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एक भारत उत्कृष्ट भारत

डिजिटल भारत शुद्ध लोकल टॉक शो में नजर आएंगे,महाराजा अग्रसेन वार्ड के कांग्रेस प्रत्याशी जितिन राज

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डिजिटल भारत : वार्ड नंबर 35 – महाराजा अग्रसेन वार्ड के कांग्रेस प्रत्याशी जितिन राज नजर आएंगे डिजिटल भारत शुद्ध लोकल टॉक शो में, जहाँ उनसे मुलाक़ात की शो के एंकर राम मनोचा ने बातचीत में इनके राजनैतिक जीवन में प्रवेश , चुनाव के लिए चल रही तैयारियों ,भविष्य की योजनाओं और चुनाव से सम्बंधित विषयों में बातचीत की.

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कार में तस्करी कर ले जायी जा रही 650 पाव देशी शराब कार सहित जप्त, फरार आरोपी कार चालक की तलाश जारी

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डिजिटल भारत : पुलिस अधीक्षक जबलपुर श्री सिद्धार्थ बहुगुणा (भा.पु.से.) द्वारा जिले मे पदस्थ समस्त राजपत्रित अधिकारियों एवं थाना प्रभारियों को अवैध मादक पदार्थ/शराब की तस्करी में लिप्त लोगों को चिन्हित करते हुये उनके विरूद्ध कार्यवाही हेतु आदेशित किया गया है। आदेश के परिपालन में अति. पुलिस अधीक्षक शहर उत्तर /यातायात श्री प्रदीप कुमार शेण्डे एवं नगर पुलिस अधीक्षक रांझी श्री एम.पी. प्रजापति के मार्ग दर्शन में थाना प्रभारी खमरिया सुश्री निरूपा पाण्डे के नेतृत्व में गठित टीम द्वारा कार में तस्करी कर ले जायी जा रही 650 पाव देशी शराब जप्त की गयी है।

थाना खमरिया में दिनॉक 18-6-2022 को विश्वसनीय मुखबिर से सूचना मिली कि काले रंग की किया कार में भारी मात्रा अवैध शराब कुण्डम से जबलपुर परिवहन कर ले जायी जा रही है, सूचना पर मुखबिर के बताये अनुसार वेस्टलेण्ड खमरिया रेल्वे क्रासिंग के पहले नाकाबंदी की गई । शाम लगभग 6-15 बजे कुण्डम की ओर से काले रंग की किया सेल्टोस कार जबलपुर की ओर आती दिखी जिसका चालक पुलिस केा देखकर रेल्वे क्रासिंग के पहले रोड किनारे कार खड़ा कर उतरकर भाग गया। काले रंग की किया सेल्टोस कार केा चैक करने पर डिक्की में 13 पेटी में 650 पाव देशी शराब कीमती लगभग 32 हजार 500 रूपये की रखीं मिली, उक्त शराब एवं शराब परिवहन में प्रयुक्त बिना नम्बर की किया कार जप्त करते हुये आरोपी कार चालक के विरूद्ध धारा 34(2) आबकारी एक्ट के तहत कार्यवाही करते हुये फरार कार चालक की तलाश जारी है। उल्लेखनीय भूमिका – अवैध शराब को जप्त करने में प्रभारी खमरिया सुश्री निरूपा पाण्डे के नेतृत्व में, सहायक उप निरीक्षक ब्रजेश मिश्रा, प्रधान आरक्षक विमल यादव, आरक्षक आशीष यादव की सराहनीय भूमिका रही।

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बारिश को देखते हुए जारी है जर्जर भवनों को तोड़ने की कार्यवाही

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डिजिटल भारत : बारिश को देखते हुए जर्जर भवनों को तोड़ने की निरन्तर कार्यवाही जारी है इसी कड़ी में वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में कृषि उपज मंडी गेट नंबर दो के पास भवन स्वामी शांति देवी एवं बाई का बगीचा शीतला माई वार्ड अंतर्गत भवन स्वामी श्रीमती निशा यादव का जर्जर मकान को तोड़ने की कार्यवाही की गई।

बारिश के मौसम ऐसे जर्जर मकान जिनसे जान-माल की हानि का खतरा है ऐसे जर्जर मकानों को चिन्हित कर तोड़ने की कार्यवाही की जा रही है। व इसके लिए अतिक्रमण शाखा, भवन शाखा व सभी संभागीय अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए जा चुके हैं। इस कार्रवाई के दौरान भवन व अतिक्रमण शाखा के साथ-साथ संभागों के अतिक्रमण निरोधी दस्ता के अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहें।

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जबलपुर से कांग्रेस पार्षद प्रत्याशियों की सूची जारी, इन पार्षद प्रत्याशियों के नाम पर लगी मोहर

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डिजिटल भारत : नगर निगम चुनाव 2022 के लिए कांग्रेस ने सभी 79 वार्डो में पार्षद प्रत्याशियों के नाम की सूची जारी कर दी. इसके साथ उन पार्षद प्रत्याशियों का इंतजार ख़त्म हो गया जो बहुत समय से इस लिस्ट का इंतजार कर रहे थे. इससे पहले कांग्रेस जगत बाहदुर सिंह ” अन्नू ” को महापौर पद के लिए प्रत्याशी घोषित कर चुकी है.

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बुलडोजर चला 50 एकड़ सरकारी जमीन पर प्रोफेसर का कब्जा

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 नर्मदा तट पर 50 एकड़ जमीन पर कर रखा था अवैध कब्जा- ध्वस्त

एमपी में भूमाफियाओं के खिलाफ कार्रवाई लगातार, इसी कड़ी में जवाहर लाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय के प्रोफेसर से कब्जे से सरकारी जमीन 50 एकड़ सरकारी जमीन पर कब्जा कर रखा था। साथ ही इसकी प्लॉटिंग कर दूसरे को बेच दी थी। प्रशासन ने अब प्रोफेसर के कब्जे से सरकारी जमीन को छुड़वाया है। साथ ही उसके ऊपर जो निर्माण हुए थे, उसे ध्वस्त कर दिया गया है।

कलेक्टर के निर्देश पर शहपुरा एसडीएम और पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई की है। कार्रवाई के दौरान 50 एकड़ सरकारी जमीन को भूमाफिया से मुक्त करवाया है। यह भूमाफिया और कोई नही बल्कि कृषि विश्विद्यालय में पदस्थ प्रोफेसर एम.ए खान हैं, जिन्होंने अपने 12 साथियों के साथ मिलकर धीरे-धीरे सरकारी जमीन पर कब्जा किया और फिर इसी जमीन पर पौधारोपण कर पोल्ट्री फॉर्म खोल लिया।

जानकारी के मुताबिक 2009 से प्रोफेसर खान सरकारी जमीन को हथियाने में लगा हुआ था। कलेक्टर डॉ इलैयाराजा टी के निर्देश पर एसडीएम अनुराग सिंह ने शहपुरा थाना पुलिस के साथ मिलकर शासकीय जमीन को कब्जा मुक्त करवाया है। वहीं, जिन लोगों ने प्रोफेसर से प्लॉट लिए थे, वह खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं। इस जमीन पर कुछ लोगों ने फॉर्म हाउस का भी निर्माण करवा लिया था। गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों में प्रशासन ने जबलपुर में कई भूमाफियाओं पर कार्रवाई की है। करोड़ों की सरकारी जमीन को इनके कब्जे से मुक्त कराया है

शहपुरा एसडीएम ने अवैध कब्जे के संबंध में यह कहा

एसडीएम शहपुरा अनुराग सिंह के अनुसार ग्राम खैरी स्थित खसरा नंबर 146/1, 146/2, 242, 248 और खसरा नंबर 298/5 की इस शासकीय भूमि को फिरोज कमाल पिता मोहम्मद हारून, परवेज राजन पिता डॉ. मुमताज खान, डॉ. मुमताज खान पिता हाफिन खान, आर. दुबे पिता आर.के. दुबे, समसुद्दीन अंसारी पिता सुबरानी, साकेत अली पिता सुलाई, गुरमुख सिंह, राजेन्द्र रैकवार पिता बाबूलाल रैकवार, शशि पिता रामभरोसे चतुर्वेदी, अशफाक, हर्ष जायसवाल पिता प्रभात जायसवाल, आशीष कुमार लाल पिता ए.एल. लाल के अवैध कब्जे से मुक्त कराया गया है.

एसडीएम शहपुरा अनुराग सिंह

अवैध कब्जा हटाने में इन अधिकारीयों की रहीं महत्वपूर्ण भूमिका

शासकीय भूमि को अतिक्रमण से मुक्त कराने की कार्यवाई में तहसीलदार शहपुरा विंकी सिंहमारे, नायाब तहसीलदार कर्तव्य अग्रवाल, राजस्व निरीक्षक संजय दुबे, पटवारी विद्याचरण खरे, एएसआई अशोक त्रिपाठी और पंचायत सचिव राजेन्द्र पटेल शामिल थे.

कलेक्टर इलैया राजा टी के पास इस हाईप्रोफाइल मामले की शिकायत पहुंची थी। खैरी गांव में नर्मदा तट से लगी 50 एकड़ जमीन पर कब्जा हटाने के लिए सोमवार सुबह से ही कार्रवाई शुरू की गई। पहले प्रशासन ने पुलिस की मौजूदगी में कब्जे वाले क्षेत्र को चिन्हित किया। इसके बाद पंचायत के माध्यम से जेसीबी मशीनों की मदद से वहां बने फार्महाउस तोड़ने की कवायद शुरू की।

गौबच्छा घाट के पास है ये जमीन

नर्मदा के किनारे गौबच्छा घाट के पास करीब 157 एकड़ सरकारी भूमि है। इसमें 50 एकड़ पर प्रोफेसर एमए खान का कब्जा है। यह कृषि विवि में प्रोफेसर है। अपने रसूख के दम पर उसने कब्जा कर रखा है। इस सरकारी जमीन को उसने कई लोगों को फार्म हाउस बनाकर बेच दिया है। एमए खान द्वारा बेचे गए फार्म हाउस पर कार्रवाई हुई। कई तो नर्मदा तट से 300 मीटर के अंदर बने थे।

पहले भी हुई थी कार्रवाई

खैरी पंचायत स्थित इस जमीन पर छह साल पहले भी कब्जा हटाया गया था। बाद में प्रोफेसर ने फिर से जमीन पर कब्जा कर लिया। उसे लोगों को बेच भी डाला। मामले में कई लोगों ने कलेक्टर से शिकायत की है। सोमवार को कार्रवाई के दौरान बड़ी संख्या में गांव वाले भी तमाशा देखने पहुंचे थे।

पत्रकार मनीष शुक्ला की खबर का असर

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‘राहुल गांधी पर भरोसा नहीं ! पांच राज्यों के चुनाव नतीजे के बाद कांग्रेस की बैठक,

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पार्टी के भविष्य को लेकर शीर्ष नेतृत्व चिंतित, इन दिग्गज नेताओं पर गिर सकती है गाज

पंजाब में जहां कांग्रेस पार्टी को सत्ता से बाहर होना पड़ा तो उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में पार्टी का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा. ऐसे में अब इन राज्यों में चुनाव प्रबंधन की जिम्मेदारी संभाल रहे नेताओं की चुनाव रणनीति पर भी सवाल उठने लगे हैं.

सबसे दिलचस्प बात तो यह है कि तीन राज्यों खासकर पंजाब, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में चुनाव प्रबंधन की जिम्मेदारी राजस्थान कांग्रेस के नेताओं के हाथों में थी. पार्टी के शर्मनाक प्रदर्शन के बाद इन नेताओं पर गाज गिरना तय माना जा रहा है.

सबसे निराशाजनक प्रदर्शन उत्तर प्रदेश पा रहा है, जहां पार्टी महज 3 सीटों पर ही सिमट गई है. ऐसे में राजस्थान कांग्रेस के जिन नेताओं को तीन राज्यों में चुनाव प्रबंधन की जिम्मेदारी मिली थी अब उनकी कार्यप्रणाली पर ही सवाल खड़े होने लगे हैं. पंजाब के प्रभारी हरीश चौधरी ने हार की जिम्मेदारी ली है.

पांच राज्यों में हुए चुनाव परिणाम में कांग्रेस के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद जल्द ही पार्टी अध्यक्ष सोने गांधी कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक बुलाएंगी, जिसमें पार्टी की हार और प्रदर्शन को लेकर मंथन होगा. बताया जा रहा है कि कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में तीन राज्यों में चुनाव प्रबंधन की जिम्मेदारी संभाल रहे नेताओं पर भी गाज गिर सकती है.

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में राजस्थान कांग्रेस के तीन नेताओं के पास बड़ी जिम्मेदारी थी. लेकिन इन नेताओं की रणनीति भी पार्टी को दहाई के आंकड़े तक नहीं पहुंचा सकी. अलवर के पूर्व सांसद पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव भंवर जितेंद्र सिंह उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी के चेयरमैन थे तो पूर्व विधायक और पार्टी के राष्ट्रीय सचिव धीरज गुर्जर और जुबेर खान उत्तर प्रदेश कांग्रेस के सह प्रभारी हैं. ऐसे में इन नेताओं पर भी गाज गिरना तय माना जा रहा है.

पार्टी आलाकमान को सबसे ज्यादा पंजाब में पार्टी का हार है. पंजाब में राजस्थान के प्रदेश प्रभारी अजय माकन और हरीश चौधरी की रणनीति पूरी तरह से फेल हुई है और पार्टी को यहां सत्ता से हाथ धोना पड़ा. हरीश चौधरी जहां पंजाब के प्रभारी हैं तो अजय माकन स्क्रीनिंग कमेटी के चेयरमैन थे. माना जा रहा है कि इन नेताओं फिर भी रिपोर्ट लेने के बाद गाज गिर सकती है.

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जहां पूरे चुनाव प्रबंधन की मॉनिटरिंग कर रहे थे. वहीं, सचिन पायलट लगातार इन तीन राज्यों में पार्टी प्रत्याशियों के समर्थन में ताबड़तोड़ जनसभाएं कर रहे थे, लेकिन बावजूद इसके, पार्टी का प्रदर्शन उम्मीदों के मुताबिक नहीं रहा.

उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में भी राजस्थान कांग्रेस के 9 विधायकों सहित कई नेताओं को चुनाव प्रबंधन की जिम्मेदारी मिली थी. राजस्थान कांग्रेस के विधायक भी उत्तराखंड में पार्टी को जीत नहीं दिला पाए. जिन नेताओं को उत्तराखंड में जिम्मेदारी मिली थी उनमें विधायक प्रशांत बैरवा, दानिश अबरार, इंद्राज गुर्जर, कृष्णा पूनिया, वेद प्रकाश सोलंकी, इंदिरा मीणा, चेतन डूडी, रफीक खान और पूर्व महापौर ज्योति खंडेलवाल शामिल हैं.

पांच राज्यों के चुनाव नतीजे आने के बाद जहां भारतीय जनता पार्टी और आम आदमी पार्टी अपनी सफलता को लेकर जश्न मना रही हैं, वहीं कांग्रेस से लेकर समाजवादी पार्टी फिलहाल मंथन में जुटी हैं। खासकर कांग्रेस में तो लगातार खराब प्रदर्शन को लेकर शीर्ष नेतृत्व पर ही सवाल उठने शुरू हो गए हैं। अब पांचों राज्यों के नतीजे आने के बाद आत्ममंथन के लिए जो बैठक हुई, उसमें कुछ बड़े नेताओं ने सीधे तौर पर राहुल गांधी को आड़े हाथों ले लिया। इन नेताओं का कहना था कि उन्हें राहुल के नेतृत्व पर बिल्कुल भरोसा नहीं है।

रिपोर्ट्स की मानें तो जिस बैठक में ये बात कही गई, उसमें कांग्रेस के कई पदाधिकारी और बड़े नेता शामिल रहे। इनमें एक नाम राज्यसभा में कांग्रेस के उपनेता आनंद शर्मा का रहा। इसके लिए सांसद कपिल सिब्बल, मनीष तिवारी और अखिलेश प्रसाद सिंह भी बैठक में शामिल रहे। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा और कुछ अन्य नेता इस मीटिंग से वर्चुअल तौर पर जुड़े थे।

बताया गया है कि बैठक के दौरान इन नेताओं ने कांग्रेस पर अस्तित्व के संकट का खतरा भी बताया और साफ किया कि अगर अभी कदम नहीं उठाए गए तो आगे पार्टी को अगर मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। इन नेताओं ने पंजाब में कांग्रेस के विकल्प के तौर पर आम आदमी पार्टी के उभार पर भी चिंता व्यक्त की और कहा कि इस तरह के बदलाव पार्टी को उन सभी राज्यों में हाशिए पर धकेल देंगे,

कांग्रेस के जी-23 ग्रुप से जुड़े हुए एक और वरिष्ठ नेता का कहना है कि उनको तो पंजाब समेत अन्य राज्यों के परिणामों का पहले से ही अंदाजा था। उक्त नेता का कहना है कि जब तक पार्टी में चापलूस और नेतृत्व की आंखों में धूल झोंकने वाले लोगों को राइट टाइम नहीं किया जाता है तब तक पार्टी ऐसे ही बिखराव की ओर बढ़ती रहेगी। कांग्रेस से जुड़े सूत्रों का कहना है कि जी-23 से जुड़े नेताओं से हुई बातचीत के अनुसार यह था कि पंजाब में कांग्रेस सत्ता से बाहर हो रही है और उत्तर प्रदेश में प्रियंका गांधी की मेहनत बेकार जा रही है।

कद्दावर नेताओं को नजरअंदाज किया गया

जी-23 ग्रुप से जुड़े एक वरिष्ठ नेता कहते हैं कि पंजाब में कांग्रेस के कई कद्दावर नेताओं को दरकिनार कर जिस तरीके से टिकट वितरण किया गया और पंजाब कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू का पूर्व मुख्यमंत्री रहे कैप्टन अमरिंदर सिंह के बीच तू-तू मैं-मैं हुई, उससे पार्टी के कार्यकर्ताओं का न सिर्फ मनोबल टूटा बल्कि उनको दूसरे बेहतर विकल्प भी मिले। वो कहते हैं कि चुनाव के दौरान पंजाब से पार्टी के बड़े नेताओं का अलग हो जाना भी पार्टी नेतृत्व की कमजोरी रही।

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एनिमेटेड मूवी हुई फिल्म फेस्टिवल में नॉमिनेट  

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चित्र भारती फिल्म समारोह 2022 में नॉमिनेट होकर जबलपुर शहर का गौरव बढ़ाया

डिजिटल भारत I  संस्कारधानी जबलपुर के बहुमुखी प्रतिभा के धनि धीर पाखुरिया का व्यंितव युवाओं के लिए प्रेरणा का स्त्रोत बन रहा है। आधुनिक तकनीक का प्रयोग करके सोशल मीडिया, आर्ट, एनीमेशन के क्षेत्र में कार्य कर रहे हैं। कोरोना काल में जहां युवा हताश होकर बैठे थे, धीर पखुरिया ने समय का सदुपयोग कर एनीमेशन वर्ल्ड में धूम मचा रखी है। चित्र भारती फिल्म समारोह 2022 में नॉमिनेट होकर शहर का गौरव बढ़ाया है। चित्रभारती फिल्म समारोह एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जहाँ पूरे भारत से लोग अपनी शार्ट मूवीज के साथ पार्टिसिपेट करते हैं।  इस वर्ष 2022 में इस फेस्टिवल में 750 से अधिक मूवीज ने भाग लिया,  जिनमे से लगभग 150 मूवीज को दिल्ली में नॉमिनेट किया I

पूरे भारत से आए हुए स्पेशलिस्ट व बॉलीवुड के कई दिग्गजों के टीम ने किया। ये समारोह 18, 19, 20फरवरी 2022 को भोपाल में होगा।  जिसमे संस्कारधानी के धीर पखुरिया की अपनी मूवी हग ऑफ़ लाइफ नॉमिनेट हुई , जिसका उन्होंने डायरेक्शन व एनीमेशन किया है I अपनी स्किल और टैलेंट के दम पर किसी भी क्षेत्र में प्रगति की जा सकती है ऑनलाइन प्लेटफार्म यूट्यूब में धूम मचा रहा है। ओश- अ सुपरहीरो विदिन बच्चो के बीच काफी प्रचलित हो रहा है। जिसमे वो हर एपिसोड में जबलपुर शहर से जुडी विशेषताएं, ऐतिहासक प्लेसेस व महान लोग व मान्यताओं के बारे में बताने से नहीं चूकते ये इसकी मदद से सोशल अवेयरनेस के वर्क भी करते रहते हैं ऐसे युवाओं को हम सभी को सपोर्ट करना चाहिए और हमारे शहर को गौरव होना चाहिए l

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महामहिम राज्यपाल मंगूभाई पटेल, जगदगुरु राघवदेवाचार्य महाराज ने किया गौमाता का पूजन अर्चन

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पूज्य गुरुदेव जगदगुरू सुखानंद द्वाराचार्य स्वामी राघव देवाचार्य जी के 18 जनवरी 2022 जन्मत्सव के उपलक्ष्य में आयोजित साप्ताहिक कार्यक्रम के प्रथम दिन शुभारंभ में दिनांक 12 जनवरी 2022 को गौशाला कार्यक्रम में महामहिम श्री मंगुभाई पटेल राज्यपाल का स्वागत वंदन किया।

जबलपुर- चौकीताल भड़पुरा स्थित गोकुलधाम गौशाला में राज्यपाल मंगूभाई पटेल महामहिम मध्य प्रदेश एवं जगदगुरु राघवदेवाचार्य जी महाराज एवं गौशाला अध्यक्ष प्रशांत अग्रवाल ने राधा कृष्ण जी का पूजन स्वस्तिवाचन के साथ कर दीप प्रज्वलित किया । उसके बाद गौशाला पहुंचकर महामहिम ने गौ माता की पूजन हराचारा एवं गुड़ के लड्डू खिलाकर किया। तत्पश्चात बादाम के  पौधे का रोपण किया गया। जहां गौशाला अध्यक्ष प्रशान्त अग्रवाल भाजपा नगर अध्यक्ष श्री जी एस ठाकुर , श्री राजेश स्थापक ने  पुष्पगुच्छ भेंटकर उनका भव्य स्वागत किया गया।  पूजन अर्चन के उपरांत राज्यपाल महोदय, जगदगुरु स्वामी राघव देवाचार्य जी महाराज, गौशाला अध्यक्ष, प्रशांत अग्रवाल मंचासीन रहे। राज्यपाल ने जगदगुरु और प्रशांत अग्रवाल से गौशाला के संबंध में चर्चा की।  कार्यक्रम के दौरान गौशाला की व्यवस्थाओं को लेकर राज्यपाल के चेहरे पर खुशी साफ झलक रही थी। गरिमामय कार्यक्रम में विशिष्ट रूप से भाजपा नगर अध्यक्ष जी एस ठाकुर , कमलेश अग्रवाल, राजेश स्थापक, राजेश मिश्रा, अरविंद पाठक, डा.आशीष श्रीवास्तव एड.परिमल चतुर्वेदी , दिग्विजय सिंग गुजराल , समर्थ अग्रवाल , नरेंद्र अग्रवाल, सुमित पांडे, प्रशान्त पॉल, निखिल तिवारी एवं अन्य स्वजन उपस्थित थे ।इस दौरान पुलिस अधीक्षक श्री सिद्धार्थ बहुगुणा समेत प्रशासन और पुलिस के तमाम अधिकारी मौजूद रहे पुलिस ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। प्रशांत अग्रवाल ने  पुलिस ,प्रशासन एवं अतिथियों का हार्दिक आभार प्रगट किया।

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युवक कांग्रेस पदभार वितरण समारोह

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नवनियुक्त पदाधिकारियों को प्रशस्ति पत्र एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका सम्मान किया गया

मकर संक्रांति के उपलक्ष्य पर नगर कांग्रेस कमेटी एवं युवक कांग्रेस के नेतृत्व मैं स्थानीय शहीद स्मारक परिसर में युवक कांग्रेस परिवार वितरण समारोह एवं पतंग महोत्सव का आयोजन किया गया जिसमें नगर के सैकड़ों कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारी उपस्थित रहे l

कार्यक्रम में शामिल नगर अध्यक्ष जगत बहादुर सिंह अन्नू ने कहा कि मकर संक्रांति के शुभ अवसर पर युवा साथियों के साथ पतंग महोत्सव एवं भोजन का आयोजन किया गया युवक कांग्रेस ने 4 उपाध्यक्ष, 79 वार्ड अध्यक्ष, 13 ब्लॉक अध्यक्ष, जिला महासचिव, सचिव, पूर्व, उत्तर मध्य, पश्चिम एवं केंट विधानसभा की कार्यकारिणी सहित संपूर्ण जिले की इकाई पर सिपाही तैनात कर कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा का संचार किया है, जो आगामी चुनाव में कांग्रेस को मजबूत करने रामबाण का काम करेगी, जिले नव नियुक्त कार्यकर्ता 250 बनाये गये l

    शहीद स्मारक सभागार में आयोजित युवक कांग्रेस पदभार वितरण समारोह में नवनियुक्त पदाधिकारियों को प्रशस्ति पत्र एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका सम्मान किया गया और उनके कर्तव्य एवं अधिकारों की जानकारी दी विज्ञप्ति जारी करते हुए नगर अध्यक्ष जितिन राज ने कहा कि नगर में 4 उपाध्यक्ष अनमोल सिंह डब्बू शुभम रोहित अंकुर गुप्ता सुमित अहिरवार सहित नवनियुक्त पदाधिकारियों की घोषणा विगत दिनों में सोशल मीडिया के माध्यम से कर दी गई थी लेकिन मकर संक्रांति के अवसर पर युवक कांग्रेस एवं नगर कांग्रेस के संयुक्त तत्वाधान में कार्यक्रम आयोजित कर समस्त पदाधिकारियों का सम्मान एवं प्रशस्ति पत्र वितरण करना सुनिश्चित हुआ था जो आज संपन्न हुआ समारोह में नगर के वार्ड से लेकर जिला कार्यकारिणी तक के पदाधिकारियों की घोषणा हुई थी, जिनको आज सम्मान कर पदभार दिया गया l

कार्यक्रम के दौरान विधायक लखन घनघोरिया, विधायक विनय सक्सेना, दिनेश यादव, बाबू विश्वमोहन, पंकज पांडे, अमरीश मिश्रा, संजय अहिरवार, रितेश अग्रवाल, अयोध्या तिवारी ने अपने संबोधन से युवाओं में जोश भरने का काम किया

कार्यक्रम मे विशेष रूप से मुकेश श्रीवास्तव, शेख फारुख, कपिल भोजक, सक्षम गुलाटी, सोनू कुकरेले, रिजवान अली कोटि,अमन अरबी, बसंत ठाकुर, मोन्टी वंशकार, ब्रजेश पटेल, नितिन सिंह, युवराज चौधरी, अंकुश पटेल सहित सेकड़ो कार्यकर्ता उपस्थित रहे l

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एक्स्पर्ट्स की चेतावनी ये लक्षण दिखें तो फौरन डॉक्टोर से मिलें, ओमीक्रोन को आम सर्दी-जुकाम न समझें

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ओमीक्रोन को आम सर्दी-जुकाम समझना भूल होगी, एक्सकपर्ट्स ने चेताया

सांस लेने में तकलीफ, O2 में गिरावट दिखे तो फौरन अपने डॉक्टवर से मिलें

WHO एक्संपर्ट्स भी कह रहे, ओमीक्रोन उतना माइल्ड् नहीं जितना बता रहे

कोविड से जुड़ी सावधानियों के पालन में लापरवाही बरतना पड़ सकता है भारी

ओमीक्रोन के लक्षण क्याफ हैं?

•             खांसी (आम)

•             गले में खराश (आम)

•             बुखार (आम)

•             थकान (आम)

•             सिरदर्द (आम)

•             बदन दर्द (आम)

•             छींक आना (नहीं)

•             डायरिया (दुर्लभ)

•             नाक बहना (दुर्लभ)

•             सांस लेने में तकलीफ

•             ऑक्सिजन सैचुरेशन में गिरावट (कमरे की हवा में SpO2 94% से ज्याहदा होना चाहिए)

•             सीने में लगातार दर्द/दबाव महसूस हो

•             मेंटल कन्फ्यू जन या या प्रतिक्रिया न दे पाएं

•             अगर लक्षण 3-4 दिन से ज्याददा रहें या बिगड़ते जाएं

  कोरोना वायरस का अपडेटेड वर्जन यानी ओमिक्रॉन वैरिएंट संपूर्ण विश्व में लोगों के बीच चर्चा का केंद्र बना हुआ है. ताजे वेरिएंट ने न केवल आम जनजीवन को प्रभावित किया है बल्कि एक बड़ा सवाल भी हमारे सामने मुंह बाये खड़ा है कि क्यावैक्सिनेशन के बावजूद निकट भविष्य में हमें कोरोना वायरस से मुक्ति नहीं मिल पाएगी? इस प्रश्न के यूं तो कई नकारात्मक जवाब मिल सकते हैं लेकिन एक बड़ी सच्चाई यही है कि यदि समय रहते सावधानी बरत ली जाए तो नए ओमिक्रॉन वैरिएंट को बड़ी ही आसानी के साथ इसे शिकस्त दी जा सकती है. क्योंकि भारत के कर्नाटक में ओमिक्रॉन वैरिएंट के दो मामले आ चुके हैं तो कहीं न कहीं हमारे लिए भी जरूरी हो जाता है कि हम इस वेरिएंट को पहचानें और उसी पहचान को आधार बनाकर इससे लड़ने के नए तरीके खोजें.

तो कुछ और बात करने से पहले हमारे लिए ओमिक्रॉन वैरिएंट के लक्षण को जान लेना बहुत जरूरी है. ओमिक्रॉन को समझ लेना इसलिए भी आवश्यक है क्योंकि इसे समझने के बाद ही इससे बचने के तरीके खोजना संभव है. तो आइए जानें कि क्या हैं ओमिक्रॉन वैरिएंट के लक्षण और किस तरह इसकी पहचान कर इससे बचा जा सकता है.

  जैसा कि हम बता चुके हैं ओमिक्रॉन वैरिएंट के दो मामले कर्नाटक में देखे गए हैं तो इसके लक्षण समझने के लिए हमें 46 साल के उस डॉक्टर का रुख करना पड़ेगा जो इस बीमारी की चपेट में आया है. डॉक्टर के विषय में दिलचस्प ये है कि वे एक सरकारी अस्पताल में कार्यरत हैं और इसमें भी हैरत में डालने वाली बात ये है कि उनकी कोई ट्रेवल हिस्ट्री नहीं है.

46 साल के डॉक्टर के अनुसार अभी बीते दिनों उन्हें बहुत अधिक थकान, कमजोरी और बुखार जैसे लक्षण दिखे जिसे उन्होंने गंभीरता से लिया और अपना टेस्ट कराया जोकि पॉजिटिव आया. रिपोर्ट्स पर यक़ीन करें तो उनकी साइकिल थ्रेशहोल्ड वैल्यू (CT value) कम थी जिसके बाद उनका सैंपल लैब भेजा गया. इनके संपर्क में आए 5 लोगों का भी टेस्ट पॉजिटिव आया है.

गौरतकब है कि भले ही WHO ने भी ओमिक्रॉन वेरिएंट को गंभीर मानते हुए इसे वेरिएंट ऑफ कंसर्न की संज्ञा दे दी हो लेकिन क्यों कि अभी ओमिक्रॉन वेरिएंट को लेकर ठीक ठाक जानकारी हमारे पास नहीं है इसलिए कयासों पर भरोसा करना मजबूरी कम ज़रूरत ज्यादा है. आज भले ही लोग इस नए ओमिक्रॉन वेरिएंट को लेकर डरे हों लेकिन कहा यही जा सकता है कि इससे बचाव संभव है.

बचाव कुछ वैसा ही है जैसा हमने कोरोना की पहली और दूसरी लहर के दौरान देखा. जिस तरह उसे हम वास्तविकता में लेकर आए. अंत में हम बस ये कहकर अपने द्वारा कही तमाम बातों को विराम देंगे कि जानकारी और जागरूकता के जरिये ही कोविड और उसके भाई बंधुओं को परास्त किया जा सकता है. वक़्त आ गया है कि लोगों को सरकार के नहीं बल्कि अपने भरोसे होना होगा और अपनी और अपने परिवार की हिफाजत करनी होगी.

अस्पेतालों में मरीज बढ़ा रहा ओमीक्रोन

अपोलो हॉस्पिटल के सीनियर कंसल्टेंरट पल्मोरनोलॉजिस्टत, डॉ राजेश चावला ने कहा कि ओमीक्रोन से मृत्युय दर भले ही डेल्टाज से कम हो, फिर भी यह लोगों को अस्पकताल पहुंचा रहा है। उन्होंीने चेताते हुए कहा, ‘मेरे यहां तीन मरीज ऐसे हैं जिन्हेंे ऑक्सिजन सपोर्ट की जरूरत है। वे सभी फुली-वैक्सीलनेटेड हैं। ओमीक्रोन वेरिएंट अधिकतर अपर रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट  में इन्फेरक्शंन करता है लेकिन डॉक्टरर्स का कहना है कि फेफड़ों में डैमेज के भी मामले सामने आए हैं, खास तौर से बुजुर्गों और डायबिटीज, हाइपरटेंशन जैसी को-मॉर्बिडिटीज वालों में।

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