ग्राम पहाड़ी खेड़ा का मामला, पीडि़ता ने पुलिस अधीक्षक के पास की शिकायत
जबलपुर पुलिस का काम है पीडि़त लोगों की समस्याओं को सुनना, कोई तकलीफ होने पर उचित परामर्श देना और आरोपियों को सजा दिलाना। इसके लिए थाने खोले गए हैं इसके लिए भारी भरकम वेतन पर थाना प्रभारी से लेकर एसआई और पुलिस जवानों की नियुक्ति की गई है। लेकिन यहां जानकर हैरानी होगी बरेला थाने में पदस्थ अमला लोगों की पीड़ा सुनने की वजाय उन्हें दुत्कार भगा रहा है। हाल ही में ग्राम पहाड़ीखेड़ा में एक 45 साल की महिला को पड़ोसी ने सोधन कहकर इतना पीटा कि वह बेहोश हो गई। पीडि़ता थाने में रिपोर्ट लिखवाने पहुंची तो उसे कहकर भगा दिया गया लिखित में शिकायत दे दो कार्रवाई बाद में होगी। थाने में पुलिस कर्मियों के इस बर्ताव के बाद पीडि़ता ने पुलिस अधीक्षक को शिकायत सौंपी जिसके बाद बरेला पुलिस ने मारपीट करने वाले आरोपी पर धारा 155 की कार्रवाई की लेकिन जांच पड़ताल के लिए पुलिस आज तक गांव नहीं पहुंची।
ये मामला है
बीते कुछ दिन पहले पहाड़ीखेड़ा में एक महिला की मौत हो जाती है यह सुनकर पड़ोस में रहने वाली उसके घर जाती है जहां पर मृतक महिला के बेटे द्वारा पड़ोसी महिला के साथ लात-घूसों यह कहकर मारपीट की जाती है कि वह डायन और सोधन है। मारपीट से आहत हुई महिला इस संबंध में जब बरेला थाना प्रभारी के पास शिकायत लेकर पहुंचती है तो उसे यह कहा जाता है कि लिखित में शिकायत कर दो कार्रवाई बाद में करेंगे। लंबे अंतराल के बाद भी जब मारपीट करने वाले युवक पर पुलिस कार्रवाई नहीं करती है तो पीडि़ता इसकी शिकायत एसपी से करती है जिसके बाद बरेला पुलिस द्वारा आरोपी पर धारा 155 की कार्रवाई की जाती है।