डिजिटल भारत I कई मील दूर तक दिखी बारूद की चिंगारी, सुरक्षा संस्थानों के 10फायर ब्रिगेड रात पौने तीन बजे से जूझ रहे,
दो घंटे में आग नियंत्रित लेकिन धधक रहा है ईडीके का जंगल
करोड़ों रुपये के नुकसान की संभावना,कोई साजिश या घटना अधिकारियों के फोन बंदआयुध निर्माणी खमरिया के एक्सप्लोसिव डिपो जिसे संक्षिप्त में ईडीके कहा जाता है, में रात पौने तीन बजे टावर नंबर 7 के पास टी-20 बिल्डिंग में अचानक भयंकर विस्फोट के साथ आग भड़क गई जिससे पूरी बिल्डिंग धाराशायी होने के बाद जंगल में आग लग गई।खबर लगते ही तमाम अधिकारी फायर ब्रिगेड के साथ दलबल सहित मौके पर भागे।
अन्य सुरक्षा संस्थान से भी फायर ब्रिगेड की गाडिय़ां बुलवाई गई हैं।
इन पंक्तियों के लिख जाने तक ओएफके की 6जीसीएफ ,सीओडी ,506आर्मी बेस वर्कशॉप और व्हीएफजे की कुल10गाड़ियां आग से जूझ रही हैं।सूत्रों के अनुसार आग पर नियंत्रण तो पा लिया है।लेकिन ईडीके का जंगल धधक रहा है।आग और न फैले इसका जतन किया जा रहा है।क्योंकि वहां और भी अनेक खतरनाक किस्म के बारूद के साथ जंगल लगा हुआ है।उसी के साथ सीओडी भी लगा है
आग कैसे लगी अभी तक किसी को समझ नहीं आ रहा है।तमाम अधिकारियों ने फोन बंद कर रखे हैं या उठा नहीं रहे हैं।
बताया जाता है कि जलने वाले बारूद की चमक रात में इतनी तेज थी कि कई किलोमीटर दूर से देखी गई।सूत्रों के अनुसार एक्सप्लोसिव डिपो में दूसरी जगह से तैयार होकर आया बारूद और ओएफके में बना विस्फोटक संग्रह करके रखा जाता है।