव है। इसके उलट अगर पॉजिटिव नहीं आता है तो वह सेक्सुअली एक्टिव नहीं है।

रेप केस की पुष्टि के लिए किए जाने वाले टू फिंगर टेस्ट के इस्तेमाल पर देश की सर्वोच्च अदालत ने पाबंदी लगा दी है. कोर्ट ने सख्त लहजे में कहा है कि रेप केस की जांच की ये प्रक्रिया गैर कानूनी है, इसे करने वाल शख्स भी बराबर का दोषी है. ऐसे में जो भी ये जांच करते हुए पकड़ा जाए, उसके खिलाफ आईपीसी की संबंधित धाराओं में कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए. जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ और जस्टिस हेमा कोहली की बेंच ने भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय को निर्देशित किया है कि यह सुनिश्चित किया जाए कि किसी भी स्थिति में किसी रेप पीड़िता का टू फिंगर टेस्ट न हो सके. इसके साथ ही कोर्ट ने इस पर दुख भी जताया कि ये अमानवीय जांच आज तक जारी रही है.

 झारखंड हाईकोर्ट ने राज्य सरकार बनाम शैलेंद्र कुमार राय के केस में ‘टू फिंगर टेस्ट को आधार मानते हुए रेप और हत्या के आरोपी को बरी कर दिया था। अब सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट के फैसले को पलटकर आरोपी को दोषी माना है। साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने मेडिकल कॉलेजों में पढ़ाई जाने वाली सिलेबस से ‘टू-फिंगर टेस्ट’ को हटाने का भी आदेश दिया है।

कोर्ट ने कहा, ‘यह मानना गलत है कि सेक्सुअल तौर पर एक्टिव महिला का रेप नहीं किया जा सकता है। टू फिंगर टेस्ट सेक्सिस्ट और पितृसत्तात्मक है।’ सर्वोच्च न्यायालय ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि रे पीड़ित महिलाओं का आगे से टू फिंगर टेस्ट नहीं होनी चाहिए।

यहां सवाल ये खड़ा होता है कि ये टू फिंगर टेस्ट क्या है? इस टेस्ट में ऐसा क्या है, जिसे लेकर सुप्रीम कोर्ट इतनी सख्त नजर आ रही है? अभी तक इस टेस्ट का इस्तेमाल क्यों किया जा रहा था? आइए सबसे पहले ये जानते हैं कि ये टेस्ट क्या है. दरअसल, रेप पीड़िता द्वारा पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराने के बाद सबसे पहले मेडिकल के लिए ले जाया जाता है. इस दौरान कई तरह के टेस्ट किए जाते हैं, ताकि ये साबित किया जा सके कि उक्त पीड़िता के साथ बलात्कार हुआ है या नहीं? इसी दौरान टू फिंगर टेस्ट सबसे ज्यादा किया जाता है. चूंकि इस टेस्ट को करना आसान है. इसे मैन्युअली चेक करने के तुरंत बाद ही जांचकर्ता नतीजे पर पहुंच जाता है. समय ज्यादा नहीं लगता है.

डॉक्टर पीड़िता के प्राइवेट पार्ट में दो उंगली डालकर टेस्ट

टू फिंगर टेस्ट के दौरान अस्पताल में डॉक्टर रेप पीड़िता के प्राइवेट पार्ट में अपनी दो उंगली डालकर टेस्ट करते हैं. इसके जरिए ये पता करने की कोशिश की जाती है कि पीड़िता वर्जिन है या नहीं. यदि जांच के दौरान पीड़िता के प्राइवेट पार्ट में डॉक्टर की उंगलियां आसानी से चली जाती हैं तो ये माना जाता है कि वो वर्जिन नहीं है. इसी आधार पर डॉक्टर अपनी रिपोर्ट दे देता था. लेकिन आज के जमाने में जब वर्जिनिटी कोई विषय नहीं रह गई है, तब इस तरह के टेस्ट से रेप का पता करना अमानवीय ही नहीं निजता का हनन भी है. यहां तक कि इसे वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी सही नहीं पाया गया है. यही वजह है कि इस जांच प्रक्रिया की लंबे समय से बहुत ज्यादा आलोचना होती रही है.

पीड़िता संग दोबारा रेप करने जैसा

सही मायने में देखा जाए तो टू फिंगर टेस्ट रेप के बाद पीड़िता के साथ दोबारा रेप करने जैसा है. आईपीसी की धारा 376 के तहत रेप तभी माना जाता है जब किसी महिला के साथ जबरन शारीरिक संबंध बनाया जाए. इस दौरान सेक्शुअल ऑर्गन में पेनेट्रेशन होना जरूरी है. इस तरह टू फिंगर टेस्ट के दौरान भी ऊंगलियों के जरिए पेनेट्रेशन किया जाता है. ये भले ही पीड़िता की मूक सहमति या मजबूरी का फायदा उठाकर किया जाता है, लेकिन उनके साथ बार-बार रेप करने जैसा है. आईपीसी की धारा 375 के तहत कोई पति भी अपनी पत्नी की इच्छा के खिलाफ जाकर उसके साथ यौन संबंध बनाता है, तो उसे रेप की कैटेगरी में रखा जाता है. इसमें सजा का प्रावधान वही है, जो कि धारा 376 में है.

टू फिंगर टेस्‍ट पीड़िता को शारीरिक-मानसिक चोट पहुंचाता

ऐसा पहली बार नहीं है जब सुप्रीम कोर्ट ने इस टेस्ट पर बैन लगाया है. इससे पहले 2013 में लिलु राजेश बनाम हरियाणा राज्‍य के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने टू फिंगर टेस्‍ट को असंवैधानिक करार दिया था. कोर्ट ने इसे रेप पीड़‍िता की निजता और उसके सम्‍मान का हनन करने वाला करार देते हुए कहा था कि यह शारीरिक और मानसिक चोट पहुंचाने वाला है. यह टेस्‍ट पॉजिटिव भी आ जाए तो नहीं माना जा सकता है कि संबंध सहमति से बने हैं. सुप्रीम कोर्ट के बैन के बाद भी शर्मिंदा करने वाला यह टू फिंगर टेस्‍ट होता रहा है. 2019 में ही करीब 1500 रेप सर्वाइवर्स और उनके परिजनों ने कोर्ट में शिकायत की थी. इसमें कहा गया था कि देश की सर्वोच्‍च न्यायालय के आदेश के बावजूद यह टेस्‍ट हो रहा है. इस याचिका में टेस्‍ट को करने वाले डॉक्‍टरों का लाइसेंस कैंसिल करने की मांग की गई थी. 2014 में भारत ने भी इसे अवैज्ञानिक बताते हुए एक गाइडलाइन जारी की थी.

इसे बंद करें’ टू फिंगर टेस्‍ट

सुप्रीम कोर्ट ने एक रेप केस में अपना फैसला सुनाते हुए कहा है, “कोर्ट ने रेप केस में टू फिंगर टेस्ट नहीं करने का कई बार आदेश दिया है. इसका कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है. इसके बजाय यह महिलाओं को बार-बार रेप की तरह ही प्रताड़ित करता है. यह टेस्ट गलत धारणा पर आधारित है कि एक सेक्शुअली एक्टिव महिला का बलात्कार नहीं किया जा सकता है. एक पीड़िता की गवाही का संभावित मूल्य उसके यौन इतिहास पर निर्भर नहीं करता है. यह सुझाव देना पितृसत्तात्मक और सेक्सिस्ट है कि एक महिला पर विश्वास नहीं किया जा सकता है जब वह कहती है कि उसके साथ केवल इसलिए बलात्कार किया गया क्योंकि वह सेक्सुअली एक्टिव है. इसे मेडिकल पाठ्यक्रम से भी हटा दिया जाना चाहिए.”

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It is known to the public at large Shri Sanjeev Singh celebrity designer had planned to organize an event in Dubai on 06 Aug 2022 to 12 Aug 2022 under the name of Fashion Runway Night and invited to the varlous contestants payment but unfortunately due to unavoidable circumstances and lack of cooperation by the team of Dubai, event could not organized as per schedule and the same was postponed for any convenient date and time. T+ is pertinent to mention here that the contestants who had deposited participation fee shall not be returned in any condition as per the Rules and Requlation of Dubai team. It is further known to the public at large that the contestants who have filed their form of participation are requested to wait for fresh schedule of event and not to make any complaint against my client failing which they shall be responsible for cost, risk and consequences. A. K. DANISH navocaro . DELHI HIGH COURT Ch. No. K-35, Tis Hazari, Delhi-54 [email protected] Mobile No • 9810706377 A.K. DANISH

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भव्य- दिव्य मंदिर प्रांगण में भ्रमण : पूज्य गुरुजी जगद्ग़ुरु सुखानंद द्वाराचार्य स्वामी राघव देवाचार्य जी के साथ मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान

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डिजिटल भारत l विश्व प्रसिद्ध बाबा महाकाल के आंगन में बना श्री महाकाल लोक का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथो हुआ। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाकाल का पूजन भी किया। वे जनसभा को भी संबोधित करेंगे।
श्री महाकालेश्वर भव्य- दिव्य मंदिर प्रांगण में के ऐतिहासिक लोकार्पण के पश्चात दिव्य व अलौकिक लोक का पूज्य गुरुजी जगद्ग़ुरु सुखानंद द्वाराचार्य स्वामी राघव देवाचार्य जी के साथ मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान जी ने भ्रमण किया।
शिवराज सिंह ने कहा कि आज से महाकाल कॉरिडोर श्री महाकाल लोक के नाम से जाना जायेगा. उन्होंने कहा कि नर्मदा को स्वच्छ बनाने के लिए फैक्ट्रियों के प्रदूषित जल को डायवर्ट किया जा रहा है.
श्री महाकाल जी के आशीर्वाद से उज्जैन्निय नगरी में भारतीय अध्यात्म व सनातन संस्कृति के इस विशालतम केंद्र एवं कलाकारों की अद्भुत कलाकारीता को देख कर आह्लादित हूँ।


उज्जैन स्थित ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर मंदिर श्री महाकाल लोक में प्रवेश के लिए बुधवार को चार नए रास्ते खोल दिए गए। अधिकांश लोगों ने मंदिर के दक्षिण क्षेत्र में बने ‘श्री महाकाल लोक’ के नंदी द्वार से प्रवेश कर अवंतिकानाथ के दर्शन किए। भीतर जाकर श्रद्धालुओं ने आनंद और उल्लास की अनुभूति की, मगर गर्भगृह में विराजित भगवान महाकालेश्वर के दर्शन करने में उन्हें घंटाभर अधिक लगा।


शीघ्र दर्शन के लिए पुराने रास्ते भी रहेंगे खुले
उन्होंने बताया कि शीघ्र दर्शन के लिए पुराने पांच रास्ते भी पूर्ववत चालू हैं। जिन श्रद्धालुओं को शीघ्र दर्शन करना हैं वे पुराने परंपागत पांच मार्गों में से कोई एक से आएं और जिन्हें मंदिर परिसर के नवविस्तारित क्षेत्र का अवलोकन करना है, वे त्रिवेणी संग्रहालय के सामने से नंदी द्वार के रास्ते आएं।
पहली बार धार्मिक नगरी उज्जैन में हो रही मध्य प्रदेश कैबिनेट की बैठक में एक बहुत ही अद्भुत नजारा देखने को मिला.

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स्वैग वाला गरबा का भव्य समापन

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जबलपुर 11 / 10 / 2022

डिजिटल भारत न्यूज़ एवं टेम्पटेशन इवेंट के तत्वाधान में शहनाई मैरिज गार्डन में आयोजित होने वाले स्वैग वाला गरबा के आयोजन का कल शाम भव्य समापन हो गया। त्रिदिवसीय चलने वाले इस गरबा महोत्सव में जबलपुर एवं अन्य शहरों से आने वाले प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। जबलपुर शहर की जनता एवं कई बड़ी हस्तियों ने भी इस कार्यक्रम में शिरकत की। कार्यक्रम के समापन पर माँ भवानी की आराधना आरती से कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया इसके उपरांत प्रतिभागियों भक्ति गरबा गीतों पर मनमोहक प्रस्तुतियां दी गयी। इस मोके पर जगतगुरु स्वामी राघव देवाचार्य जी ,साध्वी ज्ञानेश्वरी दीदी, साध्वी संपूर्णा दीदी , श्री पगला नंद स्वामी जी धूनी वाले बाबा के दरबार से , साध्वी शिरोमणि दीदी , श्रीमान संजय यादव जी , वरिष्ठ समाजसेवी कमलेश शर्मा जी , अशोक रोहाणी, विजय चौकसे , जय यादव उपाध्यक्ष पिछड़ावर्ग, आदि मौजूद रहे।

कार्यक्रम के संचालक प्रमोद पटेल ने बताया की उनकी टीम कार्यक्रम के तैयारियों किस प्रकार मौसम के व्यवधान के बीच महोत्सव को सफल बनाने में अपना योगदान किया। इस वर्ष शहर की भव्य सुंदर और विशेष साजसज्जा के लिए शहर की 51 दुर्गा पंडाल समितियों को भी सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम के लिए गरबे के तीसरे दिन प्रतिभागियों को पुरस्कारों का वितरण किया गया रोशनी गुप्ता को बेस्ट स्माइल, विष्णु राय को बेस्ट स्टेप गरबा, तानी बेस्ट आईज,शिखा बेस्ट गरबा, ओजस्विनी चौधरी, मीनल रैकवार , ओजस्विनी चौधरी लक्षिता चौधरी को किड्स कैटेगरी , सौरभ पटेल, साक्षी तिवारी, प्रियांश शर्मा शिवेश अग्रवाल व हर्षिता प्यासी जैसे अन्य प्रतिभागियों को बहुत से पुरस्कार प्राप्त हुए इसके आलावा सभी प्रतिभागियों को विशेष उपहार भी दिए गए। आगे श्री प्रमोद जी ने बताया की किस प्रकार हमने प्रशासन की गाइड लाइन को मद्देनजर रखते हुए कार्यक्रम को किसी भी प्रकार की बाधा से परे रखते हुए कार्यक्रम को सफल बनाया
सेल न्यूज संचालक विजय चौकसे जी, अभिषेक उद्यानी , प्रशांत मिश्रा , आशुतोष शुक्ला कार्यक्रम की रूपरेखा व्यवस्थाएं संभाली व लवली चौकसे पटेल ने शानदार मंच व कार्यक्रम का संचालन किया। कार्यक्रम में रसना बज फूड पार्टनर रहे एवं डिजिटल डैडी डिजिटल व सोशल मीडिया पार्टनर बने।

जबलपुर से आशुतोष शुक्ला की रिपोर्ट –

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