नई दिल्ली । गर्मियों में सड़कों के किनारे व बाजारों में जगह-जगह वॉटर ट्रॉली पर बेचे जा रहे पानी की गुणवत्ता की जांच की गई है। एक साल के दौरान एमसीडी ने वॉटर ट्रॉली पर बिकने वाले पानी के 1743 नमूने लिए। जिसमें से 14 प्रतिशत पानी के नमूने फेल हो गए हैं। जिन वॉटर ट्रॉली के नमूने फेल पाए गाए, एमसीडी ने उन्हें जब्त कर लिया है।
एमसीडी अफसरों के अनुसार, गर्मियों में वॉटर ट्रॉली के पानी की डिमांड भी काफी अधिक होती है। ऐसे में कुछ ही घंटों में वॉटर ट्रॉली का पानी खत्म हो जाता है। कुछ वेंडर कहीं से भी ट्रॉली में पानी भर लेते हैं, जिसकी गुणवत्ता ठीक नहीं होती और वह पानी पीने से लोग बीमार भी हो सकते हैं। वॉटर ट्रॉली पर उपलब्ध पानी की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए एमसीडी ने एक टीम बनाई है। टीम ने पिछले साल मई से लेकर अब तक वॉटर ट्रॉलियों पर उपलब्ध पानी के 1743 नमूने लिए। जिसमें से 239 नमूने मानकों पर फेल पाए गए। 1504 नमूने ठीक थे।