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डिजिटल भारत l एशियाई खेल 2023 में भारतीय महिला एथलीट विथ्या रामराज ने इतिहास रच दिया है। विथ्या, जिन्होंने अपने शुरुआती करियर के दौरान एक बार एथलेटिक्स छोड़ने पर विचार किया था क्योंकि चीजें उनके लिए अच्छी नहीं चल रही थीं, लेकिन अब उनके करियर को एक शानदार मंच मिल गया है जहां उन्हें बड़ी सफलता मिलती नजर आ रही है।एशिया खेलो में विथ्या रामराज ने महिला 400 मीटर हर्डल के फाइनल में जगह बना ली है। इस दौरान विथ्या ने दिग्गज पीटी उषा के नेशनल रिकॉर्ड (55.42 सेकेंड) की बराबरी कर ली।उनके इस दमदार प्रदर्शन के बाद महिलाओं की इस 400 मीटर हर्डल रेस इवेंट में एक गोल्ड पक्का माना जा रहा है.

विथ्या, पीटी उषा को आदर्श मानकर बड़ी हुई हैं.
बचपन से उनकी तरह तेज धावक बनाना उसका सपना था. विथ्या ने आईजीपी में अपनी दौड़ के बाद कहा, “मैडम उषा बहुत प्रतिभाशाली हैं और यही कारण है कि उनका रिकॉर्ड इतने लंबे समय तक कायम रहा. मैं रिकॉर्ड तोड़ना चाहती थी, यह आज दौड़ से पहले मेरे दिमाग में था. मैं नई मैम (उषा) बनना चाहती थी.”

विथ्या की बहन भी एशियन गेम्स में दे रही हैं चुनौती
विथ्या कोयम्बटोर की रहने वाली है. कोरोना के बाद उन्होंने चेन्नई में शिफ्ट किया है. उनके पिता एक ऑटोरिक्शा चालक रहे हैं. विथ्या की एक बहन भी है, जो इस एशियन गेम्स में हिस्सा ले रही हैं. उनकी बहन का नाम निथ्या है. विथ्या और निथ्या जुड़वा बहनें हैं और दोनों ही एथलेटिक्स में भारत का प्रतिनिधित्व कर रही हैं. इस एशियन गेम्स में विथ्या जहां 400 मीटर हर्डल रेस इवेंट में पार्टिसिपेट कर रही है, वहीं निथ्या 100 मीटर हर्डल रेस में दम दिखा रही हैं. यह पहली बार है जब दो जुड़वा बहनें एक साथ एशियन गेम्स में भारत का प्रतिनिधित्व कर रही हैं.

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