टी20 विश्व कप में न्यूजीलैंड के खिलाफ हुए करो या मरो के मुकाबले में भारतीय कप्तान विराट कोहली की जिद टीम इंडिया पर भारी पड़ गई. उनका कोई भी फैसला टीम के काम ना आया. उल्टा भारत न्यूजीलैंड से हार गया और सेमीफाइनल में पहुंचने की उम्मीदें और कमजोर हो गईं. इस मैच में कोहली ने बल्लेबाजी क्रम में तीन बड़े बदलाव किए. लेकिन उनका एक भी दांव नहीं चला और भारतीय टॉप ऑर्डर बिखर गया और महज 50 रन के भीतर 4 बल्लेबाज पवेलियन लौट गए. इसी वजह से भारतीय टीम न्यूजीलैंड के खिलाफ बड़ा स्कोर नहीं खड़ा कर पाई.
रोहित की जगह केएल राहुल को मिडिल ऑर्डर में भेजा सकता था
न्यूजीलैंड के खिलाफ मुकाबले में केएल राहुलने शीर्ष क्रम में अपना स्थान बरकरार रखा. जबकि रोहित शर्मा को तीन नंबर पर बल्लेबाजी करनी पड़ी. राहुल के पास मध्य क्रम में बल्लेबाजी करने का एक अच्छा अनुभव है. वो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट और आईपीएल दोनों में मध्यक्रम में बल्लेबाजी कर चुके हैं और मिडिल ऑर्डर में खेलते हुए उनका रिकॉर्ड शानदार रहा है.
केएल राहुल ने 4 नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए 5 मैच में 87 के औसत से 174 रन बनाए हैं. उन्होंने नाबाद 110 रन की पारी भी खेली है. ऐसे में अगर कोहली को बल्लेबाजी क्रम में बदलाव करना भी था, तो राहुल को 4 नंबर पर भेजा जा सकता था और उनकी जगह रोहित से पारी की शुरुआत कराई जा सकती थी. बल्लेबाजी क्रम में हुए बदलाव के कारण कोहली खुद भी अपने पसंदीदा तीन नंबर के बजाए 4 नंबर पर बल्लेबाजी के लिए आए और वो भी 9 रन बनाकर आउट हो गए और टीम इंडिया को हार झेलनी पड़ी.
न्यूजीलैंड के खिलाफ मिली शर्मनाक हार के बाद कोहली ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि हम बल्ले या गेंद से अपने खेल में साहस दिखा पाए. हम ज्यादा रन नहीं बना पाए, लेकिन उसे बचाने के लिये भी साहस के साथ मैदान पर नहीं उतरे.
न्यूजीलैंड के खिलाफ मुकाबले के लिए सूर्यकुमार यादव की जगह ईशान किशन को प्लेइंग-11 में मौका दिया गया था और टॉस के वक्त ही कप्तान कोहली ने यह कह दिया था कि ईशान टॉप ऑर्डर में खेलेंगे. अब सवाल उठ रहा कि आखिर क्यों विराट ने 3 अंतरराष्ट्रीय टी20 खेलने वाले अनुभवहीन ईशान से पारी की शुरुआत कराने का जोखिम उठाया. वो भी तब जब ईशान को नई गेंद से ट्रेंट बोल्ट और टिम साउदी जैसे स्विंग गेंदबाजों का सामना करना था. जैसी आशंका थी. वही हुआ, ईशान एक चौका मारकर बोल्ट का शिकार हो गए.