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करनाल: सरकार से बातचीत के बाद माने किसान, मामले की न्यायिक जांच करवाई जाएगी

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करनाल: हरियाणा के करनाल में किसानों और सरकार के बीच चला आ रहा गतिरोध समाप्त हो गया है। किसानों और सरकार के बीच बातचीत के बाद सहति बन गई है। सरकार ने करनाल प्रकरण की न्यायिक जांच हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज से करवाने का फैसला किया है। एसडीएम आयुष सिन्हा को छुट्टी पर भेज दिया गया है। सरकार ने किसान के दो परिवार वालों की नौकरी देने की भी बात कही है। मामले की जांच एक महीने में रिटायर्ड जज करेंगे।हरियाणा सरकार में अतिरिक्त मुख्य सचिव देवेंद्र सिंह ने किसान नेताओं के साथ संयुक्त प्रसे कॉन्फ्रेंस में ये जानकारी दी। अतिरिक्त मुख्य सचिव देवेंद्र सिंह ने कहा कि कल की वार्ता सकारात्मक वातावरण में हुई। आम सहमति से निर्णय हुआ है कि सरकार 28 अगस्त को हुए घटना की हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज से न्यायिक जांच करवाएगी। जांच 1 महीने में पूरी होगी। उन्होंने आगे बताया कि इस दौरान एसडीएम आयुश सिन्हा छुट्टी पर रहेंगे। हरियाणा सरकार मृतक किसान सतीश काजल के 2 परिवारजनों को करनाल ज़िले में डीसी रेट पर सेंक्शन पोस्ट पर नौकरी देगी।प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद अलग से मीडिया से बातचीत में किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि आज यहां संयुक्त मोर्चे की बैठक करने की जरूरत नहीं है। हम 1 नौकरी मांग रहे थे, कल हमने 2 मांगी। एक हफ्ते में 2 नौकरियां मिल जाएंगी। SDM जबरन छुट्टी पर रहेंगे। उसके बाद उनपर अलग FIR दर्ज़ होगी।आपको बता दें कि शुक्रवार देर शाम हरियाणा सरकार के प्रतिनिधियों से बातचीत के लिए 13 किसान नेताओं का प्रतिनिधिमंडल गया था। बैठक 4 घंटे चली इसके बाद किसान नेताओं ने कहा कि बातचीत सकारात्मक माहौल में हुई और कई मुद्दों पर सहमति भी बनी। बचे हुए मतभेदों को लेकर आज सुबह किसानों की सरकार के साथ बैठक हुई, जिसके बाद सरकार औ किसान नेता चढ़ूनी ने ज्वॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी दी।

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वैक्सीनेशन को लेकर पीएम मोदी ने थपथपाई गोवा की पीठ, अहम बैठक में दिए खास निर्देश

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नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को कोविड-19 पर उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने राज्य की शत प्रतिशत पात्र आबादी को कोविड-19 रोधी टीके की पहली खुराक देने के लिए शुक्रवार को गोवा की सराहना की। गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत के एक ट्वीट को टैग करते हुए प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘शाबाश गोवा। शानदार प्रयास, जिसे सामूहिक भावना की मजबूती से और चिकित्सकों व नवप्रर्वतकों की दिलेरी ने संभव कर दिखाया।’’मुख्यमंत्री सावंत ने शत प्रतिशत पात्र आबादी को टीके की पहली खुराक देने के लिए चिकित्सकों, नर्सों और स्वास्थ्यकर्मियों का आभार जताया और कहा, ‘‘गोवा की जनता की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार को 18 साल से ऊपर की उम्र के सभी लोगों के मुफ्त टीकाकरण और कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई में निर्बाध टीकों की आपूर्ति के लिए मैं धन्यवाद देता हूं।’’ एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, ‘‘हमें इसी ऊर्जा के साथ आगे बढ़ते रहना है ताकि टीके की दूसरी खुराक सभी के लिए सुनिश्चित हो।’’ देश में कोविड वैक्सीनेशन का आंकड़ा 73 करोड़ के पास पहुंचादेश में कोरोना वैक्सीनेशन का काम तेजी से चल रहा है। देश में कोविड वैक्सीनेशन का आंकड़ा 73 करोड़ (72,97,50,724)  के पास पहुंचा। देश में शुक्रवार (10 सितंबर) शाम 7 बजे तक वैक्सीन की 56 लाख से ज़्यादा डोज़ लगाई गई हैं। ये जानकारी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने दी है।

पीएम मोदी ने कोरोना वैक्सीनेशन पर की अहम बैठक, दिए ये निर्देश
गौरतलब है कि, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को कोविड-19 पर उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। बयान में कहा गया है कि पीएम मोदी ने बैठक में राज्यों को प्रत्येक जिले में दवाओं का बफर स्टॉक रखने के लिए कहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अगले कुछ महीनों के लिए टीकों के उत्पादन, आपूर्ति, आगे की योजना की समीक्षा की। पीएम मोदी ने म्यूटेंट के उद्भव की निगरानी के लिए जीनोम के निरंतर अनुक्रमण की आवश्यकता को रेखांकित किया। सरकार ने कोविड की स्थिति पर कहा कि महाराष्ट्र, केरल जैसे राज्यों के आंकड़े संकेत देते हैं कि ढिलाई के लिए कोई जगह नहीं हो सकती। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि सांद्रक, सिलेंडर, पीएसए संयंत्रों सहित ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए पूरे पारिस्थितिकी तंत्र को तेजी से बढ़ाने की जरूरत है।

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मायावती का मुख्तार से मोहभंग! विधानसभा चुनाव में नहीं देंगी टिकट, जानिए BSP ने किसे बनाया उम्मीदवार

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नई दिल्ली: माफिया डॉन मुख्तार अंसारी को 2022 के विधानसभा चुनाव में बीएसपी से टिकट नहीं मिलेगा। बीएसपी के इस फैसले को मायावती का मुख्तार अंसारी से मोहभंग के तौर पर देखा जा रहा है। मायावती ने ट्वीट करके ये साफ कर दिया है कि उनकी पार्टी आगमी विधानसभा चुनाव में बाहुबली और माफियाओं को टिकट नहीं देगी। मऊ सीट से भीम राजभर बीएसपी के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे। मायावती ने ट्वीट किया-‘ बीएसपी का अगामी यूपी विधानसभा आमचुनाव में प्रयास होगा कि किसी भी बाहुबली व माफिया आदि को पार्टी से चुनाव न लड़ाया जाए। इसके मद्देनजर ही आजमगढ़ मण्डल की मऊ विधानसभा सीट से अब मुख्तार अंसारी का नहीं बल्कि यूपी के बीएसपी स्टेट अध्यक्ष भीम राजभर के नाम को फाइनल किया गया है।’मुख्तार अंसारी बांदा जेल में बंद है और उसके खिलाई कई आपराधिक मामले लंबित हैं। बसपा प्रमुख ने यह घोषणा मुख्तार के भाई सिगबतुल्लाह अंसारी के समाजवादी पार्टी में शामिल होने के कुछ दिन बाद की है। मायावती ने कहा, ”जनता की कसौटी व उसकी उम्मीदों पर खरा उतरने के प्रयासों के तहत लिए गए इस निर्णय के फलस्वरूप पार्टी प्रभारियों से अपील है कि वे पार्टी उम्मीदवारों का चयन करते समय इस बात का खास ध्यान रखें ताकि सरकार बनने पर ऐसे तत्वों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई करने में कोई भी दिक्कत न हो।”मायावती ने कहा, ‘‘बसपा का संकल्प ‘कानून द्वारा कानून का राज’ के साथ राज्य की तस्वीर बदलने का है ताकि प्रदेश व देश ही नहीं बल्कि बच्चा-बच्चा कहे कि सरकार हो तो बहनजी की ‘सर्वजन हिताय व सर्वजन सुखाय’ जैसी।’’ मुख्तार के दूसरे भाई अफजल अंसारी गाजीपुर सीट से बसपा सांसद हैं और उन्होंने भाजपा के मनोज सिन्हा को चुनाव में हराया था।

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वैक्सीन नहीं ली होगी तो जबरन छुट्टी पर भेज दिए जाएंगे सरकारी कर्मचारी: पंजाब सरकार

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चंडीगढ़: पंजाब सरकार ने कोरोना वैक्सीन नहीं लगवाने वाले सरकारी कर्मचारियों को लेकर बड़ा फैसला लिया है। मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान के मुताबिक, पंजाब में जिन सरकारी कर्मचारियों ने कोरोना वैक्सीन (एक भी डोज) नहीं लगवाई उन्हें 15 सितंबर के बाद जबरन छुट्टी पर भेज दिया जाएगा। पंजाब सरकार के कर्मचारी मेडिकल के अलावा किसी अन्य कारण से कोविड वैक्सीन की पहली खुराक नहीं ले पाने में विफल रहने पर 15 सितंबर के बाद अनिवार्य रूप से छुट्टी पर भेज दिए जाएंगे। शुक्रवार को इस संबंध में पंजाब के मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से आदेश जारी किए गए हैं।वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शुक्रवार को हुई उच्च स्तरीय कोविड समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि आंकड़ों के विश्लेषण से यह पता चला है कि टीके महामारी के खिलाफ प्रभावी हैं। सीएम अमरिंदर सिंह ने शुक्रवार को घोषणा की कि स्वास्थ्य कारणों को छोड़कर यदि 15 सितंबर तक राज्य सरकार के कर्मचारियों ने कोविड-19 रोधी टीके की पहली खुराक भी नहीं ली होगी, तो ऐसे कर्मचारियों को अनिवार्य रूप से छुट्टी पर भेज दिया जाएगा। कोविड समीक्षा बैठक में सीएम ने कहा कि विश्लेषण किए जा रहे आंकड़ों से टीके की प्रभावशीलता स्पष्ट है।एक आधिकारिक वक्तव्य के मुताबिक, मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने यह कड़ा फैसला इसलिए लिया है ताकि लोगों को महामारी से बचाया जा सके। इसके अलावा यह सुनिश्चित किया जा सके कि टीका लगवा चुके लोग टीका नहीं लगवाने वाले लोगों की वजह से संक्रमित न हों। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी कर्मचारियों को टीका लगवाने के लिए लगातार प्रेरित किया जा रहा है। ऐसे कर्मचारी जो अभी भी टीका लगवाने से बच रहे हैं, उनको तब तक छ्ट्टी पर भेज दिया जाएगा, जब तक कि वे टीके की पहली खुराक नहीं लगवा लेते। सीएम कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने टीचिंग और नॉन टीचिंग स्कूल स्टाफ़ को ड्यूटी पर लौटने की अनुमति दी गई है। कहा गया है कि जिन्होंने 4 सप्ताह से अधिक समय पहले टीके की कम से कम एक खुराक ली थी, ड्यूटी फिर से शुरू कर सकते हैं। हालांकि, साप्ताहिक RT-PCR नेगेटिव रिपोर्ट प्रस्तुत करना अनिवार्य होगा। वहीं, इससे जुड़ी बीमारी वाले सभी लोगों को पूरी तरह से टीकाकरण के बाद ही अनुमति दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने टीके की पहली खुराक के लिए शिक्षकों, बच्चों के माता-पिता, विक्रेताओं, खाद्य/मिठाई की दुकानों और ढाबों के कर्मचारियों को प्राथमिकता देने का भी आदेश दिया।

कोविड प्रतिबंधों को 30 सितंबर तक के लिए बढ़ाया गया

पंजाब सीएमओ की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने आगामी त्योहारों के मौसम को देखते हुए मौजूदा कोविड प्रतिबंधों को 30 सितंबर तक बढ़ाने का आदेश दिया है, जिसमें राजनीतिक, और मास्क पहनने के साथ-साथ सामाजिक दूरी को सख्ती से लागू करने सहित सभी सभाओं पर केल 300 लोग ही शामिल हो सकेंगे।

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मैं कश्मीरी पंडित हूं, जम्मू-कश्मीर आता हूं तो ऐसा लगता है कि घर पर आया हूं: राहुल गांधी

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जम्मू: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने जम्मू में कहा है कि वे और उनका परिवार कश्मीरी पंडित है। राहुल गांधी ने कहा कि जब भी वे जम्मू-कश्मीर आते हैं तो ऐसा लगता है कि अपने घर पर आया हूं। राहुल गांधी ने कश्मीरी पंडितों को लेकर कहा कि वे उनकी सहायता करेंगे। राहुल गांधी फिलहाल जम्मू-कश्मीर के दौरे पर हैं और शुक्रवार को जम्मू में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने यह बयान दिया है। गुरुवार को राहुल गांधी कटरा में माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए गए थे और रात को भी वहीं पर रुके थे।जम्मू में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा, “जम्मू कश्मीर में जब भी मैं आता हूं तो मुझे लगता है कि घर आया हूं, वही बात में आपको कहना चाहता हूं, कल मैं वैष्णो देवी जी के दर्शन के लिए गया और मुझे ऐसे लगा कि मैं घर आया हूं, मैं भी मेरा परिवार भी कश्मीरी पंडित है, तो मैं आपसे कहना चाहता हूं कि मैं जो भी बात कहता हूं मैं झूठ नहीं बोलता हूं, कश्मीरी पंडित जो भाई हैं उनको मैं कह रहा हूं कि मैं आपकी मदद करूंगा।”आपको बता दें राहुल गांधी दो दिवसीय दौरे पर बृहस्पतिवार को जम्मू पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने रियासी जिले में त्रिकुटा पहाड़ी पर स्थित माता वैष्णो देवी के मंदिर जाकर पूजा-अर्चना की। जम्मू हवाई अड्डे पर पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष का पार्टी नेताओं ने उनका स्वागत किया था। दौरे के पहले दिन उनका कोई राजनीतिक कार्यक्रम प्रस्तावित नहीं था। शुक्रवार को पूर्वाह्न 11 बजे से अपराह्न साढ़े बारह बजे तक गांधी, जम्मू के त्रिकुटा नगर में जे के रिजॉर्ट्स में पार्टी कार्यकर्ताओं से मिले। भोजन के दौरान पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात करने के बाद वह साढ़े तीन बजे की उड़ान से दिल्ली वापस जाएंगे।

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तीसरी लहर में भारतीय बच्चों को लेकर जताई गई आशंका, अमेरिकी बच्चों पर सही साबित हुई, 7 दिनों में रिकॉर्ड 2.5 लाख मासूम कोरोना संक्रमित

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तीसरी लहर में भारतीय बच्चों को लेकर जताई गई आशंका अमेरिकी बच्चों पर सच साबित होती दिख रही है। यहां बच्चों पर कोरोना का कहर टूट पड़ा है। इस समय अमेरिका के अस्पतालों में कुल 2396 कोरोना संक्रमित बच्चे भर्ती हैं, यही नहीं, बीते एक सप्ताह के दौरान बच्चों में संक्रमण के 2.5 लाख से ज्यादा मामले सामने आए और ये भी अपने आप में रिकॉर्ड है। महामारी की शुरुआत से लेकर अब तक एक हफ्ते में बच्चों के संक्रमित होने की यह सर्वाधिक संख्या है।

फिलहाल अमेरिका में मिल रहे नए कोरोना संक्रमितों में 26 फीसदी केवल बच्चे हैं। अमेरिकी अकादमी ऑफ पेडियाट्रिक्स के मुताबिक 5 अगस्त से 2 सितंबर के बीच यानी लगभग चार सप्ताह के भीतर बच्चों में संक्रमण के 7, 50, 000 नए मामले सामने आए। यह बेहद डराने वाला आंकड़ा है। कि बच्चों की मृत्यु दर काफी कम बनी हुई है। तक 520 बच्चों की कोविड से मौत हुई है।

अगस्त, 2020 से अब तक अस्पताल में भर्ती होने वाले बच्चों की संख्या 55 हजार के आंकड़े को पार कर चुकी है। अमेरिकी स्वास्थ्य एजेंसी सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) के मुताबिक 6 सितंबर को खत्म हुए, हालांकि विशेषज्ञ बच्चों के संक्रमित होने का एक मात्र कारण स्कूल खुलने को नहीं मान रहे हैं। इसलिए देशभर में डेल्टा वेरिएंट के कहर को देखते हुए संक्रमित होने वाले बच्चों की संख्या में और बढ़ोतरी की आशंका जताई गई है।

आपको बता दें कि वायरस ज्यादातर उन्हीं को संक्रमित कर रहा है जिनको टीका नहीं लगाया गया है। कोलंबिया यूनिवर्सिटी के इर्विंग मेडिकल सेंटर के प्रोफोसर डॉ. एडिथ ब्राचो-सांचेज ने हालात को चिंताजनक करार दिया है। उधर, सीडीसी ने भी कहा है कि स्कूलों को संचालन जारी रखने के लिए यह जरूरी है कि बच्चों को संक्रमण से बचाया जाए।

भर्ती करीब आधे बच्चों को कोई पूर्व बीमारी नहीं : सीडीसी के मुताबिक अस्पताल में भर्ती अमेरिकी बच्चों में से करीब 46.4 फीसदी को कोई पूर्व बीमारी नहीं थी। इससे यह भ्रम टूट जाता है कि स्वस्थ बच्चों में कोरोना संक्रमण का खतरा किसी पूर्व बीमारी से जूझ रहे बच्चों की अपेक्षा कम रहता है।

मिस-सी का खतरा बढ़ा: अमेरिका में बड़ी संख्या में कोरोना संक्रमित बच्चे मल्टी इंफ्लामेंटरी सिंड्रोम इन चिल्ड्रेन (मिस-सी) नामक बीमारी से ग्रस्त हुए। 4661 बच्चे मिस-सी से पीड़ित हुए जिसमें से 41 की मौत हो गई। इस बीमारी में शरीर के विभिन्न अंदरूनी अंगों जैसे कि लीवर, मस्तिष्क आदि में सूजन आ जाती है।

25 फीसदी बच्चों का पूर्ण टीकाकरण : अमेरिका में 12 साल या इससे अधिक उम्र के बच्चों को टीका लगाया जा रहा है। सीडीसी के मुताबिक 12 से 15 साल के 25 फीसदी अमेरिकी बच्चों को कोरोना रोधी टीके की दोनों खुराक लगाई जा चुकी है। इस आयु वर्ग में 33 फीसदी बच्चों को टीके की एक खुराक दी गई है। 16 से 17 साल के बच्चों में 37 फीसदी को दोनों खुराक दी जा चुकी है, जबकि 45 फीसदी को एक खुराक दी गई है।

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जयपुर की महिला कांस्टेबल ने ब्यावर DSP के साथ स्वीमिंग पूल में बनाए संबंध, 6 वर्षीय बेटे के सामने

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जयपुर, 9 सितम्बर। राजस्थान पुलिस की महिला कांस्टेबल और पुलिस उपाधीक्षक (सीओ) का डर्टी वीडियो वायरल हुआ है। दोनों स्वीमिंग पूल में शारीरिक संबंध बनाने नजर आ रहे हैं। यह सब महिला कांस्टेबल के 6 वर्षीय बेटे के सामने किया गया है। बेटे से भी अश्लीलता हुई है। महिला कांस्टेबल व आरपीएस निलंबित वीडियो व तस्वीरें वायरल होने के बाद महिला कांस्टेबल व आरपीएस को राजस्थान डीजीपी एमएल लाठर ने निलंबित कर दिया है। दोनों के खिलाफ जांच शुरू की गई है। यह सब खुलासा महिला कांस्टेबल के पति की रिपोर्ट पर हुआ है। RPS हीरालाल सैनी अजमेर जिले के ब्यावर में सीओ दरअसल, महिला कांस्टेबल जयपुर कमिश्नरेट में तैनात है जबकि आरपीएस अधिकारी हीरालाल सैनी अजमेर जिले के ब्यावर में सीओ के पद पर सेवा दे रहे हैं। महिला कांस्टेबल निलम्बन काल के दौरान पुलिस लाइन जयपुर कमिश्नरेट और आरपीएस हीरालाल सैनी पुलिस मुख्यालय में अपनी उपस्थिति देंगे। दोनों के खिलाफ विभागीय जांच भी होगी। आरपीएस हीरालाल सैनी नशे में धुत वायरल वीडियो देखने से पता चलता है कि यह वीडियो महिला कांस्टेबल व आरपीएस की सहमति से बना है। आरपीएस हीरालाल सैनी नशे में धुत दिखाई दे रहे हैं। महिला कांस्टेबल बार-बार कैमरे की तरफ देखती भी है। वीडियो एडिट किए जाने का आरोप हालांकि पूरे मामले में आरपीएस का कहना है कि किसी साजिश करके उनका वीडियो एडिट किया है। वीडियो जिस महिला के साथ होने की बात कही जा रही है। वे उसे जानते तक नहीं। 2018 से ब्यावर डीएसपी पद पर कार्यरत बता दें कि हीरालाल सैनी वर्ष 2018 से ब्यावर डीएसपी पद पर कार्यरत थे। कुछ माह पूर्व उनकी जगह एक प्रोबेशनर आईपीएस को लगा दिया गया था। बाद में प्रोबेशनर आईपीएस को दूसरी जगह लगाकर सीओ हीरालाल सैनी को ट्रांसफर निरस्त कर दिया। महिला कांस्टेबल के पति ने रिपोर्ट दी इधर, जयपुर कमिश्नरेट पुलिस की इस महिला कांस्टेबल के पति ने रिपोर्ट में बताया कि पत्नी ने 13 जुलाई 2021 को अपने वाटसअप स्टेटस में यह पूल वाली तस्वीरें शेयर की थी। दोनों अश्लीलता करते नजर आ रहे थे। इस पर दो अगस्त को पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई गई।

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COVID19 : 24 घंटे में 43,263 नए मामले सामने आए, 338 लोगों की मौत

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देश भर में पिछले 24 घंटे में 43,263 नए मामले सामने आए हैं जबकि 338 लोगों की मौत हो गई है जaबकि 40, 567 मरीज स्वस्थ् हो चुके हैं। देशभर में अबतक कोरोना संक्रमण की कुल संख्या बढ़कर 3,31,39,981 हो गई है वहीं एक्टिव मामले 3,93,614 हैं। इस संक्रमण से मृतकों की कुल संख्या बढ़कर 4,41,749 हो गई है।केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बृहस्पतिवार सुबह आठ बजे जारी किए गए अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, संक्रमण से 338 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 4,41,749 हो गई। देश में उपचाराधीन मरीजों की संख्या भी बढ़कर 3,93,614 हो गई है, जो कुल मामलों का 1.19 प्रतिशत है और मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर 97. 48 प्रतिशत है। आंकड़ों के अनुसार, देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितंबर को 40 लाख से अधिक हो गई थी। वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर को 50 लाख, 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए। देश में 19 दिसंबर को ये मामले एक करोड़ के पार, चार मई को दो करोड़ के पार और 23 जून को तीन करोड़ के पार चले गए थे।

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पीएम मोदी आज 13वें BRICS शिखर सम्मेलन की करेंगे अध्यक्षता, बैठक में अफगान संकट पर हो सकती है चर्चा

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज डिजिटल माध्यम से पांच देशों के समूह ब्रिक्स (ब्राजील, रूस, चीन, भारत और दक्षिण अफ्रीका) के सालाना शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता करेंगे। यह जानकारी प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने एक बयान में दी। भारत वर्ष 2021 में ब्रिक्स की अध्यक्षता कर रहा है। इस बैठक में ब्राजील के राष्ट्रपति जाइर बोलसोनारो, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, चीन के राष्ट्रपति शी चिनपिंग और दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा उपस्थित रहेंगे। इस बैठक में अफगानिस्तान की ताजा स्थिति पर चर्चा होने की उम्मीद है। पीएमओ के मुताबिक भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल, न्यू डेवलपमेंट बैंक के अध्यक्ष मार्कोस ट्रॉयजो, ब्रिक्स बिजनेस काउंसिल के अस्थायी अध्यक्ष ओंकार कंवर और ब्रिक्स विमेन्स बिजनेस एलायंस की अस्थायी अध्यक्ष डॉ.संगीता रेड्डी इस मौके पर शिखर सम्मेलन में उपस्थित राजाध्यक्षों के सामने अपने-अपने दायित्वों के तहत साल भर में किये काम काम का ब्योरा प्रस्तुत करेंगे। इस बार शिखर सम्मेलन की विषयवस्तु ‘‘ब्रिक्स@15: अंतर-ब्रिक्स निरंतरता, एकजुटता और सहमति के लिये सहयोग है। पीएमओ ने बताया कि अपनी अध्यक्षता में भारत ने चार प्राथमिक क्षेत्रों का खाका तैयार किया है। इन चार क्षेत्रों में बहुस्तरीय प्रणाली, आंतक विरोध, सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिये डिजिटल और प्रौद्योगिकीय उपायों को अपनाना तथा लोगों के बीच मेल-मिलाप बढ़ाना शामिल है।इन क्षेत्रों के अलावा, उपस्थित राजाध्यक्ष कोविड-19 महामारी के दुष्प्रभाव तथा मौजूदा वैश्विक और क्षेत्रीय मुद्दों पर भी विचारों का आदान-प्रदान करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी दूसरी बार ब्रिक्स शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता करेंगे। इसके पहले वर्ष 2016 में उन्होंने गोवा शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता की थी। इस वर्ष भारत उस समय ब्रिक्स की अध्यक्षता कर रहा है, जब ब्रिक्स का 15वां स्थापना वर्ष मनाया जा रहा है।

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UP में 50 साल से ऊपर के ‘अनफिट’ और भ्रष्ट पुलिस वालों की होगी छंटनी, होंगे जबरन रिटायर

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इस साल मार्च में 50 साल पूरे करने वाले उत्तर प्रदेश के पुलिस कर्मियों की स्क्रीनिंग की जाएगी। जो ‘अक्षम, गैर अनुशासित और भ्रष्ट’ पाए जाएंगे उन्हें रिटायर कर दिया जाएगा। इस संबंध में नए आदेश अतिरिक्त महानिदेशक (एडीजी), स्थापना, संजय सिंघल द्वारा जारी किए गए हैं। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि आदेश में कहा गया है कि सभी पुलिस विभागाध्यक्षों और जिला पुलिस प्रमुखों को कांस्टेबल से लेकर निरीक्षक तक के पुलिस कर्मियों की स्क्रीनिंग की प्रक्रिया पूरी करनी होगी।उन्होंने कहा कि आदेश में कहा गया है कि 31 मार्च, 2021 तक 50 वर्ष की आयु तक के सभी पुलिस कर्मियों की स्क्रीनिंग उनके ‘प्रदर्शन’ के आधार पर की जाएगी। अक्षम, अनुशासनहीन और भ्रष्ट पुलिस कर्मियों को बाहर निकालने के लिए राज्य सरकार ने पिछले दो वर्षों से इस नीति पर जोर दिया है। एडीजी (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने स्पष्ट किया कि “यह कोई नई बात नहीं है, बल्कि 50 साल से ऊपर के कर्मचारियों की स्क्रीनिंग से संबंधित आदेश साल 1985 से लागू है और यह अन्य विभागों और केंद्र सरकार की इकाइयों में भी किया गया है।”उन्होंने कहा कि “इस स्क्रीनिंग को यह नहीं माना जाना चाहिए कि कर्मचारियों को जबरन सेवानिवृत्ति दी जाएगी, लेकिन यह सेवा में उनकी उपयोगिता के अनुसार किया गया है।” उन्होंने कहा कि “50 वर्ष से अधिक आयु के वे पुलिस कर्मी, जिनकी स्क्रीनिंग एक बार हो चुकी है, आगे की स्क्रीनिंग का हिस्सा नहीं होंगे।”ज्ञात हो कि 2019 में राज्य भर में इंस्पेक्टर से लेकर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों तक के 364 पुलिस कर्मियों को अनिवार्य सेवानिवृत्ति दी गई थी। इनमें 11 निरीक्षक, 57 उप निरीक्षक, आठ उप निरीक्षक (मंत्रालयी), 80 प्रधान आरक्षक व 200 आरक्षक व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी शामिल थे।इसके अलावा, कुछ प्रांतीय पुलिस सेवा और भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारियों को भी 2019 से अनिवार्य सेवानिवृत्ति दी गई थी, जिसमें से सबसे अधिक प्रचारित मामला आईपीएस अमिताभ ठाकुर का था।

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