राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली एवं उसके आसपास के क्षेत्रों में बढ़ते प्रदूषण के कारण लोग कई बीमारियों के शिकार हो रहे हैं।
राजधानी दिल्ली और उसके आसपास के क्षेत्रों में बढ़ते प्रदूषण के कारण लोग कई बीमारियों के शिकार हो रहे हैं। वहीं कई लोगों को सांस लेने में तकलीफ हो रही हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली में 5.6 प्रतिशत लोगों की मौद सांस की बीमारी के कारण हो रही हैं।
प्रजा फाउंडेशन के निदेशक मिलिंद म्हस्के के मुताबिक दिल्ली में पिछले साल करीब 1,42,789 लोगों की मौत हुई थी, जिसमें से 39 प्रतिशत की मौत घर पर ही हुई। इन मौतों में से 5.6 प्रतिशत ऐसे लोग थे, जिनकी मौत सांस की बीमारी के कारण हुई थी
जहरीली हवा से एलर्जी, अस्थमा और टीबी का बढ़ा रिस्क, स्वामी रामदेव से जानिए हेल्दी रहने के टिप्स
प्रजा फाउंडेशन ने दिल्ली के हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर पर अपनी रिपोर्ट जारी की है। जिसमें कहा गया है कि दिल्ली के जो हालात है उसके अनुसार यहां जितनी आबादी है उसके अनुसार न तो अस्पताल है और न ही दवा खाना। अस्पतालों को चलाने वाली एजेंसियों को हर साल हेल्थ बजट जितना अलॉट किया जाता है। उससे तो पूरा खर्च भी नहीं चल पाता है।