DIGITAL BHARAT: पश्चिम बंगाल की हाई प्रोफाइल सीट भवानीपुर में सोमवार को भाारतीय जनता पार्टी के नेता दिलीप घोष पर हमला के बाद से राजनीति तेज हो गई है। भाजपा के कई नेता जहां उपचुनाव को टालने की मांग कर रहे हैं वहीं स्वप्न दासगुप्ता ने चुनाव आयोग से मतदान केंद्र के आसपास धारा 144 लगाने की मांग की है। इसके अलावा उन्होंने केंद्रीय बलों की उपस्थिति में चुनाव करवाने की मांग की है।
भाजपा के कई नेता जहां उपचुनाव को टालने की मांग कर रहे हैं वहीं स्वप्न दासगुप्ता ने मतदान केंद्र के आसपास धारा 144 लगाने की मांग की है। इसके अलावा उन्होंने केंद्रीय बलों की उपस्थिति में चुनाव करवाने की मांग की है।
बता दें कि हिंसा के मद्देनजर भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को कोलकाता में चुनाव आयोग के अधिकारियों से मुलाकात की और 30 सितंबर को उपचुनाव के दिन भवानीपुर निर्वाचन क्षेत्र में धारा 144 लागू करने की अपील की। इसके अलावा प्रतिनिधिमंडल के नेताओं ने केंद्रीय बलों की उपस्थिति में चुनाव करवाने की मांग की। इसमें शिशिर बाजोरिया और प्रताप बनर्जी भी शामिल थे।
भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि चुनाव प्रचार के दौरान मेरे ऊपर हमला हुआ। उन्होंने कहा कि अगर हमारे जैसे नेता पर हमला होता है तो सामान्य जन घर से निकल कर मतदान करेंगे, ये मुझे उम्मीद नहीं है। निष्पक्ष चुनाव होना संभव नहीं है इसलिए चुनाव को रद्द किया जाए। जब वातावरण अनुकूल होगा और चुनाव आयोग अपने उम्मीदवार की सुरक्षा सुनिश्चित कर पाएगा तब चुनाव होने चाहिए।
वहीं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुकांता मजूमदार ने कहा कि हम आंतरिक बैठकें करेंगे और यहां भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व से मिलने की भी कोशिश करेंगे। भवानीपुर में जो हुआ वह गलत है। दिलीप घोष पर हमले से पता चलता है कि पश्चिम बंगाल में कोई कानून-व्यवस्था नहीं है।
भवानीपुर सीट पर टीएमसी से सीएम ममता बनर्जी उम्मीदवार हैं। वहीं, भाजपा ने प्रियंका टिबरेवाल को मैदान में उतारा है। सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस और मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा आमने सामने हैं। दोनों दलों के स्टार प्रचारक जनता को लुभाने के लिए ताकत झोंके हुए हैं। बंगाल में 30 सितंबर को भवानीपुर समेत तीन सीटों पर विधानसभा उपचुनाव होने हैं। इधर, राज्य निर्वाचन आयोग ने भवानीपुर में भाजपा और टीएमसी कार्यकर्ताओं की भिड़ंत को लेकर राज्य सरकार से जवाब मांगा है।