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जबलपुर । एनआइए की छापेमारी के दौरान घर के दरवाजे बंद करना अधिवक्ता ए उस्मानी व उसके स्वजन को महंगा पड़ा। शुक्रवार रात छापामारी के दौरान एनआइए की टीम को रोकने के लिए उस्मानी, उसके भाई अधिवक्ता अमानुद्दीन व अमानुद्दीन के बेटे अरहम ने घर के दरवाजे भीतर से बंद कर लिए थे। काफी मशक्कत के बाद भी जब दरवाजे नहीं खुले तो पुलिस टीम ने कटर मशीन बुलाई। दरवाजों को काटने-तोड़ने की योजना बनाई गई। हालांकि तब तक दरवाजे खोल दिए गए। एनआइए की शिकायत पर ओमती थाना पुलिस ने तीनों के खिलाफ दो अलग-अलग एफआइआर दर्ज की है।शासकीय कार्य में बाधा, साक्ष्य नष्ट करने, आर्म्स एक्ट समेत अन्य धाराओं के तहत एफआइआर की गई है। पुलिस ने तीनों को रात में ही हिरासत में ले लिया था। पुलिस ने बताया कि दरवाजे बंद करने के पीछे तीनों का इरादा सबूतों को नष्ट करना था। इधर, अधिवक्ता उस्मानी व उसके भाई के घर से कुछ कारतूस जब्त किए गए हैं। निजी क्षेत्र के लिए प्रतिबंधित कारतूस एसएलआर यानि सेल्फ लोडिंग राइफल के बताए जा रहे हैं। एनआइए ने जब्त कारतूस ओमती पुलिस को सौंप दिया है। पुलिस अधीक्षक टीके विद्यार्थी ने बताया कि मामले की सूक्ष्म विवेचना के निर्देश दिए गए हैं।

अधिवक्ता उस्मानी, उसके भाई व भतीजे ने घर के दरवाजे भीतर से बंद कर कई सबूत नष्ट कर दिए। अपने-अपने मोबाइल फोन व अन्य इलेक्ट्रानिक डिवाइस की तमाम फाइलें डिलीट कर दीं। जो फाइलें डिलीट की गईं उनके बारे में बताया जा रहा है कि वे प्रतिबंधित संगठनों से जुड़ी थीं। हालांकि एनआइए टीम ने सभी के मोबाइल फोन व इलेक्ट्रानिक डिवाइस जब्त कर लिए हैं। जिनकी जांच कराते हुए बैकअप फाइल्स निकालने की कोशिश की जा रही है।प्रतिबंधित संगठन सिमी व आतंकी अबू सलेम के प्रकरण में वकील रहे अधिवक्ता नईम खान के घर भी एनआइए की टीम ने सर्चिंग की थी। शुक्रवार को रात भर सर्चिंग जारी रही। एनआइए टीम ने नईम के बेटे की तलाश की परंतु वह घर पर नहीं मिला। हालांकि उसके घर से कुछ अहम दस्तावेज मिले हैं। नईम को बेटे सहित भोपाल स्थित कार्यालय में उपस्थित होने का एनआइए ने नोटिस दिया है। इधर, सिंधी मोहल्ला निवासी मोहम्मद बिलाल से भी एनआइए टीम ने घंटों पूछताछ की। जिसे शनिवार को छोड़ दिया गया।

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