DIGITAL BHARAT

एक भारत उत्कृष्ट भारत

कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने लगाए भारत पर गंभीर आरोप

0 0
Read Time:11 Minute, 58 Second

डिजिटल भारत l कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो का जून महीने में हुई कनाडा के खालिस्तानी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को “भारत सरकार के एजेंटों” से जोड़ने वाला सनसनीखेज आरोप, दोनों देशों के बीच सुलझते रिश्तों में एक नई गिरावट का संकेत देता है। ट्रूडो के आरोप ने घटनाक्रमों की एक श्रृंखला शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि सबूत भारत के साथ साझा किए गए थे और पिछले सप्ताह के अंत में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ हुई द्विपक्षीय बैठक में भी इस मसले को उठाया गया था। कनाडा द्वारा एक वरिष्ठ भारतीय राजनयिक को निष्कासित करने के बाद, भारत ने मंगलवार को कनाडा के उच्चायुक्त को तलब किया और कनाडा के स्टेशन प्रमुख को जासूसी के आरोप में निष्कासित कर दिया। संयुक्त राज्य अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया, जो “फाइव आइज” खुफिया सूचनाओं के साझाकरण से संबंधित समझौते में कनाडा के साथ भागीदार हैं, ने इस मसले पर “गहरी चिंता” व्यक्त की है। विदेश मंत्रालय ने कनाडा के राजनयिकों पर “भारत विरोधी” गतिविधियों में लिप्त होने का भी आरोप लगाया है, जिससे यह संकेत मिलता है कि और ज्यादा संख्या में राजनयिक जांच के दायरे में हो सकते हैं।
ये सवाल इसलिए भी अहम हो जाता है क्योंकि किसी विकसित या जी-7 देश ने इससे पहले कभी सार्वजनिक तौर पर ऐसे गंभीर आरोप भारत पर नहीं लगाए हैं. साथ ही कंज़र्वेटिव पार्टी के नेता पिएरे पोलिवियरे ने भी इन आरोपों पर ट्रूडो से और जानकारी मांगी है. वो बोले- प्रधानमंत्री ने अब तक कोई तथ्य उपलब्ध नहीं करवाए हैं, हमें और तथ्य देखने की ज़रूरत है. इस कहानी में यही समझने की कोशिश करेंगे कि ट्रूडो के ऐसा क़दम उठाने के मायने क्या हैं और साथ ही जानेंगे कि भारत-कनाडा के संबंधों में आई तल्खी को भारत समेत विदेशी मीडिया कैसे देख रहा है?
ट्रूडो की मंशा
छोड़कर पॉडकास्ट आगे बढ़ें
छोटी उम्र बड़ी ज़िंदगी
छोटी उम्र बड़ी ज़िंदगी
उन चमकते सितारों की कहानी जिन्हें दुनिया अभी और देखना और सुनना चाहती थी. दिनभर: पूरा दिन,पूरी ख़बर
समाप्त
द हिंदू अख़बार में भारत-कनाडा संबंधों पर संपादकीय छपा है. इस संपादकीय के मुताबिक़, ट्रूडो की टिप्पणी से भारत-कनाडा संबंध ख़राब स्थिति में पहुँच गए हैं. कनाडा के साथ इंटेलिजेंस शेयरिंग समझौते वाले समूह ‘फाइव आइज’ के सदस्य देश अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया ने भी चिंता ज़ाहिर की है. ट्रूडो ने भारत पर जो टिप्पणी की, उसे संसद में उनके राजनीतिक विरोधियों का भी समर्थन हासिल हुआ. ये भी संभावना है कि 2025 के चुनावों में अगर यह सरकार सत्ता से बाहर हुई तो ये मामला ठंडे बस्ते में पड़ा रहेगा. पाकिस्तान के मामले में इस तरह से आरोप लगाना, सार्वजनिक तौर पर आमने-सामने आ जाना आम बात है. मगर बात यहाँ कनाडा की हो रही है, जो नेटो का सदस्य है, जहाँ भारतीय मूल के काफ़ी लोग रहते हैं. ऐसे में विवाद बढ़ेगा तो इसका बड़ा असर होगा. द हिंदू के संपादकीय में लिखा है कि ऐसे कठिन पल में अगले कुछ क़दम सोच समझकर उठाने चाहिए. ट्रूडो की प्राथमिकता ये होगी कि वो भारत पर लगाए गंभीर आरोपों को सार्वजनिक तौर पर साबित करें या फिर ये स्वीकार करें कि वो ऐसा करने में असक्षम हैं. भारत का कहना रहा है कि कनाडा की ज़मीन का इस्तेमाल भारत-विरोधी, अलगाववादी खालिस्तानी समूहों की गतिविधियों के लिए होता है. ये बात कई बार साबित भी हुई है. इसकी शुरुआत 1980 से शुरू होती है और हाल के दिनों में भारतीय राजनयिकों और भारतीय कम्युनिटी सेंटर पर हुए हमलों तक जारी रहती है. ट्रूडो की मंशा
छोड़कर पॉडकास्ट आगे बढ़ें
छोटी उम्र बड़ी ज़िंदगी
छोटी उम्र बड़ी ज़िंदगी
उन चमकते सितारों की कहानी जिन्हें दुनिया अभी और देखना और सुनना चाहती थी. दावा: द न्यूयॉर्क टाइम्स
द न्यूयॉर्क टाइम्स ने भारत-कनाडा संबंधों के ख़राब होने पर एक लंबी रिपोर्ट की है. इस रिपोर्ट में कनाडा के आरोपों को तोप के गोलों की तरह बताया गया है. रिपोर्ट के मुताबिक़, कनाडा अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया जैसे अपने सहयोगियों से भारत को चुनौती देने के लिए साथ आने को कह रहा है. वहीं भारत के लिए पश्चिमी देश, ख़ासकर कनाडा सिख अलगाववादी संगठनों की पनाहगाह बना हुआ जो भारत के लिए ख़तरा है. न्यूयॉर्क टाइम्स ने लिखा है, अगर निज्जर की हत्या के पीछे भारत का हाथ निकला तो ये भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के लिए शर्मनाक स्थिति होगी. भारत की ख़ुफिया एजेंसी रॉ पर पहले भी दूसरे देशों में जाकर हत्या करने की साजिश के आरोप लगते रहे हैं. पूर्व सुरक्षा अधिकारियों का कहना है कि पश्चिमी देशों में हरदीप सिंह निज्जर का मामला पहला ऐसा मामला होगा, जिसके बारे में पता चल पाया. अख़बार ने लिखा है, रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत सरकार लंबे वक़्त से ये कहती रही है कि खालिस्तान के मुद्दे को बस पंजाब में मामूली सा समर्थन हासिल रहा है. ये बात अलग है कि जब 2020-2021 में सिख किसानों के नेतृत्व में किसान आंदोलन हुआ तो सत्तारूढ़ दल के नेताओं ने किसानों को खालिस्तानी साबित करने की कोशिश की.
सुरक्षा का सवाल
पूर्व भारतीय राजदूत केसी सिंह ने द न्यूयॉर्क टाइम्स से बात करते हुए कनाडा के आरोपों को गंभीर बताया. केसी सिंह ने कहा, ”निज्जर की हत्या के बाद ये साफ़ था कि ये मुद्दा उठेगा. इस मामले में सिख संगठनों ने भारतीय राजनयिकों पर उंगली उठाई थी और कनाडा के नेताओं पर दबाव बनाया था.” केसी सिंह ने कहा, ”भारत कनाडा में खालिस्तान समर्थकों से नाराज़ रहता है. वहीं कनाडा अपने नागरिकों पर मंडराते ख़तरे और संप्रभुता का हवाला देता है. दोनों देशों के बीच दूरियां बढ़ गई हैं.” द न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट में खालिस्तान आंदोलन के 1980 के दौर में हिंसक होने, स्वर्ण मंदिर पर उग्रवादियों के क़ब्ज़े और इंदिरा गांधी के सैन्य कार्रवाई के फ़ैसले का भी ज़िक्र किया गया है. 1985 में टोरंटो से लंदन की फ्लाइट में बम लगाने का आरोप भी खालिस्तानी अलगाववादियों पर लगता रहा है. इस हादसे में 300 लोगों की मौत हो गई थी. भारतीय अधिकारियों ने कहा कि ऐसे संगठनों के ख़िलाफ़ घरेलू राजनीति के चलते एक्शन नहीं लिया जाता है. ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका में भी सिख समुदाय ताकतवर हो रहा है. भारत की ज़िम्मेदारी
वॉशिंगटन पोस्ट ने भारत-कनाडा पर एक विश्लेषण छापा है. इस विश्लेषण में मिहिर शर्मा लिखते हैं- ट्रूडो का भारत पर आरोप लगाना कई कारणों से चौंकाने वाला रहा. इनमें एक कारण ये भी है कि हम में से ज़्यादातर को ये लगता है कि हम अच्छे लोग हैं और हमारी सरकार ऐसे किसी काम को नहीं करती. अगर भारत ने वाक़ई पश्चिमी देश की ज़मीन पर ऐसा काम किया है तो इससे टकराव और ज़्यादा बढ़ जाएगा. सरकार के ताक़तवर रवैये के समर्थक भी इस बात से इनकार नहीं करेंगे. पीएम मोदी अंतरराष्ट्रीय संबंधों के मामले में भारत के पारंपरिक रवैये को बदलने की कोशिश में दिखते रहे हैं. 2019 में कश्मीर में हुए हमले के बाद ‘घर में घुसकर मारेंगे’ जैसी बातों का भी प्रचार हुआ. सब जानते हैं कि पीएम मोदी का इशारा पड़ोसी देश में पनाह लिए हुए चरमपंथियों की ओर था. इसके बाद पाकिस्तान की ज़मीन पर एयर स्ट्राइक भी की गई. भारत-कनाडा संबंध
अमेरिका की प्रतिष्ठित पत्रिका टाइम ने भारत-कनाडा संबंधों के टूटने पर एक विस्तृत रिपोर्ट की है. रिपोर्ट के मुताबिक़, भारत कनाडा संबंध बिगड़ने की शुरुआत जी-20 सम्मेलन के दौरान तब ही हो गई थी, जब पश्चिमी देशों की तरह औपचारिक तौर पर मोदी और ट्रूडो के बीच द्विपक्षीय वार्ता नहीं हुई थी. इस मुलाक़ात में दोनों नेताओं ने एक-दूसरे से गहरी चिंता व्यक्त की थी. जानकारों का कहना है कि कनाडा से व्यापार और मुल्क में मौजूद भारतीय मूल के लोगों की बड़ी संख्या के चलते जो रिश्ते थे, वो बीते सालों में कमज़ोर होते चले गए हैं. विलसन सेंटर थिंक टैंक में साउथ एशिया इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर माइकल कुगलमैन ने कहा, ”कनाडा में सिख एक्टिविज़्म का बढ़ना और भारत की चिंताओं का समाधान तलाशने की अनिच्छा ने दोनों देशों के संबंधों को अब गहरे संकट में ढकेल दिया गया है. छुरियां निकल चुकी हैं.”

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %

प्रधानमत्री के जन्मदिन पर युवा मोर्चा ने लगाया विशाल रक्तदान शिविर

0 0
Read Time:1 Minute, 53 Second

डिजिटल भारत I प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन के अवसर पर जबलपुर जिले की पनागर विधानसभा में युवा मोर्चा जिला ग्रामीण अध्यक्ष राजमणि सिंह बघेल एवं जिला ग्रामीण उपाध्यक्ष हर्ष तिवारी के नेतृत्व में पनागर बम्हनोदा रोड पर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर पनागर नगर मंडल, महाराजपुर मंडल, युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने बम्हनोदा रोड पर स्थित सामुदायिक भवन पर सेठ गोविन्ददास हॉस्पिटल (विक्टोरिया अस्पताल) के डॉक्टरों की उपस्थिति में आयोजित किया गया। जहां 101 कार्यकर्ताओं ने रक्तदान कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लंबी आयु की कामना की। रक्तदान शिविर में विधायक सुशील इंदु तिवारी की उपस्थिति में समस्त रक्तदाताओं के स्वास्थ्य की जानकारी लेकर सभी रक्तदाताओं को प्रमाणपत्र सोंपे।  

आज कार्यक्रम में विधायक सुशील इंदु तिवारी, युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष राजमणि सिंह बघेल, उपाध्यक्ष हर्ष तिवारी, अमन तिवारी, पुष्पराज त्रिपाठी, सोहेल खान, मंडल अध्यक्ष अंकुर जैन, महाराजपुर मंडल अध्यक्ष कुणाल पटेल, पवन पटेल, राजा जैन, धनेश पटेल, सतीश पटेल, रोहित साहू, आसीश साहू, सहित सेंकडों कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %

ब्रह्मोत्सव में होगा लगभग 5 हजार संत, मनीषियों और विशिष्टजन का समागम

0 0
Read Time:4 Minute, 57 Second

डिजिटल भारत l मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि 21 सितम्बर को ओंकारेश्वर में हो रहा स्टैच्यु ऑफ वननेस का
अनावरण कार्यक्रम पूर्ण गरिमा, भव्यता और दिव्यता के साथ किया जाए। कार्यक्रम में शामिल होने वाले देश के सभी प्रमुख
साधु-संतों का परंपरागत स्वागत-सत्कार किया जाए। वर्षा ऋतु को देखते हुए आयोजन स्थल तथा यातायात व्यवस्था के लिए
जिला प्रशासन विशेष रूप से संवेदनशील और सतर्क रहे तथा बिन्दुवार प्लानिंग करें। कार्यालय भवन समत्व
में ओंकारेश्वर स्थित एकात्म धाम में एकात्मता की मूर्ति के अनावरण कार्यक्रम की तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे। संस्कृति
मंत्री सुश्री ऊषा ठाकुर, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस बैठक में वर्चुअली शामिल हुए। समत्व भवन में अपर मुख्य सचिव
कृषि अशोक वर्णवाल, प्रमुख सचिव संस्कृति शिवशेखर शुक्ला, प्रमुख सचिव ऊर्जा संजय दुबे तथा अन्य अधिकारी
उपस्थित थे। बैठक से इन्दौर संभागायुक्त तथा खण्डवा कलेक्टर वर्चुअली जुड़े। केरल की धार्मिक परम्पराओं के अनुसार होगा साधु-संत का स्वागत मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 21 सितम्बर को प्रात: 11 बजे केरल की धार्मिक परम्पराओं अनुसार साधु-संतों का स्वागत करेंगे। इसके बाद मुख्यमंत्री और पूज्य संतों द्वारा वैदिक यज्ञ अनुष्ठान में आहुति दी जाएगी। इस अवसर पर देशभर की शैव परंपरा के नृत्यों की प्रस्तुतियों के साथ ही भारतीय प्रदर्शनकारी शैलियों के कलाकारों द्वारा आचार्य प्रवर्तित पंचायतन पूजा परंपरा का प्रस्तुतिकरण होगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तथा पूज्य संतों द्वारा एकात्मता की मूर्ति के अनावरण और अद्वैत लोक का भूमि एवं शिला-पूजन किया जाएगा। कुल 101 बटुकों द्वारा वेदोच्चार व शंखनाद के बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और पूज्य संत एकात्मता की मूर्ति के चरणों में पुष्पांजलि अर्पित करेंगे। इसके बाद सिंह चौहान, संतगण और विशिष्टजन सहित ब्रह्मोत्सव के लिए प्रस्थान करेंगे। ब्रह्मोत्सव में होगा संत विमर्श तथा मुख्यमंत्री का संबोधन जानकारी दी गई कि सिद्धवरकूट पर ब्रह्मोत्सव होगा। इसमें शंकर संगीत वेदोच्चार, आचार्य शंकर के स्त्रोतों पर एकाग्र समवेत नृत्य प्रस्तुति शिवोहम तथा आचार्य शंकर सांस्कृतिक एकता न्यास द्वारा प्रकाशित ;एकात्म धाम और अद्वैत युवा जागरण शिविर आधारित पुस्तकों का विमोचन किया जाएगा। एकात्मता की यात्रा फिल्म का प्रदर्शन भी होगा। ब्रह्मोत्सव में दोपहर को संत विमर्श और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का संबोधन होगा। ब्रहृमोत्सव में लगभग 5 हजार संत-मनीषियों और विशिष्टजनों का समागम होगा। वैदिक आर्चकों द्वारा किया जा रहा है हवन मूर्ति अनावरण से पहले मान्धाता पर्वत पर उत्तरकाशी के स्वामी ब्रहोन्द्रानन्द तथा 32 संन्यासियों द्वारा प्रस्थानत्रय भाष्य पारायण और दक्षिणाम्नाय श्रृंगेरी शारदापीठ के मार्गदर्शन में देश के लगभग 300 विख्यात वैदिक आर्चकों द्वारा वैदिक रीति पूजन तथा 21 कुंडीय हवन किया जा रहा है। स्टैच्यु ऑफ वननेस का अनावरण और अद्वैत लोक का भूमि एवं शिला- पूजन दक्षिणाम्नाय श्रृंगेरी शारदापीठ के मार्गदर्शन में होगा।

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %

बीमारू से विकसित बना है मध्यप्रदेश : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान

0 0
Read Time:6 Minute, 8 Second

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश में सभी के लिए मकान, किसानों को सम्मान
निधि, विद्यार्थियों को अनेक सुविधाएं देकर लाभान्वित किया जा रहा है। जो प्रावधान अन्य प्रदेशों में नहीं है, वे मध्यप्रदेश में
किए गए हैं। यह मध्यप्रदेश है, जहाँ किसानों और निर्धन परिवारों के ऐसे बच्चे भी अब डॉक्टर बन सकेंगे जो सरकारी स्कूलों में
पढ़े हैं। इनके लिए आरक्षण की व्यवस्था की गई है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत तेजी से प्रगति कर रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी भारत के लिए ईश्वर का वरदान हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज विदिशा जिले के शमशाबाद में कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का अनुभव और सुशासन की कार्यशैली दिलवा रही नई पहचान – हिमन्त बिश्व शर्मा
कार्यक्रम को असम के मुख्यमंत्री हिमन्त बिश्व शर्मा ने भी संबोधित किया। असम के मुख्यमंत्री शर्मा ने
कहा कि मध्यप्रदेश विकसित राज्य बनने की तरफ बढ़ा है, तो इसका श्रेय मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जी को है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने तीर्थदर्शन योजना को लागू करके प्रदेश के नागरिकों को देश के तीर्थ स्थानों की नि:शुल्क यात्रा की सुविधा दी है। आने वाले समय में प्रदेश के नागरिक जो भी अयोध्या के रामलला मंदिर के दर्शन के लिए जाना चाहेंगे, वे योजन का लाभ लेकर जा सकेंगे। मध्यप्रदेश में मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई हिन्दी में करवाई जा रही है। मध्यप्रदेश एक श्रेष्ठ राज्य है। यहां लाड़ली बहना योजना जैसी बहनों की जिन्दगी बदलने वाली योजना है। शिक्षा और कृषि क्षेत्र में मध्यप्रदेश ने काफी प्रगति की है। हर घर में जल नल के माध्यम से पहुंचाया जा रहा है। मध्यप्रदेश की गिनती पहले बीमारू राज्यों में थी, लेकिन आज मध्यप्रदेश विकसित राज्य का दर्जा प्राप्त कर रहा है। जहाँ प्रधानमंत्री श्री मोदी भारत की प्रतिष्ठा विश्व में बढ़ाते हुए कार्य कर रहे हैं, वहीं मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री चौहान मध्यप्रदेश को देश का नंबर-एक राज्य बनाने का सपना देखने केबाद उसे साकार करने का कार्य कर रहे हैं। उनका अनुभव और सुशासन आधारित कार्यशैली प्रदेश की नई पहचान बना रही है। बहनों की जिन्दगी में खुशहाली लाना उद्देश्य – मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आज हरतालिका व्रत के बाद भी बहनें बड़ी संख्या में यहां आई हैं। मैं मुख्यमंत्री नहीं इन बहनों का भईया हूँ। मैं सरकार नहीं परिवार चला रहा हूँ। लाड़ली बहना योजना सिर्फ एक योजना नहीं बल्कि बहनों का मान-सम्मान सुनिश्चित करने का अद्भुत माध्यम है। रक्षाबंधन पर बहनों को उपहार देने के बाद लाड़ली बहनों को हर माह 1250 रूपए प्रदान करने की पहल हुई। यह योजना बहनों को 3 हजार रूपए तक हर माह दिलवाने के लक्ष्य को लेकर प्रारंभ की गई है। प्रदेश के ऐसे परिवारों को नई आवास योजना का लाभ दिया जाएगा, जिनका अपना मकान नहीं है और वे अन्य आवास योजनाओं के लाभ से शेष रह गए हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विद्यार्थियों को लैपटॉप की राशि, साइकिल की राशि,
स्कूटी प्रदान करने के प्रावधानों की जानकारी दी। मुख्यमंत्री मेधावी विद्यार्थी योजना और मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना से बड़ी संख्या में विद्यार्थी लाभान्वित हो रहे हैं। इंजीनियरिंग और मेडिकल के अध्ययन का माध्यम हिंदी भाषा को बनाने का कार्य हुआ है।मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अब तीर्थदर्शन योजना से हमारे सम्मानीय बुजुर्ग हवाई जहाज द्वारा तीर्थस्थानों के दर्शन का लाभ ले रहे हैं। कार्यक्रम में पंचायत एवं ग्रामीण विकास राज्य मंत्री रामखेलावन पटेल, शमशाबाद क्षेत्र की विधायक राजश्री सिंह, अन्य जनप्रतिनिधि और आम नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित थे। प्रारंभ में शमशाबाद में विभिन्न स्थानों पर नागरिकों नेमुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का पुष्पों द्वारा दिल से स्वागत किया। समाज के प्रत्येक वर्ग के लोग मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से भेंट करने के लिए उत्सुक थे।

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %

कौन सा ‘कानून’ आ रहा है?, मुख्य चुनाव आयुक्त के अधिकार छीन रही सरकार

0 0
Read Time:3 Minute, 0 Second

डिजिटल भारत l सभी याचिकाओं को एक करके सुप्रीम कोर्ट की संवैधानिक पीठ ने इस पर सुनवाई करते हुए फ़ैसला सुनाया था. सुप्रीम कोर्ट ने अपने फ़ैसले में कहा था कि चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति सरकार के नियंत्रण से बाहर होनी चाहिए. जस्टिस के.एम. जोसेफ़ की संवैधानिक पीठ ने अपने फ़ैसले में कहा कि मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) और चुनाव आयुक्तों (ईसी) की नियुक्ति राष्ट्रपति द्वारा एक समिति की सलाह पर की जाए, जिसमें प्रधानमंत्री, लोकसभा में विपक्ष के नेता (या सबसे बड़े विपक्षी दल के नेता) और भारत के मुख्य न्यायाधीश शामिल होंगे.
इस फ़ैसले के बाद मॉनसून सत्र में 10 अगस्त को मोदी सरकार ने राज्यसभा में एक बिल भी पेश कर दिया जिसका नाम था मुख्य निर्वाचन आयुक्त और अन्य निर्वाचन आयुक्त (नियुक्ति, सेवा शर्तें और पदावधि) विधेयक, 2023. इस विधेयक पर राज्यसभा में जमकर हंगामा हुआ.
विशेष सत्र में 18 सितंबर को होगी चर्चा मुख्य चुनाव आयुक्त और अन्य चुनाव आयुक्त (नियुक्ति, सेवा की शर्तें और टर्म ऑफ ऑफिस) विधेयक, 2023 को राज्यसभा में 10 अगस्त को मानसून सत्र के दौरान पेश किया गया था. संसद के विशेष सत्र में इस पर 18 सितंबर को चर्चा होने वाली है. इस विधेयक में मुख्य चुनाव आयुक्त और दो चुनाव आयुक्तों के वेतन, भत्ते और सेवा शर्तों को संशोधित करने का प्रस्ताव है. इसके ज़रिए उनका पद कैबिनेट सचिव के बराबर हो जाएगा. तत्कालीन समय में उनका पद सुप्रीम कोर्ट के जज के बराबर है. विधेयक पास होने पर चुनाव आयुक्तों के वेतन में कोई खास अंतर नहीं आएगा. सुप्रीम कोर्ट के जज और कैबिनेट सचिवों का मूल वेतन लगभग बराबर ही है. हालांकि, सुप्रीम कोर्ट के जजों को रिटायरमेंट के बाद भी सरकारी लाभ मिलते हैं. इनमें ताउम्र ड्राइवर और घरेलू मदद के लिए कर्मचारी शामिल हैं. लेकिन बेचैनी इस बात की है कि चुनाव आयुक्तों को नौकरशाही में मिलाने से उनके अधिकार कम हो जाएंगे.

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %

पीएम मोदी का मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ दौरा आज

0 0
Read Time:2 Minute, 44 Second

डिजिटल भारत l प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ का दौरा करेंगे, जहां दोनों राज्यों को करोड़ों रुपये के विकास कार्यों की सौगात देंगे. पीएम मोदी ने एक्स (ट्विटर) पर ट्वीट कर अपने दौरे की जानकारी दी.प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज मध्य प्रदेश के बीना पहुंचेंगे और 50,700 करोड़ रुपये से ज्यादा की परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे. इन परियोजनाओं में बीना रिफाइनरी में एक पेट्रोकेमिकल कॉम्प्लेक्स और राज्य भर में 10 नई औद्योगिक परियोजनाएं शामिल हैं.

दोनों राज्यों में साल के आखिर में विधानसभा चुनाव

बता दें कि दोनों राज्यों में साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने हैं। भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड की अत्याधुनिक बीना रिफाइनरी को लगभग 49,000 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया जाएगा। यह
रिफाइनरी लगभग 1,200 केटीपीए (किलो-टन प्रति वर्ष) एथिलीन और प्रोपलीन का उत्पादन करेगी। यह कपड़ा, पैकेजिंग और फार्मा जैसे विभिन्न क्षेत्रों के लिए महत्वपूर्ण है।

छत्तीसगढ़ में रेल परियोजनाओं का करेंगे लोकार्पण

मध्य प्रदेश के बाद प्रधानमंत्री मोदी चुनावी राज्य छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में एक सार्वजनिक रैली को संबोधित करेंगे और कांग्रेस शासित राज्य के अपने दौरे में रेल क्षेत्र की करीब 6,350 करोड़ रुपये की परियोजनाओं को भी राज्य के लोगों को समर्पित करेंगे l मोदी केंद्र की स्वास्थ्य सेवा पहल के तहत छत्तीसगढ़ के नौ जिलों में बनाए जाने वाले 50 बिस्तरों वाले प्रत्येक ‘क्रिटिकल केयर ब्लॉक’ की आधारशिला भी रखेंगे. कांग्रेस शासित छत्तीसगढ़ राज्य में पिछले ढाई महीने के दौरान प्रधानमंत्री मोदी की यह दूसरी यात्रा होगी. राज्य में इस वर्ष के अंत में विधानसभा के चुनाव होने हैं.

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %

अतिथि विद्वान का मासिक वेतन 50 हजार रुपए तक होगा किसी अतिथि विद्वान और व्याख्याता को बाहर नहीं किया जाएगा – मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान

0 0
Read Time:5 Minute, 45 Second

सभी शासकीय महाविद्यालयों में कार्यरत अतिथि विद्वान को कार्य दिवस की बजाय मासिक वेतन दिया जाएगा और वह 50 हजार रुपए तक होगा। तकनीकी शिक्षा के अतिथि विद्वान इसमें शामिल होंगे। अतिथि विद्वानों को शासकीय सेवकों के समान अवकाश की सुविधा मिलेगी। अतिथि प्रवक्ताओं का मानदेय भी 20 हजार रुपये किया जाएगा। एक अकादमिक सत्र में अपने महाविद्यालय के स्थान पर अतिथि विद्वानों को उनके आसपास के महाविद्यालय, जहां वे चाहेंगे, में स्थानांतरण की सुविधा भी दी जाएगी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज यहां अतिथि विद्वानों और अतिथि व्याख्याताओं की पंचायत को संबोधित करते हुए ये घोषणाएं की। उन्होने कहा कि अतिथि विद्वानों और अतिथि व्याख्याताओं के जीवन की अनिश्चितता को समाप्त करने के लिए राज्य शासन ने ये महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं। चौहान ने कहा कि ऐसी व्यवस्था बनाई जाएगी कि फॉलेन आउट की नौबत न आए। अतिथि विद्वान व्याख्याताओं के लिए पीएससी की परीक्षा में संशोधित कर 25 प्रतिशत पद आरक्षित किए जाने के लिए प्रक्रिया प्रारंभ करने के निर्देश दिए जाएंगे। अभी अतिथि विद्वानों को प्रतिवर्ष 4 और अधिकतम 20 अतिरिक्त अंक दिए जाते हैं। इसको बढ़ाकर अधिकतम 10 प्रतिशत तक अंक दिए जाएं। इसके लिए आवश्यक व्यवस्था की जाएगी। चौहान ने कहा कि अब कोई भी अतिथि विद्वान, व्याख्याता जो लगातार पढ़ाने का कार्य कर रहा है उसको बाहर नहीं किया जाएगा। आईटीआई, पॉलिटेक्निक और इंजीनियरिंग महाविद्यालय के अतिथि शिक्षक और व्याख्याता भी पात्र होंगे। निरंतर पढ़ाने का कार्य कर रहे किसी अतिथि विद्वान और व्याख्याता को बाहर नहीं किया जाएगा। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश काफी बड़ा प्रदेश है, यह देश का दिल है। प्रदेश के इन चार-साढ़े चार हजार लोगों के लिए भी हृदय में स्थान है। विभिन्न वर्गों और अलग-अलग श्रेणियों के अधिकारियों- कर्मचारियों के कल्याण के लिए समय समय पर विभिन्न प्रावधान किए गए हैं।

अतिथि विद्वान और अतिथि व्याख्याता भी इसके पात्र हैं। उन्हें विद्यार्थियों के भविष्य को बेहतर बनाने का महत्वपूर्ण दायित्व दिया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अतिथि विद्वान और अतिथि व्याख्याता हमारे परिवार के अभिन्न अंग हैं। राज्य शासन अतिथि विद्वानों और अतिथि व्याख्याताओं को विभिन्न सुविधाएं देने के लिए प्रतिबद्ध है। अतिथि विद्वान और अतिथि व्याख्याता बेहतर शिक्षा देने में जुट जाएं। इस अवसर पर उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव, राज्य कर्मचारी कल्याण समिति के अध्यक्ष श्री रमेश चंद्र शर्मा, सामान्य वर्ग कल्याण आयोग के अध्यक्ष श्री शिव कुमार चौबे और मध्यप्रदेश ग्रामीण/ शहरी असंगठित कर्मकार मंडल के अध्यक्ष सुल्तान सिंह शेखावत एवं अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे। जब दौरे में दो बहनों ने किया ध्यानाकर्षण मुख्यमंत्री चौहान ने बताया कि जब वे प्रदेश के विभिन्न जिलों में दौरे पर रहते हैं तो जन समस्याओं की जानकारी भी मिलती है। एक बार दौरे के समय एक महाविद्यालय के उद्घाटन के बाद दो बहनें मिलने का प्रयास कर रही थीं। सुरक्षा कर्मियों के रोके जाने के बाद भी वे अपनी बात कहने के लिए आगे बढ़ रही थीं। कार्यक्रम स्थल पर उनकी तकलीफ की जानकारी मिली। कार्यक्रम पूरा होने के बाद प्राचार्य के कक्ष में चाय पीने का अनुरोध किया गया। वहीं मैंने बहनों को बुलाकर उनसे चर्चा की। यह दोनों बहनें अतिथि व्याख्याता थीं। इनकी समस्या सुनकर संकल्प ले लिया था कि इस वर्ग की आंखों में आंसू नहीं आने दूंगा। इन दोनों बहनों के ध्यानाकर्षण किए जाने के पश्चात संबंधित विभागों को जरूरी निर्देश दिए गये हैं। आज अतिथि विद्वानों और व्याख्याताओं के लिए आवश्यक निर्णयों को लेने का संयोग हुआ है।

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %

ट्रांसपोर्ट नगर में उच्च गुणवत्ता की सड़कों के लिये दी जायेगी धनराशि विरोध प्रदर्शन में व्यापारियों पर लगे मुकदमे होंगे वापस

0 0
Read Time:6 Minute, 9 Second

डिजिटल भारत l व्यापारियों से लिये जाने वाले गार्बेज शुल्क का युक्तियुक्तिकरण किया जायेगा। सोना, चाँदी पर बढ़ाई गई एक्साइज ड्यूटी के विरोध में किए गये आंदोलन व प्रदर्शन के समय व्यापारियों पर दर्ज किए गये सभी मुकदमे वापस लिये जायेंगे। ग्वालियर अंचल के व्यापारिक – औद्योगिक विकास पर मध्यप्रदेश चेम्बर ऑफ कॉमर्स एण्ड इंडस्ट्रीज ग्वालियर द्वारा आयोजित संवाद कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने व्यापारियों एवं उद्योगपतियों के हित में ये घोषणाएँ कीं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने व्यापारियों की मांग पर ट्रांसपोर्ट नगर में उच्च गुणवत्ता की सीमेंट कंक्रीट बनाए जाने की मांग पर सड़कों के निर्माण के लिए धनराशि उपलब्ध कराने की भी घोषणा की। औद्योगिक क्षेत्र को संपत्तिकर मुक्त किए जाने की मांग पर उन्होंने कहा कि इसका परीक्षण कराया जायेगा और औद्योगिक क्षेत्र में व्यापारियों पर दो टैक्स न लगे यह सुनिश्चित करेंगे। मुख्यमंत्री चौहान ने ग्वालियर विकास प्राधिकरण द्वारा बनाए गए माधव प्लाजा में व्यापारियों से विलम्ब शुल्क
न लिए जाने की भी घोषणा की। नगर निगम के नामांतरण को संपत्ति की रजिस्ट्री से जोड़ने की व्यवस्था भी होगी। प्रोफेशनल
टैक्स के संबंध में शासन स्तर से विचार किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने चेम्बर ऑफ कॉमर्स द्वारा दिए गए महत्वपूर्ण
सुझावों के संबंध में कहा कि जल उपभोक्ताओं के बकाया बिलों के लिये विद्युत विभाग की तरह ही योजना बनाकर जल
उपभोक्ताओं के लंबित बिलों का निराकरण किया जायेगा। इसके लिये शासन स्तर से रणनीति बनाकर कार्रवाई की जायेगी।
उन्होने कहा कि व्यापारी की सुरक्षा सरकार की प्राथमिकता है। आवश्यक हुआ तो संबंधित कानूनों में भी प्रावधान किया जायेगा।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि आपदा और विपदा के समय व्यापारियों को आर्थिक सहयोग करने के लिये सरकार व्यापारियों
को बैंक ऋण उपलब्ध कराने की सुविधा उपलब्ध करायेगी। सूखे, नशे की प्रवृत्ति पर रोक लगाने के निर्देश मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि औद्योगिक विकास के बिना प्रदेश या देश का विकास नहीं हो सकता। सरकार की प्राथमिकता है कि व्यापारियों को व्यापार के लिये हर सुविधा मिले। उन्होंने कहा कि प्रदेश में चौतरफा जो विकास हुआ है।

इसमें व्यापारियों और उद्योग धंधों का बड़ा योगदान है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि देश की सकल विकास दर में पहले मध्यप्रदेश 3 प्रतिशत का योगदान देता था। अब बढ़कर 4 प्रतिशत से अधिक हो गया है। उन्होंने कहा कि 2003 से पहले जहाँ मध्यप्रदेश का बजट 21 हजार करोड़ था, उसे बढ़ा कर हमने 3 लाख 14 हजार करोड़ रूपए किया है। अब 47 लाख हैक्टेयर में सिंचाई हो रही है। हर क्षेत्र में विकास का परचम लहराया है। केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि सिंधिया परिवार ने 1906 में चेम्बर ऑफ कॉमर्स की स्थापना की थी। तब से चेम्बर ऑफ कॉमर्स व्यापार और उद्योगों के विकास में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पिछले 9 वर्षों में देश ने विकास के कई आयाम स्थापित किए हैं। विकास की दौड़ में अब हमारा देश पाँचवे स्थान पर है। जिसे तीसरे स्थान पर लाने के लिये देश तेजी से कार्य कर रहा है। देश के विकास में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में प्रदेश में अभूतपूर्व कार्य हुए हैं। कार्यक्रम के प्रारंभ में चेम्बर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष प्रवीण अग्रवाल ने व्यापारियों के हित में मांग रखी और महत्वपूर्ण सुझाव दिए। जिले के प्रभारी मंत्री तुलसीराम सिलावट, ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, सांसद विवेक नारायण शेजवलकर, बीज एवं फार्म विकास निगम के अध्यक्ष मुन्नालाल गोयल, सभापति मनोज तोमर, भाजपा जिला अध्यक्ष अभय चौधरी, कोषाध्यक्ष संदीप नारायण अग्रवाल सहित चेम्बर ऑफ कॉमर्स के पदाधिकारी एवं सदस्यगण उपस्थित थे।

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %

भारतीय जनता पार्टी को अलबिदा कर गिरिजा शंकर शर्मा ने कांग्रेस से हाथ मिलाया : बिग ब्रेकिंग

0 0
Read Time:1 Minute, 56 Second

डिजिटल भारत l गिरिजा शंकर शर्मा ने की कांग्रेस जॉइन प्रदेश कांग्रेस कार्यालय पहुचकर ली सदस्यता पीसीसी चीफ कमलनाथ ने दिलवाई कांग्रेस की सदस्यता गिरिजा शंकर शर्मा के साथ ही टीकमगढ़ की खरगापुर विधानसभा से बीजेपी नेता हुए शामिल जिला पंचायत उपाध्यक्ष टीकमगढ़ व बीजेपी नेता श्याम रत्न भक्ति तिवारी और जिला पंचायत सदस्य मोहनी तिवारी भी हुई कांग्रेस में शामिल नर्मदापुरम सम्भाग में बीजेपी को बड़ा झटका गिरिजा शंकर शर्मा के साथ सैंकड़ो कार्यकर्ता हुए शामिल.

होशंगाबाद विधानसभा से दो बार के गिरिजा शंकर शर्मा ने भारतीय जनता पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। संगठन में हो रही है उपेक्षा के चलते इस्तीफा दिया है। शुक्रवार को पत्रकारवार्ता में उन्होंने कहा है कि भाजपा में उपेक्षा हो रही थी, पार्टी उन्हें मौका नहीं दे रही। जिसके चलते हुए संगठन छोड़ रहे हैं। पूर्व विधायक शर्मा वर्तमान विधायक व पूर्व विधानसभा अध्यक्ष डा सीतासरन शर्मा के बड़े भाई हैं। वह दो बार नगर पालिका अध्यक्ष भी रह चुके हैं। चुनाव के पहले उनके संगठन को छोड़ने को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं।
वर्ष 2018 में भी उन्होंने पार्टी से टिकट मांगा था। लेकिन टिकट नहीं मिलने से वह कांग्रेस में शामिल हो गए थे।

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %

केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल, सांसद राकेश सिंह के नेतृत्व में पनागर पंहुची जनआशीर्वाद यात्रा, नगर में हुआ भव्य स्वागत,

0 0
Read Time:4 Minute, 15 Second

डिजिटल भारत l भाजपा सरकार द्वारा प्रदेश में भ्रमण कर रही भाजपा की जन आशीर्वाद यात्रा आज दसवें दिन मझौली से होते हुए पनागर पंहुची, केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल, सांसद राकेश सिंह, क्षेत्रीय विधायक सुशील इंदु तिवारी के नेतृत्व में जन आशीर्वाद यात्रा का पनागर में प्रवेश पर सिंगलदीप, पुरैना, सिंगोद में भव्य स्वागत हुआ, इसके बाद जन आशीर्वाद यात्रा पनागर बस स्टैंड पंहुची जहां आयोजित जन सभा में पनागर विधायक सुशील तिवारी “इंदु भैया” ने बताया कि बाईट सुशील इंदु तिवारी वहीं केन्द्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल जी ने जन आशीर्वाद यात्रा की सभा को संबोधित करते हुए कहा कि संबोधन एवं बाईट प्रह्लाद पटेल जबलपुर सांसद राकेश सिंह ने यात्रा के विषय में संबोधित किया संबोधन राकेश सिंह संबोधन वहीं कांग्रेस ने जन आशीर्वाद यात्रा का विरोध जताते हुए कहा कि यह भाजपा की जन आशीर्वाद यात्रा नही जन विनाश यात्रा है

जन आशीर्वाद यात्रा में जिला ग्रामीण अध्यक्ष रानू तिवारी,आशीष दुबे,अभिलाषा पांडे,श्रीमती माया इंदु तिवारी,जिला ग्रामीण युवा मोर्चा उपाध्यक्ष हर्ष इंदु तिवारी, नगर मंडल अध्यक्ष अंकुर जैन, मोनू खरे, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती रीना आनंद जैन, सर्वेश मिश्रा,श्रीमती प्रेमलता पटेल, जनमानस के साथ मंडल प्राधिकारी, मोर्चा प्रकोष्ठ के कार्यकर्ता उपस्थित रहे । कार्यक्रम का संचलन मंडल संयोजक आनंद जैन “मिंन्चू” आभार जिला ग्रामीण उपाध्यक्ष डॉ सुभाष तिवारी ने किया । कांग्रेस ने यात्रा को बताया जनविनाश यात्रा, जल्द ही निकालेंगे जनाक्रोश यात्रा वहीं कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री विनोद श्रीवास्तव, तुलसीराम कुशवाहा, बेडिलाल कुशवाहा सहित उपस्थित कांग्रेसियों ने इस यात्रा का विरोध करते हुए इसे जन विनाश यात्रा नाम दिया, कांग्रेस नेता विनोद श्रीवास्तव ने कहा कि आशीर्वाद स्वरूप नगर की जनता ने भाजपा को 10 वर्ष दिए, इन 10 वर्षों में पनागर में बेरोजगारों को नोकरी नही मिली, किसानों की समस्याओं को सुलझाने की बजाय उन्हें मंहगे दाम में मिलावटी खाद उपलब्ध कराई जा रही है, न स्वास्थ्य की व्यवस्था है, न रोजगार, न शिक्षा मिल रही है जनता इन्हें अब कैसा आशीर्वाद दे, प्रदेश में फैले भ्रष्टाचार, बेरोजगारी, का जबाब देने का मन बना चुकी क्षेत्र की जनता अब इसका जबाब होने वाले चुनाव में अपना बहुमूल्य वोट देकर कमलनाथ के नेतृत्व वाली मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनाकर देने वाली है, जल्द ही पनागर क्षेत्र में जन आक्रोश यात्रा निकालने जा रहे है, जो सम्पूर्ण पनागर विधानसभा में भ्रमण कर भाजपा शासन में फैली कुरीतियों ओर भ्रस्टाचार को जनता के सामने रखेंगे,

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %