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नई दिल्ली एक वक्त था जब पाकिस्तान हॉकी टीम की तूती बोलती थी। दुनिया की कोई ऐसी टीम नहीं थी, जो उसके सूरमाओं की रफ्तार के आगे ठहर सके। 8 ओलिंपिक मेडल और 5 बार विश्व विजेता रही पाकिस्तान टीम अब उस दौर में है, जब वह मेडल तो दूर ओलिंपिक और वर्ल्ड कप के लिए क्वॉलिफाइ तक नहीं कर पा रही। अपनी खोई इज्जत पाने एशिया कप में पहुंची पाकिस्तान टीम एक भारतीय की मदद ले रही है। वह हैं वर्ल्ड क्लास फिजियो राजकमल। उन्हें पाकिस्तानी टीम भगवान का भेजा हुआ दूत बता रही है।

भारत में कई सालों बाद हॉकी मैच खेलने पहुंची पाकिस्तान टीम का नियमित फिजियो वीजा कारणों से नहीं आ सका। ऐसे में उसने भारतीय फिजियो की मदद लेने का फैसला किया। टूर्नामेंट शुरू होने से ठीक पहले एक एसओएस कॉल ने पाकिस्तानी टीम को राजकमल तक पहुंचाया। राजकमल तमिलनाडु राज्य हॉकी टीम के साथ काम कर रहे हैं। वह टीम में अकेले फिजियो हैं।

उन्होंने शुक्रवार को कोरिया रिपब्लिक के खिलाफ पाकिस्तान के 1-1 से ड्रॉ के बाद कहा- उन्होंने अपने पहले मैच से ठीक एक दिन पहले मुझसे संपर्क किया। हालांकि, उन्हें अपनी नौकरी में सहज होने के लिए बहुत कम समय मिला है। पाकिस्तान अपने पहले मैच में मलेशिया से 3-1 से हार गया था। राजकमल ने पिछले तीन सीजन में तमिलनाडु प्रीमियर लीग क्रिकेट टीम नेल्लई रॉयल किंग्स के साथ भी काम किया है।

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