भोपाल । मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में गुरुवार शाम को मौसम ने अचानक करवट ले ली। पूरे शहर में बारिश हुई। इसके बाद राजधानी का मौसम खुशगवार हो गया। गुजरात तट पर आए बिपरजॉय तूफान के कारण क्या मध्यप्रदेश में यह स्थिति बनी है? इस सवाल का जवाब जानने के लिए नवभारत टाइम्स डॉट कॉम ने कुछ मौसम विशेषज्ञों से बात की। वरिष्ठ मौसम विशेषज्ञ डॉ. शैलेंद्र नायक ने नवभारत टाइम्स डॉट कॉम को बताया कि बिपरजॉय तूफान के कारण प्रदेश के कुछ स्थानों में भले ही आंधी तूफान की स्थिति बनतीउन्होंने कहा कि पूर्वी मध्यप्रदेश में गुरुवार को अधिकांश हिस्सों में लू चली है। अत्याधिक गर्मी के कारण मौसम बदला और राजधानी भोपाल में शाम को बूंदाबांदी हुई है। हां, यह जरूर कहा जा सकता है कि इस तूफान ने मध्य प्रदेश की नमी को अपनी ओर खींचा है।
मौसम वैज्ञानिक आर के शाहा ने नवभारत टाइम्स डॉट कॉम से चर्चा करते हुए कहा कि वर्तमान में प्रदेश में कहीं पर भी बिपरजॉय तूफान का प्रभाव तो देखने को नहीं मिल रहा है। वर्तमान में हो रही बूंदाबांदी मॉइश्चर के कारण हो रही है। अगर यह तूफान और तेजी से आगे बढ़ा तो राजस्थान को प्रभावित करते हुए यह मध्यप्रदेश के कुछ हिस्सों में असर दिखा सकता है। उत्तरी मध्यप्रदेश के कुछ हिस्सों में तेज आंधी तूफान के साथ बारिश भी हो सकती है।डॉक्टर शैलेंद्र नायक ने बताया कि वर्तमान में हो रही प्री मानसून एक्टिविटी प्रदेश के लिए अच्छा संकेत हैं। गुजरात तट में इस तूफान के कारण मानसूनी गतिविधि तेज हो सकती है। कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि मानसून की गति तेज हुई है। इसका फायदा आने वाले दिनों में मध्य प्रदेश को भी मिलेगा। पूरी संभावना है कि प्रदेश में 23 और 24 जून को मानसून दस्तक दे सकता है।
आर के शाहा ने बताया कि आने वाले दिनों में पूरे प्रदेश में प्री मानसून एक्टिविटी देखने को मिलेगी। दिनभर जहां तेज गर्मी और उमस से लोग बेहाल रहेंगे। वहीं शाम को मौसम में हल्की बूंदाबांदी के साथ में ठंडक भी हो सकती है।