DIGITAL BHARAT

एक भारत उत्कृष्ट भारत

रिसोर्ट मे शादियां नई सामाजिक बीमारी, हर रस्म में होता है…. स्टैंडर चैक

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डिजिटल भारत l सामाजिक भवन अब उपयोग में नहीं लाए जाते हे,
शादी समारोह हेतु यह सब बेकार हो चुके हैं
कुछ समय पहले तक शहर के अंदर मैरिज हॉल मैं शादियां होने की परंपरा चली परंतु वह दौर भी अब समाप्ति की ओर है!
अब शहर से दूर महंगे रिसोर्ट में शादीया होने लगी है!
शादी के 2 दिन पूर्व से ही ये रिसोर्ट बुक करा लिया जाते हैं और शादी वाला परिवार वहां शिफ्ट हो जाता है
आगंतुक और मेहमान सीधे वही आते हैं और वहीं से विदा हो जाते हैं।
जिसके पास चार पहिया वाहन है वही जा पाएगा,
दोपहिया वाहन वाले नहीं जा पाएंगे
बुलाने वाला भी यही स्टेटस चाहता है

और वह निमंत्रण भी उसी श्रेणी के अनुसार देता है
दो तीन तरह की श्रेणियां आजकल रखी जाने लगी है
किसको सिर्फ लेडीस संगीत में बुलाना है !
किसको सिर्फ रिसेप्शन में बुलाना है !
किसको कॉकटेल पार्टी में बुलाना है !
और किस वीआईपी परिवार को इन सभी कार्यक्रमों में बुलाना है!!
इस आमंत्रण में अपनापन की भावना खत्म हो चुकी है!
सिर्फ मतलब के व्यक्तियों को या परिवारों को आमंत्रित किया जाता है!!

महिला संगीत में पूरे परिवार को नाच गाना सिखाने के लिए महंगे कोरियोग्राफर 10-15 दिन ट्रेनिंग देते हैं!
मेहंदी लगाने के लिए आर्टिस्ट बुलाए जाने लगे हैं
मेहंदी में सभी को हरी ड्रेस पहनना अनिवार्य है जो नहीं पहनता है उसे हीन भावना से देखा जाता है लोअर केटेगरी का मानते हैं

फिर हल्दी की रस्म आती है
इसमें भी सभी को पीला कुर्ता पजामा पहनना अति आवश्यक है इसमें भी वही समस्या है जो नहीं पहनता है उसकी इज्जत कम होती है

इसके बाद वर निकासी होती है
इसमें अक्सर देखा जाता है जो पंडित को दक्षिणा देने में 1 घंटे डिस्कशन करते हैं
वह बारात प्रोसेशन में 5 से 10 हजार नाच गाने पर उड़ा देते हैं
एक नई परंपरा भी है बैंड वाले के पास जो गाड़ी रहती है उसमें सोमरस रखा जाता है बाराती बारी-बारी से उसके पास जाते हैं और अपना काम करके आते जाते हैं

इसके बाद रिसेप्शन स्टार्ट होता है
स्टेज पर वरमाला होती है पहले लड़की और लड़के वाले मिलकर हंसी मजाक करके वरमाला करवाते थे,,,,,, आजकल स्टेज पर कंडे के धुंए की धूनी छोड़ देते है
दूल्हा दुल्हन को अकेले छोड़ दिया जाता है
बाकी सब को दूर भगा दिया जाता है
और फिल्मी स्टाइल में स्लो मोशन में वह एक दूसरे को वरमाला पहनाते हैं
साथ ही नकली आतिशबाजी भी होती है

स्टेज के पास एक स्क्रीन लगा रहता है
उसमें प्रीवेडिंग सूट की वीडियो चलती रहती है
जिसमें यह बताया जाता है की शादी से पहले ही लड़की लड़के से मिल चुकी है और कितने अंग प्रदर्शन वाले कपड़े पहन कर
कहीं चट्टान पर
कहीं बगीचे में
कहीं कुए पर
कहीं श्मशान में कहीं नकली फूलों के बीच

प्रत्येक परिवार अलग-अलग कमरे में ठहरते हैं
जिसके कारण दूरदराज से आए बरसों बाद रिश्तेदारों से मिलने की उत्सुकता कहीं खत्म सी हो गई है!!
क्योंकि सब अमीर हो गए हैं पैसे वाले हो गए हैं!
मेल मिलाप और आपसी स्नेह खत्म हो चुका है!
रस्म अदायगी पर मोबाइलो से बुलाये जाने पर कमरों से बाहर निकलते हैं !
सब अपने को एक दूसरे से रईस समझते हैं!
और यही अमीरीयत का दंभ उनके व्यवहार से भी झलकता है !
कहने को तो रिश्तेदार की शादी में आए हुए होते हैं
परंतु अहंकार उनको यहां भी नहीं छोड़ता !
वे अपना अधिकांश समय करीबियों से मिलने के बजाय अपने अपने कमरो में ही गुजार देते हैं!!

हमारी संस्कृति को दूषित करने का बीड़ा ऐसे ही अति संपन्न वर्ग ने अपने कंधों पर उठाए रखा है

मेरा अपने मध्यमवर्गीय समाज बंधुओं से अनुरोध है
आपका पैसा है , आपने कमाया है,
आपके घर खुशी का अवसर है खुशियां मनाएं,
पर किसी दूसरे की देखा देखी नही!

कर्ज लेकर अपने और परिवार के मान सम्मान को खत्म मत करिएगा!
जितनी आप में क्षमता है उसी के अनुसार खर्चा करिएगा
4 – 5 घंटे के रिसेप्शन में लोगों की जीवन भर की पूंजी लग जाती है !

दिखावे की इस सामाजिक बीमारी को अभिजात्य वर्ग तक ही सीमित रहने दीजिए!

अपना दांपत्य जीवन सर उठा के, स्वाभिमान के साथ शुरू करिए और खुद को अपने परिवार और अपने समाज के लिए सार्थक बनाइए !

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नई टैक्स व्यवस्था में बदलाव का अर्थ क्या है, वित्तमंत्री ने टैक्स व्यवस्था को डीफ़ॉल्ट व्यवस्था घोषित किया

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डिजिटल भारत l आम बजट 2023-24 में वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा इनकम टैक्स से जुड़े नियमों में बदलाव की घोषणा करने के बाद से ही बहुत-से नौकरीपेशा लोग असमंजस में हैं. उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि पुरानी टैक्स व्यवस्था बरकरार है या नहीं, नई टैक्स व्यवस्था में बदलाव का अर्थ क्या है, और इन बदलावों का उनकी कर देयता पर क्या असर होगा, या आसान शब्दों में कहें, तो उन्हें इनकम टैक्स में किए गए नए बदलावों से कितना लाभ होगा. आज हम आपके लिए आपके सभी सवालों के जवाब तो लाए ही हैं, हम आपको यह भी बताएंगे कि नई दरों से कितनी कमाई करने वाले को कितनी बचत होगी.

सबसे पहले, यह समझना ज़रूरी है कि वित्तमंत्री ने नई टैक्स व्यवस्था को डीफ़ॉल्ट व्यवस्था घोषित किया है, लेकिन पुरानी व्यवस्था को खत्म नहीं किया गया है, और अब भी करदाताओं द्वारा चुनने के लिए पुरानी टैक्स व्यवस्था का विकल्प मौजूद रहेगा. सो, लाइफ इंश्योरेंस, पीपीएफ, बच्चों की स्कूल फ़ीस आदि के अलावा होम लोन पर ब्याज, नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) या मकान किराया भत्ता जैसी छूट हासिल करते रहने के इच्छुक लोग पुरानी टैक्स व्यवस्था में ही पुरानी दरों पर ही टैक्स जमा कराते रह सकेंगे.

हम आपको पुरानी टैक्स व्यवस्था, मौजूदा नई टैक्स व्यवस्था और बुधवार को प्रस्तावित नई टैक्स व्यवस्था में लागू होने वाले टैक्स का आकलन कर टेबल के ज़रिये आपको यह भी समझाएंगे कि किस प्रणाली में रहने पर आपको कितना टैक्स अदा करना होगा.
कुल 4 लाख रुपये की कटौतियों और छूट के बाद 10 लाख रुपये वार्षिक आय वाले दूसरे शख्स की करयोग्य आय 6,00,000 रुपये रह जाती है, जिस पर उसे 33,800 रुपये का इनकम टैक्स चुकाना होता है. इसी प्रकार, छूट और कटौतियों को समाहित करने वाली पुरानी व्यवस्था में 12 लाख रुपये और 15 लाख रुपये प्रति वर्ष कमाने वाले लोगों को भी क्रमशः 75,400 रुपये और 1,06,600 रुपये का इनकम टैक्स देना होगा.

दूसरी टेबल (मौजूदा नई टैक्स व्यवस्था) में भी इन्हीं चार लोगों के देय आयकर की गणना की गई है, लेकिन इस व्यवस्था में उन्हें किसी प्रकार की छूट या कटौती उपलब्ध नहीं है, सो इन चारों की देनदारी क्रमशः 33,800 रुपये, 78,000 रुपये, 1,19,600 रुपये और 1,95,000 रुपये हो जाती है.

तीसरी टेबल (प्रस्तावित नई टैक्स व्यवस्था) में फिर एक बार इन्हीं चार लोगों के इनकम टैक्स की कैलकुलेशन की गई है, लेकिन इस बार इन्हें मानक कटौती का लाभ मिलेगा, और इसके अलावा धारा 87ए की छूट सीमा बढ़ाए जाने व नई दकितनी कमाई पर कितना देना होता है टैक्स
नई कर व्यवस्था के तहत कुल 7 तरह के टैक्स स्लैब को बनाया गया है. 2.5 लाख रुपये तक के सालाना इनकम पर टैक्स से छूट दी गई है.
2.5 लाख से लेकर 5 लाख रुपये तक के इनकम पर 5 फीसदी टैक्स लागू है, जबकि प्रस्तावित स्लैब रेट भी 5 फीसदी है.
पांच लाख से 7.5 लाख पर स्लैब रेट 10 फीसदी और प्रस्तावित स्लैब भी 10 फीसदी है.
7.5 लाख रुपये से 10 लाख रुपये पर स्लैब रेट 15 प्रतिशत और प्रपोस्ड रेट भी 15 फीसदी है.
10 लाख से 12.5 लाख रुपये तक की सलाना इनकम पर स्लैब रेट 20 प्रतिशत है और प्रपोस्ड स्लैब रेट भी 20 फीसदी है.
12.5 लाख से 15 लाख रुपये पर टैक्स स्लैब 25 फीसदी है, जिसे 20 फीसदी करने की मांग है.
15 लाख से 20 लाख रुपये पर स्लैब रेट 30 फीसदी है, जिसे 20 फीसदी करने की मांग है.
20 लाख से ज्यादा की इनकम पर स्लैब रेट 30 फीसदी है, जिसे 25 फीसदी करने की मांग है.

रों की बदौलत 7 लाख रुपये वार्षिक आय वाले शख्स को एक बार फिर कोई कर नहीं देना होगा. 10 लाख रुपये वार्षिक आय वाले शख्स को 54,600 रुपये चुकाने होंगे.

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राजधानी दिल्ली समेत देश के कई हिस्से शीतलहर की चपेट में, रूह कपा देने वाली ठण्ड

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डिजिटल भारत l राजधानी दिल्ली समेत देश के कई हिस्से शीतलहर की चपेट में हैं। दिल्ली में तो 12 साल बाद सबसे लंबी शीतलहर रही है। इस साल जनवरी में आठ दिन ऐसे रहे हैं, जब तापमान चार डिग्री से काफी कम रहा है। गुरुवार सुबह दिल्ली, नोएडा, ग्रेटर नोएडा व आसपास बादल छाए रहे। छिटपुट बूंदाबांदी भी हुई। मौसम विभाग के अनुसार, आज रात तक हल्की बारिश होने के आसार हैं। इसके बाद 23 व 24 जनवरी को बारिश व ओले की आशंका व्यक्त की गई है। मौसम वैज्ञानिकों ने संभावना जताई है कि आने वाले दिनों में दिन और रात के तापमान में बढ़ोतरी होगी।
दिल्ली में 12 साल बाद सबसे लंबी शीत लहर रही है। इस साल जनवरी में आठ दिन ऐसे रहे हैं जब तापमान चार डिग्री से काफी कम रहा है। बुधवार को न्यूनतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री कम 2.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। यह शीत लहर का आठवां दिन था। इससे पहले पांच से नौ जनवरी तक न्यूनतम तापमान चार डिग्री से कम और 16 से 18 जनवरी तक तापमान तीन डिग्री से कम दर्ज हुआ था।

रात से होगी हल्की बारिश
अब पश्चिमी विक्षोभ के असर से गुरुवार रात से हल्की बारिश होगी। वहीं 23 से 24 जनवरी को फिर से हल्की बारिश का दौर शुरू होगा। इस दौरान 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से झोंकेदार हवा चलेगी। वहीं, अब तापमान में बढ़ोतरी होनी शुरू होगी। 24 जनवरी तक अधिकतम तापमान 22 डिग्री और न्यूनतम तापमान नौ डिग्री पहुंचने की संभावना है। बुधवार को अधिकतम तापमान 19.6 और न्यूनतम तापमान 2.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। दिल्ली में लोदी रोड में सबसे कम 2.2 डिग्री, रिज में 2.3, जाफरपुर में 2.9 डिग्री न्यूनतम तापमान दर्ज हुआ। मौसम विभाग ने बुधवार तक शीत लहर जारी रहने का पूर्वानुमान जताया था।
अब पश्चिमी विक्षोभ के असर से गुरुवार रात से हल्की बारिश होगी। वहीं 23 से 24 जनवरी को फिर से हल्की बारिश का दौर शुरू होगा। इस दौरान 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से झोंकेदार हवा चलेगी।
वहीं, अब तापमान में बढ़ोतरी होनी शुरू होगी। 24 जनवरी तक अधिकतम तापमान 22 डिग्री और न्यूनतम तापमान नौ डिग्री पहुंचने की संभावना है। बुधवार को अधिकतम तापमान 19.6 और न्यूनतम तापमान 2.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। दिल्ली में लोदी रोड में सबसे कम 2.2 डिग्री, रिज में 2.3, जाफरपुर में 2.9 डिग्री न्यूनतम तापमान दर्ज हुआ। मौसम विभाग ने बुधवार तक शीत लहर जारी रहने का पूर्वानुमान जताया था।

अब शीत लहर से मिलेगी राहत
मौसम विभाग के अनुसार उत्तर पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में अब शीत लहर से राहत मिलेगी। गुरुवार से शीत लहर का प्रकोप खत्म हो जाएगा। 19 जनवरी को अधिकतम तापमान 21 और न्यूनतम तापमान पांच डिग्री रहने का अनुमान है।
नए पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से ना केवल तापमान में बढ़ोतरी होगी बल्कि गुरुवार रात को हल्की बूंदाबांदी व बारिश का अनुमान है। आंशिक रूप से बादल छाए रहने की भी संभावना है। वहीं 20 से 22 जनवरी तक सुबह के समय हल्का कोहरा रहेगा।
इस साल कब कितने दिन कम रहा न्यूनतम तापमान
दिल्ली में वर्ष 2012 से 2023 तक शीत लहर इतनी लंबी नहीं चली। पांच जनवरी को न्यूनतम तापमान 3.0 डिग्री, छ: जनवरी को चार डिग्री, सात डिग्री 2.2 डिग्री, आठ जनवरी को 1.9 डिग्री, 16 जनवरी को 1.4 डिग्री, 17 जनवरी को 2.4 डिग्री व 18 जनवरी को 2.6 डिग्री तापमान दर्ज किया गया था
इस साल कब कितने दिन कम रहा न्यूनतम तापमान
दिल्ली में वर्ष 2012 से 2023 तक शीत लहर इतनी लंबी नहीं चली। पांच जनवरी को न्यूनतम तापमान 3.0 डिग्री, छ: जनवरी को चार डिग्री, सात डिग्री 2.2 डिग्री, आठ जनवरी को 1.9 डिग्री, 16 जनवरी को 1.4 डिग्री, 17 जनवरी को 2.4 डिग्री व 18 जनवरी को 2.6 डिग्री तापमान दर्ज किया गया था।

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रणबीर को इस साल साबित करना होगा कि उनके नाम से दर्शक फिल्म देखने आते हैं. 

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रणबीर कपूर का करियर डांवाडोल है. चार साल बाद उनकी वापसी 2022 में फीकी रही थी

डिजिटल भारत l इस साल बॉलीवुड का बॉक्स ऑफिस जिन बड़ी फिल्मों का इंतजार कर रहा है, उनमें रणबीर कपूर की एनिमल शामिल है. इसका निर्देशन संदीप वांगा कर रहे हैं, जिनकी तेलुगु फिल्म अर्जुन रेड्डी पर बॉलीवुड में कबीर सिंह जैसी रीमेक बनी थी.

फिल्म को टी-सीरीज प्रोड्यूस कर रहा है. फिल्म में रणबीर के साथ अनिल कपूर, रश्मिका मंदाना और बॉबी देओल भी अहम भूमिकाओं में हैं.

फिल्म के बारे में तमाम बातें छुपा कर रखी गई थीं मगर अब धीरे-धीरे चीजें निकल कर सामने आने लगी हैं. खबरों के मुताबिक अब रणबीर कपूर और अनिल कपूर का रोल निकल कर सामने आ गया है. मूल रूप से यह एक गैंगस्टर ड्रामा है, जिसमें अनिल और रणबीर पिता-पुत्र की भूमिका निभा रहे हैं.

सूत्रों के अनुसार दोनों एक्टर फिल्म में ऐसे पिता-पुत्र बने हैं, जिनकी आपस में बनती नहीं है. अंततः एक पुत्र अपने पिता के कैसे और कितने काम आता है, यही फिल्म में दिखाया गया है. फिल्म को परिवारों के हिसाब से ध्यान में रख कर बनाया जा रहा है और इसमें ड्रामा, एक्शन, रोमांस और थ्रिल है. हालांकि जानकारों के मुताबिक फिल्म में हिंसा खूब है और खास तौर पर रणबीर कपूर के किरदार पर आधारित ही कहानी का टाइटल एनिमल रखा गया है.

फिल्म के पहले पोस्टर में भी रणबीर कुल्हाड़ी दबाए हुए हैं और उनके हाथ तथा कुल्हाड़ी खून से सने हैं. फिल्म रणबीर और अनिल कपूर के बीच खेल करने वाला किरदार बॉबी देओल को दिया गया है. इस तरह वह फिल्म की अहम कड़ी होंगे. निर्माता फिल्म को हिंदी के साथ तमिल, तेलुगु, कन्नड़ और मलयालम में भी रिलीज करने की योजना बना रहे हैं.

एक तो संदीप साउथ के निर्देशक हैं और फिल्म के प्रति साउथ के दर्शकों को आकर्षित करने के लिए इसमें बतौर एक्ट्रेस रश्मिका मंदाना को लिया गया है. पहले फिल्म में लीड हीरोइन का रोल परिणीति चोपड़ा को दिया गया था, मगर बाद में निर्माताओं ने कोई कारण बताए बिना उन्हें हटा कर मंदाना को ले लिया. सूत्रों के मुताबिक फिल्म में अन्य छोटे-छोटे किरदारों के लिए साउथ के अनेक चेहरों को लिया गया है. निर्माता की नजर साउथ से कमाई करने पर है.

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कॉलेजों में डिजीटल भुगतान के लिए की तैयारी,कैंप लगाकर छात्रों के खुलवाए जाएंगे बैंक खाते

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डिजिटल भारत l कालेज विद्यार्थियों के खातों में स्काॅलरशिप एवं अन्य राशि ट्रांसर्फर करने के उद्देश्य से बैंक खाते खुलवाए जा रहे हैं, ताकि शासन स्तर पर सीधे विद्यार्थियों के खाते में डिजिटल भुगतान किया जा सके। 16 जनवरी से 18 जनवरी के बीच तीन दिन तक 86 कालेजों में एक साथ कैंप लगाकर खाते खुलवाए जाएंगे।

स्वामी विवेकानंद कॅरियर मार्गदर्शन योजना के तहत यह शिविर लगाए जा रहे हैं। उच्च शिक्षा विभाग, स्वामी विवेकानंद कॅरियर मार्गदर्शन योजना द्वारा आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के अंतर्गत इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक द्वारा जबलपुर संभाग के सभी जिलों के सभी 86 शासकीय महाविद्यालयो में तीन दिवसीय विशेष कैंप लगाया जा रहा है।

जिसमें विद्यार्थियों का इंडिया पोस्ट पेमेन्ट्स बैंक में खाता खोला जायेगा एवं विद्यार्थियों को पेमेंट बैकिंग, डिजिटल बैकिंग, बैकिंग एंड फाइनेंस, वित्तीय समावेशन, बैकिंग जागरूकता, ग्रामीण क्षेत्र में भुगतान बैंको की भूमिका की जानकारी प्रदान की जाएगी।

कॉलेजों को एडी ने दिए निर्देश
इस संबंध में अतिरिक्त संचालक उच्च शिक्षा विभाग डाॅ. लीला भलावी ने बताया कि जबलपुर संभाग के सभी जिलों के शासकीय महाविद्यालयो में 16 जनवरी से 18 जनवरी तक कैंप लगाया जा रहा है। सभी महाविद्यालय के प्राचार्य एवं टीपीओं अधिक से अधिक विद्यार्थियों को कैंप में सम्मिलित करें, जिससे विद्यार्थी लाभांवित हो।

शासकीय महाकौशल महाविद्यालय, जबलपुर में 16 जनवरी को कैंप सुबह 11ः30 बजे से लगाया जाएगा।
एमओयू किया गया साइन
स्वामी विवेकानंद करियर मार्गदर्शन योजना के संभागीय नोडल अधिकारी ने बताया कि जबलपुर संभाग एवं इंडिया पोस्ट पेमेन्ट्स बैंक, जबलपुर परिक्षेत्र के मध्य संभाग स्तरीय एमओयू किया गया है

। इसी के अंतर्गत जबलपुर संभाग के सभी जिलों के शासकीय महाविद्यालयों में कैंप का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें विद्यार्थियों के खाते खोले जाएंगे, जिससे विद्यार्थियों की स्कालरशिप विधिवत् उनके खाते में आएंगे।

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चाय – कॉफ़ी छोड़िये अपनाये केसर पानी जाने केसर पानी के फायदे

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डिजिटल भारत l स्किन संबंधी समस्याएं केसर का पानी स्किन के लिए काफी अच्छा माना जाता है. यह स्किन की समस्याओं को दूर करने में भी मदद कर सकता है. स्किन को हेल्दी रखने के साथ यह त्वचा को ताजगी से भर देता है. हर दिन एक गिलास केसर का पानी पीने से त्वचा पर नेचुरल ग्लो आ सकता है.
अलग-अलग लोगों की सुबह की शुरुआत अलग-अलग तरीके से होती है। कुछ लोग एक कप गर्म चाय या कॉफी के साथ अपने दिन की शुरुआत करते हैं, तो वहीं कुछ लोग लेमन वॉटर के साथ अपने दिन की शुरुआत करते हैं। लेकिन क्या आप इसका सही तरीका नहीं जानना चाहेंगे, जो आपकी हेल्थ और फिटनेस का ख्याल रखें और आपको पूरी तरह से फिट भी बनाएं। चलिए आयुर्वेद की बात करते है। आयुर्वेद में सुबह की शुरुआत एक ग्लास गर्म पानी से करने की सलाह दी जाती है।

सुबह की शुरूआत अगर अच्छी होती है तो आपका पूरा दिन अच्छा जाता है. इसलिए जरूरी है कि आप सुबह उठकर फ्रेश फील करें. कई लोग अपने दिन की शुरूआत चाय या कॉफी से करते हैं, वहीं कुछ लोग सुबह उठकर गर्म पानी पीते हैं. लेकिन आज हम आपको बताएंगे एक ऐसी मार्निंग ड्रिंक जिसका सेवन करने से आप फ्रेश तो महसूस करेंगे ही साथ ही इस ड्रिंक से होने वाले फायदे जानकर आप भी इसका सेवन जरूर करेंगे और वो है केसर पानी, जी हां केसर का इस्तेमाल खाने की कई चीजों में किया जाता है. केसर में प्रोटीन, कैल्शियम, फाइबर, पोटैशियम, मैंगनीज, विटामिन ए और विटामिन सी जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं. ये सभी आपके स्वास्थय के लिए काफी लाभदायी हैं. आर्युवेद में भी केसर को कई उपचारों में प्राथमिकता दी जाती है. केसर का पानी ना सिर्फ स्वास्थय लाभ देता है बल्कि यह आपकी स्किन के लिए भी काफी अच्छा होता है. केसर में एंटी इंफ्लामेंटरी गुण पाए जाते हैं जो आपकी इम्यूनिटी को बूस्ट भी करते हैं. तो आइए जानते हैं केसर पानी से होने वाले लाभ.
जो लोग दिन की शुरूआत कॉफी या चाय से करते हैं, वो केसर पानी से इनको रिप्लेस कर सकते हैं. चाय और कॉफी में कैफीन पाया जाता है. केसर पानी का सेवन करने से आप पूरे दिन एनर्जेटिक बने रह सकते हैं. कई बार मौसम बदलते ही लोगों को बाल झड़ने की समस्या होती है, ऐसे में आप केसर पानी का सेवन अगर हर दिन करते हैं तो इससे आपके बालों को मजबूती मिलेगी और बालों के झड़ने की समस्या से निजात भी मिल सकता है. अनियमित पीरियड्स, पेट में दर्द और ऐंठन में भी केसर के पानी का सेवन कर सकते हैं. केसर का पानी पीने से हार्मोन संतुलित हो सकते हैं,

बाल टूटने की समस्या करें दूर रोजाना केसर का पानी पीने से बालों के झड़ने की समस्या दूर हो सकती हैं. इसमें कई ऐसे गुण पाए जाते हैं जो हेयर फॉल को रोक सकते हैं. डिस्केलमर लेख में दी गई सलाह केवल सामान्य जानकारी है. ये एक्सपर्ट की राय नहीं है.

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इंडिया अलर्ट- कोरोना बढ़ने लगी टेंसन पीएम मोदी आज करेंगे हाईलेवल मीटिंग, एक्शन में सीएम योगी-अरविंद केजरीवाल

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चीन के बाद जापान-अमेरिका में भी फूटा कोरोना बम, 24 घंटे में 5.37 लाख नए मरीज

Corona BF.7 Variant: भारत में कोरोना के नए वेरिएंट BF.7 की पुष्टि हो गई है. गुजरात और ओडिशा में नए मामले सामने आए हैं. हालांकि अच्छी खबर ये है कि ये तीनों मरीज पूरी तरह ठीक हो चुके हैं. घबराने की कोई ज़रूरत नहीं है. इन मामलों के बाद भारत सरकार अलर्ट मोड पर है और टेस्टिंग बढ़ाने पर जोर दे रही है. पीएम नरेंद्र मोदी आज कोविड की स्थिति की समीक्षा करेंगे.

दिल्ली और यूपी सरकार ने भी आज कोरोना के नए वेरिएंट पर चर्चा करने के लिए हाइलेवल मीटिंग बुलाई गई है. नए वेरिएंट से बचाव पर डॉ वीके पॉल ने मास्क के इस्तेमाल और बूस्टर डोज लगवाने की सलाह दी है. कोरोना को लेकर भारत के एयरपोर्ट पर भी रैंडिम चेकिंग की जा रही है.

भारत में 10 अलग वेरिएंट मौजूद

देश में फिलहाल कोरोना के 10 अलग-अलग वेरिएंट मौजूद हैं. इसमें सबसे ताजा वेरिएंट BF 7 है. देश में अभी भी सबसे ज्यादा तबाही मचाने वाले डेल्टा वेरिएंट के कुछ केस मिल जाते हैं. भारत में ज्यादातर लोगों को कोरोना वैक्सीन लग चुकी है और कोरोना के खिलाफ हर्ड इम्युनिटी भी बड़ी आबादी में मौजूद है. ऐसे में चीन की तरह डरने की ज़रूरत तो नहीं लेकिन सरकार सतर्क हो गई है. अभी कोविड गाइडलाइन में कोई बदलाव नहीं किया गया है.

स्वास्थ्य मंत्रालय ने दिए ये निर्देश

•             सर्दी और फ्लू की जांच करवाएं

•             बूस्टर डोज़ की खुराक लें

•             सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें

•             भीड़ में मास्क का इस्तेमाल करें

अब कोरोना पर हर हफ्ते स्वास्थ्य मंत्रालय की समीक्षा बैठक होगी. इसके अलावा देश में बाहर से आने वाले यात्रियों की भी रैंडम जांच शुरू की गई है. लोगों से सावधानी बरतने की अपील की जा रही है.

चीन में कोरोना के तेज रफ्तार से फैलने की वजह कोरोना का नया वेरिएंट BF.7 है. आपको बताते हैं ये कितना ख़तरनाक है.

•             वेरिएंट BF.7 ओमिक्रॉन वेरिएंट से निकला है और ये ओमिक्रॉन का सबसे ताकतवार वेरिएंट है

•             वेरिएंट BF.7 बहुत जल्दी एक इंसान से दूसरे इंसान में ट्रांसफर होता है

•             संक्रमित होने के बाद इसके लक्षण भी तुरंत सामने आते हैं 

•             वेरिएंट BF.7  में 1 मरीज़ से 16 लोगों को संक्रमित करने की क्षमता है

•             वेरिएंट BF.7 कमज़ोर इम्युनिटी वालों पर घातक साबित होता है…इसलिए चीन में बुजुर्ग सबसे ज्यादा इंफेक्टेड हैं

•             वेरिएंट BF.7 इतना ताकतवर है कि चीन में फुली वैक्सीनेटेड लोगों को भी ये संक्रमित कर रहा है

चीन के बाद जापान-अमेरिका में भी फूटा कोरोना बम, 24 घंटे में 5.37 लाख नए मरीज

चीन ही नहीं दुनियाभर में कोरोना के केस तेजी से बढ़ने लगे हैं. पिछले 24 घंटे में दुनियाभर में 5.37 लाख केस सामने आए हैं. वहीं 1396 लोगों की जान इस दौरान गई है. पिछले 24 घंटे में सबसे ज्यादा केस जापान में मिले हैं. इतना ही नहीं अमेरिका में भी 50 हजार से ज्यादा मामले सामने आए हैं. उधर, चीन में कोरोना से तबाही जारी है. यहां न सिर्फ तेजी से केस बढ़ रहे हैं, बल्कि महामारी से लोगों की जान भी जा रही है.

हालत ये हो गए हैं कि अस्पतालों में मरीजों के इलाज के लिए जगह नहीं बची है. यह बात वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) ने भी मानी है. WHO ने कहा कि कोरोना की मौजूदा लहर के चलते चीन में अस्पताल भर गए हैं. चीन के अलावा अमेरिका, जापान समेत दुनिया के तमाम देशों में भी कोरोना के केस तेजी से बढ़ रहे हैं. ऐसे में भारत सरकार के साथ साथ राज्य भी अलर्ट पर आ गए हैं. आईए जानते हैं कोरोना के 10 बड़े अपडेट्स-

1- 24 घंटे में दुनियाभर में कितने केस मिले?

कोरोना के आंकड़ों पर नजर रखने वाली संस्था worldometer के मुताबिक, दुनियाभर में पिछले 24 घंटे में 5.37 लाख केस सामने आए हैं. वहीं 1396 लोगों की मौत महामारी से हुई है. अब तक दुनियाभर में कोरोना के 659497698 केस मिल चुके हैं. वहीं 20 करोड़ एक्टिव केस हैं.

2- जापान में सबसे ज्यादा केस मिले

जापान में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 2.06 लाख केस मिले हैं. वहीं, 296 लोगों की मौत हुई है. अमेरिका में भी 50 हजार से ज्यादा केस मिले हैं. जबकि 323 लोगों ने अपनी जान गंवाई है. इसके अलावा दक्षिण कोरिया में 88,172, फ्रांस में 54,613 और ब्राजील में 44415 केस मिले हैं. जबकि ब्राजील में महामारी से 197 लोगों की मौत हुई है.

3- भारत में कितने केस मिले?

भारत में पिछले 24 घंटे में 145 केस मिले हैं. हालांकि, इस दौरान किसी की जान नहीं गई है. अब तक देश में 44,677,594 केस मिल चुके हैं. वहीं, 5.3 लाख लोग अब तक महामारी में अपनी जान गंवा चुके हैं. देश में एक्टिव केस सिर्फ 4672 हैं.

4- चीन में कितने केस मिले?

चीन के आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, देशभर में बुधवार को 3,030 केस मिले हैं. जबकि किसी की जान नहीं गई है. इससे पहले मंगलवार को कोरोना से चीन में 5 लोगों की मौत हुई है. हालांकि, चीन से जो वीडियो और तस्वीरें सामने आ रही हैं, वे कुछ और ही कहानी बयां कर रही हैं. इतना ही नहीं WHO ने भी माना है कि चीन में मौजूदा लहर के चलते अस्पताल भर गए हैं.

दुनिया भर में कोरोना से जुड़े अपडेट्स

कोरोना वर्ल्ड स्पीडोमीटर के आंकड़ों का मानें तो अमेरिका में बीते 24 घंटे में 326, फ्रांस में 127, ब्राजील में 197, साउथ कोरिया में 59, जापान में 296, रूस में 59 मौतें दर्ज की गई हैं. ये आंकड़ा आठ बजे तक का है।

अमेरिका, फ्रांस, ब्राजील, साउथ कोरिया और जापान में ज्यादा मौतें हो रही हैं. ऐसा लग रहा है कि चीन से बढ़कर वायरस यूरोप के कई देशों तक पहुंच गया है।

जर्मनी ने बुधवार को बर्लिन से बायोएनटेक कोविड वैक्सीन की पहली खेप चीन भेजी है। ये वैक्सनी पहले चीन में रह रहे 20 हजार जर्मन प्रवासियों को लगाई जाएगी।

अब जापान, दक्षिण कोरिया और फ्रांस में कोरोना का खतरा बढ़ रहा है। Worldometers.info के डेटा के मुताबिक, इन देशों में मरीजों की संख्या 10 लाख 65 हजार, 4 लाख 61 हजार और 3 लाख 58 हजार है।

एक हफ्ते में दुनिया में कोरोना के 34 लाख 84 हजार मामले सामने आए हैं। 9 हजार 928 लोगों की मौत हुई है। भारत में 7 दिन में 1,081 मामले सामने आए हैं।

एक हफ्ते में दुनिया में कोरोना के 34 लाख 84 हजार मामले सामने आए हैं। 9 हजार 928 लोगों की मौत हुई है। भारत में 7 दिन में 1,081 मामले सामने आए हैं।

कोरोना के अंत की घोषणा करना होगी जल्दबाजी

वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) का कहना है कि कोरोना के वैश्विक अंत की घोषणा करना फिलहाल जल्दबाजी होगी। यानी कोरोना अब भी ग्लोबल इमरजेंसी बना रहेगा। WHO ने ये बात चीन में लॉकडाउन हटने के बाद बढ़ते संक्रमण के मामलों को देखते हुए कही है।

चीन से कोविड डेटा भी मांगा

15 दिसंबर को WHO के चीफ टेड्रोस एडहानॉम ने कहा था कि 2023 में कोरोना ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी नहीं रहेगा। उन्होंने कहा था- हम उम्मीद करते हैं कि अगले साल हम ये कह सकें की कोरोना का खतरा कम हो गया है और ये हेल्थ इमरजेंसी नहीं है।

उन्होंने चीन से कोरोना वायरस को लेकर डेटा शेयर करने के लिए भी कहा था। WHO ने एक बयान में कहा- कोरोना को बेहतर ढंग से समझने के लिए और इसके ओरिजन से जुड़ी जानकारी के लिए चीन से डेटा मांगा गया है। चीन के वुहान में ही कोरोना का पहला मामला सामने आया था।

चीन में 7 दिन में 15 हजार 548 केस और 7 मौतें रिपोर्ट की गई हैं। हालांकि एक्सपर्ट्स को आशंका है कि सही आंकड़ा छुपाया जा रहा है। मरीजों की संख्या कई गुना ज्यादा हो सकती है।

चीन में 7 दिन में 15 हजार 548 केस और 7 मौतें रिपोर्ट की गई हैं। हालांकि एक्सपर्ट्स को आशंका है कि सही आंकड़ा छुपाया जा रहा है। मरीजों की संख्या कई गुना ज्यादा हो सकती है।

फ्रांस में हालात बिगड़े, एक दिन में 57 हजार मामले मिले

फ्रांस में कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं। 16 दिसंबर को यहां 57,849 मामले सामने आए थे। सरकार लोगों से मास्क लगाने की अपील कर रही है। लोगों को बूस्टर डोज लगवाने की सलाह दी जा रही है। इधर, साउथ कोरिया में 20 दिसंबर को 87,759 मामले सामने आए थे। 56 लोगों की मौत हुई थी।

अमेरिका में नया खतरा

अमेरिका में भी एक बार फिर कोविड केस बढ़ने लगे हैं। बुधवार को कुल संक्रमितों का आंकड़ा 10 करोड़ के पार हो गया। ‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ की एक स्पेशल रिपोर्ट के मुताबिक, बाइडेन एडमिनिस्ट्रेशन के लिए सबसे बड़ी फिक्र बुजुर्गों का वैक्सीनेशन है।

रिपोर्ट के मुताबिक- 65 साल या इससे ज्यादा उम्र के 94% सीनियर सिटिजन्स ने शुरुआती दो वैक्सीन डोज लिए हैं। चिंता की बात यह है कि 36% बुजुर्ग ऐसे हैं जिन्होंने बूस्टर शॉट नहीं लगवाए और नई लहर में इन्हें खतरा माना जा रहा है। मेडिकल एक्सपर्ट्स मानते हैं कि सरकार के पास इस दिक्कत से निपटने का कोई पुख्ता प्लान भी नहीं है। दिक्कत इसलिए भी है क्योंकि 70 साल या इससे ज्यादा उम्र के अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों का आंकड़ा कम उम्र के लोगों से चार गुना ज्यादा रहा है।

चीन अनलॉक पर उतारू, कामगारों से कह रहा- संक्रमित हो तो भी काम पर लौटो

चीन में कोरोना संक्रमण जिस तरह से तांडव मचा रहा है और हालात लगातार बिगड़ रहे हैं। इन हालातों में भी शी जिनपिंग चीन में लॉकडाउन लगाने को तैयार नहीं हैं। देश को अनलॉक करने के लिए चीन 3 साल पुरानी जीरो कोविड नीति को भी छोड़ चुका है। अलग-अलग माध्यमों से लोगों को यह समझा रहा है कि ओमिक्रॉन वैरिएंट खतरनाक नहीं है। यह मौसमी फ्लू जैसा ही है। देश के सबसे प्रभावशाली महामारी विज्ञानी झोंग नानशान ने तो हाल ही में यह तक कह दिया कि ओमिक्रॉन वायरस जुकाम से ज्यादा कुछ नहीं है।

अधिकारियों का मानना है कि वायरस भले ही फैले लेकिन अर्थव्यवस्था की गति बनी रहनी चाहिए। मैन्यूफैक्चरिंग और फैक्ट्रियों में उत्पादन नहीं थमना चाहिए। इसी नीति के तहत शहरों में कामगारों से कहा जा रहा है कि भले ही वे संक्रमित हों, उन्हें काम पर लौटना चाहिए। अधिकारियों ने पश्चिमी महानगर चोंगकिंग में सरकारी कर्मचारियों से कहा है कि अगर वे गैर लक्षणों वाले कोरोना से संक्रमित हैं, तो उन्हें काम पर आना होगा। उधर पूर्वी तट पर मैन्यूफैक्चरिंग हब जेझियांग में अधिकारी ने कहा कि संक्रमित होने के बावजूद लोगों को काम करना चाहिए।

चीन में ओमिक्रॉन के नए वेरिएंट ने बढ़ाया खतरा

चीन में ओमिक्रॉन का नया वैरिएंट BF.7 फैल रहा है। हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि ये ओमिक्रॉन का सबसे शक्तिशाली वैरिएंट है। BF.7 वैरिएंट कोरोना वायरस के स्पाइक प्रोटीन में एक खास म्यूटेशन से बना है जिसका नाम है R346T। एक्सपर्ट्स के मुताबिक इसी म्यूटेशन की वजह से इस वैरिएंट पर एंटीबॉडी का असर नहीं होता।

आसान शब्दों में कहें तो अगर किसी शख्स को पहले कोरोना हो चुका है या उसने वैक्सीन लगवाई है, तो उसके शरीर में एंटीबॉडी बन जाती है। BF.7 वैरिएंट इस एंटीबॉडी को भी चकमा देकर शरीर में घुसने में सक्षम है।

इन चीजों का भी जरूर रखें ध्यान- सरकार ने भी जारी की है एडवाइजरी
Coronavirus Alert: कोरोना से निपटने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग को जरूरी बताया गया है. इसके लिए दो गज की दूरी बनाने की बात कही गई थी. जिससे कोरोना को फैलने से रोका जा सके.
कोरोना मामले कम होने पर हटाई गई थी पाबंदियां
भारत में कोरोना ने पहली और दूसरी लहर में जमकर तबाही मचाई, सैकड़ों लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी और अस्पतालों की व्यवस्था भी चरमरा गई. हालांकि इसके बाद हालात सुधरते गए और लगातार मामलों में कमी देखी गई. मामले कम होने के साथ ही कोरोना पाबंदियों में भी ढील शुरू हो गई. आखिरकार 1 अप्रैल 2022 से तमाम तरह की पाबंदियां हटा दी गईं.

अगर आप किसी से मिलते हैं तो बिना फिजिकल टच यानी बिना हाथ मिलाए या गले मिले उसे ग्रीट कीजिए. इसके लिए आप हाथ जोड़कर नमस्कार कर सकते हैं.
कोरोना से निपटने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग को जरूरी बताया गया है. इसके लिए दो गज की दूरी बनाने की बात कही गई थी. जिससे कोरोना को फैलने से रोका जा सके.
सरकार की तरफ से लोगों को सलाह दी गई है कि हाथ से बने रीयूजेबल फेस मास्क का इस्तेमाल करें. खासतौर पर भीड़भाड़ वाली जगहों पर मास्क जरूर पहनें.
अगर आप बाहर हैं तो अपने हाथों से अपनी आंखों, नाक और मुंह को छूने से बचें. इसके लिए आप पहले हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल कर सकते हैं. हाथों को लगातार धोते रहें.
सरकार की तरफ से कोरोना से बचाव के लिए खुले में थूकने से बचने की भी सलाह दी गई है. इससे कोरोना फैलने का खतरा ज्यादा बना रहता है.
कोरोना से बचाव के लिए बहुत जरूरी होने पर ही ट्रैवल करने की सलाह दी गई है. साथ ही कहा गया है कि भीड़भाड़ वाली जगह का हिस्सा न बनें, यानी भीड़ से खुद को अलग रखें.
सोशल मीडिया पर कोई भी ऐसा पोस्ट न डालें जिससे नेगेटिव जानकारी या डर फैलने का खतरा हो. कोरोना को लेकर कोई भी जानकारी लेनी हो तो उसके लिए क्रेडिबल सोर्स का इस्तेमाल करें.

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जाने हमेसा खुश और पॉजिटिव रहने का तरीका -लाइफस्टाइल टिप्स

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डिजिटल भारत – चाहे आपके हालात इस वक़्त कैसे भी हो इसे पढ़ने के बाद आप में से अधिकतर लोग ये जान जायेंगे की चाहे कोई भी बुरी सी बुरी Situation हो उसमे खुश कैसे रहना है। दोस्तों थोड़ा टाइम तो लग सकता है इसे पढ़ने के लिए लेकिन ख़ुशी तो अनमोल है ये हर कोई चाहता है तो इतना तो बनता है।

तो आज की सबसे बड़ी समस्या ये नहीं है की मेरे पास पैसा नहीं है, अच्छा रिलेशनशिप नहीं है या ज़ीने का मकसद नहीं है। बल्कि आज की सबसे बड़ी समस्या ये है की हम सब चीज़ो को ख़ुशी के ऊपर रखते जाते है यानि हर चीज़ ठीक ठाक होने के बाद भी हम खुश नहीं है।

आप मेरी बात से सहमत ना हो लेकिन ये सत्य है की खुश रहना एक आदत होती है ये ऐसी कोई परायी चीज़ नहीं है जो की आप किसी से मांग सकते हो या खरीद सकते हो।

यह ठीक उसी प्रकार से एक आदत होती है जैसे किसी को Exercise करने की आदत होती है किसी को देर तक सोने की आदत होती है किसी को गाने सुनने की आदत होती है और ये तो आपको पता ही होगा की आदत कौन बनाता है आदत कोई दूसरा नहीं बनाता ना ?

यह बात सच है की जब आपका मन होता है तब ही आप किसी काम को सुरु करते हो लेकिन फिर भी लोगो को देखते है जब कोई परेशानी होगी तो स्टेटस लगाएंगे दुसरो को Blame करेंगे, पूरा का पूरा दुःख भरा बर्तन दूसरे के सर पर उढेल देंगे।

तो जब आपका मन नहीं होगा खुश होने का जब तक आप नहीं Decide नहीं करेंगे की हां अब मुझे इस वक़्त से ही खुश रहना है तब तक आप किसी से लाख उम्मीद लगा लो आप दुनिया का सबसे Luxury कार खरीद लो या चाहे आप चाँद पर पिकनिक मनाने चले जाओ।

आप कभी भी खुश नहीं रह पाओगे और मज़े की बात तो देखो आप तब भी किसी और को Blame करते रहोगे की तेरी वजह से मैं खुश नहीं हूँ , मेरी जॉब चली गयी इसीलिए मैं खुश नहीं हूँ या मैं एग्जाम में Fail हो गया इसीलिए मैं बहुत दुःखी हूँ ।
देखा जाये तो ख़ुशी एक बहुत विस्तृत शब्द होता है, जिसका विभिन्न लोगों के लिए विभिन्न अर्थ होता है। हम सभी खुश रहना चाहते हैं। यह वह पुरस्कार है,, जो हमे ज़िन्दगी द्वारा प्रदान किया गया है।

ख़ुशी हमारी वह भावनात्मक मनोदशा है, जो उल्लास तथा सुखपूर्ण मनोभावों के ज़रिये ज़ाहिर की जाती है।

आप कभी खुश नही हो पाओगे अगर यही खोजते रहे कि ख़ुशी में होता क्या है। आप इसे कभी जी नही पाओगे, अगर आप ख़ुशी का अर्थ खोजते रह गए।”
यदि आप स्वयं को अपनाते नही हैं और अपने वजूद को स्वीकार नही करते हैं, तो आप एक सुखी जीवन नही जी पाएंगे।
अच्छा आपने कार का टायर सही करवा लिया लेकिन क्या गॅरंटी है की वो अब कभी दुबारा पंचर नहीं होगा कहने का मतलब है खुश रहने का दुसरा मंत्र है की वक़्त आता है और चला जाता है और क्योंकि आप एक यूनिक Personality हो आपका थॉट प्रोसेस सबसे अलग है इसलिए आप पे डिपेंड करता है की आप को ऐसे हालात से सीखना है या एक जगह बैठकर के रोते रहना है।
अब समझिये की अगर आपकी कार पंचर हो गयी और अगर आप सारा दिन बैठकर खुद को Blame करते रहोगे की मुझे कार नहीं लानी चाहिए थी, मुझे ट्रैन से चले जाना चाहिए था या Blame करोगे की यार टायर बनाने वाली कम्पनी घटिया है तो क्या इससे आपकी प्रॉब्लम Solve हो जाएगी आपका यात्रा का मकसद पूरा होगा उस टाइम आपके लिए Priority क्या होगी।
अब पांचवा सिंपल सा पॉइंट आता है Smile मुस्कराहट, किसी- किसी के चहरे पर देखो तो ऐसा लगता है की सारा ब्रह्माण्ड इसी के ऊपर पड़ा हुआ है एकदम सीरियस.. दोस्तों एक इंसान के Smile में बहुत ताक़त होती है।

पुरे दुनिया का बोझ ले कर और दुःखी रहने से अच्छा है की जस्ट स्माइल क्योंकि आप स्माइल करोगे तो आप खुश दिखोगे और जब आप खुश दिखने की कोशिश करोगे तो आपको खुश रहने की आदत पड़ेगी हर हालात में मुस्कुराने की आदत पड़ जाएगी और जैसे की हमने सुरु में ही कहा था की खुश रहना ठीक उसी तरह से एक आदत है जैसे की सोना, Exercise करना घूमना-फिरना।

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बजन घटने के कुछ अनोखे टिप्स जाने भर्ती से

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डिजिटल भारत l वजन कम करने के लिए जिम जाना ही एकमात्र तरीका नहीं है वजन घटाने के लिए आप और भी तरीके आजमा सकते हैं। वजन घटना आज एक गंभीर मुद्दा बन गया हैं, प्रत्येक व्यक्ति अपना वजन कम करना और फिट रहना चाहता हैं।

विज्ञापनों में लोगों को वजन कम करने के लिए अक्सर उन चीजों को करने की सलाह दी जाती है, जिनमें से अधिकांश के पीछे कोई सबूत नहीं होता है। हालांकि, कुछ वर्षों में, वैज्ञानिकों ने वजन घटाने के लिए कई रणनीतियों को सही पाया है जो प्रभावी लगती हैं। यहाँ पर वजन कम करने के उपाय दिए गए हैं जो आपके पेट को कम करके और मोटापा घटाने में मदद करते हैं।
भारती सिंह के वजन कम करने के टिप्स

लेजेंडरी सिंगर आशा भोसले (Asha Bhosle Songs) रियलिटी शो में भारती सिंह (Bharti Singh Weight Loss) के वजन कम करने को लेकर तारीफ करती हैं. भारती सिंह ये सुनकर उछलने लगती हैं और कहती हैं, ‘मेरा एक बेबी है सात महीने का उसके बाद ही मेरा वजन काफी कम हुआ है. मुझे अब लगता है कि बेबी पर बेबी करना चाहिए…तभी हम फिट रहेंगे, पतले रहेंगे.’ भारती सिंह (Bharti Singh Comedy Video) की इस बात को सुनकर लेजेंडरी सिंगर आशा भोसले भी खिल-खिलाकर हंसने लगती हैं.
आशा भोसले की बात सुनकर इमोशनल हुईं भारती

लेजेंडरी सिंगर आशा भोसले (Asha Bhosle) जी कॉमेडियन की खूब तारीफ करती हैं. आशा जी कहती हैं, ‘मैं आपकी सच में फैन हूं, आप जबसे काम कर रही हैं…तब से ही इतना अच्छा करती हैं. मैं आपको जब भी देखती हूं हंसने लग जाती हूं. यकीन मानिए मैंने सारी जिंदगी कभी झूठ नहीं बोला, मैंने शुरुआत से आपको देखा है,
हमारी व्यस्त और गतिहीन जीवनशैली की कारण हमारा कब वजन बढ़ाने लगता हैं हमें पता ही नहीं चलता हैं और बाद में यह हमारी चिंता का विषय बन जाता हैं। प्राकृतिक तरीके से वजन कम करना सबसे अच्छा उपाय है क्योंकि प्रकृति के साथ सामंजस्य बिठाना सबसे अच्छा है। नीचे वजन को कम करने के कुछ सरल घरेलू उपाय दिए जा रहें जिससे आप आसानी से बढ़े हुए वजन को कम कर सकते हैं।

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फायलेरिया की दवा खाने के लिये आमजन को दें : स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी

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डिजिटल भारत l प्रभावित जिलों में एमडीआर के लिये बनाएँ विशेष रणनीति
स्टेट टास्क फोर्स कमेटी ने दिए सुझाव

लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने कहा है कि फायलेरिया प्रभावित जिलों में
मास लेवल पर फायलेरिया निरोधी दवा की खुराक सभी लोग के लिए एक बार लेना जरूरी है। इसके लिये आमजन
को समझाइस दी जाए। फायलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम में ऐसे जिले जहाँ पर फायलेरिया के केस पूरी तरह से
समाप्त नहीं हुए है, उनमें मास लेवल पर फायलेरिया निरोधी दवा की खुराक दी जाना है। फायलेरिया निरोधी दवा
की खुराक सभी को लेना है। इससे फायलेरिया को समाप्त किया जा सकता है। यदि प्रभावित क्षेत्र अथवा जिले के
कुछ लोग दवा का सेवन नहीं करते है तो इससे पूरा क्षेत्र फायलेरिया बीमारी से पीड़ित बना रहता है। स्वास्थ्य मंत्री
डॉ. चौधरी सोमवार को मंत्रालय में राष्ट्रीय फायलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम की स्टेट टास्क फोर्स की बैठक को
संबोधित कर रहे थे। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने बताया कि आम लोगों को फायलेरिया बीमारी के उन्मूलन के लिये
दवा खाने की आवश्यकता का एहसास कराना होगा। आमजन को यह समझाइस देना होगी कि फायलेरिया से मुक्ति
तभी संभव जब प्रभावित जिले के सभी लोगों द्वारा दवा का एक बार सेवनअवश्य किया जाए। उन्होने कहा कि
आमजन को यह जानकारी दी जाए कि फायलेरिया की रोकथाम के लिये दवा खाने से फायलेरिया की बीमारी नहीं
होगी और दवा का दुष्प्रभाव नहीं है। फायलेरिया के उन्मूलन के लिये संबंधित जिलों के जनसमुदाय को दवा खाना
जरूरी है। इस संदेश को विभिन्न माध्यमों से प्रभावित जिलों में जन-जन तक पहुँचाया जाए। स्वास्थ्य मंत्री डॉ.
चौधरी ने कहा कि देश में 20 राज्य के 133 जिलों में फायलेरिया उन्मूलन प्रगति पर है। प्रदेश में 12 एंडेमिक
जिलें है। उन्होंने बताया कि फायलेरिया संक्रमित मच्छर क्यूलेक्स के द्वारा फैलने वाली बीमारी है।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि छतरपुर, दतिया, कटनी, पन्ना, उमरिया, रीवा, टीकमगढ़ और निवाड़ी
में एमडीए की गतिविधि की जा रही है। सागर, सतना, छिन्दवाड़ा और दमोह जिले को ट्रांसमिशन असिसमेन्ट सर्वे
के लिये शामिल किया गया है। उन्होंने कहा कि एमडीए की गतिविधि के सफलतापूर्वक संचालन के लिये संबंधित
जिलों के स्थानीय जनप्रतिनिधियों सहित नगरीय निकायों के पार्षद और ग्राम पंचायत के सरपंच से अभियान में
भागीदार बनाने के लिये पहल की जाएँ

। उन्होंने कहा कि शिक्षा, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, महिला-बाल विकास,
जल संसाधन, किसान कल्याण एवं कृषि विकास, नगरीय विकास एवं आवास, जनजातीय कार्य, सामाजिक न्याय
एवं नि:शक्तजन कल्याण विभाग के मैदानी अमले को फायलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम में जोड़ने की जरूरत है। बैठक
में एसीएस स्वास्थ्य श्री मोहम्मद सुलेमान, स्वास्थ्य आयुक्त डॉ. सुदाम खाड़े, सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास
श्री धनंजय सिंह, सचिव वन विभाग श्री एके मिश्रा, एमडीएनएचएम सुश्री प्रियंका दास, अतिरिक्त आयुक्त नगरीय
विकास डॉ. सत्येन्द्र सिंह, अतिरिक्त आयुक्त अनुसूचित जनजाति कल्याण श्री केजी तिवारी और टास्क फोर्स कमेटी
के सदस्य उपस्थित थे।

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