
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का यह बयान भारत की आतंकवाद के प्रति सख्त नीति को दर्शाता है। ऑपरेशन सिंदूर जैसी कार्रवाइयाँ यह स्पष्ट करती हैं कि भारत अपने नागरिकों की सुरक्षा और आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कदम उठाने के लिए प्रतिबद्ध है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने हाल ही में ऑपरेशन सिंदूर के संदर्भ में कहा कि आतंकवाद के इस ‘रोग’ का इलाज ऐसे सटीक और निर्णायक अभियानों से ही संभव है। उन्होंने इसे एक आवश्यक ‘दवा’ के रूप में प्रस्तुत किया, जो आतंकवाद के खिलाफ भारत की नीति का हिस्सा है। उनका यह बयान भारतीय सेना की पाकिस्तान में स्थित 9 आतंकी ठिकानों पर की गई कार्रवाई के बाद आया है।
पाकिस्तान ने भारतीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के उस बयान की कड़ी आलोचना की है, जिसमें उन्होंने पाकिस्तान के परमाणु हथियारों को अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) की निगरानी में रखने की बात की थी।
सिंह ने पाकिस्तान को “रोग राष्ट्र” (rogue nation) करार देते हुए कहा था कि उसके परमाणु शस्त्रागार की सुरक्षा पर वैश्विक चिंता है और इसे IAEA के अधीन किया जाना चाहिए। यह बयान भारत की हालिया सैन्य कार्रवाई “ऑपरेशन सिंदूर” के संदर्भ में आया था, जिसे पाकिस्तान द्वारा कथित आतंकवाद के समर्थन के खिलाफ लिया गया था।
पाकिस्तान ने इस बयान को “गैर-जिम्मेदार” और “गहरी असुरक्षा” का संकेत देने वाला बताया है। पाकिस्तानी सरकार ने कहा कि भारत की यह टिप्पणी क्षेत्रीय शांति को नुकसान पहुंचाने वाली है और यह पाकिस्तान की संप्रभुता का उल्लंघन करती है। पाकिस्तान ने अपने परमाणु शस्त्रागार की सुरक्षा को अपनी जिम्मेदारी बताते हुए किसी भी अंतरराष्ट्रीय निगरानी को अस्वीकार किया है।
इस बयान के बाद, पाकिस्तान ने अपनी रक्षा नीति को और मजबूत करने का संकेत दिया है, जिससे दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ने की संभावना है।
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता शफकत अली खान का बयान :
“हमारे पास पर्याप्त पारंपरिक सैन्य ताकत है जो किसी भी भारतीय आक्रामकता का सामना कर सकती है। हमें अपनी परमाणु क्षमता का उपयोग करने की आवश्यकता नहीं है।” यह बयान पाकिस्तान की सैन्य नीति की दिशा और भारत के साथ संबंधों में तनाव को दर्शाता है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चेतावनी दी कि यदि पाकिस्तान आतंकवाद का समर्थन जारी रखता है, तो उसे इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। आतंकवाद के रोग के लिए ऑपरेशन सिंदूर जैसी दवा देना जरूरी है।
कश्मीर में सैनिकों को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता पर बधाई देने के दौरान, रक्षा मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार आतंकवाद का समूल नाश करने के लिए प्रतिबद्ध है, ताकि कोई भी देश की ओर आंख उठाकर न देख सके। उन्होंने स्पष्ट किया कि आतंकवाद और बातचीत एक साथ नहीं चल सकते।
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